M’Cheyne Bible Reading Plan
कर्ज क खत्म करइ क खास त्यौहार
15 “हर सात बरिस क आखीर मँ, तू पचन्क कर्ज खतम कइ देइ चाही। 2 कर्ज क तू पचन्क इ तरह खत्म करइ चाही: हर एक मनई जउन कउनो इस्राएलियन क कर्ज दिहे अहइ आपन कर्ज खत्म कइ दे। ओका आपन भाई (इस्राएली) स कर्ज अदा करइ क नाहीं कहइ चाही। काहेकि यहोवा कहेस ह कि उ बरिस कर्ज खत्म कइ दीन्ह जात हँ। 3 तू पचे बिदेसी स आपन कर्ज वापस लइ सकत ह। मुला उ कर्ज क खत्म कइ देब्या जउन कउनो दूसर इस्राएली पइ अहइ। 4 मुला तोहरे पचन्क बीच कउनो गरीब मनई नाहीं रहइ चाही। काहेकि यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क उ भुइँया क बरदान देइ। जेेका तू कब्जा करिहीं। 5 इहइ होइ, अगर तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बातन क पूरी तरह मानब्या। तू पचन्क उ हर एक कानूनन क मानइ मँ सावधान रहइ चाही जेका मइँ तू पचन्क दिहे हउँ। 6 यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क आसीर्बाद देइ, जइसा कि उ बचन दिहे अहइ अउर तोहरे पचे बहोत स रास्ट्रन क कर्ज देइ बरे काफी धन होइ। मुला तू पचन्क कउनो स कर्ज लेइ क जरुरत नाहीं होइ। तू पचे बहोत स रास्ट्रन पइ सासन करब्या। मुला ओन रास्ट्रन मँ स कउनो रास्ट्र तोह पइ सासन नाहीं करब्या।
7 “जब तू पचे ओह देसे मँ रहब्या जेका यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ तब तोहरे लोगन मँ स एक गरीब होइ सकत ह। तू पचन्क स्वार्थी नाहीं होइ चाही। तू पचन्क उ गरीब मनई क मदद देइ स इन्कार नाहीं करइ चाही। 8 तू पचन्क ओका हाथ बटावइ क इच्छा रखइ चाही। तू पचन्क उ मनई क जेतने कर्ज क जरुरत होइ, तोहका प्रचूरता स देइ चाही।
9 “कउनो क मदद देइ स एह बरे इन्कार जिन करा, काहेकि कर्ज क सतवाँ बरिस निजके अहइ। इ तरह क बुरा विचार अपने मन मँ जिन आवइ द्या। तू पचन्क उ मनई क बरे बुरा विचार नाहीं रखइ चाही जेका मदद क जरुरत बाटइ। तू पचन्क ओकर मदद करइ स इन्कार नाहीं करइ चाही। अगर तू पचे उ गरीब मनई क कछू नाहीं देत्या तउ उ यहोवा स तोहरे खिलाफ सिकाइत करी अउर यहोवा तू पचन्क पाप क उत्तरदायी पाइ।
10 “गरीब क तू पचे प्रचूरता स द्या अउर ओका देइ क बुरा न माना। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर इ नीक काम बरे तू पचन्क आसीस देइ। उ तोहरे पचन्क सबहिं काम अउर जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ तोहार मदद करी। 11 देस मँ सदा गरीब लोग भी होइहीं। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्क आदेस देत अहउँ कि तू पचे आपन लोगन, जउन लोग तोहरे देस मँ गरीब अउर सहायता चाहत हीं, ओनका सहायता देइ बरे तइयार रहा।
सतएँ बरिस मँ दासन क अजाद करइ क नेम
12 “अगर तोहरे लोगन मँ स कउनो, हिब्रू मेहरारू या मनसेधू, तोहरे हाथे बेचा जाइ तउ उ मनई क तोहार सेवा छ: बरिस करइ चाही। तब सतएँ बरिस तू पचन्क ओका आपन स अजाद कइ देइ चाही। 13 मुला जब तू पचे आपन दास क अजाद करा तउ ओसे बगैर कछू लिए भए जिन जाइ द्या। 14 तू पचन्क दास क आपन झुण्ड स, अनाज स, अउ आपन दाखरस स, प्रचूरता स देइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क बहोतइ नीक चीजन क पाए पइ आसीर्बाद दिहेस ह। उहइ तरह तू पचन्क भी आपन दास क बहोत सारी चीजन क देइ चाही। 15 तू पचन्क याद रखइ चाही कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। यहोवा तोहार परमेस्सर तोहका पचन्क अजाद किहेस ह। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्स आजु इ करइ क कहत हउँ।
16 “मुला तोहरे दासन मँ स कउनो कहि सकत ह, ‘मइँ आप क नहीं तजब।’ उ अइसा एह बरे कहि सकत ह कि उ तू पचन्स, तोहरे परिवारे स पिरेम करत ह अउर उ तोहरे संग बढ़िया जिन्नगी बिताएस ह। 17 इ सेवक क आपन दुआरे स कान लगावइ द्या अउर एक ठु सूए क उपयोग ओकरे काने मँ छेद करइ बरे करा। तब उ सदा बरे तोहार दास होइ जाइ। तू पचे दासियन बरे भी इहइ करा जउन तोहरे हिआँ रहइ चाहत ह।
18 “तू सबइ आपन दास क अजाद करत समइ दुःखे क अनुभव जिन करा। याद रखा, उ छ: बरिस तलक तोहार सेवा, सामान्य मजदूर क दुई गुणा सेवा करइ कइ किहेस ह। यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचे जउन करब्या ओकरे बरे असीस देइ।
पहिला पइदा भवा जनावर क बाबत नेम
19 “तू पचे आपन झुण्ड अउ समूह मँ सबइ पहिला पइदा भवा जनावरन क यहोवा तोहार परमेस्सर क खास जनावर बनाइ द्या। ओनमाँ स कउनो बधँन क उपयोग आपन काम बरे जिन करा। इ भेड़न मँ स कउनो क ऊन जिन काटा। 20 हर साल तोहका गोरुअन क झुण्ड मँ पहिला पइदा भवा जनावर क बच्चा क उ ठउरे पइ लइ आवइ चाही जेका यहोवा चुनइ। हुआँ तू पचे अउ तोहरे परिवारे क लोगन क यहोवा तोहार परमेस्सर क मौजूदगी मँ ओन जनावरन क खइहीं।
21 “मुला अगर जनावरन मँ कउनो दोख होइ, या लंगड़ा, आँधर होइ या एहमाँ कउनो दोख होइ, तउ तू पचन्क ओका यहोवा आपन परमेस्सर क भेंट नाहीं चढ़ावइ चाही। 22 मुला तू पचे ओकर गोस आपन सहरन मँ खाइ सकत ह। ऍका कउनो मनई खाइ सकत ह, चाहे उ सुद्ध होइ चाहे असुद्ध। नीलगाय या हिरन क गोस खाइ पइ इहइ नेम लागू करा जउन इ गोस पइ लागू होत ह। 23 मुला तू पचन्क जनावरन क रकत नाहीं खाइ चाही। तू पचन्क खून क पानी क तरह भुइँया पइ बहाइ देइ चाही।
एक पीड़ित मनई क उ समय क पराथना जब उ आपन क टूटा भवा महसूस करत ह अउर आपन वेदना अउ कस्टे क यहोवा स कहि डाकइ चाहत ह।
1 हे यहोवा, मोर पराथना क सुना।
मोर पराथना क तोहे तलक आवइ द्या।
2 जब मइँ विपत्ति मँ रहेउँ मोका नज़र अंदाज़ जिन करा।
जब मइँ तोहार पराथना करेउँ तउ तू मोर सुना मोर पराथना क हाली जवाब द्या।
3 मोर जिन्नगी वइसे बीती रही जइसे उड़त भवा धुआँ।
मोर सक्ति अइसे अहइ जइसे धीरे धीरे बुझत आग।
4 मोर सक्ति छीन होइ चुकी अहइ।
मइँ वइसा ही अहउँ जइसा झुरान मुरझान घास।
आपन सबइ वेदना मँ मोका भूख नाहीं लागत।
5 दुःख क कारण,
मइँ सिरिफ चमड़ा अउर हड्डियन होइ गवा अहउँ।
6 मइँ अकेला अहउँ जइसे कउनो एकान्त निर्जन जगह मँ उल्लू रहत होइ।
मइँ अकेला अहउँ जइसे कउनो पुरान खण्डहर मँ उल्लू रहत होइ।
7 मइँ जाग कइ पूरी रात पहरा करत हउँ।
मइँ उ अकेले पंछी जइसा होइ गवा हउँ, जउन छते पइ बइठा भवा होइ।
8 मोर सत्रु सदा मोका बेइज्जत करत हीं,
अउर लोग मोर नाम लइके मोर हँसी उड़ावत हीं।
9 दुःख मोर खइया होइ गवा अहइ।
आँसू नीचे लुढ़किके मोर पिअइया बन जात ह।
10 काहेकि यहोवा तू मोसे रूठ गवा अहा।
तू ही मोका ऊपर उठाए रह्या, अउर तू ही मोका बहाइ दिहा।
11 मोर जिन्नगी क लगभग अंत होइ चुका अहइ।
वइसे ही जइसे साँझ क लम्बी छाया हेराइ जात हीं।
मइँ वइसा ही अहउँ जइसे झुरान अउ मुरझान घास।
12 मुला हे यहोवा, तू तउ सदा ही अमर रहब्या।
तोहार नाउँ सदा अउ सदा ही बना रही।
13 तोहार उत्थान होइ अउ तू सिय्योन क चइन देब्या।
उ समइ आवत अहइ, जब तू सिय्योन पइ कृपालु होब्या।
14 तोहार सेवकन सिय्योन क पाथरन स पिरेम करत हीं।
उ पचे ओकरे धूरि स भी पिरेम करत हीं।
15 रास्ट्रन यहोवा क नाउँ क आराधना करिहीं।
हे यहोवा, धरती क सबहिं राजा तोहार आदर करिहीं।
16 जब यहोवा फुन स सिय्योन क बनाई।
तउ उ आपन पूरी महिमा मँ परगट होइ।
17 जउन लोगन जिअत अहइ, उ ओनकर पराथना सुनीहीं।
उ ओनकर पराथनन क नज़र अंदाज़ नाहीं करी।
18 ओन बातन क लिखा ताकि भविस्स क पीढ़ी पढ़इ।
ताकि जउन लोग अवइ वाला समइ मँ पइदा होइहीं यहोवा क स्तुति करिहीं।
19 यहोवा आपन ऊँच पवित्तर ठउर स खाले निहारी
यहोवा सरण स खाले धरती पइ निहारी।
20 उ कैदी लोगन क पराथना सुनी।
उ ओन मनइयन क मुक्त करी जेनका राजा स मउत दीन्ह गइ रही।
21 फुन सिय्योन मँ लोग यहोवा क बखान करिहीं।
यरूसलेम मँ लोग यहोवा क गुण गइहीं।
22 अइसा तब होइ जब यहोवा लोगन क फिन बटोरी,
अइसा तब होइ जब राज्ज यहोवा क सेवा करिहीं।
23 मोर सक्ती मोका बिसराइ दिहस ह।
यहोवा मोर जिन्नगी घटाइ दिहस ह।
24 एह बरे मइँ कहेउँ, “मोर प्राण छोटी उमर मँ जिन ल्या।
हे परमेस्सर, तू सदा अउ सर्वदा अमर रहब्या!
25 पुराने जमाने मँ तू संसार रच्या ह।
तू खुद अपने हाथन स आकास रच्या।
26 इ जगत अउ आकास नस्ट होइ जइहीं, मुला तू ही सदा जिअत रहब्या।
उ सबइ ओढ़नन क नाई फट जइहीं।
ओढ़नन क नाई ही तू ओनका बदलब्या।
उ पचे सबहिं बदल दीन्ह जइहीं।
27 हे परमेस्सर, मुला तू कबहुँ नाहीं बदलत्या;
तू सदा बरे अमर रहब्या।
28 आज हम तोहार दास अही।
हमार संतान भविस्स मँ हिअँइ रइहीं
अउर ओनकर संतानन हिअँइ तोहार उपासना करिहीं।”
यहोवा क बिसेस सेवक
42 “मोरे दास क लखा।
मइँ ओकर हाथ सँभारेउँ ह।
उहइ एक अहइ जेका मइँ चुनेउँ ह,
मइँ ओहसे बहोत खुस हउँ।
मइँ आपन आतिमा ओह पइ रखत हउँ।
उ ही सब रास्ट्रन मँ निआव कइ सकत ह।
2 उ गलियन मँ जोर स नाहीं बोली।
उ नाहीं गोहराई अउर न चीखी।
3 उ विनम्र होब्या, उ कुचाल भवा सरकण्डा तलक क नाहीं तोड़ी।
उ टिमटिमात भइ लौ तलक क भी नाहीं बुझाई।
उ सच्चाई स निआव क कायम करी।
4 उ कमजोर या कुचरा भवा तब तलक नाहीं होइ
जब तलक उ निआव क दुनियाँ मँ न लइ आवइ।
दूर देसन क लोग ओकर सिच्छन पइ बिस्सास करिहीं।”
यहोवा जगत क सृजनहार अउर सासक अहइ
5 सच्चा परमेस्सर यहोवा इ सबइ बातन कहेस ह: (यहोवा अकासन क बनाएस ह। यहोवा अकास क धरती पइ तानेस ह। धरती पइ जउन कछू अहइ उ भी उहइ बनाएस ह। धरती पइ सबहिं लोगन पइ उहइ प्राण फूँक्त ह। धरती पइ जउन भी लोग चलत फिरत अहइँ, ओन सबन क उहइ जिन्नगी प्रदान करत ह।)
6 “मइँ, यहोवा, तोहका नीक मकसद स बुलाएस रहा!
मइँ तोहार हाथ थामब अउर तोहार रच्छा करब।
तू एक चिह्न इ प्रगट करइ क होब्या कि लोगन क संग मोर एक वाचा अहइ।
तू सब लोगन पइ चमकइ क एक प्रकास होब्या।
7 तू आँधरन क आँखी क प्रकास देब्य अउर उ सबइ लखइ लगिहीं।
अइसे बहोत स लोग जउन जेल मँ पड़ा अहइँ, तू ओन लोगन क अजाद करब्य।
तू बहोत स लोगन क जउन अँधियारा मँ रहत हीं, ओनका उ कारागार स तू बाहेर छुड़ाइ लउब्या।
8 “मइँ यहोवा हउँ।
मोर नाउँ यहोवा अहइ।
मइँ आपन महिमा दूसर क नाहीं देब।
मइँ आपन ओन मूरतियन क उ तारीफ जउन मोर अहइँ, नाहीं लेइ देब।
9 सुरू मँ मइँ कछू बातन जेनका घटब रहा, बताए रहेउँ
अउर उ सबइ घटि गइन।
अब तोहका उ सबइ बातन घटइ स पहिले ही बताउब
जउन अगवा चलिके घटिहीं।”
परमेस्सर क स्तुति
10 यहोवा बरे एक नवा गीत गावा,
तू पचे जउन दूर दराज क देसन मँ बसा अहा,
तू पचे जउन सागरे पइ जलयान चलावत अहा,
तू पचे समुद्दर क सबहिं जीवन, दूरवर्ती देसन क सबहिं लोगन,
यहोवा क यसगान करा।
11 हे रेगिस्तान एवं नगरन अउर केदार क गाँवन,
यहोवा क तारीफ करा।
सेना क लोगो, आनन्द बरे गावा।
आपन पर्वतन क चोटी स गावा।
12 यहोवा क महिमा द्या।
दूर देसन क लोगो ओकर यसगान करा।
13 यहोवा वीर योद्धा स बाहेर निकरी उ मनई स जउन जुद्ध बरे तत्पर अहइ।
उ बहोत उत्तेजित होइ।
उ पुकारी अउर जोर स ललकारी उ गोहराई अउर जोर स ललकारी
अउर आपन दुस्मनन क पराजित करी।
परमेस्सर धीरज रखत ह
14 “बहोत समय स मइँ कछू भी नाहीं कहेउँ ह।
मइँ अपने ऊपर नियन्त्रण बनाए रखेउँ ह अउर मइँ चुप रहेउँ ह।
किन्तु अब मइँ ओतने जोर से चिल्लाब जेतने जोर स बच्चे क जनत भए मेहरारू चिल्लात ह।
मइँ बहोत तेज अउर जोर स साँस लेब।
15 मइँ पर्वतन-पहाड़ियन क नस्ट कइ देब।
मइँ जउन पौधे हुवाँ उगत हीं।
ओनका झुराइ देबउँ, मइँ नदियन क झुरान धरती मँ बदल देबउँ।
मइँ जल क सरोवरन क सुखाइ देव।
16 फुन मइँ आँधरन क अइसी राह देखाँउब जेन पइ ओका कबहुँ नाहीं लइ जाइ गवा।
मइँ आँधर लोगन क अइसी जगह पइ लेइ जाब जहाँ उ पचे कबहुँ नाहीं भवा।
ओनके बरे मइँ अँधियारा क प्रकास मँ बदल देबउँ।
ऊँच नीच धरती क मइँ समथर बनाउब।
मइँ ओन कामन क करब जेनकर मइँ बचन दिहेउँ ह।
मइँ आपन लोगन क कबहुँ नाहीं तजब।
17 किन्तु कछू लोग मोर अनुसरण करी तजि दिहेन।
उ पचे सोना स मढ़ी मूरतियन पइ विस्सास कइके आपन-आप क लज्जित किहेन।
ओनसे उ पचे कहा करत हीं कि ‘तू पचे हमार देवतन अहा।’
उ पचे आपन लबार देवतन क बिस्सासी अहइँ।
किन्तु अइसे लोग बस निरास ही होइहीं!”
इस्राएल परमेस्सर क नाहीं सुनेस
18 “तू सबइ बहिर लोगन क मोर सुनइ चाही।
तू सबइ आँधर लोगन क एहर दृस्टि डावइ चाही अउर मोका लखइ चाही।
19 कउन अहइ ओतना आँधर जेतना मोर दास अहइँ? कउनो नाहीं।
कउन अहइ ओतना बहिर जेतना मोर दूत अहइ? जेका मइँ इ संसार मँ पठएउँ ह कउनो नाहीं।
इ आँधर कउन अहइ जेकरे संग मइँ वाचा किहेउँ?
इ पचे ऍतना आँधर अहइँ जेतना आँधर यहोवा क दास अहइ।
20 उ लखत बहोत ह,
किन्तु मोर हुकुम नाहीं मानत।
उ आपन कानन स साफ साफ सुनि सकत ह
किन्तु उ मोर सुनइ स इन्कार करत ह।”
21 यहोवा उहइ चाहत ह जउन ओकरे सेवक इस्राएल बरे बड़ियार होइ,
ऍह बरे उ (यहोवा) ओनका महान अउर अद्भुत उपदेस देत ह।
22 किन्तु ओनका कइँती लखा।
उ पचे हराइ दिहे गएन अउर ओनकर धन जुद्ध मँ लूटि लिहे गएन।
उ पचे सबहिं कारागार मँ बन्द कीन्ह गएन।
लोग ओनसे ओनकर धन छीनी लिहेन ह।
कउनो मनई ओकार रच्छा करइ क लाइक नाहीं अहा।
दूसर मनई ओकर धन क लूटि लिहेन।
कउनो मनई अइसा नाहीं जउन कहइ
“एका वापिस करा।”
23 तू पचन्मँ स का कउनो मनई एका सुनत ह? का तू पचन्मँ स कउनो क भी इ बात क परवाइ अहइ अउर का कउनो सुनत ह कि भविस्स मँ तू पचन्क साथ का होइवाला अहइ? 24 याकूब अउर इस्राएल क सम्पत्ति लोगन क कउन लेइ दिहस? यहोवा ही ओनका अइसा करइ दिहस। हम यहोवा क विरुद्ध पाप किहे रहे तउ यहोवा लोगन क हमार सम्पत्ति छोरइ दिहस? इस्राएल क लोग उस ढंग स जिअब नाहीं चाहत रहेन जउने ढ़ग स यहोवा चाहत रहा। इस्राएल क लोग ओकरी सिच्छा पइ कान नाहीं दिहन। 25 तउ यहोवा ओन पइ कोहाइ गवा। यहोवा ओनके खिलाफ भयानक लड़ाइयन लड़वाइ दिहस। इ अइसे भवा जइसे इस्राएल क लोग आगी मँ बरत होइँ अउर उ पचे जान ही न पाए होइँ कि का होत अहइ। इ अइसा रहा जइसे उ पचे बरत होइँ। किन्तु उ पचे जउन वस्तुअन घटत रहिन, ओनका समुझावइ क जतन ही नाहीं किहेन।
स्त्री अउर बडा क अजगर
12 एकरे बाद आसमान मँ एक बड़ी स निसानी परगट भइ: एक स्त्री दिखाई पड़ी जउन सूरज क धारन करे रही अउर चाँद ओकरे पाँव क नीचे रहा। ओकरे माथे प मुकुट रहा, जेहमाँ बारह तारा जड़ा रहेन। 2 उ गर्भवती रही। ओकर दिन निकटाइ ग रहा, इ बरे उ पीड़ा स कराहत रही।
3 सरग मँ एक निसानी प्रकट भइ। मोरे समन्वा एक ठु इ लाल रंग क बड़ा क अजगर खड़ा रहा। ओकरे सातउ क सिर प सात मुकुट रहेन। 4 ओकर पूँछ आकास क तारन क एक तिहाई हिस्सा क सपाटा मारिके धरती प नीचे फेंक दिहेस। उ स्त्री जउन बच्चा पइदा करइवाली रही ओकरे समन्वा उ अजगर खड़ा होइ गवा जइसे कि जउन बच्चा पइदा होइ, ओका उ खाइ जाइ।
5 फिन उ स्त्री एक बच्चा क जन्म दिहेस जउन कि लरका रहा। ओका सब जातिन प लोहे क दण्ड़ क साथ सासन करइ क रहा। मुला ओकर बच्चा क उठाइके परमेस्सर अउर ओकरे सिहांसन क समन्वा लइ जावा गवा। 6 अउर उ स्त्री सूनसान जंगल मँ भाग गइ। ओका एक अइसी जगह रखा गवा जउने क परमेस्सर उही बरे बनवाए रहा, जइसे कि ओका 1,260 दिन तक जीवित रखा जाइ सकइ।
7 फिन सरग मँ एक लड़ाई होइ लाग मीकाएल अउर ओकरे सरगदूतन क उ भयंकर अजगर स लड़ाई होइ लाग। उ अजगर भी ओकरे दूतन क साथ लड़ाई लड़ेस। 8 मुला उ ओनके ऊपर भारी नाहीं पड़ा अउर उ भयंकर अजगर अउर ओकर सरगदूतन सरग मँ आपन जगह खोइ दिहेन। 9 फुन उ अजगर सरग क नीचे डकेल दीन्ह गवा। इ उहइ पुरान महानाग बाटइ जेका दानव अउर सइतान कहा ग अहइ। इ पूरी दुनिया क ठगत ह हाँ, एका फिन धरती प ढकेल दिन्ह गवा।
10 फिन मइँ जोरदार आवाज मँ एक आकासबाणी क कहत सुनेउँ, “इ हमरे परमेस्सर क जीत क घड़ी अउर सासन बाटइ। उ आपन ताकत अउर संप्रभुता क जनवाइ देहेस। ओका मसीह आपन ताकत क देखाइ दिहेस काहेकि हमरे भाइयन प परमेस्सर क सामने दिन रात लांछन लगावइवाला क नीचे ड़केल दीन्ह गवा। 11 उ पचे मेमना क बलिदान क खून अउर ओकरी साच्छी स ओका हराइ दिहेन। उ पचे अपने प्राणन क गवाँइ देइ तलक अपने जीवन क परवाह नाहीं किहेन। 12 इ बरे हे सरग, अउर सरग मँ रहइवाले मनई खुसी मनावा! मुला हाय धरती अउर समुद्दर! तोहरे बरे केतना बुरा होई काहे बरे कि सइतान अउर हुवाँ उतरके गवा अहइ। उ गुस्सा स तमतमात अहइ। ओका पता अहइ कि अउर ओकरे पास अधिक समइ नाहीं अहइ।”
13 जब उ भयंकर अजगर देखेस कि ओका धरती प गिराइ दीन्ह ग अहइ तउ उ स्त्री क पीछा करइ लाग जउन कि बचवा क जनम दिहे रही। 14 मुला उ स्त्री क उकाब क दुइ ठु बड़ा बड़ा पखना दीन्ह ग रहेन जइसे कि उ रेगिस्तान मँ उड़ जाइ, जउन ओकरे बरे तइयार कीन्ह ग रहा। हुवउँ प भयंकर अजगर स दूर ओका साड़े तीन साल तक पालन पोषण कीन्ह जाइ क रहा। 15 तउ उ महानाग उ स्त्री क पाछे अपने मुँहे स नदी क तरह पानी क धारा बहाएस जइसेन कि उ ओहमाँ बूड़ जाइ। 16 मुला धरती आपन मुँह खोलके उ स्त्री क मदद किहेस अउर उ भयंकर अजगर जउने नदी क अपने मुँहे स निकारे रहा, ओका निगल लिहेस। 17 एकरे बाद तउ उ भयानक अजगर उ स्त्री क ऊपर बहुत गुस्सा करेस अउर ओकरे बचवन क साथ लड़ाई लड़इ क बरे चल पड़ा जउन कि परमेस्सर क हुकुमन क पालन करत ही अउर ईसू क साच्छी क धारण करत ही
18 अउर समुद्दर क किनारे जाइके खड़ा होइ गवा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.