M’Cheyne Bible Reading Plan
सुलैमान क पराथना
12 सुलैमान यहोवा क वेदी क समन्वा खड़ा भवा। उ ओन इस्राएल क लोगन क समन्वा खड़ा भवा जउन हुवाँ बटुरे भए रहेन। तब सुलैमान अपने हाथन अउर अपनी भुजन क फइलाएस। 13 सुलैमान एक ठु काँसे क मंच पाँच हाथ लम्बा, पाँच हाथ चउड़ा अउर तीन हाथ ऊँच बनाए रहा अउर एका बाहरी आँगन क बीच मँ रखे रहा। तब उ मंच पइ खड़ा भवा अउर इस्राएल क जउन लोग हुवाँ बटुरे भए रहेन ओनकर उपस्थिति मँ घुटने टेकेस। सुलैमान अकासे कइँती हाथ फइलाएस। 14 सुलैमान कहेस:
“हे इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा, तोहार समान कउनो भी परमेस्सर न तउ सरग मँ बाटइ, न ही धरती पइ अहइ। तू आपन पिरेम अउ दाया क प्रतिग्या बनाए रख जेका तू आपन सेवकन क संग जउन नीक रास्ते पइ चलत हीं अउर पूरे हिरदइ स तोहरी आग्या क पालन करत हीं किहस ह। 15 तू अपने सेवक दाऊद क दिए गए बचन क पूरा किहे रह्या, अउर आजु तू अपने हाथन स इ बचन क पूरा किहा ह। 16 अब, हे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर! तू अपने सेवक दाऊद क दिए बचन क बनाए राखा। तू इ बचन दिहे रह्या: तू कहे रह्या, ‘दाऊद, तू अपने परिवार स, मोरे समन्वा इस्राएल क सिंहासने पइ बइठइ बरे, एक मनई क पावइ म कबहुँ असफल नहीं होब्या। इहइ होइ जदि तोहार पूत ओन सबहिं बातन मँ सावधान रहिहीं जेनका उ पचे करिहीं। ओनका मोरे नेमन क पालन वइसे ही करइ चाही जइसा तू मोरे नेमन क पालन किहा ह।’ 17 अब, हे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर अपने बचन क पूर होइ द्या। तू इ बचन अपने सेवक दाऊद क दिहा ह।
18 “हे परमेस्सर, हम जानित ह कि तू यथार्थ मँ, लोगन क संग धरती पइ नाहीं रहब्या। सरग, सब स ऊँच सरग भी तोहका अपने भीतर रखइ क छमता नाहीं राखत अउर हम जानित ह कि इ मन्दिर जेका मइँ बनाएउँ ह तोहका अपने भीतर नाहीं रखि सकत। 19 किन्तु हे यहोवा, परमेस्सर तू हमार पराथना अउर कृपा याचना पइ धियान द्या। हे यहोवा, मोर परमेस्सर! तोहरे बरे कीन्ह गइ मोर पुकार तू सुना। मइँ तोहसे जउन पराथना करत हउँ, सुना। मइँ तोहार सेवक हउँ। 20 मइँ पराथना करत हउँ कि तोहार आँखिन मन्दिर क लखइ बरे दिन रात खुली रहइँ। तू कहे रह्या कि तू इ जगह पइ आपन नाउँ अंकित करब्या। मन्दिर क लखत भवा जब मइँ तोहसे पराथना करत हउँ तउ तू मोर पराथना सुना। 21 मोर पराथनन क सुना अउर तोहरे इस्राएल क लोग जउन पराथनन करत अहइँ, ओनका भी सुना। जब हम तोहरे मन्दिर क लखत भए पराथनन करित ह तउ तू हमार पराथनन क सुना। तू सरग मँ जहाँ रहत ह हुवँइ स सुना अउर जब तू हमार पराथनन सुन्या तउ तू हमका छिमा करा।
22 “अगर कउनो मनई कउनो दूसर मनई क संग कछू बुरा करइ क कलंकित होइ, तउ उ कलंकित मनई तोहार नाउँ लेइके प्रतिग्या करी कि उ निरपराध अहइ, तउ जब उ तोहरी वेदी क समन्वा सपथ लेइ बरे आवइ, 23 तउ तू सरग स सुना। तू अपने सेवकन क फैसला करा अउर ओका कार्यान्वित करा। दोखी मनई क सजा द्या अउर ओका ओतना कस्ट होइ द्या जेतना कस्ट उ दूसरे क दिहेस होइ। इ साबित करा कि जउन मनई अच्छा कार्य किहेस ह, उ निरपराध अहइ अउर ओका ओकर अच्छाई क कारण ओका इनाम द्या।
24 “होई सकत ह तोहार लोग, इस्राएलियन आपन दुस्मनन स पराजित होइ, काहेकि उ पचे तोहरे खिलाफ पाप किहेन ह। अगर उ पचे तोहार लगे पराथना करइ बरे लउटी आई अउर इ मन्दिर स तोहार नाउँ क स्तुति करी, तउ 25 सरग स अपने लोगन क सुना अउर इस्राएलिएन क पापन क छिमा करा। ओनका उ भुइयाँ मँ लउटावा जेका तू ओनका अउर ओनके पुरखन क दिहे रह्या।
26 “होइ सकत आसमान बन्द होइ एह बरे बर्खा न होइ। उ तब होइ जब इस्राएल क लोग तोहरे बिरुद्ध पाप करिही। जदि उ पचन्क एकर पछतावा होइ अउर तोहार नाउँ क स्वीकार करइ अउ इ मन्दिर क ओर पारथना करइ अउर जदि उ पचे पाप करब तजि देइहीं काहेकि तू ओनका सजा दिहेस ह, 27 तउ सरग स तू ओनकर सुना। तू ओनकर सुना अउर ओनके पापन क छिमा करा। इस्राएल क लोग तोहार सेवक अहइँ। तब ओनका सही मारग क उपदेस द्या जेह पइ उ पचे चल सकत। तू अपनी भुइँया पइ बर्खा करा जउन तू अपने लोगन क दिहे रह्या।
28 “अगर हुवाँ भुइँया मँ कउनो अकाल या महामारी या अगर फसलन क बेरामी बर्बाद होइ जाइ या अगर फफूँदी या अगर टिड्डी अउर टिड्डे या जदि इस्राएल क लोगन क नगरन मँ ओनकर दुस्मन घेरा डाइ देइँ, या जदि इस्राएल मँ कउनो प्रकार क बेरामी होइ, 29 अउर तब तोहार लोग अर्थात इस्राएल क कउनो मनई पराथना या याचना करइ अउ हर एक मनई अपनी आपत्ति अउ पीरा क जानत रहइ अउ जदि उ मनई इ मन्दिर क लखत भए आपन-आपन हाथ अपनी बाँह उठावइ 30 तउ तू ओनकर सरग स सुना। सरग उहइ अहइ जहाँ तू अहा। सुना अउर छिमा करा। हर एक मनई क ओकरे हक द्या काहेकि तू जानत ह कि हर एक मनई क हिरदइ मँ का बाटइ। सिरिफ तू ही जानत ह कि मनई क हिरदइ मँ का बाटइ। 31 तब लोग तोहसे डेरइहीं अउर तोहार आग्या मानिहीं जब तलक उ पचे देस मँ रहिहीं जेका तू हमरे पुरखन क दिहे रह्या।
32 “कउनो अइसा अजनबी होइ सकत ह जउन तोहार इस्राएल क लोगन मँ स न होइ, किन्तु उ देस स आवा होइ जउन बहोत दूर होइ अउर उ अजनबी इ बरे आवा होइ काहेकि उ तोहार महान नाउँ, तोहार महान सक्ती अउर बड़की ताकत बरे सुनेइ होइ। जब उ मनई आवइ अउर इ मन्दिर क लखत भवा पराथना करइ, 33 तब सरग स जहाँ तू रहत ह, सुना अउर तू ओका अनुदान द्या जउन उ चाहत ह। तब सारे संसार क रास्ट्र तोहार नाउँ जनिहीं अउर तोहार आदर वइसे करिहीं जइसे तोहार लोग अर्थात इस्राएली करत हीं अउर संसार क सबहिं लोग जनिहीं कि जउने मन्दिर क मइँ बनवाएउँ ह उ तोहरे नाउँ स जाना जात ह।
34 “जब तू अपने लोगन क कउनो जगह पइ ओनकर दुस्मनन क संग लड़इ बरे पठएस अउर उ पचे इ नगर कइँती लखिके पराथना करइँ, जेका तू चुन्या ह अउ इ मंन्दिर कइँती लखइँ जेका मइँ तोहरे नाउँ बरे बनाएउँ ह। 35 तउ ओकर पराथना अउर याचना क सरग स सुना अउर ओकर सहायता करा।
36 “लोग तोहरे खिलाफ पाप करिहीं कउनो अइसा मनई नाहीं जउन पाप न करत होइ अउर तू ओन पइ क्रोधित होब्या। तू कउनो दुस्मन क ओनका हरावइ देब्या अउर ओनसे धरे जाइ देब्या अउ बहोत दूर या निचके क भुइँया मँ जाइ देब्या। 37 किन्तु जब उ पचे आपन बिचार बदलिहीं अउर पछतावा करिहीं अउर तोहसे याचना करिहीं जब कि उ पचे बन्दी बनाए जाइवाले देस मँ ही अहइँ। उ पचे कहिहीं, ‘हम लोग पाप किहा ह, हम लोग बुरा किहा ह अउ हम लोग दुट्ठता कीन्ह ह।’ 38 तब उ पचे उ देस मँ जहाँ उ पचे बन्दी क रूप मँ अहइँ, अपने पूरे हिरदइ व आतिमा स तोहरे लगे लउटिहीं अउर इ देस कइँती जउन तू ओनके पुरखन क दिहा ह, इ नगर कइँती जेका तू चुन्या ह, अउर इ मन्दिर कइँती जउन मइँ तोहरे नाउँ क महिमा बरे बनाएउँ ह, ओकरे कइँती मुँह कइके पराथना करिहीं। 39 जब अइसा होइ तउ तू सरग स ओकर सुना। सरग तोहार आवास अहइ। ओनकर पराथना अउर याचना क स्वीकार करा अउर ओनकर सहायता करा अउर अपने ओन लोगन क छिमा कइ द्या जउन तोहरे खिलाफ पाप किहन ह। 40 अब, मोरे परमेस्सर, मइँ तोहसे माँगत हउँ, तू अपनी आँखी अउर कान खोल ल्या। तू हम लोगन क, जउन पराथना इ जगह पइ करत अहइँ ओका सुना अउर ओह पइ धियान द्या।
41 “अब, हे यहोवा परमेस्सर उठा अउर अपने करार क सन्दूख क संग
जउन कि तोहार सक्ती क स्थल अहइ आपन बिस्राम स्थल पइ आवा।
तोहार याजक मुक्ती रूपी वस्त्र पहिरा रहइ।
हे यहोवा, परमेस्सर तोहार भक्तजन तोहार अच्छाई मँ आनन्दित होइ।
42 हे यहोवा, परमेस्सर अपने अभिसिक्त राजा क स्वीकार करा।
अपने सेवक दाऊद क विस्वासभक्ति क याद राख।”
परमेस्सर क सन्तान क दुनिया प जीत होत ह
5 जउन मनई इ बिसवास करत ह कि ईसू मसीह अहइ, उ परमेस्सर क सन्तान बन जात ह अउर जदि कउनो परमपिता स पिरेम करी तउ ओकरी सन्तानौ स पिरेम करी। 2 इ तरह स जब हम परमेस्सर स पिरेम करित ह अउर ओकरे आदेस क पालन करित अही तउ हम जानि लेइत ह कि हम परमेस्सर क संतान स पिरेम करित अही। 3 ओकरे आदेसन क पालन करत हम इ देखाइत ह कि हम परमेस्सर स पिरेम करित ह। ओकरे आदेस बहुत कड़ा नाहीं अहइ। 4 काहेकि जउ कउनो परमेस्सर क सन्तान बन जात ह तउ उ दुनिया क जीत लेत ह। अउर दुनिया प जीत हासिल करवइवाला हमार बिसवास अहइ। 5 जउन इ बिसवास करत ह कि ईसू परमेस्सर क पूत अहइ, तउ उ दुनिया क जीत लेत ह।
परमेस्सर अपने पूत क बावत कहब
6 उ ईसू मसीह अहइ जउन हमरे पास पानी अउर लहू क साथ आवा-उ केवल पानी क साथे नाहीं, मुला पानी अउर लहू क साथ। अउर उ आतिमा अहइ जउन ओकर साच्छी देत ह, काहेकि आतिमा सत्य अहइ। 7 साच्छी देइवाले तीन अहइँ। 8 आतिमा, पानी अउर लहू अउर इ तीनउँ साच्छी एक दूसरे स मेल खात ही, एक दूसरे स सहमत अहइँ।
9 जउ हम मनई क दीन्ह साच्छी क मानित ह तउ परमेस्सर क दीन्ह साच्छी अउर मूल्यवान अहइ। परमेस्सर क दीन्ह साच्छी क सबसे बड़ा महत्व इ बात मँ अहइ कि उ अपने पूत क बावत साच्छी दिहे अहइ। 10 जउन मनई परमेस्सर क पूत मँ बिसवास करत ह उ अपने अन्दर साच्छी क रखत ह। परमेस्सर जउन कहे अहइ, ओह प जउ बिसवास नाहीं करत, तउ उ मनई परमेस्सर क झूठा साबित करत ह। काहेकि उ परमेस्सर क अपने पूत क बावत दीन्ह साच्छी मँ बिसवास नाहीं किहेस। 11 अउर उ साच्छी आटै कि परमेस्सर हमका अन्नत जीवन देहे अहइ। अउर उ जीवन ओकरे पूत (ईसू) मँ मिलतह। 12 जउन मनई ओहके पूत क धारन करत ह, उ उही जीवन क धारन करतह। मुला जेकरे पास परमेस्सर क पूत नाहीं अहइ, ओकरे पास उ जीवनौ नाहीं अहइ।
अब अनन्त जीवन हमार अहइ
13 परमेस्सर मँ बिसवास करइवालो, तोहका इ बातिन क मइँ इ बरे लिखत अहउँ जइसेन कि तू जानि ल्या कि अनन्त जीवन तोहरे पास अहइ। 14 हमार परमेस्सर मँ इस बिसवास अहइ कि जदि हम ओकरी इच्छा क पालन करत ओसे पराथना करी तउ उ हमार पराथना सुनत ह, 15 अउर जब हम जानित ह कि उ हमार सुनत ह ओसे हम चाहे जउन माँगी-तउ हम इहइ जानित ही कि हम जउन कछू मांगित ही, उ हमार होइ जात ह।
16 जदि कउनो देखत ह कि ओकर भाई कउनो अइसा पाप करत अहइ जेकर फल अनन्त मउत नाहीं अहइ, तउ ओका अपने भाई क बावत पराथना करइ चाही। परमेस्सर ओका जीवन देइ। मइँ ओनके बरे जीवन क बात करत अही, जउन कि अइसे पाप मँ लगा अहइँ जउन ओनका अनन्त मउत तक न पहुँचा। अइसउ पाप होत ह, जेकर फल मउत अहइ। मइँ तोहसे अइसे न पाप क बरे पराथना करइ बरे नाहीं कहत अहउँ। 17 सबइ बुरा काम पाप अहइ। मुला अइसा पाप भी होत ह जउन अनन्त मउत क तरफ नाहीं लइ जात।
18 हम जानित ह कि जे केहू परमेस्सर क पूत बन गवा, उ पाप नाहीं करत। परमेस्सर क पूत ओकइ रच्छा करत ह।[a] उ दुस्ट सइतान ओकर कछू बिगाड़ नाहीं सकत। 19 हम जानित अही कि हम परमेस्सर क अही। वइसेन इ पूरी दुनिया उ दुस्ट (सइतान) क बस मँ अहइ। 20 मुला हमका पता अहइ कि परमेस्सर क पूत आइ गवा अहइ अउर उ हमका अइसा गियान दिहे अहइ जइसे कि हम उ परमेस्सर क जान लेई जउन सच्चाई अहइ। हम सबे उही मँ स्थित अही जउन सच्चाई अहइ, काहेकि हम ओकर पूत ईसू मसीह मँ स्थित अही। परमपिता सच्चा परमेस्सर अहइ अउर उ अनन्त जीवन भी अहइ। 21 पिआरे बच्चो, अपने आप क झूठे देवता लोगन स दूर राखा।
हबक्कूक क परमेस्सर स सिकाइत
1 इ उ संदेस अहइ जउन हबक्कूक नबी क दीन्ह ग रहा।
2 हे यहोवा, मइँ लगातर तोहार दोहाइ देत रहत हउँ। तू मोर कब सुनब्या? मइँ इ हिंसा क बारे मँ तोहरे अगवा नरियात रहत हउँ मुला तू कछू नाहीं किहा। 3 लोग लूट लेत हीं अउर दूसर लोगन क नोस्कान पहोंचावत हीं। लोग तहत्तुक करत हीं अउर झगड़त हीं। हे यहोवा! तू अइसी भयानक बातन मोका काहे देखॉवत अहा? 4 व्यवस्था बगैर सहारा क होइ चुकी अहइ अउर लोगन क संग निआव नाहीं कइ पावति अहइ। दुट्ठ लोग सज्जन लोगन क संग आपन लड़ाइयन जीतन बाटेन। तउ, व्यवस्था अब निस्पच्छ नाहीं रहि गई बा।
हबक्कूक क परमेस्सर क जवाब
5 यहोवा जवाब दिहस, “दूसर जातियन क लखा। ओनका धियान स देखा। तू अचरज होइ जाब्या। मइँ तोहरी जिन्नगी क समइ मँ कछू अइसा करब जउन तोहका चकित कइ देइ। अगर तोहका ओकरे बारे मँ बतावा जाइ तउ तू ओह पइ भरोसा नाहीं कइ पउब्या। 6 मइँ बाबुल क लोगन क एक ठु बलवान जाति बनाइ देबउँ। उ सबइ लोग बड़कवा दुट्ठ अउर सक्तीसाली जोधा अहइँ। उ पचे अगवा बाढ़त भए सारी धरती पइ छाइ जइहीं। उ पचे ओन घरन अउ ओन सहरन पइ कब्जा कइ लेइहीं जउन ओनकर नाहीं अहइँ। 7 बाबुल क लोग दूसर लोगन क ससाइ देइहीं। बाबुल क लोग जउन चइहीं, तउन करिहीं अउर जँहा चहिहीं, हुआँ जइहीं। 8 ओनकर घोड़न चीतन स भी तेज दउड़इवाला होइहीं अउर सूरज क लुकाइ जाइ क पाछे बड़का कूकुर स भी जियादा खूँखार होइहीं। ओनकर घोड़सवार फउजी सुदूर ठउरन स अइहीं। उ पचे आपन दुस्मनन पइ वइसे टूटि पड़िहीं जइसे अकासे स कउनो भूखा गिद्ध झपट्टा मारत ह। 9 उ पचे सबहिं हिंसा करइ बरे आइहीं। ओनकर फउज रेगिस्तान क हवा क तरह नाके क सोझ मँ अगवा बढ़िहीं। बाबुल क फउजी अनगिनत लोगन क बंदी बनाइके लइ जइहीं। ओनकर गिनती ऍतनी जियादा होई जेतॅनी रेत क कणन क होत ह।
10 “बाबुल क फउजी दूसर देसन क राजा लोगन क हँसी उड़इहीं। दूसर देसन क राजा ओनके बरे चुटकुला बन जइहीं। बाबुल क फउजी ऊँचा सुदृढ़ मीनारवाले सहरन पइ हँसिहीं। उ पचे ओन किलन क बदले मँ बालु क रास्ता बनाइके ओन सहरन क आसानी स हराइ देइहीं। 11 फुन उ पचे दूसर जगहन पइ जुद्ध बरे ओन जगहन क तजिके अइसेन ही अगवा बढ़ि जइहीं जइसे आँधी आवति अहइ अउर अगवा बढ़ि जात ह। बाबुल क उ सबइ लोग बस आपन सक्ति क ही पूजिहीं।”
परमेस्सर स हबक्कूक क सवाल
12 फुन हबक्कूक कहेस, “हे यहोवा, तू अमर अहा।
तू मोर पवित्तर परमेस्सर अहा।
तू नाहीं मरब्या।
हे यहोवा, तू बाबुल क लोगन क दूसर लोगन क सजा देइ क रच्या ह।
हे हमार चट्टान, तू ओनका यहूदा क लोगन क सजा देइ क रच्या ह।
13 तोहार भली आँखिन कउनो दोख नाहीं लखति हीं।
तू पाप करत भए लोगन क नाहीं लखि सकत ह।
तउ तू ओन पापियन क जीत कइसे लख सकत ह?
तू कइसे लख सकत ह कि सज्जन क दुर्जन हराइ देइ।
14 “तू ही लोगन क अइसे बनाया ह जइसे सागरे क अनगिनत मछरियन
जउन सागर छोटा जीव अहइँ बगइर कउनो मुखिया क।
15 दुस्मन हुक अउ जालि डाइके ओनका पकड़ि लेत ह।
आपन जालि मँ फँसाइके दुस्मन ओनका हींच लइ जात ह।
दुस्मन बहोत खुस होत ह जउन उ पकड़त ह।
16 इ फंदा अउर जाल ओकरे बरे अइसी जिन्नगी मँ जउन धनवान क होत ह
अउर उत्तिम भोजन खाइ मँ ओकर सहायक बनत हीं।
एह बरे उ दुस्मन आपन ही जाल अउ फंदन क पूजत ह।
उ ओनका मान देइ बरे सबइ बलि देत ह अउर उ ओनके बरे धूप बारत ह।
17 का उ आपन जाल स इहइ तरह लगातार पकड़त रहब?
का बाबुल क फउज इहइ तरह निर्दय होइके जातियन क नास करत रहब?
ईसू स यहूदियन क सवाल
(मत्ती 21:23-27; मरकुस 11:27-33)
20 एक दिन जब ईसू मंदिर मँ मनइयन क उपदेस देत भवा सुसमाचार सुनावत रहा तउ मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन क संग ओकरे लगे आएन। 2 उ पचे ओसे पूछेन, “हमका बतावा तू इ काम कउनो अधिकार स करत अहा? उ कउन अहइ जउन तोहका इ अधिकार दिहे अहइ?”
3 ईसू ओनका जवाब दिहस, “मइँ भी तोहसे एक सवाल पूछत हउँ, तू मोका बतावा 4 यूहन्ना क बपतिस्मा देइ क अधिकार सरग स मिला रहा या मनई स?”
5 ऍह पइ आपुस मँ बिचार क चर्चा करत भवा उ पचे बोलेन, “जदि हम कहित ह, ‘सरग स’ तउ इ कही, ‘तउ तू ओह प बिसवास काहे नाहीं किहा?’ 6 अउर अगर हम कही, ‘मनई स’ तउ सबहीं मनई हम पइ पाथर फेंकिहीं। काहेकि उ सबइ इ मानत हीं कि यूहन्ना एक नबी रहा।” 7 तउ उ सबइ जवाब दिहेन कि उ पचे नाहीं जानतेन कि उ अधिकार कहाँ स मिला।
8 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तउ मइँ भी तोहका नाहीं बताउब कि इ चीज मइँ कउनो अधिकारे स करत हउँ!”
परमेस्सर आपन पूत क पठवत ह
(मत्ती 21:33-46; मरकुस 12:1-12)
9 फिन ईसू मनइयन स आपन दिस्टांत कथा कहइ लाग: “कउनो मनई अंगूरे क बगिया लगाइके ओका कछू किसानन क लगाने प दिहस अउर उ बहोत दिना तक कहूँ चला गवा। 10 जब फसल काटइ क समइ आइ, तउ उ एक नउकर क किसानन क लगे पठाएस ताकि उ पचे ओका अंगूरे क बगिचा क कछू फल दइ देइँ। मुला किसानन ओका मार पीटिके खाली हाथ लौटाइ दिहन। 11 उ तब एक नउकर हुवाँ पठएस। मुला उ पचे ओकर ठोंकाइ कइ डाएन। उ सबइ ओकरे संग बहोत बुरा ब्यौहार किहेन। अउर ओका भी खाली हाथे लौटाइ दिहन। 12 ऍह पइ उ एक तिसरा नउकर पठएस मुला उ पचे ऐके भी घायल कइके बाहेल ढकेल दिहन।
13 “तब तउ बगिया क मालिक कहइ लाग, ‘मोका का करइ चाही? मइँ आपन पियारे बेटवा क पठउब साइद उ पचे ओकर इज्जत करिहइँ!’ 14 मुला किसानन जब ओकरे बेटवा का लखेन तउ आपुस मँ सोच बिचारि करत भए बोलेन, ‘इ तउ बारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाइ जेहसे बारिस हमार होइ जाइ!’ 15 अउर उ पचे ओका बगिया स बाहेर खदेरके मारि डाएन।
“तउ फिन बगिया क मालिक ओनके संग का करी? 16 उ आइ अउर ओन किसानन क मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया अउरन क सौंपि देइ।”
उ पचे जब इ सुनेन तउ उ सबइ बोलेन, “अइसा कबहूँ न होइ चाही!” 17 तब ईसू ओनकइ कइँती निहारत भवा कहेस, “तउ फिन इ जउन लिखा अहइ ओकर अरथ का अहइ:
‘जउने पाथर क राजगीर बेकार समझ लिहे रहेन
उहइ कोनवा क प्रमुख पाथर बन गवा’?[a]
18 हर कउनो जउन उ पाथर प गिरी चूर चूर होइ जाइ अउर जेहॅ पइ उ गिरी चकनाचूर होइ जाइ!”
19 धरम सास्तिरियन अउर मुख्ययाजकन कउनो रास्ता ढूँढ़ीके ओका पकड़ि लेइ चाहत रहेन काहेकि उ ताड़ ग रहेन कि उ इ दिस्टान्त कथा ओनके खिलाफ कहेस ह। मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन।
यहूदी नेतन क चाल
(मत्ती 22:15-22; मरकुस 12:13-17)
20 तउ उ पचे होसियारी स ओह प निगाह राखइ लागेन। उ पचे अइसे खुफिया पठएन जउन ईमानदार होइ क सुआंग रचत रहेन। (ताकि उ सबइ ओकर कही भइ कउनो बातन मँ फँसाइके राज्यपाल क सक्ती व अधिकारे क मातहत कर देइँ।) 21 तउ उ पचे ओसे पूछत भए कहेन, “गुरु, हम जानित ह कि जउन नीक अहइ अउर उहइ क तू कहत अउर उपदेस देत अहा अउर न ही कउनो क पच्छ लेत ह। मुला तू सचाई स परमेस्सर क रास्ता क उपदेस देत अहा। 22 तउ बतावा कैसर क हमका चुंगी (टैक्स) देब नीक बा या नाहीं चुकाउब?”
23 ईसू ओनकइ चाल क ताड़ गवा रहा। तउ उ ओनसे कहेस, 24 “मोका एक दीनार देखावा, ऍह पइ मूरति अउर लिखाइ केकर अहइ?”
उ सबइ कहेन, “कैसर का।”
25 ऍह पइ उ ओनसे बोला, “तउ फिन जउन कैसर क अहइ, ओका कैसर क द्या। अउर जउन परमेस्सर क अहइ ओका परमेस्सर क।”
26 उ पचे ओकरे जवाबे प चकित होइके चुप रहि गएन अउर उ मनइयन क समन्वा जउन कछू कहे रहा, ओह पइ ओका पकड़ नाहीं पाएन।
ईसू क धरइ बरे सदूकियन क चाल
(मत्ती 22:23-33; मरकुस 12:18-27)
27 अब देखा कछू सदूकियन ओकरे लगे आएन। (इ सबइ सदूकियन उ रहेन जउन फिन स जी उठब का नाहीं मनतेन।) उ पचे ओसे पूछत भए कहेन, 28 “गुरु, मूसा हमरे बरे लिखा बा कि जदि कउनो क भाई मरि जाइ अउर ओकरे कउनो बचवा न होइ अउर ओकर पत्नी होइ तउ ओकर भाई विधवा स बियाहिके आपन मरे भए भाई बरे, ओसे संतान पइदा करइ। 29 अब देखा, सात भाइयन रहेन। पहिला भाइ कउनो स्त्री स बियाह किहेस अउर उ बे संतान क ही मरि गवा। 30 फिन दूसर भाई ओसे बियाहेस, 31 अउर अइसे ही तीसर भाई ओसे बियाहेस। सबन क संग एक जइसा ही भवा। उ पचे बे संताने क मर गएन। 32 पाछे उ स्त्री भी मरि गइ। 33 अब बतावा, फिन स जी उठे प उ केकर पत्नी होइ काहेकि ओसे तउ सातहु ही बियाहे रहेन?”
34 तब ईसू ओसे कहेस, “इ जुग क मनई बियाह करत हीं अउर बियाह कइके बिदा होत हीं। 35 मुला उ मनइयन जउन मरे भएन मँ स जी जाइ बरे अउर आवइवाले जुग मँ भाग लेइ क जोग्य ठहराइ दीन्ह ग अहइँ, उ पचे न तउ बियाह करिहीं अउर न ही बियाह कइके बिदा कीन्ह जइहीं। 36 अउर उ फिन कबहुँ मरिहीं भी नाहीं, काहेकि उ पचे सरगदूतन क नाई अहइँ, उ पचे परमेस्सर क संतान अहइँ काहेकि उ पचे पुनरुत्थान क पूत अहइँ। 37 मूसा तलक झाड़ी स जुड़ा भवा अनुच्छेद मँ देखाएस ह कि उ पचे मरे भएन मँ स जिआवा ग अहइँ, जबकि उ कहेस पर्भू, ‘इब्राहीम क परमेस्सर, इसहाक क परमेस्सर अउर याकूब क परमेस्सर’(A) अहइ। 38 उ मरे भएन क नाहीं मुला जिअत क परमेस्सर अहइ। उ सबइ मनइयन जउन ओकर अहइँ, जिअत अहइँ।”
39 कछू धरम सास्तिरियन कहेन, “गुरु, नीक कह्या।” 40 काहेकि फिन ओसे कउनो अउर सवाल पूछइ क हिम्मत नाहीं कइ सकेन।
मसीह क दाऊद क पूत अहइ?
(मत्ती 22:41-46; मरकुस 12:35-37)
41 ईसू ओसे कहेस, “उ पचे कहत हीं कि मसीह दाऊद क पूत अहइ। इ कइसे होइ सकत ह? 42 काहेकि भजन संहिता क किताब मँ दाऊद खुद कहत ह:
‘पर्भू (परमेस्सर) मोरे पर्भू (मसीह) स कहेस;
मोरे दाहिन हाथ बइठा,
43 जब तलक कि मइँ तोहरे बैरियन क तोहरे गोड़ धरइ क चउकी न बनाइ देउँ।’ (B)
44 इ तरह जब दाऊद मसीह क ‘पर्भू’ कहत ह तउ मसीह दाऊद क पूत कइसे होइ सकत ह”
धरम सास्तिरियन क खिलाफ ईसू क चिताउनी
(मत्ती 23:1-36; मरकुस 12:38-40; लूका 11:37-54)
45 सबहीं मनइयन क सुनत उ आपन मनवइयन स कहेस, 46 “धरम सास्तिरियन स होसियार रहा। उ लम्बा चोगा पहिरिके इज्जत क संग बाजारन मँ सुआगत सम्मान पावइ चाहत हीं। अउर आराधनालय मँ ओनका सबस जिआदा प्रमुख आसन क ललक रहत ह। दाउतन मँ उ सबइ इज्जत स भरा आसन चाहत हीं। 47 उ पचे विधवन क अकसर धोखा देत हीं अउर ओनकर मकान लइ लेत हीं। देखॉवा बरे उ पचे बड़ी बड़ी पराथना करत हीं। इन मनइयन क कड़ी स कड़ी सजा भुगुतइ पड़ी।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.