M’Cheyne Bible Reading Plan
21 तब यहोसापात अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। यहोराम यहोसापात क जगह पइ नवा राजा भवा। यहोराम यहोसापात क पूत राह। 2 यहोराम क भाई अजर्याह, यहीएल, जकर्याह, अजर्याह, मीकाएल अउर सपत्याह रहेन। उ सबइ लोग यहोसापात क पूत रहेन। यहोसापात यहूदा क राजा रहा। 3 यहोसापात अपने पूतन क चाँदी, सोना अउर कीमती चिजियन भेंट मँ दिहस। उ ओनका यहूदा मँ सक्तीसाली किलन भी दिहेस। किन्तु यहोसापात राज्ज यहोराम क दिहस काहेकि यहोराम सब स बड़का पूत रहा।
यहूदा क राजा यहोराम
4 यहोराम अपने बाप क राज्ज प्राप्त किहस अउर अपने क सक्तीसाली बनाएस। उ आपन तरवारे स आपन सबहिं भाइयन क मार डाएस। उ इस्राएल क कछू प्रमुखन क मार डाएस। 5 जब यहोराम सासन सुरू किहेस तउ उ बत्तीस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस तलक हुकूमत किहस। 6 उ उहइ तरह रहा जइसे इस्राएल क राजा रहत रहेन। उ उहइ तरह रहा जउने तरह अहाब क परिवार रहत रहा। इ एह बरे भवा कि यहोराम अहाब क बिटिया स बियाह किहस अउर यहोराम यहोवा क निगह मँ बुरा किहस। 7 किन्तु यहोवा दाऊद क परिवार क नस्ट नाहीं करइ चाहत रहा, काहेकि उ दाऊद क संग वाचा किहे रहा। यहोवा बचन दिहे रहा कि दाऊद अउर ओकरी सन्तान क एक बंस सदा ही सासन करब।
8 यहोराम क समइ मँ, एदोम यहूदा क अधिकार छेत्र स बाहेर निकर गवा। एदोम क लोग अपना राजा चुन लिहन। 9 एह बरे यहोराम अपने सबहिं सेनापतियन अउर रथन क संग एदोम गवा। एदोमी सेना यहोराम अउर ओकरे रथ क रथपतियन क घेर लिहस। किन्तु यहोराम रात मँ जुद्ध कइके अपने निकरइ क रस्ता हेर लिहस। 10 उ सबइ स अब तलक एदोन क देस यहूदा क खिलाफ बिद्रोही रहा ह। लिब्ना नगर क लोग भी यहोराम क बिरुद्ध होइ गएन। इ एह बरे भवा कि यहोराम पुरखन क, यहोवा परमेस्सर क छोड़ दिहस। 11 यहोराम ऊँची जगह भी यहूदा क पहाड़ियन पइ बनाएस। यहोराम यरूसलेम क लोगन क परमेस्सर बरे अबिस्सासी बनइ क कारण बनेस। उ यहूदा क लोगन क यहोवा क खिलाफ भड़काएस।
12 एलिय्याह नवी स यहोराम क एक सँदेसा मिला। सँदेसा मँ इ कहा गवा रहा:
“इ उ अहइ जउन परमेस्सर यहोवा कहत ह। इहइ उ परमेस्सर अहइ जेकर अनुसरण तोहार पुरखा दाऊद करत रहा। यहोवा कहत ह, ‘यहोराम, तू उ तरह नाहीं रह्या जउने तरह तोहार बाप यहोसापात रहा। तू उ प्रकार नाहीं रह्या जउने तरह यहूदा क राजा आसा रहा। 13 मुला तू उ तरह रह्या जउने तरह इस्राएल क राजा रहेन। तू यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क उ काम करइ स रोक्या ह जउन यहोवा चाहत ह। इहइ अहाब अउर ओकर परिवार किहस। उ पचे यहोवा क बरे बिस्सास क जोग्ग न रहेन तू अपने भाइयन क मार डाया। तोहार भाई तोहसे नीक रहेन। 14 एह बरे अब यहोवा हाली ही तोहरे लोगन क बहोत जियादा सजा देइ। यहोवा तोहरे बच्चन, मेहररुअन अउर तोहार सारी सम्पत्ती क सजा देइ। 15 तू पचन्क आँतन मँ भयंकर बीमारी होइ। इ हर रोज जियादा बिगड़त जाइ। तब तोहार भयंकर बीमारी क कारण आँतन बाहेर निकरि अइहीं।’”
16 यहोवा इथियोपियन क लगे रहइवाले पलिस्तियन अउ अरबियन क यहोराम स रूठाइ दिहस। 17 उ पचे यहूदा देस पइ हमला कइ दिहन अउर राजमहल क सारी सम्पत्ति अउ यहोराम क पूतन अउ मेहररुअन क लइ गएन। सिरिफ यहोराम क सब स छोटका पूत छोड़ दीन्ह गवा। यहोराम क सब स नान्ह पूत क नाउँ यहोआहाज रहा।
18 ओन चिजियन क होइ क पाछे यहोवा यहोराम क आँतन मँ अइसा रोग पइदा किहस जेकर उपचार न होइ सका। 19 तब यहोराम क आँतन, दुइ बरिस पाछे ओकरी बीमारी क कारण बाहेर आइ गइ। उ बहोत बुरी पीरा मँ मरा। यहोराम क सम्मान मँ लोग आगी क महाज्वाला नाहीं बारेन जइसा उ पचे ओकरे बाप क बरे किहे रहेन। 20 यहोराम उ समइ बत्तीस बरिस क राह जब उ राजा भवा रहा। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस हुकूमत किहस। जब यहोराम मरा तउ कउनो मनई दुखी नाहीं भवा। लोग यहोराम क दाऊद क नगर मँ दफनाएन किन्तु ओन कब्रन मँ नाहीं जहाँ राजा दफनाए जात हीं।
9 जब पाँचवा सरगदूत आपन तुरही मँ फूँक मारेस, तब मइँ आकास स धरती प गिरा भवा एक तारा देखेउँ। एका उ चिमनी क कुंजी दीन्ह ग रही जउन पाताल मँ उतरत ह। 2 फिन उ तारा उ चिमनी क ताला खोल दिहेस जउन पाताल मँ उतरत रही अउर चिमनी स वइसेन धुआं फूट गवा जइसेन एक बड़ी भट्ठी स निकरत ह। इ बरे चिमनी स निकरा धुँआ स सूरज अउर आसमान काला पड़ गएन।
3 तबही उ धुँआ स धरती प टिडिु दल उतर आवा। ओनके पास उहइ ताकत रही जउन धरती प रहइवाले बिच्छुअन मँ रहत ह। 4 मुला ओनसे कह दीन्ह ग रहा कि उ धरती क घास क कउनउँ नुकसान न पहुँचावइँ अउर न तउ हरिअर पेड़ पउधा क कउनउँ नुकसान पहुँचावइँ ओनका केवल ओनही मनइयन क नुकसान पहुँचावइँ क रहा जेकरे माथे प परमेस्सर क मोहर नाहीं लगी रही।
5 टिडुी दल स इ भी कहा ग रहा कि उ मनइयन क प्रान न लेइँ ओनका पाँच महीना तक पीड़ित करत रहइँ। ओनका जउन कस्ट दीन्ह जात रहा, उ उही तरह क रहा जइसे बिच्छू क काटइ स रहत ह। 6 उ ओहि दिनन उ मनई मउत क डूड़िहइँ, मुला मउत ओनका न मिलपाई उ पचे मरइ क बरे तरसिहइँ अउर मउत ओनका चकमा दइके चली जाई।
7 अउर अब देखा कि उ टिडुी लड़ाई मँ लड़इ क बरे तैय्यार घोड़न क तरह देखात रहिन। ओनके माथे प चमकीला मुकुट बँधा रहेन। अउर ओनकर मुँह मनइयन क मुँहन जइसे रहेन। 8 ओनके बार स्त्रियन क बार क तरह रहेन अउर ओनकइ दाँत सेर क दाँत क तरह रहेन। 9 ओनकइ सीना अइसा रहेन जइसे लोहा क कवच होइँ। ओनकइ पखना क आवाज लड़ाई मँ जात बहुत घोड़े अउर रथ क आवाज क तरह रहेन। 10 ओनकी पूँछ रहेन जइसे बीछू क ड़ंक होइँ अउर ओहमाँ पाँच महीना तक लोगन क दु:ख पहुँचावइ क ताकत रही। 11 पाताल क अधिकारी दूत क उ पचे अपने राजा क तरह लिहे रहेन। इब्रानी भाखा मँ ओनकइ नाउँ अहइ, “अबड्डोन”[a] अउर यूनानी भाखा मँ ओका “अपुल्लयोन” (नास करइ वाला) कहा जात रहा।
12 पहली बड़ी आफत तउ बीत गइ अहइ मुला एकरे बाद दुइ बिपत्ति बड़ी अउर पड़इवाली अहइ।
छठवें तुरही क बजाउब
13 फिन जइसेन छठवाँ सरगदूत आपन तुरही फूँकेस, वइसेन ही मइँ परमेस्सर क समन्वा एक चमकीली वेदी देखेउँ, ओकरी चार सीग मँ स आवाज आवत रही। 14 तुरही लिहे छठवें सरगदूत स उ आवाज कहेस, “ओन चार सरगदूतन क छोड़ द्या जउन फरात महानदी क लगे बंधा पड़ा अहइँ।” 15 इ बरे चारउ सरगदूत क छोड़ दीन्ह गवा। उ पचे उही समइ, उही दिन, उही महीने अउर उही साल क बरे तय्यार रखा ग रहेन जइसेन कि एक तिहाई मनइयन क मार डावइँ। 16 ओनके पूरी तादाद केतनी रही, इ मइँ सुनेउँ। घोड़ा प चड़े सैनिकन क तादाद 20,00,00,000 रही।
17 उ मोरे दर्सन मँ उ घोड़ा अउर ओनके सवार मोका इ तरह देखॉई पड़ेन: उ सबेन्ह कवच पहिरे रहेन जउन धधकत आग जइसे लाल लाल, गहरे नीला अउर गन्धक जइसे पीला रहेन। घोड़न क मूँड़न सिंहन क समान रहेन अउर ओनके मुखन स अग्नि, धुँआ तथा गन्धक निकरत रहा। 18 इ तीन महामारी स मतलब ओनके मुँहे स निकरत आगी, धुँआ अउर गन्धक स एक तिहाई मनइयन क मार ड़ावा गवा। 19 ऍन घोड़न क ताकत ओनके मुँहे अउर पूँछ मँ रही, काहेकि ओनके पूँछ मुँड़वाले साँप क तरह रही जउने स उ मनइयन क नुकसान पहुँचावत रहेन।
20 एतने क बावजूद जउन मनई इ सत्यानास स नाहीं मारा गएन अउर जे आपन हिरदय तथा मनफिरावा पे रहा, अउर जउन अबे तक परेत, सोना, चाँदी, काँसा, पाथर अउर लकड़ी क मूर्तियन क पूजा नाहीं छोड़े रहेन जउन कि न देख सकत ही न बोल सकत ही, न चल सकत ही अउर न सुन सकत ही। 21 उ पचे आपन हिरदय अउर मन नाहीं बदलेन तथा अपने द्वारा कीन्ह हत्या, जादू टोना, यौन अनाचार अउर चोरी चकारी क कउनउँ पछतावा नाहीं रहा।
उड़त भवा गोल लपटा पत्रक
5 मइँ फुन निगाह ऊँच किहेउँ अउर मइँ एक ठु उड़त भवा लपटा पत्रक लखेउँ। 2 सरगदूत मोहसे पूछेस, “तू का लखत अहा?”
मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ एक ठु उड़त भवा लपटा पत्रक लखत हउँ जउन तीस फुट लम्बा अउ पन्द्रह फुट चउड़ा अहइ।”
3 तब्बइ उ मोहसे कहेस, “उ लपटा पत्रक पइ एक सराप लिखा बा जउन पूरा धरती पइ फेंलिहीं। लपटा पत्रक क एक कोना मँ लिखा अहइ, ‘हर कउनो जउन चोर अहइ भेज दीन्ह जाब्या।’ दूसर कइँती लिखा भवा अहइ, हर कउनो जउन लबार प्रतिग्या करिही भेज दीन्ह जाब्या। 4 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, ‘मइँ इ सराप भेजेउँ ह। इ मोर नाउँ लेइके हर चोरन क घरे अउर ओन लोगन क घरे जउन गलत प्रतिग्या करत ह, घुसब। इ सराप ओकरे घरे मँ रहब अउर ओकरे घरे क पाथर अउ काठ दुइनउँ क बरबाद करब।’”
मेहरारू अउ टोकरी
5 तब मोर संग बात करइवाला सरगदूत बाहेर आवा। उ मोहसे कहेस, “नज़र उठा अउ लखा। का तू जानत ह कि हमार कइँती का अवात ह”
6 मइँ कहेउँ, “इ का अहइ?”
उ कहेस, “उ मापक टोकरी अहइ।” तउ उ कहेस, “उ टोकरी समुचइ धरती क दोख क प्रस्तुत करब।”
7 तब टोकरी क ढकना जउन सीसा बना रहा उठावा गवा, अउर हुवाँ टोकरी क भितरे एक मेहरारू बइठी रहा। 8 अउर उ कहेस, “इ मेहरारू बुराई प्रस्तुत करत अहइ।” एह बरे उ ओका टोकरी मँ धकेल दिहस अउ सीसा क ढकना स ओकरे मुँहे बन्द कइ दिहेस। 9 तब मइँ नज़र उठाएस अउ लखेस कि दुइ मेहररूअन हमार कइँती आवत हीं। उ सारस क नाईं पखना रखेत रहा। उ पचे आपन पखनन क हवा क पड़करइ बरे फइलाएस। उ पचे टोकरी क लिए भए हवा मँ उड़त रहिन। 10 तब मइँ सरगदूत स पूछेउँ कि कउन मोसा बात किहे रहेन, “उ पचे टोकरी क कहाँ लइ जात अहइँ?”
11 उ मोहसे कहेस, “उ सबइ एका सिनार मँ लइ जात ह। हुवाँ उ पचे एक ठु घर बनाब। जब घर तइयार होइ जाइ, तउ उ पचे उ टोकरी क ओकरे जगह पइ धरिहीं।”
8 अउर ईसू जैतून पर्वत प चला गवा। 2 एकदम सबेरे उ फिन मन्दिर मँ गवा। सब मनई ओकरे पास आएन। ईसू बइठके ओनका सबेन्हका उपदेस देइ लाग।
3 तबहीं धरम सास्तरी अउर फरीसी लोग व्यभिचार क अपराध मँ एक ठु स्त्री क पकरि लइ आएन। अउर ओका सबके सामने ठाढ़ करि दिहेन्ह। 4 अउर ईसू स कहेन्न, “हे गुरू, इ स्त्री व्यभिचार करत रंग हाथ पकड़ी गइ अहइ। 5 मूसा क व्यवस्था हमका पचेन्ह क आदेस देत ह क अइसी स्त्री क पाथर मारइ चाही। अब बतावा तोहार क कहब अहइ?”
6 ईसू क अजमावइ क बरे उ सबेन्ह पूछत रहेन्ह जइसे कि ओनका सबन्क ओकरे खिलाफ कउनो अभियोग लगावा जाइ सकइ। मुला ईसू नीचे झुका अउर अपनी अंगुरी स जमीन प लिखिइ लाग। 7 यहूदी नेता पूछत जात रहेन्ह, इ बरे ईसू सोझ सोझ तनि क ठाढ़ि होइ गवा अउर ओनसे कहेस, “तोहरे सब मँ स जउन मनई पापी न होइ, सबसे पहिले उहइ इ स्त्री क पाथर मारइ।” 8 अउर फिन उ झुक कर जमीन प लिखइ लाग।
9 जब सब मनई इ सुनेन्ह तउ सबसे पहिले बुढ़वा मनइयन अउर फिन एक एक कइके हुवाँ स खिसकइ लागेन अउर हुवाँ अकेले ईसू बचा रहा। ईसू क सामने उ स्त्री अबहीं तलक ठाढ़ि रही। 10 ईसू खड़ा भवा अउर उ स्त्री स कहेस, “ऐ स्त्री, उ पचे कहाँ चला गएन। का तोहका कउनो दोखी नाहीं ठहराएस?”
11 उ स्त्री बोली, “नाहीं महासय! कउनो नाहीं।”
ईसू कहेस, “मइँ भी तोहका दण्ड न देब। जा अउर अब फिन कबहूँ पाप न करिउ।”
दुनिया क ज्योति ईसू
12 फिन हुवाँ मौजूद मनइयन स ईसू कहेस, “मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ, जउन मोरे पाछे चलत ह, उ कबहुँ अंधेरे मँ नाहीं रहत। ओका तउ उ ज्योति मिली जउन जीवन देत ह।”
13 इ सुनिके फरीसियन ओनसे कहेन, “तू आपन साच्छी खुदइ देत अहा, इ बरे तोहार साच्छी न मानी जाई।”
14 एकरे जवाब मँ ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ आपन साच्छी अपनी कइँती स आप देत अहउँ, तबहूँ मोर साच्छी सही अहइ, काहेकि मइँ इ जाना चाहित ह, कि मइँ कहाँ स आवा अहउँ अउर कहाँ जात अहउँ। 15 तू पचे मनइयन क बनाए नेमॅन प निआव कहत ह, मइँ कउनो क निआव नाहीं करत अहउँ। 16 जदि मइँ निआव करी तउ मोर निआव उचित होइ। काहेकि मइँ अकेलि नाहीं अहउँ, बल्कि परमपिता जउन मोका हियाँ भेजे अहइ, दुइनउँ मिलके निआव करित ह। 17 तोहरे व्यवस्था मँ लिखा अहइ कि दुइ मनइयन क साच्छी सच्ची होत ह। 18 मइँ आपन साच्छी खुदइ देत अहउँ अउ परमपिता, जउन मोका भेजे अहइ, मोरी ओर स साच्छी देत ह।”
19 इ सुनिके उ सब मनइयन ओसे कहेन, “तोहार परमपिता कहाँ अहइ?” ईसू जवाब दिहेस, “न तउ तू पचे मोका जानत अहा अउर न तउ मोरे परमपिता क। जदि तू मोका जानत होत्या, तउ मोरे परमपिता क जानि लेत्या।” 20 मंदिर मँ उपदेस देत भए जउन मनई भेंट पात्रन क पास रहेन, ओनसे इ बात ईसू कहेस। मुला कउनो ओका बन्दी नाहीं बनाएस, काहेकि ओकर समइ अबहीं नहीं रहा।
यहूदियन क ईसू क बारे मँ अगियान
21 ईसू ओनसे एक बार फिन कहेस, “मइँ चला जाब अउर तू पचे मोका खोजब्या। मुला तू पचे अपने पापन क कारण मरि जाब्या। जहाँ मइँ जात अही तू पचे हुँवा नाहीं आइ सकत ह।”
22 फिन यहूदी कहइ लागेन, “का तू इ सोचत अहा। कि उ खुदकुसी करइवाला अहइ? काहेकि उ कहेस ह, ‘तू पचे हुवाँ नाहीं आइ सकत ह जहाँ मइँ जात अहउँ।’”
23 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे नीचे क अहा अउर मइँ ऊपर स आवा हउँ, तू पचे संसारिक अहा अउर मइँ इ दुनिया मँ नाहीं हउँ। 24 इ बरे मइँ तू सबन स कहत हउँ तू पचे अपने पाप मँ मरि जाब्या। जब तू बिसवास नाहीं करत अहा कि उ मइँ अहउँ। तउ तू अपने पाप मँ मरि जाब्या।”
25 उ पचे ईसू स फिन पूछेन, “तू कउन अह्या?”
ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मइँ उहइ अहउँ, जइसे कि सुरूआत मँ मइँ तोहका बताए रहेउँ। 26 तू पचेन्क बतावइ क बरे अउर तू पचन क निआव करइ क मोरे पास बहुत कछू अहइ। मुला सच्ची बात इ अहइ कि सत्य उहइ अहइ जउन मोका भेजेस। मइँ उहइ बतावत अही जउन मइँ ओसे सुने अहउँ।”
27 उ पचे इ नाहीं जान पाएन्ह कि ईसू ओनका परमपिता क बाबत बतावत अहइ। 28 फिन ईसू ओनसे कहेस, “जब तू मनई क पूत क ऊँचा उठाय लेब्या तू जान लेब्या कि उ मइँ अहउँ। मइँ अपनी ओर स कछू नाहीं करत अहउँ। मइँ जउन करत अहउँ, इ उहइ अहइ जउन मोका परमपिता सिखाए अहइ 29 अउर उ जउऩ मोका इहाँ भेजेस, उ मोरे साथ अहइ। उ कबहूँ मोका अकेले नाहीं छोड़ेस, इ बरे कि मइँ उहइ कारज करित ह जइसा उ चाहत ह।” 30 ईसू जब इ बात बातवत रहा, तउ बहुत मनई ओकर बिसवासी होइ गएन।
पाप स छुटकार पावइ क उपदेस
31 ईसू ओन यहूदियन क बतावइ लाग, जउन ओहमाँ बिसवास करत रहेन, “जब तू पचे मोरे उपदेस प चलब्या तउ तू मोर सच्चा चेलन बन जाब्या। 32 अउर सच्चाई क जान लेब्या। अउर सच्चाई तोहका मुक्ति दइ देइ।”
33 इ सुनिके उ सबेन्ह ईसू स पूछेन, “हम सब इब्राहीम क खानदान क अही अउर हम सबे आज तक केहू क गुलामी नाहीं कीन्ह। फिन तू कइसे कहत अहा कि तू पचे छुटकारा पाइ जाब्या?”
34 ईसू ओनका इ जवाब दिहेस, “मइँ तोहसे सच्चाई का बखान करत अहउँ। जउन मनई पाप करत रहत ह, पाप क दास अहइ। 35 अउर कउनो दास परिवार के साथे नाहीं रहि सकत। केवल पूत हमेसा परिवार क साथे रहत ह। 36 इ बरे अगर पूत तोह सबन क छुटकारा देइ सकत ह, तउ तू पचे जरूर छुटकारा पाय जाब्या। मइँ जानत अहउँ तू इब्राहीम क खानदान क अह्या। 37 मुला तू पचे मोरा मारि डावइ क कोसिस करत अहा। काहेकि तू पचे मोरा उपदेस नाहीं मनत्या। 38 मइँ उहइ बतावत अहउँ, जउन मोर परमपिता मोका देखॉएस अउर तू उहइ करत अहा। जउन तोहार पिता तोहका करइ क बताएस ह।”
39 इ सुनिके उ पचे ईसू क जवाब दिहेन, “हमरे पिता इब्राहीम अहीं।”
ईसू कहेस, “जब तू इब्राहीम क सन्तान होत्या, तउ तू उहइ कारज करत्या जउन कारज इब्राहीम करत रहा। 40 मुला तू पचे तउ मोर जइसे मनई का जउन परमेस्सर स सुनि सच्चाई का बतावत अहइ, मारि डावा चाहत अहा। इब्राहीम तउ अइसा कबहूँ नाहीं किहेस। 41 तू पचे अपने पिता क काम करत अहा।”
फिन उ सबेन्ह ईसू स कहेन, “हम सबन उ सबइ गदेलन क तरह नाहीं जउन व्यभिचार क सरूप पइदा भएन ह। हमार केवल एक पिता अहइ, उ अहइ परमेस्सर।”
42 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “जदि परमेस्सर तोहार पिता होतइ तउ तू पचे मोका पियार करत्या, काहेकि मइँ ही परमेस्सर क पास स आइ अहउँ। अउर अबहीं मइँ हियाँ अहउँ। मइँ अपने आप हियाँ नाहीं आइ बाटी, बल्कि मोका परमेस्सर भेजेस। 43 जउन कछू मइँ बतावत अहउँ ओका तू सबेन्ह काहे नाहीं समझत अहा? एकर कारण इ अहइ कि तू मोर उपदेस नाहीं स्वीकार करत अहा। 44 तू सबेन्ह अपने पिता सइतान क सन्तान अह्या अउर तू सबेन्ह अपने पिता क इच्छा प चलइ चाहत अहा। उ सुरूआतइ स एक हत्यारा रहा अउर सच्चाई क तरफदारी कबहूँ नाहीं करेस। काहेकि ओहमाँ सच्चाई क कउनो हिस्सा नाहीं रहा। जब उ झूठ बोलत ह तउ सहल भाव स बोलत ह, काहेकि उ झूठा अहइ अउर तमाम झूठ क पइदा करत ह।
45 “मुला मइँ सच्ची बात कहत अहउँ, तू सबेन्ह इ बरे मोहमाँ बिसवास नाहीं करत अहा। 46 तोहरे मँ स कउन अइसा मनई अहइ जउन मोरे ऊपर लगावा पाप सिद्ध कइ सकत ह। जदि मइँ सत्य कहत अहउँ तउ तू मोर बिसवास काहे बरे नाहीं करत अहा? 47 जउऩ मनई परमेस्सर क अहइ, परमेस्सर क वचन क सुनत ह। तू सबेन्ह मोर बात नाहीं सुनत अहा, इ बरे कि तू सबेन्ह परमेस्सर क नाहीं अह्या।”
ईसू अपने बाबत अउर इब्राहीम क बाबत बताएस
48 ईसू क बात क जवाब मँ यहूदियन ईसू स कहेन, “का हमार सबेन्ह क इ बात सच्ची न अहइ कि तू सामरी अह्या अउर तोहरे ऊपर कउनो दुस्ट आतिमा सवार अहइ?”
49 ईसू जवाब दिहेस, “मोरे ऊपर कउनो दुस्ट आतिमा सवार नाहीं अहइ। मइँ तउ अपने परमपिता क आदर करित ह, मुला तू पचे मोर अपमान करत अहा। 50 मइँ आपन महिमा नाहीं चाहत अहउँ मुला एक ठु अइसा अहइ जउन मोर महिमा चाहत ह अउर निआव करत ह। 51 मइँ तोहका सच्ची बात कहत अहउँ कि जउन मनई मोरे उपदेस क अनुसरण करी उ मउत क कबहूँ न देखी।”
52 इ सुनिके यहूदियन ओसे कहेन, “अब हम पचे जानि गए कि तोहरे अन्दर कउनो दुस्ट आतिमा समाइ गइ अहइ। हियाँ तक कि इब्राहीम अउर नबी दुइनउँ मरि गएन मुला तू कहत अहा कि जउन मनई तोहार उपदेस प चली ओकर कबहूँ मउत न होई। 53 एहमाँ कउनो सक नाहीं अहइ कि तू मोरे पिता इब्राहीम स बड़ा नाहीं अहा जउऩ कि मर गवा। अउ नबियन क मउत होइ गइ। मुला तू पता नाहीं का सोचत अहा? तू अह्या के?”
54 ईसू जवाब दिहेस, “जदि मइँ अपनी महिमा क बखान करी, तउ ऊ मोर महिमा कछू न अहइ। जउन मोका महिमा देत ह, उ मोर परमपिता अहइ। जेकरे बारे मँ तू दावा करत अहा कि उ तोहार परमेस्सर अहइ। 55 तू पचे ओका कबहुँ नाहीं जनत्या। मुला मइँ ओका जानत अहउँ जब मइँ कहउँ कि मइँ भी ओका नाहीं जानत अहउँ तउ तोहरे सबेन्ह क तरह मइँ भी झूठा होइ जाब। मइँ ओका अच्छी तरह स जानित ही अउर जउन उ कहत ह ओका पालन करित ही। 56 तोहार पिता इब्राहीम इ जानिके कि उ अइसा दिन देखी जब मइँ आउब, तउ उ आनन्द स भरि भवा रहा: उ एका देखेस अउर बहुत खुस भवा।”
57 फिन यहूदियन ओसे कहेन, “तू अबहीं पचास बरिस क भी नाहीं अहा अउर तू इब्राहीम क लखि लिहा।”
58 ईसू एकरे जवाब मँ कहेस, “मइँ तोहका सत्य बतावत अहउँ कि इब्राहीम स पहले भी मइँ रह्यो, मइँ अहउँ।” 59 इ सुनिके उ सबेन्ह ईसू क मारइ क बरे बड़ा बड़ा पाथर उठाइ लिहन मुला ईसू लुकत छिपत मन्दिर स चला गवा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.