M’Cheyne Bible Reading Plan
यहूदा क राजा मनस्से
33 मनस्से जब यहूदा क नवा राजा भवा उ बारह बरिस क राहा। उ यरूसलेम मँ पचपन बरिस तलक राजा रहा। 2 मनस्से उ सबइ सब कार्य किहस जेनका यहोवा गलत कहे रहा। उ दूसर रास्ट्रन क भयंकर अउर पापपूर्ण रीतियन क अनुसरण किहस। यहोवा ओन रास्ट्रन क बाहेर निकर जाइ क बरे मजबूर किहे रहा जब उ इस्राएल क लोगन क उ भुइँया पइ लिआए रहा। 3 मनस्से फुन ओन ऊँच जगहन क बनाएस जेनका ओकर बाप हिजकिय्याह तोर गिराये रहा। मनस्से बाल देवतन बरे वेदियन बनाएस अउ असेरा खम्भन खड़े किहस। उ नछत्र-समूह क प्रणाम करत रहा अउ ओनका पूजत रहा। 4 मनस्से यहोवा क मन्दिर मँ लबार देवतन क बरे वेदियन बनाएस। यहोवा मन्दिर क बारे मँ कहे रहा, “मोर नाउँ यरूसलेम मँ सदा ही रही।” 5 मनस्से सबहिं नछत्र-समूहन क बरे यहोवा क मन्दिर क दुइनउँ अंगनन मँ वेदियन बनाएस। 6 मनस्से अपने बेटवन क भी बलि बरे हिन्नोम क घाटी मँ बारेस। मनस्से सान्तिपाठ, दैवीकरण अउ भविस्स कथन क रूप मँ जादू-टोना क उपयोग किहस। उ ओझन अउ भूतसिद्धि करइवालन क संग बातन किहस अउर उ यहोवा क दृस्टि मँ बहोत पाप किहस। मनस्से क पापन यहोवा क किरोधित किहन। 7 उ एक ठु देवता क मूरति बनाएस अउर ओका परमेस्सर क मन्दिर मँ धरेस। परमेस्सर दाऊद अउ ओकर पूत सुलैमान स मन्दिर क बारे मँ कहे रहा, “मइँ इ मन्दिर मँ अउर यरूसलेम मँ आपन नाउँ क स्थापित करब जेका मइँ इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन क नगरन क बीच स चुनेउँ ह, अउर हुवाँ मोर नाउँ हमेसा रहब। 8 मइँ फुन इस्राएलियन क उ भुइँया स बाहेर नाहीं करब जेका मइँ ओनके पुरखन क देइ क बरे चुनेउँ। किन्तु ओनका ओन नेमन क बिधियन अउर आदेसन क पालन जरूर करइ चाही जेनका मइँ मूसा क ओनका देइ क हुकुम दिहेउँ।”
9 मनस्से यहूदा क लोगन अउर यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन क पाप करइ बरे उ उत्साहित किहेउँ। उ ओन रास्ट्रन स भी जियादा पाप किहस जेनका यहोवा नस्ट किहे रहा अउर जउन इस्राएलियन स पहिले उ पहँटा मँ रहेन।
10 यहोवा मनस्से अउर ओकरे लोगन स बातचीत किहस। किन्तु उ पचे सुनइ स इन्कार कइ दिहन। 11 एह बरे यहोवा यहूदा पइ हमला करइ क बरे अस्सूर क राजा क सेनापतियन क हुवाँ पहोंचाएस। एन सेनापतियन मनस्से क धइ लिहन अउर ओका बन्दी बनाइ लिहन। उ पचे ओका बेड़ियन पहिराइ दिहन अउर ओकरे हाथन मँ पीतर क जंजीरन डाएन। उ पचे मनस्से क बन्दी बनाएन अउर ओका बाबुल देस लइ गएन।
12 मनस्से क कस्ट भवा। उ समइ उ यहोवा अपने परमेस्सर स याचना किहस। मनस्से खुद क अपने पुरखन क परमेस्सर क समन्वा बहोत विनम्र किहेस। 13 मनस्से परमेस्सर स पराथना किहस अउर परमेस्सर स मदद माँगेस। यहोवा मनस्से क याचना सुनेस अउ ओका ओह पइ दया आइ। यहोवा ओका यरूसलेम अपने सिंहासन पइ लउटइ क आदेस दिहस। तब मनस्से समुझेस कि यहोवा फुरइ परमेस्सर अहइ।
14 इ घटइ क पाछे, मनस्से दाऊद नगर क बरे बाहरी देवार बनाएस। इ गिहोन क पस्चिमी सोते तलक मछरी-फाटक क प्रवेस दुआर अउर ओपेल पहाड़ी क चारिहुँ कइँती तलक गएन। उ देवार क बहोत ऊँच बनाएस। तब उ अधिकारियन क यहूदा क सबहिं किलन मँ रखेस। 15 मनस्से यहोवा क मन्दिर स दूसर रास्ट्रन क देवतन अउ मूरतियन क हटाइ दिहेस। उ ओन सबहिं वेदियन क लोकाएस जेनका उ मन्दिर क पहाड़ी पइ अउ यरूसलेम मँ बनाएस। मनस्से ओन सबहिं वेदियन क यरूसलेम नगर स बाहेर लोकाएस। 16 तब उ यहोवा क वेदी पुन: एकत्र किहस अउ मेलबलि अउ धन्यवाद भेंट एह पइ चढ़ाएस। मनस्से यहूदा क सबहिं लोगन क इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क सेवा करइ क आदेस दिहस। 17 लोग ऊँच जगहियन पइ बलि देब जारी रखेस, मुला ओनकर भेटन केवल यहोवा ओनके परमेस्सर बरे रहिन।
18 मनस्से जउन कछू दूसर किहस अउर ओकर परमेस्सर स पराथनन अउ ओन द्रस्टा लोगन क कथन जउन इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क नाउँ पइ ओहसे बातन किहे रहा, उ सबइ सबहिं इस्राएल क राजा नाउँ क किताबे मँ लिखी अहइँ। 19 मनस्से कइसे पराथना किहस अउर परमेस्सर कइसे सुनेस अउर ओह पइ दाया किहस, इ द्रस्टा लोगन क पुस्तक मँ लिखा अहइ। मनस्से क सबहिं पाप अउ बुराइयन जउन उ खुद क बिनम्र करइ स पहिले किहस अउर उ सबइ जगह जहाँ उ ऊँच जगह बनाएस अउर असेरा-खम्भा खड़ा किहेस भी दर्सी लोगन क पुस्तक मँ दर्ज अहइँ। 20 मनस्से मरि गवा, अउर उ जगह पइ दफनावा गवा जहाँ पइ ओकर पूरखन क दफनावा गवा रहा। लोग मनस्से क ओकर महल मँ दफनाएन। मनस्से क जगह पइ ओकर पूत आमोन नवा राजा भवा।
यहूदा क राजा आमोन
21 आमोन जब यहूदा क राजा भवा, बाईस बरिस क रहा। उ दुइ बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहेस। 22 ओमोन ठीक वइसा ही किहेस जइसा ओकर बाप किहे रहा, उ उ काम किहेस जेका यहोवा बुरा समुझत ह। आमोन सबहिं खुदी मूरतियन अउ अपने बाप मनस्से क बनाई मूरतियन क बलि चढ़ाएस। आमोन ओन मूरतियन क लगे निहुरेस अउर ओनकर पूजा किहस। 23 आमोन खुद क अपने बाप मनस्से क तरह यहोवा क समन्वा विनम्र नाहीं बनाएस। आमोन जियादा स जियादा पाप करत गवा। 24 आमोन क सेवकन ओकरे बिरुद्ध जोजना बनाएन उ पचे आमोन क ओकरे घरे मँ मार डाएन। 25 मुला यहूदा क लोग ओन सबहिं सेवकन क मार डाएन जउन राजा आमोन क बिरुद्ध जोजना बनाए रहेन। तब लोग योसिय्याह क नवा राजा चुनेन। योसिय्याह आमोन क पूत रहा।
सरग मँ परमेस्सर क स्तुति
19 एकरे बाद मइँ सरग क भीड़ स उच्च स्वर मँ आवाज़ आवत सुने रह्यो:
“हल्लिलूय्याह!
परमेस्सर क जय होइ! जय होइ! महिमा अउर समर्थ हमेसा मिलइ!
2 ओकर निआव सच्चे अउर धर्ममय अहइ।
उ बड़ी वेस्या क उ निआव करेस,
जउन आपन व्यभिचार स इ धरती क भ्रस्ट कइ दिहे रही,
अपने दासन क मउत क बदला लइ लिहेस।”
3 ओन्ह फिन कहेन्ह:
“हल्लिलूय्याह!
ओसे धुआँ जुग जुग तक उतरत रहा।”
4 फिन चौबीसउँ बुजुर्गन अउर चारउ प्रानिअन सिंहासन प बइठा परमेस्सर क झुकके प्रणाम करेन अउर ओकर आराधना करत गावइ लागेन:
“आमीन, हल्लिलूय्याह!”
5 सिंहासन स फिन आवाज आइ जउन कहत रही:
“ओ ओकर सेवकन!
तू सबे हमरे परमेस्सर क स्तुति करा,
अउर अपने सब लोगन क चाहे बड़ा होइ या छोटा
सबइ क इज्जत करत रहा!”
6 फिन मानो मइँ एक विसाल जनसमूहे क आवाज सुनेउँ जउन कि भयंकर पानी क बहाव अउर बदरन क जोरदार गरजइ-तरजइ क आवाज जइसे रही। कहत रही:
“हल्लिलूय्याह!
जय होइ ओकर, काहे बरे कि हमार पर्भू परमेस्सर,
सर्वसक्ति स पूरा होइके राज्य क ताकतवर बनावत अहइ।
7 इ बरे आवा, आनन्द खुसी मनावा।
आवा, ओका माहिमा देइ।
काहे बरे कि अउर मेमना क बियाह क समइ आइ गवा अहइ।
ओकर दुलहिन सजी धजी तइयार होइ गइ।
8 ओका आग्या मिली अहइ,
साफ सफेद निर्मल मलमल पहन ल्या।”
(इ मलमल परमेस्सर क पवित्तर लोगन बड़िया कामन क प्रतीक अहइ।)
9 फिन उ मोसे कहइ लाग, “लिखा, उ धन्य अहइ जेनका इ बियाह क भोजन मँ बोलावा ग अहइ।” उ मोसे फिन कहिस, “इ परमेस्सर क सच्चा वचन अही।”
10 अउर मइँ ओकर आराधना करइ क बरे ओकरे पाँव प गिर पड़ेउँ। मुला उ मोसे कहेस, “सावधान! अइसा न करा। मइँ तउ तोहरे अउर तोहरे भाइयन क साथी परमेस्सर क साथी सेवक अहउँ जउने पइ ईसू क साच्छी क भविस्सबाणी की आतिमा अहइ। अउर प्रचार क जिम्मेदारी अहइ। परमेस्सर क आराधना करा. कहे बरे कि ईसू क प्रमाणित संदेस इ बात क साच्छी अहइ कि ओहमाँ एक नबी क आतिमा अहइ।”
सफेद घोड़ा क सवार
11 फिन मइँ सरग क खुलत देखेउँ अउर हुवाँ मोरे समन्वा एक सफेद घोड़ा रहा। घोड़े प जउन बइठा रहा। ओका बिस्सासनीय अउर सत्य कहा जात रहा काहे बरे कि उ निआव धार्मिकता स निर्णय करत ह। 12 ओकर आँखी अइसी रहीं जइसे आगी क लपट होइँ। ओकरे मूँड़े पइ बहोत स मुकुट रहेन। ओकरे ऊपर एक नाउँ लिखा रहा, जेका ओकरे अलावा अउर केहू नाहीं जानत। 13 उ अइसा कपड़ा पहिने रहा जउने क खून मँ डुबोवा ग रहा। ओका नाउँ दीन्ह रहा, “परमेस्सर क वचन।” 14 सफेद घोड़न प बइठी सरग क सेना ओकरे पीछे-पीछे चलत रहिन। उ साफ सफेद मलमल क कपरा पहिने रहा। 15 रास्ट्रन क मारइ क बरे ओकरे मुँहे स एक तेज धार क तरवार बाहेर निकरत रही। उ ओकरे ऊपर लोहे क दण्ड स सासन करी। अउर सर्वसक्तिमान पर्भू परमेस्सर क भयानक गुस्सा क धानी मँ अंगूर क रस निचोड़ी। 16 ओकरे वस्त्र अउर जाँघ पइ इ नाउँ लिखा रहा।
राजन क राजा, अउर पर्भूअन क पर्भू
17 एकरे बाद मइँ देखेउँ कि सूरज क ऊपर एक सरगदूत खड़ा अहइ। उ ऊँचे अकास मँ उड़इवाली सबहीं चिड़ियन स जोर क आवाज स कहेस, “आवा, परमेस्सर क महाभोज क बरे एकट्ठा होइ जा। 18 जइसे कि तू सासकन, सेनापतियन, मजदूर आदमियन, घोड़न अउर ओनके सवारन क मांस खाइ सका। अउर सब मनई छोट-बड़ा आदमियन अउर खास आदमियन क सरीर खाइ सका।”
19 फिन मइँ उ जनावरन क अउर धरती क राजन क देखेउँ ओनके संग ओनकइ सेना रही। उ पचे उ एक घोड़ा क सवार अउर ओकरी सेना स जुद्ध करइ एक साथे आइके जुट गएन। 20 उ जनावर क पकड़ा गवा। ओकरे साथ उ झूठा नबी भी रहा जउन जानवर क उपस्थिति मँ अद्भुत कारजन देखावा करत रहा अउर ओनका ठगत रहा जउने प उ जनावरन क छाप लगी रही अउर जउन ओकरी मूर्ति क आराधना करत रहेन। उ जनावरन क अउर झूठे नबी, दुइनउँ क जलत गंधक क भभकत झील मँ जिन्दइ डाल दीन्ह गवा। 21 घोड़ा क सवार क मुँह स जउन तरवार निकरत रही, बाकी क सैनिक ओसे मार डावा गएन। फिन चिड़ियन मिलके ओकरे माँस खाइके अघाइ गइन।
1 परमेस्सर क सँदेसा। इ सँदेसा यहोवा क अहइ। इ सँदेसा क मलाकी इस्राएल क दिहस।
परमेस्सर इस्राएल स पिरेम करत ह
2 यहोवा कहेस, “लोगो, मइँ तू पचन्स पिरेम करत हउँ।”
मुला तू कह्या, “कइसे पता लागइ कि तू हम स पिरेम करत अहा?”
यहोवा कहेस, “एसाव याकूब क भाई रहा। ठीक? मुला मइँ याकूब क चुनेउँ 3 अउर मइँ एसाव क अंगीकार नाहीं किहेउँ। मइँ एसाव क पहाड़ी प्रदेस क नस्ट किहेउँ। एसाव क देस नस्ट कीन्ह गवा अउर अब हुआँ सिरिफ जंगली कूकुर रहत हीं।”
4 संभव अहइ एदोम क लोग कहइँ, “हम पचे नस्ट कीन्ह गएन। मुला हम लोग वापस जाब अउर आपन सहरन क फुन बनाउब।”
मुला सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, “अगर उ पचे ओन सहरन क फुन बनावत हीं तउ मइँ ओनका फुन नस्ट करब।” लोग एदोम स कहब, दुट्ठ प्रदेस अउर लोग जेहसे यहोवा सदा बरे घिना करत रहेन।
5 हे लोगो, तू पचे इ सबइ लखब्या अउर कहब्या, “यहोवा इस्राएल स बाहेर भी समानित भएस ह।”
इ सबइ याजक परमेस्सर क सम्मान नाहीं देतेन
6 सर्वसक्तीमान यहोवा कहेस, “गदेलन आपन बाप क सम्मान करत हीं। नउकरन आपन सुआमियन क सम्मान करत हीं। मइँ तोहरे बाप क जइसा हउँ, किन्तु उ सम्मान कहाँ बाटइ जेका तोहका मोका देइ चाही? मइँ तोहार सुआमी हउँ, किन्तु उ सम्मान कहाँ बाटइ जेका तोहका मोका देइ चाही? यहोवा इ सबइ प्रस्न ओन याजकन स पूछेस जउन ओकरे नाउँ क अपमान किहेस।
“मुला तू पचे कहत अहा, ‘हम पचे का कीन्ह ह, जउन परगट करत ह कि हम पचे तोहरे नाउँ क सम्मान नाहीं करत्या?’”
7 यहोवा कहेस, “तू पचे मोर वेदी पइ असुद्ध रोटी क भेंट चढ़ाइके मोर अपमान किहेस ह।
“मुला तू पचे कहत अहा, ‘उ रोटी असुद्ध कइसे बाटइ?’”
यहोवा कहेस, “तू पचे मोर वेदी क सम्मान नाहीं करत्या। 8 तू पचे आँधर जनावर बलि बरे लिआवत ह अउर इ गलत अहइ। तू पचे बलि बरे रोगी अउ बिकलांग जनावर लिआवत ह। इ गलत बाटइ। तू पचे आपन सासन करइवालन क ओग रोगी जनावरन क भेंट देइ क जलन करा। का उ एन जनावरन क भेंट क रूप मँ अंगीकार करी? नाहीं। उ ओन भेंटन क अंगीकार नाहीं करी।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह।
9 “याजक लोगो! तू पचन्क यहोवा स हमरे बरे नीक बना रहइ क पराथना करइ चाही। मुला उ तोहार पचन्क नाहीं सुनी अउर इ सारा दोख तोहार सबन्क अहइ।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस।
10 “तोहका मोर मन्दिर क दुआरन क बन्द कइ देइ चाही रहा अउर मोरे वेदी पइ बेकार मँ, बलि क आगी क जराइ बन्द कइ देइ चाही रहा! काहेकि तउ मइँ तू लोगन स खुस नाहीं हउँ अउर न ही तोहार भेंट अंगीकार करब।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह।
11 “संसार मँ सब जगह लोग मोरे नाउँ क सम्मान करत हीं। संसार मँ सब जगह लोग मोरे बरे नीक भेंट लिआवत हीं। उ पचे अच्छी सुगन्धि मोरे बरे भेंट क रूप मँ बारत हीं। काहेकि मोर नाउँ ओन सबहिं लोगन बरे महत्व स भरा अहइ।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस।
12 “मुला लोगो! तू पचे इ सब परगट करत अहा कि तू पचे मोरे नाउँ क सम्मान नाहीं करत्या। तू पचे कहत अहा कि यहोवा क वेदी पवित्तर नाहीं अहइ। 13 अउर तू पचे उ मेज स खइया क खाब पसंद नाहीं करत्या। तू पचे भोजन क सूँघत अहा अउर ओका खाइ स इनकार करत अहा कि इ बुरा अहइ। मुला इ फुरइ नाहीं। तू पचे रोगी, विकलांग अउ चोट खाए भए जनावर मोरे बरे लिआवत अहा। तू पचे रोगी जनावर क मोका बलि क रूप मँ भेंट करइ क जतन करत अहा। मुला मइँ तू पचन्स ओन रोगी जनावरन क अंगीकार नाहीं करब। 14 कछू लोग मोरे लगे नीक जनावर क बलि देइ क प्रतिग्या करत हीं। किन्तु उ पचे छिपे रूप स ओन नीक जनावरन क बदल देत हीं अउर मोका रोगी जनावर देत हीं। ओनकर संग बुरी बातन घटिहीं। मइँ महान राजा हउँ। संसार मँ सब जगह लोग मोर सम्मान करत हीं।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस।
ईसू क बन्दी बनावा जाब
(मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; लूका 22:47-53)
18 इ कहिकि ईसू अपने चेलन क साथ छोटी नदी किद्रोन क पास जहाँ एक बगीचा रहा, चला गवा।
2 धोखे स ओका पकड़वावइवाला यहूदा उ जगह क जानत रहा, काहेकि ईसू जियादातर उहइ जगह प अपने चेलन स मिलत रहा। 3 इ बरे यहूदा रोमी सिपाहिअन क एक टुकड़ी अउर मुख्य याजकन अउर परीसियन क पठएस। मनइयन अउर मन्दिर क पहरेदारन क साथ लइके मसाल, दिया अउर हथिआर लइके, हुवाँ पहुँच गवा।
4 फिन ईसू जउन सब कछू जानत रहा कि ओकरे साथ का होइ जात अहइ, आगे आवा अउर ओनसे कहेस, “तू पचे केका खोजत अहा?”
5 उ पचे ओका जवाब दिहेन, “ईसू नासरी क।”
ईसू ओनसे कहेस, “उ तउ मइँ अही।” (उ धोखे स पकड़वावइला यहूदी हुवइँ ओनके साथ खड़ा रहा।) 6 जब उ कहेस, “उ मइँ अहउँ।” तउ उ सबेन्ह पाछे हटेन अउर भुइँया पइ गिर पड़ेन।
7 इ देखके ईसू फिन एक बार पूछेस, “तू सबेन्ह केका खोजन अहा?”
उ बोलन, “ईसू नासरी क।”
8 ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहसे कहउँ, उ मइँ अहउँ। जदि तू मोका ढूँढ़त अहा तउ एनका सबेन्ह क जाइ द्या।” 9 अइसा ईसू इ बरे कहेस, जइसे कि ओकर कही बात सच होइ सकइ, “मइँ ओहमाँ स कउनो क नाहीं खोवा, जेका तू मोका सौंपे रह्या।”
10 फिन समौन पतरस जेकरे हाथे मँ तरवार रही, आपन तरवार निकारेस अउर मुख्ययाजक क दास क दाहिना कान काटिके ओका घायल कइ दिहेस (उ दास क नाउँ मलखुस रहा) 11 फिन ईसू पतरस कहेस, “आपन तरवार मिआन मँ धइ ल्या। का मइँ यातना क कटोरा न पी लेई जउन परमपिता मोका दिहे अहइ?”
ईसू क हन्ना क सामने लिआवा जाब
(मत्ती 26:57-58; मरकुस 14:53-54; लूका 22:54)
12 फिन रोमी टुकड़ी क सिपाहियन अउर ओनके सूबेदारन, अउर यहूदियन क मन्दिर क पहरेदार सब मिलके ईसू क बन्दी बनाइ लिहेन्ह। 13 अउर ओका बांधके पहिले हन्ना क पास लइ गएन, जउन कि उ बरिस क मुख्य याजक काइफा क ससुर रहा। 14 इ काइफा उहइ मनई अहइ जउन यहूदी क सलाह दिहे रहा। कि लोगन क भलाई क बरे एक क मर जाब ठीक अहइ।
पतरस क ईसू क पहिचाने स मना कइ देब
(मत्ती 26:69-70; मरकुस 14:66-68; लूका 22:55-57)
15 समौन पतरस अउर एक ठु चेलन ईसू क पीछे चल दिहेन्ह। मुख्य याजक इ चेलन क अच्छी तरह जानत रहा, इ बरे उ ईसू क साथ मुख्य याजक क अंगने मँ घुस गवा। 16 मुला पतरस बाहेर क दरवाजा क लगे रूक गवा। फिन मुख्य याजक क जान पहचानवाला दूसर चेला बाहेर गवा अउर द्धारपालिन स कहिके पतरस क अन्दर लइ आवा। 17 उ द्धारपालिन दासी पतरस स कहेस, “होइ सकत ह कि तूहूँ ईसू क चेला होआ?”
पतरस जवाब दिहेस, “नाहीं, नाहीं मइँ न अही!”
18 काहेकि सर्दी बहुत जिआदा रही अउर मन्दिर क पहरेदार आग जलाइ के हुआँ खड़ा तापत रहेन। पतरस उ हुवाँ खड़ा तापत रहा।
महायाजक क ईसू स पूछताछ
(मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; लूका 22:66-71)
19 फिन महायाजक ईसू स ओकरे चेलन अउर ओकरे उपदेस क बाबत पूछेस। 20 ईसू ओका जवाब दिहेस, “मइँ हमेसा सब मनइयन क खुलके बातचीत कीन्ह। मइँ हमेसा आराधनालय मँ अउर मन्दिर मँ जहाँ सब यहूदियन इकट्ठा होतहीं, उपदेस दीन्ह। मइँ कबहुँ लुकाइ क छिपाइ क कउनो बात नाहीं कहेउँ। 21 फिन तू मोसे काहे पूछत अहा? मइँ का कहेउँ, ओनसे पूछा जे मोर बात सुने अहइँ। मइँ जउन कछू कहेउँ, उ सब जानत हीं।”
22 जब उ इ कहेस तउ मन्दिर क एक पहरेदार जउन हुवाँ खड़ा रहा, ईसू क झापड़ मारेस अउर बोलेस, “महायाजक क सामने जवाब देइ क इ तरीका नाहीं अहइ?”
23 ईसू ओका जवाब दिहेस, “जब मइँ कउनो झूठ कहे होउँ तउ तू ओका साबित करा अउर इ बतावा कि ओहमाँ कउनो बुराई रही अउर जब मइँ ठीक कहे अहउँ तउ तू काहे मारत अहा?”
24 फिन हन्ना ओका बंधे भए महायाजक काइफा क लगे भेज दिहेस।
परतस क ईसू क पहिचानइ स मना करब
(मत्ती 26:71-75; मरकुस 14:69-72; लूका 22:58-62)
25 जब समौन पतरस खड़ा होइके आगी तापत रहा तउ ओसे पूछा गवा, “का इ होइ सकत ह कि तू भी एकर चेला अहा?”
उ तुरन्तइ मना कइ दिहेस अउर कहेस, “नाहीं मइँ नाहीं अही।”
26 महायाजक क एक ठु नउकर जउन ओकर रिस्तेदार रहा जेकर पतरस कान काटे रहा, कहेस, “बतावा, का मइँ तोहका ओकरे साथे बगिया मँ नाहीं देखे रहे?”
27 इ सुनिके पतरस एक दाईं फिन इन्कार किहेस। अउर उहइ समइ मुर्गा बाँग दिहेस।
ईसू क पिलातुस क समन्वा लइ जाब
(मत्ती 27:1-2,11-31; मरकुस 15:1-20; लूका 23:1-25)
28 फिन उ पचे ईसू क काइफा क घरे स रोम क राज्यपाल क महल मँ लइ गएन। ओह समइ सबेर होइ ग रहा। यहूदियन राज्यपाल क भवन मँ खुदइ नाहीं जावा चाहत रहेन, कहूँ उ पचे असुद्ध[a] न होइ जाइँ। अउर फिन फसह क भोज न खाइ पावइँ। 29 तउ पिलातुस ओनके पास बाहेर आवा अउर बोला, “एकरे ऊपर तू सबेन्ह कउन दोख लगावत अहा?”
30 जवाब मँ उ पचे ओसे कहेस, “जदि इ अपराधी न होत तउ हम ऍका तोहका न सौंपित।”
31 एकरे जवाब मँ पिलातुस ओनसे कहेस, “ऍका तू लइ जा अउर अपने व्यवस्था क हिसाब स एकर निआव करा।”
यहूदियन ओसे कहेन, “हमका सबेन्ह क मउत क सजा देइ क कउनो अधिकार नाहीं अहइ।” 32 अइसा इ बरे भवा, जइसे कि ईसू क उ बात सच्ची होइ जाइ जउन उ कहे रहा, कइसी मउत मिली।
33 तब पिलातुस महल मँ वापस चला गवा। अउर ईसू क बोलाइ क ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अह्या?”
34 ईसू जवाब दिहेस, “इ बात तू खुदइ कहत अहा या मोरे बावत दूसर लोग तोहसे कहेन?”
35 पिलातुस जवाब दिहेस, “का तू सोचत अहा कि मइँ यहूदी अहउँ? तोहार लोग अउर मुख्य याजक तोहका मोरे हवाले करे अहइँ। तू का किहे अहा?”
36 ईसू जवाब दिहेस, “मोर राज्य इ दुनिया क नाहीं बाटइ। जदि मोर राज्य इ दुनिया क होत तउ मोर प्रजा मोका यहूदियन क सौंपा जाइ स बचावइ क बरे लड़ाई करत। मुला मोर राज्य हिआँ क नाहीं बाटइ।”
37 अइसा सुनिके पिलातुस ओसे कहेस, “तू तउ राजा अह्या?”
ईसू जवाब दिहेस, “तू कहत अहा कि मइँ राजा अही। मइँ इ बरे दुनिया मँ पइदा भवा हउँ अउर आएउँ अउर इहइ प्रयोजन स आएउँ जइसे कि सच्चाई क साच्छी दइ सकउँ। जउऩ मनई सच्चाई क तरफदारी करत ह उ मोरी बात सुनत ह।”
38 पिलातुस ओसे पूछेस, “सच्चाई का अहइ?” अइसा कहिके फिन उ यहूदी क पास बाहेर गवा अउर ओनसे बोला, “मइँ ओकरे मँ कउनो दोख नाहीं पाएउँ। 39 अउ तोहार सबन्क रिवाज अहइ कि फसह क त्यौहार प तोहरे सबके बरे एक मनई क छोड़ देइ। तउ का तू पचे चाहत अहा कि इ ‘यहूदी क राजा’ क तोहरे बरे छोड़ देई?”
40 एक दाईं फिन उ पचे चिल्लाएन, “ऍका नाहीं, मुला बरअब्बा (एक ठु बागी रहा।) क छोड़ द्या!”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.