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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
व्यवस्था विवरण 25

25 “अगर दुइ मनइयन मँ झगड़ा होइ तउ ओनका अदालत मँ जाइ चाही। निआवाधीस ओनके मोकदमा क फइसला करिही। ओनका निर्दोख क रिहा अउ दोसी क सजा देइ चाही। अगर अपराधी मनई पीटा जाइ जोग्ग अहइ तउ निआवाधीस ओका मुँहे क बल ओलारी। ओका निआवाधीस क समन्वा ओकरे अपराध क अनुसार ओतनी दाईं पीटा जाई चाही जेतना दाईं उचित होइ। कउनो मनई क चालीस दाई तलक पीटा जाइ सकत ह, मुला ओसे जियादा नाहीं। अगर उ ओहसे जियादा बार पीटा जात ह तउ एहसे पता चली कि उ मनई क जिन्नगी तोहरे बरे महत्वपूर्ण नाहीं।

“जब तू पचे अन्न क अलगावइ बरे गोरुअन क उपयोग करा तब ओनका खाइ स रोकइ बरे ओनके थूथुन क जिन बाँधा।

“अगर दुइ भाई एक संग रहत होइँ अउर ओनमाँ स एक ठुलाऔलाद मरि जाइ तउ मरे भए भाई क पत्नी क बियाह परिवार क बाहेर कउनो अजनबी स नाहीं होइ चाही। ओकरे भतारे क भाई क ओका पत्नी क रूप मँ लइ चाही अउर ओकर लगे जाइ चाही अउर ओकरे बरे भतार क भाई क कर्तव्य पूरा करइ चाही। तब जउन पहिलौटी पूत ओसे पइदा होइ उ मनई क मरे भाई क जगह लेइ। तब मरे भाई क नाउँ इस्राएल स बाहेर नाहीं कीन्ह जाइ। अगर उ मनई आपन भाई क पत्नी क अंगीकार करइ नाहीं चाहत, तब भाई क पत्नी क बइठकवाली जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे जाइ चाही। ओकरे भाई क पत्नी क नगर प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मोरे भतार क भाई इस्राएल मँ आपन भाई क नाउँ बनाए रखइ स इन्कार करत ह। उ मोरे बरे आपन भाई क कर्तव्य क पूरा नाहीं करी।’ तब नगर-प्रमुखन क उ मनई क बोलावइ चाही अउ ओसे बात करइ चाही। अगर उ मनई जिद्दी अहइ अउर कहत बाटइ, ‘मइँ ओका अंगीकार करइ नाहीं चाहत हउँ।’ तब ओकरे भाई क पत्नी नगर प्रमुखन क समन्वा ओकरे लगे आवइ। उ ओकरे गो़ड़ स पनही उतारि लेइ अउर ओकरे मुँहे पइ थूकइ। ओका कहइ चाही, ‘इ उ मनई क कीन्ह जात इ कारज अहइ कि उ आपन भाई क परिवार न बसाइ।’ 10 तब उ भाई क परिवार, बुलावा जाब्या, ‘उ मनई क परिवार जउन आपन जूता पनही, उतार दिहस।’

11 “दुइ मनई आपुस मँ झगड़ सकत हीं। ओनमाँ एक क पत्नी आपन भतारे क मदद करइ आइ सकत ह। मुला ओका दूसर मनई क गुप्त अंगन क नाहीं धरइ चाही। 12 अगर उ अइसा करत ह तउ ओकर हाथ काट डावा, ओकरे बरे दुःखी जिन ह्वा।

13 “लोगन क धोखा देइ बरे जाली बटखरा जिन रखा। ओन बटखरन क उपयोग जिन करा जउन असली वजन स कमती या जियादा होइँ। 14 आपन घरे मँ ओन नाप जोख क न रखा जउन सही नाप जोख स बहोत बड़ा या बहोत नान्ह न होइँ। 15 तू पचन्क ओन बटखरन अउ नाप-जोख क बइपरइ चाही जउन सही अउर ईमानदारी क परिचायक अहइ। तू पचे उ देस मँ लम्बी उमिरवाला होब्या जेका यहोवा, तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। 16 यहोवा तोहार परमेस्सर ओनसे घिना करत ह जउन जाली बटखरा अउर नाप जोख बइपरिके धोखा देत बाटेन। हाँ, उ सबइ ओन सबहिं लोगन स घिना करत ह जउन बेईमानी करत हीं।

अमालेक क लोगन्क नस्ट कइ देइ चाही

17 “तू पचन क याद करइ चाही कि जब तू पचे मिस्र छोड़ेस तब अमालेक क लोग तोहरे संग का किहेन। 18 अमालेक क लोग परमेस्सर क सम्मान नाहीं किहन। उ पचे तू पचन्क पइ पाछे स तब हमला किहन जब तू पचे थका भवा अउर कमजोर रह्या। उ पचे तोहरे ओन सब लोगन्क मार डाएन जउन सुस्त होइके पीछे चलत रहेन। 19 एह बरे तू लोगन्क अमालेक क लोगन्क याद क संसारे स मेट देइ चाही। इ तू लोग तब करब्या जब उ देस मँ जाब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। हुआँ उ पचे तू सबन्क चारिहुँ कइँती क दुस्मनन स छुटकारा दिअइहीं। मुला अमालेकियन क नास करब जिन बिसरा।

भजन संहिता 116

मइँ यहोवा स पिरेम करत हउँ जब उ मोर पराथनन क सुनत ह
    अउर एकर जवाब देत ह।
मइँ ओका पिरेम करत हउँ काहेकि उ मोर सुनत ह।
    मइँ आपन सारी जिन्नगी ओका मदद बरे बुलावत हउँ।
मइँ लगभग मरि चुका रहेउँ।
    मोरी चारिहुँ कइँती मउत क रस्सा बँधि चुका रहेन।
    कब्र मोका लीलत रही।
    मइँ डेरान रहेउँ अउर मइँ चिंतित रहेउँ।
तब मइँ यहोवा क ओकर मदद लेइ बरे गोहराएउँ,
    मइँ कहेउँ, “यहोवा, मेहरबानी कइक मोका बचाइ ल्या।”
यहोवा खरा अहइ अउर दया स पूर्ण अहइ।
    परमेस्सर करुणा स पूर्ण अहइ।
यहोवा असहाय लोगन क देख-रेख करत ह।
    मइँ परेसानी मँ रहेउँ अउर यहोवा मोका बचाएस।
हे मोर प्राण, फुन स आराम करा।
    काहेकि यहोवा तोहार देख-रेख करत ह।
हे परमेस्सर, तू मोर प्राण मउत स बचाया।
    मोर आँसुअन क तू रोक्या
    अउर गिरइ स तू मोका थाम लिहा।
जीवित लोगन क धरती मँ
    मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ।

10 मइँ लगातार बिस्सास बनाए राखेउँ हिआँ तलक कि जब मइँ कहि दिहे रहेउँ,
    “मइँ बहोत पीड़ा मँ होइ गवा रहेउँ।”
11 मइँ हिआँ तलक बिस्सास संभाले राखेउँ जब कि मइँ डेरान रहेउँ अउर मइँ कहेउँ,
    “सबहिं लोग झूठा अहइँ।”

12 मइँ भला यहोवा क ओन नीक कामन क बदले मँ का अर्पित कइ सकत हउँ
    जउन उ मोर बरे किहेस?
13 मइँ ओका पेय भेंट देब
    काहेकि उ मोका बचाएस ह।
    मइँ यहोवा पइ आस्रित रहब।
14 मइँ यहोवा क लोगन क समन्वा आपन बचन क पूरा करब
    जउन मइँ ओहसे किहे रहेउँ।

15 हिआँ तलक कि कउनो एक मउत भी ओन लोगन क जउन यहोवा बरे अपराध किहेन ह,
    ओकरे बरे बहोत महत्वपूर्ण अहइ।
16 हे यहोवा मइँ तोहार एक
    मेहरारु नउकर क सन्तान हउँ।
    हे यहोवा, तू ही मोका मोरे बंधन स अजाद किहा।
17 मइँ तोहका एक धन्यवाद बलि अर्पित करब।
    मइँ यहोवा क नाउँ स गोहराउब।
18 मइँ यहोवा क लोगन क समन्वा आपन वचन क पूरा किहेउँ ह
    जउन मइँ ओहसे किहे रहेउँ।
19 मइँ यहोवा क मन्दिर क आंगन मँ जाब
    जउन यरूसलेम मँ अहइ।

यहोवा क क स्तुति करब।

यसायाह 52

इस्राएल क उद्धार होइ

52 जाग उठा! जाग उठा हे सिय्योन!
    आपन वस्त्र क धारण करा, तू आपन सक्ति स भरा।
हे पवित्तर यरूसलेम, तू खड़ा होइ जा।
    अइसे उ सबइ लोग जेनका परमेस्सर क अनुसरण करब कबूल नाहीं अहइ
    अउर जउन स्वच्छ नाहीं अहइँ, तोहमाँ फुन प्रवेस नाहीं कइ पइहीं।
तू धूरि झाड़ द्या, तू आपन सुन्नर ओढ़ना धारण करा।
हे यरूसलेम, हे सिय्योन क बिटिया, तू एक बन्दिनी रहिउ
    किन्तु अब तू खुद क आपन गटई मँ बँधी जंजीरन स मुक्त करा।
यहोवा क कहत ह,
    “तोहका धन क बदले मँ नाहीं बेचा गवा रहा,
    एह बरे जब मइँ तोहका आजाद करब तउ कउनो धन नाहीं देइ पड़ी।”

मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मोर लोग बस जाइ बरे पहिले मिस्र मँ गवा रहेन, अउर फुन उ पचे दास बन गएन। पाछे अस्सूर ओनका बेकार मँ ही दास बनाइ लिहे रहा। अब लखा, इ का होइ गवा अहइ। अब कउनो दूसर रास्ट्र मोरे लोगन क लइ लिहे अहइ। मोरे लोगन क लइ जाइ बरे इ देस कउनो भुगतान नाहीं किहे रहा। इ देस मोरे लोगन पइ हुकुमत करत ह अउर ओनकर हँसी उड़ावत ह। हुवाँ क लोग सदा ही मोरे बरे बुरी बातन कहा करत हीं।”

यहोवा कहत ह, “अइसा एह बरे भवा कि मोरे लोग मोरे बारे मँ जानइँ। मोरे लोगन क पता चलि जाइ कि मइँ कउन हउँ? मोरे लोग मोर नाउँ जान जइहीं अउर ओनका इ भी पता चल जाइ कि उ मइँ ही हउँ जउन ओनसे बोलन हउँ।”

सुसमाचार क संग पहाड़न क उपर स आवत भए संदेसवाहक क लखब निहचय ही एक अद्भुत बात अहइ। कउनो संदेसवाहक क इ घोसणा करत भए सुनब केतना अद्भुत अहइ: “हुवाँ सान्ति क निवास अहइ, हम बचाइ लीन्ह गए अही। तोहार परमेस्सर राजा अहइ।”

नगर क रखवारे जयजयकार करइ लागेन ह।
    उ पचे आपुस मँ मिलिके आनन्द मनावत अहइँ।
काहेकि ओनमाँ स हर एक यहोवा क सिय्योन क लउटिके आवत भए लखत अहइ।

यरूसलेम तोहार उ सबइ भवन जउन बर्बाद होइ चुके अहइँ फुन स खुस होइ जइहीं।
तू पचे सबहिं आपुस मँ मिलिके आनन्द मनउब्या।
    काहेकि यहोवा यरूसलेम पइ दयालु होइ जाइ, यहोवा आपन लोगन क उद्धार करी।
10 यहोवा सबहिं रास्ट्रन क ऊपर आपन पवित्तर सक्ति दर्साइ अउर सबहिं उ सबइ देस जउन दूर-दूर बसा अहइँ,
    लखिहीं कि परमेस्सर आपन लोगन क रच्छा कइसे करत ह।

11 तू लोगन क चाही कि बाबुल छोड़ जा।
    उ जगह छोड़ द्या।
हे लोगो, ओन वस्तुअन क लइ चलइवाले जउन उपासना क काम आवति हीं,
    अपने आप क पवित्तर करा।
    अइसी कउनो भी वस्तु जउन पवित्तर नाहीं ओका जिन छुआ।
12 तू पचे बाबुल तजब्या
    किन्तु हाली मँ तजइ क तू पचन्पइ कउनो दबाव नाहीं होइ।
    तू पचे चलिके बाहेर जाब्या अउर यहोवा तू पचन्क संग संग चली।
तू पचन्क क अगुवाई यहोवा ही करी
    अउर तोहार पचन्क रच्छा बरे इस्राएल क परमेस्सर पाछे-पाछे भी होइ।

परमेस्सर क सेवक कस्ट सहत

13 “मोरे सेवक कइँती लखा। इ बहोत सफल होइ। इ बहोत महत्वपूर्ण होइ। अगवा चलिके लोग ओका आदर देइहीं अउर ओकर सम्मान करिहीं। 14 किन्तु बहोत स लोग जब मोरे सेवक क लखेन तउ उ पचे भौचक्के रहि गएन। मोर सेवक एतना बुरी तरह स सतावा ग रहा कि उ पचे ओका एक मनई क रूप मँ बड़ी दिक्कत स पहचान पाएन। 15 किन्तु बहोत सारे रास्ट्रन भी चकित होइहीं। राजा ओका लखिके अचरजे मँ पड़ि जइहीं अउर एक सब्द भी नाहीं बोल पइहीं। उ मोर सेवक क बारे मँ नाहीं सुनी ही किन्तु जउन कछू भवा रहा उ पचे ओका लखे रहेन। उ लोग ओकर बारे मँ सुने भर नाहीं रहेन किन्तु ओका समझे रहेन।”

प्रकासित वाक्य 22

22 एकरे बरे उ सरगदूतन मोका जीवन देइवाली पानी क एक नदी देखाएस। उ नदी स्फटिक क तरह चमकत रही उ परमेस्सर अउर मेमना क सिंहासन क निकरत भइ नगर क गलियन स होत भइ बहत रही। नदी क दुहनउँ किनारे प जीवन पेड़ उगा रहेन। ओनके ऊपर हर साल बारह बार फल लगत रहेन। एकरे हर एक पेड़ प हर महीना एक फसल लगत रही अउर इ पेड़न क पत्तियाँ तमाम रास्ट्रन क रोग दूर करइ क बरे रहिन।

हुवाँ कउनो तरह क कउनो स्राप नाहीं होई। इस नगर मँ परमेस्सर अउर मेमना क सिंहासन हुवाँ बना रही। अउर ओकर नउकर ओनकइ आराधना करिहइँ। अउर ओकर मुख देखिहीं अउर नाउँ ओकरे माथे प होइ। हुवाँ कबहूँ रात न होइ। अउर न तउ सूरज अथवा दीपक क रोसनी क कउनो जरुरत पड़ी। काहे बरे कि ओनके ऊपर पर्भू परमेस्सर आपन रोसनी उड़इहइँ अउर उ हमेसा सासन करिहीं।

फिन सरगदूत मोसे कहेस, “इ बचनन क बिस्सास करइ लायक अउर सच्चा अहइँ। नबियन क, आतिमा क, परमेस्सर पर्भू, परमेस्सर क सेवकन क, जउन कछू जल्दी घटइवाला अहइ, ओका जतावइ क बरे आपन सरगदूत भेजे अहइ।” “सुना! मइँ जल्दी आवइवाला अहउँ। उ पचे धन्य अहइँ जउन इ किताब मँ दीन्ह उ बचनन क पालन करत हीं जउन भविस्सबाणी अही।”

मइँ यहून्ना अहउँ। मइँ इ बात सुनेउँ अउर देखे अहउँ। जब मइँ इ बात देखेउँ सुनेउँ तब उ सरगदूत क चरनन मँ गिर क मइँ ओकर आराधना कीन्ह जउन मोका इ बात देखावत रहा। उ मोसे कहेस, “सावधान, तू अइसा न करा! काहे बरे कि मइँ तउ तोहार, तोहार भाई नबियन क उन लोगन जउन इ किताब मँ लिखा बचनन क पालन करत हीं, एक साथी नउकर अहउँ। बस परमेस्सर क आराधना करा!”

10 उ मोसे फिन कहेस, “इ किताब मँ जउन भविस्सबाणी दीन्ह गइ अहइँ, ओनका छिपाय क न रखा, काहे बरे कि इ बातन क घटित होइ क समइ करीबइ अहइ। 11 जउन बुरा कारज करत चला आवत अहइँ, उ बुरा करत रहइँ जे गन्दा करत अहइँ, उ गन्दा करत रहइँ। जे धर्मि अहइँ उ धरम क कारज ही करत रहइँ।

12 “देखा! मइँ जल्दी आवइवाला अहउँ! सबहिं मनइयन क ओनके कर्मन क अनुसार देइ क प्रतिफल मोरे पास अहइ। 13 उ मइँ अलफा अहउँ अउर मइँ ओमेगा अहउँ। मइँ पहिला अहउँ अउर मइँ आखिरी अहउँ। मइँ आदि अहउँ अउर मइँ अन्त अहउँ।

14 “उ पचे धन्य अहइँ जउन अपने कपड़न क धोइ लेत हीं। ओनका जीवन-पेड़ क खाइ क अधिकार होई। ओन दरवाजन स होइके नगर मँ घुसइ क अधिकारी होईहीं। 15 मुला ‘कुत्ता,’ जादू-टोना करइवाले, व्यभिचारी, मूरत क पूजइवाले, या झूठ स पिरेम अउर ओनपइ अचरज करत अहइँ बाहेर रहिहीं।

16 “खुदइ मइँ ईसू, तोहरे पचे क बरे, अउर कलीसियन क बरे इ बातन क साच्छी देइ क बरे आपन सरगदूतन भेजेउँ। मइँ दाऊद क परिवार क बंसज अहउँ। मइँ भोर क दमकत तारा अहउँ।”

17 आतिमा अउर दुलहिन करत ह, “आवा!” अउर जउन व्यक्ति एका सुनत ह, उहउ कहइ, “आवा!” अउर जउन व्यक्ति पिआसा होइ उहइ आवइ अउर जे चाहे उहइ इ जीवन देइवाली जल क उपहार क बिना मुल्य क ग्रहण करइ।

18 मइँ सपथ खाईके ओन मनइयन क बरे चेताउनी देइत अहइँ जउन इ किताब मँ लिखा भविस्सबाणी क वचनन क सुनत ही: एहमाँ स जब कउनो अउर कछू जोड़ देइ तउ इ किताब मँ लिखा महाविनास परमेस्सर ओकरे ऊपर ड़ाई। 19 अउर जब नबियन क लिखी इ किताब मँ स कउनो सब्दन मँ स घटाई तउ परमेस्सर इ किताब मँ लिखा जीवन पेड़ अउर पवित्तर नगरी मँ स ओकर भाग ओसे छीन लीन्ह जाई।

20 ईसू जउन बातन क साच्छी अहइ, उ कहत ह, “हाँ! मइँ जल्दी आवत अहउँ।”

आमीन! पर्भू ईसू आवा।

21 पर्भू ईसू क अनुग्रह सबके साथ रहइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.