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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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दूसर इतिहास 28

यहूदा क राजा आहाज

28 आहाज बीस बरिस क रहा जब उ राजा भवा। उ यरूसलेम मँ सोलह बरिस तलक राज्ज किहस। आहाज उ नाहीं किहस जेका ओकर पुरखन दाऊद किहस जेका यहोवा नीक समुझत ह। आहाज इस्राएली राजा लोगन क बुरे उदाहरणन क अनुसरण किहस। उ बाल-देवता क पूजा क बरे मूरतियन क बनावइ क बरे साँचे क उपयोग किहस। आहाज हिन्नोम क घाटी मँ सुगन्धि बारेस। उ अपने पूतन क आगी मँ जराइके बलि भेंट किहस। उ उ सबइ सब भयंकर पाप किहस जेका उ पहँटा मँ रहइवाले मनइयन किहे रहेन। ओन सबइ पापन क करण यहोवा ओन मनइयन क बाहेर जाइ क मजबूर किहे रहा जब इस्राएल क लोग उ भुइँया मँ आए रहेन। आहाज बलि भेंट किहस अउर सुगन्धि क ऊँची जगहियन अर्थात पहाड़ियन अउर हर एक हरियर बृच्छ क खाले बारेस।

आहाज पाप किहस, एह बरे यहोवा, ओकर परमेस्सर अराम क राजा क ओका पराजित करइ दिहस। अराम क राजा अउर ओकर फउज आहाज क हराएस अउर यहूदा क अनेक लोगन क बन्दी बनाएस। अराम क राजा ओन बन्दियन क दमिस्क नगर क लइ गवा। यहोवा इस्राएल क राजा अउर रमल्याह क पूत पेकह क भी आहाज क पराजित करइ दिहस। पेकह अउर ओकर फउज एक दिन मँ यहूदा क एक लाख बीस हजार बीर फउजियन क मार डाएस। पेकह यहूदा क ओन लोगन क एह बरे हराएस कि उ पचे उ यहोवा, परमेस्सर क आग्या क पालन करइ बन्द कइ दिहस जेकर आग्या ओनकर पुरखन मानत रहेन। जिक्री एप्रैमी क एक बीर सिपाही रहा। जिक्री राजा आहाज क पूत मासेयाह अउ राजमहल क सरंच्छक अधिकारी अज्रीकाम अउ एलकाना क मार डाएस। एलकाना राजा क ठीक पाछे दूसर सक्ती रहा।

इस्राएल क फउज यहूदा मँ रहइवाले दुइ लाख अपने निचके सम्बन्धियन क धरेस। उ पचे मेहररुअन, बच्चन अउर यहूदा स बहोत कीमती चिजियन लिहस। इस्राएली ओन बन्दियन अउर ओन चिजियन क सोमरोन नगर क लइ आएन। मुला हुवाँ यहोवा क एक नबी रहा। इ नबी क नाउँ ओदेद रहा। ओदेद इस्राएल क इ सेना स मिला जउन सोमरोन लउटि आइ। ओदेद इस्राएल क सेना स कहेस, “यहोवा परमेस्सर जेकर आग्या तोहरे पुरखन मानेन, तोहका यहूदा क लोगन क हरावइ दिहन काहेकि उ ओन पइ कोहान रहा। तू लोग यहूदा क लोगन क बहोत कूरता स मार्या अउर दण्डित किहा। अब परमेस्सर तू पचन्पइ कोहान अहइ। 10 तू पचे यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क दास क तरह रखइ क जोजना बनावत अहा। तू लोग भी यहोवा, अपने परमेस्सर क बिरूद्ध पाप किहा ह। 11 अब मोर सुना। अपने जउने भाई बहिनियन क तू लोग बन्दी बनाया ह ओनका वापस कइ द्या। इ करा काहेकि यहोवा क भयंकर किरोध तोहरे पचन्क बिरुद्ध अहइ।”

12 तब एप्रैम क कछू प्रमुखन इस्राएल क फउजियन क जुद्ध स लउटिके घर आवत लख्या। उ सबइ प्रमुखन इस्राएल क फउजियन स मिलेन अउर ओनका चितउनी दिहन। उ पचे प्रमुख योहानान क पूत अजर्याह, मसिल्लेमोत क पूत बेरेक्याह, सल्लूम क पूत यहिजकिय्याह अउर हदलै क पूत अमासा रहेन। 13 ओन प्रमुखन इस्राएली फउजियन स कहेन, “यहूदा क बन्दियन क हिआँ जिन लिआवा। जदि तू इ करत अहा तउ इ हम लोगन क यहोवा क बिरूद्ध बुरा पाप कराइ। उ हमरे पाप अउर अपराध क अउर जियादा बुरा करी अउ यहोवा इस्राएलियन क बिरूद्ध बहोत कोहान होइ।”

14 एह बरे फउजियन बन्दियन अउ कीमती चिजियन क ओन प्रमुखन अउ इस्राएल क लोगन क दइ दिहस। 15 उ सबइ प्रमुखन खड़े भएन अउर उ पचे बन्दियन क मदद किहन। एन चारिहुँ मनइयन ओन ओढ़नन क लिहन जउन इस्राएली फउज लिहे रही अउर एका ओन लोगन क दिहस जउन नंगे रहेन। ओन प्रमुख ओन लोगन क जूते भी दिहन। उ पचे यहूदा क बन्दियन क कछू खाइ अउर पिअइ क दिहन। उ पचे ओन लोगन क ओकर घाव क नरम करइ बरे अउ उपचार बरे तेल मलेन। तब एप्रैम क प्रमुख लोग कमजोर बन्दियन क गदहन पइ चढ़ाएन अउर ओनका ओनके घर खजूर क बृच्छ क नगर यरीहो मँ ओनके परिवारन क लगे लइ गएन। तब उ सबइ चारिहुँ प्रमुख अपने घर सोमरोन क लउटि गएन।

16-17 उहइ समइ, एदोम क लोग फुन आएन अउर उ पचे यहूदा क लोगन क हराएन। एदोमी लोग लोगन क बन्दी बनाएन अउर ओनका बन्दी क रुप मँ लइ गएन। एह बरे राजा आहाज अस्सूर क राजा स मदद माँगेस। 18 पलिस्ती लोग भी पहाड़ी क नगरन अउर दक्खिन यहूदा पइ हमला किहन। पलिस्ती लोग बेतसेमेस, अय्यालोन, गदेरोत, सोको, तिम्ना अउर गिमजो नाउँ क नगरन पइ कब्जा कइ लिहन। उ पचे ओन नगरन क लगे क गाँवन पइ भी कब्जा कइ लिहन। तब ओन नगरन मँ पलिस्ती रहइ लागेन। 19 यहोवा यहूदा बरे परेसानियन लाएस काहेकि यहूदा क राजा अहाज यहूदा क लोगन क पाप करइ क बरे प्रोत्साहित किहस। उ यहोवा क धोखा दिहेस। 20 अस्सूर क राजा तिलगतपिलनेसेर आवा अउर आहाज क मदद देइ क जगह पइ उ परेसानी दिहस। 21 आहाज कछू कीमती चिजियन यहोवा क मन्दिर, राजमहल अउ राजकुमार भवन स एकट्ठा किहस। आहाज उ सबइ चिजियन अस्सूर क राजा क दिहस। किन्तु उ आहाज क मदद नाहीं दिहस।

22 आहाज क परेसानियन क समइ मँ उ अउर जियादा बुरे पाप किहेस अउर यहोवा क अउर जियादा अबिस्सास जोग्ग बन गवा। 23 उ दमिस्क क लोगन क जरिये पूजे जाइवाले देवतन क बलि भेंट किहस। दमिस्क क लोग आहाज क पराजित किहे रहेन। एह बरे उ मन ही मन सोचे रहा, “अराम क लोगन क देवतन क पूजा ओनका मदद दिहस। जदि मइँ ओन देवतन क बलि भेंट करउँ तउ संभव अहइ, उ पचे मोर भी मदद करइँ।” आहाज ओन देवतन क पूजा किहस। किन्तु ऍकर बदले ओका अउर इस्राएल क लोगन क पतन क कारण बनेस।

24 आहाज यहोवा क मन्दिर स चिजियन बटोरेस अउर ओनकर टूकन कइ दिहस। तब उ यहोवा क मन्दिर क दरवाजन क बन्द कइ दिहस। उ वेदियन बनाएस अउर यरूसलेम मँ सड़क क हर मोड़ पइ ओनका रखेस। 25 आहाज यहूदा क हर नगर मँ दूसर देवतन क पूजा अउर धूपबलि क बारइ बरे ऊँची जगह बनाएस। आहाज यहोवा ओकरे पिता क परमेस्सर क बहोत किरोधित कइ दिहस।

26 आहाज सुरु स आखीर तलक जउन कछू दूसर किहस उ यहूदा अउ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। 27 आहाज मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। लोग आहाज क यरूसलेम नगर मँ दफनाएन। किन्तु उ पचे आहाज क उहइ कब्रिस्तान मँ नाहीं दफनाएन जहाँ इस्राएल क राजा दफनाएन गए रहेन। आहाज क जगह पइ ओकर पूत हिजकिय्याह नवा राजा बना।

2 राजा 16-17

आहाज यहूदा क राजा बनत ह

16 योताम क पूत आहाज इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क सत्रहवें बरिस मँ यहूदा क राजा बना। आहाज जब राजा बना उ बीस बरिस क रहा। आहाज यरूसलेम मँ बीस बरिस तलक राज्ज किहस। आहाज उ सबइ काम नाहीं किहेस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। उ परमेस्सर क आग्या क पालन अपने पुरखा दाऊद क तरह नाहीं किहेस। आहाज इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा। उ अपने पूत क बलि आगी मँ दिहस। उ ओन रास्ट्रन क घोर पापन क किहेस जेनका यहोवा देस छोड़इ क मजबूर तब किहे रहा जब इस्राएली लोग हुवाँ आए रहेन। आहाज ऊँची जगहन, पहाड़ियन अउर हर एक हरे पेड़ क नीचे बलि चढ़ाएस अउ सुगन्धि बारेस।

अराम क राजा रसीन अउर इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह, दुइनउँ यरूसलेम क खिलाफ लड़इ आएन। रसीन अउ पेकह आहाज क घेरि लिहन किन्तु उ पचे ओका हराइ नाहीं सकेन। उ समइ अराम क राजा अराम क बरे एलत क वापस लइ लिहस। रसीन एलत मँ रहइवाले सबहिं यहूदा क निवासियन क जबरदस्ती निकारेस। अरामी लोग एलत मँ बस गएन अउर उ पचे आजु भी हुवाँ रहत अहइँ।

अहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर क लगे संदेसवाहक पठएस। सँदेसा इ रहा: “मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ आपके पूत क तरह हउँ। आवइँ, अउर मोका अराम क राजा अउर इस्राएल क राजा स बचावइँ। उ पचे मोहसे जुद्ध करइ आए अहइँ।” आहाज यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल क खजाने मँ जउन सोना अउर चाँदी रहा ओका भी लइ लिहस। तब आहाज अस्सूर क राजा क भेंट पठएस। अस्सूर क राजा ओकर बात मान लिहस। उ दमिस्क क खिलाफ लड़इ बरे गवा। राजा उ नगर पइ अधिकार कइ लिहस अउर लोगन क किर क बन्दी बनाइके लइ गवा। उ रसीन क भी मार डाएस।

10 राजा आहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर स भेंटइ गवा। आहाज दमिस्क मँ वेदी क लखेस। राजा आहाज इ वेदी क एक ठु नमूना अउर ओकर व्यापक रूपरेखा, याजक ऊरिय्याह क पठएस। 11 तब याजक उरिय्याह राजा आहाज क जरिये दमिस्क स पठए गए नमूने क समान ही एक ठु वेदी बनाएस। याजक उरिय्याह इ प्रकार क वेदी राजा आहाज क दमिस्क स लउटइ क पहिले बनाएस।

12 जब राजा दमिस्क स लउटा तउ उ वेदी क लखेस। उ वेदी पइ भेंट चढ़ाएस। 13 वेदी पइ आहाज होमबलि अउ अन्नबलि चढ़ाएस। उ आपन पेयबोलि डाएस अउर आपन मेलबलि क खून क इ वेदी पइ छिछकारेस।

14 आहाज उ काँसे क वेदी क जउन यहोवा समन्वा रही मन्दिर क समन्वा क जगह स हटाएस। इ काँसे क वेदी आहाज क वेदी अउर यहोवा क मन्दिर क बीच रही। आहाज काँसे क वेदी क अपने वेदी क उत्तर कइँती रखेस। 15 आहाज याजक ऊरिय्याह क आदेस दिहस। उ कहेस, “बिसाल वेदी क उपयोग भिंसारे क होमबलियन क बारइ क बरे, साँझ क अन्नबलि क बरे अउर इ देस क सबहिं लोगन क पेयबलि बरे करा। होमबलि अउ बलियन क सारा खून बिसाल वेदी पइ छिछकारा। किन्तु मइँ काँसे क वेदी क उपयोग परमेस्सर स सवाल पूछइ बरे करब।” 16 याजक ऊरिय्याह उ सबइ किहस जेका करइ बरे राजा आहाज आदेस दिहस।

17 हुवाँ पइ काँसे क कवचवाली गाड़ियन अउ याजकन क हाथ धोवइ बरे चिलमचियन रहिन। तब राजा आहाज मन्दिर मँ प्रयुक्त काँसे क गाड़ियन क काट डाएस अउर ओनसे पल्लन निकार लिहस। उ गाड़ियन मँ स चिलमचियन क लइ लिहस। उ बिसाल टंकी क भी काँसे क ओन बर्धन स हटाइ लिहस जउन ओकरे नीचे खड़ी रहिन। उ बिसाल टंकी क एक ठु पाथर क चबूतरे पइ रखेस। 18 कारीगरन सबित क सभा बरे मन्दिर क अंदर एक ठु ढकी जगह रहेन। आहाज सबित बरे ढकी जगह क भी हटाइ लिहस। आहाज इ सबइ चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहस। इ सबइ उ अस्सूर क राजा क कारण किहस।

19 आहाज जउन कारज किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 20 आहाज मरा अउ अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। आहाज क पूत हिजकिय्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

होसे इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू करत ह

17 एला क पूत होसे सोमरोन मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहस। इ यहूदा क राजा आहाज क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ भवा। होसे नौ बरिस तलक सोमरोन मँ हुकूमत किहस। होसे उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। मुला होसे इस्राएल क ओतना बुरा राजा नाहीं रहा जेतने उ पचे राजा रहेन जउन ओकरे पहिले सासन किहे रहेन।

अस्सूर क राजा सल्मनेसेर होसे क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सल्मनेसेर होसे क हराएस अउर होसे सल्मनेसेर क सेवक बन गवा। होसे सल्मनेसेर क अधीनस्थ कर देइ लाग।

मुला पाछे अस्सूर क राजा क पता चला कि होसे ओकरे खिलाफ सड्यंत्र रचेस ह। होसे मिस्र क राजा क लगे मदद मँगइ बरे राजदूत पठएस। उ बरिस होसे अस्सूर क राजा क नाहीं पठएस जइसे उ हर बरिस पठवत रहा। एह बरे अस्सूर क राजा होसे क बन्दी बनावा अउर ओका कैद मँ डाइ दिहस।

तब अस्सूर क राजा इस्राएल क सबहिं प्रदेसन पइ आक्रमण किहस। उ सोमरोन पहोंचा। उ तीन साल तलक सोमरोन क घेरे राखेस। अस्सूर क राजा इस्राएल पइ होसे क राज्जकाल क नवे बरिस मँ, सोमरोन पइ अधिकार जमाएस। अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी क तट पइ जउन गोजान क नदी अहइ अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस।

इ सबइ घटना घटी काहेकि इस्राएलियन अपने परमेस्सर यहोवा क बिरूद्ध पाप किहे रहा। यहोवा इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लिआवा। यहोवा ओनका राजा फिरौन क चंगुल स बाहेर निकारेस। किन्तु इस्राएलियन दूसर देवतन क पूजब सुरू किहे रहेन। इस्राएली उहइ सब करइ लगे रहेन जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। यहोवा ओन लोगन क आपन देस छोड़इ क मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन। इस्राएलियन भी राजा लोगन स सासित होब पसन्द किहन, परमेस्सर स सासित होब नाहीं। इस्राएलियन गुप्त रूप स अपने यहोवा परमेस्सर क विरुद्ध काम किहस। जेका ओनका नाहीं करइ चाही रहा।

इस्राएलियन अपने सब स नान्ह नगर स लइके सब स बड़के नगर तलक, अपने सबहिं नगरन मँ ऊँच जगह बनाएस। 10 इस्राएलियन हर एक ऊँची पहाड़ी पइ अउर सबहिं हरियर बृच्छ क खाले स्मृति पाथर अउ असेरा स्तम्भ लगाएस। 11 इस्राएलियन पूजा क ओन सबहिं जगहन पइ सुगन्धि बारेस। उ पचे इ सबइ सबहिं कारज ओन रास्ट्रन क तरह किहस जेनका यहोवा ओनके समन्वा देस तजइ क मजबूर किहे रहा। इस्राएलियन उ सबइ कारज किहेन जउन यहोवा क कोहाइ दिहस। 12 उ पचे देवमूरतियन क सेवा किहन अउर यहोवा इस्राएलियन स कहे रहा, “तू पचन्क इ नाहीं करइ चाही।”

13 यहोवा हर एक नबी अउर हर एक द्रस्टा क उपयोग इस्राएल अउ यहूदा क चितउनी देइ बरे किहस। यहोवा कहेस, “तू पचे बुरे करमन स दूर हटा। मोरे आदेसन अउर नेमन क पालन करा। ओन सबहिं नेमन क पालन करा जेनका मइँ तोहरे पुरखन क दिहेउँ ह। मइँ अपने सेवक नबियन क उपयोग इ नेम तू पचन क देइ बरे किहेउँ।”

14 मूला लोग एक नाहीं सुनेन। उ पचे आपन पुरखन क तरह बड़े हठी रहेन। ओनके पुरखा यहोवा, अपने परमेस्सर मँ पतियात नाहीं रहेन। 15 लोग अपने पुरखन क संग यहोवा क कीन्ह गइ वाचा क रद्द कइ दिहस। अउर यहोवा क नेमन क मानइ स इन्कार किहन। उ पचे यहोवा क चितउनियन क सुनइ स इन्कार किहन। उ पचे व्यर्थ देवमूरतियन क अनुसरण किहन अउर खुद व्यर्थ बन गएन। उ पचे अपने चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन क अनुसरण किहन। इ सबइ रास्ट्र उ करत रहेन जेका न करइ क चितउनी इस्राएल क लोगन क यहोवा दिहे रहा।

16 लोग यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन करब बंद कइ दिहस। उ पचे बछवन क दुइ मूरतियन बनाएन। उ पचे असेरा स्तम्भ बनाएन। उ पचे आकास क सबहिं नछत्रन क पूजा किहन अउर बाल क सेवा किहन। 17 उ पचे अपने बेटवन-बिटियन क बलि आगी मँ दिहन। उ पचे जादू अउ प्रेत बिद्या क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेन। उ पचे आपन क ओन चिजियन क करइ बरे बेचेस जेका यहोवा कहे रहा दुस्ट अहइ, जउन यहोवा क क्रोधित कई दिहेन। 18 एह बरे यहोवा इस्राएल पइ बहोत कोहाइ गवा अउर ओनका अपनी निगाह स दूर लइ गवा। यहूदा क परिवार समूह क अलावा कउनो इस्राएली बचा नाहीं रहा।

यहूदा क लोग भी अपराधी अहइँ

19 मुला यहूदा क लोग भी यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन नाहीं किहन। यहूदा क लोग भी इस्राएल क लोगन क तरह ही रहत रहेन।

20 यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क अस्वीकार किहस। उ ओन पइ बहोत बिपत्तियन ढाएस। उ लोगन क ओनका लूटइ दिहस अउर अन्त मँ उ ओनका अपनी निगाह स लोकाए दिहस। 21 यहोवा दाऊद क परिवार स इस्राएल क निकार दिहेस। इस्राएलियन नबात क पूत यारोबाम क अपना राजा बनाएस। यारोबाम इस्राएलियन क यहोवा क अनुसरण करइ स दूर कइ दिहस। यारोबाम इस्राएलियन स एक भीसण पाप कराएस। 22 इ तरह इस्राएलियन ओन सबहिं पापन क अनुसरण किहन जेनका यारोबाम किहे रहा। उ पचे एन पापन क करब तब तलक बंद नाहीं किहन। 23 जब तलक यहोवा इस्राएलियन क अपनी निगाह स दूर नाहीं हटाएस। लोगन क बतावइ क बरे कि इ होइ, उ अपने नबियन क पठएस। एह बरे इस्राएली अपने देस स बाहेर अस्सूर पहोंचाए गएन अउर उ पचे आज तलक हुँवइ अहइँ।

सोमरोनी लोगन क आरम्भ

24 अस्सूर क राजा बाबेल, कूता, अव्वा, हमात अउर सपवैम स लोगन क लिआवा। उ इस्राएलियन क हटावइ बरे ओन लोगन क सोमरोन मँ ठहरा दिहेस। ओन लोग सोमरोन पइ अधिकार किहन अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क नगरन मँ रहइ लागेन। 25 जब लोग सोमरोन मँ रहइ लागेन तउ उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं किहन। एह बरे यहोवा सिहंन क एन पइ आक्रमण क बरे पठएस। एन सिंहन ओनके कछू लोगन क मार डाएन। 26 कछू लोग इ बात अस्सूर क राजा स कहेन। “उ सबइ लोग जेनका तू लइ गएन अउर सोमरोन क नगरन मँ बसाएन, उ देस क परमेस्सर क नेमन क नाहीं जानतेन। एह बरे उ पचे सिंहन क ओका मारइ दिहेन।”

27 एह बरे अस्सूर क राजा इ आदेस दिहस: “तू कछू याजकन क सोमरोन स लिहे रह्या। मइँ जिन याजकन क बन्दी बनाएस रहेउँ ओनमाँ स एक क सोमरोन क वापस पठइ द्या। उ याजक क जाइ अउर हुवाँ रहइ द्या। तब उ याजक लोगन क उ देस क देवता क नेम सिखाइ सकत ह।”

28 एह बरे अस्सूरियन क जरिये सोमरोन स लिआए भए याजकन मँ स एक ठु बेतेल मँ रहइ आवा। उ याजक लोगन क सिखाएस कि ओनका यहोवा क सम्मान कइसे करइ चाही।

29 मुला ओन सबहिं रास्ट्रन अपने निजी देवता बनाएन अउर ओनका सोमरोन क लोगन क जरिये बनाए गए ऊँची जगहन पइ पूजा ठउरन मँ रखेस। ओन रास्ट्र इहइ किहन, जहाँ कहूँ भी उ पचे बसेन। 30 बाबेल क लोग लबार देवता सुक्कोतबनोत बनाएन। कूत क लोग लबार देवता नेर्गल क बनाएन। हमात क लोगन असत्य देवता असीम क बनाएन। 31 अव्वी लोग लबार देवता निभज अउर तर्त्ताक बानएन अउर सपवमी लोग लबार देवतान अद्रम्मेलेक अउर अनम्मेलेक क सम्मान बरे आपन बच्चन क आगी मँ बारेन।

32 मुला ओन लोग यहोवा क भी उपासना किहन। उ पचे अपने लोगन मँ स ऊँची जगहन बरे याजक चुनेन। इ सबइ याजक ओन पूजा क ठउरन पइ लोगन बरे बलि चढ़ावत रहेन। 33 उ पचे यहोवा क सम्मान करत रहेन, मुला उ पचे अपने देवतन क भी सेवा करत रहेन। उ सबइ लोग अपने देवता क वइसी ही सेवा करत रहेन जइसी उ पचे ओन देसन मँ करत रहेन जहाँ स उ पचे लाए गए रहेन।

34 आजु भी उ सबइ लोग वइसे ही रहत हीं जइसे उ पचे पहिले रहत रहेन। उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं करत अहइँ। उ पचे यहोवा क आदेसन अउर नेमन क पालन नाहीं करत हीं। उ पचे ओन नेमन या आदेसन क पालन नाहीं करत रहेन जेनका यहोवा याकूब (इस्राएल) क सन्तानन क दिहे रहा। 35 यहोवा इस्राएल क लोगन क संग एक वाचा किहे रहा। यहोवा ओनका आदेस दिहस, “तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाही। तू पचन्क ओनकर पूजा या सेवा नाहीं करइ चाही या बलि भेंट नाहीं करइ चाही। 36 किन्तु तू पचन्क यहोवा क अनुसरण करइ चाही। यहोवा उहइ परमेस्सर अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आवा। यहोवा आपन महान सक्ती क उपयोग तू पचन्क बचावइ बरे किहस। तू पचन्क यहोवा क सम्मान, उपासना करइ चाही अउर उहइ क बलि भेंट करइ चाही। 37 तू पचन्क ओकरे ओन नेमन, विधियन, उपदेसन अउर आदेसन क पालन करइ चाही जेनका उ तोहरे पचन्क बरे लिखेस। तू पचन्क एनकर पालन सदा ही करइ चाही। तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाहीं। 38 तू पचन्क उ वाचा क नाहीं बिसरइ चाही, जउन मइँ तोहरे संग किहेउँ। तू पचन्क दूसर देवतन क आदर नाहीं करइ चाही। 39 तू पचन्क सिरिफ यहोवा, अपने परमेस्सर क ही सम्मान करइ चाही। तब उ तू पचन्क तोहरे पचन्क सबहिं दुस्मनन स बचाइ।”

40 मुला इस्राएलियन एका नाहीं सुनेन। उ पचे उहइ करत रहेन जउन पहिले करत चले आवत रहेन। 41 एह बरे अब तउ उ सबइ दूसर रास्ट्र यहोवा क सम्मान करत हीं, किन्तु उ पचे अपनी देवमूरतियन क भी सेवा करत हीं। ओनकर पुत्र-पौत्र उहइ करत हीं, जउन ओनकर पुरखन करत रहेन। उ पचे आजु तलक उहइ काम करत हीं।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.