M’Cheyne Bible Reading Plan
सुलैमान क बसाए नगर
8 यहोवा क मन्दिर क बनावइ अउर आपन महल बनावइ मँ सुलैमान क बीस बरिस लागेन। 2 तब सुलैमान फुन ओन नगरन क बनाएस जउन हूराम ओका दिहस अउर सुलैमान इस्राएल क कछू लोगन क ओन नगरन मँ रहइ क आग्या दइ दिहस। 3 एकरे पाछे सुलैमान सोबा क हमात क गवा अउर ओह पइ अधिकार कइ लिहस। 4 सुलैमान रेगिस्ताने मँ तदमोर नगर भी बनाएस। उ चिजियन क संग्रह क बरे हमात मँ सबहिं नगर बनाएस। 5 सुलैमान ऊँच बेथोरोन अउ निम्न बेरोथोन क नगरन क फुन बनाएस। उ ओन नगरन क सक्तीसाली गढ़ बनाएस। ओन नगरन क मजबूत देवारन अउर फाटकन रहेन अउर फाटकन मँ छड़न लगे रहेन। 6 सुलैमान बालात नगर क फुन बनाएस अउर दूसर नगरन क भी जहाँ उ चिजियन क संग्रह किहस। उ सबहिं नगरन क बनाएस जहाँ रथ रखे गए रहेन तथा जहाँ सबहिं नगरन मँ घुड़सवार रहत रहेन। सुलैमान यरूसलेम, लबानोन अउर ओन सबहिं प्रदेसन क जहाँ उ राजा रहा, जउन चाहेन बनाएस।
7-8 जहाँ इस्राएल क लोग रहत रहेन हुवाँ बहोत स अजनबी बचे रहि गए रहेन। उ पचे हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिव्वी अउर यबूसी लोग रहेन। सुलैमान ओन अजनबियन क दास-मजदूर होइ बरे मजबूर किहस। उ सबइ लोग इस्राएल क लोगन मँ स नाहीं रहेन। उ सबइ लोग ओनकर संतान रहेन जउन देस मँ बचे रहि गए रहेन अउर तब तलक इस्राएल क लोगन क जरिये नस्ट नाहीं कीन्ह गए रहेन। इ अब तलक चलत अहइ। 9 सुलैमान इस्राएल क कउनो भी मनई क दास मजदूर बनावइ क मजबूर नाहीं किहस। उ पचे ओकर जोधन, फउज क सेनापतियन, ओकर फउज क मुख्य अधिकारियन, ओकर रथन क सेनापतियन अउर सारथियन क सेनापति रहेन। 10 अउर इस्राएल क कछू लोग सुलैमान क महत्त्वपूर्ण अधिकारियन क प्रमुख रहेन। लोगन क निरीच्छण करइवाले ढाई सौ प्रमुखन रहेन।
11 सुलैमान दाऊद क नगर स फिरौन क बिटिया क उ महल मँ लिआवा जेका उ ओकरे खातिर बनाए रहा। सुलैमान कहेस, “मोर मेहरारू राजा दाऊद क महल मँ नाहीं रहि सकत काहेकि जउने जगहन पइ करार क सन्दूख रहा होइ, उ सबइ जगह पवित्तर अहइँ।”
12 तब सुलैमान यहोवा क होमबलि यहोवा क वेदी पइ चढ़ाएस। सुलैमान उ वेदी क मन्दिर क ओसारे क समन्वा बनाएस। 13 सुलैमान हर एक दिन मूसा क आदेस क अनुसार बलि चढ़ाएस। इ बलि सबित क क दिन नवचन्द्र उत्सव क अउर तीन वार्सिक पर्वन क दीन्ह जाइ क रही। इ सबइ तीन वार्सिक पर्व अखमीरी रोटी क पर्व सप्ताहन क पर्व अउर आस्रय क पर्व रहेन। 14 सुलैमान अपने बाप दाऊद क निर्देसन क पालन किहस। सुलैमान याजकन क वर्ग हुवाँ सेवा करइ बरे चुनेस। सुलैमान लेवीबंसियन क भी ओनके कार्य क बरे चुनेस। लेवीबंसियन परार्थना मँ अगुवाइ करत रही अउर मन्दिर मँ जउन कछू रोज रोज कीन्ह जाब होत रहा ओनमाँ याजकन क मदद करत रहा। सुलैमान दुआर पालन क चुनेस जेनके समूहन हर दुआर पइ सेवा करब रही। परमेस्सर क मनई दाऊद क निर्देसनन क अनुसार इ सबइ काम कीन्ह गवा रहेन। 15 इस्राएल क लोग सुलैमान क जरिये याजकन अउर लेवीबंसियन क दीन्ह गए निर्देसन क न बदलेस, नाहीं ओनकर उल्लंघन किहस। उ पचे कउनो भी निर्देस मँ वइसे भी परिवर्तन नाहीं किहन जइसे उ पचे कीमती चिजियन क रखइ मँ करत रहेन।
16 सुलैमान क सबहिं कारज पूरे होइ गएन। यहोवा क मन्दिर क आरम्भ होइ स ओकर पूरे होइ क दिन तलक जोजना ठीक बनी रही। इ तरह यहोवा क मन्दिर पूरा भवा।
17 तब सुलैमान एस्योनगेबेर अउर एलोत नगरन क गवा। उ पचे नगर एदोम प्रदेस मँ लाल सागर क किनारा मँ बसा रहेन। 18 हूराम सुलैमान क जहाज पठएस। हूराम क उ मनइयन जउन समुद्दर मँ जहाज चलाई मँ कुसल रहेन जहाज क चलावत रहेन। हूराम क मनई सुलैमान क सेवकन क संग ओपीर गएन अउर सत्रह टन सोना लइके राजा सुलैमान क लगे लउटेन।
1 मइँ बुजुर्ग कइँती स:
पिआरे बन्धु, गयुस क नाउँ जेसे मइँ सत्य मँ सहभागी क रूप मँ पिरेम रखत हउँ।
2 मोर पिआरे बन्धु, मइँ पराथना करत अहउँ कि तू जइसेन आध्यात्मिक रूप स उन्नति करत अहा, वइसेन तू सब बातन मँ उन्नति करत रहा अउर स्वस्थ रहा। 3 जब कछू भाइयन आइके मोका तोहरी सच्चाई मँ बिसवास क बावत बताएन तउ मइँ बहुत खुस भएउँ। उ पचे मोका बताएने कि तू पचे कइसे सच्चाई क रास्ता प चलत अहा। 4 मोरे बरे एहसे बढ़कर अउर आनन्द की बात नाहीं बाटइ कि इ सुनउँ कि मोर बचवन सच्चाई क रासता प चलत अहइँ।
5 मोरा पियारे बन्धु, तू मोरे भाइयन बरे जउन करत रहे अहा, ओका बिसवासयोग्यता स पूरा करत अहा अउर विसेसकर जब उ पचे परदेसी अहइँ। 6 मुला जउन पिरेम तू ओनके ऊपर दरसाए अहा, ओकरी साच्छी उ पचे कलीसिया क सामने दिहेन। ओनके यात्रा जारी रखइ बरे ओनेक वइसेन सहायता करत रहा, जइसेन परमेस्सर बताए अहइ। 7 मसीह क सेवा बरे उ पचे यात्रा प निकल पड़ा अहइँ अउर उ पचे अबिसवासी लोगन स कउनउ मदद नाहीं लिए अहइँ। 8 इही बरे हम पचे क अइसे मनइयन क सहायता करइ चाही, जइसेन कि हमहूँ सच्चाई बरे सहकर्मी होइ सकी।
9 एक ठु चिठ्ठी मइँ कलीसिया क लिखे रहेउँ मुला दियुत्रिफेस जउन ओनकर प्रमुख बनइ क लालसा रखत ह। उ मोरे सबक बताई बातन क न मानी। 10 इहइ कारण अहइ जदि मइँ आवउँ तउ ओकर ओन करमन कि जउन उ करत ह, याद दियाउब। वह अनुचित रूप स मोरे खिलाफ बुरी बुरी बात कहिके दोख लगावत ह; अउर इतने ऍतने स ही उ संतुस्ट नार्ही अहइ, उ ऩ तउ खुद भाइयन क स्वागत करत ह अउर जउन स्वागत करइ चाहत ह ओका मना करत ह अउर कलीसिया स निकार देत हय।
11 पिआरे बन्धु, बुरे उदाहरण क नाहीं वरन भलाई क अनुकरण करा। जउन मनई भलाई करत ह, उ परमेस्सर क अहइ! उ जउन बुराई करत ह उ परमेस्सर क नाहीं देखेस।
12 दिमेत्रियुस क बावत सब अच्छी बात कहत अहइँ। हिआँ तक कि खुदइ सच्चाई ओकरे बारे मँ कहत ह। हमहूँ ओनेक बावत अच्छी बात कहित ह। अउर तू जानत अहा कि जउन हम कहित अही इ सच बाटइ।
13 तोहका सबन क लिखइ क वास्ते मोरे पास बहुत बातन अहइँ, मुला मइँ कलम अउर सियाही स ओका सब लिखइ नाहीं चाहित। 14 मुला मोका तउ इ आसा अहइ कि मइँ जल्दी तोहसे मिलबइ। तउ हम आपुस मँ बात करब। 15 सान्ति तोहरे साथे रहइ। तोहरे सब दोस्तन हिआँ तोहका सबन क नमस्कार कहत अहइँ। उहाँ हर मित्र क नाउँ लइके नमस्कर कह्या।
हबक्कूक क पराथना
3 हबक्कूक नबी बरे सिग्योनीत पराथना:
2 हे यहोवा, मइँ तोहरे बारे मँ सुनेउँ ह।
हे यहोवा, बीत गए समइ मँ जउन सक्ति स भरा कारज तू किहे ह, ओन पइ मोका अचंभा अहइ।
अब मोर तोसे बिनती बाटइ
कि हमरे समइ मँ तू फुन ओनसे बड़का कारज करा।
मुला तू गुस्सा मँ भी
हम पचन पइ दाया क देखाउब सुमिरा।
3 परमेस्सर तेमान कइँती स आवत अहइ।
उ पवित्तर परान क पहाड़े स आवत अहइ।
ओकर महिमा आकासे क छाइ लेई।
ओकर स्तुति धरती क भरि देइ।
4 उ महिमा अइसी अहइ जइसे कउनो उज्जर जोति होइ।
ओकरे हाथे स जोति क किरणन फूटति अहइँ अउर ओकरे हाथे मँ ओकर सक्ति लुकान अहइ।
5 ओकरे समन्वा सबइ महामारी चलत हीं
अउर ओकरे पाछे बिध्वंसक नास चला करत ह।
6 यहोवा खड़ा भवा अउर धरती क निआव किहस।
उ दूसर जातिन क लखेन
अउर उ पचे काँपि उठेन।
अतीत कालीन पहाड़न ढही गएन
अउर चकनाचूर होइ गएन।
पुरान बहोतइ पुरान पहाड़ ढहि गएन।
परमेस्सर सदा अइसा ही करत ह।
7 मइँ कुसान क तम्बुअन क दुःख मँ लखत ह।
मिद्यान क तम्बुअन क पर्दन काँपत रहेन।
8 हे यहोवा, का तू नदियन पइ कोहान अहइ?
का जलधारन पइ तोहका किरोध आवा ह का समुद्दर तोहार किरोध क पात्र बन गवा?
जब तू आपन बिजय क घोड़न पइ आवत रहा
अउर विजय क रथन पइ चढ़ा रहा, का तू किरोध स भरा रह्या?
9 तू आपन धनुस तान लिहा
अउर तीरन आपन लच्छ क भेध दिहन।
जल क धारन क चीरइ बरे फूट पड़िन।
10 पहाड़न तोहका निहारेन अउर उ सबइ काँपि उठेन।
जल धरती क फोरिके बहइ लाग।
धरती स ऊँचा फव्वारा
जोर स गर्जत भए फूटइ लागेन।
11 सूरज अउ चाँद आपन प्रकास तजि दिहन।
उ पचे जब तोहार भालन बिजुरी क तरह चमकत लखेन, तउ चमकब तजि दिहन।
बिजुरियन क उ सबइ चमकन बिजुरियन अइसी रहिन जइसे भालन अउ तीरन हवा मँ लटकत अहइँ।
12 तू धरती पइ किरोध मँ चलेन
अउर तू आपन किरोध मँ जातियन क रौंद दिहेन।
13 तू ही एक अहइ जउन आपन लोगन क बचावइ रह्या।
तू ही आपन चुना भए राजा क मार्गदर्सक रह्या।
तू प्रदेस क हर बुरा परिवारे क मुखिया लोगन क,
सबन्त कम महत्व वाले मनई स लइके
बहोत महत्व स भरा मनई तलक मार डाया।
14 दुस्मन क सिपाहियन हम लोगन क खिलाफ लड़इ बरे
सक्तीसाली आँधी क तरह आएन।
उ पचे खुसी मँ सोचत रहेन क उ पचे एक बेसहारा मनई पइ हमला करइ क जइसा
जब न कउनो एका लखत ह अउर न ही कउनो ओकरे मदद बरे आवत ह,
क नाईं हम लोगन क आसानी स हरा सकत ह।
मुला तू ओनका मूँड़े क आपन भाला स छेद कइ दिहेन।
15 मुला तू सागरे प आपन घोड़न पइ सवार होइके चलत रह्या,
सक्तीसाली जल क उत्तेजित कइ दिह्या।
16 मइँ इ सबइ बातन सुनेउँ अउर मोर पेट डर स काँपि उठी।
जब मइँ इ आवाज़ क सुनेउँ, मोर होंठ काँपइ लागेन।
मोर हड्डियन दुर्बल होइ गइन।
मोर टाँगियन काँपइ लागिन।
एह बरे मइँ बिनासे क दिन क बाट जोहब जउन ओन लोगन पइ आई जउन हम पई हमला किहेस।
यहोवा मँ सदा आनन्द स रहा
17 अंजीर क बृच्छ चाहे अंजीर न उपजावइँ,
अंगूरे क बेलन पइ चाहे अंगूर न उपजावइँ,
जइतून क बृच्छ चाहे जइतून न पइदा करइँ,
अउर चाहे इ सबइ खेत अनाज पइदा न करइँ,
बाड़न मँ चाहे एक भी भेड़ न रहइ
अउर चाहे पसुसाला मँ एक भी पसु न रहइँ।
18 मुला फुन भी मइँ यहोवा मँ मगन रहबउँ।
मइँ आपन रच्छक परमेस्सर मँ आनन्द लेबउँ।
19 यहोवा, जउन मोर सुआमी अहइ।
मोका सक्ति स भर दिहस ह।
उ मोका हिरना क नाई पराइ मँ सहायता देत ह।
उ मोका सुरच्छा क संग पहाड़न क ऊपर लइ जात ह।
संगीत निर्देसन बरे मोर तारदार उपकरणन क संग।
ईसू क मार डावइ क कुचाल
(मत्ती 26:1-5,14-16; मरकुस 14:1-2,10-11; यूहन्ना 11:45-53)
22 अब फसइ नाउँ क बे खमीरे क रोटी क त्यौहार आवइ क रहा। 2 ओहॅर मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन काहेकि मनइयन स डेरात रहेन एह बरे कउनो अइसे चाल क ताक मँ रहेन जेहसे उ ईसू क मारि डावइँ।
यहूदा क कुचाल
3 फिन इस्करियोति कहावइवाला उ यहूदा मँ, जउन उन बारहु मँ एक रहा, सइतान समाइ गवा। 4 उ मुख्ययाजकन अउर सैनिकन क लगे गवा अउर ओनसे ईसू क कइसे पकड़वाइ सकत ह, इ बारे मँ बातचीत किहेस। 5 उ सबइ बहोत खुस भएन अउर ओका ऍकरे बरे धन देइ क राजी होइ गएन। 6 उ भी राजी होइ गवा अउर उ अइसे अउसरे क ताड़ मँ रहइ लाग जब भीड़-बड़ी न होइ अउर उ ईसू का ओकरे हथवा मँ धराइ देइ।
फसह क तइयारी
(मत्ती 26:17-25; मरकुस 14:12-21; यूहन्ना 13:21-30)
7 फिन बे खमीर क रोटी क उ दिन आवा जब फसह क मेमने क बलि दीन्ह जात ह। 8 तउ उ इ कहत भवा पतरस अउर यूहन्ना क पठएस, “जा अउर हमरे बरे फसह क भोज तइयार करा जेसे हम पचे ओका खाइ सकी।”
9 उ सबइ ओसे पूछेन, “तू हम पचन स ओकर तइयारी कहाँ करावइ चाहत ह?”
उ ओनसे कहेस, 10 “तू जइसे ही सहर मँ घुसब्या तोहका पानी क गगरी लइ जात भवा एक मनई मिली, ओकरे पाछे होइ जाया अउ प जउन घरे मँ उ जाइ तू भी पाछे चला जाया। 11 अउर घरे क स्वामी स कह्या ‘गुरु, तोहसे पूछेस ह कि उ मेहमान क कमरा कहाँ बा जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज क खइया क खाइ सकउँ।’ 12 फिन उ मनई सिढ़ियन क ऊपर तोहका सजा सजावा एक बड़ा कमरा देखॉई, हुवँई तइयारी कर्या।”
13 उ पचे चल पड़ेन अउर वइसा ही पाएन जइसा उ ओनका बताए रहे। फिन उ पचे फसह क भोज क तइयार किहेन।
पर्भू भोज
(मत्ती 26:26-30; मरकुस 14:22-26; 1 कुरिन्थि. 11:23-25)
14 फिन उ घड़ी आइ तब ईसू खाइ बरे बइठा अउर प्रेरितन ओनके साथ बइठेन। 15 उ ओनसे कहेस, “यातना झेलइ स पहिले इ फसह क भोज संग करइ क मोर प्रबल इच्छा रही। 16 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ कि जब तलक परमेस्सर क राज्य मँ फसह क भोज का पूरा मतलब न समझ लिया तब तलक मइँ ऍका दूसरी दाई न खाब।”
17 फिन उ खोरा उठाइके धन्यबाद दिहेस अउर कहेस, “ल्या ऍका आपुस मँ बाँटि ल्या। 18 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ आजु क पाछे जब ताई परमेस्सर क राज्य नाहीं आइ जात मइँ कइसी भी दाखरस कबहुँ न पिअब।”
19 फिन उ तनिक रोटी लिहस अउर धन्यबाद दिहस। उ रोटी का तोड़ेस अउर ओनका देत भवा कहेस, “इ मोर देह अहइ जउन तोहरे बरे दीन्ह ग अहइ। मोरे याद मँ अइसा ही कर्या।” 20 अइसे ही जब उ पचे भोजन कइ चुकेन तउ उ खोरा उठाएस अउर कहेस, “इ दाखरस मोरे उ लहू क रूप मँ एक नवा करार क प्रतीक अहइ जउन तोहरे बरे उड़ेला गवा अहइ।”
ईसू क बैरी कउन
21 “मुला देखा, मोका जउन धोखा स पकड़वाइ, ओकर हाथ हिअँइ मेजे प मोर संग अहइ। 22 काहेकि मनई क पूत तउ मारा ही जाइ जइसा कि तइ अहइ मुला धिक्कार उ मनई क अहइ जेकरे जरिए उ पकड़वाइ जाइ।”
23 ऍह पइ उ आपुस मँ एक दुसरे स सवाल करइ लागेन, “ओहमाँ स उ कउन होइ सकत ह जउन अइसा करइ जात अहइ?”
सेवक बना
24 फिन ओहमाँ इ बात भी उठी कि ओहमाँ स सब स बड़कवा केका समुझा जावइ 25 मुला ईसू ओनसे कहेस, “गैर यहूदियन क राजा ओन प रुतवा राखत हीं अउर उ सबइ जउन ओन प हुकुम चलावत हीं, खुद मनइयन क ‘उपकारी’ कहवावत हीं। 26 मुला तू वइसे नाहीं अहा तउ भी तोहमाँ स सब स बड़कावा सब ते छोटकवा जइसा होइ चाही अउर जउन राज करत ह ओका चाकर क नाईं होइ चाही। 27 काहेकि बड़कवा कउन अहइ: उ जउन खाइ क मेज प बइठा अहइ या उ जउन परसत ह का उहइ नाहीं जउन मेज प अहइँ मुला तोहरे बीच मइँ वइसा हउँ जउन परोसत ह!
28 “मुला तू उ सबइ अहा जउन मोरी परीच्छा मँ मोर साथ दिहा ह। 29 अउर मइँ तोहका वइसे ही एक राज्य देत अही जइसे मोर परमपिता ऍका मोका दिहे रहेन। 30 काहेकि मोरे राज्य मँ तू मोरे मेज प खा अउर पिआ अउर इस्राएल क बारहू जनजातिन क निआव करत भवा सिंहासने प बइठा।
बिसवास बनाई राखा
(मत्ती 26:31-35; मरकुस 14:27-31; यूहन्ना 13:36-38)
31 “सुना, तू सबन क गोहूँ क तरह फटकइ बरे सइतान चुन लिहे बा। समौन, ओ समौन! 32 मइँ तोहरे बरे पराथना कीन्ह ह कि जेहसे की परमेस्सर पर तोहार बिसवास खतम न होइ अउर जब तू वापस आवा तउ तोहरे भाइयन क ताकत बढ़इ।”
33 मुला समौन ओसे कहेस, “पर्भू, मइँ तोहरे संग जेल जाइ अउर मरइ तलक तइयार अहउँ!”
34 फिन ईसू कहेस, “पतरस मइँ तोहसे बतावत हउँ कि आजु तब तलक मुर्गा बाँग न देइ जब ताईं तू तीन दाईं मना नाहीं कइ लेब्या कि तू मोका जानत ह!”
दारुण दुःख झेलइ क तइयार रहा
35 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “मइँ तोहका जब बे बटुआ बे थैली या बे चप्पल क पठए रहेउँ तउ का तोहका कउनो चीजे क कमी रही?”
उ पचे कहेन, “कउनो चीजे क नाहीं।”
36 उ ओनसे कहेस, “मुला अब जउन कउनो क लगे भी कउनो बटुआ अहइ, उ ओका लइ लेइ अउर थैला भी लइ लेइ अउर उ थैला क भी लइके चलइ। जेकरे लगे तरवार न होइ, उ आपन चोगा तलक बेंचिके ओका बेसहि लेइ। 37 काहेकि मइँ तोहका बतावत हउँ कि पवित्तर सास्तर क इ लिखा मोह प सचमुच ही पूरा होइ जाइ:
‘उ एक अपराधी माना गवा।’ (A)
हाँ मोरे बारे मँ लिखी गइ इ बात पूरा होइ जाइ प आवति अहइ।”
38 उ सबइ कहेन, “पर्भू, देखा हिआँ दुइ तरवार अहइँ!”
ऍह प ओनसे कहेस, “बस बहोत अहइ।”
प्रेरितन क पराथना क हुकुम
(मत्ती 26:36-46; मरकुस 14:32-42)
39-40 फिन उ हुवाँ स उठिके रोज क तरह जैतून पर्वत प चला गवा। अउर ओकर चेलन भी ओकरे पाछे पाछे होइ गएन। उ जब उ ठउरे प पहुँचा तउ उ ओनसे कहेस, “पराथना करा कि तोहका परीच्छा मँ न पड़इ क होइ।”
41 फिन उ ओनसे पाथर फेंकई क तरह पूरी दूरी तक चला गवा। फिन उ घुटना क सहारे निहुरा अउर पराथना करइ लाग, 42 “हे परमपिता, अगर तोहार इच्छा होइ इ यातना क कटोरा मोहसे दूर हटावा मुला फिन भी नाहीं बल्कि तोहार इच्छा पूरा होई।” 43 तबहीं एक सरगदूत हुवाँ परगट भवा अउर ओका सक्ती देइ लाग। 44 ओहर ईसू ब्याकुल होइके बड़े आग्रह पूर्वक पराथना करइ लाग। ओकर पसीना लोहू क बूँदे क नाईं धरती पइ गिरत रहा। 45 अउर जब उ पराथना स उठिके आपन चेलन क लगे आवा तउ उ ओनका दुःखे मँ थकिके सोवत पावा। 46 तउ उ ओनसे कहेस, “तू पचे सोवत काहे अहा? उठा अउर पराथना करा कि तू कउनो परीच्छा मँ न पड़ा।”
ईसू क बंदी बनाउब
(मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; यूहन्ना 18:3-11)
47 उ अबहीं बोलत ही रहा कि एक भीड़ जमा होइ गइ। यहूदा नाउँ क एक मनई जउन बारहु मँ स एक रहा, ओनकइ अगुवई करत रहा। उ ईसू क चुम्मा लेइ ओकरे लंगे आवा।
48 मुला ईसू ओनसे कहेस, “अरे यहूदा का तू एक चुम्मा स मनई क पूत क धोखा दइके पकड़वावइ जात अहा?” 49 जउन घटइ जात रहा, ओका लखिके ओकरे नगिचे क मनइयन कहेन, “पर्भू का हम पचे तरवारि क वार करी?” 50 अउर ओहमाँ स एक तउ महायाजक क नउकर प वारि कइके ओकर दाहिन कान काट डाएस।
51 मुला ईसू फउरन कहेस, “ओनका इ भी करइ द्या।” फिन ईसू ओकर कनवा छुइके चंगा किहेस।
52 फिन ईसू ओह प चढ़ाई करइ आएन मुख्ययाजकन, मन्दिर क सैनिकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन स कहेस, “का तू तरवारि अउर लाठिन लइके कउनो डाकू क मुकाबला करइ निकरा अहा? 53 मन्दिर मँ मइँ हर दिन तोहरे ही संग रहेउँ, मुला तु मोह पइ हाथ नाहीं राख्या। मुला इ समइ तोहार अहइ-अँधियारे (पाप) क हुकुम क काल।”
पतरस क इन्कार
(मत्ती 26:57-58,69-75; मरकुस 14:53-54,66-72; यूहन्ना 18:12-18,25-27)
54 उ पचे ओका कैदी बनाइ लिहन अउर हुवाँ स लइ गएन। फिन उ सबइ ओका महायाजक क घर लइ गएन। पतरस कछू दूरी प ओकरे पाछे पाछे आवत रहा। 55 अँगने क बीच उ पचे आगी सुलगएन अउर एक साथे खाले बैठि गएन। पतरस भी हुवँई ओनही मँ बइठा रहा। 56 आगी क रोसनी मँ एक नउकरानी ओका हुवाँ बइठे लखेस। उ ओह पइ आँखी गड़ावत भइ कहेस, “इ मनई तउ ओकरे साथे भी रहा।”
57 मुला पतरस इन्कार करत भवा कहेस, “हे स्त्री, मइँ ओका नाहीं जानत हउँ।” 58 तनिक दरे पाछे एक ठु दूसर मनई ओका लखेस अउर कहेस, “तू भी ओनही मँ स एक अहइ।”
मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ उ नाहीं हउँ।”
59 कउनो लगभग एक घड़ी बीत भइ होइ कि कउनो अउर भी जोर स कहइ लाग, “सचमुच ही इ मनई ओकरे संग भी रहा। काहेकि लखा उ गलील वासी भी अहइ।”
60 मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ नाहीं जानता हउँ तू केकरे बारे मँ बतियात अहा!”
उहइ घड़ी, उ अबहीं बातन करत ही रहा कि एक ठु मुर्गा बाँग दिहस। 61 अउर पर्भू मुड़िके पतरस पइ आँखी गड़ाएस। तबहिं पतरस क पर्भू क उ वचन याद आवा जउन उ ओसे कहे रहा: “आजु मुर्गा क बाँग देइ स पहिले मोका तीन दाई मुकरि जाब्या।” 62 तब उ बाहेर चला गवा अउर फूटि फूटि को रोवइ लाग।
ईसू क मसखरी
(मत्ती 26:67-68; मरकुस 14:65)
63 जउन मनइयन ईसू क धइ राखे रहेन उ पचे ओकर मसखरी अउर ओका ठोंकइ लागेन। 64 ओकरे आँखी प पट्टी बाँधि दिहन अउर ओसे इ कहत भए पूछइ लागेन, “भविस्सबाणी करा! उ कउन अहइ जउन तोहका मारेस!” 65 उ सबइ ओका बेज्जत करइ बरे ओसे अउर भी बातन कहेन।
ईसू यहूदी नेतन क समन्वा
(मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; यूहन्ना 18:19-24)
66 जबहिं दिन भवा कि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन संग मनइयन क बुजुर्ग नेतन क एक सभा भइ। फिन उ पचे ओका आपन महासभा मँ लइ गएन। 67 उ सबइ पूछेन, “हमका बतावा का तू मसीह अहा?”
ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ तोहसे कहउँ तउ तू मोर बिसवास नाहीं करब्या। 68 अउर जदि मइँ पूछउँ तउ तू जवाब नाहीं देब्या। 69 मुला अब स मनई क पूत सबन स सक्तीवाला परमेस्सर क दाहिन कइँती बइठाइ जाइ।”
70 उ पचे बोलेन, “तब तउ का तू परमेस्सर क पूत अहा?” उ कहेस, “हाँ, मइँ हउँ।”
71 फिन उ पचे कहेन, “अब हमका कउनो अउर प्रमाण क जरूरत नाहीं अहइ? हम पचे खुद एकरे आपन मुँहना स इ सुन तउ लिहा ह।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.