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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 31-34

इस्राएल क परमेस्सर क सक्ति पइ भरोसा रखइ चाही

31 ओन लोगन क धिक्कार अहइ जउन मदद पावइ बरे मिस्र कइँती उतरत अहइँ। इ सबइ लोग घोड़न चाहत हीं, घोड़न ओनका बचाइ लेइहीं। लोगन क आसा बाटइ कि मिस्र क रथ अउर घुड़सवार सैनिक ओनका बचाइ लेइहीं। लोग सोचत हीं कि उ पचे सुरच्छित एह बरे अहइँ कि इ एक बिसाल सेना अहइ। लोग इस्राएल क पवित्तर (परमेस्सर) पइ भरोसा नाहीं रखतेन। लोग यहोवा स मदद नाहीं माँगतेन। किन्तु, यहोवा ही बुद्धिमान अहइ अउर उ यहोवा ही अहइ जउन ओन पइ विपत्तियन ढाइ। लोग यहोवा क आदेस क नाहीं बदल पइहीं। यहोवा बुरे लोगन (यहूदा) क खिलाफ खड़ा होइ अउर जुद्ध करी। यहोवा ओन लोगन (मिस्र) क खिलाफ जुद्ध करी, जउन ओनका मदद पहोंचावइ क जतन करत हीं।

मिस्र क लोग मात्र मनई अहइँ परमेस्सर नाहीं। मिस्र क घोड़न मात्र पसु अहइँ, आतिमा नाहीं। यहोवा आपन हाथ अगवा बढ़ाई अउर सहायक (मिस्र) हार जाइ अउर मदद चाहइवाले लोगन (यहूदा) क पतन होइ। उ पचे सबहिं लोग साथ साथ मिट जइहीं।

यहोवा मोहसे इ कहेस, “जब कउनो सेर या सेर क कउनो बच्चा कउनो पसु क भच्छइ बरे धरत ह तउ उ मरे भए पसु पइ खड़ा होइ जात ह अउर दहाड़त ह। उ समय उ सक्तिसाली सेर क कउनो भी डेराइ नाहीं पावत। अगर चरवाहन आवइँ अउर उ सेर क हाँका करइ लागइँ तउ भी उ सेर डेराइ नाहीं। लोग केतॅना ही सोर करत रहइँ, मुला उ सेर नाहीं पराई।”

इहइ तरह सर्वसक्तिमान यहोवा सिय्योन पर्वत पइ उतरी। उ पर्वत पइ यहोवा जुद्ध करी। सर्वसक्तीमान यहोवा वइसे ही यरूसलेम क रच्छा करी जइसे आपन घोंसलन क ऊपर उड़त भइ चिरइयन। यहोवा ओका बचाइ अउर ओकर रच्छा करी। यहोवा ऊपर स होइके निकरि जाइ अउर यरूसलेम क रच्छा करी।

हे, इस्राएल क सन्तान! तू पचे परमेस्सर स विद्रोह किहा। तू पचन्क परमेस्सर कइँती मुड़ आवइ चाही। तब लोग ओन सोना चाँदी क मूरतियन क पूजब तजिहीं अउर जेनका तू पचे बनाया ह।

अस्सूर क लोग तरवार क जरिये मारि दीन्ह जाइ, मुला उ तरवार कउनो मनई क नाहीं होइ। हाँ अस्सूर क लोग तरवार स भाग जाइ क कोसिस करी, किन्तु ओनका जवान मनइयन क धइ लेहीं अउ दास बनाइ लेहीं। ओन लोगन क पनाह क स्थान क तबाह कीन्ह जाइहीं। ओनकर नेता पराजित कइ दीन्ह जइहीं अउर उ पचे आपन झण्डन क तजि देइहीं। इ सबइ संदेसा उ यहोवा क अहइ जेकर आगी थल (वेदी) सिय्योन पवर्त पइ अहइ। हाँ ओकर भट्टी (वेदी) यरूसलेम मँ अहइ।

मुखिया लोगन क खरा अउर सच्चा होइ चाही

32 लखा, राजा लोग आपन राज्ज क निआव बरे सासन करब्या। अधिकारियन भुइँया क निआव करइ बरे सक्ती राखब्या। जदि अइसा होइ तउ राजा उ जगहिया क नाई होइ जाइ जहाँ लोग आँधी अउ बर्खा स बचइ बरे आस्रय लेत हीं। इ झुरान धरती मँ जल धारन क नाई होइ। इ अइसा ही होइ जइसे गरम प्रदेस मँ कउनो बड़की चट्टान क ठण्डी छाया। तब लोग ओका ठीक स देखत ही जउन ओकर आँख लखत ह। लोग ओका धियान स सुनिही जउन ओकर कान सुनत ह। उ पचे लोग जउन उतावला अहइँ, उ सबइ सही फैसला लेइहीं। उ सबइ लोग जउन अबहिं साफ साफ नाहीं बोल पावत हीं, उ पचे साफ साफ अउर जल्दी बोलइ लगिहीं। मूरख लोग महान मनई नाहीं कहवइहीं। लोग सड्यंत्र करइवालन क सम्मान जोग्ग नाहीं कहिहीं।

एक मूरख मनई तउ बेवकूफी स भरी बातन कहत ह अउर उ आपन मने मँ बुरी बातन क ही जोजनन बनावत ह। मूरख मनई अनुचित कारज करइ क ही सोचत ह। मूरख मनई यहोवा क बारे मँ गलत बातन कहत ह। मूरख मनई भुखान क खइया क खाइ नाहीं देत। मूरख मनई पियासे लोगन क पानी नाहीं पिअइ देत। उ मूरख मनई बुराई क एक हथियार क रूप मँ इस्तेमाल करत ह। उ निर्धन लोगन स झूठ क जरिये बरबाद करइ बरे बुरे बुरे राहन बनावत ह। ओकर इ सबइ झूठी बातन गरीब लोगन क निस्पच्छ निआव मिलाइ स दूर रखत ह।

मुला एक ठु नीक मुखिया नीक काम करइ क योजना बनावत ह अउर ओकर उ सबइ नीक बातन ही ओका एक बढ़िया नेता बनावत ह।

बुरा समय आवत अहइ

तोहमाँ स कछू मेहररूअन अबहिं खुस अहइँ। तू पचे सुरच्छित अनुभव करति अहा। मुला तू पचन खड़े होइके जउन बचन मइँ बोलत हउँ ओनका सुनइ चाही। 10 मेहररूओ तू पचे अबहिं सुरच्छित अनुभव करति अहा किन्तु एक बरिस पाछे तू पचन बिपत्ति आवइवाली अहइ। काहेकि तू पचे अगले बरिस अंगूर एकट्ठा नाहीं करिब्यू एकट्ठा करइ बरे अँगूर होइहीं ही नाहीं।

11 मेहररूओ, अबहिं तू पचे चइन स अहा, किन्तु तू पचन्क डेराइ चाही। मेहररूओ, अबहिं तू पचे सुरच्छित अनुभव करति अहा, किन्तु तू पचन्क चिन्ता नाहीं करइ चाही। आपन सुन्नर ओढ़नन क उतारि बहावा अउर सोक वस्त्रन क धारण कइ ल्या। ओन वस्त्रन क आपन कमर पइ लपेट ल्या। 12 आपन सोक स भरी छातियन पइ ओन सोक वस्त्रन क पहिर ल्या। विलाप करा काहेकि तोहार खेत उजरि गवा अहइँ। तोहार पचन्क अंगूरे क बगीयन जउन कबहुँ अंगूर दिया करत रहेन, अब खाली पड़ा अहइँ। 13 मोरे लोगन क धरती बरे बिलाप करा। बिलाप करा, काहेकि हुवाँ बस काँटन अउ खरपतवार ही उगा करिहीं। विलाप करा इ नगर बरे अउर ओन सब भवनन बरे जउन कबहुँ आनन्द स भरे भए रहेन।

14 लोग इ प्रमुख नगर क छोड़ जइहीं। इ महल अउर इ मीनारन वीरान छोड़ दीन्ह जइहीं। उ पचे जनावरन क माँद जइसे होइ जइहीं। नगर मँ जंगली गदहन बिहार करिहीं। हुवाँ भेड़िन घास चरत फिरिहीं।

15-16 तब तलक अइसा ही होत रही, जब तलक परमेस्सर ऊपर स हमका आपन आतिमा नाहीं देइ। अब धरती पइ कउनो अच्छाई नाहीं अहइ। इ रेगिस्तान स बनी भई अहइ मुला आवइवाले समय मँ इ रेगिस्तान उपजाऊ मैदान होइ जाइ अउर इ उपजाऊ मैदान एक हरे भरे वन जइसा वन जाइ। चाहे जंगल होइ चाहे उपजाऊ धरती हर कहूँ निआव अउ निस्पच्छता मिली। 17 उ नेकी सदा-सदा क बरे सान्ति अउ सुरच्छा क लियाइ। 18 मोर लोग सान्ति क इ सुन्नर छेत्र मँ बसा करिहीं। मोर लोग सुरच्छा क तम्बुअन मँ रहा करिहीं। उ पचे निहचिंतता क संग सान्ति स पूर्ण जगहन मँ निवास करिहीं।

19 किन्तु इ सबइ बातन घटइँ एहसे पहिले उ वन क गिरब होइ। उ नगर क पराजित होइ क होइ। 20 तू पचन्मँ स कछू लोग हर जलधारा क निअरे बिआ बोवत अहा। तू पचे आपन मवेसियन अउ आपन गदहन क एहर-ओहर चरइ बरे खुला छोड़ देत अहा। तू लोग बहोत खुस रहब्या।

बुराई स जियादा बुराई पइदा होत ह

33 लखा, तू लोग लड़ाई करत अहा अउर ओन लोगन क वस्तुअन लूटत अहा अउर उ भी अइसे लोगन क जउन कबहुँ कउनो तोहार पचन्क वस्तु नाहीं चोराएन। तू पचे अइसे लोगन क धोखा देत रह्या जउन कबहुँ तू पचन्क धोखा नाहीं दिहन। एह बरे जब तू पचे चोरी करब बंद कइ देब्या तउ दूसर लोग तोहार वस्तुअन चोरी करब सुरू कइ देइहीं। जब तू लोगन क धोखा देब बंद कइ देब्या तउ लोग तू पचन्क धोखा देब आरम्भ कइ देइहीं। तब तू पचे कहब्या,

“हे यहोवा, हम पइ दाया करा।
    हम पचे तोहरे सहारे बाट जोहा ह।
हे यहोवा, हर सुबह तू हमका सक्ति द्या
    जब हम बिपत्ति मँ होइ, तू हमका बचाइ ल्या।
तोहरी सक्तिसाली ध्वनि स लोग डरा करत हीं अउर उ पचे तोहसे दूर भाग जात हीं।
    तोहरी महानता क कारण रास्ट्र दूर भाग जाती हीं।”

तू पचे जुद्ध मँ लूटेस, किन्तु तू पचन्क छीना जाइ अउर तोहस लइ लेइ जाइ! इ अइसा ही होइ जइसा टिड्डियन आवा रहा अउर तोहार सारा फसल खाइ लेत रहा!

यहोवा बहोत महान अहइ, काहेकि उ बहोत ऊँचाइ (सरग) पइ रहत ह। यहोवा सिय्योन क सच्चाई अउर निआव स भरि दिहेस ह।

हे यरूसलेम, तोहार धार्मिक सभा लगातार होत रही। परमेस्सर क बुद्धि अउ गियान कवच क नाईं होइ जउन तोहार छाती क रच्छा करी। यहोव स तोहार डर अइसा होइ जइसा तू पचन क धन क खजाना।

मुला सुना! सरगदूत बाहेर गोहरावत अहइँ अउर सान्ति-संदेसवाहक बहोत रोवत अहइँ। उच्च मार्गन रौंदा ग अहइँ। गलियन मँ कउनो नाहीं चलत फिरत अहइ। लोगन उ करार क उल्लंघन करिहीं जउन उ बनाए रहा। लोग साच्छी क जउन गवाही क रूप मँ पेस करि स जाइ इन्कार करी। कउनो भी कउनो दूसर लोगन क आदर नाहीं करत। भुइँया बेरामी अहइ अउर अइसा लागत अहइ कि उ आपन आखरी सांस लेत अहइ। लबानोन आपन आखरी साँस लेत अहइ अउर सारोन क घाटी झुरान अउ उजाड़ अहइ। बासान अउ कर्मेल जउन कबहुँ पौधन अउर बृच्छन स हरा भरा रहा किन्तु अब हुआँ कछू नाहीं उगत ह।

10 यहोवा कहत ह, “मइँ अब खड़ा होब अउर आपन बड़कइ देखाउब। अब मइँ लोगन बरे एक महत्वपूर्ण बनब। 11 तू लोग बेकार क काम किहा ह। उ सबइ चिजियन भूसा अउर झुरान घासे क जइसे अहइँ। उ पचे बेकार अहइँ। तोहार पचन्क आतिमा आगी क नाई होइ जाइ अउर तू पचन्क बारि देइ। 12 लोग तब तलक बरत रइहीं जब तलक ओनकर हाड़न बरिके चूना जइसी नाहीं होइ जातीं। लोग काँटन अउर झुरान झाड़ियन क समान हाली स बरि जइहीं।

13 “दूर देसन क लोगो, जउन काम मइँ किहेउँ ह, तू पचे ओनके बारे मँ सुनत अहा। हे मोरे लगे क लोगो, तू पचे मोर सक्ति क समुझत अहा।”

14 सिय्योन मँ पापी डेरान अहइँ। उ पचे जउन बुरे करम किया करत हीं, डर स थर-थर काँपत अहइँ। उ पचे कहत हीं, “का इ बिनासकारी आगी स हम पचन क कउनो बचि सकत ह? कउन रह सकत ह इ आगी क निअरे जउन हमेसा हमेसा बरे बरत रहत ह?”

15 उ सबइ लोग इ आगी मँ स बचि पइहीं जउन अच्छा अहइँ, सच्चा अहइँ। उ सबइ लोग पइसा बरे दुसरन क नोस्कान नाहीं पहुँचावइ चाहतेन। उ सबइ लोग घूस नाहीं लेतेन। दूसर लोगन क कतल क जोजनन क उ पचे सुनइ तलक स मना कइ देत हीं। बुरे करम करइ क जोजनन क उ पचे लखब भी नाहीं चाहतेन। 16 अइसे लोग ऊँच ठउरन पइ सुरच्छा क साथ निवास करिहीं। ऊँच चट्टानन क गढ़ियन मँ उ पचे सुरच्छित रइहीं। अइसे लोगन क लगे सदा ही खाइ क भोजन अउर पिअइ क पानी रही।

17 तोहार पचन्क आँखिन उ राजा (परमेस्सर) क सुन्नरता क दर्सन करिहीं। तू पचे उ महान भइँया क लखब्या। 18-19 बीते भए दिनन मँ तू पचे जउन कस्ट उठाया ह, तू पचे ओकरे बारे मँ सोचब्या, “दूसर देसन क उ सबइ लोग कहाँ अहइँ? उ सबइ लोग अइसी बोली बोला करत रहेन, जेका हम समुझ नाहीं सकत रहेन। दूसर देसन क उ सबइ सेवक अउर कर एकट्ठा करइवाले कहाँ अहइँ? उ पचे गुप्तचर जउन हमार सुरच्छा मीनारन क लेखा जोखा लिए रहेन, कहाँ अहइँ? उ सबइ सब खतम होइ गएन।”

परमेस्सर यरूसलेम क बचाई

20 हमरे धार्मिक उत्सवन क नगरी, सिय्योन क लखा। विस्राम निवास क उ सुन्नर ठउर यरूसलेम क लखा। यरूसलेम उ तम्बू क समान अहइ जेका कबहुँ उखाड़ा नाहीं जाई। उ सबइ खूँटन जउन ओका आपन ठउरे पइ थामे रखत हीं, कबहुँ उखाड़ा नाहीं जइहीं। ओकर रस्सन कबहुँ टुटिहीं नाहीं। 21-23 हुवाँ हमरे बरे सक्तिसाली यहोवा विस्तृत झरनन अउर नदियन वाले एक ठउरे क समान होइ। किन्तु ओन नदियन पइ कबहुँ सत्रु क नउकन या सक्तिसाली जहाज वाहीं होइहीं। ओन नउकन पइ काम करइवाले तू लोग रस्सियन क नाहीं थामे रख सक्या। तू पचे मस्तूल क मजबूत नाहीं बनाए नाहीं रख सक्या। तउ तू पचे आपन पालन क भी नाहीं खोल पउब्या। काहेकि यहोवा हमार निआवकर्ता अहइ। यहोवा हमारे बरे नेम बनावत ह। यहोवा हमार राजा अहइ। उ हमार रच्छा करत ह। इहइ स यहोवा हमका बहोत सा धन देइ। हिआँ तलक कि अपाहिज लोग भी जुद्ध मँ बहुत सा धन जीत लेइहीं। 24 हुवाँ रहइवाला कउनो भी मनई अइसा नाहीं कही, “मइँ रोगी हउँ।” हुवाँ रहइवाले लोग अइसे लोग अहइँ जेनकर पाप छिमा कइ दीन्ह गवा अहइँ।

परमेस्सर आपन दुस्मनन क सजा देइ

34 हे सबहिं रास्ट्र क लोगो, पास आवा अउर सुना। तू सब लोगन क धियान स सुनइ चाही। हे धरती अउ धरती पइ क सबहिं वासियो, हे जगत अउ ऐह मँ स आइ सबहिं वस्तुओ, तू सबन्क एन बातन क सुनइ चाही। यहोवा सबहिं देसन अउर ओनकर फउजन पइ कोहान अहइ। यहोवा ओन सब क बर्बाद कइ देइ। उ ओन सबहिं क मरवाइ डाइ। ओनकर ल्हासन बाहेर बहाइ दीन्ह जइहीं। ल्हासन स दुर्गन्ध उठी अउर पहाड़ क ऊपर स खून खाले क बही। अकास चर्मपत्र क नाई लपेटिके मूँदि दीन्ह जइहीं। ग्रह तारन मरिके अंगूरे क बेल या अंजीरे क पत्तन क नाई गिरइ लगिहीं। अकासे क सबहिं तारन टेघर जइहीं। यहोवा कहत ह, “अइसा उ समय होइ जब अकासे मँ मोर तरवार खूने मँ सन जाइ।”

लखा! यहोवा क तरवार एदोम क काटि डाइ। यहोवा ओन लोगन क अपराधी ठहराएस ह तउ ओन लोगन क मरब ही होइ। यहोवा क तरवार मेमना अउर बोकरियन क खून स लतपत होइ गवा अहइ। अउर भेड़ा क गुर्दन क चर्बी स चिकनाई गवा अहइ। काहेकि यहोवा निहचइ किहस ह बोसरा मँ कत्लेआम होइ उ समइ बहोत सारे लोग एदोम मँ मारइ जाइहीं। तउ भेड़न, मवेसी अउ हट्टे कट्टे जंगली बर्धन मारा जइहीं। धरती ओनकर खून स भरि जाइ। माटी ओनकी चर्बी स पट जाइ।

अइसी बातन घटिहीं काहेकि यहोवा सजा देइ क एक समय तय किहेस ह। यहोवा एक साल अइसा चुन लिहस ह जेहमाँ लोग आपन ओन बुरे कामन बरे जउन सिय्योन क खिलाफ किहेन ह, जरूर ही भुगतान कइ देइहीं। एदोम क नदियन अइसी होइ जइहीं जइसे माना उ सबइ गरम तारकोल क होइँ। एदोम क धरती बरत भइ गंधक अउ तारकोल क समान होइ जाइ। 10 उ पचे आगे रात दिन बरा करिहीं। कउनो भी मनई उ आगी क रोकि नाहीं पाई। एदोम स सदा धुआँ उठा करी। उ धरती सदा सदा बरे बर्बाद होइ जाइ। उ धरती स होइके फुन कबहुँ कउनो नाहीं गुजरा करी। 11 उ धरती परिंदन अउर नान्ह-नान्ह जनावरन क होइ जाइ। हुवाँ कुचकुचवन अउर कउअन क बास होइ। परमेस्सर उ धरती क “सूनी उजाड़” भुइँया मँ बदल देइ। इ वइसी ही होइ जइसी इ सृस्टि स पहिले रही। 12 स्वतंत्र मनई अउर मुखिया लोग खतम होइ जइहीं। ओन लोगन क हुकूमत करइ बरे हुवाँ कछू भी नाहीं बची।

13 हुवाँ क सबहिं सुन्नर भवनन मँ काँटन अउर जंगली झाड़ियन जमि अहइी। जंगली कुकुरन अउर कुचकुचवन ओन मकानन मँ बास करिहीं। परकोटन स जुकत नगरन क जंगली जानवर आपन निवास बनाइ लेइहीं। हुवाँ जउन घास जमी ओहमाँ बड़के बड़के पंछी रइहीं। 14 हुवाँ जंगली बिल्लियन अउर लकड़ बग्घन साथ रहा करिहीं अउर जंगली बोकरियन हुवाँ आपन मीतन क बोलइहीं। राति क जीवजन्तु हुवाँ आपन बरे आस्रय खोजत फिरिहीं अउर हुवँइ विस्राम करइ बरे आपन जगह बनाइ लेइहीं। 15 साँप हुवाँ आपन घर बनाइ लेइहीं। हुवाँ साँप आपन अण्डन दिया करिहीं। अण्डन फूटिहीं अउर ओन अँधियारा स भरे जगहन स रेगत भए साँप क बच्चन बाहेर निकरिहीं। हुवाँ मरी चिजियन क खाइवाले पंछी एक क पाछे एक एकट्ठा होत चला जइहीं।

16 यहोवा क चर्म-पत्र क लखा। पढ़ा ओहमाँ का लिखा अहइ। कछू भी नाहीं छूटा अहइ। उ चर्म-पत्र मँ लिखा अहइ कि उ पचे सबहिं पसु पंछी एकट्ठा होइ जइहीं। एह बरे परमेस्सर क मुँह इ आदेस दिहन अउर ओकर आतिमा ओनका एक संग एकट्ठा कइ दिहस। परमेस्सर क आतिमा ओनका परस्पर एकट्ठा करी। 17 परमेस्सर ओनके साथ का करी, इ उ निहचय कइ लिहस ह। एकरे पाछे परमेस्सर ओनके बरे एक जगह चुनेस। परमेस्सर एक रेखा हींचेस अउर ओनका ओनकर धरती देखाइ दिहस। एह बरे उ धरती सदा सदा पसुअन क ही होइ जाइ। उ पचे हुवाँ साल दर रहत साल चला जइहीं।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

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