M’Cheyne Bible Reading Plan
यहूदा क राजा योसिय्याह
34 योसिय्याह जब राजा बना, आठ बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ इकतीस बरिस तलक राजा रहा। 2 योसिय्याह आपन पुरखा दाऊद क तरह उहइ किहस जेका यहोवा नीक समुझत ह। योसिय्याह दाऊद क राह स नाहीं मुड़स, न दायाँ अउर न ही बायाँ। उचित काम करइ स नाहीं हटा। 3 जब योसिय्याह आठ बरिस तलक राजा रहि चुका, तउ उ परमेस्सर क, अपने पुरखा दाऊद क परमेस्सर क अनुसरण करइ लाग। योसिय्याह लरिका ही रहा जब उ परमेस्सर क आग्या क पालन सुरू किहस। जब योसिय्याह राजा क रूप मँ बारह बरिस क भवा, उ ऊँच जगहन, असेरा खम्भन पइ खुदी मूरतियन अउ यहूदा अउ यरूसलेम मँ ढरी मूरतियन क नस्ट करब सुरू कइ दिहस। 4 लोग बाल देवतन क वेदियन योसिय्याह क समन्वा तोर दिहन। तब योसिय्याह ओन सुगन्धित वेदियन क नस्ट कइ डाएन जउन ओन वेदियन क ऊपर रहेन जउन कि बाल क अर्पित कीन्ह गए रहेन। उ खुदी भवा अउर ढरी भवा मूरतियन क तोर डाएन अउर उ ओन मूरतियन क पीस कइ धूरि बनाइ दिहन। तब योसिय्याह ओन चूरा क ओन लोगन क कब्रन पइ छिड़केस जउन बाल देवतन क बलि चढ़ावत रहेन। 5 योसिय्याह ओन याजकन क हड्डियन तलक क बारेस जउन अपनी वेदियन पइ बाल देवतन क सेवा किहे रहेन। इ तरह योसिय्याह मूरतियन अउ मूरति पूजा क यहूदा अउ यरूसलेम स नस्ट किहस। 6 योसिय्याह इहइ काम मनस्से, एप्रैम, सिमोन अउ नप्ताली तलक क राज्जन क नगरन मँ किहस। उ उहइ काम ओन सबइ नजिक क नगरन क खण्डहर संग किहस। 7 योसिय्याह वेदियन अउर असेरा खम्भन क तोर दिहस। उ मूरतियन क पीटिके चूरा बनाइ दिहस। उ पूरे इस्राएल देस मँ ओन सुगन्धि वेदियन क काट डाएस जउन बाल क पूजा मँ काम आवाति रहिन। तब योसिय्याह यरूसलेम लउट गवा।
8 जब योसिय्याह यहूदा क राजा क रुप मँ अपने अट्ठारहवें बरिस मँ रहा, उ असल्याह क पूत सापान नगर क प्रमुख मासेयाह अउर योआहाज क पूत लिपिक योआह क अपने यहोवा परमेस्सर मन्दिर क मरम्मत करइ क बरे पठएस।
योसिय्याह यहूदा अउर मन्दिर क स्वच्छ रखइ बरे मन्दिर क फुन मरमत करइ क आदेस दिहस। 9 उ सबइ लोग महा याजक हिल्किय्याह क लगे आएन। उ पचे उ धन ओका दिहन जउन लोग परमेस्सर क मन्दिर बरे दिहे रहेन। लेवीबंसी दुआरपालन इ धन मनस्से, एप्रैम अउर बचे सबहिं इस्राएलियन स बटोरेन। उ पचे इ धन सारे यहूदा, बिन्यामीन अउर यरूसलेम मँ रहइवाले सबहिं लोगन स भी बटोरेन। 10 तब लेवीबंसी ओन मनइयन क इ धन दिहन जउन यहोवा क मन्दिर क काम क देख-रेख करत रहेन अउर निरीच्छकन ओन मजदूरन क इ धन दिहन जउन यहोवा क मन्दिर क फुन बनाइके स्थापित करत रहेन। 11 उ पचे बढ़इयन अउ राज-मिस्तरियन क पहिले स कटी बड़की चट्टानन क बेसहइ क बरे अउर काठ खरीदइ क बरे धन दिहन। काठे क उपयोग भवनन क फुन स बनावइ अउ भवन क सहतीरन क बरे कीन्ह गवा। भूतकाल मँ यहूदा क राजा मन्दिरन क देखभाल नाहीं करत रहेन। उ सबइ भवनन पुराने अउर खंडहर होइ गए रहेन। 12 लोग बिस्सासपूर्वक काम किहन। ओनकर निरीच्छक यहत अउ ओबद्याह रहेन। यहत अउ ओबद्याह लेवीबंसी रहेन अउर उ पचे मरारी क परिवार स रहेन। दूसर निरीच्छक जकर्याह अउर मसुल्लाम रहेन। उ पचे कहात क परिवार स रहेन। 13 जउन लेवीबंसी संगीत बाजा बजावइ मँ कुसल रहेन, उ पचे मजदूरन क अउर दूसर काम करइवाले कर्मचारियन क भी निरीच्छण करत रहेन। कछू लेवीबंसी सचिव, अधिकारी अउर दुआरपाल क काम करत रहेन।
व्यवस्था क पुस्तक मिली
14 लेवीबंसियन उ धन क निकारेन जउन यहोवा क मन्दिर मँ रहा। उ समइ याजक हिल्किय्याह यहोवा क व्यवस्था क उ किताब प्राप्त किहस जउन मूसा क जरिये दिन्ह गइ रही। 15 हिल्किय्याह सचिव सापान स कहेस, “मइँ यहोवा क मन्दिर मँ व्यवस्था क किताब पाएउँ ह।” हिल्किय्याह सापान क किताब दिहस। 16 सापान उ किताब क राजा योसिय्याह क लगे लिआवा। सापान राजा क खबर दिहस, “तोहरे सेबक हर काम करत अहइँ जउन तू करइ क कहया ह। 17 उ पचे यहोवा क मन्दिर स धन क निकारेन अउर ओका निरीच्छकन अउ मजदूरन क देत अहइँ।” 18 तब सापान राजा योसिय्याह स कहेस, “याजक हिल्किय्याह मोका एक ठु किताब दिहेस ह।” तब सापन राजा क मोजूदगी मँ किताब स पढ़ेन। 19 जब राजा योसिय्याह नेमन क पढ़े जात भए सुनेस, उ अपने ओढ़ना फार डाएस। 20 तब राजा योसिय्याह हिल्किय्याह, सापान क पूत अहीकाम, मीका क पूत अब्दोन, सचिव सापान अउ सेवक असायाह क आदेस दिहेस। 21 राजा कहेस, “जा, मोरे बरे अउ इस्राएल अउ यहूदा मँ जउन लोग बचे अहइँ ओनके बरे यहोवा स याचना करा। जउन किताब मिली बाटइ ओकरे कथनन क बारे मँ पूछा। यहोवा हम लोगन पइ बहोत कोहान अहइ काहेकि हमार पुरखन यहोवा क कथनन क पालन नाहीं किहन। उ पचे उ सबइ काम नाहीं किहन जउन इ पुस्तक करइ क कहत ह।”
22 हिल्किय्याह अउर राजा क सेवकन नबिया हुल्दा क लगे गएन, हुल्दा सल्लूम क मेहरारु रही। सल्लूम तोखत क पूत रहा। तोखत हस्रा क पूत रहा। हस्रा राजा क ओढ़नन क देखरेख करत रहा। हुल्दा यरूसलेम क नवे हींसा मँ रहत रही। हिल्किय्याह अउर राजा क सेवक लोग हुल्दा क सब कछू बताएन जउन होइ चुका रहा। 23 हुल्दा ओनसे कहेस, “इस्राएल क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: राजा योसिय्याह स कहा: 24 यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ, ‘मइँ इ जगह जउ हिआँ क निवासियन पइ बिपत्ति डाउब। मइँ सबहिं भयंकर बिपत्तियन क जउन यहूदा क राजा क समन्ना बाचेउँ किताबे मँ लिखी गई अहइँ, लिआउब। 25 मइँ इ एह बरे करब कि लोग मोका छोड़ेन अउ दूसर देवतन क बरे सुगन्धि बारेन। ओन लोग उ सबइ बुरे कामन क कारण जउन उ पचे किहेन मोका किरोधित किहस। एह बरे मइँ आपन किरोध इ जगह पइ डारब। मोर किरोध उ आगी क नाईं होइ जेका बुझइ नाहीं जा सकत ह’
26 “किन्तु यहूदा क राजा योसिय्याह स कहा। उ यहोवा स पूछइ क बरे तोहका पठएस। इस्राएल क यहोवा परमेस्सर, ‘जउन कथनन क तू कछू समइ पहिले सुन्याह, ओनके बारे मँ कहत ह: 27 योसिय्याह तू पस्ताताप किहा अउर तू अपने क मोर समन्वा बिनम्र किहा। तू मोर समन्वा चिचियाएस जब तू सुनेस ह कि मइँ इ जगह अउर हिवाँ रहइवालन लोगन क खिलाफ, बोलेस रहा। एह बरे मइँ तोहार बिन्ती सुनेस ह। 28 मइँ तोहका तोहरे पुरखन क लगे लइ जाब। तू अपनी कब्र मँ सान्तिपूर्वक जाब्या। तोहका ओन बिपत्तियन मँ स कउनो भी नाहीं लखइ क पड़िहीं जेनका मइँ इ जगह अउर हिआँ रहइवाले लोगन पइ लिआउब।’” हिल्किय्याह अउर राजा क सेवक योसिय्याह क लगे इ सँदेसा लइके लउटेन।
29 राजा योसिय्याह अउर यहूदा अउ यरूसलेम क सबहिं अग्रजन क अपने लगे आवइ अउर मिलइ बरे बोलाएस। 30 राजा, यहोवा क मन्दिर मँ गवा। यहूदा क सबहिं लोग, यरूसलेम मँ रहइवाले लोग, याजक, लेवीबंसी अउर सबहिं साधारण व असाधारण लोग योसिय्याह क संग रहेन। योसिय्याह ओन सब क समन्वा उ करार क किताब स वचन क बाँचेस जउन कि यहोवा क मन्दिर मँ मिली रही। 31 तब राजा अपने जगह पइ खड़ा भवा। उ यहोवा क संग वाचा किहस। उ यहोवा क अनुसरण करइ क अउर यहोवा क आदेसन, बिधियन अउर नेमन क आपन पूरे हिरदइ अउर आपन पूरे जान स पालन करइ क वाचा किहस। उ इ किताब मँ लिखे करार क सब्दन क पालन करइ क सहमत भवा। 32 तब योसिय्याह यरूसलेम अउ बिन्यामीन क सबहिं लोगन स परमेस्सर क वाचा क स्वीकार करइ क प्रतिग्या कराएस। यरूसलेम मँ लोग परमेस्सर, ओकर पुरखन क परमेस्सर क करार क पालन किहन। 33 इस्राएल क लोगन क लगे बहोत स देस क मूरतियन रहिन। योसिय्याह ओन सबहिं भयानक मूरतियन क नस्ट कइ दिहेन। यहोवा ओन मूरतियन स घिना करत ह। योसिय्याह इस्राएल क हर एक मनई क अपने यहोवा परमेस्सर क सेवा मँ पहोंचाएस। जब तलक योसिय्याह जिअत रहा, लोग पुरखन क यहोवा परमेस्सर क आग्या क पालन करब बन्द नाहीं किहस।
हजार साल
20 फिन आकास स मइँ एक सरगदूत क नीचे उतरत देखेउँ। ओकरे हाथ मँ पाताल क चाभी अउर एक बड़ी संकरी रही। 2 उ पुरान महासांप क पकड़ लिहेस जउन कि दैत्य यानी सइतान बाटइ फिन ओका एक हजार साल क बरे संकरी मँ बाँध दिहेस। 3 तउ उ सरगदूत ओका अथाह कुंड मँ डाइके बन्द कइके परदार साँपे प मुहर लगाइ दिहेस जेहसे जब तलक हजार साल पूरा न होइ जाइ, उ कउनो मनई क धोखा न दइ सकत। हजार साल पूरा होइ जाइ क पाछे ओका कछू समइ क बरे छोड़ा जाइ क अहइ।
4 फिन मइँ कछू सिंहासन देखीउँ जउने प कछू मनई बइठा रहेन। ओनका निआव करइ क अधिकार दीन्ह ग रहा। अउर मइँ ओनकी आतिमा क देखेउँ जेनके सिर, उ सच्चाई क कारण, जउन ईसू स प्रमाणित अहइँ, अउर परमेस्सर क संदेस स, काट दीन्ह ग रहेन, जे उ जनावरन या ओकरी मूर्ति क कबहुँ पूजा नाहीं करे रहेन। जे अपने माथे प या अपने हाथे प ओकर निसानी कबहुँ धारण नाहीं किहे रहेन। उ पचे फिन स जिन्दा होइ गएन अउर उ मसीह क साथ एक हजार साल तक राज करेन। 5 (बाकी मनई हजार साल पूरा होइ गए प फिन स जिन्दा नाहीं भएन।)
इ पहिला पुनरुत्थान बाटइ। 6 उ धन्य अहइ अउर पवित्तर अहइ, जउन पहले पुनरुत्थान मँ भाग लेत अहइ। एन पइ दूसरी मृत्यु क कउनो अधिकार नाहीं अहइ। इ आदमियन प दूसर मउत क कउनो अधिकार नाहीं मिला अहइ। पर उ पचे तउ परमेस्सर अउर मसीह क आपन याजकन होइहीं अउर ओकरे साथे एक हजार साल तक राज करिहीं।
7 फिन एक हजार साल पूरा होइ जाए प सइतान क ओकरी जेल स छोड़ दीन्ह जाई। 8 अउर उ समूची धरती प फइली रास्ट्रन क छलइ क बरे निकर पड़ी। उ गोग अउर मागोग क छली। उ ओनका लड़ाई क बरे एकट्ठा करी। उ ओतनइ अनगिनत होइहीं जेतना कि समुद्दर क तट क रेतकण अहइँ।
9 सइतान क सेना समूची धरती प फइल जाई अउर उ परमेस्सर क लोगन क छावनी अउर ओनकर प्यारी नगरी क घेर लेई। मुला आग जउन सरगे स उतरी अउर ओनका निगल जाई, 10 एकरे पाछे सइतान क जउन ओनका धोखा देत रहा ह, भभकत गंधक क झील मँ फेंक दीन्ह जाई जहाँ उ जनावरन अउर झूठा नबी दुइनउँ डाला ग अहइँ। ओनका हमेसा हमेसा क बरे रात-दिन तड़पावा जाई।
दुनिया क मनइयन क निआव
11 फिन मइँ एक जबरदस्त सफेद सिंहासन कइँती ओह प विराजमान जे रहा, ओका देखेउँ। ओकरे सामने स धरती अउर आकास भाग खड़ा भएन। ओनका पता नाहीं चल पावा। 12 फिन मइँ छोट अउर बड़ा मृतक मनइयन क देखेउँ। उ पचे सिंहासन क आगे खड़ा रहेन। कछू किताब खोली गइन। फिन एक अउर किताब खोली गई। उ रही जीवन क किताब अउर ओन किताबन मँ लिखी गई बातन क आधार प मृतकन क न्याय ओनके कामन क अनुसार कीन्ह गवा।
13 जउन मृतक मनइयन समुद्दर मँ रहेन, ओनका समुद्दर दइ दिहेस, अउ मृत्युलोक अउ अधोलोक आपन आपन मृतक मनइयन क सौंप दिहेन। हर एक क निआव ओनके कर्मन क अनुसार कीन्ह गवा। 14 एकरे बाद मउत क अउर अधोलोक क आग क झील मँ झोंक दीन्ह गवा। इ आग क झील दूसरी मउत बाटइ। 15 जउन कउनो मनई क नाउँ जीवन क पोथी मँ न मिली तउ उहू क आग क झील मँ ढकेल दीन्ह गवा।
याजक लोगन बरे नेम
2 “याजक लोगो! इ नेम तोहरे पचन्क बरे बाटइ। मोर सुना। जउन मइँ कहत हउँ ओह पइ धियान द्या। मोर नाउँ क सम्मान करा। 2 अगर तू पचे मोरे नाउँ क सम्मान नाहीं करत्या तउ तोहरे सबन्क संग बुरा घटित होइ। तू पचे आसीर्बाद देब्या, मुला उ पचे अभिसाप बनिहीं। मइँ बुरा घटइ क कराउब काहेकि तू पचे मोरे नाउँ क सम्मान नाहीं करब्या।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस।
3 “लखा, मइँ तू पचन्क बंस मँ जनम लेइवालन क सजा देब। याजक लोगो, तू पचे पवित्तर दिनन क मोका बलि भेंट करत अहा। तू पचे गोबर अउ मरे जनावरन क अंतड़ियन क लेत अहा अउर ओन हीसंन क लोकाइ देत अहा। मुला मइँ ओन गोबर क तू पचन्क चेहरन पइ मलब अउर तू पचे एकरे संग लोकाइ दीन्ह जाब्या। 4 तब तू पचे समुझब्या कि तू पचन्क इ आदेस काहे देत हउँ? मइँ तू पचन्क इ सबइ बातन एह बरे बतावत हउँ कि लेवी क संग मोर वाचा चलत रही।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस।
5 यहोवा कहेस, “मइँ इ वाचा लेवी क संग किहेउँ। मइँ ओका सान्ति स भरि जिन्नगी देइ क प्रतिग्या किहेउँ अउर मइँ ओका उ दिहेउँ। लेवी मोका सम्मान दिहेस। उ मोरे नाउँ क सम्मान दिहस। 6 लेवी सच्ची सिच्छा दिहस। लेवी लबार उपदेस नाहीं दिहस। लेवी ईमानदार अउ सान्ति चाहइवाला मनई रहा। लेवी मोर अनुसरण किहस अउर अनेक मनइयन क पाप करमन स बचाएस। 7 याजक क परमेस्सर क उपदेसन क जरूर जानइ चाही। लोगन क याजक क लगे परमेस्सर क उपदेसन सुनइ बरे जाइ क जोग्ग होइ चाही। याजक क लोगन बरे परमेस्सर क दूत होइ चाही।”
8 यहोवा कहेस, “याजक लोगो, तू पचे मोर अनुसरण करब तजि दिहा। तू पचे सिच्छन क उपयोग लोगन स बुरा करम करावइ बरे किहा। तू पचे लेवी क संग कीन्ह गए वाचा क भ्रस्ट किहा।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस। 9 “काहेकि तू मोरे आदेसन क पालन नाहीं किहे अउर तू लोगन क बिस्सास स मोर नेम क सिच्छा नाहीं दिहेस एह बरे तू पचन्क बिना महत्व क बनाउब। लोग तोहार पचन्क सम्मान नाहीं करिहीं।”
यहूदा परमेस्सर बरे सच्चा नाहीं रहा
10 हम सबइ क एक ही परमेस्सर अहइ। उहइ परमेस्सर हम सबन्क बनाएस। एह बरे लोग आपन भाइयन क ठगत हीं? उ सबइ लोग परगट करत हीं कि उ पचे वाचा क सम्मान नाहीं करतेन। उ पचे उ वाचा क सम्मान नाहीं करतेन जेका हमार पुरखन परमेस्सर क संग किहन। 11 यहूदा क लोग दूसर लोगन क ठगेन। यरूसलेम अउ इस्राएल क लोग खउफनाक काम किहन। यहूदा क निवासी लोग यहोवा क पवित्तर मंदिर क सम्मान नाहीं किहन। परमेस्सर उ जगह स पिरेम करत ह। यहूदा क लोग ओन बिदेसी मेहररूअन स बियाह किहन जउन लबार देवतन क पूजा करत रहिन। 12 यहोवा ओन लोगन क यहूदा क परिवार स दूर कइ देइ। उ सबइ लोग यहोवा क लगे भेंट लिआइ सकत हीं, मुला ओहसे कउनो मदद नाहीं मिली। 13 तू पचे रोइ सकत ह अउर यहोवा क वेदी क आँसुअन स ढाँकि सकत ह, मुला यहोवा तोहार सबन क भेंट अंगीकार नाहीं करी। यहोवा ओन चिजियन स खुस नाहीं होइ, जेनका तू पचे ओकरे लगे लिअउब्या।
14 तू पचे पूछत अहा, “हमार भेंटन यहोवा क जरिये अंगीकार काहे नाहीं कीन्ह जातिन?” काहेकि यहोवा तोहरे सबन्क बुरे करमन क लखेस, उ तोहरे सबन्क खिलाफ गवाह अहइ। उ लखेस कि तू पचे आपन पत्नियन बरे अविस्सासी रहा ह। तू पचे उ आपन पत्नी क संग तबहिं स ब्याहा अहा जब स तू पचे जवान भए रह्या। उ तोहार प्रेमिका रही। तब तू पचे आपुस मँ एक दूसर बरे किरिया खाए रहा। अउर उ तोहार पत्नी होइ गइ। मुला तू ओकरे बरे अबिस्सासी रहा ह। 15 परमेस्सर चाहत ह कि मनसेधू अउ मेहरारू एक बदन अउ एक आतिमा होइ जाइँ। काहे ताकि ओनकर गदेलन पवित्तर होइँ। एह बरे उ आध्यात्मिक एकता क रच्छा करा। आपन पत्नी क बिसस्साघाती जिन बना। उ तोहार पत्नी तब स अहइ जब स तू जवान भवा।
16 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहत ह, “मइँ बियाह-विच्छेद स घिना करत हउँ। मइँ मनसेधुअन क क्रूर करमन स घिना करत हउँ। एह बरे आतिमा क एका क सुरच्छा करा। आपन पत्नी का धोखा जिन द्या।”
निआव क खास समइ
17 तू पचे गलत सिच्छा दिहा ह। अउर ओन गलत सिच्छन यहोवा क बहोत दुःखी किहन ह। तू पचे इ सिच्छा दिहा कि परमेस्सर ओनका पसंद करत ह जउन बुरे करम करत हीं। तू पचे कह्या कि परमेस्सर ओनका नीक लोग समुझत ह अउर तू पचे इ सिच्छा दिहा कि परमेस्सर लोगन क बुरा करम करइ बरे सजा नाहीं देत।
19 तब पिलातुस ईसू क पकड़वाइके कोड़ा लगवाएस। 2 फिन सिपाहियन काँटेदार टहनी क मोड़के मुकुट बनाएन अउर ओकरे मूँड़े प रख दिहेन। अउर ओका बैजनी रंग क कपड़ा पहिराएन। 3 अउर ओकरे पास आइ आइ क कहइ लागेन, “यहूदियन क राजा जिअत रह!” अउर ओका झापड़ मारइ लागेन।
4 पिलातुस एक बार फिन बाहेर आवा अउर ओनसे कहेस, “देख! मइँ तोहरे पास ओका फिन बाहर लियावत अही जइसे कि तू जान सका कि मइँ ओहमाँ कउनो खोट नाहीं पावा।” 5 फिन ईसू बाहेर आवा। उ काँटेन क मुकुट अउर बैजनी रंग क चोगा पहिरे रहा। तब पिलातुस कहेस, “इहइ अहइ उ मनई!”
6 जब उ पचे ओका देखेन तउ मुख्य याजकन अउर मन्दिर क पहरेदारन चिल्लाई क कहेन, “ऍका क्रूस पर चढ़ाइ द्या! एका क्रूस प चढ़ाइ द्या!”
पिलातुस ओनसे कहेस, “तू ऍका लइ जा अउर क्रूस प चढ़ाइ द्या, मइँ एहमाँ कउनो खोट नाहीं पाएउँ?”
7 यहूदियन जवाब दिहेन, “हमार व्यवस्था कहत ह कि एका मरइ क पड़ी काहेकि अपने क परमेस्सर क पूत होइ क दावा किहे अहइ।”
8 अब जब पिलातुस ओका इ कहत सुनेस तउ बहुत डेराइ गवा। 9 अउर फिन राज्यपाल क महल क अन्दर जाइके ईसू स कहेस, “तू कहाँ स आइ अहा?” मुला ईसू कउनो जवाब नाहीं दिहेस। 10 फिन पिलातुस ओसे कहेस, “का तू हमसे बात नाहीं करइ चाहत अहा? का तोहका पता नाहीं अहइ किइ मोरे अधिकार मँ अहइ कि तोहका मइँ छोड़ देउँ अउर तोहका क्रूस प चढ़ावइ क अधिकार मोका मिला अहइ।”
11 ईसू ओका जवाब दिहेस, “तोहार मोरे ऊपर अधिकार तब तक नाहीं होइ सकत जब तलक परमेस्सर तोहका उ अधिकार नाहीं देत। इ बरे जउन मनइ तोहका मोरे हवाले किहे अहइ, उ तोहसे भी बड़ा पापी अहइ।”
12 इ सनिके पिलातुस ओका छोड़इ क कउनो उपाय सोचइ लाग। मुला यहूदियन चिल्लाय लागेन, “जदि तू एका छोड़ देब्या तउ तू कैसर क दोस्त न अह्या कउनो मनई जउन खुदइ क राजा कहइ उ कैसर क विरोधी अहइ।”
13 जब पिलातुस इ सब्दन क सुनेस तउ उ ईसू क बाहेर उ जगह लइ गवा जउने क “पाथर क चउतरा।” कहा जात रहा। (इब्रानी भाखा मँ ऍका गब्बाता कहा गवा ह।) अउर हुवाँ निआव क आसन प बइठ गवा। 14 इ दिन फसह क त्यौहार क तैयारी क दिन[a] रहा। दुपहरिया होइवाली रही। पिलातुस यहूदियन स कहेस, “इ रहा तोहार राजा।”
15 उ सबेन्ह चिल्लाएन, “ऍका लइ जा! ऍका लइ जा! ऍका क्रूस प चढ़ाय द्या!”
पिलातुस ओनसे कहेस, “का तू पचे चाहत अहा कि तोहरे राजा क मइँ क्रूस प चढ़ाउँ?”
इ सुनिके मुख्ययाजकन जवाब दिहेन, “कैसर क छोड़के हमार कउनो दूसर राजा नाहीं अहइ।”
16 फिन पिलातुस ओका क्रूस प चढ़ाइ क बरे ओनका सौंपि दिहेस।
ईसू क क्रूस प चढ़ावा जाब
(मत्ती 27:32-44; मरकुस 15:21-32; लूका 23:26-39)
इ तरीके स ईसू क हिरासत मँ लइ लीन्ह गवा।
17 आपन क्रूस उठाइके उ अइसी जगह प गवा जेका “खोपड़ी क जगह कहा जात ह।” (इब्रानी भाखा मँ ऍका “गुलगुता” कहा जात ह।) 18 हुवाँ स उ सबेन्ह ओका दुइ जने क साथे क्रूस प चढ़ाइ दिहेन। एक इ तरफ, दूसर दूसरी तरफ अउर बीज मँ ईसू रहा।
19 पिलातुस दोखपत्र क्रूस प लगाइ दिहस। जेहमॉ लिखा रहा, “ईसू नासरी, यहूदी क राजा।” 20 तमाम यहूदियन उ दोखपत्र क पढ़ेन्ह, काहेकि जहाँ ईसू क क्रूस प चढ़ावा ग रहा, उ जगह सहर क लगे रही। अउर उ ऐलान इब्रानी, यूनानी अउर लातीनी भाखा मँ लिखा रहा।
21 तब मुख्य यहूदी याजकन पिलातुस स कहेन, “‘यहूदी क राजा’ न लिखा। मुला इ लिखा, ‘इ मनई कहे रहा यहूदी क राजा मइँ अहउँ।’”
22 पिलातुस जवाब दिहेस, “मइँ जउन कछू लिख दीन्ह, तउ लिख दीन्ह।”
23 जब सिपाही ईसू क क्रूस प चढ़ाइ चुकेन तउ उ सबेन्ह ओकर कपरा लिहेन, अउर ओका चार टुकड़ा मँ बाँट दिहेन। ओकर एक-एक टुकड़ा एक-एक सिपाही लइ लिहेस। उ पचे कुरतउ उतरवाइ लिहेन। इ बरे कि उ कुरता ऊपर स नीचे तक बुना रहा, ओकर सिलाई नाहीं भइ रही। 24 इ बरे उ पचे आपस मँ कहेन, “ऍका न फाड़ा जाइ, ऍका कउन पावइ, एकरे बरे परची डाली जाइ।” जइसे कि पवित्तर सास्तर क इ बात पूरी होइ जाइ,
“उ पचे मोर कपरा आपस मँ बाट लिहेन
अउर मोरे अंगिया क बरे परची डाएन।” (A)
इ बरे सिपाहियन वइसेन करेन।
25 ईसू क क्रूस क लगे ओकर महतारी, मउसी क्लोपास क पत्नी मरियम, अउर मरियम मगदलीनी ठाढ़ रहिन। 26 ईसू जब अपनी महतारी अउर अपने पियारा चेला क पास खड़ा लखेस तउ अपनी महतारी स कहेस, “पिआरी अम्माँ, इ रहा तोहार बेटवा।” 27 फिन उ अपने चेला स कहेस, “इ अहइ तोहार महतारी।” अउर फिन उहइ समइ उ चेला ओका अपने घरे लइ गवा।
ईसू क मउत
(मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; लूका 23:44-49)
28 ऍकरे बाद ईसू जान लिहेस कि सब कछू पूरा होइ चुका अहइ। फिन इ बरे कि पवित्तर सास्तर क बात सही उतरइ, उ कहेस, “मइँ पियासा अहउँ।” 29 हुवाँ सिरका स भरा एक ठु बासन धरा रहा। इ बरे उ सबेन्ह एक स्पंज क सिरका मँ पूरी तरह डुबोइके हिसप (कंटिजर क पेड़) क टहनी प रखेन अउर ऊपर उठाइ क ओकरे मुँह स लगाएन। 30 फिन जब ईसू सिरका लइ लिहेस तउ उ बोलेस, “पूरा होइ गवा।” तउ उ आपन सिर झुकाइ दिहेस अउर परान छोड़ दिहेस।
31 अगला दिन फसह क तैयारी क दिन रहा। सबित क दिन ओनकइ लास क्रूस प न लटका रहइ कोहेकि सबित क दिन बहुत महत्व क दिन होत ह ऍकरे बरे यहूदियन पिलातुस स कहेन कि उ आज्ञा देइ कि ओकर टांग तोड़ दीन्ह जाइँ अउर ओकर लास हुवाँ स हटाइ दीन्ह जाइ। 32 तउ सिपाही आएन अउर सबसे पहले एक मनई क अउर फिन दूसरे क जउने क साथे साथे क्रूस प चढ़ावा ग रहा, टाँग तोड़ डाएन। 33 मुला जब उ ईसू क लगे आएन, तउ लखेन कि उ तउ पहिलेन मर चुका अहइ। इ बरे ओकर टाँग नाहीं तोड़ेन।
34 मुला ओहमाँ स एक सिपाही ईसू क पंचरे मँ आपन भाला भोंक दिहेस, जउने मँ स तुरन्त लहू अउर पानी निकरइ लाग। 35 (जउन एका देखे रहा उ साच्छी दिहेस अउर ओकर साच्छी सच्ची अहइ, उ जानत ह कि उ सच्ची बात कहत अहइ ताकि तू सबेन्ह बिसवास करा।) 36 इ एह बरे भवा कि पवित्तर सास्तर क बात पूरी होइ सकइ, “ओकर कउनो हड्डी तोड़ी न जाई” 37 अउर पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ कि, “जे ओकरे भाला भोंकेस उ पचे ओकरी तरफ तकिहीं।”
ईसू क आखिरी किरिया करम
(मत्ती 27:57-61; मरकुस 15:42-47; लूका 23:50-56)
38 ऍकरे बाद अरमतियाह क यूसुफ (जउन ईसू क चेला रहा, मुला यहूदियन क डर क मारे खूद क छिपाए रहत रहा।) पिलातुस स पराथना करेस कि ओका ईसू क ल्हास लइ जाइ क इजाजत दइ देइ। इ बरे उ ओकर ल्हास लइ गवा।
39 निकुदेमुस, जउन ईसू क लगे रात क पहले आइ रहा, हुवाँ लगभग तीस किलो मिला जुला गंधरस अउर एलवा (जइसे कि ल्हास मँ सड़न न आवइ पावइ) लइके आवा। फिन उ पचे ईसू क ल्हासे क लइ गएन। 40 अउर यहूदियन क ल्हास गाड़इ क व्यवस्था क अनुसार ओका महकइवाली तमाम चीज क साथ कफन मँ लपेट दिहेन। 41 जहाँ प ईसू क क्रूस प चढ़ावा ग रहा, हुवाँ एक ठु बगीचा रहा। अउर उ बगीचा मँ एक ठु नई कब्र रही जउने मँ अब तक केउँ क नाहीं रखा ग रहा। 42 उ दिन सबित क तैयारी क दिन सुक्रवार रहा, अउर उ कब्र बहोतई लगे रही, इ बरे उ सबेन्ह ईसू क उहइ मँ रख दिहेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.