M’Cheyne Bible Reading Plan
जुद्ध बरे नेम
20 “जब तू पचे आपन दुस्मनन क खिलाफ जुद्ध मँ जा, अउर आपन फउज स जियादा घोड़न, रथ, मनइयन क लखा, तउ तू पचन्क डेराइ नाहीं चाही। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे संग अहइ अउर उहइ एक अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर निकारि लिआवा।
2 “जब तू पचे जुद्ध क निचके आवा, तब याजक क लोगन क लगे जाइ चाही अउर ओनसे बात करइ चाही। 3 याजक कही, ‘इस्राएल क लोगो, मोरी बात सुना। आजु तू लोग आपन दुस्मनन क खिलाफ जुद्ध मँ जात अहा। आपन हिम्मत जिन तजा। जिन डरा। आतंकित जिन ह्वा। दुस्मनन स जिन डेराअ! 4 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर दुस्मनन क खिलाफ लड़इ बरे तोहरे संग जात अहइ। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहार रच्छा करी।’
5 “उ पचे अफसरन फउजियन स इ कइहीं, ‘का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जउन नवा घर बनाइ लिहे अहइ, मुला अब तलक ओका अर्पण नाहीं किहे अहइ? उ मनई क आपन घरे लउट जाइ चाही। उ जुद्ध मँ मारा जाइ सकत ह अउर तब दूसर मनई ओकरे घरे क अर्पित करी। 6 का कउनो मनई हिआँ अइसा अहइ जउन अंगूरे क बगिया लगाए अहइ, मुला अबहिं तलक ओसे कउनो अंगूर नाहीं पाएस ह? उ मनई क घर लउटि जाइ चाही। अगर उ मनई जुद्ध मँ मारा जात ह तउ दूसर मनई ओकरे बगिया क फले क भोग करी। 7 का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जेकरे बियाहे क क बात पक्की होइ चुकी अहइ। मुला उ लड़की क नाहीं बियाहेस ह? उ मनई क घरे लउटि जाइ चाही। अगर उ जुद्ध मँ मारा जात ह तउ दूसर मनई उ मेहरारु स बियाह करी जेकरे संग ओकरे बियाहे क बात पक्की होइ चुकी बाटइ।’
8 “अफसरन क लोगन स इ पूछइ चाही, ‘का हिआँ कउनो अइसा मनई अहइ जउन हिम्मत हरि चुका अहइ अउर डेरान अहइ। ओका घर लउटि जाइ चाही। तब उ दूसर फउजियन क हिम्मत हार जाइ मँ सहायक न होइ।’ 9 जब अफसर फउजियन स बात करब खतम कइ लेइ तब उ पचे लोगन क अगवाइ बरे सैनिक क सेनापतियन चुनइँ।
10 “जब तू पचे सहर पइ हमला करइ जा तउ हुआँ क लोगन क समन्वा सान्ति क प्रस्ताव रखा। 11 अगर उ पचे तोहार प्रस्ताव अंगिकार कइ लेत हीं अउर आपन फाटक खोलि देत हीं तब उ सहर मँ बसइयन सब लोग तोहार दास होइ जइहीं अउर तोहार काम करइ बरे मजबूर कीन्ह जइहीं। 12 मुला अगर सहर सान्ति प्रस्ताव अंगीकार करइ स इन्कार करत ह अउर तू सबन्स लड़त ह तउ तू सबन्क सहर घेरि लेइ चाही। 13 अउर जब यहोवा तोहार परमेस्सर सहर पइ तोहार कब्जा करावत ह तब तू पचन्क सबहिं मनसेधुअन क मारि डावइ चाही। 14 तू पचे आपन बरे मेहररुअन, गदेलन, गोरुअन अउर सहर क कउनो भी चीज लइ सकत ह। तू पचे इ सबइ चीजन्क बइपर सकत ह। यहोवा तोहार परमेस्सर इ सबइ चीजन तू पचन्क दिहे अहइ। 15 जउन सहर तोहरे प्रदेस मँ नाहीं अहइ अउर बहोत दूर अहइँ, ओन सबन्क संग तू पचे अइस बेउहार करब्या।
16 “मुला जब तू पचे उ सहर उ प्रदेस मँ लेत ह जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ तब तू पचन्क हर एक क मारि डावइ चाही। 17 तू पचन्क हित्ती, एमोरी कनानी, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी सबहिं लोगन्क पूरी तरह बरबाद कइ देइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर, इ करइ क तू पचन्क आदेस दिहे अहइ। 18 एह बरे तब उ पचे तू सबन्क यहोवा तोहारे परमेस्सर क खिलाफ घृणित कार्य क सिच्छा तू पचन्क नाहीं दइ सकत जउन उ पचे आपन देवतन क पूजा क समइ करत हीं।
19 “जब तू पचे कउनो सहर क खिलाफ जुद्ध करत रहब्या तउ तू पचे लम्बा समइ तलक ओकर घेरा डाए रहि सकत ह। तू पचन्क सहर क चारिहुँ कइँती क फलदार बृच्छन क नाहीं काटइ चाही। तू पचन्क एनसे फल खाइ चाही मुला काटिके भहरावइ नाहीं चाही। इ सबइ बृच्छ दुस्मन नाहीं अहइँ। एह बरे ओनके खिलाफ जुद्ध जिन लड़ा। 20 मुला ओन बृच्छन क काटि सकत ह जेनका तू पचे जानत अहा कि इ सबइ फलदार नाहीं अहइँ। तू पचे एनकइ उपयोग उ सहर क खिलाफ घेराबंदी मँ कइ सकत ह, जब तलक ओकर पतन न होइ जाइ।”
पाँचवा भाग
(भजन 107–150)
1 यहोवा क धन्यवाद द्या, काहेकि उ उत्तिम अहइ।
ओकर पिरेम हमेसा रहत ह।
2 हर कउनो अइसा मनई जेका यहोवा बचाएस ह, ऍन रास्ट्रन क कहा।
हर कउनो अइसा मनई जेका यहोवा आपन दुस्मनन स छोड़ाएस ओकर गुण गावा।
3 यहोवा आपन लोगन क बहोत स अलग-अलग देसन स बटोरेस ह।
उ ओनका पूरब अउ पच्छिम स, अउर उत्तर अउ दक्खिन स जुटाएस ह।
4 कछू लोग अइसे रेगिस्तान मँ खोइ गए रहेन जहाँ कउनो लोग नाहीं।
उ सबइ लोग अइसेन एक ठु नगर क खोज मँ रहेन।
मुला ओनका कउनो अइसा नगर नाहीं मिला।
5 उ सबइ लोग भुखान अउ पियासा रहेन
अउर उ पचे दुर्बल होत जात रहेन।
6 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
7 यहोवा ओनका सोझइ उ सहरन मँ लइ गवा जहाँ उ पचे बसि सकिहीं।
8 यहोवा क ओकरे विस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
9 पियासी व्यक्ति परमेस्सर क सन्तुट्ठी बरे
अउर उत्तिम वस्तुअन स भूखी व्यक्ति क पेट भरत ह।
10 कछू लोगन क कारावासन मँ राखेन, जहाँ बहोत अँधियारा रहा।
उ पचे कस्ट झेलेन, अउ जंजीर मँ बांध दीन्ह गएन।
11 काहेकि उ पचे परमेस्सर क वचन क खिलाफ बिद्रोह किहेन
अउर सर्वोच्च परमेस्सर क सलाह क सुनइ स नकारे रहेन।
12 उ ओनका कठिनाइयन देइके
उ पचन्क दिमाग क विनम्र बनाइ दिहेस।
उ पचे ठोकरन खाएन अउर उ पचे भहराइ पड़ेन,
अउर ओनका सहारा देइ क कउनो भी नाहीं मिला।
13 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
14 परमेस्सर ओनका ओनकर अँधियारे जेलन स उबार लिहस।
परमेस्सर उ सबइ जंजीरन, अउर बंधन क काटेस जेनसे ओनका बाँधा गवा रहा।
15 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
16 परमेस्सर हमार दुस्मनन क हरावइ मँ हमका मदद देत ह।
ओनकर काँसे क दुआरन क परमेस्सर तोड़ गिराइ सकत ह।
परमेस्सर ओनकर दुआरन पइ लगी भइ लोहा क आगल क छिन्न-भिन्न कइ सकत ह।
17 कछू मूरख लोग आपन अपराधन
अउ पापन क कारण पीरा झेलेन ह।
18 ओन लोग खइया क इच्छा तजि दिहेन
अउर उ पचे मरे भए स होइ गएन।
19 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
20 परमेस्सर आदेस दिहस अउर लोगन क चँगा किहस।
इ तरह उ पचन्क बर्बाद होइ स बच गएन।
21 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे
अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
22 ओनका यहोवा क धन्यवाद देइ बरे बलि अर्पित करइ द्या,
उ जउन किहे अहइ ओन बातन क आनन्द क संग बखाना।
23 कछू लोग आपन काम करइ
आपन नइयन स समुद्दर पार कइ गएन।
24 ओन लोगन अइसी बातन क लखेन ह जेनका यहोवा कइ सकत ह।
उ पचे ओन अद्भुत बातन क लखेन ह जेनका यहोवा सागर पइ किहे रहा।
25 परमेस्सर आदेस दिहस, फिन एक तेज हवा चलइ लाग।
बड़की स बड़की लहरन आकार लेइ लागिन।
26 लहरन ऍतना ऊपर उठिन
जेतना अकास होइ
तूफान ऍतना भयानक रहा कि लोग डेराइ गएन।
27 लोग लड़खड़ात रहेन, भहरान जात रहेन जइसे नसा मँ धुत होइँ।
खेवैया ओनकर बुद्धि जइसे बियर्थ होइ गइ होइ।
28 उ पचे संकट मँ रहेन, तउ उ पचे मदद पावइ क यहोवा क गोहराएन।
उ ओन सबइ क आपन संकटन स बचाइ लिहस।
29 परमेस्सर तूफान क रोकेस
अउर लहरन सान्त होइ गइन।
30 खेवैया खुस रहेन कि सागर सांत भवा होइ गवा।
परमेस्सर ओनका अहइ सुरच्छित ठउरे पइ लइ गवा जहाँ उ पचे जाइ चाहत रहेन।
31 यहोवा क ओकरे बिस्सस्नीय पिरेम बरे अउर ओन अद्भुत करमन बरे धन्यवाद द्या
जेनका उ सबइ लोगन बरे करत ह।
32 महान सभा क बीच ओनका ऊँच होइ द्या।
नेतन मिलन मँ ओकर बड़कई करइ द्या।
33 उ नदियन क रेगिस्ताने मँ बदल दिहस।
भुइँया सुखाइ बरे उ झरनन क प्रवाह क रोकेस।
34 परमेस्सर उपजाऊ भुइँया क बेकार क रेही भुइँया मँ बदल दिहस।
काहेकि हुआँ बसे दुट्ठ लोग बुरे करम किहे रहेन।
35 अउर परमेस्सर मरूभूमि क झीलन क धरती मँ बदलेस।
उ झुरान धरती स जल क स्रोत बहाइ दिहस।
36 परमेस्सर भूखे लोगन क उ अच्छी धरती पइ लइ गवा
अउर ओन लोग आपन रहइ बरे हुआँ एक ठु सहर बसाएन।
37 फिन ओन लोग आपन खेतन मँ बीजन क रोप दिहन।
अउर अगूंर क बगिया लगाएन, अउर उ पचे एक उत्तिम फसिल पाइ लिहन।
38 परमेस्सर ओन लोगन क आसीर्बाद दिहस।
ओनकर परिवार फलइ-फूलइ लोगन।
ओनके लगे बहोत सारे पसु भएन।
39 भयानक महामारी अउर संकट क कारण
ओनकर परिवार नान्ह अउर कमज़ोर होइ गएन।
40 परमेस्सर ओनकर प्रमुखन क कुचरि दिहस अउर बेज्जत किहे रहा।
उ ओनका दिसाहीन रेगिस्ताने मँ भटकइ दिहेस।
41 मुला परमेस्सर तबहिं ओन दीन लोगन क ओनकर बिनती स बचाइके निकारि लिहस।
अब तउ ओनकर घरानन बड़वार अहइँ, ओतना बड़वार जेतना भेड़िन क झुण्ड।
42 इमानदार मनइयन एका देखत हीं अउर आनन्दित होत हीं,
किन्तु दुट्ठ लोग एका लखत हीं आपन मुँह बंद रखत हीं।
43 एक विवेकी मनई ओन बातन क धियान देत ह।
अउर जउन कउनो मनई बुद्धिमान अहइ, यहोवा के सच्चा पिरेम क बारे मँ जान जाइहीं।
बाबुल क परमेस्सर क संदेस
47 “हे बाबुल क कुँवारी पुत्री,
खाले धूरि मँ गिरि जा अउर हुँवा पइ बइठ जा।
अब तू रानी नाहीं अहा।
लोग अब तोहका कोमल अउर सुन्नर नाहीं कहा करिहीं।
2 अब तोहका आपन कोमल ओढ़ना उतारिके कठिन परिस्रम करइ चाही।
अब तू चक्की ल्या अउर ओह पइ आटा पीसा।
तू आपन घाघरा इतना ऊपर उठावा कि लोगन क तोहार टाँगन देखाइ लग जाइँ अउर नंगी टाँगन स तू नदी पार करा।
तू आपन देस तजि द्या।
3 लोग तोहरे बदन क लखिहीं अउर उ पचे तोहार भोग करिहीं।
तू अपमानित होबू।
मइँ तोहसे बुरे कर्मन क मोल देवाउब जउन तू किहा ह।
तोहरी मदद क कउनो भी मनई अगवा नाहीं आइ।”
4 “मोर लोग कहत हीं, ‘परमेस्सर हम लोगन क बचावत ह।
ओकर नाउँ, इस्राएल क पवित्तर सर्वसक्तीमान अहइ।’
5 “हे बाबुल, तू बइठ जा अउर कछु भी जिन कहा।
बाबुल क बिटिया, चली जा अँधियारा मँ।
काहेकि अब तू अउर जियादा ‘राज्जन क रानी’ नाहीं कहवाई।
6 “मइँ आपन लोगन पइ किरोध किहे रहेउँ।
इ सबइ लोग मोर आपन रहेन,
किन्तु मइँ कोहान रहेउँ, एह बरे मइँ ओका अपमानित किहेउँ।
मइँ ओनका तोहका दइ दिहेउँ, अउर तू ओनका दण्ड दिहा।
तू ओन पइ कउनो करुणा नाहीं दर्साया
अउर तू ओन बूढ़न पइ भी बहुत कठिन काम क जुआ लाद दिहा।
7 तू कहा करत रहिउ, ‘मइँ अमर हउँ मइँ सदा रानी रहब।’
किन्तु तू ओन बुरी बातन पइ धियान नाहीं दिहा
जेनका तू ओन लोगन क संग किहे रह्या।
तू कबहुँ नाहीं सोच्या कि पाछे का होइ।
8 एह बरे अब, ओ ‘मनोहर मेहरारू,’ मोर बात तू सुन ल्या।
तू आपन क सुरच्छित जाना अउर अपने आप स कहा।
‘केवल मइँ ही महत्वपूर्ण मनई हउँ, मोरे समान कउनो दूसर बड़का नाहीं अहइ।
मोका कबहुँ भी विधवा नाहीं होब अहइ, मोरे सदैव बच्चन होत रहिहीं।’
9 इ सबइ दुइ बातन तोहरे संग मँ घटित होइहीं:
पहिले, तोहार बच्चन तोहसे छूट जइहीं अउर फुन तोहार पति भी तोहसे छूट जाइ।
हाँ, इ सबइ बातन तोहरे संग जरूर घटिहीं।
तोहार सबहिं जादू अउर सक्तीसाली टोनन तोहका नाहीं बचाइ पइहीं।
10 तू बुरे काम करति अहा, फुन भी तू आपन क सुरच्छित समुझति अहा।
तू कहा करति अहा कि तोहार बुरे काम क कउनो नाहीं लखत।
तू बुरे काम करति अहा किन्तु तू सोचति अहा कि तोहार बुद्धि अउर तोहार गियान तोहका बचाइ लेइहीं।
तू खूद क सोचति अहा कि बस एक तू ही महत्वपूर्ण अहा।
तोहरे जइसा अउर कउनो भी दूसर नाहीं अहइ।
11 “किन्तु तोह पइ बिपत्तियन अइहीं।
तू नाहीं जानतिउ कि उ कब होइ जाइ, किन्तु बिनास आवत अहइ।
तू ओन बिपत्तियन क रोकइ बरे कछू भी नाहीं कइ पउबिउ।
तोहार बिनास ऍतना हाली होइ कि तोहका तक भी न चली कि का कछू तोहरे संग घट गवा।
12 जादू अउर टोना क सीखइ मँ
तू कठिन मेहनत करत भए जिन्नगी बिताइ दिहा।
तउ अब आपन जादू अउर टोना क चला।
संभव अहइ टोने टोटके तोहका बचाइ लेइँ।
समंव अहइ-ओनसे तू कउनो क डेराइ द्या।
13 तोहरे लगे बहोत स सलाहकार अहइँ।
का तू ओनकर सलाहन स तंग आइ चुकी अहइ?
तउ फुन ओन लोगन क जउन सितारन बाँचत ही, बाहेर पठवा।
जउन बताइ सकत हीं महीना कब सुरू होत ह।
तउ संभव अहइ उ पचे तोहका बताइ पाँवइ कि तोह पइ कब विपत्तियन पड़िहीं।
14 किन्तु उ सबइ लोग तउ खुद आपन क बचाइ नाहीं पइहीं।
उ पचे घासे क तिनकन जइसे भक स बरि जइहीं।
उ पचे ऍतना हाली बरिहीं कि अंगार तलक कउनो नाहीं बची जेहमाँ रोटी सेकी जाइ सकइ।
कउनो आगी तलक नाहीं बची जेकरे लगे बइठिके उ पचे खुद क गर्माइ लेइँ।
15 अइसा ही हर वस्तु क साथ मँ घटी जेनके बरे तू कड़ी मेहनत किहा।
तोहरे जिन्नगी भइ जेनसे तोहार वइपार रहा,
उ पचे ही मनइयन तोहका तजि देइहीं, हर कउनो आपन-आपन राह चला जाइ।
कउनो भी मनई तोहका बचावइ क नाहीं बची।”
जनावर प बइठी स्त्री
17 एकरे बाद ओन सात सरगदूतन, जउने क लगे कटोरा रहेन, ओहमाँ स एक ठु मोरे लगे आवा अउर बोलेस, “आवा, मइँ तोहका तमाम नदियन क किनारे बइठी उ महान वेस्या क दीन्ह जाइवाला दण्ड़ देखाई। 2 धरती क राजा ओकरे साथ सम्बंध बनाएन। अउर जउन मनई धरती प रहत हीं, उ पचे ओकरी विलास मदिरा स मतवाला होइ गएन।”
3 फिन मइँ आतिमा क कहे क मान कीन्ह अउर उ सरगदूत मोका बीहड़ जंगल मँ लइ गवा जहाँ मइँ एक स्त्री क लाल रंग क एक अइसे जानवर प बइठा देखेउँ जउने प परमेस्सर क बरे गारी लिखी गइ रही। ओकरे सात मूँड़ रहेन अउर दस सींग रहेन। 4 उ स्त्री बइजनी अउर लाल रंग क कपरा पहिने रही। उ सोने, बेसकीमती रत्नन अउर मोतिअन स सजी रही। उ अपेन हाथ मँ सोने क एक कटोरा लिहे रही जउन बुरी बातन अउर वेस्यापन क बुराई स भरा रहा। 5 ओकरे माथे प एक निसानी रही जेहकर गुप्त अरथ अहइ:
महान बाबुल क
सबइ महतारी वेस्या
अउर धरती प होइवाली सब बुराईयन क पइदा करइवाली।
6 मइँ देखेउँ कि उ स्त्री परमेस्सर क पवित्तर लोगन क खून पिए रही जउन ईसू क बरे अपने बिस्सास क साच्छी क बरे आपन प्राण छोड़ दिहेन।
ओका देखके मइँ बड़े अचरज मँ पड़ गएउँ। 7 तबइ उ सरगदूतन मोसे पूछेस, “तू अचरज मँ काहे पड़ा अहा? मइँ तोहका इ स्त्री क अउर जउने जनावर प उ बइठी अहइ, ओकरे प्रतीक क समझावत अहउँ। सात सिर अउर दस सींगवाला इ जनावर 8 जउन तू देखे अहा, पहिले कबहूँ जिन्दा रहा, मुला अब जिन्दा नाहीं अहइ। फिन उ पताल स अबहीं निकरइवाला अहइ। अउर तबहिं ओकर बिनास होइ जाई। फिन धरती क उ मनई जउने क नाउँ दुनिया क सुरुआतइ स जीवन क पुस्तक मँ नाहीं लिखा ग अहइ, उ जानवर क देखके चकित होइहीं काहे बरे कि उ जिन्दा रहा, मुला अउर जिन्दा नाहीं अहइ, मुला फिन उ आवइवाला अहइ।
9 “इहइ उ जगह आटइ जहाँ बुद्धिमान मनइयन क बद्धि क जरुरत अहइ। इ सात सिर, उ सात पर्वत अहीं जउने प उ स्त्री बइठी अहइ। उ सात सिर, उ सात राजन क प्रतीक अहइ। 10 जउने मँ स पहिले पाँच क पतन होइ चुका अहइ, एक ठु अबे राज करत अहइ अउर दूसर अब तक आइ नाहीं बा। मुला जब उ आई तब उ बहुत कम समइ तलक रुकी। 11 उ जनावरन जउन पहिले कबहूँ जिन्दा रहा, मुला अउर जिन्दा नाहीं अहइ, खुदइ अठवाँ राजा अहइ जउन ओन सातउ मँ स एक अहइ, ओकइ बिनास होइवाला अहइ।
12 “जउन दस सींग तू देखे अहा, उ दस राजा अहीं, उ पचे अबहि तलक आपन सासन सुरु नाहीं कर अहइँ मुला जनावर क साथे एक घण्टा क बरे ओनका सासन करइ क अधिकार दीन्ह जाई। 13 इ दसउ राजन क एक्कइ उद्देस्य रहा कि उ आपन ताकत अउर आपन अधिकार उ जनावर क दइ देइँ। 14 उ मेमना क खिलाफ लड़ाई लड़िहइँ मुला मेमना अपने बोलाए, अपने स चुने अउर अपने बिस्सासियन क साथ मिलके ओनका हराइ देई। काहे बरे कि उ अउर प्रर्भूअन क प्रर्भू अउर राजा लोगन क राजा अहइ!”
15 उ सरगदूत मोसे फिन कहेस, “उ सबइ नदियन जउने क तू देखे रह्या, जहाँ उ वेस्या बइठी रही, तमाम खानदानन, समुदायन, जातियन अउर भाखन क प्रतीक अहइ। 16 उ दस सींग जउने क तू देख्या, अउर उ जनावर उ वेस्या स नफरत करिहइँ अउर ओकर सब चीज छीनके ओका नंगी छोड़ देइँहइँ। उ ओकर सरीर क खाइ जइहइँ अउर ओका आगी मँ जलाइ देइहइँ। 17 आपन प्रयोजन पूरा करइ क बरे परमेस्सर ओनके सबनके एक राय कइके, ओनके मन मँ इ बइठाइ दिहे अहइ, जइसे कि जब तक परमेस्सर क बचन पूरा न होइ जाइ, तब तक सासन करइ क आपन अधिकार उ जनावर क सौंप देइँ। 18 उ स्त्री जउने क तू देखे रह्या उ महानगरी रही, जउन धरती क राजन प सासन करत ह।”
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