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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 40-43

इस्राएल क सजा क अन्त

40 “चैन द्या, मोरे लोगन क चैन द्या!
    तोहार पचन्क परमेस्सर कहत ह।
तू यरूसलेम स दाया स बातन करा।
    यरूसलेम क बताइ द्या, ‘तोहरी सेवा क समय पूरा होइ चुका।
    तू आपन पापन क कीमत दइ दिहे अहा।’
यहोवा यरूसलेम क कीन्ह भए पापन क
    दुइ गुणा दण्ड ओका दिहेस ह।”

सुना! एक मनई क जोर स गोहरावत भए सुर:
“यहोवा बरे बियाबान मँ एक राह बनावा।
    हमार परमेस्सर बरे बियाबान मँ एक रास्ता चौरस करा।
हर घाटी क भरि द्या
    हर एक पर्वत अउ पहाड़ी क समथर करा।
टेढ़-मेढ़ राहन क सोझ करा।
    उबड़-खाबड़ क चौरस बनाइ द्या।
तब यहोवा क महिमा परगट होइ।
    सब लोग एकट्ठा यहोवा क तेज क लखिहीं।
हाँ, यहोवा खुद इ सबइ कहेस ह।”

एक वाणी मुखरित भइ, उ कहेस, “बोला।”
    तउ मनई पूछेस, “मइँ का कहउँ?”
वाणी कहेस, “लोग सदा जिअत नाहीं रहिहीं।
    उ सबइ रेगिस्ताने क घास क नाई अहइँ।
    ओनकर धार्मिकता जंगली फूल क समान अहइ।
एक सक्तिसाली आँधी यहोवा कइँती स उ घासे पइ चलत ह,
    अउर घास झुराइ जात ह, जंगली फूल नस्ट होइ जात ह।
    हाँ सबहिं लोग घास क समान अहइँ।
घास मरि जात ह अउर जंगली फूल नस्ट होइ जात ह।
    किन्तु हमरे परमेस्सर क बचन सदा बने रहत हीं।”

मुक्ति: परमेस्सर क सुसंदेस

हे, सिय्योन, तोहरे लगे सुसंदेस कहइ क अहइ।
    तु पहाड़े पइ चढ़ि जा अउर ऊँचे सुर स ओका गोहरावा।
यरूसलेम, तोहरे लगे एक सुसंदेस कहइ क अहइ।
    भयभीत जिन ह्वा, तू ऊँच सुर मँ बोला।
यहूदा क सारे नगरन क तू इ सबइ बातन बताइ द्या:
    “लखा, इ रहा तोहार परमेस्सर!”
10 मोर सुआमी यहोवा सक्ति क संग आवत अहइ।
    उ आपन सक्ति क उपयोग लोगन पइ सासन करइ मँ लगाइ।
यहोवा आपन लोगन क प्रतिफल देइ।
    ओकरे लगे देइ क ओनकर मजदूरी होइ।
11 यहोवा आपन लोगन क वइसे ही अगुवाई करी जइसे कउनो गड़रिया आपन भेड़िन क अगुवाई करत ह।
    यहोवा आपन बाहु क काम मँ लिआई अउर आपन भेड़िन क बटोरी।
    यहोवा नान्ह भेड़िन क उठाइके गोद मँ थामी, अउर ओनकर महतारिन ओकरे संग संग चलिहीं।

संसार क परमेस्सर रचेस: उ एकर सासक अहइ

12 कउनो अँजुरी मँ भरिके समुद्र क नाप दिहेस?
    कउन हाथे स अकास क नाप दिहस?
कउन कटोरा मँ भरिके धरती क सारी धूरि क नाप दिहस?
    कउन नापइ क धागा स पर्वतन अउर चोटियन क नाप दिहेस?
    इ यहोवा किहे रहा।
13 यहोवा क आतिमा क कउनो मनई इ नाहीं बताएस कि ओका का करब रहा।
    यहोवा क कउनो इ नाहीं बताएस कि ओका जउन उ किहेस ह, कइसे करब रहा।
14 का यहोवा कउनो स मदद माँगेस?
    का यहोवा क कउनो निस्पच्छता क पाठ पढ़ाएस ह?
का कउनो मनई यहोवा क गियान सिखाएस ह?
    का कउनो मनई यहोवा क बुद्धि स काम लेब सिखाएस ह? नाहीं।
    एन सबहिं बातन क यहोवा क पहिले ही स गियान अहइ।
15 लखा, जगत क सारे देस गगरी मँ एक नान्ह बूँद जइसे अहइँ।
    जदि यहोवा सुदूरवर्ती देसन तलक क लइके आपन तराजू पइ धइ देइ,
    तउ उ पचे नान्ह स रजकन जइसे लगिहीं।
16 लबानोन क सारे बृच्छन भी काफी नाहीं अहइ
    कि ओनका यहोवा बरे बारा जाइ।
लबानोन क सारे पसु काफी नाहीं अहइँ
    कि ओनका ओकर एक बलि बरे मारा जाइ।
17 परमेस्सर क तुलना मँ बिस्व क सबहिं रास्ट्र कछु भी नाहीं अहइँ।
    परमेस्सर क तुलना मँ विस्व क सबहिं रास्ट्र बिल्कुल बगैर कीमत क अहइँ।

परमेस्सर का अहइ, लोग कल्पना नाहीं कइ सकतेन

18 का तू परमेस्सर क तुलना कउनो भी चीज स कइ सकत ह? नाहीं।
    का तू परमेस्सर क चित्र बनाइ सकत ह? नाहीं।
19 किन्तु कछू लोग अइसे अहइँ जउन पाथर अउर काठे क मूरतियन बनावत हीं
    अउर ओनका देवता कहत हीं।
एक कारीगर मूरति क बनावत ह।
    फुन दूसर कारीगर ओह पइ सोना मढ़ देत ह अउर ओकरे बरे चाँदी क जंजीरन बनावत ह।
20 तउ उ मनई आधार बरे एक खास तरह क काठ चुनत ह
    जउन सड़त नाहीं ह।
तब उ एक अच्छे काठे क कारीगर क हेरत ह।
    उ कारीगर एक अइसा देवता बनावत ह जउन लुढ़कत नाहीं ह।
21 निहचय ही, तू पचे फुरइ जानत अहा, बोला?
    निहचय ही तू पचे सुन्या ह।
    निहचइ ही बहोत पहिले कउनो तू पचन्क बनाएस ह।
    निहचइ ही तू पचे जानत अहा कि धरती क कउन बताएस ह।
22 यहोवा ही सच्चा परमेस्सर अहइ। उहइ धरती क चक्र क ऊपर बइठत ह।
    ओकर तुलना मँ लोग टिड्डी स लगत हीं।
उ अकासन क कउने कपड़े क टूकन क नाई खोल दिहस।
    उ अकासे क ओकरे खाले बइठइ क एक तम्बू क नाई तान दिहस।
23 सच्चा परमेस्सर सासकन क महत्वहीन बनावत ह।
    उ इ जगत क निआवकर्त्तन क पूरी तरह बियर्थ बनाइ देत ह।
24 उ सबइ सासक अइसे अहइँ जइसे उ पचे पउधन जेनका धरती मँ रोपा गवा होइ,
    किन्तु एहसे पहिले कि उ पचे आपन जड़न धरती मँ जमाइ पावइँ,
परमेस्सर ओनका बहाइ देत ह
    अउर उ सबइ झुराइके मरि जात हीं।
    आँधी ओनका तिनका सा उड़ाइके लइ जात ह।
25 “का तू कउनो स भी मोर तुलना कइ सकत ह नाहीं।
    कउनो भी मोरे बराबर क नाहीं अहइ।”

26 ऊपर अकासन क लखा।
    कउन ऍन सबहिं तारन क बनाएस?
कउन उ सबइ अकास क सेना बनाएस?
    केका सबहिं तारन नाम-बनाम मालूम अहइँ?
सच्चा परमेस्सर बहोत ही सुदृढ़ अउर सक्तीसाली अहइ
    एह बरे कउनो तारा कबहुँ निज मार्ग नाहीं बिसरा।

27 हे याकूब, इ सच अहइ।
    हे इस्राएल, तोहका एका बिस्सास करइ चाही।
तउ तू काहे अइसा कहत ह कि “जइसी जिन्नगी मइँ जिअत हउँ ओका यहोवा नाहीं लखि सकत।
    परमेस्सर मोका धइ नाहीं पाइ अउर न सजा दइ पाई।”

28 सचमुच तू सुन्या ह
    अउर जानत ह कि यहोवा परमेस्सर बुद्धिमान अहइ।
जउन कछू उ जानत ह ओन सबहिं बातन क मनई नाहीं सीख सकत।
    यहोवा कबहुँ थकत नाहीं,
ओका कबहुँ विस्राम क जरूरत नाहीं होत।
    यहोवा ही सबहिं दूरदराज क ठउर धरती पइ बनाएस।
    यहोवा सदा जिअत ह।
29 यहोवा सक्तीहीनन क सक्तीसाली बनइ मँ सहायता देत ह।
    उ अइसे ओन लोगन क जेनके लगे सक्ति नाहीं अहइ, प्रेरित करत ह कि उ सक्तीसाली बनइ।
30 नउजवान थक जात हीं अउर ओनका विस्राम क जरूरत पड़जात ह।
    हिआँ तलक कि किसोर भी ठोकर खात हीं अउर गिरत हीं।
31 किन्तु उ सबइ जउन यहोवा क भरोसा करत अहइँ आपन सक्ति क प्राप्त कइ लेइ।
    उ पचे उँचाई पइ उड़ि ओकर पखना बाज़ क नाई होइ।
उ पचे दौड़ी किन्तु कमज़ोर नाहीं होइ।
    उ पचे चली किन्तु थकी नाहीं

यहोवा सृजनहार अहइ: उ अमर अहइ

41 यहोवा कहा करत ह,
“सुदूरवर्ती देसो, चुप रहा अउर मोरे लगे आवा।
    जातियो, फुन स सुदृढ़ बना।
मोरे लगे आवा अउर मोहसे बातन करा।
    आपुस मँ मिलिके हम निहचय करी
    कि उचित का अहइ।
कउन उ बिजेता क जगाएस ह, जउन पूरब स आइ?
    कउन ओहसे दूसर देसन क हरवावत अउर राजा लोगन क अधीन कइ देत?
कउन ओकर तरवारन क एतना बढ़ाइ देत ह कि उ पचे अनगिनत होइ जात जेतना रेत-कण होत हीं?
    कउन ओकरे धनुसन क ऍतना अनगिनत कइ देत
    जेतना भूसे क छिलकन होत हीं?
उ मनई पाछा करी अउर ओन रास्ट्रन क पाछा बगैर नोस्कान उठाए करत रही
    अउर अइसे ओन ठहूरन तलक जाइ जहाँ उ पहिले कबहुँ गवा ही नाहीं।
कउन इ सबइ सब घटित करत ह? कउन इ किहेस?
    कउन आदि स सबलोगन क बोलाएस?
मइँ यहोवा एन सबइ बातन क किहेउँ।
    मइँ यहोवा ही सबसे पहिला हउँ।
    आदि क पहिले स मोर अस्तित्व रहा ह, अउर जब सब कछू चला जाइ तउ भी मइँ हिअँइ रहब।
सुदूरवर्ती देस एका लखिहीं
    अउर भयभीत होइँ।
दूर धरती क छोर क लोग
    फुन आपुस मँ एक जुट होइके
    भय स काँपि उठइँ।”

“काम करइवालन एक दूसर क मदद करत ह अउर मज़बूत होइवइ बरे हिम्मत बढ़ावत ह। मूर्ति बनावइ बरे एक कारीगर लकड़ी काटत अहइ। फुन उ मनई सुनारे क उत्साहित करत ह। एक कारीगर हथौड़े स धातु क पत्तर बनावत अहइ। फुन उ कारीगर निहायी पइ काम करइवाले मनई क प्रेरित करत अहइ। इ आखिरी कारीगर कहत अहइ, काम अच्छा अहइ, ‘किन्तु इ धातु बाहेर नाहीं निकरी।’ किन्तु उ तउ प भी मूरति क आधार पइ कीले स जड़ि द्या, ताकि इ कबहुँ हिल-डुल तलक नाहीं पाई।”

यहोवा ही हमार रच्छा कइ सकत ह

यहोवा कहत ह: “हे मोर सेवक इस्राएल,
    हे याकूब मोर मीत इब्राहींम क सन्तान
    तोहका मइँ चुनेउँ ह,
मइँ तोहका भूइँया क
    दूर जगह स उठाएउँ।
मइँ तू पचन्क उ दूर देस स बोलाएउँ।
    मइँ कहेउँ, ‘तू मोर सेवक अहा।’
मइँ तोहका चुनेउँ ह
    अउर मइँ तोहका रद्द किहेउँ ह।
10 तू चिन्ता जिन करा, मइँ तोहरे संग हउँ।
    तू भयभीत जिन ह्वा, मइँ तोहार परमेस्सर हउँ।
मइँ तोहका सुदृढ़ करब।
    मइँ तोहका आपन नेकी क दाहिने हाथे स सहारा देब।
11 लखा, कछू लोग तोहसे नाराज अहइँ
    किन्तु उ पचे लजइहीं।
    जउन तोहार दुस्मन अहइँ उ पचे नाहीं रहिहीं, उ पचे सब हेराइ जइहीं।
12 तू अइसे ओन लोगन क खोज करब्या जउन तोहरे बिरुद्ध रहेन।
    किन्तु तू ओनका नाहीं पउब्या।
उ पचे सबइ लोग जउन तोहसे लड़ा रहेन,
    पूरी तरह लुप्त होइ जइहीं।
13 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा हउँ।
    मइँ तोहार सीधा हाथ थाम रखे हउँ।
मइँ तोहसे कहत हउँ कि ‘जिन डेराउन।
    मइँ तोहका सहारा देब।’
14 कीमती यहूदा, तू निर्भय रहा।
    हे मोर प्रिय इस्राएल क लोगो! भयभीत जिन रहा।
    फुरइ मइँ तोहका मदद देबउँ।”

खुद यहोवा ही इ सबइ बातन कहे रहा।

“इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर
    जउन तोहार रच्छा करत ह, कहे रहा:
15 लखा, मइँ तोहका एक नवे दाँवइ क औजार जइसा बनाएउँ ह।
    इ औजारे मँ बहोत स दाँतन अहइँ जउन बहोत तीखे अहइँ।
    किसान एका अनाज क छिलका उतारइ क काम मँ लिआवत हीं।
तू पर्वतन क गोड़न तले मसलब्या अउर ओनका धूरि मँ मिलाइ देब्या।
    तू पर्वतन क अइसा कइ देब्या जइसे भूसा होत ह।
16 तू ओनका हवा मँ उछरब्या
    अउर हवा ओनका उड़ाइके दूर लइ जाइ अउर ओनका कहूँ छितराई देइ।
तब तू यहोवा मँ टिकिके आनन्दित होब्या।
    तोहका इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर प बहोत गर्व होइ।

17 “गरीब जन, अउर जरूरतमंद जल हेरत हीं
    किन्तु ओनका जल नाहीं मिलत ह।
    उ पचे पियासा अहइँ अउर ओनकर जीभ झुरान अहइ।
मइँ ओनकर बिनतियन क जवाब देब।
    मइँ ओनका न ही तजब अउर न ही मरइ देब।
18 मइँ झुरान पहाड़ पइ नदियन बहाइ देब।
    घाटियन मँ स जलस्रोत बहाइ देब।
मइँ रेगिस्तान क जल स भरी झील मँ बदल देब।
    उ झुरान धरती पइ पानी क सोतन मिलिहीं।
19 रेगिस्तान मँ देवदार क, कीकर क, जैतून क,
    सनावर क, तिघारे क, चीड़ क बृच्छ जमिहीं।
20 लोग अइसा होत भए लखिहीं
    अउर उ पचे जानिहीं कि यहोवा क सक्ति इ सब किहेस ह।
लोग एनका लखिहीं अउर समुझब सुरू करिहीं
    कि इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर इ बातन किहेस ह।”

यहोवा क लबार देवतन क चितउनी

21 यहोवा, याकूब क राजा कहत ह, “आ, अउर मोका आपन मुकदमा द्या। आपन सबूत मोका देखावा। तब हम इ निहचय करब कि का उचित अहइँ?” 22 तोहरे पचन्क मूरतियन क हमरे लगे आइके, जउन घटत अहइ, उ बतावइ चाही। “सुरू मँ का कछू घटा रहा अउर भविस्स मँ का घटइवाला अहइ। हमका बतावा हम बड़े धियान स सुनब। जेहसे हम इ जान जाइ कि अगवा का होइवाला अहइ। 23 हमका ओन बातन क बतावा जउन घटइवाली अहइँ। जेनका जानइ क हमका इन्तजार अहइ ताकि हम पतियायी कि फुरइ तू देवता अहा। कछू करा। चाहे भला चाहे बुरा ताकि हम लखि सकी अउर जान सकी कि तू जिअत अहा अउर तोहार अनुसरण करी।

24 “लखा, हे लबार देवता, तू पचे बेकार स भी जियादा बेकार अहा! तू पचे कछू भी नाहीं कइ सकत्या। केवल बेकार क भ्रस्ट लोग ही तू पचन्क पूजइ चाहत हीं।”

बस यहोवा ही परमेस्सर अहइ

25 “जवाब मँ मइँ एक मनई क उठाएउँ ह।
    उ पूरब स जहाँ सूरज उगा करत ह, आवत अहइ।
    उ मोरे नाउँ क उपासना किया करत ह।
जइसे कोहार माटी रौंदा करत ह वइसे ही
    उ बिसेस मनई राजा लोगन क रौंदी।

26 “इ सबइ घटइ स पहिले ही हमका जउन बताएस ह, हमका ओका परमेस्सर कहइ चाही।
    का हमका इ सबइ बातन तू पचन्क कउनो मूरति बताएस? नाहीं।
कउनो भी मूरति कछू भी हमका नाहीं बताए रही।
    उ सबइ मूरतियन तउ एक भी सब्द नाहीं बोल पावत हीं।
    उ सबइ लबार देवतन एक भी सब्द जउन तू पचे बोला करत ह नाहीं सुन पावत हीं।
27 मइँ, यहोवा पहिले रहेउँ जउन इ बातन क बिसय मँ सिय्योन क बताएउँ ह!
    उ मइँ ही रहेउँ जउन दूत क इ बड़िया संदेस क साथ यरूसलेम पठएउँ!
    ‘लखा, तोहार लोग वापस आवत अहइँ।’”

28 जइसा मइँ लखेस,
    हुवाँ कउनो एक भी मोजूद नाहीं रहा जउन आपन तर्क पेस करी!
    का एकर मतलब अहइ कि ओन देवतन मँ स एक भी वकील न रही!
मइँ ओका प्रस्न पूछेस,
    किन्तु ओनमाँ स कउनो भी कछू नाहीं बोलेस!
29 लखा, इ सबइ देवतन बिल्कुल ही बियर्थ अहइँ!
    उ पचे कछू नाहीं कइ पावतेन!
    उ कछू नाहीं सिरिफ हवा अहइ।

यहोवा क बिसेस सेवक

42 “मोरे दास क लखा।
    मइँ ओकर हाथ सँभारेउँ ह।
उहइ एक अहइ जेका मइँ चुनेउँ ह,
    मइँ ओहसे बहोत खुस हउँ।
मइँ आपन आतिमा ओह पइ रखत हउँ।
    उ ही सब रास्ट्रन मँ निआव कइ सकत ह।
उ गलियन मँ जोर स नाहीं बोली।
    उ नाहीं गोहराई अउर न चीखी।
उ विनम्र होब्या, उ कुचाल भवा सरकण्डा तलक क नाहीं तोड़ी।
    उ टिमटिमात भइ लौ तलक क भी नाहीं बुझाई।
    उ सच्चाई स निआव क कायम करी।
उ कमजोर या कुचरा भवा तब तलक नाहीं होइ
    जब तलक उ निआव क दुनियाँ मँ न लइ आवइ।
    दूर देसन क लोग ओकर सिच्छन पइ बिस्सास करिहीं।”

यहोवा जगत क सृजनहार अउर सासक अहइ

सच्चा परमेस्सर यहोवा इ सबइ बातन कहेस ह: (यहोवा अकासन क बनाएस ह। यहोवा अकास क धरती पइ तानेस ह। धरती पइ जउन कछू अहइ उ भी उहइ बनाएस ह। धरती पइ सबहिं लोगन पइ उहइ प्राण फूँक्त ह। धरती पइ जउन भी लोग चलत फिरत अहइँ, ओन सबन क उहइ जिन्नगी प्रदान करत ह।)

“मइँ, यहोवा, तोहका नीक मकसद स बुलाएस रहा!
    मइँ तोहार हाथ थामब अउर तोहार रच्छा करब।
तू एक चिह्न इ प्रगट करइ क होब्या कि लोगन क संग मोर एक वाचा अहइ।
    तू सब लोगन पइ चमकइ क एक प्रकास होब्या।
तू आँधरन क आँखी क प्रकास देब्य अउर उ सबइ लखइ लगिहीं।
    अइसे बहोत स लोग जउन जेल मँ पड़ा अहइँ, तू ओन लोगन क अजाद करब्य।
    तू बहोत स लोगन क जउन अँधियारा मँ रहत हीं, ओनका उ कारागार स तू बाहेर छुड़ाइ लउब्या।

“मइँ यहोवा हउँ।
    मोर नाउँ यहोवा अहइ।
मइँ आपन महिमा दूसर क नाहीं देब।
    मइँ आपन ओन मूरतियन क उ तारीफ जउन मोर अहइँ, नाहीं लेइ देब।
सुरू मँ मइँ कछू बातन जेनका घटब रहा, बताए रहेउँ
    अउर उ सबइ घटि गइन।
अब तोहका उ सबइ बातन घटइ स पहिले ही बताउब
    जउन अगवा चलिके घटिहीं।”

परमेस्सर क स्तुति

10 यहोवा बरे एक नवा गीत गावा,
    तू पचे जउन दूर दराज क देसन मँ बसा अहा,
तू पचे जउन सागरे पइ जलयान चलावत अहा,
    तू पचे समुद्दर क सबहिं जीवन, दूरवर्ती देसन क सबहिं लोगन,
    यहोवा क यसगान करा।
11 हे रेगिस्तान एवं नगरन अउर केदार क गाँवन,
    यहोवा क तारीफ करा।
सेना क लोगो, आनन्द बरे गावा।
    आपन पर्वतन क चोटी स गावा।
12 यहोवा क महिमा द्या।
    दूर देसन क लोगो ओकर यसगान करा।
13 यहोवा वीर योद्धा स बाहेर निकरी उ मनई स जउन जुद्ध बरे तत्पर अहइ।
    उ बहोत उत्तेजित होइ।
उ पुकारी अउर जोर स ललकारी उ गोहराई अउर जोर स ललकारी
    अउर आपन दुस्मनन क पराजित करी।

परमेस्सर धीरज रखत ह

14 “बहोत समय स मइँ कछू भी नाहीं कहेउँ ह।
    मइँ अपने ऊपर नियन्त्रण बनाए रखेउँ ह अउर मइँ चुप रहेउँ ह।
किन्तु अब मइँ ओतने जोर से चिल्लाब जेतने जोर स बच्चे क जनत भए मेहरारू चिल्लात ह।
    मइँ बहोत तेज अउर जोर स साँस लेब।
15 मइँ पर्वतन-पहाड़ियन क नस्ट कइ देब।
    मइँ जउन पौधे हुवाँ उगत हीं।
ओनका झुराइ देबउँ, मइँ नदियन क झुरान धरती मँ बदल देबउँ।
    मइँ जल क सरोवरन क सुखाइ देव।
16 फुन मइँ आँधरन क अइसी राह देखाँउब जेन पइ ओका कबहुँ नाहीं लइ जाइ गवा।
    मइँ आँधर लोगन क अइसी जगह पइ लेइ जाब जहाँ उ पचे कबहुँ नाहीं भवा।
ओनके बरे मइँ अँधियारा क प्रकास मँ बदल देबउँ।
    ऊँच नीच धरती क मइँ समथर बनाउब।
मइँ ओन कामन क करब जेनकर मइँ बचन दिहेउँ ह।
    मइँ आपन लोगन क कबहुँ नाहीं तजब।
17 किन्तु कछू लोग मोर अनुसरण करी तजि दिहेन।
    उ पचे सोना स मढ़ी मूरतियन पइ विस्सास कइके आपन-आप क लज्जित किहेन।
ओनसे उ पचे कहा करत हीं कि ‘तू पचे हमार देवतन अहा।’
    उ पचे आपन लबार देवतन क बिस्सासी अहइँ।
    किन्तु अइसे लोग बस निरास ही होइहीं!”

इस्राएल परमेस्सर क नाहीं सुनेस

18 “तू सबइ बहिर लोगन क मोर सुनइ चाही।
    तू सबइ आँधर लोगन क एहर दृस्टि डावइ चाही अउर मोका लखइ चाही।
19 कउन अहइ ओतना आँधर जेतना मोर दास अहइँ? कउनो नाहीं।
    कउन अहइ ओतना बहिर जेतना मोर दूत अहइ? जेका मइँ इ संसार मँ पठएउँ ह कउनो नाहीं।
इ आँधर कउन अहइ जेकरे संग मइँ वाचा किहेउँ?
    इ पचे ऍतना आँधर अहइँ जेतना आँधर यहोवा क दास अहइ।
20 उ लखत बहोत ह,
    किन्तु मोर हुकुम नाहीं मानत।
उ आपन कानन स साफ साफ सुनि सकत ह
    किन्तु उ मोर सुनइ स इन्कार करत ह।”
21 यहोवा उहइ चाहत ह जउन ओकरे सेवक इस्राएल बरे बड़ियार होइ,
    ऍह बरे उ (यहोवा) ओनका महान अउर अद्भुत उपदेस देत ह।
22 किन्तु ओनका कइँती लखा।
    उ पचे हराइ दिहे गएन अउर ओनकर धन जुद्ध मँ लूटि लिहे गएन।
उ पचे सबहिं कारागार मँ बन्द कीन्ह गएन।
    लोग ओनसे ओनकर धन छीनी लिहेन ह।
कउनो मनई ओकार रच्छा करइ क लाइक नाहीं अहा।
    दूसर मनई ओकर धन क लूटि लिहेन।
कउनो मनई अइसा नाहीं जउन कहइ
    “एका वापिस करा।”

23 तू पचन्मँ स का कउनो मनई एका सुनत ह? का तू पचन्मँ स कउनो क भी इ बात क परवाइ अहइ अउर का कउनो सुनत ह कि भविस्स मँ तू पचन्क साथ का होइवाला अहइ? 24 याकूब अउर इस्राएल क सम्पत्ति लोगन क कउन लेइ दिहस? यहोवा ही ओनका अइसा करइ दिहस। हम यहोवा क विरुद्ध पाप किहे रहे तउ यहोवा लोगन क हमार सम्पत्ति छोरइ दिहस? इस्राएल क लोग उस ढंग स जिअब नाहीं चाहत रहेन जउने ढ़ग स यहोवा चाहत रहा। इस्राएल क लोग ओकरी सिच्छा पइ कान नाहीं दिहन। 25 तउ यहोवा ओन पइ कोहाइ गवा। यहोवा ओनके खिलाफ भयानक लड़ाइयन लड़वाइ दिहस। इ अइसे भवा जइसे इस्राएल क लोग आगी मँ बरत होइँ अउर उ पचे जान ही न पाए होइँ कि का होत अहइ। इ अइसा रहा जइसे उ पचे बरत होइँ। किन्तु उ पचे जउन वस्तुअन घटत रहिन, ओनका समुझावइ क जतन ही नाहीं किहेन।

परमेस्सर सदा आपन लोगन क साथ रहत ह

43 याकूब, तोहका यहोवा बनाए रहा। इस्राएल, तोहार रचना यहोवा किहे रहा। अब यहोवा कहत ह: “भयभीत जिन ह्वा! मइँ तोहका बचाइ लिहेउँ। मइँ तोहका नाउँ स पुकारेउँ ह। तू मोर अहा। जब तोहे पइ बिपत्तियन पड़त हीं, मइँ तोहरे संग रहत हउँ। जब तू नदी पार करब्या, तू बहब्या नाहीं। तू जब आगी स होइके गुजरब्या, तउ तू बरब्या नाहीं। लपटन तोहका नोस्कान नाहीं पहोंचइही। काहेकि मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा हउँ। मइँ इस्राएल क पवित्तर तोहार उद्धारकर्ता हउँ। तोहरे बदले मँ मइँ मिस्र क दइके तोहका आजाद कराएउँ ह। मइँ इथोपिया अउ सबा क तोहका आपन बनावइ क दइ डाएउँ ह। तू मोरे बरे बहोत महत्वपूर्ण अहा। एह बरे मइँ तोहार आदर करब। मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ, ताकि तू जी सका, अउर मोर होइ सका। एकरे बरे मइँ सबहिं मनइयन अउर जातियन क बदले मँ देबउँ।” परमेस्सर आपन सन्तानन क घर लिआई

“एह बरे जिन डेराअ। मइँ तोहरे सगं हउँ। तोहार बच्चन क एकट्ठा कइके मइँ ओनका तोहरे लगे लिआउब। मइँ तोहरे लोगन क पूरब अउ पच्छिम स एकट्ठा करब। मइँ उत्तर स कहब: मोर बच्चे मोका लौटाइ द्या।” मइँ दक्खिन स कहब: “मोरे लोगन क बंदी बनाइके जिन रखा। दूर-दूर स मोरे पूत अउर बिटियन क मोरे लगे लिआवा। ओन सबहिं लोगन क, जउन मोर अहइँ, मोरे लगे लइ आवा अर्थात् ओन लोगन क जउन मोर नाउँ लेत हीं। मइँ ओन लोगन क खुद अपने बरे बनाएउँ ह। ओनकर रचना मइँ किहेउँ ह अउर उ पचे मोर अहइँ।” जगत बरे इस्राएल परमेस्सर क साच्छी अहइ

“अइसे लोगन क जेनकर आँखिन तउ अहइँ किन्तु फुन भी उ पचे आँधर अहइँ, ओनका निकार लिआवा। अइसे लोगन क जउन कानन क होत भए भी बहिर अहइँ, ओनका निकार लिआवा। सबहिं लोगन अउ सबहिं रास्ट्रन क एक संग बटोरा। अगर कउनो भी लबार देवता कबहुँ इ कहेस कि प्रारम्भ मँ का भवा रहा अउर भूतकाल मँ इ बताए रहा कि आगे का कछू होइ तउ ओनका आपन गवाह लिआवइ द्या अउर ओनका सच साबित करइ द्या। अगर उ सुन सकत ह तउ ओका आवइ द्या अउर सच्चाइ क कहइ द्या।”

10 यहोवा कहत ह, “तू ही लोग मोर साच्छी अहा। तू मोर उ सेवक अहा जेका मइँ चुनेउँ ह। मइँ तोहका एह बरे चुनेउँ ह ताकि तू समुझ ल्या कि ‘उ मइँ ही हउँ’ अउर मोह माँ बिस्सास करइ। मइँ फुरइ परमेस्सर हउँ। मोसे पहिले कउनो परमेस्सर नाहीं होइ। 11 मइँ खुद ही यहोवा हउँ। मोरे अलावा अउर कउनो दूसर उद्धारकर्ता नाहीं अहइ, बस केवल मइँ ही हउँ। 12 उ मइँ ही हउँ जउन तोहसे बात किहे रहा। तोहका मइँ बचाएउँ ह। उ सबइ बातन मइँ तोहका बताए रहेउँ। जउन तोहरे संग रहा, उ कउनो अनजाना देवता नाहीं रहा। तू मोर साच्छी अहा अउर मइँ परमेस्सर हउँ।” (इ सबइ बातन यहोवा कहे रहा।) 13 “मइँ तउ सदा स ही परमेस्सर रहा हउँ। जब मइँ कछू करत हउँ तउ मोर कीन्ह क कउनो भी मनई नाहीं बदल सकत अउर मोर सक्ति स कउनो भी मनई कउनो क बचाइ नाहीं सकत।”

14 इस्राएल क पवित्तर यहोवा तोहका छोड़ावत ह। यहोवा कहत ह, “मइँ तोहरे बरे बाबुल मँ फउजन पठउब। सबहिं ताले लगे दरवाजन क मइँ तोड़ देब। कसदियन क जीत क नारे दुःख भरी चीखन मँ बदल जइहीं। 15 मइँ तोहार पवित्तर यहोवा हउँ। इस्राएल क मइँ रचेउँ ह। मइँ तोहार राजा हउँ।”

यहोवा फुन आपन लोगन क रच्छा करी

16 यहोवा सागर मँ राहन बनाई। हिआँ तलक कि पछाड़न खात भए पानी क बीच भी उ आपन लोगन बरे राह बनाई। यहोवा कहत ह, 17 “उ पचे लोग जउन आपन रथन, घोड़न अउर फउजन क लइके मोहसे जुद्ध करिहीं, पराजित होइ जइहीं। उ पचे फुन कबहुँ नाहीं उठि पइहीं। उ पचे नस्ट होइ जइहीं। उ पचे दीये क लौ क तरह बुझ जइहीं। 18 तउ ओन बातन क याद जिन करा जउन प्रारंभ मँ घटी रहिन। ओन बातन क जिन सोचा जउन कबहुँ बहोत पहिले घटी रहिन। 19 काहेकि मइँ चिजियन क नवा जइसा बनावत हउँ! अब एक नवे बृच्छ क नाई तोहार अंकुरन होइ। तू जानत अहा कि इ सच नाहीं अहइ! मइँ तोहार बरे रेगिस्ताने मँ फुरइ एक मारग बनाउब। मइँ फुरइ झुरान धरती पइ नदियन बहाइ देब। 20 हिआँ तलक कि बनेर पसु अउर कुचकुचवा भी मोर आदर करिहीं। बिसालकाय पसु अउर पच्छी मोर आदर करिहीं। जब मरूभुमि मँ मइँ पानीरह देब तउ उ पचे मोर आदर करिहीं। झुरान धरती मँ जब मइँ नदियन क रचना कइ देब तउ उ पचे मोर आदर करिहीं। मइँ अइसा आपन लोगन क पानी देइ बरे करब। ओन लोगन क जेनका मइँ चुनेउँ ह। 21 इ सबइ उ पचे लोग अहइँ अउर इ सबइ लोग मोर तारीफ क गीत गावा करिहीं।

22 “याकूब, तू मोका नाहीं गोहराया। काहेकि हे इस्राएल, तोहार मन मोहसे भरि गवा रहा। 23 तू लोग भेड़ी क आपन बलियन मोरे लगे नाहीं लिआया। तू पचे मोर मान नाहीं रख्या। तू पचे मोका बलियन नाहीं अर्पित किहा। मोका अन्न बलियन अर्पित करइ बरे मइँ तू पचन पइ जोर नाहीं डावत हउँ। तू पचे मोरे बरे धूप बारत-बारत हार जाब्या, एकरे बरे मइँ तोह पइ दबाव नाहीं डावत। 24 तू पचे आपन बलियन क चर्बी स मोका तृप्त नाहीं करत्या मोका आदर देइ बरे चिजियन मोल लेइ बरे आपन धने क उपयोग नाहीं करत्या। आपन बलियन क चर्बी स मोका तृप्त नाहीं करत्या। किन्तु तू मोहे पइ दबाव डावत अहा कि मइँ तोहरे दास क नाई आचरण करउँ। तू तब तलक पाप करत चला गया जब तलक मइँ तोहरे पापन स पूरी तरह तंग नाहीं आइ गएउँ।

25 “मइँ उहइ हउँ जउन तोहरे पापन्क धोइ डावत हउँ। खुद आपन खुसी बरे मइँ अइसा ही करत हउँ। मइँ तोहरे पापन्क याद नाहीं रखब। 26 अब, मोका उ याद दिलावा कि का भवा! बहस व मुबाहिसा करइ बरे अउर इ फइसला लेइ बरे कि कउन सत्य अहइ हमका एक संग मिलइ द्या। तू आपन पच्छ मँ तर्क पेस किया ह ऍह बरे तू इ कोसिस किहा कि तू निर्दोस अहइ! 27 तोहार पचन्क आदि बाप पाप किहे रहा अउर तोहार हिमायतियन मोरे खिलाफ काम किहे रहेन। 28 मइँ तोहरे पचन्क पवित्तर सासकन क अपवित्तर बनाइ दिहेउँ। मइँ याकूब क लोगन क अभिसप्त बनाएउँ। मइँ इस्राएल क अपमान कराएउँ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.