M’Cheyne Bible Reading Plan
सुलैमान मन्दिर बनावत ह
3 सुलैमान यहोवा क मन्दिर मोरिय्याह पर्वत पइ यरूसलेम मँ बनाउब सुरु किहस। पर्वत मोरिय्याह उ जगह अहइ जहाँ यहोवा सुलैमान क बाप दाऊद क दर्सन दिहे रहा। सुलैमान उहइ जगह पइ मन्दिर बनाएस जेका दाऊद तइयार कइ चुका रहा। उ जगह उ खरिहाने मँ रही जउन ओर्नान क रहा। ओर्नान यबूसी लोगन मँ स एक रहा। 2 सुलैमान इस्राएल मँ अपनी हुकूमत क चउथे बरिस क दूसरे महीने मँ मन्दिर बनाउब सुरु किहस।
3 सुलैमान परमेस्सर क मन्दिर क नेवं क निर्माण क बरे जउने माप क उपयोग किहेस, इ उ अहइ: नेंव साठ हाथ लम्बी अउर बीस हाथ चउड़ी रही। सुलैमान पुराने हाथ क माप क ही उपयोग तब किहस जब उ मन्दिर क मापेस। 4 मन्दिर क सामने क दुआर मण्डप बीस हाथ लम्बा अउर बीस हाथ ऊँच रहा। सुलैमान दुआर मण्डप क भीतरी हींसा क निखालिस सोना स मढ़वाएस 5 सुलैमान बड़े कमरन क देवार पइ सनोवर लकड़ी क बनी चौकोर सिल्लियन धरेस। तब उ सनोवर क सिल्लियन क निखालिस सोना स मढ़ेस अउर उ निखालिस सोने पइ खजूरे क बृच्छ क चित्र अउ जंजीरन बनाएस। 6 सुलैमान मन्दिर क सुन्नरता क बरे ओहमाँ बहुमूल्य रतन लगाएस। जउने सोने क उपयोग सुलैमान किहस उ र्पैम स आवा रहा। 7 सुलैमान मन्दिर क भीतरी भवन क सोना स मढ़ दिहस। सुलैमान छते क कड़ियन चौखटन, देवारन अउर दरवाजन पइ सोना मढ़वाएस। सुलैमान देवारन पइ करूब सरगदूतन क खुदवाएस।
8 तब सुलैमान सब स जियादा पवित्तर जगहिया बनाएस। सब स जियादा पवित्तर जगहिया बीस हाथ लम्बी अउर बीस हाथ चउड़ी रही। इ ओतनी ही चउड़ी रही जेतना पूरा मन्दिर रहा। सुलैमान सब स जियादा पवित्तर जगहिया क देवारन पइ सोना मढ़वाएस। सोना क वजन लगभग बीस हजार चार सौ किलोग्राम रहा। 9 सोना क कीलन क वजन पाँच सौ पचहत्तर ग्राम रहा। सुलैमान ऊपरी कमरन क सोना स मढ़वाएस। 10 सुलैमान दुइ करूब सरगदूत सब स जियादा पवित्तर जगह पइ धरइ बरे बनाएस। कारीगरन करुब सरगदूतन क सोना स मढ़ दिहन। 11 करूब (सरगदूतन) क हर एक पखना पाँच हाथ लम्बा रहा। पखनन क पूरी लम्बाई बीस हाथ रही। पहिले करूब सरगदूत क एक पखना कमरा क एक कइँती क देवार क छुअत रहा। दूसर पखना दूसरे करूब सरगदूत क पखना क छुअत रहा। 12 दूसरे करूब सरगदूत क दूसर पखना कमरा क दूसरी कइँती क देवार क छुअत रहा। 13 करूब सरगदूत क पखना सब मिलाइके बीस हाथ फइले रहेन। करूब सरगदूत भीतर पवित्तर जगह कइँती लखत भए खड़े रहेन।
14 उ नीला, बैंगनी, लाल अउर कीमती ओढ़नन अउ कीमती सूती ओढ़नन स परदे[a] क बनवाएस। परर्दे पइ करूबन क चित्र काढ़ दिहस।
15 सुलैमान मन्दिर क समन्वा दुइ खम्भन खड़ा किहस। खम्भन पैंतीस हाथ ऊँच रहेन। दुइनउँ खम्भन क सीर्स हींसा दुइ पाँच हाथ लम्बा रहा। 16 सुलैमान जंजीरन क हार बनाएस।। उ जंजीरन क खम्भन क सीर्स पइ धरेस। सुलैमान सौ अनार बनाएस अउर ओनका जंजीरन स लटकाएस। 17 तब सुलैमान मन्दिर क समन्वा खम्भन खड़े किहस। एक खम्भा दाईं कइँती रहा। दूसर खम्भा बाईं कइँती रहा। सुलैमान दाई कइँती क खम्भा क नाउँ “याकीन” अउर बाईं कइँती क खम्भा क नाउँ “बोअज” रखेस।
मंन्दिर क सज्जा
4 सुलैमान वेदी बनावइ बरे काँसा क उपयोग किहस। उ काँसा क वेदी बीस हाथ लम्बी, बिस हाथ चउड़ी अउर दस हाथ ऊँच रही। 2 तब सुलैमान टेधरे काँसे क उपयोग एक बिसाल हौज बनावइ क बरे किहस। बिसाल हौज गोल रहा अउर एक सिरे स दूसर सिरे तलक एकर माप दस हाथ रही अउर इ पाँच हाथ ऊँच अउर तीस हाथ घेरे वाला रहा। 3 बिसाल हौज़ क खाले मँ बर्धन क आकृतियन क दुई कतारन मँ जउन हौज़ क चारिहुँ कइँती दस हाथ ढाँपि लिहेन, बनान गएन। उ सबइ तब ढाले गएन जब हौज़ बनावा ग रहा। 4 उ बिसाल काँसा क हौज़ बारह बर्धन क बिसाल प्रतिमा पइ स्थित रहा। तीन बर्धन उत्तर कइँती लखत रहेन। तीन बर्धन पच्छिम कइँती लखत रहेन। तीन बर्धन दक्खिन कइँती लखत रहेन। तीन बर्धन पूरब कइँती लखत रहेन। बिसाल काँसा क हौज़ एन बर्धन क ऊपर रहा। सबहिं बर्धन अपने पिछवड़े केन्द्र कइँती रखके खड़ा रहा। 5 बिसाल काँसा क तलाव चार अंगुल मोटा रहा। बिसाल तलाव क सिरा एक पियाले क सिरे क नाई रहा। सिरा खिली भइ लिली क तरह रहा। एहमाँ छाछठ किलो लीटर आइ सकत रहा।
6 सुलैमान दस चिलमचियन बनाएस। उ बिसाल काँसे क हौज़ क दाई कइँती पाँच चिलमचियन रखेस अउर सुलैमान काँसा क बिसाल हौज़ क बाईं कइँती पाँच चिलमचियन रखेस। एन चिलमचियन क उपयोग होमबलि बरे चढ़ाई जाइवाली चिजियन क धोवइ बरे होब रहा, किन्तु बिसाल हौज़ क उपयोग बलि चढ़ावइ क पहिले याजकन क नहाइ बरे होब रहा।
7 सुलैमान क निर्देस क अनुसार सोना क दस डीबट बनाएस अउर ओनका मन्दिर मँ रख दिहस: पाँच दाहिन कइँती अउर पाँच बाईं कइँती। 8 सुलैमान दस मेजन बनाएस अउर ओनका मन्दिर मँ धरेस। मन्दिर मँ पाँच ठु मेजन दाई रहिन अउर पाँच मेजन बाईं। सुलैमान सौ चोलमचियन बनावइ क बरे सोना क उपयोग किहस। 9 सुलैमान याजकन बरे आँगन बनाएन, बड़ा आँगन अउर दरवाजन ओकरे बरे बनाएस। उ आँगन मँ खुलइवाले दरवाजन क मढ़इ बरे काँसे क उपयोग किहस। 10 तब उ बिसाल काँसे क तलाव क मन्दिर क दक्खिन पूरब कइँती दाइँ कइँती रखेस।
11 हूराम बर्तन, बोल्चन अउर खोरन क बनाएस। तब हूराम परमेस्सर क मन्दिर मँ सुलैमान बरे अपने काम खतम किहेस।
12-16 हूराम दुइनउँ खम्भन
अउर दुइनउँ खम्भन क सीर्सभाग क दुइनउँ बिसाल खोरन क बनाए रहा।
हूराम दुइनउँ खम्भन क सीर्सभाग कि दुइनउँ बिसाल खोरन क ढकइ बरे सजावटी जाल क दुइ सेट भी बनाए रहा।
हूराम चार सौ अनार दुई सेट सजावटी जाल बरे बनाएस। (हर एक जाल क बरे अनारन क दुइ पंक्तियन रहिन। दुइनउँ खम्भन क सीर्सभाग पइ बिसाल खोरन जाल स ढके रहेन।)
हूराम आधार दण्ड अउ ओनके ऊपर क पियालन क भी बनाएस।
हूराम एक बिसाल काँसे क तलाव अउ तलाव क खाले बारह बर्धन बनाएस।
हूराम बर्तन, बेल्चन, काँटन अउर सबहिं चिजियन राजा यहोवा क मन्दिर बरे राजा सुलैमान क अनुरोध क अनुसार बनाएस।
इ सबइ चिजियन कलई चढ़े काँसे क बनी रहिन। 17 राजा सुलैमान पहिले एन चिजियन क माटी क साँचे मँ डारेस। इ सबइ साँचन सुक्कोत अउर सरेदा नगरन क बीच यरदन घाटी मँ बने रहेन। 18 सुलैमान इ सबइ ऍतनी जियादा तादाद मँ बनाएस कि कउनो मनई उपयोग मँ लाए गए काँसा क तउलइ क जतन नाहीं किहस।
19 सुलैमान परमेस्सर क मन्दिर बरे भी चिचियन बनाएस। सुलैमान सुनहरी वेदी बनाएस। उ उ सबइ मेजन बनाएस जेन पइ उपस्थिति क रोटियन रखी जात रहिन। 20 सुलैमान डीबट अउ ओनकर दिया निखालिस सोना क बनाएस। बनी भइ जोजना क मुताबिक डीबटन क पवित्तर जगह क समन्वा भीतर बारब रहा। 21 सुलैमान फूलन, दीयन अउ चिमटन क बनावइ बरे निखालिस सोना क उपयोग किहस। 22 सुलैमान झालरन, पियालन, कड़ाहियन अउ धूपदान बनावइ बरे निखालिस सोना क उपयोग किहस। सुलैमान मन्दिर क दरवाजन, सब स जियादा पवित्तर जगह अउर मुख्य बिसाल कच्छ क भीतरी दरवाजन क बनावइ बरे निखालिस सोने क उपयोग किहस।
हम परमेस्सर क सन्तान अही
3 इ सोचिके देखा कि परमपिता हमका केतॅना पिरेम करत ह जइसेन कि हम पचे बेटी-बेटवा कहवावा जाइ सकी अउर वास्तव मँ उ हमहिं सब अही। इही बरे दुनिया हमका नाहीं पहिचानत, काहेकि उ मसीह क नाहीं पहिचानत। 2 पिआरे बन्धुअन, अब हम परमेस्सर क सन्तान अही, मुला आगे चलिके हम सब का होबै, एकर जानकारी हमका नाहीं कराई गइ अहइ। जउन कछू होइ, हम इ जानित अही कि मसीह क फिन परगट होइ प हम पचे उही क तरह होइ जाब, काहेकि उ जइसेन अहइ, हम ओका उही तरह देखब। 3 जउन मनई ओसे अइसी उम्मीद रखत अहइ, उ खुदक वइसे पवित्तर करत ह जइसे मसीह पवित्तर अहइ।
4 जउन मनई पाप करत ह, उ परमेस्सर क नियम क तोड़त ह, काहेकि नियम क तोड़ब पाप बाटइ। 5 तू तउ जानत अहा कि मसीह सब मनइयन क पाप क नास करइ क वास्ते प्रकट भवा अहइ। अउर इहउ बात जानत अहा कि ओहमाँ कउनो पाप नाहीं अहइ। 6 जउन मनई मसीह मँ रहत ही पाप मँ नाहीं रहतेन अउर जउन मनई पाप करत ही, उ न तउ ओकर दर्सन करे अहइ, अउर न तउ कबहूँ ओका जाने अहइ।
7 पिआरे बच्चो, तू कतहूँ ठगा न जा। जउन मनई धरम क पालन करत ह ओका धरमात्मा कहा जात ह। जइसेन कि मसीह धरमात्मा अहइ। 8 जउन मनई हमेसा पाप करत रहत ह, उ सइतान क अहइ काहेकि सइतान अनादिकाल स पाप करत चलत आवत अहइ। इही बरे परमेस्सर क पूत (मसीह) परगट भवा जइसेन कि उ सइतान क काम क नास कइ देइ।
9 जउन मनई परमेस्सर क बेटवा बन गवा, पाप मँ नाहीं रहत, काहेकि ओकर बीज तउ उही मँ रहत ह। अब उ पाप नाहीं करत काहेकि वह परमेस्सर क बेटवा बन चुका अहइ। 10 परमेस्सर क सन्तान कउन अहइँ? अउर सइतान क बेटवन कउन अहइँ? तू ओनका इ तरीके स जान सकत ह्या कि जउन मनई धरम प नाहीं चलत अउर अपने भाई स पिरेम नाहीं करत, उ परमेस्सर क बचवा न अहइ।
एक दूसरे क साथ पिरेम स रहा
11 इ उपदेस तउ तू सुरूआति स सुने अहा कि हमका सबका एक दुसरे स पिरेम करइ चाही। 12 हमका पचे क कैन क तरह न बनइ चाही जउने क सम्बन्ध दुस्ट आतिमा स रहा अउर जे अपने भाई क हतिया कइ दिहे रहा। अब बतावा कि उ अपने भाई क काहे मार डाएस? उ अइसा इ बरे करेस, काहेकि ओकर करम खराब रहेन जबकि ओकरे भाई क करम अच्छा रहेन।
13 भाइयो तथा बहिनियो, जदि इ दुनिया तोहसे नफरत करत ह, तउ एहमाँ अचरज करइ क बात नाहीं अहइ। 14 हमका पता अहइ कि हम मउत क पार जीवन मँ आइ पहुँचा अहइ। काहेकि हम अपने भाइयन स पिरेम करित अही। जउन मनई पिरेम नाहीं करत, उ मउत मँ बरकरार रहत ह। 15 जउन मनई अपने भाई स नफरत करत ह, उ हतियारा अहइ अउर तू जानत ही अहा कि जउन मनई हतियारा होत ह, उ अनन्त जीवन नाहीं रखत।
16 ईसू हमरे सबके खातिर आपन जीवन त्याग दिहेस। इही बरे कि हम जानित ह कि पिरेम का होत ह? हमका अपने भाइयन क बरे आपन प्रान निछावर कइ देइ चाही। 17 जेकरे लगे भौतिक सम्पति अहइ, अउर जे अपने भाइयन क दुःखी देखके ओकरे ऊपर दया नाहीं करत, ओहमा परमेस्सर क पिरेम अहइ, एका कइसे कहा जाइ सकत ह? 18 पिआरे बच्चो, हमार पिरेम केवल कथन अउर बात तक न रहइ चाही, ओका करम कइके देखावइ चाही तथा पिरेम क सच्चा होइ चाही।
19-20 इही स हम जान लेब कि हम सच्चाई स जुड़ा अही अउर परमेस्सर क सामने अपने दिल मँ सन्तोस कइ लेब। जिन कामन मँ हमार मन हमका दोसी ठहरावत ह काहेकि परमेस्सर हमरे मन स बड़ा अहइ अउर उ सब कछू जानत ह।
21 जो पिआरे बन्धुओं, जदि बुरा काम करत समइ हमार मन हमका दोसी नाहीं ठहरावत तउ परमेस्सर क सामने हमका बिसवास बना रहत ह। 22 अउर जउन कछू हम ओसे मांगित ह, ओका पाइत ह। काहेकि हम ओकरे हुकुमन क अनुसार काम करत अही अउर ओनही काम करत अही जउन ओका अच्छी लागत ह। 23 ओकर इ हुकुमन अहइ: हम सबे ओकरे पूत ईसू मसीह मँ बिसवास करी, जइसेन कि उ हमका पचे क हुकुम दिहे अहइ, कि हम एक दुसरे स पिरेम करी, 24 जउन मनई ओकरे आदेस क पालन करत ह, उ उही मँ बरकरार रहत ह अउर ओहमाँ परमेस्सर क निवास रहत ह। इ तरह स, उ आतिमा क द्वारा जेका परमेस्सर हमका दिहे अहइ, हम जानितही कि हमरे अन्दर परमेस्सर रहत ह।
नीनवे क विनास होइ
2 नीनवे, बिनासकारी तोहरे खिलाफ जुद्ध करइ बरे आवत अहइ।
आपन सहर क मज़बूत ठउर सुरच्छित कइ ल्या!
राहन पइ आँखी धरा,
जुद्ध बरे तइयार रहा,
लड़ाई क तइयारी करा।
2 काहेकि यहोवा याकूब क महिमा लउटावत अहइ
जइसे इस्राएल क महिमा।
अस्सूर क लोग इस्राएल क प्रजा क नास किहेन
अउर ओनकर अंगूरे क बेलन क रौंदि डाएन ह।
3 ओन जोधन क ढार लाल बाटइ।
ओकरे फउजियन क वदिर्यन चमकीला लाल कपड़ा स बना अहइँ।
जब उ जुद्ध बरे तइयार होत हीं,
ओकरे रथन पौलिस कीन्ह भवा लोहा क जइसा चमकत अहइँ।
ओनकर भालन जुद्ध बरे तइयार रहत अहइँ।
4 ओनकर रथन गलियन मँ बहोत तेजी स भागत परात अहइँ।
उ सबइ नगर क चउराहन मँ आगे पीछे भागत हीं।
उ सुलगत मसालन स देखाँत हीं
अउर अइसे लगात हीं जइसे बिजुरी हिआँ-हुवाँ चमकत होइ।
5 राजा आपन ओन फउजियन क बोलावत अहइ जउन सर्वश्रेष्ठ अहइँ।
मुला उ पचे आपन रास्ते मँ ठोकर खात अहइँ।
उ पचे किला क कइँती दउड़त अहइँ,
अउर उ पचे सुरच्छा अवरण बनावत अहइँ।
6 मुला उ सबइ दुआर जउन नदियन क किनारे अहइँ, खुला अहइँ।
दुस्मन ओनमाँ स जात अहइ अउर राजा क महल क गलाइके बैठाइ देत ह।
7 लखा, इ दुस्मन रानी क उठाइ लइ जात ह
अउर ओकर दासियन बिलखत हीं जइसेन दुःखे स भरी भइन कबूतरिन होइँ।
उ पचे आपन दुःख परगट करइ बरे आपन छाती पीटति अहइँ।
8 नीनवे अइसे तलाब जइसा होइ ग अहइ जेकर पानी बहिके बाहेर निकरत होइ।
उ सबइ लोग पुकारिके कहत अहइँ,
“रुका! रुका! ठहरे रहा, कहूँ पराइ जिन जा।”
मुला कउनो न ही रुकत बाटइ अउर न ही कउनो ओन पइ धियान देत ह!
9 हे फउजियो, तू पचे जउन नीनवे क बिनास करत अहा।
तू पचे चाँदी लइ ल्या अउर इ सोना लइ ल्या।
हिआँ पइ लेइके बहुतेरी चिजियन अहइँ।
हिआँ पइ बहोत स खजाना भी अहइँ!
10 अब नीनवे खाली अहइ,
सब कछू लुटि ग अहइ।
सहर बर्बाद होइ ग अहइ।
लोग आपन हिम्मत खोइ दिहे बाटेन।
ओनकर मन डर स टेघरत बाटेन,
ओनकर घुटना आपुस मँ टकरात अहइँ।
ओनकर तन काँपत अहइ,
ओनकर मुँहना डरे स पिअर पड़ि गवा अहइँ।
11 नीनवे जउन कबहुँ सिंह क माँद रहा,
अब उ कहाँ अहइ?
जहाँ सिंह अउ सिंहिनी रहा करत रहेन।
ओनकर बच्चन बेडर रहेन।
12 जउन सिंह (नीनवे क राजा) आपन बच्चन
अउ सबइ मादा क तृप्ति देइ बरे केतना ही सिकार मारे रहा।
उ माँद अउर आपन गुफा क
ओसे भरेस जेनका मारे रहा।
13 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“नीनवे, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
मइँ तोहरे रथन क जुद्ध मँ बारि देब।
जुद्ध मँ मइँ तोहरे ‘जवान सिंहन’ क हत्या करब।
तू फुन कबहुँ इ धरती पइ कउने भी आपन सिकार नाहीं मारि पाइ।
लोग फुन कबहुँ तोहरे सँदेसवाहकन क
वाणियन क नाहीं सुनिहीं।”
परमेस्सर आपन मनइयन क जरूर सुनी
18 फिन ईसू चेलन क इ बतावइ बरे एक दिस्टान्त कथा सुनाएस कि उ पचे लगातार पराथना करत रहइँ अउर निरास न होइँ। उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: 2 “कउनो सहर मँ एक न्यायाधीस होत रहा। उ न तो परमेस्सर स डेरात रहा अउर न ही मनइयन क परवाह करत रहा। 3 उहइ सहर मँ, अब लखा एक ठु विधवा भी रहत रही। अउर उ ओनके लगे बार बार आवत अउर कहत, ‘देखा, मोरे बरे कीन्ह गवा अनिआउ क खिलाफ निआउ मिलइ चाही!’ 4 तउ एक लम्बा समइ तलक तउ उ न्यायाधीस नाहीं चाहत रहा मुला आखिर मँ उ आपन मने मँ सोचेस, ‘चाहे मइँ परमेस्सर स न डेरात हउँ अउर न मनइयन क परवाह करत हउँ। 5 तउ भी काहेकि इ विधवा स मोर कान पक ग अहइँ तउ मइँ देखिहउँ कि ओका निआउ मिलि जाइ जेहसे इ मोरे लगे कइउ दाइँ आइके कहूँ मोरे नाक मँ दम करि देइ!’”
6 फिन पर्भू कहेस, “देखा! उ दुस्ट न्यायाधीस का कहे रहा। 7 तउ का परमेस्सर आपन चुना भए मनइयन प धियान न देइ कि ओनका, जउन ओका राति दिन टेरत हीं, निआव मिलइ? का उ ओनकइ मदद करइ मँ देर लगाई? 8 मइँ तोहसे कहत हउँ कि उ ओनका जल्दी निआव देई। फिन भी जब मनई क पूत आइ तउ का उ धरती प बिसवास पाई?”
दीन होइके परमेस्सर क आराधना
9 फिन ईसू ओन मनइयन बरे जउन आपन क नेक तउ मानत रहेन, अउर कउनो क कछू नाहीं समझतेन, इ दिस्टान्त कथा सुनाएस: 10 “मन्दिर मँ दुइ मनई पराथना करत रहेन, एक फरीसी रहा अउर दूसर चुंगी (टैक्स) क उगहिया। 11 उ फरीसी अलग खड़ा होइके इ पराथना करइ लाग, ‘हे परमेस्सर मइँ तोहार धन्यबाद करत हउँ कि मइँ दूसर मनइयन जउन डाकू, ठग अउर व्यभिचार नाहीं हउँ अउर न ही इ चुंगी उगहिया जइसा हउँ। 12 मइँ हप्ता मँ दुइ दाई उपास राखत हउँ अउर आपन समूची आमदनी क दसवाँ हींसा दान मँ दइ देत हउँ।’
13 “मुला उ चुंगी उगहिया जउन दूर खड़ा रहा अउर हिआँ तलक कि सरगे कइँती आपन आँखिन उठाइके नाहीं लखत रहा, आपन छतिया पीटत भवा बोला, ‘हे परमेस्सर, मोहे पापी प द्या कर!’ 14 मइँ तोहका बतावत हउँ, इहइ मनई धर्मी कहवाइके आपन घरे लौट गवा, न कि उ दूसर। काहेकि हर उ मनई जउन आपन खुद क बड़का समझी, ओका छोटका बनइ दीन्ह जाइ अउर जउन दीन मानी, ओका बड़का बनइ दीन्ह जाइ।”
गदेलन परमेस्सर क सच्चा हकदार अहइँ
(मत्ती 19:13-15; मरकुस 10:13-16)
15 मनई आपन गदेलन तलक ईसू क लगे लइ आवत रहेन कि उ ओनका छू भरि देइ। मुला जब ओकर चेलन इ लखेन तउ ओनका झड़पेन। 16 मुला ईसू गदेलन क लगे बोलाएस अउर चेलन स कहेस, “इ नान्ह गदेलन क मोरे लगे आवइ द्या, ऍनका जिन रोका, काहेकि परमेस्सर क राज्य अइसन क अहइ। 17 मइँ सच कहत हउँ कि जउन परमेस्सर क राज्य इ गदेलन क नाई ग्रहण नाहीं करत ह, ओहमाँ कबहुँ घुसि न पाई।”
एक धनी मनई क ईसू स सवाल
(मत्ती 19:16-30; मरकुस 10:17-31)
18 फिन कउनो यहूदी नेता ईसू स पूछेस, “उत्तिम गुरु, अनन्त जीवन क हक पावइ बरे मोका का करइ चाही?”
19 ईसू ओसे कहेस, “तू मोका उत्तिम काहे कहत अहा? सिरिफ परमेस्सर क तजिके अउर कउनो भी उत्तिम नाहीं अहइ। 20 तू परमेस्सर क हुकुम क तो जानत अहा: ‘व्यभिचार जिन करा, कतल जिन करा, चोरी जिन करा, झूठी साच्छी जिन द्या, आपन बाप अउर महतारी क आदर करा।’”(A)
21 उ यहूदी नेता बोला, “मइँ इन बातन क आपन लरिकाई स मानत आवा हउँ!”
22 ईसू जब इ सुनेस तउ उ ओसे बोला, “अबहीं एक बात अहइ जेकर तोहमाँ कमी अहइ। तोहरे लगे जउन कछू अहइ, सब कछू क बेंचि डावा अउर फिन जउन मिलइ, ओका गरीबन मँ बाँटा। ऍहसे तोहका सरगे मँ भण्डारा मिली। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।” 23 तउ जब यहूदी नेता सुनेस तउ उ बहोत दुःखी भवा, काहेकि उ बहुत अमीर रहा।
24 ईसू जब ई देखेस कि उ बहोत दुःखी अहइ तउ उ कहेस, “ओन मनइयन बरे जेनके लगे धन बा, परमेस्सर क राज्य मँ घुसि पाउब केतना मुस्किल अहइ। 25 हाँ, कउनो ऊँट बरे सुई क नोंक स निकरि जाब तउ सहज बा मुला कउनो धनी मनई क परमेस्सर क राज्य मँ घुस पाउब सहल नाहीं अहइ!”
केकर उद्धार होइ?
26 उ मनइयन जउन इ सुनेन, बोलेन, “फिन भला उद्धार केकर होइ?”
27 ईसू कहेस, “उ बातन जउन मनइयन बरे नाहीं होइ सकतीं, परमेस्सर बरे होइ सकत हीं!”
28 फिन पतरस कहेस, “देखा, तोहरे पाछे चलइ बरे हम उ सब कछू तजि दीन्ह ह जउन हमरे पास रहा!”
29 तब ईसू ओनसे बोला, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ, अइसा कउनो नाहीं जउन परमेस्सर क राज्य बरे घर-बार, पत्नी या भाइयन या महतारी बाप या संतान क तजि दिहे होइ, 30 अउर ओका इहइ जुग मँ कइउ कइउ गुना जिआदा न मिलइ अउर आवइवाला समइ मँ उ अनन्त जीवन क न पाइ जाइ।”
ईसू मरिके जी उठी
(मत्ती 20:17-19; मरकुस 10:32-34)
31 फिन ईसू ओन बारहु क एक कइँती लइ जाइके ओनसे बोला, “सुना, हम यरूसलेम जात अही। मनई क पूत क बारे मँ नबियन क जरिये जउन कछू लिखा गवा अहइ, उ पूर होइ। 32 हाँ, उ गैर यहूदियन क सौंप दीन्ह जाइ, ओकर मसखरी उड़ाइ जाइ, उ कोसा जाइ अउर ओह पइ थूक दीन्ह जाइ। 33 फिन उ सबइ ओका पिटिहीं अउर मारि डइहीं अउर तीसर दिन फिन जी जाई।” 34 एहमाँ स कउनो भी बात उ सबइ नाहीं समुझ सकेन। इ कहब ओनसे छुपा ही रही गवा कि उ कउने बारे मँ बतावत रहा।
आँधर क आँखिन
(मत्ती 20:29-34; मरकुस 10:46-52)
35 ईसू जब यरीहो क लगे पहुँचा रहा तउ भीख माँगत भवा एक आँधर, हुवँई राह किनारे बइठा रहा। 36 आँधर जब मनइयन क जाइ क आवाज सुनेस तउ उ पूछेस, “का होत अहइ?”
37 तउ मनइयन ओसे कहेन, “नासरत क ईसू हिआँ स जात अहइ।”
38 तउ आँधर इ कहत भवा पुकार उठा, “दाऊद क पूत, ईसू। मोहे प द्या करा!”
39 उ जउन अगवा चलत रहेन उ पचे ओसे खमोस रहइ क कहेन, मुला उ अउर जिआदा पुकारइ लाग, “दाऊद क पूत मोरे प द्या करा!”
40 ईसू थम गवा अउर उ हुकुम दिहेस कि आँधर क ओकरे लगे लइ आवा जाइ! तउ जब उ नगिचे आवा तउ ईसू ओसे पूछेस, 41 “तू का चाहत ह, मइँ तोहरे बरे का करउँ?”
उ कहेस, “पर्भू, मइँ फिन स देखइ चाहत हउँ।”
42 ऍह पइ ईसू कहेस, “तोहका जोति मिलइ, तोहार बिसवास स तोहार उद्धार भवा ह।”
43 अउर फउरन ही ओका आँखिन मिल गइन। उ परमेस्सर क महिमा क बखान करत भवा ईसू क पाछे होइ गवा। जब सब मनइयन इ देखेन तउ उ पचे परमेस्सर क स्तुति करइ लागेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.