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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 5-8

नामान क समस्या

नामान अराम क राजा क सेना क सेनापति रहा। नामान अपने राजा बरे बहोत जियादा महत्वपूर्ण रहा काहेकि यहोवा ओकर उपयोग अराम क बिजय करावइ बरे किहे रहा। नामान एक ठु महान अउ ताकतवर मनई रहा, मुला उ विकट चरमरोग स पीड़ित रहा।

एक बार कछू आरामी सिपाहियन इस्राएल मँ छापा मारइ बरे गएन। ओनक कैदियन मँ एक ठु नान्ह लरकी रहेन जउन नामान क मेहरारू क सेविका होइ गइ। इ लरकी नामान क मेहरारू स कहेस, “मइँ चाहत हउँ कि मोर सुआमी (नामान) उ नबी (एलीसा) स मिलेन जउन सोमरोन मँ रहत ह। उ नबी नामान क बिकट चरमरोग क नीक कइ सकत ह।”

नामान आपन सुआमी (अराम क राजा) क लगे गवा। नामान अराम क राजा क उ बात बताएस जउन इस्राएली लरिको कहे रही।

तब अराम क राजा कहेस, “अबहिं जा अउर मइँ एक ठु पत्तर इस्राएल क राजा क नाउँ पठउब।”

एह बरे नामान इस्राएल गवा। नामान अपने संग कछू भेंट लइ गवा। नामान साढ़े सात सौ पौण्ड चाँदी, छ: हजार सोना क सिक्का, अउर दस हजार बदलइ क कपड़ा लइ गवा। नामान इस्राएल क राजा बरे अराम क राजा क पत्तर भी लइ गवा। पत्तर मँ इ लिखा रहा, “इ पत्तर इ जानकारी देइ बरे अहइ कि मइँ आपन सेवक नामान क तोहरे हिआँ पठवत हउँ। ओकरे विकट चरमरोग क नीक करा।”

जब इस्राएल क राजा उ पत्तर क बाँच चुका तउ उ आपन चिन्ता क परगट करइ बरे आपन ओढ़ना फारेस। इस्राएल क राजा कहेस, “का मइँ परमेस्सर अहउँ? नाहीं। जिन्नगी अउ मउत पइ मोर कउनो अधिकार नाहीं। तब अराम क राजा मोरे लगे बिकट चरमरोग क रोगी क चंगा करइ बरे काहे पठएस? एका जरा सोचा अउर तू लखब्या कि अराम क राजा मोर संग झगड़ा करइ चाहत ह।”

परमेस्सर क जन सुनेस कि इस्राएल क राजा परेसान अहइ अउर उ आपन ओढ़ना फार डाएस ह। एलीसा आपन सँदेसा राजा क लगे पठएस: “तू आपन ओढ़ना काहे फार्या? नामान क मोरे लगे आवइ द्या। तब उ समुझी कि इस्राएल मँ कउनो नबी भी अहइ।”

एह बरे नामान आपन घोड़न अउ रथन क संग एलीसा क घरे आवा अउर घरे क दुआर पई रुकि गवा। 10 एलीसा एक ठु सँदेसबाहक क नामान क लगे पठएस। सँदेसबाहक कहेस, “जा, अउर यरदन नदी मँ सात दाईं नहा। तब तोहार चरमरोग नीक हो जाइ अउर तू पवित्तर अउ सुद्ध होइ जाब्या।”

11 नामान कोहाइ गवा अउर हुवाँ स चल पड़ा। उ कहेस, “मइँ समुझे रहेउँ कि कम स कम एलीसा बाहेर आई, मोरे समन्वा खड़ा होइ अउर यहोवा, अपने परमेस्सर क समन्वा पराथना करी। मइँ समुझ रहेउँ कि उ मोरे बदन पइ आपन हाथ फेरी अउ चामरोग क नीक कइ देइ। 12 दमिस्क क नदियन अबाना अउ पर्पर इस्राएल क सबहिं जलासयन स नीक अहइँ। का मइँ ओन नदियन मँ नहाइके पवित्तर नाहीं होइ सकत रहा?” एह बरे नामान कोहाई गवा। अउ वापस जाई बरे मुड़ गवा।

13 मुला नामान क सेवक ओकरे लगे ओसे बात करइ बरे गएन उ पचे कहेन, “पिता, जदि नबी तोहार स कउनो महान काम करइ क कहे होत तउ तू ओका जरूर करतेन। एह बरे तोहका ओकर आग्या क पालन करइ चाही। जदि उ सहल काम करइ क भी कहत ह अउर उ कहेस, ‘नहा अउर तू पवित्तर अउर सुद्ध होइ जाब्या।’”

14 एह बरे नामान उ काम किहेस जउन परमेस्सर क जन कहेस, नामान खाले उतरा अउर उ सात दाईं यरदन नदी मँ नहाएस अउर नामान पवित्तर अउ सुद्ध होइ गवा। नामान क चमड़ी बच्चा क चमड़ी क तरह कोमल होइ गइ।

15 नामान अउ ओकर सारा समूह परमेस्सर क जन क लगे गवा। उ एलीसा क समन्वा खड़ा भवा अउर ओहसे कहेस, “लखा, अब मइँ समुझत हउँ कि इस्राएल क अलावा भूइँया पइ कहूँ परमेस्सर नाहीं अहइ। अब मेहरबानी कइके मोर भेंट स्वीकार करइँ।”

16 मुला एलीसा कहेस, “मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ कउनो भेंट नाहीं लेब।”

नामान बहोत जतन किहस कि एलीसा भेंट लेइ मुला एलीसा इन्कार कइ दिहस। 17 तब नामान कहेस, “जदि तू इ भेंट क स्वीकार नाहीं करतेन तउ कम स कम मोरे बरे एँतना करइँ। मोका एस्राएल क एतनी पर्याप्त धूरि लेइ देइँ जेहसे मोर दुइ खच्चरन पइ धरे टोपन भरि जाइँ, काहे? काहेकि मइँ फुन कबहुँ होमबलि या बलि कउनो दूसर देवता क नाहीं चढ़ाउब। मइँ सिरिफ यहोवा क ही बलि भेंट करब। 18 अउर अब मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा मोका इ बात बरे छिमा करी कि भविस्स मँ मोर सुआमी (अराम क राजा) लबार देवता क पूजा करइ बरे, रिम्मोन क मन्दिर मँ आइ। राजा सहारा बरे मोह पइ निहुरइ चाही, एह बरे मोका रिम्मोन क मन्दिर मँ निहुरइ पड़ी। अब मइँ यहोवा स पराथना करत हउँ कि मोका छिमा करइ जब वइसा होइ।”

19 तब एलीसा नामान स कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”

एह बरे नामान एलीसा क तजेस अउ तनिक दूर गवा। 20 मुला परमेस्सर क जन एलीसा क सेवक गेहजी बोला, “लखइँ, मोर सुआमी (एलीसा) अरामी नामान क, ओकर लिआई भइ भेंट क स्वीकार किए बिना ही जाइ दिहस ह। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि नामान क पाछे दउड़ब अउर ओहसे कछू लिआउब।” 21 एह बरे गेहजी नामान कइँती दउड़ा।

नामान आपन पाछे कउनो क दौड़िके आवत लखेस। उ गेहजी स भेंटइ क अपने रथे स उतर पड़ा। नामान पूछेस, “सब कुसल तउ अहइ?”

22 गेहजी कहेस, “हाँ, सब कुसल अहइ। मोर सुआमी एलीसा मोका पठएस ह। उ कहेस, ‘लखा, एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क नबियन क समूह स दुइ नउजवान नबी मोरे लगे आएन ह। मेहरबानी कइके ओनका पचहत्तर पौण्ड चाँदी अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना दइ द्या।’”

23 नामान कहेस, “मेहरबानी कइके डेढ़ सौ पौण्ड लइ ल्या।” नामान गेहजी क चाँदी लेइ बरे मनाएस। नामान डेढ़ सौ पौण्ड चाँदी क दुइ बोरियन मँ धरेस अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना लिहस। तब नामान एन चिजियन क अपने सेवकन मँ स दुइ क दिहस। सेवक ओन चिजियन क गेहजी क बरे लइके आएन। 24 जब गेहजी पहाड़ी तलक आवा तउ उ ओन चिजियन क सेवकन स लइ लिहस। गेहजी सेवकन क लउटाइ दिहस अउर उ पचे लउटि गएन। तब गेहजी ओन चिजियन क घरे मँ छुपाइ दिहस।

25 गेहजी आवा अउर अपने सुआमी एलीसा क समन्वा खड़ा भवा। एलीसा गेहजी स पूछेस, “गेहजी, तू कहाँ गए रह्या?”

गेहजी कहेस, “मइँ कहूँ भी नाहीं गवा रहेउँ।”

26 एलीसा गेहजी स कहेस, “इ फुर नाहीं अहइ। मोर हिरदइ तोहरे संग रहा जब नामान अपने रथे स तोहसे मिलइ क मुड़ा। इ समइ पैसा, कपड़ा, जैतून, अंगूर, भेड़, गइयन या सेवक-सेविकन लेइ क नाहीं अहइ। 27 अब तोहका अउ तोहर बच्चन क नामान क बेरामी लगा जाइ। तोहका सदा ही बिकट चरमरोग रही।”

जब गेहजी एलीसा स बिदा भवा तउ गेहजी क चमड़ी बर्फ क तरह सफेद होइ गइ। गेहजी क कोढ़ होइ गवा रहा।

एलीसा अउ लौह फलक

नबियन क समूह एलीसा स कहेस, “जहाँ पइ हम लोग रहत अहइँ उ जगह हमरे बरे बहोत छोट अहइ। हम लोग यरदन नदी क चली अउर कछू लकड़ियन काटी। हम पचन मँ स हर एक-एक ठु लट्ठा लेइ अउर हम लोग अपने बरे रहइ क एक ठउर हुवाँ बनाई।”

एलीसा कहेस, “बहोत नीक, जा अउर करा।”

ओनमाँ स एक मनई कहेस, “कृपा कइके हमरे संग चलइँ।”

एलीसा कहेस, “बहोत नीक, मइँ तोहरे संग चलब।”

एह बरे एलीसा नबियन क समूह क संग गवा। जब उ पचे यरदन नदी पइ पहोंचेन तउ उ पचे कछू बृच्छ काटइ सुरू किहन। मुला जब एक मनई एक ठु बृच्छ काटत रहा तउ कुल्हाड़ी क लोहा क फलक कुल्हाड़ी स निकर गवा अउर पानी मँ गिर पड़ा। तब उ मनई चिचियान, “हे सुआमी, मइँ उ कुल्हाड़ी उधार लिहे रहेउँ।”

परमेस्सर क जन (एलीसा) कहेस, “उ कहाँ गिरी?”

उ मनई एलीसा क उ ठउर देखाएस जहाँ लोहा क फलक गिरा रहा। तब एलीसा एक ठु डण्डी काटेस अउर उ डण्डी क पानी मँ लोकाइ दिहस। उ डण्डी लोहा क फलक क तैराइ दिहस। एलीसा कहेस, “लोहा क फलक क पकड़ ल्या।” तब उ मनई अगवा बढ़ा अउर उ लोहे क फलक लइ लिहस।

अराम क राजा इस्राएल क राजा क फँसावइ क जतन करत ह

अराम क राजा इस्राएल क खिलाफ जुद्ध करत रहा। उ फउज क अधिकारियन क संग परिषद क बैठक बोलाएस। उ हुकुम दिहस, “इ ठउरे पइ लुकाई जा अउर इस्राएलियन पइ तब आक्रमण करा जब हिआँ स होइके निकरउँ।”

मुला परमेस्सर क जन (एलीसा) इस्राएल क राजा क एक सँदेसा पठएस। एलीसा कहेस, “सावधान रहा। उ ठउरे स होइके जिन जा। हुवाँ अरामी फउजी छिपे अहइँ।”

10 इस्राएल क राजा उ ठउरे पइ जेकरे बारे मँ परमेस्सर क जन चितउनी दिहे रहा, आपन मनइयन क सँदेसा पठएस। इ एक या दुई दाईं स जियाद भवा।

11 अराम क राजा एहसे बहोत घबरान। अराम क राजा आपन फउजी अधिकारियन क बोलाएस, अउर ओनसे पूछेस, “मोका बतावा कि इस्राएल क राजा बरे जासूसी कउन करत अहइ।”

12 अराम क राजा क फउजी अधिकारियन मँ स एक कहेस, “मोर पर्भू अउ राजा, हम पचन मँ स कउनो भी जासू नाहीं अहइ। एलीसा, इस्राएल क नबी इस्राएल क राजा क अनेक गुप्त सूचना दइ सकत ह, हिआँ तलक कि आप जउन अपने बिछउना मँ कहिहीं, ओकर भी।”

13 अराम क राजा कहेस, “एलीसा क पता लगावा अउर मइँ ओका धरइ बरे मनइयन क पठउब।”

सेवकन अराम क राजा स कहेस, “एलीसा दोतान मँ अहइ।”

14 तब अराम क राजा घोड़न, रथ अउ विसाल फउज क दोतान पठएस। उ पचे रात क पहोंचेन अउर पचे नगर क घेर लिहन। 15 एलीसा क सेवक उ भिंसारे हाली उठेन। एक सेवक बाहेर गवा अउर उ एक फउज क घोड़न अउ रथन क संग नगर क चारिहुँ कइँती लखेस।

एलीसा क सेवक एलीसा स कहेन, “ओह, मोर सुआमी हम का कइ सकित ह?”

16 एलीसा कहेस, “डेराअ जिन। उ फउज जउन हमरे बरे जुद्ध करत ह, उ फउज स बड़ी अहइ जउन अराम क बरे जुद्ध करत ह।”

17 तब एलीसा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू मोरे सेवक क आँखिन खोला जेहसे उ लखि सकइ।”

यहोवा जुवक क आँखिन खोलेस अउ सेवक लखेस कि पूरा पर्वत आगी क घोड़न अउ रथन स ढका पड़ा रहा। उ पचे सबहिं एलीसा क चारिहुँ कइँती रहेन।

18 इ सबइ आगी क घोड़न अउ रथ एलीसा क लगे आएन। एलीसा यहोवा स पराथन किहेस अउर कहेस, “मइँ पराथना करत हउँ कि तू एन लोगन क आँधर कइ द्या।”

तब यहोवा अरामी फउज क आँधर कइ दिहस, जइसे एलीसा पराथना किहे रहा। 19 एलीसा अरामी फउज स कहेस, “इ गलत मारग अहइ। इ उ सहर नाहीं अहइ जेका तू खोजत ह। मोरे पाछे आवा। मइँ उ मनई क लगे तू पचन क लइ जाब जेकर खोज तू करत अहा।” तब एलीसा अरामी फउज क सोमरोन लइ गवा।

20 जब उ पचे सोमरोन पहोंचेन तउ एलीसा कहेस, “यहोवा, ऍन लोगन क आँखिन खोल द्या जेहसे इ सबइ लखि सकइँ।”

तब यहोवा ओनकर आँखिन खोल दिहस अउर अरामी फउज लखेस कि उ सोमरोन नगर मँ रहेन। 21 इस्राएल क राजा अरामी फउज क लखेस। इस्राएल क राजा एलीसा स पूछेस, “मोरे बाप, का मइँ एनका मार डावउँ?”

22 एलीसा जवाब दिहस, “नाहीं, ओन लोगन क जिन मारा। तू ओनका आपन तरवार या धनुस स नाहीं पकड़ेस ह किन्तु तू तउ अब ओन मनइयन क मराइ चाहत ह अरामी फउज क कछू रोटी पानी द्या। ओनका खाइ पिअइ द्या। तब एनका अपने सुआमी क लगे लउटि जाइ द्या।”

23 इस्राएल क राजा अरामी सेना बरे बहोत स भोजन तइयार कराएस। अरामी फउज खाएस-पीएस। तब इस्राएल क राजा अरामी फउज क ओनके घरे वापस पठइ दिहस। अरामी फउज अपने सुआमी क लगे क घर लउटे गइ। अरामी लोग एकरे पाछे इस्राएल पइ आक्रमण करइ बरे फुन कउनो फउज नाहीं पठएस।

भयंकर भुखमरी सोमरोन क कस्ट देत ह

24 जब इ सब होइ गवा तउ अराम क राजा बेन्हदद अपनी सारी फउज बटोरेस अउ उ सोमरोन नगर पइ घेरा डावइ अउर ओह पइ आक्रमण करइ गवा। 25 फउजियन लोगन क नगर मँ भोजन सामग्री भी नाहीं लिआवइ दिहन। एह बरे सोमरोन मँ भयंकर भुखमरी क समइ आइ गवा। इ ऍतना भयंकर रहा कि एक गदहे क मूँड़ चाँदी क अस्सी सिक्कन मँ बिकइ लाग अउर एक ठु छोटा टोकरी कबूतर क गोबरी क कीमत पाँच चाँदी क सिक्कन रही।

26 इस्राएल क राजा नगर क प्राचीर पइ घूमत रहा। एक ठु मेहरारू चिचिआइके ओका गोहराएस। उ मेहरारू कहेस, “मोर पर्भू, अउर राजा, कृपा करके मोर मदद करइँ।”

27 इस्राएल क राजा कहेस, “जदि यहोवा तोहार मदद करत तउ मइँ कइसे तोहका मदद दइ सकत हउँ? मोरे लगे तोहका देइ क कछू भी नाहीं अहइ। खरिहानन स कउनो अन्न नाहीं आवा, या दाखरस क कारखाने स कउनो दाखरस नाहीं आइ।” 28 तब इस्राएल क राजा उ मेहरारू स पूछेस, “तोहार परेसानी का अहइ?”

मेहरारू जवाब दिहेस, “इ मेहरारू मोहसे कहेस, ‘आपन पूत क मोका द्या जेहसे हम ओका मार डाइ अउर ओकर आज खाइ लेइ। फुन काल्ह मइँ आपन पूत क मारिके खाउब्या।’ 29 तब हम आपन पूत क पकावा अउर खावा। तब दूसरे दिन इ मेहरारू स कहेउँ, ‘आपन पूत क द्या जेहसे हम ओका मार सकी अउर खाइ सकी।’ किन्तु उ आपन पूत क छुपाए दिहेस ह।”

30 जब राजा उ मेहरारू क बातन सुनेस तउ उ आपन ओढ़नन क अपनी सम्सया बतावइ बरे फार डाएस। जब राजा प्राचीर स होइके चला तउ लोग लखेन कि उ आपन पहिरावे क नीचे मोटा वस्त्र पहिरे रहा जेहसे पता चलत रहा कि उ बहोत दुखी अउ परेसान अहइ।

31 राजा कहेस, “परमेस्सर मोका निहचित ही दण्डित करइ जदि सापात क पूत एलीसा क मूड़ इ दिन क आखिर तलक भी ओकरे धड़ पर रहि जाइ।”

32 राजा एलीसा क लगे एक ठु सँदेसवाहक पठएस। एलीसा आपन घरे मँ प्रमुखन क संग बइठा रहा। सँदेसवाहक क अवाइ क पहिले एलीसा प्रमुखन स कहेस, “लखा, उ हत्तियारा क पूत (इस्राएल क राजा) लोगन क मोर मूँड़ काटइ क पठवत अहइ। जब सँदेसवाहक आवइ तउ दरवाजा बन्द कइ ल्या। दरवाजा क बन्द रखा अउर ओका घुसइ जिन द्या। एहमाँ कउनो सक नाहीं कि ओकर सुआमी क कदमन क आवाज़ ओकरे पाछा करब्या।”

33 जउने समइ एलीसा अग्रजन स बातन करत ही रहा, सँदेसवाहक ओकरे करीब आवा। सँदेसा इ रहा: “इ बिपत्ति यहोवा कइँती स आई अहइ। मइँ यहोवा क प्रतीच्छा आगे अउर काहे करउँ?”

एलीसा कहेस, “यहोवा कइँती स सँदेस सुना। यहोवा कहत ह: ‘काल्ह इहइ समइ सोमरोन क फाटक क संग क बाजार मँ लोग एक डलिया अच्छा आटा या दुइ डलिया जौ एक सेकेल मँ खरीदब्या।’”

तब उ अधिकारी जउन राजा क बिस्सासपात्र रहा, परमेस्सर क जन स बातन किहेस। अधिकारी कहेस, “जदि यहोवा आकास मँ खिड़कियन भी बनाइ देइ तउ भी इ नाहीं होइ।”

एलीसा कहेस, “एका तू अपनी आँखिन स लखब्या। किन्तु उ भोजन मँ स तू कछू भी नाहीं खाब्या।”

कोढ़ी, अरामी डेरा क खाली पावत हीं

नगर क दुआर क लगे चार मनई कोढ़ स पीड़ित रहेन। उ पचे आपुस मँ बातन किहन, “हम हिआँ मरइ क प्रतीच्छा करत भए काहे बइठा अही? सोमरोन मँ कछू भी खाइ क बरे नाहीं अहइ। जदि हम पचे नगर क भीतर जाब तउ हुवाँ हम भी मरि जाब। किन्तु जदि हम पचे हिआँ रहा, तउ भी मरि जाब। एह बरे हम पचे अरामी डेरा कइँती चली। जदि उ पचे हम क जिअत रहइ देत हीं तउ हम जिअत रहब। जदि उ पचे हम क मार डावत हीं तउ मर जाब।”

एह बरे उ साँझ क उ चारिहुँ कोढ़ी अरामी डेरा क गएन। उ पचे अरामी डेरा क छोर तलक पहोंचेन। मुला हुवाँ कउनो नाहीं रहेन। यहोवा अरामी सेना क, रथन, घोड़न अउ बिसाल सेना क उद्घोस सुनाए रहा। एह बरे अरामी फउजियन आपुस मँ बातन किहन, “इस्राएल क राजा हित्ती राजा लोगन अउ मिसियन क हम लोगन क खिलाफ किराये पइ बोलाएस ह।”

अरामी फउजी उ साँझ क आरम्भ मँ ही पराइ गएन उ पचे सब कछू आपन पाछे छोड़ गएन। उ पचे आपन डेरन, घोड़न, गदहन छोड़ेन अउर आपन जिन्नगी बचावइ क भाग खड़े भएन।

कोढ़ी अरामी डेरा मँ

जब इ सबइ कोढ़ी उ डेरा क छोर तलक पहोंचेन, उ पचे एक डेरा मँ गएन। उ पचे खाएन अउर पिएन। तब चारिहुँ कोढ़ी उ तम्बू स चाँदी, सोना अउ वस्त्र लइ लिहेन तउ उ पचे ओन चिजियन क लुकाइ दिहन। तब उ पचे लउटेन अउर दूसर तम्बू मँ गएन। उ हुआँ स भी सबइ कीमती चिजियन लइ आएन। उ पचे बाहेर गएन अउर एन चिजियन क लुकाइ रिहन। तब एन कोढ़ियन आपुस मँ बात किहन, “हम लोग बुरा करत अही। आजु हम लोगन क लगे सुभ खबर अहइ। मुला हम लोग चुप अही। जदि हम लोग सूरज स निकरइ तलक प्रतीच्छा करब तउ हम लोगन क दण्ड मिली। अब हम चली अउर ओन लोगन क सुभ सूचना देइ जउन राजा क महल मँ रहत हीं।”

कोढ़ी लोग सुभ खबर देत हीं

10 एह बरे इ सबइ कोढ़ी नगर क दुआरपाल क लगे गएन। कोढ़ी रोगियन दुआरपालन स कहेन, “हम अरामी डेरा मँ गए रहे। किन्तु हम लोग कउनो मनई क हुवाँ नाहीं पावा। हुवाँ कउनो भी नाहीं रहा। घोड़न अउ गदहन तब भी बंधे रहेन अउर डेरन वइसे क वइसे लगे रहेन। किन्तु सबहिं लोग पराई गए रहेन।”

11 तब नगर क दुआरपाल जोर स चीखन अउर राजमहल क मनइयन क इ बात बताएन। 12 राति क समइ रहा, किन्तु राजा अपने पलंग स उठा। राजा अपने अधिकारियन स कहेस, “मइँ तू लोगन क बताउब कि अरामी फउजी हमरे संग का करत अहइँ। उ पचे जानत हीं कि हम भुखान अही। उ पचे खेतन मँ छुपइ बरे, डेरन क खाली कइ गएन ह। उ पचे इ सोचत अहइँ, ‘जब इस्राएली नगर क बाहेर अइहीं, तब हम ओनका जिअत धइ लेब अउर तब हम नगर मँ प्रवेस करब।’”

13 राजा क अधिकारियन मँ स एक कहेस, “कछू मनइयन क नगर मँ अबहिं तलक बचे पाच ठु घोड़न क लेइ द्या। निहचइ ही इ सबइ घोड़न भी हाली ही ठीक वइसे ही मर जइहीं, जइसे इस्राएल क सबहिं लोग जउन अबहिं तलक बचे रहि गए अहइँ, मरिहीं। एन मनइयन क इ लखइ क पठवा जाइ कि का घटित भवा ह।”

14 एह बरे लोग घोड़न क संग दुइ रथ लिहेन। राजा एन लोगन क अरामी फउज क पाछे लगाएस। राजा ओनसे कहेस, “जा अउर पता लगावा कि का घटना घटी?”

15 उ सबइ मनई अरामी फउज क पाछे यरदन नदी तलक गएन। पूरी सड़क पइ वस्त्र अउ अस्त्र फइले भए रहेन। अरामी लोग हाली मँ भागत भए ओन चिजियन क लोकाइ दिहे रहेन। सँदेसवाहक सोमरोन क लउटेन अउर राजा क बताएन।

16 तब लोग अरामी डेरा कइँती टूट पड़ेन, अउर हुवाँ स उ पचे कीमती चिजियन लइ लिहन। एह बरे उहइ भवा जउन यहोवा कहे रहा। कउनो भी मनई एक ठु डलिया निक आटा या दुइ डलिया जौ सिरिफ एक ठु सेकेल मँ खरीद सकत रहा।

17 राजा आपन व्यक्तिगत सहायक अधिकारी क दुआरे क रच्छा बरे चुनेस। किन्तु लोग दुस्मन क डेरा स भोजन पावइ बरे दौड़ पड़ेन। लोग अधिकारी क धक्का दइके गिराइ दिहन अउर ओका रौंदत भए निकर गएन अउर उ मर गवा। एह बरे उ पचे सबहिं बातन वइसे ही ठीक घटित भइन जइसा परमेस्सर क जन तब कहे रहा जब राजा एलीसा क घरे आवा रहा। 18 एलीसा कहे रहा, “कउनो भी मनई सोमरोन क नगरदुआर क बजार मँ एक सेकेल मँ एक ठु डलिया नीक आटा या दुइ डलिया जौ बेसहि सकी।” 19 किन्तु परमेस्सर क जन क उ अधिकारी जवाब दिहस, “जदि यहोवा सरग मँ खिड़कियन भी बनाइ देइ, तउ भी वइसा नाहीं होइ सकी” अउर एलीसा उ अधिकारी स कहे रहा, “तू अइसा अपनी आँखिन स लखब्या। किन्तु तू उ भोजन क कछू भी नाहीं खाइ पउब्या।” 20 अधिकारी क संग ठीक वइसा ही घटित भवा। लोग नगरदुआर पइ ओका धक्का दइके गिराइ दिहन, ओका रौंद डाएन अउर उ मर गवा।

राजा अउ सूनेमिन मेहरारू

एलीसा उ मेहरारू स बातन किहस जेकरे पूत क उ जीवन मँ वापिस लाए रहा। एलीसा कहेस, “तोहका अउर तोहरे परिवार क कउनो दूसर देस मँ चले जाइ चाही। काहे? काहेकि यहोवा निहचइ किहेस ह कि हिआँ भुखमरी क समइ लाई। इ देस मँ इ भुखमरी क समइ सात बरिस क होइ।”

एह बरे उ मेहरारू उहइ किहस जउन परमेस्सर क जन कहेस। उ अपने पररिवार क संग सात बरिस पलिस्तियन क देस मँ रहइ चली गइ। जब सात बरिस पूरे होइ गएन तउ उ मेहरारू पलिस्तियन क देस स लउटि आइ। उ मेहरारू राजा स बातन करइ गइ।

उ चाहत रही कि उ ओकरे घरे अउर ओकरी भुइँया क ओका लउटावइ मँ ओकर मदद करइ।

राजा परमेस्सर क जन क सेवक गेहजी स बातन करत रहा। राजा गेहजी स पूछेस, “कृपा कइके उ पचे सबहिं महान कार्य हमका बतावइँ जेनका एलीसा किहे अहइँ।”

गेहजी राजा क एलीसा क बारे मँ एक मरे मनई क जिअत करइ क बात बतावत रहा। उहइ समइ उ मेहरारू राजा क लगे गइ जेकरे पूत क एलीसा जिआए रहा। उ चाहत रही कि उ आपन घरे अउर आपन भुइँया क वापस दिआवइ मँ ओहसे सहायत माँगइ। गेहजी कहेस, “मोर पर्भू राजा, इ अहइ मेहरारू अहइ अउर इ उहइ पूत अहइ जेका एलीसा जिआए रहा।”

राजा पूछेस कि उ का चाहत ह। उ मेहरारू आपन इच्छा जताएस।

तब राजा एक अधिकारी क उ मेहरारू क मदद क बरे चुनेस। राजा कहेस, “इ मेहरारू क उ सब कछू द्या जउन एकर अहइ अउर एकर भुइँया क सारी फसल जब स इ देस तजेस तब स अब तक क, एका द्या।”

बेन्हदद इस्राएल क एलीसा क लगे पठवत ह

एलीसा दमिस्क गवा। अराम क राजा बेन्हदद बीमार रहा। कउनो मनई बेन्हदद स कहेस, “परमेस्सर क जन हिआँ आवा अहइ।”

तब राजा बेन्हदद हजाएल स कहेस, “भेंट साथे मँ ल्या अउर परमेस्सर क जन स मिलइ जा। ओका कहा कि उ पचे यहोवा स पूछइँ कि का मइँ आपन बेरामी स चँगा होइ सकत हउँ।”

एह बरे हजाएल एलीसा स भेंटइ गवा। हजाएल अपने संग भेंट लिआवा। उ दमिस्क स हर प्रकार क अच्छी चिजियन लिआवा। एन सब क लिआवइ बरे चालीस ऊँटन क जरूरत पड़ी। हजाएल एलीसा क लगे गवा। हजाएल कहेस, “तोहार अनुयायी अराम क राजा बेन्हदद मोका आप क लगे पठएस ह। उ पूछत ह कि का मइँ बेरामी स नीक होइ जाब।”

10 तब एलीसा हजाएल स कहेस, “जा अउर बेन्हदद स कहा, ‘तू जिअत रहब्या।’ किन्तु यहोवा फुरइ मोका इ कहेस ह, ‘उ निहचइ ही मरी।’”

एलीसा हजाएल क बारे मँ भविस्सवाणी करत ह

11 एलीसा हजाएल क तब तलक लखत रहा जब तलक हजाएल संकोच म नाहीं होइ गवा। तब परमेस्सर क जन रोवइ लाग। 12 हजाएल कहेस, “महोदय, आप काहे रोवत अहइँ?”

एलीसा जवाब दिहेस, “मइँ रोवत अहउँ काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू इस्राएलियन बरे का कछू बुरा करब्या। तू ओनके मजबूत नगरन क जरउब्या। तू ओनके जुवकन क तरवार स मार डाउब्या। तू ओनके बच्चन क मार डउब्या। तू ओनकर गाभिन मेहररूअन क गरभ क चीर डाउब्या।”

13 हजाएल कहेस, “मइँ कउनो ताकतवर मनई नाहीं हउँ। मइँ एन बड़के कामन क नाहीं कइ सकत।”

एलीसा जवाब दिहेस, “यहोवा मोका बताएस ह कि तू अराम क राजा होब्या।”

14 तब हजाएल एलीसा क हिआँ स चला गवा अउर आपन राजा क लगे गवा। बेन्हदद हजाएल स पूछेस, “एलीसा तोहसे का कहेस?”

हजाएल जवाब दिहेस, “एलीसा मोहसे कहेस कि तू जिअत रहब्या।”

हजाएल बेन्हदद क हत्या करत ह

15 मुला अगले दिन हजाएल एक ठु मोटा कपड़ा लिहस अउर एका पानी स गीला कइ लिहस। तब उ मोटके कपड़े क बेन्हदद क मुँह पइ डाइके ओकर साँस रोक दिहस। बेन्हदद मर गवा। एह बरे हजाएल नवा राजा बना।

यहोराम आपन हुकूमत आरम्भ करत ह

16 यहोसापात क पूत यहोराम यहूदा क राजा भवा। यहोराम अहाब क पूत योराम क इस्राएल क राज्जकाल क पँचएँ बरिस मँ हुकूमत आरम्भ किहस। 17 यहोराम बत्तीस बरिस क रहा, जब उ हुकूमत करब आरम्भ किहस। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस हुकूमत किहस। 18 किन्तु यहोराम इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा अउर ओन कामन क किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोराम अहाब क परिवार क लोगन क तरह रहत रहा। यहोराम इ तरह रहा काहेकि ओकर मेहरारू अहाब क बिटिया रही। 19 मुला यहोवा ओका नस्ट नाहीं किहस काहेकि उ अपने सेवक दाऊद स प्रतिग्या किहे रहा कि ओकरे परिवार क कउनो न कउनो सदा ही राजा होइ।

20 यहोराम क समइ मँ एदोम यहूदा क हुकूमत स टूट गवा। एदोम क लोग अपने बरे एक ठु राजा चुन लिहस।

21 तब यहोराम अउ ओकर सबहिं रथ साईर क गएन। एदोमी सेना ओनका घेर लिहस। यहोराम अउ ओकर अधिकारियन ओन पइ रात मँ हमला किहेन अउर बच निकरेन। यहोराम क सबहिं फउजी अपने घरन क भाग गएन। 22 इ तरह एदोमी यहूदा क हुकूमत क खिलाफ बिद्रोह किहा अउर उ पचे आजु भी बिद्रोह करत अहइँ।

उहइ समइ लिब्ना भी यहूदा क हुकूमत क बिरूध बिद्रोह कइ दिहा।

23 यहोराम जउन कछू किहस उ सब यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखा अहइ।

24 यहोराम मरा अउर अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। यहोराम क पूत अहज्याह नवा राजा भवा।

अहज्याह आपन हुकूमत सुरू करत ह

25 यहोराम क पूत अहज्याह, अहाब क पूत इस्राएल क राजा योराम क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ यहूदा क राजा भवा। 26 हुकूमत सुरू करइ क समइ अहज्याह बाईस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ एक बरिस हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ अतल्याह रहा। उ इस्राएल क राजा ओम्री क बिटिया रही। 27 अहज्याह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। अहज्याह अहाब क परिवार क लोगन क तरह बहोत स बुरे काम किहस। अहज्याह उ तरह रहा काहेकि ओकर मेहरारू अहाब क परिवार स रही।

योराम हजाएल क खिलाफ जुद्ध मँ घायल होइ जात ह

28 अहाब क पूत योराम अराम क राजा हजाएल स गिलाद क रामोत मँ जुद्ध करइ गवा। अहज्या जुद्ध मँ योराम क संग होइ गवा। अरामियन योराम क घायल कइ दिहन। 29 राजा योराम यिज्रैल क लउटि गवा ताकि उ ओन घावन क ठीक कइ सकी जउन आरामियन ओका उ समइ दिहे रहेन जब उ रमाह मँ आराम क राजा हजाएल क खिलाफ लड़े रहेन। यहोराम क पूत, यहूदा क राजा अहज्याह, अहाब क पूत योराम क लगे यिज्रैल मँ गवा, काहेकि उ घायल होइ गवा रहा।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.