M’Cheyne Bible Reading Plan
नेमन पाथरन पइ लिखा जाइ चाही
27 मूसा अउर इस्राएल क प्रमुखन मनइयन क आदेस दिहस। उ कहेस, “ओन सबहिं आदेसन क माना जेनका मइँ आजु देत हउँ। 2 जउने दिन तू यरदन नदी पार कइके उ देस मँ घुसा जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ उ दिन, आपन बरे बहोत बड़की सिलन क तइयार करा। इ सबइ सिला क पलसतर स ढाँकि द्या। 3 तब इ उपदेस क सब बातन इ पाथरन पइ लिखी द्या। तू पचन्क इ तब करइ चाही जब तू पचे यरदन नदी क पार पहोंच जा। तब उ देस मँ जाइ सकब्या जउन मँ दूध अउर सहद बहत अहइ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइँ। यहोवा तोहरे पुरखन क परमेस्सर ऍका दइके आपन बचन क पूरा किहस ह।
4 “यरदन नदी क पार जाइके पाछे तू पचन्क इ सिलन क एबाल पहाड़े पइ आजु क मोरे आदेस क मुताबिक स्थापना करइ चाही। तू पचन्क इ पाथरन क चूना क लेप स ढाँकि देइ चाही। 5 हुआँ पइ यहोवा आपन परमेस्सर क वेदी बनावइ बरे भी कछू सिला क उपयोग करा। पाथरन क काटइ बरे लोहा क अउजारन क उपयोग जिन करा। 6 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क वेदी पूरा पाथरन स बनावा अउर तब यहोवा आपन परमेस्सर बरे एह पइ होमबलि चढ़ावा। 7 तोहका मेलबलि चढ़ावइ चाही अउर ओनका खाइ चाही। खा अउर यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ खुसी क समइ बितावा। 8 तू पचन्क इ सबइ उपदेसन क पाथर क सिलन पइ साफ साफ लिखि देइ चाही।”
नेम क अभिसाप
9 मूसा अउर लेवी बंसी याजकन इस्राएल क सबहिं लोगन स बात किहस। उ कहेस, “इस्राएलियो, सान्त रहा अउ सुना! आजु तू लोग, यहोवा आपन परमेस्सर क लोग होइ गवा। 10 एह बरे तू पचन्क उ सब कछू जरूर करइ चाही जउन यहोवा तोहार परमेस्सर कहत ह। तू पचन्क ओकरे ओन आदेसन अउ नेमन क जरूर मानइ चाही जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ।”
11 उहइ दिन, मूसा लोगन क आदेस दिहेस, 12 “जब तू पचे यरदन नदी क पार जाब्या ओकरे पाछे इ सबइ परिवार समूह गिरिज्जीम पहाड़े पइ खड़ा होइ के लोगन्क आसीर्बाद देइहीं: सिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, यूसुफ अउ बिन्यामीन। 13 अउर इ सबइ परिवार समूह एबाल पहाड़े पइ अभिसाप बाँचिहीं: रूबेन, गाद, आसेर, जबूलून, दान अउर नप्ताली।
14 “अउर लेवी बंसी इस्राएल क सबहिं लोगन स ऊँची अवाजे मँ कइँहीं:
15 “‘उ मनई अभिसाप स दबा बा जउन लबार देवता बनावत ह अउर ओका गुप्त ठउरे मँ धरत ह। लबार देवतन सिरिफ उ सबइ मूरतियन अहइँ जेका कउनो कारीगर काठ, पाथर या धातु क बनावत ह। यहोवा ओन चीजन स घिना करत ह!’
“तब सबहिं लोग जवाब देइहीं, ‘आमीन!’
16 “लेवी बंसी कइहीं, ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन महतारी अउर बाप क बेज्जत करत ह।’
“सबहिं लोग जवाब देइहीं, ‘आमीन!’
17 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन पड़ोसी क चउहद्दी-चीन्हा क खिसकावत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
18 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आँधर क कुमार्ग पर चलावत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
19 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क संग निआव नाहीं करत।’
“तब सब लोग कइहीं, ‘आमीन!’
20 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन बाप क पत्नी क संग तने क सम्बंध रखत ह काहेकि उ आपन बाप क नंगा क तरह करत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
21 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन कउनो तरह क जनावर क संग तने क सम्बंध रखत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
22 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन आपन महतारी क बिटिया या आपन बाप क बिटिया, आपन बहिन क संग तने क सम्बंध रखत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
23 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित बाटइ जउन आपन सास क संग तने क सम्बंध रखत ह।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन।’
24 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन दूसर मनई क लुकाई क कतल करत ह!’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
25 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन निदोर्ख क कतल बरे धन वसूलत ह!’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
26 “लेवी बंसी कइहीं: ‘उ व्यक्ति अभिसापित अहइ जउन इ उपदेसन क समर्थन नाहीं करत अउर ओका पालन नाहीं करत।’
“तब सबहिं लोग कइहीं, ‘आमीन!’
आसीर्बाद
28 “अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क इ सबइ कानून क मानइ मँ होसियार रहब्या अउर ओका सावधानी स पालन करब्या जेनका मइँ आजु बतावत हउँ तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क धरती क सब रास्ट्रन क ऊपर स्रेस्ठ करी। 2 अगर तू यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मनब्या तउ इ सबइ वरदान तोहरे लगे अइहीं अउर तोहार होइहीं:
3 “तोहरे सहरन अउ खेतन क
असीसी कीन्ह जाब्या।
4 तोहरे गदेलन क
आसीर्बाद दीन्ह जाई।
उ तोहरी भुइँया क
बढ़िया फसिल क वरदान देइ
अउर तोहरे गोरुअन क
बच्चन देइ क वरदान देइ।
तोहरे लगे बहोत स मवेसी अउर भेड़ होइहीं।
5 यहोवा तू पचन्क बढ़िया अनाज क फसिल
अउर बहोत जियादा भोजन पावइ क असीसी।
6 तू पचन्क आसीर्बाद दीन्ह जाई जब तू पचन्क आवई अउर जावई।
7 “यहोवा तू पचन्क ओन दुस्मनन पइ विजयी बनाई जउन तोहरे खिलाफ होइहीं। तोहार दुस्मन तोहरे खिलाफ एक रस्ता स अइहीं मुला उ पचे तोहरे समन्वा सात ठु राहे मँ पराइ जइहीं।
8 “यहोवा तू पचन्क खरिहान क आसीर्बाद देइ। तू पचे जउन कछू तू करब्या उ ओकरे बरे आसीर्बाद देइ। उ पचे तोहका उ भुइँया पइ आसीर्बाद देइ जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तोहाका दिहेस ह। 9 यहोवा तू पचन्क आपन खास लोग बनाई। यहोवा तू पचन्क इ वचन दिहे अहइ मुला सर्त इ बाटइ कि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुमन क माना अउ ओनकइ राहे पइ चला। 10 तब धरती क सबहिं लोग इ लखिहीं कि तू पचे यहोवा क नाउँ स जाना जात अहा अउर उ पचे तोहसे सबन्स डेराइ जइहीं।
11 “अउर यहोवा तू पचन्क बहोत स बढ़िया चीज देइ। उ तू पचन्क बहोत स गदेलन देइ। उ तू पचन्क बहोत स गोरु अउ बछवन क देइ। उ उ देस मँ बहोत-स बढ़िया फसिल देइ जेका उ पचे तोहरे पुरखन क देइ क वचन दिहे रहेन। 12 यहोवा सरग मँ आपन भण्डार खोलि देइ। उ आपन वरदान स तोहरी भुइँया बरे ठीक समइ पइ बर्खा देइ। यहोवा जउन कछू तू पचे करब्या ओकरे बरे आसीर्बाद देइ अउर बहोत स रास्ट्रन क कर्ज देइ बरे तोहरे पचन्क लगे धन होइ। मुला तू पचन्क ओन से कछू उधार लेइ क जरुरत नाहीं होइ। 13 यहोवा तू पचन्क मूँड़ बनाई, पूँछ नाहीं। तू पचे चोटी पइ होब्या, तलहटी पइ नाहीं। इ तब होइ जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क ओन आदेसन पइ धियान देब्या जेनका मइँ आजु तू पचन्क देत अहउँ। 14 तू पचन्क ओन सिच्छन मँ स कउनो क उपेच्छा नाहीं करइ चाही जेनका मइँ आजु तू पचन्क देत हउँ। तू पचन्क ऍनसे दाई या बाई कइँती नाहीं जाइ चाही। तू पचन्क उपासना बरे दूसर देवतन क पाछे नाहीं चलइ चाही।
अभिसाप
15 “अगर तू यहोवा आपन परमेस्सर क जरिये कही गइ बातन पइ धियान नाहीं देत्या अउर आजु मइँ जउने आदेसन अउ नेमन क बतावत अहउँ, होसियारी स पालन नाहीं करत्या तउ इ सबइ अभिसाप तू पचन्प अइहीं।
16 “तोहका तोहरे सहरन अउर मइदानन मँ
अभिसापित कीन्ह जाइ।
17 यहोवा तोहरी टोकरियन अउ बर्तनन क अभिसापित करी।
अउ तू पचन्क काफी भोजन नाहीं मिली।
18 तू पचन्क गदेलन
अभिसाप पइहीं।
तोहरी धरती क फसलन
तोहरे गोरुअन क बछवन
अउ तोहरे झुण्डे क बच्चन
अभिसाप पइहीं।
19 तू आपन आवइ
अउर जावइ पइ अभिसापित कीन्ह जाब्या।
आलेफ
1 जउन लोग इमानदारी स जीवन जिअत हीं, उ सबइ कामयाब रहत हीं।
अइसे लोग यहोवा क सिच्छा पइ चलत हीं।
2 लोग जउन यहोवा क करार पइ चलत हीं, उ पचे कामयाब रहत हीं।
आपन समूचइ मन स उ पचे यहोवा क मानइ बरे खोजत हीं।
3 उ पचे लोग बुरा काम नाहीं करतेन।
उ पचे यहोवा क आग्या क मानत हीं।
4 हे यहोवा, तू आपन उपदेस इ बरे दिहा ह,
हम पचे ओका धियान स पालन कइ सकी।
5 हे यहोवा, मइँ सदा तोहरे कानून क
नियमित रूप स पालन करेउँ,
6 तब जब मइँ तोहर सबइ आग्यन क पढ़ब
मइँ कबहुँ भी नाहीं लजाब।
7 मइँ तोहार स्तुति पूरी मन स करब
जेतॅना जियादा मइँ तोहरे फइसलन क बारे मँ सिखेउँ ह।
8 हे यहोवा, मइँ तोहरे कानूनन क पालन करब।
तउ कृपा कइके मोका पूरी तरह स जिन बिसरा।
बैथ
9 एक जवान मनई तोहरे निर्देसन पइ चलइ कइ
कइसे आपन जीवन पवित्तर रख पावइ?
10 मइँ, आपन पूर्ण मन स यहोवा क सेवा क जतन करत हउँ।
कृपा कइके तोहरे आग्यन क मानइ मँ मोका जिन गल्ती करइ द्या।
11 मइँ धियान पूर्वक तोहार वचन याद किहेउँ ह।
काहेकि मइँ तोहरे खिलाफ फुन स पाप न करइ चाहत हउँ।
12 हे यहोवा, मइँ तोहार स्तुति किहेउँ ह।
कृपा कइके मोका तोहार कानून क सिखावा।
13 मइँ तोहार सबहिं फइसलन क बरे मँ बताउब।
14 तोहरे करार क निर्देसन क पालन करब
मोका दूसर कउनो धन स जियादा भावत अहइ।
15 मइँ तोहरे उपदेसन पइ विचार किहेउँ ह,
अउर मइँ तोहरे सिद्धान्तन पइ चलत हउँ।
16 मइँ तोहरे नियमन मँ आनन्द लेत हउँ।
मइँ तोहरे बचनन क नाहीं भूलब।
गिमेल
17 आपन सेवक, मोर बरे अच्छा करा
ताकि मइँ जी सकेउँ अउर तोहरे वचन पइ चलि सकेउँ।
18 हे यहोवा, मोर आँखी खोला तउ होइ सकत ह कि मइँ एका लखि सकत हउँ।
अउर तोहरी अद्भुत बातन पढ़ सकेउँ जेका तू किहा ह।
19 मइँ इ धरती पइ एक अनजाना परदेसी हउँ।
हे यहोवा, आपन सिच्छन क
मोसे जिन छिपावा।
20 मोर हमेसा तोहरे जरिए पइ बना भवा फइसलन क
अध्ययन क अभिलासा रखत हउँ।
21 हे यहोवा, तू अहंकारी जन क फटकारत ह।
ओन अहंकारी लोगन पइ बुरी बातन घटित होइहीं।
उ सबइ तोहरे आदेसन स मुरि गवा अहइँ।
22 लज्जा अउर अपमान क मोसे हटाइ द्या।
मइँ तोहरी करार क पालन किहेउँ ह।
23 हिआँ तलक कि नेता लोगन भी मोरे बरे बुरी बातन किहेन ह।
मुला मइँ तउ तोहार सेवक अहउँ।
मइँ तोहरे विधियन क समुझत हउँ।
24 तोहार करार मोर सर्वोत्तम मीत अहइ।
इ मोका नीक सलाह दिया करत ह।
परमेस्सर आपन लोगन क वापस लिआवत ह
54 हे बाँझ मेहरारू, तू खुस होइ जा।
तू गदेलन क जन्म नाहीं दिहा,
किन्तु फुन भी तोहका बहोत खुस होइ चाही।
यहोवा कहेस, “जउन मेहरारू अकेल्ली अहइ,
ओकर जियादा सन्तानन होइहीं
बनिस्बत उ मेहरारू क जेकरे लगे ओकर पति अहइ।”
2 आपन तम्बू फइलावा,
आपन दुआर पूरा खोला।
आपन तम्बू क बढ़इ स जिन रोका।
आपन रस्सियन बढ़ावा अउर खूँटन मजबूत करा।
3 काहेकि तू आपन बंस-बेल दाहिन अउ बाएँ फइलाई।
तोहार सन्तानन अनेकानेक रास्ट्रन क धरती क लइ लेइहीं
अउर उ सबइ सन्तानन ओन नगरन मँ फुन बसिहीं जउन बर्बाद भ रहेन।
4 तू ससाउ जिन, तू लज्जित नाहीं होबिउ।
आपन मन जिन हारा
काहेकि तोहका अपमानित नाहीं होइ क होइ।
जब तू जवान रहिउ,
तू लज्जित भइ रहिउ
किन्तु उ लज्जा क अब तू बिसरब्या।
अब तोहका उ लाज नाहीं याद राखब अहइ तू जेका उ काल मँ भोग्या रहा
जब तू आपन भतार खोया रह्या।
5 काहेकि तोहार भतार उहइ रहा!
जउन तोहका रचे रहा।
ओकर नाउँ सर्वसक्तिमान यहोवा अहइ।
उहइ इस्राएल क रच्छा करत ह, उहइ इस्राएल क पवित्तर अहइ
अउर उहइ समूची धरती क परमेस्सर कहवावत ह।
6 तू एक ठु अइसी मेहरारू क जइसी रहिउ जेका ओकर ही भतार तलाक दिहे रहा।
तोहार मन बहोत भारी रहा किन्तु तोहका यहोवा आपन बनावइ बरे बोलाए रहा।
तू उहइ मेहरारू क समान अहा जेकर बचपने मँ ही बियाह भवा
अउर जेका ओकर भतार तलाक दिहेस ह।
किन्तु परमेस्सर तू पचन्क आपन बनावइ बरे बोलाएस ह।
7 तोहार परमेस्सर कहत ह, “मइँ तोहका थोड़े समय बरे तजे रहेउँ।
किन्तु अब मइँ तोहका फुन स अपने पास आउब अउर आपन महा करुणा तोह पइ दर्साउब।
8 मइँ बहोत कोहाइ गवा अउर थोड़े स समय क बरे तोहसे छुप गवा
किन्तु आपन महाकरुणा स मइँ तोहका सदा चैन देब।”
तोहार उद्धारकर्ता यहोवा इ कहेस ह। परमेस्सर आपन लोगन स सदा पिरेम करत ह
9 परमेस्सर कहत ह, “इ ठीक वइसा ही अहइ जइसे नूह क काल मँ मइँ बाढ़ क जरिये दुनिया क दण्ड दिहे रहेउँ।
मइँ नूह क वरदान दिहेउँ कि फुन स मइँ दुनिया पइ बाढ़ नाहीं लाउब।
उहइ तरह तोहका, मइँ उ वचन देत हउँ, मइँ तोहसे कुपित नाही होब
अउर तोहसे फुन कठोर बचन नाहीं बोलब।”
10 यहोवा कहत ह, “चाहे पर्वत लुप्त होइ जाइँ
अउर इ पहाड़ियन रेत मँ बदल जाइँ
किन्तु मोर करुणा तोहका कबहुँ भी नाहीं तजी।
मइँ तोहसे मेल करब
अउर उ मेल क कबहुँ अंत न होइ।”
यहोवा तोह पइ करुणा देखावत ह अउर उ यहोवा ही उ सबइ बातन बताएस ह।
11 “हे नगरी, हे दुखियारी!
तोहका तूफानन सतायन ह
अउर कउनो तोहका चैन नाहीं दिहेस ह।
मइँ तोहार कीमती पाथरन स फुन स निर्माण करब।
मइँ तोहार नींव फिरोजन
अउ नीलम स धरब।
12 मइँ तोहार देवारन चुनइ मँ माणिक क लगाउब।
तोहरे दुआरन पइ दमकत भए रत्नन क जड़ब।
तोहरी सबहिं देवारन मइँ कीमती पाथरन स उठाउब।
13 तोहार सन्तानन यहोवा ब्दारा सिच्छित होइहीं।
तोहार सन्तानन क सम्पन्नता महान होइ।
14 मइँ तोहार निर्माण खरेपन स करब
ताकि तू दमन अउर अन्याय स दूर रहा।
फुन कछू नाहीं होइ जेहसे तू डरब्या।
तोहका नोस्कान पहोंचावइ कउनो भी नाहीं आई।
15 मोर कउनो भी सेना तोहसे कबहुँ जुद्ध नाहीं करी।
अउर जदि कउनो सेना तोह पइ चढ़ बइठइ क प्रयत्न करइ तउ तू उ सेना क पराजित कइ देब्या।
16 “लखा, मइँ लोहार क बनाएउँ ह। उ लोहे क तपावइ बरे धौंकनी धौकंत ह। फुन उ तपे लोहे स जइसे चाहत ह, वइसे औजार बनावत ह। उहइ प्रकार मइँ ‘विनासकर्ता’ क बनाएउँ ह जउन वस्तुअन क नस्ट करत ह।
17 “तोहका हरावइ बरे लोग हथियार बनइहीं किन्तु उ सबइ हथियार तोहका कबहुँ हराइ नाहीं पइहीं। कछू लोग तोहरे विरोध मँ बोलिहीं। किन्तु हर अइसे मनई क बुरा साबित कीन्ह जाइ जउन तोहरे विरोध मँ बोली।”
यहोवा कहत ह, “यहोवा क सेवकन क का मिलत ह ओनका निआव क विजय मिलत ह इ ओनका मोहसे मिलत ह।”
पूरब द बिद्वानन क आउब
2 यहूदिया क बैतलेहम मँ अब ईसू क जनम भवा तबहिं हेरेदेस राज्य करत रहा। कछू समइ बीत जाइ क पाछे कछू विद्वान जउन नछत्रन क बारे मँ पढ़त रहेन पूरब स यरूसलेम आएन। 2 उ पचे पूछेन, “नवा पइदा भवा बचवा कहाँ बाटइ जउन यहूदियन क राजा अहइ? हम ओकर नछत्र क अकासे मँ देखा ह। एह बरे हम पूछत अही। हम पचे ओकर आराधना करइ आइ अही।”
3 जबहिं राजा हेरोदेस इ सुनेस तउ उ बहोतइ बेचइन भवा। ओकरे साथे यरूसलेम क सब मनइयम फिकिर करइ लागेन। 4 तउ उ यहूदी समाज सब मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन क ऍकट्ठा कइके उ पचेन स पूछेस कि मसीह क जनम कहाँ होइ क अहइ? 5 उ पचे ओका बताएन, “यहूदीया क बैतलहम मँ काहेकि नबी पवित्तर सास्तरन मँ इ तरह लिखा बाटइ:
6 ‘ओ यहूदा क धरती प टिका अहा बैतलेम,
तू यहूदा क अधिकारियन मँ कउनो तरह स छोट नाहीं काहेकि
तोसे एक ठु राजा परगट होई जउन मोरे मनइनयम,
इस्राएल क देखभाल करी।’” (A)
7 तब हेरोदेस तारा गियान क पण्डितन क बोलाएस अउर ओनसे पूछेस, कि उ तारा ठीक समइ प कब देखॅाइ पड़ा? 8 फिन उ ओनका बैतलहम पठएस अउर कहेस, “जा, उ बचवा क बारे मँ नीक नीक पता लगावा अउर जब उ तू पचेन क मिलि जाइ तउ मोका बतावा जेहबरे मइँ भी आइके ओकर आराधना कइ सकउँ।”
9 फिन उ पचे राजा क बात सुनिके चल दिहेन। उ तारा जेका उ पचे अकासे मँ निकरा निहारे रहेन उ ओनके अगवा अगवा तब तलक गवा जब तलक उ ठउर पइ पहुँच नाहीं गएन जहाँ उ बचवा रहा। 10 जब उ पचे तारा क देखेन तउ उ सबइ आनंद स झूमि उठेन।
11 उ सबइ उ पचे घरवा क भीतर गएन अउर बचवा क अउर ओकरी महतारी मरियम क संग दरसन किहन। उ पचे सास्टांग दण्डवत करेन अउर ओकर आराधना करेन। फिन आपन कीमती चीजन्क पिटारी स सोना, लोहबान अउर इत्र क भेंट चढ़ाएन। 12 मुला परमेस्सर ओनका सपने मँ होसियार कइ दिहस कि उ पचे हेरोदेस क पास लौटि क न जाइँ। तउ उ सबइ एक दुसरे राहे स आपन देस लौट गएन।
ईसू क लइके माता-पिता क मिस्र जाब
13 जब उ पचे चल दिहन तउ यूसुफ क सपने मँ पर्भू क दूत परगट होइके कहेस, “उठा, बचवा क अउर ओकर महतारी क चुप्पे स लइके मिस्र भागि जा। जब ताई मइँ तोसे न कहउँ, हुवाँ ठहर्या। काहेकि हेरोदेस इ बचवा क जान स मरवावई बरे खोजी।”
14 तउ यूसुफ खड़ा भवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क रातोरात मिस्र क बरे चलि पड़ा। 15 फिन हुवाँ हेरोदेस क मउत तलक रुकि गवा। इ एह बरे भवा कि पर्भू जउन नबी स कहवाए रहा, उ पूरा होइ जाइ, “मइँ आपन पूत क मिस्र स बाहेर आवइ बरे कहेउँ।”(B)
बैतलहम क सब लरिकन क हेरोदेस जान स मरवाइ दिहस
16 हेरोदेस जबहिं इ देखेस कि तारा गियानी ओकरे संग इ चाल चलेन ह, तउ उ बहोत गुस्साइ गवा। जइसा तारा गियान क पण्डितन क बताइ भए क अनुसार उ हुकुम दिहस कि बैतलहम अउर ओकरे नगिचे क पहँटा मँ दुइ साल या एसे छोटवार लरिकन क जान स मरिवाइ दीन्ह जाइ। 17 नबी यिर्मयाह क कहा भवा बचन पूरा होइ ग:
18 “रामाह मँ दुःख भरा सब्द सुना गवा,
रोवइ अउर विलपइ क सुना।
राहेल रोवत रही आपन बचवन बरे
उ नाहीं चाहेस कि कउनो धीरा धखावइ
काहेकि ओकर सबइ बचवन मरि गवा रहेन।” (C)
ईसू क लइके यूसुफ अउर मरियम क मिस्र लउटब
19 फिन हेरोदेस क मउत क पाछे मिस्र मँ यूसुफ क सपन आवा ओहमाँ पर्भू क एक ठु दूत परगट भवा। 20 अउर सरगदूत ओसे कहेस, “उठि जा, बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल क धरती प जा काहेकि जउन बचवा क मार डावइ चाहत रहेन उ सबइ मर बिलाइ गएन।”
21 तब यूसुफ उठि गवा अउर बचवा अउर ओकर महतारी क लइके इस्राएल गवा। 22 मुला यूसुफ जब इ सुनेस कि यहूदिया प आपन बाप हेरोदेस क जगह प अरखिलाउस राज्य करत अहइ तउ उ हुवाँ जाइ स डेराइ गवा। किन्तु सपने मँ परमेस्सर स हुकुम मिले क पाछे उ गलील पहँटा बरे चल दिहस 23 अउर हुवाँ नासरत नाउँ क नगर मँ घर बनाइके रहइ लाग; एह बरे नबियन क कहा भवा बचन पूरा होइ जाइ, “उ नासरी” कहा जाइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.