M’Cheyne Bible Reading Plan
रहूबियाम बेववूफी क काम करत ह
10 1-3 रहूबियाम सकेम नगर क गवा काहेकि इस्राएल क सबहिं लोग ओका राजा बनावइ बरे हुवँइ गएन। नाबात क पूत यारोबाम मिस्र मँ रहा काहेकि उ राजा सुलैमान क हिआँ स पराइ गवा रहा। किन्तु यारोबाम सुनेस कि सुलैमान मरि गवा अउर रहूबियाम नवा राजा होइ जात अहइ। एह बरे यारोबाम मिस्र स लउट आवा। इस्राएल क लोग यारोबाम क अपने संग रहइ क बरे बोलाएस।
तब यारोबाम अउर इस्राएल क सबहिं लोग रहूबियाम क हिआँ गएन। उ पचे ओहसे कहेन, “रहूबियाम, 4 तोहरे बिना हम लोगन क जिन्नगी क कस्टकर बनाएस। उ भारी वजन लइ चलइ क नाई रहा। उ वजन क हल्का करा तउ हम तोहार सेव करब।”
5 रहूबियाम ओनसे कहेस, “तीन दिन पाछे लउटिके मोरे लगे आवा।” एह बरे लोग चले गएन।
6 तब राजा रहूबियाम ओन बुजुर्ग लोगन स बातन किहस जउने पहिले ओकरे बाप क सेवा किहे रहेन। रहूबियाम ओनसे कहेस, “आप एन लोगन स का कहइ बरे सलाह देत ही?”
7 बुजुर्ग रहूबियाम स कहेन, “जदि तू ओन लोग क बरे दयालु अहा अउर ओनका खुस करत अहा अउ ओहसे नीक बातन कहत अहा तउ उ पचे तोहार सेवा सदा ही करिहीं।”
8 मुला रहूबियाम बुजुर्गन क दीन्ह सलाह क अंगीकार नाहीं किहस। रहूबियाम ओन जुवकन स बात किहस जउन ओकरे संग जुवा रहेन अउर ओकर सेवा करत रहेन। 9 रहूबियाम ओनसे कहेस, “तू लोग का सलाह देत अहा जेका मइँ ओन लोगन स कहउँ? उ पचे मोहसे अपने काम क हल्का करइ क कहे ह अउर उ पचे चाहत हीं कि मइँ अपने बाप क जरिये ओन पइ डाले गए वजन क कछू कम करउँ।”
10 तब ओन जुवकन जउन रहूबियाम क संग जुवा भए रहेन, ओहसे कहेन, “जउन लोगन तोहसे बातन किहन ओनसे तू इ कहा। लोगन तोहसे कहेन, ‘तोहार बाप हमरी जिन्नगी क कस्टकर बनाएन रहेन। इ भारी वजन लइ चलइ क नाई रहा। मुला हम चाहित ह कि तू हम लोगन क वजन क कछू हल्का करा।’ किन्तु रहूबियाम, तोहका इ इहइ ओन लोगन स कहइ चाही। ओनसे कहा, ‘मोर नान्ह अँगरी भी मोरे बाप क करिहाउँ स मोटी होइ। 11 मोर बाप तोह पइ भारे बोझा लादेन। मुला मइँ उ बोझा क बढ़ाउब। मोर बाप तोहका कोड़ा लगावइ क सजा दिहे रहेन। मइँ अइसे कोड़ा लगावइ क सजा देब जेकरे छोर पइ तेज धातु क टूका अहइँ।’”
12 राजा रहूबियाम लोगन स कहे रहा: “तीसरे दिन लउटिके आवा।” एह बरे तीसरे दिन यारोबाम अउ सब इस्राएली जनता राजा रहूबियाम क लगे आएन। 13 तब राजा रहूबियाम ओनसे कठोरता स बातन किहस। राजा रहूबियाम बुजुर्ग लोगन क सलाह न मानेस। 14 राजा रहुबियाम लोगन स वइसे ही बात किहस जइसे जुवकन सलाह दिहे रहेन। उ कहेस, “मोर बाप तोहरे बोझ क भारी किहे रहा, किन्तु मइँ ओका अउर जिआदा भारी करब। मोर बाप तोह पइ कोड़न लगावइ क सजा दिहे रहेन, किन्तु मइँ अइसे कोड़न लगावइ क सजा देब जेनकर छोर तेज धातु क टूकन होइहीं।” 15 इ तरह राजा रहूबियाम लोगन क एक न सुनेन। एकर कारण इ रहा कि उ परमेस्सर रहा जउन इ किहेस ह। यहोवा आपन बचन क पूरा करइ चाहत ह जउन उ सीलो क अहिय्याह क जरिये नबात क पूत यारोबाम स किहे रहा।
16 इस्राएल क लोग लखेन कि राजा रहूबियाम ओनकर एक नाहीं सुनत। उ पचे राजा स कहेन,
“का हम दाऊद क पखिरे क अंग अही? नाहीं!
का हम क यिसै क कउनो भुइँया मिलइ क अहइ? नाहीं!
एह बरे इस्राएलियन क हम लोगन क सिबिर मँ वापिस जाइ द्या।
दाऊद क पूत क ओकरे अपने लोगन पइ हुकूमत करइ देइँ।”
तब इस्राएल क सबहिं लोग अपने सिबिरन मँ लउटि गएन। 17 किन्तु इस्राएल क कछू अइसे लोग रहेन जउन यहूदा नगर मँ रहत रहेन अउर रहूबियाम ओनकर राजा रहा।
18 हदोराम काम करइ क बरे मजबूर कीन्ह जाइवाले लोगन क अधीच्छक रहा। रहूबियाम ओका इस्राएल क लोगन क लगे पठएस। किन्तु इस्राएल क लोग हदोराम पइ पाथर लोकाएन अउर ओका मार डाएन। तब रहूबियाम भागा अउर अपने रथ मँ कूद पड़ा अउ बच निकरा। उ पराइके यरूसलेम गवा। 19 उ समइ स लइके अब तलक इस्राएली दाऊद क परिवार क खिलाफ होइ गएन ह।
इ किताब क बारे मँ यहून्ना कहेस
1 इ ईसू मसीह क प्रकासित वाक्य अहइ जउन ओका परमेस्सर स इ बरे मिला अहइ जइसे कि जउन बात होइवाली अहइ, ओनका अपने सेवकन क दिखावा जाइ। आपन दूत भेजके मसीह अपने सेवक यूहन्ना क इसारा कइके बताएस। 2 यूहन्ना जउन कछू देखे रहा, ओकरे बावत बताएस। इ उ सच्चाई अहइ जेका ईसू मसीह बताए रहा। इ उ संदेस अहइ जउन परमेस्सर क अहइ। 3 उ मनई धन्य अहइ जउन परमेस्सर क भविस्सबाणी क नीक संदेस क पड़त ह, अउर सुनत ह अउर उ पचे धन्य अहइँ जउन बातन एहमाँ लिखी अहइँ, जे ओनकइ पालन करत ह। काहेकि परिपूर्ण क समइ नजदीक अहइ।
कलीसियन क नाउँ यूहन्ना क संदेस
4 यहून्ना कइँती स,
एसिया प्रान्त[a] मँ बरकरार सात कलीसियन क नाउँ उ परमेस्सर कइँती स:
जउन अहइ, जउन हमेसा स रहा अउर जउन आवइवाला अहइ, ओन सात आतिमा कइँती स जउन ओकरे सिंहासन क सामने अहइँ। 5 अउर उ ईसू मसीह कइँती स जउन विसवास भरा साच्छी, मरा मनइयन मँ पहिला जी उठइ वाला अउर धरती क राजन क राजा अहइ तोहका कृपा अउर सान्ति मिलइ।
उ जउन हमसे पिरेम करत ह अउर जउन आपन खून स हमका पचे क आपन पापन स छुटकारा देवाएस। 6 उ हमका एक राज्ज अउर अपने परमपिता परमेस्सर क सेवा मँ याजक होइ क बनाएस। ओकर महिमा अउर पराक्रम हमेसा बरकरार रहइ! आमीन!
7 देखा, बादलन क साथ मसीह आवत अहइ। हर एक आँखी ओकर दर्सन करी। एहमाँ ओनकइ सामिल अहइँ जउन ओका मारे रहेन।[b] धरती क सब मनई ओकरे कारण रोइही! हाँ! सचमुच अइसा होइ! आमीन!
8 सबसे बड़ी ताकतवाला पर्भू परमेस्सर, जउन बरकरार अहइ, हमेसा हमेसा स रहा अउर जउन आवइवाला अहइ, कहत अहइ, “मइँ अलफा (आदि) अउर ओमेगा (अन्त) दुइनउँ अही।”
9 मइँ, यहून्ना अउर ईसू मँ तोहार भाई अहइँ! हम संग संग ईसू मँ अही अउर ईसू क कारण अत्याचार, राज्ज अउर धीरज मँ भरी सहनसीलता मँ तोहार साच्छी अही। परमेस्सर क बचन अउर ईसू क साच्छी देइ क कारण मइँ पतमुस[c] नाउँ क द्वीप मँ रहेउँ। 10 पर्भु क दिन मइँ आतिमा क वसीभूत हो उठेउँ अउर मइँ अपने पाछे तुरही क एक तेज आवाज सुनेउँ। 11 उ कहत रही, “जउन कछू तू देखइ अहा, ओका एक किताब मँ लिख द्या अउर फिन ओका इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया अउर लौदीकिया क सातउ कलीसियन क भेज द्या।”
12 फिन इ देखइ क बरे कि इ आवाज केकर बाटइ जउन मोसे बोलत रही, मइँ मुड़ेउँ अउर जब मइँ मुड़ेउँ तउ मइँ सोने क सात दीपाधार देखेउँ। 13 अउर ओन दीपाधारन क बीच मइँ एक आदमी क देखेउँ जउन “मनई क पूत” क जइसा कउनउँ मनई रहा। उ अपने गोड़े तक लम्बा चोगा पहने रहा। अउर ओकरी छाती प एक सुनहरी पटका लिपटा रहा। 14 ओकर मूँड़ अउर बाल सफेद ऊन क तरह उज्जर रहेन। ओकर आँखिन आगी क चमचमात लपट क तरह रहिन। 15 ओकर पैर भटृी मँ अबही अबही तपावा गवा कांसा क नाई दमकत रहेन। ओकर आवाज तमाम पानी क धारा क गरज क तरह रही। 16 अउर उ अपने दाहिने हाथे मँ सात तारा धरे रहा। ओकरे मुँह स एक तेज दुधारी तलवार बाहर निकरत रही। ओकर तस्वीर तेज दमकत सूरज क तरह उज्जर रही।
17 मइँ जब ओका देखेउँ तउ मइँ ओकरे पैर प अइसेन गिर पड़ेउँ जइसेन मरा मनई गिरइ। फिन उ आपन दाहिना हाथ मोरे ऊपर रखेस अउर कहेस, “ड़ेराय न जा, मइँ पहिला अहउँ अउर मइँ आखिरी अहउँ। 18 मइँ उहइ अहउँ जउन जिअत अहउँ। मइँ मरि ग रहेउँ मुला देखा, अब मइँ हमेसा हमेसा बरे जिन्दा अहउँ। मोरे पास मृत्यु अउर अधोलोक क चाभी अहइ। 19 तू जउन कछू देखे अहा, जउन कछू होत अहइ, अउर कछू आगे होइवाला अहइ ओका लिखत जा। 20 इ जउन सात तारा अहइँ जेनका तू मोरे हाथे मँ देखत अहा अउर जउन इ सात दीपाधार अहइँ एनकइ सबन क गुप्त रहस्य अहइ: इ सात तारा सात कलीसियन क सरगदूतन अही अउर इ सात दीपाधार सात कलीसियन अही।
यहोवा लोगन क प्रेरित करत ह
2 निर्लज्ज लोगो, मुरझात अउ मरत फूलन क नाई होइ क पहिले, 2 आपन जिन्नगी क बदलि द्या। दिन क गर्मी मँ कउनो फूल मुरझाई अउर मरि जाइ। तू पचे वइसेन होब्या जब यहोवा आपन खउफनाक किरोध परगट करी। एह बरे आपन जिन्नगी क, यहोवा क जरिये तोहरे पचन क खिलाफ किरोध परगट करइ क पहिले, बदल डावा। 3 तू सबहिं विनम्र लोगो, यहोवा क लगे आवा। ओकर नेमन क माना। नीक काम करब सीखा। विनम्र होइ सीखा। होइ सकत ह तब तू पचे सुरच्छित रहि सकब्या जब यहोवा आपन किरोध परगट करी।
यहोवा इस्राएल क पड़ोसियन क सजा देइ
4 अज्जा सहरे मँ कउनो भी नाहीं बची। अस्कलीन बरबाद कइ दीन्ह जाइ। दोपहरे तलक लोग असदोद तजइ क मजबूर कइ दीन्ह जइहीं। एक्रोन सूना होइ। 5 हे समुद्दर-तट पइ बसइया लोगो अउर करेती लोगो, यहोवा क इ संदेसा सिरिफ तोहरे बरे अहइ। हे कनान देस, पलिस्ती देस, मइँ तू पचन्क बर्बाद कइ देब। हुआँ कउनो नाहीं रही। 6 समुद्दर क किनारे क तोहार पचन क भुइँया बिना किसी नगरन या खेतन क बंजर रहीं। तोहार भुइँया सिरफ गड़ेरियन अउ भेड़िन बरे खुला चरागाह रहीं। 7 तब उ भुइँया यहूदा क बचे भए लोगन क बरे होइ। यहोवा यहूदा क ओन लोगन क याद रखी। सबइ लोग बिदेस मँ बंदी अहइँ। मुला यहोवा ओनका वापस लिआइ। तब यहूदा क लोग ओन खेतन मँ अपनी भेड़िन क घास चरइ देइहीं। साँझ क उ पचे अस्कलोन क खाली घरन मँ ओलरिहीं।
8 यहोवा कहत ह, “मइँ जानत हउँ कि मोआब अउ अम्मोन क लोग का किहेन। उ सबइ लोग हमरे लोगन क लज्जित किहेन। उ सबइ लोग आपन देस क अउर जियादा बड़वार करइ बरे ओनकर भुइँया लिहेन। 9 एह बरे जइसा कि मइँ सदोम अउर अमोरा क सज़ा दिहेस ह। मइँ मोआबी अउ अम्मोनी क भी सज़ा देब। मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर अहउँ। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि उ सबइ देस सदा क खातिर पूरी तरह बरबाद कइ दीन्ह जइहीं। ओनकर भुइँया मँ जंगली घास जमिहीं। ओनकर भुइँया मृत सागर क नोन स ढकी भइ भुइँया जइसी होइ। मोरे लोगन मँ स बची भइ उ भुइँया क अउ एहमाँ तजी गइ हर चीज क लेइहीं।”
10 उ सबइ बातन, मोआब अउ अम्मान बरे घटित होइहीं काहेकि उ पचे सर्वसक्तीमान यहोवा क लोगन क लज्जित किहेन। 11 उ सबइ लोग यहोवा स डेरइहीं। काहेकि यहोवा ओनकर देवतन क बरबाद करी। तब सबहिं दूर-दराज क देस यहोवा क उपासना करिहीं। 12 कूस क लोगो, एकर अरथ तू पचे भी अहा। यहोवा क तरवार तोहरे लोगन क मारि डाइ। 13 अउर यहोवा उत्तर कइँती आपन हाथ बढ़ाई अउ अस्सूर क सजा देइ। उ नीनवे क बरबाद करी, उ सहर खाली झुरान रेगिस्तान जइसा होइ। 14 तब सिरिफ भेड़िन अउ जंगली जनावर उ बरबाद सहर मँ रइहीं। कुचकुचवा अउर कउआ ओन खंभन पइ बइठिहीं जाउन खड़ भएन तजि दीन्ह ग अहइँ। ओनकर आवाज खिड़कियन स आवति भइ सुनाइ पड़ी। कउअन, दुआरे क सीढ़ियन पइ बइठिहीं। ओन सूने घरन मँ करिआ पंछी बइठिहीं। 15 नीनवे एन दिनन ऍतना जियादा घमण्डी अहइ। उ अइसा खुस सहर अहइ। लोग समुझत हीं कि उ पचे सुरच्छित अहइँ। उ पचे समुझत हीं कि नीनवे संसार मँ सब से बड़का ठउर बाटइ। मुला उ सहर बर्बाद कीन्ह जाइ। इ एक ठु सूनी जगहिया होइ, जहाँ सिरिफ जंगली जनावर आराम करइ जात हीं। जब लोग ओहर स गुजरिहीं अउर लखिहीं कि केतनी बुरी तरह सहर बरबाद कीन्ह ग अहइ, तब उ पचे सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं।
ईसू क फिन जी उठब
(मत्ती 28:1-10; मरकुस 16:1-8; यूहन्ना 20:1-10)
24 हफ्ता के पहिले दिन बहोत भिन्सारे उ सबइ स्त्रियन कब्र पइ खुसबूदार सामग्री क, जेका उ पचे तइयार किहेन, लइके आइन। 2 ओनका कब्र पइ स लुढ़कि गवा पाथर मिला। 3 तउ उ पचे भीतर चली गइन मुला हुवाँ पर्भू ईसू क ल्हास नाहीं मिली। 4 उ सबइ ऍह पइ अबहीं असमंजस मँ ही पड़ी रहिन कि, ओनके लगे चमचमात ओढ़ना पहिरे दुइ मनई (सरगदूतन) खड़ा भएन। 5 डर स उ पचे धरती कइँती मुँहना लटकाए रहिन। उ दुइ मनइयन ओनसे कहेन, “जउन जिअत अहइ, ओका तू मुर्दवन क बीच काहे हेरति अहा? 6 उ हिआँ नाहीं अहइ। उ जी उठा बा। याद कर जब उ अबहीं गलील मँ रहा, उ तोहसे का कहे रहा। 7 उ कहे रहा कि मनई क पूत क पापी मनइयन क हाथ सौंप दीन्ह जाब तय अहइ। फिन उ क्रूस पइ चढ़ाइ दीन्ह जाइ अउर तिसरे दिन ओका फिन स जीवित कइ देब तय अहइ।” 8 तब ओन स्त्रियन क ओकर सब्द याद होइ गएन।
9 उ पचे कब्र स लौटि आइन अउर उ सबइ सब बातन ओन ग्यारहु चेलन अउर दूसर सबन क बताएन। 10 इ पचे स्त्रियन रहिन, मरियम मगदलीनी, योअन्ना अउर याकूब क महतारी मरियम। उ सबइ अउर ओनके साथे क दूसर स्त्रियन इ बातन क प्रेरितन स कहत रहिन। 11 मुला ओनके सब्द प्रेरितन क बृथा जानि पड़ेन। तउ उ सबइ ओनका बिसवास नाहीं किहेन। 12 मुला पतरस खड़ा भवा अउर कब्र कइँती पराइ गवा। उ खाले निहुरिके लखेस मुला ओका सन क उत्तिम रेसम स बना कफन क अलावा कछू नाहीं देखाँइ दिहे रहा। फिन आपन मन ही जउन कछू भ रहा, ओहँ प अचरज करत भवा उ चला गवा।
इम्माऊस के रस्ते प
(मरकुस 16:12-13)
13 उहइ दिना ओकर चेलन मँ स दुइ, यरूसलेम स कउनो सात मील दूर बसा भवा इम्माऊस नाउँ क गाउँ क जात रहेन। 14 जउन घटना घटी रहिन, ओन सब प उ सबइ आपुस मँ बतियात रहेन। 15 जबहिं उ सबइ ओन बातन प बातचीत अउर सोच विचार करत रहेन तबहीं खुद ईसू हुवाँ हाजिर भवा अउर साथे साथे चलइ लाग। 16 (मुला ओनका ओका पहिचानइ स टोका गवा।) 17 ईसू ओनसे कहेस, “चलत चलत एक दुसरे स तू कउनो बातन प बतियत रह्या?”
उ पचे चलत चलत थम गएन। उ पचे दुःखी देखॉइ देत रहेन। 18 ओहमाँ स किलयोपास नाउँ क एक मनई ओसे कहेस, “यरूसलेम मँ रहइवाला अकेल्ला तू ही अइसा मनई होब्या जउन पिछले दिनन जउन बातन घटी अहइँ, ओका नाही जानत्या।”
19 ईसू ओनसे पूछेस, “कउन सी बातन?”
उ पचे ओसे कहेन, “सब नासरत क ईसू क बारे मँ अहइँ। इ एक अइसा मनई रहा जे जउन किहेस अउर कहेस ओहसे परमेस्सर अउर सबहीं मनइयन क समन्वा इ देखॉइ दिहस कि उ एक महान नबी रहा। 20 अउर हम इ बारे मँ बातन करत रहेन कि हमरे मुख्ययाजकन अउर नेतन ओका कइसे मउत क सजा देइ बरे सौंपि दिहेन। अउर उ पचे ओका क्रूस प चढ़ाइ दिहन। 21 हमार आसा रही कि इहइ रहा उ जउन इस्राएल क अजाद करावत।
“अउर इ सब कछू क अलावा इ घटना क भए आजु तीसर दिन अहइ 22 अउर हमरी टोली क कछू स्त्रियन हमका अचरजे मँ डाइ दिहन ह। आजु भोर मँ भिन्सारे उ पचे कब्र प गइन। 23 मुला ओनका ल्हास नाही मिली। उ सबइ लौटि आइन अउर हमका बताएन कि उ पचे सरगदूतन क दर्सन पाइ गइन ह जउन कहे रहेन कि उ जीवित अहइ। 24 फिन हम पचन मँ स कछू कब्र प गएन अउर जइसा स्त्रियन बताए रहिन, उ पचे हुवाँ वइसा ही पाएन उ सबइ ओका नाहीं देखेन।”
25 तब ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे केतना मूरख अहा अउर नबियन जउन कछू कहेन, ओह प बिसवास करइ मँ केतॅना धीमे अहा। 26 का मसीह बरे इ जरूरी नाही रहा कि उ इ दारूण दुःखन क झेलइ अउर इ तरह आपन महिमा मँ घुसि जाइ?” 27 अउर इ तरह मूसा स सुरू कइके सबहिं नबियन तलक अउर पवित्तर सास्तरन मँ ओकरे बारे मँ जउन कहा गवा रहा, उ ओका खोलिके ओनका समझाएस।
28 उ पचे जब उ गाउँ क लगे आएन, जहाँ जात रहेन, ईसू अइसा बर्ताव किहेस, जइसे ओका अगवा जाइके होइ। 29 मुला उ पचे ओसे जबरदस्ती हठ करत भए कहेन, “हमरे साथ ठहर जा काहेकि करीब करीब साँझ होइ गइ अहइ अउर अब दिन ओनवइ क रहा।” तउ उ ओकरे संग ठहरइ भीतर आइ गवा।
30 जब ओनके संग उ खइया क मेजे प रहा तबहीं उ रोटी उठाएस अउर धन्यवाद दिहस। फिन ओका तोड़िके जब उ ओनका देत रहा 31 तबहीं ओनकइ आँखी खोलि दीन्ह गइ अउर उ पचे ओका पहिचान लिहन। मुला उ ओनके समन्वा स अन्तर्धान होइ गवा। 32 फिन उ आपुस मँ बोलेन, “रास्ता मँ जब उ हमसे बात करत रहा अउर हमका पवित्तर सास्तरन क समझावत रहा तउ का हमरे हिरदइ क भीरत आगी भी नाहीं भड़क गइ?”
33 फिन उ तुरंत खड़ा भएन अउर वापस यरूसलेम क चल दिहेन। हुवाँ ओनका ग्यारहवाँ प्रेरित अउर दूसर ओनके संग ऍकट्ठा मिलेन, 34 जउन कहत रहेन, “पर्भू, असल मँ जी उठा अहइ। उ समौन (पतरस) क दर्सन दिहेस ह।”
35 फिन उ दुइनउँ राह मँ जउन भवा रहा, ओकर ब्यौरा दिहन अउर बताएन कि जब उ रोटी क कउर लिहेस, तब उ सबइ ईसू क पहिचान लिहन।
ईसू क आपन चेलन क समन्वा परगट होब
(मत्ती 28:16-20; मरकुस 16:14-18; यूहन्ना 20:19-23; प्रेरितन 1:6-8)
36 अबहीं उ पचे ओनका इ बातन बताइ ही रहत रहेन कि उ खुद ओनके बीच आइ खड़ा भवा अउर ओनसे बोला, “तोहका सान्ति मिलइ।”
37 मुला उ पचे चौंकिके सहम गएन। उ पचे सोचेन जइसे उ सबइ कउनो भूत लखत होइँ। 38 मुला उ ओनसे बोला, “तू अइसे घबरान काहे अहा? तोहरे मनवा मँ सन्देह काहे उठति अहइ? 39 मोरे हाथन अउर मोरे गोड़े क लखा। तू देख सकत ह कि इ सच मँ मइँ अहउँ। मोका छुआ, अउर लखा कि कउनो भूत क माँस अउर हाड़ नाही होतिन अउर जइसा कि तू लखत अहा कि, मोर उ सबइ अहइँ।”
40 इ कहत भवा उ हाथ अउर गोड़ ओनका देखाएस। 41 मुला आपन आनन्द क कारण उ पचे अब भी ओह पइ बिसवास नाही कइ सकेन। उ पचे भउचक्का रहेन। तउ ईसू ओनसे कहेस, “हिआँ तोहरे पास कछू खाइ क अहइ।” 42 उ पचे पकाइ गइ मछरी क एक टुकड़ा ओका दिहन। 43 अउर उ ओका लइके समन्वा खाएस।
44 फिन उ ओनसे कहेस, “ई बातन उ सबइ अहइँ जउन मइँ तोहसे तब कहे रहेउँ, जब मइँ अबहीं तोहरे संग हउँ। हर उ बात जउन मोरे बारे मँ मूसा क व्यवस्था मँ, नबियन क किताबन अउर भजन संहिता मँ लिखी अहइ, पूरी होब ही अहइ।”
45 फिन पवित्तर सास्तरन क समझइ बरे उ ओनकइ बुद्धि क दुआर खोल दिहस। 46 अउर उ ओनसे कहेस, “इ उहइ अहइ, जउन लिखा अहइ कि मसीह दारूण दुख भोगी अउर तिसरे दिन मरे हुअन मँ स जी उठी। 47-48 अउर पापे क छमा बरे मनफिराव क इ संदेस यरूसलेम स सुरु होइके सब देसन मँ प्रचार कीन्ह जाइ। तू इ बातन क साच्छी अहा। 49 अउर अब मोरे परमपिता मोसे जउन सपथ किहेस ह, ओका मइँ तोहरे बरे पठउब। मुला तोहका इ सहर मँ उ समइ तलक ठहरे रहइ क होइ जब तक तू सरगे क सक्ती स जुरा न ह्वा।”
ईसू क सरग क वापसी
(मरकुस 16:19-20; प्रेरितन 1:9-11)
50 ईसू फिन ओनका बैतनिय्याह तलक बाहेर लइ गवा अउर उ हथवा उठाइके आसीर्बाद दिहेस। 51 ओनका आसीर्बाद देत देत उ ओनका तजि दिहेस अउर फिन ओका सरगे मँ उठाइ लीन्ह गवा। 52 तब उ पचे ओकर आराधना किहेन अउर असीम आनन्द लइके यरूसलेम लौटि आएन। 53 अउर मंदिर मँ परमेस्सर क स्तुति करत भएन उ पचे आपन दिन काटइ लागेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.