M’Cheyne Bible Reading Plan
मन्दिर यहोवा क अर्पित
7 जब सुलैमान पराथना पूरी किहस तउ अकासे स सागी उतरी अउर उ होमबलि अउर बलियन क बारेस। यहोवा क तेज मन्दिर क भर दिहस। 2 याजक यहोवा क मन्दिर मँ नाहीं जाइ सकत रहेन काहेकि यहोवा क तेज ओका भरि दिहे रहा। 3 इस्राएल क सबहिं लोग आकासे स आगी क उतरत लखेन। इस्राएल क लोग मन्दिर पइ भी यहोवा क तेज क लखेन। उ पचे अपने चेहरे क चबूतरे क भुइंया तलक निहुराएन। उ पचे यहोवा क उपासना किहन अउ ओका धन्यवाद दिहन। उ पचे गाएन,
“यहोवा भला बा,
अउर ओकर दाया सदा रहत ह।”
4 तब राजा सुलैमान अउ इस्राएल क सबहिं लोग बलि यहोवा क समन्वा चढ़ाएन। 5 राजा सुलैमान बाईस हजार बर्धा अउ एक लाख बीस हजार भेड़िन भेंट किहस। राजा अउ सबहिं लोग परमेस्सर क मन्दिर क समर्पित किहेस। 6 याजक आपन कार्य करइ बरे तइयार खड़े रहेन। लेवीबंसी भी यहोवा क वाद्य यंत्र क संग खड़े रहेन। इ सबइ यंत्र राजा दाऊद क जरिये यहोवा क धन्नवाद देइ बरे बनाए गए रहेन। याजक अउ लेवीबंसी कहत रहेन, “यहोवा क स्तुति करा काहेकि ओकर पिरेम हमेसा रहत हीं।” याजकन लेवीबंसियन क दूसरी कइँती खड़े रहेन।, तउ याजकन अपनी तुरहियन बजाएन अउर इस्राएल क सबहिं लोग खड़े रहेन।
7 सुलैमान यहोवा क मन्दिर क समन्वा वाले आँगन क मध्य हींसा क भी पवित्तर किहस। इ उहइ जगह अहइ जहाँ सुलैमान होमबलि अउर मेलबलि क चर्बी चढ़ाएस। सुलैमान आँगन क बीच क हींसा काम मँ लिहस काहेकि काँसे क वेदी पइ जेका सुलैमान बनाए रहा, सारी होमबलि, अन्नबलि अउ चर्बी नाहीं आइ सकत रही काहेकि भेंटन बहोत जियादा रहिन।
8 सुलैमान अउ इस्राएल क सबहिं लोग सात दिना तलक दावतन क उत्सव मानएन। सुलैमान क संग लोगन क एक बहोत बड़ा समूह रहा। उ सबइ लोग उत्तर दिसा क हमथ नगर क प्रवेस दुआर अउ दक्खिन क मिस्र क झरनन जइसे सुदूर पहँटन स आए रहेन। 9 वेदी क पवित्तर करइ, अउर कुटीर क त्यौहार क सात दिना क उत्सव मनाइ क पाछे, उ पचे अठएँ दिन एक ठु पवित्तर सभा किहे रहेन। 10 सातवें महीने क तेईसवे दिन सुलैमान लोगन क वापस ओनके घरे पठइ दिहस। लोग बड़े खुस रहेन अउर ओनकर हिरदइ आनन्द स भरा रहा काहेकि यहोवा दाऊद, सुलैमान अउर अपने इस्राएल क लोगन क बरे बहोत भला रहा।
यहोवा सुलैमान क लगे आवत ह
11 सुलैमान यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल ज पूरा कइ लिहस। सुलैमान यहोवा क मन्दिर अउर अपने आवास मँ जउन कछू करइ क जोजना बनाए रहा ओहमाँ ओका कामयाबी मिली। 12 तब यहोवा सुलैमान क लगे राति मँ परगट भवा। यहोवा ओहसे कहेस,
“सुलैमान, मइँ तोहार पाराथना सुनेउँ ह अउर मइँ इ जगह क अपने बरे मन्दिर क रूप मँ भेंट चढ़ावइ बरे चुनेउँ ह। 13 जब मइँ अकास क बंद करत हउँ तउ बरखा नाहीं होत या मइँ टिड्डियन क आदेस देत हउँ कि उ सबइ फसल क खाइ जा या अपने लोगन मँ बेरामी पठवत हउँ, 14 अउर मोरे नाउँ स गोहरावइ जाइवाले लोग जदि बिनम्र होतेन अउर पराथना करत हीं, अउर मोका हेरत हीं अउर अपने बुरे राहन स दूर हट जात हीं तउ मइँ सरग स ओनकर सुनब अउर मइँ ओनके पापन क छिमा करब अउर ओनके देस क नीक कइ देब। 15 अब, मोरी आँखिन खुली अहइँ अउर मोरे कान इ जगह पइ कीन्ह गइ पराथना पइ धियान देइहीं। 16 मइँ इ मन्दिर क चुनेउँ ह अउर मइँ एका पवित्तर किहेउँ ह जेहसे मोर नाउँ हिआँ सदा ही रहइ। हाँ, मोर आँखिन अउर मोर हिरदइ इ मन्दिर मँ सदा रही। 17 अब सुलैमान, जदि तू मोरे समन्वा वइसे ही रहब्या जइसे तोहार बाप दाऊद रहा, जदि तू ओन सबहिं क पालन करब्या जेनके बरे मइँ आदेस दिहेउँ ह अउर जदि तू मोर बिधियन अउ नेमन क पालन करब्या। 18 तब मइँ तोहका सक्तीसाली राजा बनाउब अउर तोहार राज्ज महान होइ। इहइ वाचा अहइ जउन मइँ तोहरे बाप दाऊद स कीन्ह अहइ। मइँ ओहसे काहे रहेउँ, ‘दाऊद, तू अपने परिवार मँ एक ठु अइसा मनई सदा पउब्या जउन इस्राएल मँ राजा होइ।’
19 “किन्तु जदि तू मोरे नेमन अउर आदेसन क नाहीं मनब्या जेनका मइँ दिहेउँ ह अउर तू दूसर देवतन क पूजा अउर सेवा करब्या, अउर ओकर समन्वा निहुरब्या, 20 तब मइँ इस्राएल क लोगन क अपने उ देस स बाहेर करब जेका मइँ ओनका दिहेउँ ह। अउर मइँ इ मन्दिर क जेका मइँ आपन नाउँ बरे पवित्तर बनाएउँ ह अस्वीकार कइ देब। मइँ इ मन्दिर क सबहिं रास्ट्रन बरे मज़ाक अउर सम्मानहीन बनाइ देब। 21 हर एक मनई जउन एकर पास स गुजरी इ प्रतिस्ठित मन्दिर देखिके चकित होइ जाई। उ पचे कहिहीं, ‘यहोवा अइसा भयंकर काम इ देस अउ इ मन्दिर क संग काहे किहस?’ 22 तब लोग जवाब देइहीं, ‘काहेकि इस्राएल क लोगन यहोवा, परमेस्सर जेकरी आग्या क पालन ओनके पुरखन करत रहेन, ओकरी आग्या क पालन करइ स इन्कार कइ दिहस। उ ही परमेस्सर अहइ जउन ओनका मिस्र क बाहेर लइ आवा। किन्तु इस्राएल क लोग दूसर देवतन क अपनाएस। उ पचे मूर्ति रुप मँ देवतन क पूजा अउर सेवा किहस। इहइ कारण अहइ कि यहोवा इस्राएल क लोगन पइ ऍतना सब भयंकर घटित कराएस ह।’”
1 मइँ बुजुर्ग कइँती स,
उ चुनी भइ स्त्री जउने क परमेस्सर चुने अहइ, अउर ओकरे बचवन क पिरेम करित हउँ जउन सच्चाई क भागीदार अहइँ,
मइँ तुहिन अकेले स पिरेम नाहीं करित, मुला ओन सबे तोह सबन स पिरेम करित हीं जउन सच्चाई क जान लिहे अहइँ। 2 इ उही सच्चाई क कारण भवा बाटइ जउन हमरे मँ बना रहत ह अउर जउन हमेसा हमरे साथे रही।
3 परमपिता परमेस्सर कइँती स ओकर अनुग्रह दाया अउर सान्ति हमेसा हमरे साथे रही अउर परमेस्सर क पूत ईसू मसीह कइँती स सच्चाई अउर पिरेम मँ हमार जगह बनी रही।
4 तोहारे बचवन क उ सच्चाई क हिसाब स जीवन जिअत देखिके मोका बहुत आनन्द भवा। काहेकि उ हुकुम परमपिता स हमका मिला ह अउर उ सबइ, सच प चलत ही। 5 अउर ऐ पिआरी स्त्री, मइँ तोहका कउनउ नया आदेस नाहीं देत अहउँ, प उहइ जउन प्रारम्भ स हमे मिला अहइ। हमका एक दूसरे क साथे पिरेम करइ चाही। 6 पिरेम क मतलब इहइ बाटइ कि हम ओकरे आदेसन क पालन करी। इ उहइ आदेस बाटइ जउने क तू सुरू स सुन्या ह कि तोहका सबन क पिरेम क साथ जियइ चाही।
7 दुनिया मँ बहोत झूठे उपदेसकन तमाम फइला पड़ा अहइँ। वे धोखा देइवालन इ नाहीं मानतेन कि इ धरती प मनई क रूप मँ ईसू मसीह आवा अहइ, उ ठग बाटइ अउर मसीह क विरोधी बाटइ। 8 अपने प्रति सावधान रहा, अइसा न होइ कि जउन कछू कमाए अहा, ओका गँवाइ द्या, वरन एकर प्रतिफल तू पचे प्राप्त करा।
9 जउन मनई मसीह क बावत दीन्ह सच्चे उपदेस मँ टिका नाहीं रहत, उ परमेस्सर क नाहीं पाइ सकत। अउर जउन ओकरे उपदेस अउर क मानत ह, ओकरे पास परमपिता अउर बेटवा दुइनउ रहत ह। 10 जदि कउनउ मनई तोहरे घरे मँ आवत ह, अउर इ उपदेस नाहीं मानत, तउ ओका अपने घरवा मँ न आवइ द्या, अउर न नमस्कार करा। 11 काहेकि जे अइसे मनई क स्वीकार करत ह, उ ओकरे बुरे कामन मँ हिस्सेदार होइ जात ह।
12 तोहका लिखइ क वास्ते मोरे लगे बहुत सी बातन अहइँ मुला ओन सबन क कलम दवात स मइँ लिखइ नाहीं चहित मुला मोका इ आसा अहइ कि तोहरे सामने आइके आमने सामने बइठिके तोहसे बात करउँ। जेहसे कि हमार आनन्द पूरा होइ जाइ। 13 तोहरी परमेस्सर द्वारा चुनी भइ बहन[a] क बचवन तोहका नमस्कार कहत हीं।
2 “मइँ पहरे क मीनारे पइ जाइके खड़ा होबउँ।
मइँ हुआँ आपन जगह लेब अउर रखवारी करब।
मइँ इ लखइ क इंतजार करब कि उ मोसे का कहत ह।
मइँ इंतजार करब अउर इ जान लेब कि मोरे सिकाइत क बारे मँ मोका का जवाब देइ चाही।”
परमेस्सर क जरिये हबक्कूक क सुनवाई
2 यहोवा मोका जवाब दिहस, “मइँ तोहका कछू देखावत हउँ, तू ओका लिख ल्या। सूचना पट्टी पइ एका साफ़-साफ़ लिख द्या ताकि लोग आसानी स ओका बाँचि सकइँ। 3 इ संदेस अगवा आवइवाला एक खास समइ क बारे मँ अहइ। इ सँदेस आखिरी समइ क बारे मँ अहइ अउ इ सच्च सिद्ध होइ। अइसा लग सकत ह कि वइसा समइ तउ कबहुँ आइ हीं नाहीं। मुला धीरा क संग ओकर इंतजार करा। उ समइ आइ अउर ओका देर नाहीं लागी। 4 इ संदेस ओन लोगन क मदद नाहीं कइ पाइ जउन एह पइ कान देइ स इनकार करत हीं। मुला सज्जन इ संदेस पइ बिस्सास करी अउर आपन बिस्सास क कारण सज्जन जिअत रही।”
5 परमेस्सर कहेस, “दाखरस मनई क गुमराह कइ सकत ह। इहइ तरह कउनो सक्तीसाली मनई क ओकर घमण्ड मूरख बनाइ देत ह। उ मनई क सान्ति नाहीं मिली। मउत क नाई कबहुँ ओकर पेट नाहीं भरत उ हर समइ जियादा स जियादा इच्छा करत रहत ह अउर मउत क नाई ही ओका कबहुँ तृप्ति नाहीं मिली। उ दूसर देसन क हरावत रही। उ दूसर देसन क ओन लोगन क आपन परजा बनावत रही। 6 निहचय ही, इ सबइ लोग ओकर हँसी मसखरी उड़ावत भए इ कहिहीं, ‘ओह पइ हाथ पड़इ जउन एतने दिनन तलक लूटत रहा ह। जउन अइसे ओन चिजियन क हथियावत रहा ह जउन ओकर नाहीं रहिन। जउन केतने ही लोगन क आपन कर्जे क बोझे तरे दबावत रहा ह।’
7 “का तू नाहीं जानत कि उ सबइ जउन तोहका ऋण दिहेस ह तोहार खिलाफ उठिके खड़ा होइहीं? उ पचे उठिहीं अउर तोहका क कपाइहीं अउर उ तोहार चिजियन मँ स जउन कछू उ चाहत ह लेइ जाइहीं। 8 तू बहोत स देसन क चिजियन लूट्या ह। तउ उ पचे तोहसे अउर जियादा लेइहीं। तू बहोत स लोगन क हत्तिया किहा ह। तू खेतन अउर सहरन क बर्बाद किहा ह। तू हुआँ सबहिं लोगन क मार डाया ह।
9 “सुना! जउन गलत तरीके स धन जमा किहेस ह! ओनका ओकर परिणाम भुगतइ क होइ। तू पचे सोचा करत ह कि तू आपन चिजियन चोरावइ स दूसर मनई क रोक सकत ह। मुला इ तोहार बरे बहोत बुरा होइ। 10 तू बहोत स लोगन्क नास करइ क जोजना बनाइ रख्या ह। ऐसे तोहार आपन लोगन ही लज्जित होइ अउर तोहका भी आपन जान स हाथ धोवइ क पड़ी। 11 तोहरे घरे क देवारन क पाथर तोहरे खिलाफ गवाही देइहीं। हिआँ तलक कि तोहार घरे क छते क सहतीरन भी इ घोसणा करइहीं कि तू बुरा महई अहा।
12 “हाय लागइ उ बुरे अधिकारी पइ जउन खून बहाइके एक सहर क निर्माण करत ह अउर दुट्ठता क जरिये चहारदीवारे स मिला एक ठु सहर क सुदृढ़ बनावत ह। 13 सर्वसक्तीमान यहोवा इ ठान लिहस ह कि उ लोग जउन कछू बनाए रहेन, उ सब कछू क एक ठु आगी भसम कइ देइ। ओनकर समूचा स्रम बेकार होइ जाइ। 14 फुन सब कहूँ क लोग यहोवा क महिमा क जान जइहीं अउर एक खबर अइसे सँचर जाइ जइसे समुद्दरे मँ पानी फइला होइ। 15 तू जउन आपन पड़ोसियन क दाखरस पिलावत ह, सुना! तू आपन ज़हर क मिलावत ह अउ ओका पिलावत ह ताकि तू ओकरे नग्नता क लखि सकीं।
16 “तू पचे सम्मान क जगह लज्जा स भरि जाब्या। तू पचे जरूर पीउब्या तउ तू पचे आपन नग्नता क प्रदर्सित करब्या।
“उ पियाले स पिआ जउन यहोवा क दाहिने हाथे मँ अहइ। तउ तू पचे सम्मान क जगह पई लज्जा पाउब्या। 17 लबानोन मँ तू बहोत स लोगन क हत्तिया किहा ह। तू हुआँ बहोत स गोरु लूट्या ह। तउ जउन लोग मारा गवा रहेन, तू ओनसे ससाइ जाब्या अउर तू उ देस बरे जउन बुरी बातन किहेन, ओनके कारण तू डेराइ जाब्या। ओन सहरन क संग अउर ओन सहरन मँ बसइयन क संग जउन कछू तू किह्या ह, ओनसे तू डेराइ जाब्या।”
मूर्तियन क निरर्थकता क सँदेस
18 ओकर इ लबार देवता, ओकर रच्छा नाहीं कइ पाइ काहेकि उ तउ बस एक अइसी मूर्ति अहइ जेका कउनो मनई धातु स मढ़ दिहेस ह। उ सिरिफ एक ठु मूरति अहइ। एह बरे जउन मनई खुद ओका बनावत ह, ओसे मदद क अपेच्छा नाहीं कइ सकत। उ मूर्ति तउ बोल तलक नाहीं सकत। 19 धिक्कार अहइ उ मनई क जउन एक ठु काठपुतरी स कहत ह, “ओ देवता, जागि उठा।” उ मनई क धिक्कार अहइ जउन एक ठु अइसी पाथर क मूरति स बोल तलक नाहीं पावत, कहत ह, “ओ देवता, उठि बइठा।” काहे उ कछू बोली अउर ओका राह देखाइ। उ मूरति चाहे सोना स मढ़ी होइ, चाहे चाँदी स, मुला ओहमाँ परान तउ बाटइ ही नाहीं।
20 मुला यहोवा एहसे अलग अहइ। यहोवा अपने पवित्तर मँदिर मँ रहत ह। एह बरे यहोवा क समन्वा संपूर्ण पृथ्वी क चुपचाप रहिके ओकरे बरे आदर परगट करइ चाही।
सच्चा दान
(मत्ती 12:41-44)
21 ईसू आपन अँखिया उठाइके देखेस कि धनी लोग दान पात्र मँ आपन आपन भेंट चढ़ावत अहइँ। 2 तबहीं उ एक गरीब विधवा क ओहमाँ, ताँबे क दुइ नान्ह सिक्का नावत भइ लखेस। 3 उ कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हूँ कि दूसर सबहीं मनइयन स इ विधवा जिआदा दान दिहेस ह। 4 इ मइँ इ बरे कहत हउँ काहेकि इ सबहीं मनइयन आपन उ धने मँ स जेकर ओनका जरूरत नाहीं रही, दान दिहे रहेन मुला इ विधवा गरीब होत भइ जिन्ना रहइ बरे जउन कछू ओकर लगे रहा, सब कछू दइ डाएस।”
मन्दिर क बिनास
(मत्ती 24:1-14; मरकुस 13:1-13)
5 कछू चेलन मन्दिर क बारे मँ बतियात रहेन कि उ मंदिर सुन्नर पथरन अउर परमेस्सर की दीन्ह गइ मनौती क भेंट स कइसे सजाना ग बा!
6 तबहिं ईसू कहेस, “अइसा समइ आइ जब, इ जउन कछू तू देखत अहा, ओहमाँ एक पाथर दूसर पाथर टिक न रह पाइ। उ सबइ ढहाइ दीन्ह जइहीं!”
7 उ पचे ओसे पूछत भए बोलेन, “गुरु, इ बातन कब होइहीं? अउर इ बातन जउन होइवाली अहइँ, ओकर कउन चीन्हा होइहीं?”
8 ईसू कहेस, “होसियार रहा, कहूँ कउनो तोहका छल न लेइ। काहेकि मोरे नाउँ स बहोत मनइयन अइहीं अउर कइहीं, ‘मइँ मसीह अहउँ’ अउर ‘समइ आइ पहुँचा अहइ।’ ओनके पाछे जिन जा। 9 परन्तु जब तू जुद्ध अउर दंगा क बात सुना तउ जिन डेराअ काहेकि इ बातन तउ पहिले घटि जइहीं। अउर ओनकइ अंत फउरन न होइ।”
10 उ ओनसे फिन कहेस, “एक जाति दूसर जाति क खिलाफ खड़ी होइ अउर एक राज्य दूसर राज्य क खिलाफ। 11 बड़ा बड़ा भुइँडोल अइहीं अउर अनेक जगहन प अकाल पड़िहीं अउर महामारी आइ। अकासे मँ खौफनाक घटना घटिहीं अउर भारी चीन्हा परगट होइहीं।
12 “मुला इ सबन घटना स पहिले तोहका बंदी बनइ डइहीं अउर तोहका दारुण दुःख देइहीं। उ सबइ तोह प जुर्म लगावइ बरे तोहका आराधनालय क सौंपिहीं अउर फिन तोहका जेल पठइ दीन्ह जाइ। अउर फिन मोरे नाउँ क कारण उ पचे तोहका राजा लोग अउर राज्यपाल क समन्वा लइ जइहीं। 13 ऍसे तोहका मोरे बारे मँ साच्छी देइ क अउसर मिली। 14 एह बरे पहिले स ही ऍकर फिकिर न करइ क निहचइ कइ ल्या कि आपन बचाव कइसे करब्या। 15 काहेकि अइसी बुद्धि अउर सब्द तोहका मइँ देब कि तोहार कउनो भी बैरी तोहार सामना अउर तोहार खण्डन नाहीं कइ सकी। 16 मुला तोहार महतारी बाप, भाई, बन्धु, नातेदार अउर मीत भी तोहका धोखा स पकड़वइहीं अउर तोहमाँ स कछू क तउ मरवाइ ही डइहीं। 17 मोरे कारण सब तोसे बैर रखिहीं। 18 मुला तोहरे मूँड़े क एक बार बाँका नाहीं होइ। 19 तोहार सहइ क सक्ती, तोहरे प्रान क रच्छा करी।
यरूसलेम क नास
(मत्ती 24:15-21; मरकुस 13:14-19)
20 “अब लखा जब यरूसलेम क तू फऊज स घिरा देखब्या तउ समुझ लिहा कि ओकर तहस नहस होइ जाब नगिचे अहइ। 21 तब तउ जउन यहूदिया मँ होइँ, ओनका चाही कि उ पचे पहाड़न प पराइ जाइँ अउर उ सबइ जउन सहर क भीतर होइँ, बाहेर निकर आवइँ अउर उ पचे जउन गाउँ मँ होइँ ओनका सहर मँ नाहीं जाइ चाही। 22 काहेकि उ दिनन सजा क होइहीं। ऍहसे जउन लिखा ग बाटइ, उ सबहीं पूर होइ। 23 उ स्त्रियन बरे, जउन पेटवा स भारी होइहीं अउर ओनके बरे जउन दूध पिआवत होइहीं, उ दिनन केतॅना खौफनाक होइहीं। काहेकि उ दिनन धरती प बहोत बड़की बिपत आइ इ मनइयन प परमेस्सर कोहाइ जाइ। 24 उ सबइ तरवारे क धार स गिरा दीन्ह जइहीं अउर कैदी बनइके सब देसन मँ पहुँचाइ दीन्ह जइहीं। अउर यरूसलेम बे यहूदियन क गोड़वा तरे तब तलक रौंद जाइ जब तलक गैर यहूदियन क समइ पूर नाहीं होइ जात।
डेराअ जिन
(मत्ती 24:29-31; मरकुस 13:24-27)
25 “सूरज चाँद अउर तारन मँ चीन्हा परगट होइहीं अउर धरती प क सबहिं रास्ट्रन प बिपत आई अउर उ सबइ समुद्दर क आवाज अउर उधर-पुथर स घबराइ उठिहीं। 26 मनइयन डर अउर संसार प आवइ वाली बिपत क भय से बेहोस होइ जइहीं काहेकि आकास क सक्ती हलोर दीन्ह जाइ। 27 अउर तबहिं उ पचे मनई क पूत क आपन सक्ती अउर महान महिमा क एक बादर आवत भवा देखिहीं। 28 अब देखा, इ बातन जब घटइ लागइँ तउ खड़ा होइके तू आपन मूँड़ ऊपर उठाइ ल्या। काहेकि तोहार छुटकारा नगिचे आइ रही होइ!”
मोर बचन अमर बा
(मत्ती 24:32-35; मरकुस 13:28-31)
29 फिन एक ठु दिस्टान्त कथा कहेस: “अउर सबहिं बृच्छन अउर अंजीरे क बिरवा लखा। 30 ओहमाँ स जइसे ही कोंपर फूटत हीं, तू आपन आप जान जात ह कि गर्मी क रितु बस आइ ग अहइ। 31 वइसे ही तू जब इ बातन क घटतइ देख्या तउ जान लिहा कि परमेस्सर क राज्य नगिचे अहइ।
32 “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि जब तलक इ सब बातन घटि नाहीं जातिन, इ पीढ़ी क अंत नाहीं होइ! 33 धरती अउर अकास बरिबाद होइ जइहीं, पर मोर बचन हमेसा अटल रही!
हमेसा तइयार रहा
34 “आपन धियान राखा जेहसे तोहार मन कहूँ पिअइ पिआवइ अउर संसारे क फिकिर स पाथर न होइ जाइ। अउर उ दिन एक फंदा क तरह तोह प एकाएक न आइ पड़इ। 35 सचमुच ही उ इ सारी धरती क बसइयन पइ अइसे ही आइ गिरी। 36 हर छिन होसियार रहा, अउर पराथना करा कि तोहका इ सब बातन स, जउन घटइवाली अहइँ, बचइ क ताकत मिलइ अउर तू मनई क पूत क समन्वा खड़ा होइ सका।”
37 हर रोज मंदिर मँ उपदेस देत रहा मुला, राति बीति जाइ प हर साँझ जैतून पर्वत प चला जात रहा। 38 सबहीं मनई भिन्सारे क तड़के उठत रहेन अउर मंदिर मँ ओकरे लगे जाइके, ओका सुनत रहेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.