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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
व्यवस्था विवरण 8

यहोवा क सुमिरा

“तू पचन्क आजु मइँ जउन सबइ कानून क देत ह ओका मानइ मँ होसियार रहइ चाही। काहेकि तब तू पचे जिअत रहब्या। तोहार गनती जियादा स जियादा होत जाइ। तू पचे उ देस मँ जाब्या अउर ओहमाँ रहब्या जेका यहोवा तोहरे पुरखन क देइ क बचन दिहे अहइ। अउर तू पचन्क उ लम्बी जात्रा क याद रखइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर रेगिस्ताने मँ चालीस बरिस तलक कराएस ह। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका परिपूर्ण बनाएस ह। उ तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। अउर तोहार परीच्छा लइ चाहत रहा। उ पचे तोहार हिरदय क बारे मँ जानइ क चाहत रहा कि तू पचे ओकरे हुकुमन क पालन करब्या या नाहीं। यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनाएस अउ तू पचन्क भूखा रहइ दिहस। तब उ तू पचन्क मन्ना खियाएस जेका तू पचे पहिले स नाहीं जानत रह्या, यहाँ तक कि ओका तोहार पुरखन भी कबहुँ नाहीं लखे रहेन। यहोवा इ काहे किहस? काहेकि उ चाहत रहा कि तू पचे जान ल्या कि मनइयन सिरिफ रोटी प ही जिअत नाहीं रहत ह किन्तु यहोवा क मुहँ स निकरा भवा हर एक बातन पइ टिका रहत ह। इ सबइ पिछले चालीस बरिसन मँ तोहार ओढ़ना नाहीं निकलेन। तोहरे गोड़वन मँ चोट नाहीं लागेन काहेकि यहोवा तोहार रच्छा किहेन। एह बरे तोहका पचन्क जानइ चाही कि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क सिच्छा देइ अउ सुधारइ बरे उ सब वइसेन ही किहस जइसे कउनो पिता अपने बेटा क सिच्छा बरे करत ह।

“तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क आदेसन क मानइ चाही। ओकरे बताए भए राहे पइ जीवन बितावा अउ ओकर मान करा। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क एक ठु नीक देसे मँ लइ जात अहइ, अइसे देस मँ जेहमाँ नदियन, फव्वारन अउ झरणा घाटियन अउ पहाड़ियन मँ बहत ह। इ अइसा देस अहइ जेहमाँ गोहूँ, जउ, अंगूरे क सबइ बेल, अंजीरे क बृच्छ अउ अनार होत हीं। इ अइसा देस अहइ जेहमाँ जइतून क तेल अउ मधु होत ह। हुआँ तू पचन्क बहोत जियादा भोजन मिली। तू पचन्क हुआँ कउनो चीज क कमी नाहीं होइ। इ अइसा देस अहइ जहाँ लोहा क चट्टान अहइँ। तू पचे पहाड़ियन स ताँबा खन सकत ह। 10 तोहरे पचन्क खाइ बरे खूब जियादा होइ अउर तू पचे संतुट्ठ होब्या। तब तू पचे आपन परमेस्सर क तारीफ करब्या कि उ तू पचन्क अइसा बढ़िया देस दिहस।

यहोवा क कारजन क जिन बिसरा

11 “होसियार रहा, यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। होसियार रहा कि आज मइँ जउने हुकुमन क, कानूनन अउ नेमन क दइ देत हउँ ओनका माना। 12 तू पचे खाब्या अउ संतट्ठ रहब्या। तू पचे बढ़िया मकान बनउब्या अउर ओनमाँ रहब्या। 13 तोहार लगे गोरुअन अउर भेड़िन क बहोत बड़का झुण्ड होइहीं, तू पचे जियादा स जियादा सोना अउ चाँदी पउब्या। तोहरे लगे बहोत स चिजियन होइहीं। 14 जब अइसा होइ तउ तू पचन्क होसियार रहइ चाही कि तू पचन्क घमण्ड न होइ। तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क नाहीं बिसरइ चाही। उ तू पचन्क मिस्र स बाहर लाएस ह, जहाँ तू पचे गुलाम रह्या। 15 यहोवा तू पचन्क बहोतइ बड़का अउ खउफनाक रेगिस्ताने स लिआवा। हुवाँ जहरिला साँप अउ बीछू उ रेगिस्ताने मँ रहेन। जमीन झुरान रही अउ कतहूँ पानी नाहीं रहा। मुला यहोवा तोहका कठोर चट्टान स पानी बाहेर निकारि के दिहेस। 16 रेगिस्ताने मँ यहोवा तू पचन्क मन्ना खिआएस, अइसी चीज जेका तोहार पुरखन कबहुँ नाहीं जान पाएन। यहोवा तोहार परीच्छा लिहस। काहेकि यहोवा तू पचन्क बिनम्र बनवइ चाहत रहा। उ चाहत रहा कि आखीर मँ तोहार सबन्क भला होइ। 17 आपन मने मँ कबहुँ अइसा जिन सोचा कि, ‘मइँ इ सारी सम्पति आपन सक्ती अउ जोग्गता स पाएउँ ह।’ 18 यहोवा आपन परमेस्सर क सुमिरा। उहइ एक बाटइ जउन तू पचन्क सम्पत्ति प्राप्त करइ क सक्ती देत ह। यहोवा अइसा काहे करत ह? काहेकि उ तोहरे पुरखन क संग कीन्ह गइ वाचा क पूरा करइ क चाहत ह। उ आजु उहइ करत ह जउन उ वाचा किहे रहा।

19 “यहोवा आपन परमेस्सर क जिन बिसरा। कउनो दूसर देवता क पाछा जिन करा। ओकर पूजा या सेवा जिन करा। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ तू पचन्क आज चितउनी देत हउँ कि तू पचे निस्चय ही नस्ट कइ दीन्ह जाब्या। 20 यहोवा तोहरे बरे दूसर रास्ट्रन क नास करत अहइ। तू पचे भी ओनहीं रास्ट्रन क नाई बरबाद होइ जाब्या जेनका यहोवा तोहरे समन्वा नास करत अहइ। इ होइ काहेकि तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क आग्या क मान्या नाहीं।

भजन संहिता 91

उ जउन कउनो सर्वोच्च परमेस्सर क सरण मँ रहत ह,
    तउ उ सर्वसक्तिमान परमेस्सर क सुरच्छा मँ रहत ह।
मइँ यहोवा स कहत हउँ, “तू मोर सुरच्छा स्थल अहा मोर गढ़।
    हे परमेस्सर, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।”
यहोवा तोहका सबहिं छिपे भए खतरा स बचाइ।
    उ तोहका सब खउफनाक विपत्तियन स बचाइ।
तू परमेस्सर क सरण मँ संरच्छण पावइ बरे जाइ सकत ह।
    उ तोहार अइसे रच्छा करी जइसे एक ठु पंछी आपन पखना फइलाइके आपन बच्चन क रच्छा करत ह।
    परमेस्सर क बिस्सास एक बिसाल ढाल क नाईं अहइ जउन चारिहुँ कइँती स रच्छा करत ह।
राति मँ तोहका कउनो क भय नाहीं होइ,
    अउ दुस्मन क बाणन स तू दिन मँ डेराब्या नाहीं।
तोहका अँधियारे मँ आवइवालन रोगन
    अउ उ खउफनाक रोग स जउन दुपहर मँ आवत हीं डर नाहीं होइ।
तू हजार दुस्मनन क हराइ देब्या।
    तोहार खुद दाहिना हाथ दस हजार दुस्मनन क हराइ।
    अउर तोहार दुस्मन तोहका छुइ तलक नाहीं पइहीं।
जरा लखा, अउर तोहका देखाँइ देइ कि
    उ पचे कुटिल मनई सजा पाइ चुका अहइँ।
काहेकि तू यहोवा क भरोसे अहा।
    तू परम परमेस्सर क आपन सरणस्थल बनाया ह।
10 तोहरे संग कउनो भी बुरी बात नाहीं घटी।
    कउनो भी रोग तोहरे घर क नजदीक नाहीं आइ।
11 काहेकि परमेस्सर आपन सरगदूतन क तू जहाँ भी जाब्या हुआँ तोहार रच्छा करइ बरे नियुक्त करी।
12 ओकर सरगदूतन तोहका आपन हाथन पइ ऊपर उठइहीं,
    ताकि तोहार गोड़ चट्टान स न टकराइ।
13 तू कोबरा अउर नाग पइ बगैर कउनो नोस्कान क चलब्या;
    तू सेर अउर अजगर क कुचरब्या।
14 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सेवकन क रच्छा करब जउन मोहसे पिरेम करत ह।
    मइँ ओनॅ व्यक्ति क पालन-पोसन करब जउन मोर उपासना करत ह।”
15 उ सहारा पावइ बरे मोका गोहरइहीं, मइँ ओनकर जवाब देब।
    उ पचे जब कस्ट मँ होइहीं मइँ ओनके संग रहब।
    मइँ ओनकर बचाव करब अउर ओनका आदर देब।
16 मइँ आपन व्यक्तियन क एक लम्बी उमिर क आसीस देब।
    अउर मइँ ओका ओकर आपन बचान क सक्ति दिखाउब।

यसायाह 36

अस्सूर क यहूदा पइ हमला

36 हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा अउर सन्हेरीब अस्सूर क राजा रहा। हिजकिय्याह क सासन क चउदहवें बरिस मँ सन्हेरीब यहूदा क किलाबन्द नगरन स जुद्ध किहन अउर उ ओन नगरन क हराइ दिहन। लाकीस स सन्हेरीब आपन सेनापति अउर बहोत सारे सेना क यरूसलेम मँ यहूदा क राजा हिजकिय्याह क लगे आपन माँगन क बतावइ बरे पठएस। उ ऊपरवाले तालाब क कइँती जात भवा नाला[a] पइ रुक गएस जउन धोबी लोगन क खेत क सड़क पइ रहा।

यहूदा क तीन अधिकारी ओसे मिलइ बरे गएन। इ सबइ लोग रहेन: महल क देखरेख करइवाला हिल्किय्याह क पूत एल्याकीम, लिपिकार सेब्ना, अउर कागजात क संभारिके रखइ क काम करइवाला आसाप क पूत योआह।

सेनापति ओनसे कहेस, “तू लोग, राजा हिजकिय्याह स जाइके इ सबइ बातन कहा: महान राजा अस्सूर क राजा कहत ह:

“‘तू आपन सहायता बरे कउने पइ भरोसा रखत ह? मइँ तू पचन्क बतावत हउँ कि जदि जुद्ध मँ तोहार बिस्सास सक्ति अउर वुसल जोजनन पइ अहइ तउ उ बेकार अहइ। उ सबइ कोरे सब्दन क अलावा कछू नाहीं अहइँ। एह बरे तू मोहसे काहे जुद्ध करत अहा? अब मइँ तोहसे पूछत हउँ, तू मदद पावइ बरे कउने पइ भरोसा करत अहा? का तू मदद बरे मिस्र क सहारे अहा? मिस्र तउ एक टूटी भइ लाठी क नाई अहइ। जदि तू सहारा पावइ क ओह पइ टिकब्या तउ उ तू पचन्क बस नोस्कान ही पहोंचाइ अउर तोहरे हाथे मँ एक ठु छेद बनाइ देइ। मिस्र क राजा फिरौन पइ कउनो भी मनई क जरिये मदद पावइ क भरोसा नाहीं कीन्ह जाइ सकत।

“‘मुला होइ सकत ह तू कहा, “हम मदद पावइ बरे आपन यहोवा परमेस्सर पइ भरोसा रखित ह।” किन्तु मइँ सुना अहइ कि हिजकिय्याह यहोवा क वेदियन क अउर आराधना क ऊँच ठउरन[b] क बर्बाद कइ दिहस ह अउर यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन स कहेस, “तू हिआँ यरूसलेम मँ बस एक इहइ वेदी पइ उपासना किया करब्या।”

“‘अगर तू अब भी मोर सुआमी स जुद्ध करइ चाहत अहा तउ अस्सूर क राजा तोहसे इ सौदा करइ चाही: राजा क कहब अहइ, जदि जुद्ध मँ तोहरे लगे घुड़सवार पूरा अहइँ तउ मइँ तू पचन्क दुइ हजार घोड़न दइ देब। किन्तु एतना होइ पइ तू मोर सुआमी क एक सेवक तलक क नाहीं हराइ पउब्या। ओकर कउनो नान्ह स नान्ह अधिकारी तलक क तू नाहीं हराइ पउब्या। एह बरे तू मिस्र क घुड़सवार अउर रथन पइ आपन भरोसा काहे बनाए रखत अहा।

10 “‘अउर अब लखा जब मइँ इ देस मँ आवा रहेउँ अउर मइँ जुद्ध किहे रहेउँ, यहोवा मोरे संग रहा। जब मइँ नगरन क उजाड़ेउँ, यहोवा मोरे संग रहा। यहोवा मोहसे कहा कहत रहा, “खड़ा ह्वा। इ नगरी मँ जा अउर एक ध्वस्त कइ द्या।”’”

11 यहूदा क तीनहुँ अधिकारियन, एल्याकीम, सेब्ना अउर योआह सेनापति स कहेस, “कृपा कइके हमरे संग अरामी भासा मँ ही बात करा ताकि एका हम समुझ सकित। तू यहूदी भासा मँ हम से जिन बोला। जदि तू यहूदी भासा क प्रयोग करब्या, तउ नगर दीवारे क पार क सबहिं लोग एका समुझ जइहीं।”

12 एह पइ सेनापति कहेस, “मोर सुआमी मोहसे इ सबइ बातन बस तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क सुआमी हिजकिय्याह क ही सुनावइ बरे नाहीं पठएस ह। मोर सुआमी मोका एन बातन क ओनका बतावइ बरे पठएस ह जउन लोग नगर परकोटन पइ बइठा अहइँ। ओन लोगन क न तउ पूरा खइया क मिलत ह अउर न पानी। तउ ओनका आपन मलमूत्र क तोहरे पचन्क तरह खाब-पिअब होइ।”

13 फुन सेनापति खड़ा होइके ऊँच सुर मँ कहेस। उ यहूदी भासा मँ बोला। सेनापति कहेस,

“महासम्राट अस्सूर क राजा क सब्दन क सुना: 14 तू आपन खुद क हिजकिय्याह क जरिये मूरख जिन बनइ द्या, उ तू पचन्क बचाइ नाहीं पाइ। 15 हिजकिय्याह जब इ कहत ह, ‘यहोवा मँ बिस्सास राखा। यहोवा अस्सूर क राजा हमार रच्छा करी। यहोवा अस्सूर क राजा क हमरे नगर क हरावइ नाहीं देइ तउ ओह पइ बिस्सास जिन करा।’

16 “हिजकिय्याह क एन सब्दन क अनसुनी करा। अस्सूर क राजा क सुना। अस्सूर क राजा क कहब अहइ, हमका एक ठु सन्धि करइ चाही। तू लोग नगर स बाहेर निकरिके मोरे लगे आवा। फुन हर मनई आपन घरे जाइ क अजाद होइ। हर मनई आपन अंगूर क बेलन स अंगूर खाइ क अजाद होइ अउर हर मनई आपन अंजीर क बृच्छन क फल खाइ क अजाद होइ। खुद आपन कुआँ क पानी पिअइ क हर मनई अजाद होइ। 17 जब तलक मइँ आइके तू पचन्क तोहरे पचन्क जइसे एक देस मँ न लइ जाउँ, तब तलक तू पचे अइसा करत रहि सकत ह। उ नवा देस मँ तू पचे बढ़िया अनाज अउर नवा दाखरस पउब्या। उ धरती पइ तू पचन्क रोटी अउ अंगूर क खेत मिलिहीं।

18 “हिजकिय्याह क तू आपन क मूरख जिन बनावइ द्या। उ कहत ह, ‘यहोवा हमार रच्छा करी।’ किन्तु मइँ तोहसे पूछत हउँ का कउनो दूसर देस क कउनो भी देवता हुवाँ क लोगन क अस्सूर क राजा क सक्ति स बचाइ पाइ नाहीं। हम हुवाँ क हर मनई क हराइ दीन्ह। 19 हमात अउ अर्पाद क देवता आजु कहाँ अहइँ? ओनका हराइ दीन्ह गवा अहइ। सपर्वेम क देवता कहाँ अहइँ? उ सबइ हराइ दीन्ह ग अहइँ अउर का सोमरोन क देवता हुवाँ क लोगन क मोर सक्ति स बचाइ पाएन? नाहीं। 20 कउनो भी देस अथवा जाति क अइसे कउनो भी एक देवता क नाउँ मोका बतावा जउन हुवाँ क लोगन क मोर सक्ति स बचाएस ह। मइँ सबन्क हराइ दिहेउँ। एह बरे लखा मोर सक्ति स यरूसलेम क यहोवा नाहीं बचाइ पाइ।”

21 यरूसलेम क लोग एक दम चुप रहेन। उ पचे सेनापति क कउनो जवाब नाहीं दिहन। हिजकिय्याह लोगन क हुकुम दिहे रहा कि उ पचे सेनापति क कउनो जवाब न देइँ।

22 एकरे पाछे महल क देखरेख करइवाला हिल्किय्याह क पूत एल्याकीम लिपिकार सेब्ना अउर कागजात क संभारिके रखइ क काम करइवाला आसाप क पूत योआह इ देखावइ बरे कि उ दुःखी रहेन आपन ओढ़ना फाड़ि डाएन। उ पचे तीनउँ मनइयन हिजकिय्याह क लगे गएन अउर सेनापति जउन कछू ओनसे कहे रहा, उ सब ओका कहि सुनाएन।

प्रकासित वाक्य 6

मइँ देखे कि मेमना ओहमाँ स पहली मोहर तोड़ेस अउर तबहि ओन चार प्रानीयन मँ स एक क बादर क तरह गरजत आवाज मँ कहत सुनेउँ, “आ!” जउ मइँ आपन नजर उठाएउँ तउ पाएउँ कि मोरे सामने एक ठु सफेद घोड़ा रहा। घोड़ा क सवार धनुस लिए रहा। ओका विजय मुकुट दीन्ह गवा अउर उ विजय पावइ क बरे जीत पाइ क बाहर चला गवा।

जब मेमना दूसर मोहर तोड़ेस तउ मइँ दूसर प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” एह प आगी क तरह लाल रंग क एक अउर घोड़ा बाहेर आवा। एकरे ऊपर बइठे सवार क धरती स सान्ति छीन लेइ अउर एक दूसरे क हत्या करवावइ क बरे उकसावइ क अधिकार दीन्ह ग रहा। ओका एक ठु लम्बी तलवार दइ दीन्ह गइ।

जब मेमना तीसरी मोहर तोड़ेस तउ मइँ एक प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” जब मइँ आपन नजर उठाएउँ तउ हुवाँ मोरे सामने एक ठु काला घोड़ा खड़ा रहा। ओह प बइठे सवार क हाथे मँ एक तराजू रही। उही समइ मइँ ओन चारउ प्रानीयन क बीच स एक आवाज आवत सुनेउँ, जउन कहत रहा, “एक दिन क मजूरी क बदले एक दिन क खाइ क गोहूँ अउर एक दिन क मजूरी क बदले तीन दिन तक खाइ क जौ। मुला जैतून क तेल अउर दाखरस क नुकसान न पहुँचावा!”

इ फिन मेमना जब चौथी मोहर खोलेस तउ चौथे प्रानी क कहत सुनेउँ, “आवा!” फिन जब मइँ नजर उठाएउँ तउ मोरे सामने मरियल जइसा एक पीला रंग का घोड़ा खड़ा रहा। ओह प बइठके सवार क नाउँ रहा “मउत”। अउर ओकरे पाछे पाछे सटा चलत रहा अधोलोक। धरती क एक चौथाई हिस्सा प ओनका इ अधिकार दइ दीन्ह ग कि लड़ाई, अकाल, महामारी अउर धरती क हिंसक जानवर ओनका सबेन्ह क मार डावइँ।

फिन उ मेमना जउ पाँचवी मोहर तोड़ेस तब मइँ वेदी क नीचे ओन आतिमान क देखेउँ जेनके परमेस्सर क सुसंदेस कइँती आतिमा क अउर जउने साच्छी क उ पचे दिहे रहेन, ओकरे कारण हत्या कइ दीन्ह गइ। 10 जोर स आवाज देत उ पचे कहेन, “हे पवित्तर अउर सच्चा पर्भू! हमार हत्या करइ क बरे धरती क मनइयन क निआव करइ क अउर ओनका दण्ड देइ क बरे तू कब तक इन्तजार करत रहब्या?” 11 ओनमाँ स सबका एक सुफेद चोंगा दीन्ह गवा अउर ओनसे कहा गवा कि तनिक देर तक उ पचे समइ इ इन्तजार करइँ जब तलक ओनके ओन साथी सेवकन अउर भाइयन क तादाद पूरी होइ जात ह जेनकइ वइसेन हत्या कीन्ह जाइवाली अहइ, जइसेन तोहार कीन्ह ग रही।

12 फिन जब मेमना छठवी मोहर तोड़ेस तउ मइँ देखेउँ कि हुवाँ एक बहुत बड़ा भूचाल आवा भवा अहइ। सूरज अइसे काला होइ ग रहा जइसे बालन स बना कपड़ा होय जात ह। अउर पूरा चाँद खून क तरह लाल होइ जात ह। 13 आकास क तारा धरती प अइसा गिर ग रहेन जइसे कउनउँ तेज आँधी स झकझोर दिहे प अंजीर क पेड़ स कच्ची अंजीर गिर जात ही। 14 आसमान फटा पड़ा रहा अउर एक चर्मपत्र क तरह सिकुरिके लपट ग रहा। सब पर्वत अउर द्वीप अपनी अपनी जगह स डिग ग रहेन।

15 दुनिया क सम्राट, सासक, धनी, सक्तिसाली अउर सब लोग अउर सब मालिक अउर गुलाम अपने आपका चटृानन क बीच अउर गुफा मँ अपने आपका छिपाइ लिहे रहेन 16 उ पचे पर्वतन अउर चटृानन स कहत रहेन: “हमरे ऊपर गिर पड़ा अउर जउन मनई सिंहासन प बइठा अहइ ओकरे अउर मेमना क गुस्सा स हम पचे क बचाइ ल्या! 17 ओनकी गुस्सा क भयंकर दिन आय ग अहइ अइसा के अहइ जे एका झेल सकइ।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.