M’Cheyne Bible Reading Plan
दूसर नेमन
22 “अगर तू पचे लखा कि तोहरे पड़ोसी क गइया या भेड़ी खुली बाटइ, तउ तू पचन्क एहसे लापरवाह नाहीं होइ चाही। तू पचन्क निहचय ही ऍका मालिक क लगे पहोंचाइ देइ चाही। 2 अगर ऍकर मालिक तोहरे लगे न रहत होइ या तू ओका नाहीं जानत ह्वा कि उ कउन अहइ तउ तू उ गइया या भेड़ी क आपन घरे लइ जाइ चाही अउर तू ऍका तब तलक रखा जब तलक मालिक ऍका हेरत भवा तोहार लगे न आवइ। तब तू पचन्क ओका ओकरे बरे लउटाइ देइ चाही। 3 तू पचन्क इहइ तब भी जरूर करइ चाही जब तू पचन्क पड़ोसी क गदहा मिलइ, ओकर ओढ़नन मिलइँ या कउनो चीज पड़ोसी खोइ देत ह। अगर तू पावत ह, तउ तोहका नज़रअन्दाज नाहीं रहइ चाही।
4 “अगर तोहरे पड़ोसी क गदहा या ओकर गइया सड़क पइ पड़ी होइ तउ ओहसे आँखी नाहीं फेरि लेइ चाही। तू पचन्क ओका फुनि उठावइ मँ ओकर मदद करइ चाही।
5 “कउनो मेहरारु क कउनो मनई क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही अउर कउनो मनसेधू क कउनो मेहरारु क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर ओहसे घिना करत ह जउन अइसा करत ह।
6 “कउनो राहे स टहरत समइ तु पचे बृच्छ पइ या भुइँया पइ चिरइयन क घोंसला पाइ सकत ह। अगर मादा चिरई आपन बच्चन क संग बइठी होइ या आपन अण्डन पइ बइठी होइ तउ तू पचन्क मादा चिरई क बच्चन क संग नाही पकड़इ चाही। 7 तू पचे बच्चन क आपन बरे लइ सकत ह। मुला तू पचन्क महतारी क तजि देइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मानत ह तउ तोहरे बरे सब कछू नीक होइ अउर तू लम्बे समइ तलक जिअत रहब्या।
8 “जब तू पचे कउनो नवा घर बनावा तउ तू पचन्क आपन छते क चारिहुँ कइँती देवार खड़ी करइ चाही। तब तू पचे कउनो मनई क अपराधी नाहीं होब्या अगर उ छते पइ स भहरात ह।
कछू चीजन जेनका एक संग नाहीं रखइ चाही
9 “तू पचन्क आपन अंगूरे क बगिया मँ अनाजे क बिअन क नाहीं बोवइ चाही। काहेकि अनाज या अंगूर जउन बोवइ भवा बिअन स उगिहीं ओनका अलग रखइ क होइ।
10 “तू पचन्क बर्धा अउ गदहा क एक संगे हर जोतइ मँ नाहीं लगावइ चाही।
11 “तू पचन्क उ ओढ़नन क नाहीं पहिरइ चाही जेका अन अउ सूते स एक संग बुना भवा होइ।
12 “तू पचन्क आपन पहिरा जाइवाला चोगा क चारिहुँ कोनन पइ फुंदनन जरूर लगावइ चाही।
बियाह क नेमन
13 “अगर एक मनई कउनो लड़की स बियाह करइ अउर ओसे तने स सम्बन्ध करइ। तब होइ सकत ह। उ फइसला करत ह कि उ ओका पसन्द नाहीं अहइ। 14 उ झूठ बोलि सकत ह अउर कह सकत ह, ‘मइँ उ मेहरारु स बियाहेउँ, मुला जब हम पचे तने स सम्बन्ध किहेउँ तब मालूम भवा कि उ कुआँरी नाहीं अहइ।’ ओकरे खिलाफ अइसा सरमनाक बात कहइ पइ लोग उ मेहरारु क सम्बंध मँ बुरा विचार रख सकत हीं। 15 अगर अइसा होत ह तउ बिटिया क महतारी अउर बाप क इ बात क सबूत सहर क फाटक जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे लिआवइ चाही कि बिटिया कुआँरी रही। 16 लड़की क बाप क नगर-प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मइँ आपन बिटिया क उ मनई क पत्नी होइ बरे दिहेउँ, मुला अब उ ओका नाहीं चाहत। 17 इ मनई मोरी बिटिया क खिलाफ झूठ बोलेस ह। उ कहेस, “मइँ तोहार बिटिया क कुआँरी नाहीं पावइ ह।” मुला इ मोर बिटियन क कुआँरिपन क सबूत अहइ। तब उ पचे उ ओढ़ना[a] क नगर-प्रमुखन क देखइहीं।’ 18 तब नगर-प्रमुख उ मनई क लेइहीं अउर ओका सजा देइहीं। 19 उ पचे ओह पइ सौ चाँदी क सेकेल क जुर्माना करिहीं। उ पचे उ रुपिया क लड़की क पिता क देइहीं काहेकि ओकर भतार एक इस्राएली बिटिया पइ कलंक लगाएस ह अउर बिटिया उ मनई क पत्नी बनी रही। उ आपन पूरी जिन्नगी ओका तलाक नाहीं दइ सकत।
20 “मुला जउन बातन भतार आपन पत्नी क बारे मँ कहेस उ सबइ फुर होइ सकत हीं। पत्नी क महतारी-बाप क लगे इ सबूत नाहीं होइ सकत कि बिटिया कुआँरी रही। 21 अगर अइसा होत ह तउ नगर-प्रमुख उ बिटिया क ओकरे बाप क दुआरे पइ लइ अइहीं तब नगर क मनई ओका पाथर स मार डइहीं। काहेकि उ इस्राएल मँ लज्जावाली बात किहस। उ आपन बाप क घरे मँ रंडी जइस बेउहार किहस ह। तू पचन्क आप लोगन मँ स हर बुराई क दूर करइ चाही।
जिनाखोरी क पाप
22 “अगर कउनो मनई कउने दूसरे क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध करत भवा पावा जात ह तउ दुइनउँ मारा जाब्या, उ मेहरारू अउ उ मनसेधु जउन ओकर संग तने क सम्बन्ध किहेस ह। तू पचन्क इस्राएल स इ बुराई दूर करइ चाही।
23 “कउनो मनई कउनो उ कुआँरी बिटिया स मिल सकत ह जेकर दूसरे स पक्का होइ चुका अहइ। उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध भी कइ सकत ह। अगर सहर मँ अइसा होत ह तउ 24 तू पचन्क ओन दुइनउँ क उ सहर क बाहेर फाटक पइ लावइ चाही अउर तू पचन्क ओन दुइनउँ क पाथरन स मारि डावइ चाही। तू पचन्क मनई क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ दूसर क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध किहस अउर तू पचन्क बिटिया क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ सहर मँ रही अउर उ मदद बरे पुकार नाहीं किहस। तू पचन्क आपन लोगन मँ स इ बुराई भी दूर करइ चाही।
25 “मुला कउनो मनई मैदानन मँ, बियाह क सगाई पक्की भइ बिटिया क पकड़ लेत ह अउर ओसे बल लगाइके तने क सम्बन्ध करत ह तउ अकेला उ जरूर मनई क मारि डावइ चाही। 26 तू पचन्क बिटिया क संग कछू भी नाहीं करइ चाही काहेकि उ अइसा कछू भी अपराध नाहीं किहस जउन ओका मउत क सजा क काबिल बनावत ह। इ मामला वइसा ही अहइ जइसा कउनो मनई क निर्दोख मनई पइ आकामण अउ ओकर कतल करतह। 27 उ मनई बियाह क सगाई पक्की कीन्ह भइ बिटिया क मैदान मँ धरेस। बिटिया मदद बरे गोहार लगाएस, मुला कउनो ओकर मदद करइवाला नाहीं रहा।
28 “कउनो मनई कउनो कुआँरी बिटिया जेकर बरिच्छा नाहीं भइ अहइ, क धइ लेत ह अउर ओका आपन संग बल स तने क सम्बन्ध करइ क मजबूर कइ सकत ह। अगर उ परगट होइ जात ह, 29 तउ ओका बिटिया क बाप क पचास सेकेल चाँदी देइ चाही अउर बिटिया ओकर पत्नी होइ जाइ। काहेकि उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध किहस। उ ओका पूरी जिन्नगी तलाक नाहीं दइ सकत।
30 “कउनो मनई क आपन सौतेली महतारी क संग सादी कइके आपन बाप पइ कलंक नाहीं लगावइ चाही।”
दाऊद क वाद्य यंत्र क संग एक ठु गीत।
1 यहोवा मोर सुआमी स कहेस,
“तू मोर दाहिन कइँती तब तलक बैठि जा, जब तलक कि मइँ तोहरे दुस्मनन क तोहरे गोड़न क चौकी न बनाइ देउँ।”
2 यहोवा तोहार राज्ज क अधिकार सिय्योन स स्थापित करी।
तू आपन दुस्मनन पइ सासन करी।
3 तोहरे पराक्रम क दिन
तोहरी प्रजा क लोग स्वेछा बलि बनिहीं।
तोहार जवान पवित्तर होइ स
सुसोभित भिन्सारे क गर्भ स जन्मी ओसे क नाई तोहरे लगे अहइँ।
4 यहोवा एक वचन दिहस,
अउर उ आपन मन नाहीं बदली।
“तू हमेसा बरे याजक अहा,
जइसा मेल्कीसेदेक क समूह क याजक रहा।”
5 मोर सुआमी, तोहार मदद बरे तोहार निचके खड़ा रहत ह।
ओकरे गुस्सा दिखावइ क दिन उ दूसर राजा लोगन क हराइ दिहे रहा।
6 परमेस्सर रास्ट्रन क निआउ करी।
परमेस्सर उ महान धरती प नेता लोगन क हराइ दिहस।
ओनकर मरी देहन स धरती भरि गइ रही।
7 राहे क झरना स पानी पिए क पाछे ही
राजा आपन मूँड़ि उठाई अउर फुरइ बलवान होइ।
1 यहोवा क गुण गावा।
यहोवा क आपन सम्पूर्ण मने स अइसी उ सभा मँ धन्यवाद करत हउँ
जहाँ सज्जन मिला करत हीं।
2 यहोवा महान करम करत ह।
लोगन जउन ओन चिजियन क महत्व जानत हीं ओनका खोजत हीं।
3 यहोवा फुरइ इ महिमामय अउर अचरजे स भरा काम करत हीं।
ओकरा खरापन सदा-सदा बना रहत ह।
4 परमेस्सर अद्भुत करम करत ह ताकि हम याद राखी
कि यहोवा करुणा स भरा अउर दाया स भरा बाटइ।
5 उ आपन भगतन क भोजन देत ह।
उ हमेसा आपन करार क याद राखत ह।
6 उ आपन लोगन क ओन भुइँया देइके
जउन दूसर रास्ट्रन अहइ महान कारज देखाएस ह।
7 परमेस्सर जउन कछू करत ह उ बिस्सास योग्य अउर फुरइ बाटइ।
ओकर सबहिं आग्यन नियावपूर्वक अहइँ।
8 परमेस्सर क आग्यन सदा ही बना रइहीं।
परमेस्सर क ओन आदेसन क देइ क प्रयोजन फुरइ अउ निस्पच्छ रहेन।
9 उ आपन लोगन क मुक्त करत ह।
उ ओनसे एक करार किहेस ह जउन सदा-सदा रहइ।
परमेस्सर क नाउँ अचरजे स भरा अउर पवित्तर अहइ।
10 विवेक भय अउर यहोवा क आदर स उपजत ह।
उ पचे लोग बुद्धिमान होत हीं जउन यहोवा क आदर करत हीं।
यहोवा क स्तुति सदा-सदा गाई जात रही।
आपन बिसेस सेवक क परमेस्सर क बोलावा
49 हे दूर देसन क लोगो, मोर बात सुना।
हे धरती क निवासियो, तू सबहिं मोर बात सुना।
मोरे जनम स पहिले ही यहोवा मोका आपन सेवा बरे बोलाएस।
जब मइँ आपन महतारी क गरभ मँ ही रहेउँ, यहोवा मोर नाउँ रख दिहे रहा।
2 यहोवा मोर जरिया स लोगन स बात किहेस।
उ मोर जीव क तेज तरवार क नाईं बनाएस ह,
किन्तु उ मोका आपन हाथ क छाया मँ छुपाएस ह।
उ मोका तेज तीर क समान बनाएस ह,
किन्तु उ आपन तीरन क तरकास मँ राखिके मोर रच्छा किहेस ह।
3 यहोवा मोका बताएस ह, “इस्राएल, तू मोर सेवक अहा।
मइँ तोहरे संग मँ अजूबा काम करब।”
4 मइँ कहेस, “महँ कड़ी मेहनत किहे रहे हउँ,
किन्तु मइँ कछू भी पूरा नाहीं किहस।
मइँ आपन सब सक्ति लगाइ दिहेस,
किन्तु मइँ कउनो काम पूरा नाहीं कइ सकेउँ!
एह बरे यहोवा क मोर बरे जरूर निआव करइ चाही।
मोर परमेस्सर क मोरे प्रतिफल क निर्णय जरूर करइ चाही।
5 यहोवा ही एक अहइ जउन मोका अपना सेवक उ टेम मँ बनाएस ह जे टेम मइँ आपन महतारी क गर्भ मँ रहा।
उ मोका बनाएस ताकि मइँ याकूब क लोगन क ओकरे लगे लउटाइके लइ आउँ बरे,
अउर इस्राएलियन क धर्म-संध मँ जमा कइ बरे लउटाइके लइ आउँ।
यहोवा मोका मान देइ।
मइँ परमेस्सर क स्तुति गीत गाएस।”[a]
6 अब, यहोवा कहत ह: 6 “याकूब क पुन:स्थापित करइ
अउर इस्राएल क बचा भवा क जेका परमेस्सर बचाएस रहा
वापिस लइ आवइ महत्वपूर्ण अहा।
किन्तु मोर सेवक मोरे लगे तोहरे बरे एह स जियादा महत्वपूर्ण कार्य अहइ।
मइँ तोहका पूरे धरती क उद्धार करइ बरे
‘रास्ट्र बरे एक प्रकास’ बनाएउँ ह।”
7 इहइ इस्राएल यहोवा ह, इस्राएल क पवित्तर ह,
इस्राएल क रच्छा करत ह अउर यहोवा कहत ह,
“मोर दास विनम्र अहइ
जउन सासकन क सेवा करत ह,
अउर लोग ओहसे घिना करत हीं।
राजा ओकर दर्सन करिहीं अउर ओकरे सम्मान मँ खड़ा होइहीं।
महान नेता भी ओकरे समन्ना निहुरिहीं,”
काहेकि यहोवा बिस्सवासी अहइ। इस्राएल ही एक पवित्तर अहइ जेका यहोवा चुनेस ह।
मुक्ती क समय
8 यहोवा कहत ह,
“उचित समय आवइ पइ मइँ तोहार पराथनन क जबाव देब।
मइँ तोहका सहारा देब।
मुक्ति क दिनन मँ मइँ तोहार रच्छा करब
अउर तू एकर प्रमाण होब्या
कि लोगन क संग मँ मोर वाचा अहइ।
अब देस उजड़ चुका अहइ,
किन्तु तू इ धरती एकरे सुआमियन क लउटवउब्या।
9 तू बन्दियन स कहब्य,
‘तू पचे आपन जेलि स बाहेर निकरि आवा।’
तू ओन लोगन स जउन अँधियारा मँ अहइँ, कहब्या,
‘अँधियारा स बाहेर आइ जा।’
उ पचे चलत भए राहे मँ भोजन कइ पइहीं।
उ पचे वीरन पहाड़न मँ भी भोजन पइहीं।
10 लोग भूखा नाहीं रहिहीं, लोग पियासा नाहीं रहिहीं।
गर्म सूरज, गर्म हवा ओनका दुःख नाहीं देइहीं।
काहेकि उहइ जउन ओनका चैन देत ह, (परमेस्सर) ओनका राह देखॉइ।
उहइ लोगन क पानी क झरनन क पास-पास लइ जाइ।
11 मइँ आपन लोगन बरे एक राह बनाउब।
पर्वत समथर होइ जइहीं
अउर दबी राहन ऊपर उठि अइहीं।
12 “लखा, दूर दूर देसन स लोग हिआँ आवत अहइँ।
उत्तर स लोग आवत अहइँ अउर लोग पच्छिम स आवत अहइँ।
लोग मिस्र मँ स्थित असवान स आवत अहइँ।”
13 हे आकासो, हे धरती, तू खुस होइ जा।
हे पर्वतो, आनन्द स जयकारा बोला!
काहेकि यहोवा आपन लोगन क सुख देत ह।
यहोवा आपन दीन हीन लोगन बरे बहुत दयालु अहइ। सिय्योन: तजी गइ मेहरारु
14 किन्तु अब सिय्योन कहेस, “यहोवा मोका तजि दिहस।
मोर सुआमी मोका बिसरि गवा।”
15 किन्तु यहोवा कहत ह,
“का कउनो मेहरारू आपन ही बच्चन क भूल सकत ह? नाहीं।
का कउनो मेहरारू उ बच्चा क जउन ओकर ही कोख स जन्मा ह, भूल सकत ह? नाहीं।
सम्भव अहइ कउनो मेहरारू आपन सन्तान क बिसरि जाइ।
परन्तु मइँ (यहोवा) तोहका नाहीं बिसरि सकत हउँ।
16 लखा जरा, मइँ आपन हथेली पइ तोहार नाउँ खोद लिहे हउँ।
मइँ सदा तोहरे विसय मँ ही सोचा करत हउँ।
17 तोहार सन्तानन तोहरे लगे लउटि अइहीं।
जउन लोग तोहका पराजित किहे रहेन, उ पचे ही मनइयन तोहका अकेल्ले तजि जइहीं। इस्राएलियन क वापसी
18 आपन आखँनि क ऊपर उठावा अउ चारिहुँ कइँती लखा।
तोहार सबहिं गदेलन आपुस मँ एकट्ठी होइके तोहरे लगे आवति अहइँ।”
यहोवा क इ कहब अहइ, “आपन जिन्नगी क कसम खाइके मइँ तू पचन्क इ सबइ बचन देत हउँ,
तोहार गदेलन ओन रत्नन जइसी होइहीं जेनका तू अपने गले मँ पहिरत अहा।
तोहार गदेलन वइसी ही होइहीं जइसा उ वंठहार होत ह जेका दुलहिन पहिरत ह।
19 “आजु तू नस्ट अहा अउर आजु तू पराजित अहा।
तोहार भुइँया तबाही मँ अहइ।
किन्तु कछू ही दिनन पाछे तोहरी धरती पइ बहोत सारे लोग होइही
अउर उ सबइ लोग जउन तोहका उजारे रहेन, दूर बहोत दूर चला जइहीं।
20 जउन गदेलन तू खोइ दिहा, ओनके बरे तोहका बहोत दुःख भवा किन्तु उहइ पचे गदेलन तोहसे कहिहीं।
‘इ जगहिया रहइ क बहोत छोटी अहइ।
हमका तउ कउनो फइली जगहिया द्या।’
21 फुन तू खुद अपने आप स कहब्या,
‘एन सबहिं गदेलन क मोरे बरे कउन जन्माएस?
इ तउ बहोत अच्छा अहइ।
मइँ दुःखी रहा अउर अकेल्ला रहा।
मइँ हारा भवा रहा।
मइँ आपन लोगन स दूर रहा।
तउ इ सबइ गदेलन मोरे बरे कउन पालेस ह
लखा तनिक, मइँ अकेल्ला छोड़ा गवा हउँ।
इ सबइ ऍतने सबइ गदेलन कहाँ स आइ गएन?’”
22 मोर सुआमी यहोवा कहत ह,
“लखा, आपन हाथ उठाइके इसारे स मइँ सारे ही देसन क बुलावे क संकेत देत हउँ।
मइँ आपन झण्डा उठाउब कि सब लोग ओका लखइँ।
फुन उ पचे तोहार गदेलन क तोहरे लगे लिअइहीं।
उ सबइ लोग तोहरे गदेलन क आपन काँधे पइ उठइहीं
अउर उ पचे ओनका आपन बाँहे मँ उठाइ लेइहीं।
23 राजा तोहरे गदेलन क सिच्छक होइहीं अउर सबइ राजकन्या ओनकर धियान रखिहीं।
उ सबइ राजा अउर ओनकर सबइ राजकन्या दुइनउँ तोहरे समन्वा माथा नवइहीं।
उ पचे तोहरे पाँवन भी धूरि क चुम्बन करिहीं।
तबहिं तू जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ।
तबहिं तोहका समुझ मँ आई
कि हर अइसा मनई जउन मोहमाँ भरोसा राखत ह, निरास नाहीं होइ।”
24 जब कउनो सक्तिसाली जोधा जुद्ध मँ जीतत ह
तउ का कउनो ओकर जीती भइ वस्तुअन क ओहसे लइ सकत ह?
जब कउनो विजेता फउजी कउनो बन्दी पइ पहरा देत ह,
तउ का कउनो पराजित बन्दी बचिके भरा सकत ह?
25 किन्तु यहोवा कहत ह,
“उ बलवान सैनिक स बन्दीयन क छोड़ाइ लीन्ह जाइ
अउर जीत क चिजियन ओहसे छोरि लीन्ह जाइ।
इ भला काहे क होइ? मइँ तोहरे जुद्धन क लड़ब
अउर तोहरी सन्तानन बचाउब।
26 अइसे ओन लोगन क जउन तू पचन्क कस्ट देत हीं
मइँ अइसा ही कइ देब कि उ पचे आपुस मँ एक दूसर क बदन क खाइँ।
ओनकर खून दाखरस बन जाइ जेहसे उ पचे धुत्त होइहीं।
तब हर कउनो जानी कि मइँ उहइ यहोवा हउँ जउन तोहका बचावत ह।
सारे लोग जान जइहीं कि तोहका बचावइवाला याकूब क समर्थ अहइ।”
सरग मँ परमेस्सर क स्तुति
19 एकरे बाद मइँ सरग क भीड़ स उच्च स्वर मँ आवाज़ आवत सुने रह्यो:
“हल्लिलूय्याह!
परमेस्सर क जय होइ! जय होइ! महिमा अउर समर्थ हमेसा मिलइ!
2 ओकर निआव सच्चे अउर धर्ममय अहइ।
उ बड़ी वेस्या क उ निआव करेस,
जउन आपन व्यभिचार स इ धरती क भ्रस्ट कइ दिहे रही,
अपने दासन क मउत क बदला लइ लिहेस।”
3 ओन्ह फिन कहेन्ह:
“हल्लिलूय्याह!
ओसे धुआँ जुग जुग तक उतरत रहा।”
4 फिन चौबीसउँ बुजुर्गन अउर चारउ प्रानिअन सिंहासन प बइठा परमेस्सर क झुकके प्रणाम करेन अउर ओकर आराधना करत गावइ लागेन:
“आमीन, हल्लिलूय्याह!”
5 सिंहासन स फिन आवाज आइ जउन कहत रही:
“ओ ओकर सेवकन!
तू सबे हमरे परमेस्सर क स्तुति करा,
अउर अपने सब लोगन क चाहे बड़ा होइ या छोटा
सबइ क इज्जत करत रहा!”
6 फिन मानो मइँ एक विसाल जनसमूहे क आवाज सुनेउँ जउन कि भयंकर पानी क बहाव अउर बदरन क जोरदार गरजइ-तरजइ क आवाज जइसे रही। कहत रही:
“हल्लिलूय्याह!
जय होइ ओकर, काहे बरे कि हमार पर्भू परमेस्सर,
सर्वसक्ति स पूरा होइके राज्य क ताकतवर बनावत अहइ।
7 इ बरे आवा, आनन्द खुसी मनावा।
आवा, ओका माहिमा देइ।
काहे बरे कि अउर मेमना क बियाह क समइ आइ गवा अहइ।
ओकर दुलहिन सजी धजी तइयार होइ गइ।
8 ओका आग्या मिली अहइ,
साफ सफेद निर्मल मलमल पहन ल्या।”
(इ मलमल परमेस्सर क पवित्तर लोगन बड़िया कामन क प्रतीक अहइ।)
9 फिन उ मोसे कहइ लाग, “लिखा, उ धन्य अहइ जेनका इ बियाह क भोजन मँ बोलावा ग अहइ।” उ मोसे फिन कहिस, “इ परमेस्सर क सच्चा वचन अही।”
10 अउर मइँ ओकर आराधना करइ क बरे ओकरे पाँव प गिर पड़ेउँ। मुला उ मोसे कहेस, “सावधान! अइसा न करा। मइँ तउ तोहरे अउर तोहरे भाइयन क साथी परमेस्सर क साथी सेवक अहउँ जउने पइ ईसू क साच्छी क भविस्सबाणी की आतिमा अहइ। अउर प्रचार क जिम्मेदारी अहइ। परमेस्सर क आराधना करा. कहे बरे कि ईसू क प्रमाणित संदेस इ बात क साच्छी अहइ कि ओहमाँ एक नबी क आतिमा अहइ।”
सफेद घोड़ा क सवार
11 फिन मइँ सरग क खुलत देखेउँ अउर हुवाँ मोरे समन्वा एक सफेद घोड़ा रहा। घोड़े प जउन बइठा रहा। ओका बिस्सासनीय अउर सत्य कहा जात रहा काहे बरे कि उ निआव धार्मिकता स निर्णय करत ह। 12 ओकर आँखी अइसी रहीं जइसे आगी क लपट होइँ। ओकरे मूँड़े पइ बहोत स मुकुट रहेन। ओकरे ऊपर एक नाउँ लिखा रहा, जेका ओकरे अलावा अउर केहू नाहीं जानत। 13 उ अइसा कपड़ा पहिने रहा जउने क खून मँ डुबोवा ग रहा। ओका नाउँ दीन्ह रहा, “परमेस्सर क वचन।” 14 सफेद घोड़न प बइठी सरग क सेना ओकरे पीछे-पीछे चलत रहिन। उ साफ सफेद मलमल क कपरा पहिने रहा। 15 रास्ट्रन क मारइ क बरे ओकरे मुँहे स एक तेज धार क तरवार बाहेर निकरत रही। उ ओकरे ऊपर लोहे क दण्ड स सासन करी। अउर सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर क भयानक गुस्सा क धानी मँ अंगूर क रस निचोड़ी। 16 ओकरे वस्त्र अउर जाँघ पइ इ नाउँ लिखा रहा।
राजन क राजा, अउर पर्भूअन क पर्भू
17 एकरे बाद मइँ देखेउँ कि सूरज क ऊपर एक सरगदूत खड़ा अहइ। उ ऊँचे अकास मँ उड़इवाली सबहीं चिड़ियन स जोर क आवाज स कहेस, “आवा, परमेस्सर क महाभोज क बरे एकट्ठा होइ जा। 18 जइसे कि तू सासकन, सेनापतियन, मजदूर आदमियन, घोड़न अउर ओनके सवारन क मांस खाइ सका। अउर सब मनई छोट-बड़ा आदमियन अउर खास आदमियन क सरीर खाइ सका।”
19 फिन मइँ उ जनावरन क अउर धरती क राजन क देखेउँ ओनके संग ओनकइ सेना रही। उ पचे उ एक घोड़ा क सवार अउर ओकरी सेना स जुद्ध करइ एक साथे आइके जुट गएन। 20 उ जनावर क पकड़ा गवा। ओकरे साथ उ झूठा नबी भी रहा जउन जानवर क उपस्थिति मँ अद्भुत कारजन देखावा करत रहा अउर ओनका ठगत रहा जउने प उ जनावरन क छाप लगी रही अउर जउन ओकरी मूर्ति क आराधना करत रहेन। उ जनावरन क अउर झूठे नबी, दुइनउँ क जलत गंधक क भभकत झील मँ जिन्दइ डाल दीन्ह गवा। 21 घोड़ा क सवार क मुँह स जउन तरवार निकरत रही, बाकी क सैनिक ओसे मार डावा गएन। फिन चिड़ियन मिलके ओकरे माँस खाइके अघाइ गइन।
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