M’Cheyne Bible Reading Plan
योआस फुन मन्दिर बनावत ह
24 योआस जब राजा बना सात बरिस क राहा। उ यरूसलेम मँ चालिस बरिस तलक सासन किहस। ओकरी महतारी क नाउँ सिब्या रहा। सिब्या बेर्सेबा नगर क रही। 2 योआस उ काम जउन यहोवा क नज़र मँ नीक अहा तब तलक करत रहेन जब तलक याजक यहोयादा जिअत रहा। 3 यहोयादा योआस क बरे दुइ मेहररुअन चुनेस। योआस क पूत अउर बिटियन रहिन।
4 तब कछू समइ पाछे, योआस यहोवा क मन्दिर दुबारा बनावइ क निहचइ किहस। 5 योआस याजकन अउ लेवीबंसियन क एक संग बोलाएस। उ ओनसे कहेस, “यहूदा क नगरन मँ जा अउर उ धने क बटोरा जेकर भुगतान इस्राएल क लोग हर बरिस करत हीं। उ धने क उपयोग परमेस्सर क मन्दिर दुबारा बनावइ मँ करो। हाली करा अउर एका पूरा कइ ल्या।” मुला लेवीबंसियन हाली नाहीं किहन।
6 एह बरे राजा योआस मुख्य याजक, यहोयादा क बोलाएस। राजा कहेस, “यहोयादा, तू यहूदा अउ यरूसलेम स यहोवा क सेवक मोसा दुआरा कर क धन वसूलइ बरे लेवीबंसियन क नाहीं लिहा? मूसा अउर इस्राएल क लोग पवित्तर तम्बू बरे इ कर क धन क उपयोग किहे रहेन।”
7 पुराने जमाने मँ अतल्याह क पूत, परमेस्सर क मन्दिर मँ जबरदस्ती घुस गए रहेन। उ पचे यहोवा क मन्दिर क पवित्तर चिजियन क उपयोग अपने बाल देवतन क पूजा क बरे किहस। अतल्याह एक ठु दुट्ठ मेहरारु रही।
8 राजा योआस एक ठु सन्दूख बनावइ क आदेस दिहेस अउर ओका यहोवा क मन्दिर क दुआरे क बाहेर रखइ क आदेस दिहस। 9 तब लेविबंसियन यहूदा अउ यरूसलेम मँ इ घोसणा किहन। उ पचे लोगन स कर क धन यहोवा क बरे लिआवइ क कहेन। यहोवा क सेवक मूसा इस्राएल क लोगन स रेगिस्ताने मँ रहत समइ जउन कर क रुप मँ धन मँगे रहा ओतना ही इ धन अहइ। 10 सबहिं प्रमुख अउर सबहिं लोग खुस रहेन। उ पचे धन लइके आएन अउर उ पचे ओका सन्दूखे मँ डाएन। उ पचे तब तलक देत रहेन जब तलक सन्दूख नाहीं भरि गवा। 11 तब लेवीबंसियन क राजा क अधिकारियन क समन्वा सन्दूख लइ जाइ क पड़ी। उ पचे लखेन कि सन्दूख धन स भरि गवा ह। राजा क सचिव अउर प्रमुख याजक क अधिकारी आएन अउर उ पचे धने क सन्दूख स निकारेन। तब उ पचे सन्दूख क अपनी जगहिया पइ फुन वापस लइ गएन। उ पचे बार-बार किहन अउर धन बटोरेन। 12 तब राजा योआस अउर यहोयादा उ धन ओन लोगन क दिहस जउन यहोवा क मन्दिर क बनावइ क कार्य करत रहेन अउर यहोवा क मन्दिर बनावइ मँ कार्य करइवालन यहोवा क मन्दिर क दुबारा बनावइ बरे कुसल बढ़ई अउर काठे पइ खुदाई क कार्य करइवालन क मजदूरी पइ धरेन। उ पचे यहोवा क मन्दिर क दुबारा बनावइ बरे कँसे अउर लोहा क काम करइ क जानकरी रखइवालन क भी मजूरी पइ रखेन।
13 काम क निगरानी रखइवाले मनई बहोत बिस्सास क जोग्ग रहेन। यहोवा क मन्दिर क दुबारा बनावइ गवा। उ पचे परमेस्सर क मन्दिर क पहिले क तरह ही बनाएन अउर इ पहिले स जियादा मजबूत बनाएन। 14 जब कारीगरन कार्य पूरा कइ लिहन तउ उ पचे उ धने क जउन बचा रहा राजा योआस अउर यहोयादा क लगे लइ आएन। उ पचे धन क उपयोग यहोवा क मन्दिर बरे चिजियन बनावइ बरे किहन। उ सबइ चिजियन मन्दिर क सेवाकार्य मँ अउर होमबलि चढ़ावइ मँ काम आवति रहिन। उ पचे खोरन अउर दूसर चिजियन क सोना अउ चाँदी स बनाएन। याजकन यहोवा क मन्दिर मँ हर एक दिन क होमबलि तब तलक चढ़ाएन जब तलक यहोयादा जिअत रहा।
15 यहोयादा बूढ़ा भवा। उ बहोत लम्बी उमिर बिताएस तब उ मरा। यहोयादा जब मरा, उ एक सौ तीस बरिस क रहा। 16 लोगन यहोयादा क दाऊद क नगर मँ हुवाँ दफनाएन जहाँ राजा दफनाए जात हीं। लोगन यहोयादा क हुवाँ दफनाएन काहेकि अपनी जिन्नगी मँ उ परमेस्सर अउ परमेस्सर क मन्दिर बरे बहोत अच्छे कार्य किहस।
17 यहोयादा क मरई क पाछे यहूदा क प्रमुख आएन अउर उ पचे राजा योआस क समन्वा निहुरेन। राजा एन प्रमुखन क सुनेस। 18 राजा अउ प्रमुखन उ यहोवा, परमेस्सर क मन्दिर क छोड़ दिहेस जेकर अनुसरण ओनकर पुरखन करत रहेन। उ पचे असेरा स्तम्भ अउर दूसर मूरतियन क पूजा सुरू किहस। परमेस्सर यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन पइ कोहाइ गवा काहेकि राजा अउ उ प्रमुखन अपराधी रहेन। 19 परमेस्सर लोगन क लगे नबियन क ओनका यहोवा कइँती लउटाइ क बरे पठएस। नबियन लोगन क चितउनी दिहन। किन्तु लोग सुनइ स इन्कार कइ दिहन।
20 तब परमेस्सर क आतिमा याजक यहोयादा क पूत जकर्याह पइ उतरी। जकर्याह लोगन क समन्वा खड़ा भवा अउर उ कहेस, “जउन यहोवा कहत ह उ इ अहइ: ‘तू लोग यहोवा क आदेस पालन करइ स काहे इन्कार करत अहा? तू कामयाब नाहीं होब्या। तू यहोवा क तजा ह। एह बरे यहोवा भी तोहका छोड़ दिहस ह।’”
21 लेकिन लोग जकर्याह क खिलाफ जोजना बनाएस। राजा जकर्याह क मार डावइ क आदेस दिहस, एह बरे उ पचे ओह पइ तब तलक पाथर मारेन जब तलक उ मर नाहीं गवा। लोगन इ मन्दिर क आँगन मँ किहन। 22 राजा योआस अपने ऊपर यहोयादा क दयालुता क भी याद नाहीं रखेन। यहोयादा जकर्याह क बाप रहा। मुला योआस यहोयादा क पूत जकर्याह क मार डाएस। मरइ क पहिले जकर्याह कहेस, “यहोवा ओह क लखि जउन तू करत अहा अउर तोहका दण्ड देइ।”
23 बरिस क आखीर मँ अराम क फउज योआस क खिलाफ आइ। उ पचे यहूदा अउ यरूसलेम पइ हमला किहन अउर लोगन क सबहिं प्रमुखन क मार डाएन। उ पचे सारी कीमती चिजियन दमिस्क क राजा क लगे पठइ दिहन। 24 अराम क फउज बहोत कम सैनिकन क संग आइ रही किन्तु यहोवा ओका यहूदा क बहोत बड़ी फउज क हरावइ दिहस। यहोवा इ एह बरे किहस कि यहूदा क लोग यहोवा परमेस्सर क तजि दिहन जेकर अनुसरण ओनकर पुरखन करत रहेन। इ तरह योआस क सजा मिली। 25 जब अराम क लोग योआस क छोड़ेन, उ बुरी तरह घायल रहा। योआस क अपने सेवकन ओकरे खिलाफ जोजना बनाएन। उ पचे अइसा एह बरे किहन कि योआस याजक यहोयादा क पूत जकर्याह क मार डाए रहा। सेवकन योआस क ओकरी अपनी चारपाई पइ मार डाएन। योआस क मरइ क पाछे लोग ओका दाऊद क नगर मँ दफनाएन। किन्तु लोग ओका उ जगहिया पइ नाहीं दफनाएन जहाँ राजा दफनाए जात हीं।
26 जउन सेवकन योआस क खिलाफ जोजना बनाएन, उ पचे इ सबइ अहइँ जाबाद अउ यहोजाबाद जाबाद क महतारी क नाउँ सिमात रहा। सिमात अम्मोन क रही। यहोजाबाद क महतारी क नाउँ सिम्रित रहा। सिम्रित मोआब क रही। 27 योआस क पूतन क कथा, ओकर खिलाफ बहोत सारी भविस्सबाणियन अउर उ फुन परमेस्सर क मन्दिर कइसे बनाएस, राजा लोगन क व्याख्या नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। ओकरे पाछे योआस क पूत अमस्याह नवा राजा भवा।
दुइ साच्छी
11 एकरे बाद नापइ क बरे मोका एक सरकंड़ा दीन्ह गवा जउन नापइ वाली छड़ी क तरह दिखाई पड़त रही। मोसे कहा गवा, “उठा अउर परमेस्सर क मंदिर क अन्दर वेदी क नाप ल्या अउर जउन मनई मंदिर क अन्दर आराधना करत अहइ, ओनके गिनती करा। 2 मुला मंदिर क बाहर आंगन क रहइ द्या, ओका न नापा काहे बरे कि इ गैर यहूदियन क दीन्ह ग अहइ। उ पचे बयालीस महीना तक पवित्तर नगर क अपने पैर क नीचे रौंद देइही। 3 मइँ अपने दुइ गवाहन क खुली छूट देब अउर उ 1,260 दिन तक भविस्सबाणी करिहइँ उ पचे टाट क कपरा पहिने रइही जेनका दु:ख परगट करइ क बरे पहिना जात ह।”
4 इ दुइनउँ साच्छी उ दुइ जइतून क पेड़ अउर उ दुइ ठु दीपादान अहइँ जउन धरती क पर्भू क समन्वा अहइँ। 5 जदि केउ ओनका नुकसान पहुँचावा चाहत ह तउ ओकरे मुँहे स आग निकरइ लागत ह अउर ओनके दुस्मनन क निगल लेत ह। जदि केउ ओनका नुकसान पहुँचावइ क कोसिस करत ह तउ ओकर मउत निस्चित तौर प होइ जात ह। 6 उ पचे अकास क बादल बाँधके रखइ क ताकत रखतही जेहसे जब उ पचे भविस्सबाणी करत होइँ तउ ओ समइ पानी न बरसी। ओनकै झरनन क पानी प अधिकार रहा जेका उ पचे खून मँ बदल सकत रहेन। ओनमाँ अइसी ताकत रही कि उ जेतना बार चाहतेन, ओतनी बार धरती प हर तरह क विनास कइ सकत रहेन।
7 ओनके साच्छी दइ चुकइ क बाद, उ जानवर महागर्त स बाहर निकरी अउर ओन पइ हमला करी। उ ओनका हराइ देइ अउर मारि ड़ाई। 8 ओनकर ल्हास महानगर क गलियन मँ पड़ी रहिहइँ। इ सहर क प्रतीक रुप मँ सदोम अउर मिस्त्र कहा जात रहा। हिआँ प ओनकर पर्भू क क्रूस प चड़ाइके मारा ग रहा। 9 सब जातियन, उपजातियन, भाखा अउर रास्ट्र क मनई ओनकी ल्हास क साड़े तीन दिन तक देखत रइही, अउर ओनकी ल्हास क कब्र मँ न रखइ देइही। 10 धरती प रहइवाले आनन्द मनईहइँ उ पचे त्यौहार मनईहइँ अउर एक दूसर क तोहफा देइहइँ। इ दुइनउँ नबियन धरती प रहइवाले मनइयन क बहुत दु:ख दिहे अहइँ।
11 मुला साढ़े तीन दिन क बाद परमेस्सर कइँती स ओनके जीवन मँ सास आइ गइ अउर उ पचे अपने गोड़े प खड़ा होइ गएन। जे ओनका देखे रहेन, उ पचे बहुत डेराइ गएन। 12 फिन उ दुइनउँ नबियन जोर क आवाज मँ आकासबाणी क ओनसे कहत भए सुनेन, “हिआँ ऊपर आइ जा!” इ बरे उ अकास क भीतर बादल मँ ऊपर चला गएन। ओनका ऊपर जात ओनकर खिलाफत करइवाले देखेन।
13 ठीक उही समइ प हुवा बहुत बड़ा भूचाल आइ गवा अउर सहर क दसवा हिस्सा ड़ह गवा। भूचाल मँ सात हजार मनई मारा गएन अउर जउन बच ग रहेन उ सबेन्ह बहुत ड़ेराइ गएन अउर उ सरग क परमेस्सर क महिमा क बखान करइ लागेन।
14 इ तरह स अब दूसरउ आफत बीत गइ। मुला सावधान! तीसरी महाविपत्ति जल्दी आवइवाली अहइ।
सातवी तुरही
15 सातवाँ सगरदूत जब आपन तुरही फूँकेस तउ सरग स जोर क आवाजन आवइ लागिन। उ सबइ कहत रहिन:
“अब इ दुनिया क राज हमरे पर्भू क बाटइ, अउर ओकरे मसीह क बाटइ।
अउर उ कई जुग तक सासन करी।”
16 अउर उही समइ परमेस्सर क समन्वा अपने अपने सिंहासन प बइठा चौबीसउ बुजुर्गन दण्ड़वत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना किहेन। 17 उ पचे बोलेन:
“सर्वसक्तिमान प्रर्भू परमेस्सर तू अहा,
तू रह्या हम तोहार धन्यवाद करत अही।
तुहिन आपन महासक्ती क लइके
अपने सासन क सुरुआत करे रह्या।
18 जउ अउर रास्ट्रन गुस्सन स भरी रहिन
मुला तउ तोहार कोप प्रकट होइ क समइ आइ गवा,
अउर क निआव क समइ आइ ग अहइ,
अउर उ समइ आय ग अहइ जउ तोहार सेवक फल पड़हइँ ओन नबियन
अउर उ सब पवित्तर मनई जउन तोहार आदर करत रहेन।
अउर सभी जेतना बड़े मनई अहइँ, अउर सभी जेतने छोटे मनई अहइँ, सब अपने काम क फल पावइँ।
जउन मनई धरती क मिटावत अहइँ, ओनके मिटावइ क समइ आइ ग अहइ।”
19 फिन सरग मँ परमेस्सर क मंदिर क खोला गवा जहाँ ओकरे मंदिर मँ करार क उ पेटी देखाई पड़ी। फिन बिजली क चकाचौध होइ लगी। मेघन क गरजन, तरजन, अउर घड़घड़ाहट क आवाज, भूकम्प अउर भयानक ओला बरसइ लागेन।
यहोवा दाया अउ करूणा चाहत ह
7 फारस मँ दारा क राज्जकाल क चउथे बरिस, जकर्याह क यहोवा क एक सँदेसा मिला। इ नउवे महीना (अर्थात् किस्लव) क चउथा दिन रहा। 2 बेतेल क लोग सरेसेर, रेगेम्लेक अउ आपन साथियन क यहोवा स एक ठु सवाल पूछइ क पठएस। 3 उ पचे यहोवा क मंदिर मँ नबियन अउ याजकन क लगे गएन। ओन लोग ओनसे इ सवाल पूछेन: “हम लोग कई बरिस तलक मंदिर क नेस्त नाबूद होइ क सोक मनाए अही। हर बरिस क पाँचवें महीना मँ, रोवइ अउर उपवास राखइ क हम लोगन क खास समइ रहा। का हमका एका करत रहइ चाही?”
4 तब सर्वसक्तीमान यहोवा क इ बचन मोह पइ आएस अउ कहेस: 5 “याजकन अउ इ देस क अन्य लोगन स इ कहा: ‘जउन उपवास अउर सोक पाछे क सत्तर बरिस स बरिस क पाँचवे अउ सातवें महीना मँ तू पचे करत आवत अहा का उ उपवास, सच ही, मोरे बरे रहा? नाहीं। 6 अउर जब तू पचे खाया अउ पिया, आपन बरे जिन खाया अउ पिया रहा। 7 का इ उहइ बचन नाहीं अहइ जेका यहोवा आपन पहिले क नबियन दुआरा उ समइ घोसना किहे रहेन जब यरूसलेम आबाद रहा, अउर अपन चरिहुँ कइँती क नगरन सहित समृद्ध रहा, अउर जब नेगव सकेला अर्थात् नीचे क देस भी आबाद रहा?’”
8 जब यहवा बचन जकर्याह आवा अउ कहा:
9 “इ उहइ अहइ जउन सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह:
‘जब तू निआव करी सही फइसला देइ।
एक दूसर बरे दयालु
अउ करूणा दिखावा।
10 राँड़ अउरतन, अनाथन, बिसेसियन या दीन लोगन पइ
अत्याचार जिन करा।
एक दूसर क बुरा करइ क विचार भी हिरदइ मँ न आवइ द्या।’”
11 मुला उ पचे अनसुनी किहेन।
उ पचे बिद्रोह किहेन
अउ आपन पीठ घुमाइ दिहेन।
उ पचे सुनइ स आपन कान बंद कइ लिहेन।
12 उ पचे बड़का हठी रहेन।
उ पचे परमेस्सर क व्यवस्था क पालन करब नामंजूर कइ दिहन।
आपन आतिमा क सक्ति स यहोवा नवियन क जरिये
आपन लोगन क सँदेसा पठएस।
मुला लोग ओका नाहीं सुनेन,
एह बरे सर्वसक्तीमान यहोवा नबियन क जरिये आपन लोगन क सँदेसा पठएस।
मुला लोग ओकर नाहीं सुनेन,
एह बरे सर्वसक्तीमान यहोवा बहोत कोहाइ गवा।
13 “जब ओनका पुकारेउँ
उ पचे नाहीं सुनेन।
एह बरे ठीक इसी तरह मइँ भी
ओनका नाहीं सुनब जब उ मोका पुकारब्या।
यहोवा सर्वसक्तीमान परमेस्सर इ कहत ह।
14 तब मइँ ओनका जातियन क बीच तितर-बितर कइ दिहेस।
उ पचे जेकर बारे मँ नाहीं जानतेन।
ओकर अनुपस्थित मँ भुइँया क अइसा उजाड़ दीन्ह ग रहा,
ताकि न कउनो आ सकतेन अउर न ही कउनो जा सकतेन।
उ पचे इ सुहावना देस घटिया भुइँया बनाइ दिहेन।”
चरवाहा अउर ओकर भेड़ी
10 ईसू कहेस, “मइँ तोहसे सच्ची बात बतावत अहउँ कि जउऩ मनई भेड़िन क बाड़े मँ दरवाजा स न घुसिके कउनो अउर रस्ते स घुसत ह तउ, उ चोर अहइ, लुटेरा अहइ। 2 मुला जउन मनई दरवाजे स घुसत ह, उ भेड़िन क चरवाहा अहइ। 3 दरवाजे क रखवाला ओकरे बरे दरवाजा खोल देत ह, अउर भेड़न क ओकर आवाज सुनत हीं। अपनी भेड़िन क नाउँ लेइ लेइ पुकारत ह अउर ओऩका बाड़े स बाहर निकारत ह। 4 जब उ आपन सब भेड़ निकार लेत ह तउ ओऩके आगे-आगे चलत ह अउर भेड़िन सब ओका पिछुआय लेति हीं, काहेकि उ ओकर आवाज पहिचानात हीं। 5 भेड़ कबहूँ कउनो अजनबी मनई क नाहीं पिछुआय लेतिन। ओसे उ दूर भागत हीं, काहेकि उ अजनबी क आवाज नाहीं पहिचनतिन।”
6 ईसू नजीर देइके ओऩका सबका समझावा चाहत रहा, मुला ओन सबकी समझ मँ इ बात नाहीं आइ कि ईसू ओऩका बतावत अहइ।
ईसू नीक चरवाहा
7 तब ईसू ओनसे फिन कहेस, “मइँ तोहका सच्ची सच्ची बात बतावत अहउँ, कि भेड़िन क बरे दरवाजा मइँ अहउँ। 8 उ सबेन्ह जउन मोसे पहिले आइ रहेन, चोर अउर लुटेरा अहइँ। मुला भेड़िन ओनके बात नाहीं सुनिन। 9 मइँ दरवाजा अहउँ। जदि कउनो मोसे होइके भीतर घुसइ चाहत ह, तउ ओकर बचाव होइ, उ अन्दर जाइ सकत ह अउर बाहर जाइ सकत ह अउर ओका चारागाह मिल जाई। 10 चोर केवल चोरी करइ क बरे, कतल करइ क बरे अउर सत्यानास करइ क बरे आवत ह। मुला मइँ इ बरे आइ अहउँ कि सब मनई भरपूर जिन्नगी पाइ सकइँ।
11 “मइँ अच्छा चरवाहा अहउँ। नीक चरवाहा भेड़िन क बरे आपन जान तक देइ देत ह। 12 मुला जउन केराए क मजदूर होत ह, उ चरवाहा न होइ क कारण, भेड़िया क आवत देखिके भेड़िन क छाँड़िके भाग जात ह, काहेकि उ भेड़ ओकर तउ रहत नाहीं। भेड़िया ओनके ऊपर हमला कइके ओनका छितराय देत ह। 13 इ बरे भाग जात ह, काहेकि उ रोजमर्रा की मजूरी पर काम करत ह अउर ओका भेड़िन क गिन क कउनो परवाह नाहीं रहत।
14-15 “मइँ नीक चरवाहा अहउँ। आपन भेड़िन क मइँ जानित ह अउर मोर भेड़िन मोका वइसे जानत हीं, जइसे परमपिता मोका जानत ह अउ मइँ परमपिता क जानित ह। अपनी भेड़िन क बरे मइँ आपन जान दइ देइत हउँ। 16 मोर अउर भेड़िन अहइँ जउन इ बाड़ा क न अहीं। मोका ओनहूँ क लियावइ क अहइ। ओनहूँ मोर आवाज सुनिहइँ अउर इहइ बाड़ा मँ आइके एकट्ठी होइ जइहीं। फिन एक भेड़िन क समूह क एक चरवाहा रही। 17 परमपिता मोसे इहइ बरे पिरेम करत ह काहेकि मइँ आपन जान देइ देइत ह। मइँ आपन जिन्नगी इ बरे दइ देइत ह जइसे मइँ एका फिन पाइ जाई। कउनो हमसे ऍका लइ नाहीं लेत 18 मइँ खुदइ अपनी इच्छा स ऍका दइ देइत ह। मोका ऍका फिन वापस लेइ क अधिकार भी अहइ। इ आदेस मोका परमपिता स मिला अहइ।”
19 एन सब्दन सुनिके यहूदियन मँ फिन स फूट पैदा होइ गइ। 20 बहुत इ कहइ लागेन, “इ तउ पगलाइ गवा अहइ। एकरे ऊपर कउनो बुरी दुस्ट आतिमा सवार अहइ। तू सबेन्ह काहे बरे एका सुनत अहा।”
21 दूसर कछू मनई कहइ लागेन, “इ सब्दन अइसे मनई क नाहीं होइ सकत जेकरे ऊपर दुस्ट आतिमा सवार होइ। कउनो दुस्ट आतिमा कबहूँ कउनो आँधर क आँखी नाहीं दइ सकत।”
यहूदियन ईसू क विरोध करत हीं
22 फिन यरुसलेम मँ समर्पण क त्यौहार[a] आइ गवा। जाड़ा का दिन रहा। 23 ईसू मन्दिर मँ सुलैमान क दलान मँ ठहरत रहा। 24 उहइ समइ यहूदियन ओका घेर लिहेन अउर कहेन, “तू हमका सबेन्ह का कब तलक परेसान करत रहब्या? जदि तू मसीह अह्या तउ साफ साफ बतावा।”
25 ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहका बताइ चुका अहउँ अउर तू बिसवास नाहीं करत अहा। उ सबइ काम जउन मइँ पिता क नाउँ प करत अहउँ, खुदइ मोर साच्छी अहइँ। 26 मुला तू सबेन्ह बिसवास नाहीं करत अहा, काहेकि तू पचे मोरी भेड़िन मँ स न अह्या। 27 मोर भेड़ मोर आवाज पहिचानत ही अउर मइँ ओनका जानित अहउँ। उ सबइ मोरे पीछे पीछे चलत हीं अउर मइँ ओनका पहिचानित ह। 28 उ सबइ मोरे पीछे पीछे चलत थीं अउर मइँ ओनका अनन्त जीवन देइत ह। ओनकइ कबहूँ नास नाहीं होतइ, अउर न तउ केहू ओनका मोसे छीन पाई। 29 मोर परमपिता ओन सबन क दिहे अहइ, जउन सबसे महान अहइ। ओनका मोरे परमपिता स कउनो भी नाहीं छीन सकत। 30 मोर परमपिता अउर मइँ दुइनउँ एक अही।”
31 फिन यहूदियन ईसू क मारइ क बरे पाथर उठाइ लिहन। 32 ईसू ओनसे कहेस, “अपने परमपिता क तरफ स मइँ तू पचे क बहुत नीक नीक कारज देखाएउँ। ओहमाँ स कउने काम क एवज मँ तू सबेन्ह मोका पत्थर मारइ चाहत अहा?”
33 यहूदियन जवाब दिहेन, “हम पचे तोहरे ओन सभी नीक काम बरे पाथर नाहीं मारत अही, मुला इ बरे अइसा करत अही कि तू परमेस्सर क अपमान करे अहा अउर मनई होत भए खुदइ क परमेस्सर कहत अहा।”
34 ईसू जवाब दिहेस, “का इ तोहरे व्यवस्था मँ नाहीं लिखा अहइ, ‘मइँ कहेउँ कि तू सब जने परमेस्सर अह्या?’(A) 35 का हियाँ परमेस्सर ओनका नाहीं कहा ग अहइ जेनका परमेस्सर क सन्देस मिल चुका बाटइ? (अउर पवित्तर सास्तर क बात काटी नाहीं जाइ सकत) 36 का तू परमेस्सर क अपमान करत अहा ओकरे बरे कहत अहा, जेका परमपिता इ दुनिया मँ अर्पण कइके भेजे अहइ, केवल इ बरे कि मइँ इ कहेउँ, ‘मइँ परमेस्सर क पूत अहउँ?’ 37 जदि मइँ अपने परमपिता क कारज नाहीं करत अहउँ तउ मोर बिसवास जिन करा, 38 मुला जदि मइँ अपने परमपिता क कारज करत अहउँ, अउर तू मोर बिसवास नाहीं करत अहा, तउ मोरे कारण बिसवास करा जइसे कि तू इ जानि सका कि पिता मोरे अन्दर अहइ अउर मइँ अपने पिता मँ अहउँ।”
39 इ सुनि क यहूदी एक बार फिन ओका बन्दी बनावइ क कोसिस किहेन मुला ईसू ओनके हाथ स निकरि गवा।
40 ईसू फिन हुआँ स हट कर यरदन क दूसरे पार उ जगह चला गवा जहाँ प यूहन्ना बपतिस्मा देत रहा। ईसू हुवाँ ठहरा, 41 तमाम मनई ओकरे पास आएन अउर कहइ लगेन, “यूहन्ना कउनो अद्भुत कारज नाहीं करेस मुला इ मनई क बारे मँ जउऩ कछू कहे रहा, उ बिल्कुल सही निकरा।” 42 फिन हुवाँ तमाम मनई ईसू मँ बिसवास करइ लागेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.