M’Cheyne Bible Reading Plan
सदा परमेस्सर स पिरेम करा अउर आग्या माना
6 “जउन आदेसन, नेमन अउ हुकुमन क यहोवा, तोहार परमेस्सर तोहका सिखावइ क मोका आदेस दिहस ह, उ सबइ इ सब अहइँ। ऍनका उ देस मँ मानया जेहमाँ रहइ बरे तू प्रवेस करत अहा। 2 तू अउर तोहार गदेलन अउ पतोहून जब तलक जिअत रहा यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करइ चाही। तोहका ओनके ओन सबइ नेमन अउ हुकुमन क पालन करइ चाही जेनका मइँ तोहका दइ देत हउँ। अगर तू अइसा करब्या तउ लम्बी उमिर पउब्या। 3 इस्राएल क मनइयो, एका धियान स सुना अउ इ सबइ नेमन क माना। तब इ तोहारे बरे नीक होइ अउर तू पचे तेजी स बढ़ब्या। यहोवा तोहरे पुरखन क परमेस्सर, इ सबन बरे बचन दिहे अहइ कि तू पचे दूध अउर सहद स बहत भवा धरती पाउब्या।
4 “इस्राएल क मनइयो, धियान स सुना। यहोवा हमार परमेस्सर अहइ, यहोवा एक अहइ। 5 अउर तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर स आपन क पूरा हिरदय, आतिमा अउ सक्ती स पिरेम करइ चाही। 6 इ सबइ हुकुमन क सदा आपन दिल मँ रखा जेनका मइँ आजु तू पचन्क दइ देत हउँ। 7 एनकइ सिच्छा आपन लरिकन क देइ बरे होसियार रहा। इ सबइ हुकुमन क बारे मँ तू पचे जब तू आपन घरन मँ बइठे भए, सड़किया पइ टहरत भए, जब तू ओलरा अउ जब जागा तब एकरे बारे मँ बात करा। 8 ऍका स्मरण पत्र नाईं आपन हाथे पइ बाँधा अउ ललाट पइ धारण करा। 9 ऍका आपन घरन क दरवाजन पइ, अउ सहर फाटक पइ लिख ल्या।
10 “यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क देस मँ लइ जाइ जेकरे बरे उ तोहरे पुरखन-इब्राहीम, इसहाक अउ याकूब क देइ क बचन दिहे रहा। तब उ तू पचन्क बड़के अउ अमीर सहर देइ जेनका तू नाहीं बनाया। 11 यहोवा तू पचन्क अच्छी चीजन्स भरा भवा घर देइ जेनका तू पचे हुवाँ नाहीं राख्या ह। यहोवा तू पचन्क कुआँ देइ जेनका तू पचे नाहीं खन्या ह। यहोवा तू पचन्क अंगूरन अउ जइतून क बाग देइ जेनका तू पचे नाहीं लगाया ह। तू पचन्क ओका खाब्या अउ संतुट्ठ होब्या।
12 “मुला होसियार रहा। यहोवा क जिन बिसरा जउन तू पचन्क मिस्र स लिआएस, जहाँ तू पचे दास रह्या। 13 यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करा अउर सिरिफ उहइ क सेवा करा। बचन देइ बरे तू पचे सिरिफ उहइ क नाउँ क उपयोग करा। 14 तू पचन्क दूसर देवतन क अनुसरण नाहीं करइ चाही। तू पचन्क आपन चारिहुँ कइँती रहइवाला लोगन क देवतन क अनुसरण नाहीं करइ चाही। 15 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर जउन तोहार बीच अहइ ईर्स्यालु परमेस्सर अहइ। अगर तू पचे दूसर देवतन क पाछे रहब्या, तउ उ तू पचन पइ कोहाइ जाइ अउ उ धरती पइ स तू पचन क खतमइ कइ देइ।
16 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क जाँच उहइ तरह नाहीं करइ चाही जउने तरह तू पचे मस्सा मँ जाँचत किह्या ह। 17 तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क हुकुमन क मानइ बरे पक्का निहचय रखइ चाही। तू पचन्क ओकर सबहिं ओन उपदेसन अउ नेमन क मानइ चाही जेनका उ तू पचन्क दिहे अहइ। 18 तू पचन्क उ सबइ उचित अउ नीक काम करइ चाही जउन यहोवा क खुस करइ तब तोहरे बरे इ ठीक होइ अउर तू पचे उ देस मँ जाइ सकत ह जेकरे बरे यहोवा तोहरे पचन्क पुरखन क बचन दिहे अहइ। 19 अउर तू पचे आपन सबहिं दुस्मनन क सक्ती स निकार सकब्या, जइसा यहोवा कहेस ह।
आपन गदेलन क परमेस्सर क कारज क सिच्छा द्या
20 “भविस्स मँ, तोहार पचन्क पूत तोहसे सबन्स इ पूछ सकत ह कि ‘यहोवा हमार परमेस्सर हमका जउन उपदेस, कानून अउ नेम दिहस ह, ओकर अरथ का अहइ?’ 21 तब तू पचे आपन पूतन स कहब्या, ‘हम पचे मिस्र मँ फ़िरौन क गुलाम रहेन, मुला यहोवा हम पचन्क बड़की सक्ती स बाहेर लिआवा ह। 22 यहोवा हमका माहन, खउफनाक चीन्हा अउ चमत्कार देखॉएस। हम पचे ओनके जरिये इ सबइ घटना क मिस्र क मनइयन, फिरौन अउ फिरौन क महल क संग होत भए लखा ह। 23 अउर यहोवा हम लोगन क मिस्र स एह बरे लिआवा कि उ-उ देस हमका दइ सकइ जेकरे बरे उ हमरे पुरखन क बचन दिहे रहा। 24 यहोवा हमका इ सबहिं उपदेसन क मानइ क हुकुम दिहस। इ तरह हम लोग यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करत अही। तब यहोवा सदा हम लोगन क जिअत राखी अउ हम पचे बढ़िया जिन्नगी बिताउब जइसा इ समइ अहइ। 25 अगर हम इ सबइ आदेसन क मानब जेका यहोवा हमार परमेस्सर हमका आदेस देत ह तउ हम पचे नीक होब्या।’
एज्रा-वंसी एथान क एक ठु मस्किल।
1 मइँ हमेसा यहोवा क पिरेम क गीतन क गाउब।
मइँ ओकरी हमेसा ओकरी बिस्सासी क गीत गावत रहब।
2 हे यहोवा, मोका सचमुच बिस्सास अहइ, तोहार पिरेम अमर अहइ।
तोहार बिस्सास लम्बी अकास क नाईं अहइ।
3 यहोवा परमेस्सर कहत ह, “मइँ आपन चुने भए राजा क संग एक ठु करार किहेउँ ह।
आपन सेवक दाऊद क मइँ वचन दिहेउँ ह:
4 ‘दाऊद तोहरे बंस क मइँ हमेसा बरे अमर बनाउब।
तोहरे राज्ज सदा सदा बरे बनाइ रखबेउँ।’”
5 हे यहोवा, तोहरे ओन अद्भुत करमन क अकास स्तुति करत हीं।
सरगदूतन क सभा तोहरी ईमानदारी क गीत गावत हीं।
6 सरगे मँ कउनो मनई यहोवा क तुलना नाहीं कइ सकत।
कउनो भी देवता यहोवा क समान नाहीं।
7 पवित्तर सरगदूतन क सभा मँ परमेस्सर अत्यंत सम्मानित बाटइ।
उ सबइ जउन ओकर चारिहुँ कइँती अहइ,
क जरूर डरइ चाही अउर ओकर आदर करइ चाही।
8 सर्वसक्तिमान परमेस्सर यहोवा, तोहस जियादा कउनो सक्तिसाली नाहीं अहइ।
अउर यहोवा तू हमेसा भरोसेमन्द अहा।
9 तू गरजत समुद्दर पइ सासन करत अहा।
तू ओकर उमंगित तंरगन क सांत करत अहा।
10 हे परमेस्सर, तू ही अहा जउन राहाब[a] क हराए रह्या अउर ओका जुद्ध मँ मार डाए रह्या।
तू आपन महासक्ति स आपन दुस्मन बिखराइ दिह्या।
11 सरग अउ धरती तोहार अहइ।
उ तू ही अहा जउन इस संसार क बनाय अउर संसार मँ क हर वस्तु रच्या।
12 तू ही सब कछू उत्तर दक्खिन रच्या ह।
ताबोर अउ हर्मोन पर्वत तोहार गुन गावत हीं।
13 तू सक्तिसाली अहा।
तोहार सक्ति महान अहइ।
तोहार सक्ति क सम्मान कीन्ह जात हीं।
14 तोहार राज्ज धार्मिकता अउ निआउ पइ टिका बाटइ।
पिरेम अउ बिस्सासी तोहरे सेवा करत अहइँ।
15 जउन तोहमाँ खुस अहइँ उ धन्न अहइँ।
उ पचे तोहरी समर्थन क प्रकास मँ जिअत रहत हीं।
16 तोहार नाउँ ओनका सदा खुस करत ह
अउर तोहार धार्मिकता क कारण उ सम्मान पावत ह।
17 तू ओनकर सक्ति क अद्भुत स्रोत अहा।
उ तोहार समर्थन क कारण तोहसे सक्ति पावत ह।
18 काहेकि हमार रच्छा यहोवा स सम्बंधित अहइ।
हम लोगन क राजा इस्राएल क पवित्तर क कइँती स अहइ।
19 एक बार दर्सन मँ तू आपन सच्चे मनइयन स कहे रहा,
“मइँ ओनका मदद दिहे हउँ जउन मज़बूत अहइ,
मइँ लोगन क बीच मँ स नउ जवान मनई क प्रतिस्ठित किहेउँ।
20 मइँ आपन सेवक दाऊद क पाइ लिहेउँ,
अउर मइँ ओकर ताजपोसी किहेउँ ह अउ ओकरे अभिसेक आपन तेल स किहेउँ ह।
21 मइँ आपन दाहिने हाथे स दाऊद क सहारा दिहेउँ,
अउर मइँ ओका आपन सक्ति स बलवान बनाएउँ।
22 कउनो दुस्मन चुने भए राजा क धोखा नाहीं देइ सकतेन।
दुट्ठ जन ओहे पइ अत्याचार नाहीं कइ सकतेन।
23 मइँ ओकरे दुस्मनन क समाप्त कइ दिहेउँ।
जउन लोग चुने भए राजा स बैर राखत रहेन, मइँ ओनका हराइ दिहेउँ।
24 मइँ हमेसा आपन चुने भए राजा स पिरेम राखब अउर ओका समर्थन देब।
उ मोहे पइ निर्भर रहिके मोर सक्ती स भरि जाइ।
25 मइँ आपन चुने भए राजा क महासागर क नियंत्रक तइनात करब।
उ नदियन पइ हुकुमत करी।
26 उ मोहसे कही, ‘तू मोर पिता अहा।
तू मोर परमेस्सर, मोर चट्टान अउ मोर उद्धारकर्ता अहा।’
27 मइँ ओका आपन पहिलौटा पूत बनाउब।
उ सबइ राजन पइ प्रमुख होइ।
28 मइँ सदा ओका आपन पिरेम दिखावत हउँ।
मोर करार ओकरे संग दृढ़ता स स्थापित होइ।
29 मइँ इ बंस क अमर बनाउब।
ओकर सासन हुआँ तब तलक टिका रही जब तलक कटनी क समई रही।
30 अगर ओकर संतानन मोर कानून अउर आदेस क पालन तजि दिहन ह,
अउर अगर उ लोग मोरे उपदेसन क मानब तजि दिहन ह।
31 अगर मोर अभिसिक्त राजा क संतानन मोरे कानून क पालन नाहीं किहन
अउर अगर मोरे आदेसन क न मानेन।
32 तउ मइँ ओकर बिद्रोह बरे ओका दण्ड देइ बरे अधर्म चिजियन क न होइ देब,
अउर मइँ ओकरे आग्याभंग करइ बरे मनइयन क दण्ड क रूप मँ देब।
33 मुला मइँ ओन लोगन क परिवार स आपन पिरेम क नाहीं हटाउब।
मइँ सदा ही ओनके बरे बिस्सासी रहब।
34 जउन करार मोर दाऊद क संग अहइ, मइँ ओका नाहीं तोड़ब।
मइँ आपन वाचा क नाहीं बदलब।
35 मइँ आपन पवित्तरता प्रतिग्या लेब,
अउर मइँ ओहे स आपन वाचा क नाहीं तोड़ब।
36 दाऊद क बंस हुवाँ सदा बना रही।
जब तलक हुवाँ सूरज रही तब तलक ओकर सिंहासन भी रही।
37 उ सदा हुवाँ रहब।
निहचय ही जब तलक आकासे मँ चन्द्रमा साच्छी रही तब तलक लगातार रही।” (सेला)
38 मुला अब, तू ओकर अपमान किहा ह अउर ओका तजि दिहा ह।
तू आपन अभिसिक्त राजा पइ कोहाइ गवा ह।
39 तू आपन सेवक क कीन्ह भवा करार क रद्द कइ दिहा।
तू ओकरे मुकुट धूरि मँ लोकाइ दिहा।
40 तू राजा क नगर क देवारन बर्बाद कइ दिहा,
तू ओकरे सब किला क तहस नहस कइ दिहा।
41 राजा क पड़ोसी ओह पइ हँसत अहइँ, अउर उ सबइ लोग जउन पास स गुजरत हीं,
ओनकर चिजियन क चोराइ लइ जात हीं।
42 तू राजा क दुस्मनन क खुस किहा।
तू ओकरे दुस्मनन क जुद्ध मँ जिताइ दिहा।
43 तू ओकरे तरवार क जुद्ध मँ असफल किहा।
तू आपन राजा क जुद्ध जीतइ मँ मदद नाहीं किहा।
44 तू ओकरे खास स्थान क समाप्त कइ दिहा ह,
अउर तू ओकर पवित्तर सिंहासन क तू धरती पइ पटक दिहा।
45 तू ओकरे जवानी क दिनन क
घटा दिहा ह।
46 हे यहोवा, इ कब तलक रही?
का सदा-सदा हमार मदद नाहीं करब्या?
का तू सदा सदा बरे आपन किरोध आगी क नाईं धधकत भए रखब्या?
47 याद करा मोर जिन्नगी केतनी अल्पकालीन अहइ।
तू ही हमका नान्ह जिन्नगी जिअइ अउर फुन मरि जाइ क रच्या ह।
48 अइसा कउनो मनई नाहीं जउर सदा जिई अउर कबहुँ नाहीं मरी।
कब्र स कउनो मनई बच नाहीं पाई। (सेला)
49 हे सुआमी, उ पिरेम कहाँ अहइ जउन तू अतीत मँ देखाँए रह्या
अउर तू आपन बिस्सास क दाऊद क वचन दिह्या।
50 हे सुआमी, कृया कइके याद करइ क जतन करा, कि लोगन तोहरे सेवक क कइसे अपमानित किहन।
51 मइँ आपन हिरदय मँ बहोत सारे रास्ट्रन क अपमान क सहन किहे हउँ।
केकरे बारे मँ तोहार दुस्मन मज़ाक उड़ाएन, हे यहोवा? तोहरे चुने भए राजा क उ पचे अपमानित किहेन ह।
52 यहोवा, क हमेसा ही स्तुति होइ।
आमीन आमीन!
परमेस्सर आपन दुस्मनन क सजा देइ
34 हे सबहिं रास्ट्र क लोगो, पास आवा अउर सुना। तू सब लोगन क धियान स सुनइ चाही। हे धरती अउ धरती पइ क सबहिं वासियो, हे जगत अउ ऐह मँ स आइ सबहिं वस्तुओ, तू सबन्क एन बातन क सुनइ चाही। 2 यहोवा सबहिं देसन अउर ओनकर फउजन पइ कोहान अहइ। यहोवा ओन सब क बर्बाद कइ देइ। उ ओन सबहिं क मरवाइ डाइ। 3 ओनकर ल्हासन बाहेर बहाइ दीन्ह जइहीं। ल्हासन स दुर्गन्ध उठी अउर पहाड़ क ऊपर स खून खाले क बही। 4 अकास चर्मपत्र क नाई लपेटिके मूँदि दीन्ह जइहीं। ग्रह तारन मरिके अंगूरे क बेल या अंजीरे क पत्तन क नाई गिरइ लगिहीं। अकासे क सबहिं तारन टेघर जइहीं। 5 यहोवा कहत ह, “अइसा उ समय होइ जब अकासे मँ मोर तरवार खूने मँ सन जाइ।”
लखा! यहोवा क तरवार एदोम क काटि डाइ। यहोवा ओन लोगन क अपराधी ठहराएस ह तउ ओन लोगन क मरब ही होइ। 6 यहोवा क तरवार मेमना अउर बोकरियन क खून स लतपत होइ गवा अहइ। अउर भेड़ा क गुर्दन क चर्बी स चिकनाई गवा अहइ। काहेकि यहोवा निहचइ किहस ह बोसरा मँ कत्लेआम होइ उ समइ बहोत सारे लोग एदोम मँ मारइ जाइहीं। 7 तउ भेड़न, मवेसी अउ हट्टे कट्टे जंगली बर्धन मारा जइहीं। धरती ओनकर खून स भरि जाइ। माटी ओनकी चर्बी स पट जाइ।
8 अइसी बातन घटिहीं काहेकि यहोवा सजा देइ क एक समय तय किहेस ह। यहोवा एक साल अइसा चुन लिहस ह जेहमाँ लोग आपन ओन बुरे कामन बरे जउन सिय्योन क खिलाफ किहेन ह, जरूर ही भुगतान कइ देइहीं। 9 एदोम क नदियन अइसी होइ जइहीं जइसे माना उ सबइ गरम तारकोल क होइँ। एदोम क धरती बरत भइ गंधक अउ तारकोल क समान होइ जाइ। 10 उ पचे आगे रात दिन बरा करिहीं। कउनो भी मनई उ आगी क रोकि नाहीं पाई। एदोम स सदा धुआँ उठा करी। उ धरती सदा सदा बरे बर्बाद होइ जाइ। उ धरती स होइके फुन कबहुँ कउनो नाहीं गुजरा करी। 11 उ धरती परिंदन अउर नान्ह-नान्ह जनावरन क होइ जाइ। हुवाँ कुचकुचवन अउर कउअन क बास होइ। परमेस्सर उ धरती क “सूनी उजाड़” भुइँया मँ बदल देइ। इ वइसी ही होइ जइसी इ सृस्टि स पहिले रही। 12 स्वतंत्र मनई अउर मुखिया लोग खतम होइ जइहीं। ओन लोगन क हुकूमत करइ बरे हुवाँ कछू भी नाहीं बची।
13 हुवाँ क सबहिं सुन्नर भवनन मँ काँटन अउर जंगली झाड़ियन जमि अहइी। जंगली कुकुरन अउर कुचकुचवन ओन मकानन मँ बास करिहीं। परकोटन स जुकत नगरन क जंगली जानवर आपन निवास बनाइ लेइहीं। हुवाँ जउन घास जमी ओहमाँ बड़के बड़के पंछी रइहीं। 14 हुवाँ जंगली बिल्लियन अउर लकड़ बग्घन साथ रहा करिहीं अउर जंगली बोकरियन हुवाँ आपन मीतन क बोलइहीं। राति क जीवजन्तु हुवाँ आपन बरे आस्रय खोजत फिरिहीं अउर हुवँइ विस्राम करइ बरे आपन जगह बनाइ लेइहीं। 15 साँप हुवाँ आपन घर बनाइ लेइहीं। हुवाँ साँप आपन अण्डन दिया करिहीं। अण्डन फूटिहीं अउर ओन अँधियारा स भरे जगहन स रेगत भए साँप क बच्चन बाहेर निकरिहीं। हुवाँ मरी चिजियन क खाइवाले पंछी एक क पाछे एक एकट्ठा होत चला जइहीं।
16 यहोवा क चर्म-पत्र क लखा। पढ़ा ओहमाँ का लिखा अहइ। कछू भी नाहीं छूटा अहइ। उ चर्म-पत्र मँ लिखा अहइ कि उ पचे सबहिं पसु पंछी एकट्ठा होइ जइहीं। एह बरे परमेस्सर क मुँह इ आदेस दिहन अउर ओकर आतिमा ओनका एक संग एकट्ठा कइ दिहस। परमेस्सर क आतिमा ओनका परस्पर एकट्ठा करी। 17 परमेस्सर ओनके साथ का करी, इ उ निहचय कइ लिहस ह। एकरे पाछे परमेस्सर ओनके बरे एक जगह चुनेस। परमेस्सर एक रेखा हींचेस अउर ओनका ओनकर धरती देखाइ दिहस। एह बरे उ धरती सदा सदा पसुअन क ही होइ जाइ। उ पचे हुवाँ साल दर रहत साल चला जइहीं।
सरग क दर्सन
4 एकरे बाद मइँ आपन निगाह उठाएउँ तउ उहाँ सरग क खुला दरवाजा मोरे सामने रहा। अउर उहइ आवाज जउने क मइँ पहले सुने रहेउँ, तुरही क आवाज जइसी मँ मोसे कहत रही, “हिआँ ऊपर आइ जा। मइँ तोहका उ देखाउब जउन आगे चलिके होइवाला अहइ।” 2 फिन तुरन्तइ मइँ आतिमा क बस मँ होइ गएउँ। मइँ देखेउँ कि मोर सामने सरग मँ सिंहासन अहइ अउर ओकरे ऊपर केउ बइठा अहइ। 3 जउन ओह प बइठा रहा ओकै चमक यसब अउर गोमेद क तरह रही। सिंहासन क चारिहुँ कइँती एक मेघधनुस रहा जउन पन्ना क तरह दमकत रहा।
4 उ सिंहासन क चारिहुँ कइँती चौबीस सिंहासन अउर रहेन। ओकरे ऊपर चौबीस बुजुर्गन[a] बइठा रहेन। उ पचे सफेद कपरा पहिने रहेन। ओनके मूड़े प सोने क मुकुट रहेन। 5 सिंहासन भरा बिजली क चकाचौध, घड़घड़ाहट, अउर बादर गरजइ क आवाज आवत रही। सिंहासन क समन्वा लपलपात सात मसाल जरत रहिन। इ मसाल परमेस्सर क सात आतिमा अहइँ। 6 सिंहासन क समन्वा पारदर्सी कांच क स्फटिक समुद्दर जइसा फइला रहा।
सिंहासन क ठीक समन्वा अउर ओकरे दुइनउँ तरफ चार जीवित प्रानी रहेन। ओनके आगे अउर पाछे आंखिन रहिन। 7 पहला जीवित प्रानी सेर क तरह रहा, दूसर जीवित प्रानी बइल जइसा रहा, तीसरे जीवित प्रानी क मुँह मनई जइसा रहा। अउर चौथा प्रानी उड़ते हए गरुड़ क समान रहा। 8 इ चारु ही प्रनियन क छ: छ: ठू पखना रहेन। ओकरे चारो तरफ अउर भीतर आंख आंख भरी पड़ी रहिन। दिन रात उ पचे हमेसा कहत रहेन:
“पवित्तर, पवित्तर, पवित्तर प्रर्भू परमेस्सर सर्वसक्तिमान,
उहइ रहा, उहइ अहइ, अउर उहइ आवत अहइ।”
9 जउ उ जिअत प्रानी उ सदैव रहत क महिमा, आदर अउर धन्यबाद करत रहेन, जउन सिंहासन प बइठा रहा, तउ ब उ 10 चौबीसौ बुजुर्गन ओकरे पैरन मँ गिरके हमेसा जिअत रहइवाले क आराधना करत ही। उ सिंहासन क समन्वा आपन मुकुट डाय देत ही अउर कहत ही:
11 “हे हमार पर्भू अउर परमेस्सर!
तू महिमा, समादर अउर ताकत पावई क बरे सुयोग्य अहा,
काहे बरे कि तू ही अपनी इच्छा स सब चीजन क पइदा किहा,
अउर तोहरी इच्छा स ओनकर अस्तित्व अहइ। अउर तोहरी इच्छा स ओनकर पैदाइस भय।”
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