Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
दूसर इतिहास 11-12

11 जब रहूबियाम यरूसलेम आवा, उ एक लाख अस्सी हजार सर्वोत्तम जोधन क बटोरेस। उ एन जोधन क यहूदा अउ बिन्यामीम क परिवार समूहन स बटोरेस। उ एनका इस्राएल क खिलाफ लड़इ बरे तइयार किहेस जेहसे उ राज्ज क रहूबियाम क वापस लउटाइ सकइ। किन्तु यहोवा क सँदेस समायाह क लगे आवा। समायाह परमेस्सर क मनई रहा। यहोवा कहेस, “समायाह यहूदा क राजा, सुलैमान क पूत रहूबियाम स बातन करा अउर यहूदा अउ बिन्यामीन मँ रहइवाले सबहिं इस्राएल क लोगन स बातन करा। ओनसे कहा, यहोवा इ कहत ह: ‘तोहका अपने भाइयन क खिलाफ नाहीं लड़इ चाही। हर एक मनई अपने घर लउटि जाइ। मइँ ही अइसा होइ दिहेउँ ह।’” एह बरे राजा रहूबियाम अउर ओकर फउज यहोवा क सँदेसा मानेस अउर उ पचे लउटि गएन। उ पचे यारोबाम पइ हमला नाहीं किहन।

रहूबियाम यहोवा क सक्तीसाली बनावत ह

रहूबियाम यरूसलेम मँ रहइ लाग। उ हमलन क खिलाफ रच्छा बरे यहूदा मँ सुदृढ़ नगर बनाएस। उ बेतलेहेम, एताम, तकोआ, बेत्सूर, सोको, अदुल्लाम, गत, मारेसा, जीप, अदौरैम, लाकीस, अजेका, 10 सोरा, अय्यालोन, अउर हेब्रोन नगरन क मरम्मत कराएस। यहूदा अउ बिन्यामीन मँ इ सबइ नगर मजबूत बनाए गएन। 11 जब रहूबियाम ओन नगरन क मजबूत बनाइ लिहस तउ ओनमाँ सेनापति रखेस। उ ओन नगरन मँ भोजन, तेल अउर दाखरस क पूर्ति क व्यवस्था किहस। 12 रहूबियाम ढार अउ भालन भी हर एक नगर मँ रखेस अउर ओनका बहोत सक्तीसाली बनाएस। रहूबियाम यहूदा अउ बिन्यामीन क लोगन अउर नगरन क अपने अधिकार मँ रखेस।

13 पूरे इस्राएल क याजक अउ लेवीबंसी रहूबियाम स सहमत रहेन अउर उ पचे ओकरे संग होइ गएन। 14 लेवी बंसियन अपनी घासवाली भुइयाँ अउर आपन खेत छोड़ दिहन अउर उ पचे यहूदा अउ यरूसलेम आइ गएन। लेवीबंसियन इ एह बरे किहेन कि यारोबाम अउर ओकर पूतन ओनका यहोवा क याजक क रूप मँ सेवा करावइ क अनुमति देइ स इन्कार कइ दिहस।

15 यारोबाम अपने ही याजकन क हुवाँ ऊँची जगहन पइ सेवा करइ बरे नियुक्त किहस जहाँ उ बोकरन अउ बछवन क ओन मूरतियन क स्थापना किहस जेनका उ बनाए रहा। 16 जब लेवीबंसियन इस्राएल क तजि दिहन तब इस्राएल क परिवार समूह क उ सबइ लोग जउन इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क बरे बिस्सास जोग्ग रहेन, यरूसलेम मँ यहोवा, अपने बापन क परमेस्सर क बलि चढ़ावइ आएन। 17 ओन लोग यहूदा क राज्ज क सक्तीसाली बनाएस अउर उ पचे सुलैमान क पूत रहूबियाम क तीन बरिस तलक समर्थन दिहन। उ पचे अइसा करत रहेन काहेकि इ समइ मँ उ पचे वइसे रहत रहेन जइसे दाऊद अउ सुलैमान रतह रहेन।

रहूबियाम क परिवार

18 रहूबियाम महलत स बियाह किहेस। ओकर बाप यरीमोत रहा। ओकर महतारी अबीहैल रही। यरीमोत दाऊद क पूत रहा। अबीहैल एलीआब क बिटिया रही अउर एलीआब यिसै क पूत रहा। 19 महलत स रहूबियाम क इ सबइ पूत पइदा भएन: यूस, समर्याह अउर जाहम। 20 तब रहूबियाम माका स बियाह किहस। माका अबसलोम क पोती रही अउर माका स रहूबियाम क इ सबइ बच्चन भएन: अबिय्याह, अत्ते, जीजा अउर सलोमीत। 21 रहूबियाम माका स सबहिं दूसर मेहररुअन अउ दासियन स जियादा पिरेम करत रहा। माका अबसालोम क पोती रही। रहुबियाम क अट्ठारह मेहररुअन अउ साठ रखैल रहिन। रहूबियाम अट्ठाईस पूतन अउ साठ बिटियन क बाप रहा।

22 रहूबियाम अपने भाइयन मँ माका क पूत अबिय्याह क प्रमुख चुनेस। रहूबियाम इ एह बरे किहस काहेकि उ अबिय्याह क राजा बनावइ क योजना बनाएस। 23 रहूबियाम इ बुद्धिमानी क काम अपने पूतन क यहूदा अउर बिन्यामीन क पूरा प्रान्तन मँ अउर हर एक सक्तीसाली नगर मँ फैइलाइ कइ क किहस। उ अपने पूतन क बहोत जियादा भोजन दिहेस अउर ओकरे बरे मेहररुअन क खोज किहस।

मिस्री राजा सीसक क यरूसलेम पइ हमला

12 रहूबियाम एक सक्तीसाली राजा होइ गवा। अपने राज्ज क सक्तीसाली बनाइ क पाछे उ अउ यहूदा क सबहिं लोग यहोवा क नेम क पालन करइ क बन्द कइ दिहन।

रहूबियाम क राज्जकाल क पाँचवे बरिस सीसक यरूसलेम पइ हमला किहस। सीसक मिस्र क राजा रहा। इ एह बरे भवा कि रहूबियाम अउ यहूदा क लोग यहोवा क बरे निस्ठावान नाहीं रहेन। सीसक क लगे एक हजार दुई सौ रथ, साठ हजार घुड़सवार, अउर एक फउज रही जेका कउनो गन नाहीं सकत रहा। सीसक क फउज मँ लूबी, सुक्किय्यी अउर कूसी फउजी रहेन। सीसक यहूदा क सक्तीसाली नगरन क पराजित कइ दिहस। तब सीसक अपनी फउज क यरूसलेम लिआवा।

तब समायाह नबी रहूबियाम अउ यहूदा क प्रमुखन क लगे आवा। यहूदा क उ सबइ प्रमुख यरूसलेम मँ बटुरे रहेन काहेकि उ पचे सबहिं सीसक स ससान रहेन। समायाह रहूबियाम अउ यहूदा क प्रमुखन स कहेस, “यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘रहूबियाम, तू अउर यहूदा क लोग मोका तजि दिहा ह अउर मोरे नेमन क पालन करइ स इन्कार कइ दिहा ह। एह बरे मइँ तोहका अपनी मदद क बिना सीसक क सामना करइ क छोड़ब।’”

तब यहूदा क प्रमुखन अउर राजा रहूबियाम पछतावा करत भए अपने क विनम्र किहस अउर कहेस, “यहोवा नियावी अहइ।”

यहोवा लखेस कि राजा अउर यहूदा क प्रमुखन अपने आप क विनम्र बनाएन ह। तब यहोवा क सँदेसा समायाह क लगे आवा। यहोवा समायाह स कहेस, “राजा अउर लोग अपने क विनम्र किहन ह, एह बरे मइँ ओनका नस्ट नाहीं करब बल्कि मइँ ओनका हाली ही बचाउब। मइँ सीसक क उपयोग यरूसलेम पइ आपन किरोध उतारइ क बरे नहीं करब। किन्तु यरूसलेम क लोग सीसक क सेवक होइ जइहीं। इ होई एह बरे कि उ पचे सीख सकइँ कि मोर सेवा करब दूसर रास्ट्रन क राजा लोगन क सेवा करइ स अलग अहइ।”

मिस्र क राजा सीसक यरूसलेम पइ हमला किहस अउर यहोवा क मन्दिर मँ जउन खजाना रहेन, ओका लइ गवा। अउर उ उ सबइ खजाने क भी लइ लिहस जउन राजा क महल मँ रहेन। उ सोने क ढारन क भी लिहस जेनका सुलैमान बनाए रहा। 10 राजा रहूबियाम सोने क ढारन क जगह पइ काँसे क ढारन बनाएस। रहूबियाम ओन सेनापतियन क जउन राजमहल क दुआरन क रच्छा क जिम्मेदार रहेन, काँसे क ढारन दिहस। 11 जब राजा यहोवा क मन्दिर मँ जात रहा तउ रच्छक काँसे क ढारन बाहेर निकारत रहेन। ओकरे पाछे उ पचे काँचे क ढारन क रच्छक घर मँ वापस रखत रहेन।

12 जब रहूबियाम पछतावा किहने अउर अपने क बिनम्र कइ लिहस तउ यहोवा अपने किरोध क ओह पइ रोकि दिहेस। एह बरे यहोवा रहूबियाम क पूरी तरह नस्ट नाहीं किहस। यहूदा मँ कछू अच्छाई बची रही।

13 राजा रहूबियाम यरूसलेम मँ अपने क सुदृढ़ राजा बनाइ लिहस। उ उ समइ इकतालीस बरिस क रहा, जब राजा बना। रहूबियाम यरूसलेम मँ सत्रह बरिस तलक राजा रहा। यरूसलेम उ नगर रहा जेका यहोवा इस्राएल क सारे परिवार समूह मँ स चुने रहा। यहोवा यरूसलेम क अपने नाउँ स्थापित करइ बरे चुनेस। रहूबियाम क महतारी नामा रही। जउन कि अम्मोन देस क रही। 14 रहूबियाम बुरी चिजियन किहेस काहेकि उ यहोवा क आग्या क पालन करइ बरे अपने हिरदइ मँ निहचइ नहीं किह रहेन।

15 सबइ चिजियन जउन रहूबियाम आपन हुकूमत मँ सुरू स आखीर तलक किहेस उ नबी समायाह अउर सीर (दर्सी) इद्दो क किताब मँ लिखा गवा ह। उ पचे परिवारिक इतिहास क बारे मँ अउर यहूबियाम अउ यहूबियाम अउ यहोबाम जब तलक हुकुमत किहेन ओकर बीच होइवाले जुद्ध क बारे मँ लिखेन। 16 रहूबियाम अपने पुरखन क संग बिस्राम किहस। रहूबियाम क दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। रहूबियाम क पूत अबिय्याह नवा राजा भवा।

प्रकासित वाक्य 2

इफिसुस की कलीसिया क मसीह क संदेस

“इफिसुस क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा:

“उ जउन अपने दाहिने हाथे मँ सात तारन क धारन करत ह अउर जउन सात दीपाधारन क बीच घूमत ह, इ तरह कहत अहइ

“मइँ जानत अहउँ जउन तू करत अहा अउर, कड़ी मेहनत अउर धीरज भरी सहनसीलता क जानित हउँ अउर मइँ इहइ जानित हउँ कि तू बुरा मनइयन क राह नाही पउत्या अउर तू ओनका परखे अहा जउन कहत अहइँ कि उ पचे प्रेरितन बाटेन मुला सही मँ नाही अहइँ। तू ओनका झूठा पाए अहा। मइँ जानित हउँ कि तोहरे मँ धीरज अहइ अउर मोरे नाउँ प तू कठिनाई झेले अहा। अउर तू थका नाहीं अहा।

“मुला मोरे लगे तोहरे विरोध मँ इ अहइ: तू पिरेम छोड़ दिहे अहा जउन सुरुआत मँ तोहरे मँ रहा। इ बरे याद करा कि तू कहाँ स गिर अहा, आपन मनफिराव अउर उ करा जेका तू सुरुआत मँ करत रह्या, जदि तू पछतावा न करब्या तउ मइँ तोहरे लगे आउब अउर तोहरे दीपाधार क ओकरी जगह स हटाइ देब। मुला इ बात तोहरे हित मँ अहइ कि तू नीकुलइयन[a] क काम स नफरत करत अहा, जेनसे मइँ भी नफरत करत हउँ।

“जेकरे लगे कान अहइँ, उ ओका सुनइँ जउन आतिमा कलीसियन स कहत अहइ। जे विजय पाई मइँ उही परमेस्सर क बगिया मँ लगा जीवन क पेड़ स फल खाइ क अधिकार देब।

स्मुरना की कलीसिया क मसीह क संदेस

“स्मुरना क कलीसिया क सरगदूत क इ लिखा:

“उ जउन पहिला अहइ अउर जउन आखिरी अहइ जउन मर ग रहा अउर फिन स जी उठा।

“उ कहेस मइँ तोहरे साथ जउन अत्याचार भवा ओका अउर तोहरी दीनता दुइनउँ क जानत हउँ वइसे तू धनवान अहा। जउन खुद क यहूदी कहत अहा, अउर जउन तोहार निन्दा करे अहइ, मइँ ओका भी जानत हउँ। यद्यपि ओन्हन सही सही यहूदी न अही। बल्कि उ पचे सइतान क आराधनालय अहइँ जउन सइतान स संबंध रखित ह। 10 उ अत्याचार स तोहका ड़ेराय क जरुरत नाही अहइ, जउने क तोहका सहइ क अहइ। सुना, सइतान तोहरे मँ स कछू जने क बंदीगृह मँ डाइके तोहार परीच्छा लेइ जात अहइ। अउर तोहका हुवाँ दस दिन तक कस्ट भोगइ क अहइ। चाहे तोहका मर जाइ क पड़इ मुला सच्चा बना रह्या तबइ तोहका जीवन वाला मुकुट देब।

11 “जउन सुन सकत ह, सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ। जउन जीत जाई ओका दूसरी मउत स कउनउँ नुकसान न उठावइ क पड़ी।

पिरगमुन की कलीसिया क मसीह क संदेस

12 “पिरगमुन क कलीसिया क सरगदूतन क इ लिखा:

“उ जउन तेज दोधारी तलवार क धरत अहइ उ इ तरह स कहत ह:

13 “मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ रहत बाट्या जहाँ सइतान क सिंहासन बाटइ। अउर मइँ इहउ जानत हउँ कि तू मोरे नाउँ प स्थिर अहा, अउर तू मोरे बरे आपन बिसवास क कबहुँ जकारया नाहीं। तोहरे उ नगर मँ जहाँ सइतान क निवास अहइ, मेरा बिसवासपूर्ण साच्छी अन्तिपास मार दीन्ह गवा रहा।

14 “मुला मइँ तोरे बिरोध मँ कछू कहइ चाहत हउँ: तोहरे हिआँ कछू अइसे लोग बाटेन जउन बिलाम क सिच्छा क मानत ही। उ बालाक क सिखावत रहा कि इस्राएलियन क मूर्तियन क चड़ावा खाइ अउर व्यभिचार करइ क प्रोत्साहित करइ। 15 अइसे तोहरे हिआँ भी कछू अइसे मनइयन अहइँ जउन नीकुलइयन क सीख प चलत अहइँ। 16 एह बरे मनफिरावा नाहीं तउ मइँ जल्दी ही तोहरे पास आउब अउर ओनके बिरोध मँ उस तलवार स युद्ध करबइ जउन मोरे मुँह स निकरत बाटइ।”

17 “जउन सुन सकत ह, सुन लेइ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।

“जउन बिजयी होई मइँ हर एक क गुप्त मन्ना देब। मइँ ओका एक सफेद पाथर देब जेह पइ एक नवा नाउँ लिखा होई। जेका ओकरे अलावा अउर कउनउँ नाही जानत अहइ, जेका उ दीन्ह गवा बाटइ।

थूआतीरा क कलीसिया क मसीह क संदेस

18 “थूआतीरा क कलीसिया क सरगदूतन क नाउँ इ लिखा:

“परमेस्सर क पूत, जेकर आँखिन धधकती आग क समान बाटिन, अउर जेकर पैर चमकते काँसा क जइसे अहइँ, इ कहत अहइ:

19 “मइँ तोहरे कारज, पिरेम, बिसवास, सेवा अउर धैर्य क जानत हउँ। मइँ इहउँ जानत हउँ कि तोहार वर्तमान कारज विगत कारज स अधिक होत बाटइ। 20 मुला मइँ तेरे विरोध मँ कछू कहइ चाहत हउँ; तू उ स्त्री इजेबेल क अपने मध्य रहइ देता अहा, जउन अपने आपको नबीया कहत ह। मुला मोरे सेवकन क व्यभिचार करइ अउर मूर्तियन क आगे चड़ाई भइ चीजन क खाइ बरे सिच्छा देत अहइ। 21 मइँ ओका मनफिरावा क अवसर दिहे अहउँ। मुला उ अपने व्यभिचार स मनफिरावा नाहीं चाहत।

22 “अउर मइँ ओंका रोग चारपाई प डाउब। अउर जे ओकरे साथ व्यभिचार करत अहइँ तउ उ तरह क कस्ट अउर दिक्कत भोगइँ जब तलक अपने काम क पछतावा न कइलेइँ। 23 मइँ महामारी फैलाइके ओकरे लरिकन क मारि डाउब अउर सब कलीसियन क पता चल जाइ कि मइँ उहइ अहउँ जउन सब मनइयन क मन अउर बुद्धि क जानत अहइ। मइँ तोहका सबका तोहरे काम क हिसाब स फल देबइ।

24 “अब मोका थूआतीरा क बाकी बचे क कछू मनइयन स कछू कहइ क अहइ कि जे इस सीख प नाहीं चलतेन अउर जउन सइतान क अउर ओकरे छिपी बातन क नाहीं जानत अहइँ। मइँ तोहरे ऊपर अउर कउनो बोझा नाहीं ड़ावा चाहत अहउँ। 25 मुला जउन कछू तोहरे लगे अहइ, ओह प मोरे आवइ तक चलत रहा।

26 “जउन मनई जीत हासिल करी अउर जउन बातन क मइँ आदेस दिहे अहउँ अखिरी दम तक मोर आदेस पर टिका रही, जेहका मइँ चाहत अहउँ ओका मइँ राष्ट्रन पर अधिकार देत हउँ। 27 तथा उ ओनके ऊपर लोहे क ड़ण्ड़े स सासन करी। उ ओनका माटी क भाँड़न क तरह चूर चूर कइ देई। 28 इ उहइ अधिकार अहइ जेका मइँ अपने परमपिता स पाए अहउँ। मइँ अइसे मनई क भोर क तारा देब। 29 जेकरे पास कान अहइँ, उ सुन लेइँ कि आतिमा कलीसियन स का कहत अहइ।

सपन्याह 3

यरूसलेम क भविस्स

यरूसलेम, तोहार पचन क लोग परमेस्सर क खिलाफ लड़ेन। तोहार पचन क लोग दूसर लोगन क चोट पहोंचाएन अउर तू पचे पापे स कलंकित अहा। तोहार लोग मोर एक ठु नाहीं सुनतेन। उ पचे मोर सिच्छा क अंगीकार नाहीं करतेन। यरूसलेम यहोवा मँ बिस्सास नाहीं राखत। यरूसलेम आपन परमेस्सर क लगे नाहीं आवत ह। यरूसलेम क प्रमुख गुर्रात भवा सिंहन जइसेन अहइँ। एकर निआव क जज अइसे भुखान भेड़ियन क तरह अहइँ जउन भेड़िन पइ हमला करइ साँझ क आवत ह, अउर भिंसारे कछू बचा नाहीं रहत। ओकर नबियन जिम्मेदार अउर बिस्सासयोग्य नाहीं अहइ। ओकर याजकन पवित्तर चिजियन क अपवित्तर करत हीं। उ पचे परमेस्सर क नेम बरे हिंसा किहेन ह। मुला परमेस्सर अबहुँ भी उ सहर मँ बाटइ अउ उ ओनके बरे लगातर निआव स भरा रहा ह। परमेस्सर कछू भी बुरा नाहीं करत। उ अपने लोगन क भलाइ करता चला आवत ह। लगातार हर भिंसारे उ आपन लोगन क संग निआव करत ह। मुला बुरे लोग आपन कीन्ह भए बुरे करमन बरे लज्जित नाहीं होतेन।

परमेस्सर कहत ह, “मइँ समूचे रास्ट्रन क बरबाद कइ दिहेउँ ह। अइँ ओनकर रच्छा-मीनारन क नस्ट किहेउँ ह। मइँ ओनकर सबइ सड़क क नस्ट किहेउँ ह अउर अब हुआँ कउनो नाहीं जात। ओनकर नगरन सूना अहइँ, ओनमाँ अब कउनो नाहीं रहत। मइँ तू पचन्स इ एह बरे कहत हउँ ताकि तू पचे सिच्छा ल्या। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ तोहार पचन क घर नस्ट नाहीं होइ। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ आपन बनाई भइ योजना क अनुसार तू पचन क सजा नाहीं देबउँ।” मुला उ पचे बुरे लोग वइसेन ही बुरे करमन अउर जियादा करइ चाहत हीं जेनका उ पचे पहिले ही कइ रखे अहइँ।

यहोवा कहेस, “एह बरे तनिक प्रतीच्छा करा। मोर खड़ा होइ अउ निआव कीन्ह जाइ स पहिले मोर प्रतीच्छा करा। अनेक रास्ट्रन स लोगन क लिआवइ अउ तू पचन क सजा देइ बरे ओनकर उपयोग आपन किरोध तू पचन क खिलाफ परगट करइ बरे करब। मइँ ओनकर उपयोग इ देखावइ बरे करबउँ कि मइँ केतना छुब्ध हउँ, अउर यहूदा क समूचा प्रदेस नस्ट होइ। तब मइँ दूसर रास्ट्रन क लोगन क बदल देब एह बरे उ साफ-साफ बोलइ सकब अउर यहोवा क नाउँ क तारीफ कर सकब। उ पचे सबइ एक संग मोर अराधना करब। 10 लोग कूस मँ दूसर कइँती स पूरी राह तय कइके अइहीं। मोरे बिखरे भए लोग मोरे लगे अहइ। मोर उपासक मोरे लगे अइहीं अउर आपन भेंट लइहीं।

11 “यरूसलेम, तब तू अगवा चलिके ओन बुरे करमन बरे लजाब होइ बंद कइ देब्या। काहेकि मइँ यरूसलेम स ओन सबहिं बुरे लोगन क निकारिके बाहेर करब। मइँ ओन सबहिं घमण्डी लोगन क दूर कइ देबउँ। ओन घमण्डी लोगन मँ स कउनो भी मोरे पवित्तर पर्वते पइ नाहीं रही पाइ। 12 मइँ सिरिफ सोझ अउ विनम्र लोगन क आपन सहर मँ रहइ देबउँ अउर उ पचे यहोवा क नाउँ मँ बिस्सास करिहीं। 13 इस्राएल क बचे भए लोग बुरे करम नाहीं करिहीं। उ पचे लबार नाहीं बोलिहीं। उ पचे लबार बोलिके लोगन क ठगइ नाहीं चइहीं। उ पचे ओन भेड़िन क नाई होइहीं जउन खात हीं अउर सान्त ओलरत हीं, अउर कउनो भी ओनका तंग नाहीं करी।”

आनन्द सँदेसा

14 हे यरूसलेम, गावा अउ खुस ह्वा!
    हे इस्राएल, खुसी स घोस करा!
    यरूसलेम, प्रसन्न ह्वा, तमासा करा।
15 काहेकि यहोवा तोहार पचन क सजा रोकि दिहस।
    उ पचे तोहरे पचन क दुस्मनन क वापिस मोड़ द्या जउन तोहार तरफ आवत रहेन।
हे इस्राएल क राजा, यहोवा तोहरे संग अहइ।
    अब तू पचन्क अउर कउनो बुरी घटना बरे चिन्ता क जरूरत नाहीं।
16 उ समइ, यरूसलेम स कहा जाइ,
    “मजबूत बना, डेराअ जिन!
17 तू पचन क परमेस्सर यहोवा तू पचन क संग अहइ।
    उ सक्तीसाली फउजी क नाई अहइ।
    उ तू पचन क रच्छा करी।
उ देखाई कि उ तू पचन स केतना पियार करत ह।
    उ देखाई कि उ तू पचन स केतना प्रसन्न अहइ।
उ हँसी अउर तू पचन क बारे मँ अइसे खुस होइ।
18     जइसे लोग दावत मँ होत हीं।
यहोवा कहेस, “मइँ तू पचन्क लज्जा क दूर करब।
    मइँ तू पचन्क दुर्भाग्य क तू पचन्स दूर करब।
19 उ समइ, मइँ ओन लोगन्क सजा देबउँ जउन तू पचन्क चोट पहोंचाएन।
    मइँ आपन घायल लोगन्क रच्छा करब।
    मइँ ओन लोगन्क वापस लिआउब, जउन पराइ क बेबस कीन्ह ग रहेन
अउर मइँ ओनका प्रसिद्ध करब।
    लोग सब जगह ओनकर तारीफ करिहीं।
20 उ समइ, मइँ तू पचन्क वापस लिआउब।
    मइँ तू पचन्क एक साथ वापस लिआउब।
मइँ तू पचन्क प्रसिद्ध बनाउब।
सब जगह लोग तू पचन्क तारीफ करिहीं।
    इ तब होइ जब मइँ तू पचन्क अँखियन क समन्वा तू सबइ बन्दी लोगन्क लिआउब।”
यहोवा इ सबइ कहेस।

यूहन्ना 1

मसीह क आउब

जब दुनिया क सुरूआत भइ, तब ओह समइ बचन[a] पहिलेन स रहा। उहइ बचन परमेस्सर क साथ रहा। उहइ बचन परमेस्सर रहा। उहइ बचन एकदम सुरूआत मँ परमेस्सर क साथ रहा। समूची दुनिया क सब चीज उहइ स पइदा भइ। ओकरे बिना कउनो चीज बनाईं नाहीं गइ। उहइ बचन मँ जिन्नगी रही अउर उहइ जिन्नगी पूरी दुनिया क सब मनई क बरे ज्योति (गियान, भलाई) क नाई रहा। ज्योति आँधियारे मँ चमकत ह अउर आँधियारा ओका जीत न पावा।

परमेस्सर क पठवा एक मनई आवा जेकर नाउँ यूहन्ना रहा। उ एक साच्छी क नाईं आवा जइसे कि उ सब मनई क ज्योति क बारे मँ अपने बचन मँ बताइ सकइ। अउर जउन उ बतावइ ओहमाँ सब मनई बिसवास कर सकइँ। उ खुदइ ज्योति नाहीं रहा मुला उ सब मनई क ज्योति क साच्छी देइ आइ रहा। उ इ बतावइ आइ रहा कि इ ज्योति बिल्कुल सच्ची अहइ, अउर उ इ हर एक मनई क प्रकासित करी। उ इ बतावइ आइ रहा कि सच्चा ज्योति इ दुनिया मँ आवइवाला अहइ।

10 उ तउ इहइ दुनिया मँ रहा अउर इ दुनिया क उहइ पइदा किहेस मुला दुनिया ओका पहिचान नाहीं पाएस। 11 उ अपने संसार मँ आवा रहा, मुला ओकर आपन मनई ओका नाहीं अपनाएन। 12 मुला जउन मनई ओका अपनाइ लिहेन्ह, ओन सबका उ परमेस्सर संतान होइ क अधिकार दिहेस। 13 परमेस्सर क औलाद क नाई उ कुदरती तौर प न तउ लहू स पइदा भवा, न तउ कउनो तने क इच्छा स, अउर न तउ महतारी-बाप क योजना स। मुला उ परमेस्सर स पइदा भवा।

14 उहइ बचन देह अपनाइ क हमरे सबके बीच मँ रहइ लाग। हम सब परमपिता क एकइ पूत क नाई ओकरी महिमा क दर्सन कीन्ह। उ बचन अनुग्रह अउर सच्चाई स भरा रहा। 15 यूहन्ना ओकर साच्छी दिहेस अउर सबका सुनाइ क जोर स कहेस, “इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ मइँ बताए रहेउँ, ‘उ जउन मोरे बाद आवइवाला अहइ, उ मोसे महान अहइ, मोसे आगे अहइ, एह बरे कि उ मोहूँ स पहले मौजूद रहा।’”

16 ओकरी करूणा अउर सच्चाई क पूर्णता स हमका सबेन्क तमाम अनुग्रह पर अनुग्रह मिला। 17 हमका सबेन्क जउन व्यवस्था मिली अहइ, उ तउ मूसा क दीन्ह अहइ, मुला जउन अनुग्रह अउर सच्चाई इ दुनिया मँ अहइ, उ ईसू मसीह क दीन्ह अहइ। 18 परमेस्सर क कबहूँ कउनो आज तलक नाहीं देखे अहइ, मुला परमेस्सर क जउन एकइ पूत अहइ, अउर जउन हमेसा परमपिता क संग रहत ह, ओका हमरे सबके सामने परगट किहेस।

यूहन्ना क ईसू क बारे मँ साच्छी

(मत्ती 3:1-12; मरकुस 1:1-8; लूका 3:1-9,15-17)

19 जब यरूसलेम क यहूदियन याजकन अउर लेवियन क यूहन्ना क पास इ पूछइ क बरे भेजेन्ह, “तू कउन अह्या?” 20 तउ उ इ साच्छी दिहेस अउर बिना कउनो हिचकिचाहट क इ मानेस, “मइँ मसीह[b] न अहउँ।”

21 तउ उ पचे यूहन्ना स पूछेन्ह, “तउ तू फिन कउन अह्या, का तू एलिय्याह अह्या?”

यूहन्ना इ जवाब दिहेस, “नाहीं, मइँ उहइ न अहउँ।”

यहूदियन पूछेस, “तउ तू का कउनो नबी अह्या?”

उ फिन इन्कार कइ दिहेस, “नाहीं।”

22 फिन उ पचे ओसे पूछेन्ह, “तउ तू का अह्या? हमका बतावा जइसे कि हम ओनका जवाब दइ देई, जे हमका पचेन्क हियाँ भेजेस ह! तू अपने बारे मँ का कहत अहा?”

23 यूहन्ना कहेस:

“मइँ आवाज अहउँ जउन रेगिस्तान मँ पुकारत अहइ:
    ‘पर्भू क बरे सोझ सोझ रास्ता बनावा।’” (A)

24 इन सबन क फरीसियन भेजे रहेन्ह। 25 उ लोग ओसे पूछेन, “जदि तू न तउ मसीह अह्या, न एलिय्याह अह्या, अउर न तउ नबी अह्या, फिन काहे बरे तू सब लोगन क बपतिस्मा देत अहा?”

26 यूहन्ना ओन पचेन्क जवाब दिहेस, “मइँ ओन सबेन्ह का पानी स बपतिस्मा देत अहउँ। तोहरे सबन क बीच मँ एक ठु मनई अहइ, ओका तू पचे नाहीं जानत अहा। 27 उ मोरे बाद आवइवाला उहइ अहइ। मइँ तउ ओकरे पनहीं क फीता खोलइ लायक नाहीं अहउँ।”

28 इ सब घटना यरदन क पार बैतनिय्याह मँ घटिन ह जहाँ प यूहन्ना बपतिस्मा देत रहा।

ईसू परमेस्सर क मेमना

29 ओकरे दूसरे दिन यूहन्ना ईसू क अपने लगे आवत देखेस तउ कहेस, “परमेस्सर क मेमना क देखा जउन दुनिया क सब पाप हर लेत ह। 30 इ उहइ अहइ जेकरे बावत मइँ बताए रहेउँ, ‘एक मनई मोरे बाद आवइवाला अहइ, जउन मोसे भी महान अहइ, उ मोसे भी आगे अहइ, उ मोसे पहले स मौजूद रहा।’ 31 पहले मइँ खुद ओका नाहीं जानत रहेउँ, मुला मइँ इही बरे बपतिस्मा देत चला आवत अहउँ, जइसे कि इस्राएल क सब मनई ओका जान लेइँ।”

32-34 फिन यूहन्ना आपन इ साच्छी दिहेस, “मइँ देखेउँ कि कबुतरे की नाई सरग स नीचे उतरत आतिमा उहइ प आइके टिक गइ। मइँ खुदइ नाहीं जान पाएउँ, कि उ कौन रहा मुला जउन मोका पानी स बपतिस्मा देइ क बरे पठए रहा, उ मोसे कहेस, ‘तू आतिमा क उतरत अउर कउनो क ऊपर ठहरत देखब्या, इ उहइ मनई अहइ जउन पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा देत ह।’ मइँ ओका देखे अहउँ अउर मइँ साच्छी देत अहउँ कि उहइ परमेस्सर क पूत अहइ।”

ईसू क पहला चेलन

35 दूसरे दिन यूहन्ना अपने दुइ चेलन क साथ फिन उहइ जगह प मौजूद रहा। 36 जब ईसू क उ अपने पास देखेस तउ कहेस, “देखा! इ इहइ परमेस्सर क मेमना!”

37 जब उ दुइनउँ चेलन ओनका इ कहत सुनेन तउ उ दुइनउँ ईसू क पाछे चल पड़ेन्ह। 38 ईसू ओन पचे क जबहिं अपने पाछे आवत देखेस तउ ओसे पूछेस, “तोहका का चाही?”

उ पचे जवाब दिहेन, “रब्बी, तू कउन जगह प रहत ह?” (“रब्बी” अर्थात “गुरू”)

39 ईसू ओनका जवाब दिहेस, “आवा अउर देखा।” ओकरे बाद उ दुइनउँ चेलन ओनके पाछे चल दिहेन। उ पचे फिन ओकर रहइ क जगह देखेन। ओह दिन उ दुइनउँ चेलन ओनके साथ ठहरेन्ह, काहेकि साँझ क करीब चार बज चुका रहा।

40 जउन दुइनउँ चेलन यूहन्ना क बात सुने रहेन्ह अउर ईसू क पाछे चला गएन, ओनमाँ स एक समौन पतरस क भाई अन्द्रियास रहा। 41 उ पहले अपने भाई समौन क देखके ओसे कहेस, “हमका मसीह मिल गवा अहइ।”

42 फिन अन्द्रियास समौन पतरस क ईसू क लगे लियाइ गवा। ओनक देखके ईसू कहेस, “तू यूहन्ना क बेटवा समौन अह्या। तोहका लोग कैफा (अर्थात् पतरस) कहिहइँ।”

43 दूसरे दिन ईसू गलील जाइके बरे ठान लिहेस। फिन फिलिप्पुस क देखके ईसू ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा।” 44 फिलिप्पुस अन्द्रियास अउर पतरस क नगर बैतसैदा क रहइवाला रहा। 45 फिलिप्पुस क नतनएल मिला अउर उ ओसे कहेस, “हम पचन्क उ मिल गवा अहइ जेकरे बारे मँ व्यवस्था मँ मूसा अउर तमाम नबियन लिखे अहइँ। उहइ यूसुफ क बेटवा, नासरत क ईसू अहइ।”

46 फिन नतनएल ओसे पूछेस, “का नासरतउ स कउनो अच्छी चीज पैदा होइ सकत ह?”

फिलिप्पुस जवाब दिहेस, “जाइके खुदइ देखि ल्या।”

47 ईसू नतनएल क अपनी कइँती आवत देखेस अउर ओकरे बारे मँ कहेस, “इ एक सच्चा इस्त्राएली अहइ जेहमाँ कउनो खोट नाहीं बा।”

48 नतनएल पूछेस, “तू मोका कइसे जानत अहा?”

ईसू जवाब दिहेस, “फिलिप्पुस क बोलावइ क पहिले मइँ तोहका अंजीर क पेड़ क नीचे खड़ा देखे रहेउँ।”

49 नतनएल जवाब दिहेस, “रब्बी (गरू) तू परमेस्सर क पूत अह्या, तू इस्त्राएल क राजा अह्या।”

50 एकरे जवाब मँ ईसू कहेस, “तू इ बरे बिसवास करत अहा, काहेकि मइँ कहत अहउँ कि तोहका अंजीर क पेड़ क खाले देखे रहेउँ। तू अगवा (बाद मँ) अउर बड़ी बड़ी बातन देखब्या।” 51 उ ओसे (नतनएल स) फिन कहेस, “मइँ तोहका सही सही बतावत अहउँ कि तू सरग क खुलत अउर परमेस्सर क दूतन क मनई क पूत प उतरत चढ़त[c] देखब्या।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.