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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
दूसर इतिहास 14-15

14 अबिय्याह अपने पुरखन क संग बिस्राम किहस। लोगन ओका दाऊद नगर मँ दफनाएन। तब अबिय्याह क पूत आसा अबिय्याह क जगह पइ नवा राजा भवा। आसा क समइ मँ देस मँ दस बरिस सान्ति रही।

यहूदा क राजा आसा

आसा उहइ काम किहेस जउन यहोवा ओकर परमेस्सर क समन्वा अच्छा अउ ठीक रहा। आसा ओन विचित्र वेदियन क हटाइ दिहस जेनकर उपयोग मूरतियन क पूजा क बरे होत रहा। आसा ऊँच जगहन क हटाइ दिहस अउर पवित्तर पाथरन क बर्बाद कइ दिहस अउर आसा असेरा खम्भन क तोर डाएस। आसा यहूदा क लोगन क ओनकइ पुरखन क यहोवा परमेस्सर क अनुसरण करइ क आदेस दिहस। अउ आसा लोगन क यहोवा क नेमन अउ आदेसन क पालन करइ क आदेस दिहस। आसा ऊँची जगहन क अउर सुगन्धि क वेदियन क यहूदा क सबहिं नगरन स हटाएस। इ तरह जब आसा राजा रहा, राज्ज सान्त रहा। आसा यहूदा मँ सान्ति क समइ सक्तीसाली नगर बनाएस। आसा एन दिनन जुद्ध स मुक्त रहा काहेकि यहोवा ओका सान्ति दिहस।

आसा यहूदा क लोगन स कहेस, “हम पचन क नगरन क निर्माण अउ एनके चारिहुँ कइँती चरहदीवार बनावइ द्या। हम गुम्बद, दुआर अउ दुआरन मँ छड़न लगावइँ। हम पचन क तब तलक करइ द्या जब तलक इ देस हमार अहइ। इ हमार देस अहइ काहेकि हम लोग अपने यहोवा क अनुसरण किहा ह। उ हम लोगन क सब कइँती स सान्ति दिहस ह।” एह बरे उ पचे इ सबइ बनाएस अउर उ पचे सफल भएन।

आसा क लगे यहूदा क परिवार समूह स तीन लाख अउर बिन्यामीन क परिवार समूह स दुइ लाख अस्सी हजार फउज रही। यहूदा क मनइयन बड़ी ढारन अउर भालन लइके चलत रहेन। बिन्यामीन क मनइयन नान्ह ढारन अउ धनुस स चलइवाले बाण लइ चलत रहेन। उ पचे सबहिं बलवान अउर साहसी जोधा रहेन।

जब जेरह आसा क फउज क खिलाफ आवा। जेरह कूस द रहा। जेरह क फउज मँ दस लाख मनई अउर तीन सौ रथ रहेन। जेरह क फउज मारेसा नगर तलक गइ। 10 आसा जेरह क खिलाफ लड़इ बरे गवा। आसा क फउज मारेस क निअरे सापता घाटी मँ जुद्ध क बरे तइयार भइ।

11 आसा यहोवा परमेस्सर क गोहराएस अउर कहेस, “यहोवा, तू केवल तू ही बलवान लोगन क खिलाफ कमजोर लोगन क मदद कइ सकत ह। हे मोर यहोवा परमेस्सर हमार मदद करा। हम तोह पइ निर्भर अही। हम तोहरे नाउँ पइ इ बिसाल फउज स जुद्ध करित ह। हे यहोवा, तू हमार परमेस्सर अहा। अपने खिलाफ कउनो क जीतइ न द्या।”

12 तब यहोवा यहूदा कइँती स आसा क फउज क उपयोग कूस क फउज क पराजित करइ बरे किहस अउर कूस क फउज भाग खड़ी भइ। 13 आसा क फउज वूस क फउज क लगातार गरार नगर तलक पाछा किहस। एतने जियादा कूस क लोग मारे गएन कि उ पचे जुद्ध करइ बरे एक फउज क रूप मँ फुन बटुर न सकइँ। उ पचे यहोवा अउ ओकरी फउज क जरिये कूचर दीन्ह गएन। आसा अउर ओकर फउज दुस्मन स बहोत सारी लूट क माल लइ लिहन। 14 आसा अउर ओकर फउज गरार क नजिक क सबहिं नगरन क हराएस। ओन नगरन मँ रहइवाले लोग यहोवा स डरात रहेन। ओन नगरन मँ अनगिनत कीमती चिजियन रहिन। आसा क फउज ओन नगरन स एन कीमती चिजियन क संग लइ आइ। 15 आसा क फउज ओन डेरन पइ भी हमला किहस जेनमाँ गड़रियन रहत रहेन। उ पचे अनेक भेड़िन अउ ऊँट लूट लिहेन अउर ओनका लइ गएन। तब आसा क फउज यरूसलेम लउटि गइ।

आसा क परिवर्तन

15 परमेस्सर क आतिमा आदेद क पूत अजर्याह पइ उतरी। अजर्याह आसा स भेंटइ गवा। अजर्याह कहेस, “आसा अउ यहूदा अउ बिन्यामीन क सबहिं लोग मोर सुनइँ। यहोवा तोहरे संग तब अहइ जब तू ओकरे संग अहा। जदि तू यहोवा क हेरब्या तउ तू ओका पउब्या। किन्तु जदि तू ओका छोड़ब्या तउ उ तोहका तजि देइ। बहोत समइ तलक इस्राएल बिना सच्चे परमेस्सर क, सिच्छा देइ वाला बिना याजक क अउ बिना नेम क रहेन। किन्तु जब इस्राएल क लोग कस्ट मँ पड़इँ तउ उ पचे फुन इस्राएल क यहोवा परमेस्सर कइँती लउटइ। उ पचे यहोवा क हेरेन अउ ओका पाएन। ओन बिपत्ति क दिनन मँ कउनो मनई सुरच्छित जात्रा नाहीं कइ सकत रहा। सबहिं रास्ट्र बहोत जियादा उपद्रव ग्रस्त रहेन। एक रास्ट्र दूसरे रास्ट्र क अउर एक नगर दूसरे नगर क नस्ट करत रहा। इ एह बरे होत रहा कि परमेस्सर हर तरह क बिपत्तियन स ओनका परेसान करत रहा। किन्तु आसा, तू अउर यहूदा अउ बिन्यामीन क लोगो, सक्तीसाली बना। कमजोर न पड़ा, ढीले न पड़ा काहेकि तोहका पचन्क अपने नीक काम क पुरस्कार मिली।”

आसा जब एन बातन अउर ओदेद नबी क संदेसा क सुनेस, तउ उ बहोत उत्साहित भवा। तब उ सारे यहूदा अउ बिन्यामीन छेत्र स घिनौनी मूरतियन क हटाइ दिहस अउर उ एप्रैम क पहाड़ी देस मँ अपने अधिकार मँ लाए गए नगरन मँ मूरतियन क हटाएस अउर उ यहोवा क उ वेदी क मरम्मत किहस जउन यहोवा क मन्दिर क ओसारे क समन्वा रही।

तब आसा यहूदा अउ बिन्यामीन क सबहिं लोगन क बटोरेस। उ एप्रैम, मनस्से अउर सिमोन परिवारन क भी बटोरेस जउन इस्राएल देस स यहूदा देस मँ रहइ बरे आइ ग रहेन। ओनकर बड़ी गनती यहूदा मँ आइ काहेकि उ पचे लखेन कि आसा क यहोवा परमेस्सर, आसा क संग अहइ।

10 आसा क हुकूमत क पन्द्रहवें बरिस क तीसरे महीने मँ आसा अउर उ सबइ लोग यरूसलेम मँ बटुरेन। 11 उ समइ उ पचे यहोवा क सात सौ बर्धन अउ सात हजार भेड़िन अउ बोकरन क बलि दिहन। आसा क फउज ओन जनावरन अउर दूसर कीमती चिजियन क अपने दुस्मनन स लिहे रहा। 12 तब उ पचे आपन पुरखन क यहोवा परमेस्सर क सेवा पूरे हिरदइ अउर आपन पूरी जान स करइ क एक करार अउर वाचा मँ किहन। 13 कउनो मनई जउन यहोवा परमेस्सर क सेवा स इन्कार करत रहा, मार दीन्ह जात रहा। इ बात क कउनो महत्व नाहीं रहा कि उ मनई महत्वपूर्ण या साधारण अहइ या मनसेधू या मेहरारु अहइ। 14 तब आसा अउ लोगन यहोवा क किरिया लिहन। उ पचे ऊँची अवाज मँ उद्घोस किहन। उ पचे तुरही अउ भेड़न क सींग बजाएन। 15 यहूदा स सबहिं लोग खुस रहेन काहेकि उ पचे पूरे हिरदइ स किरिया खाए रहेन। उ पचे पूरे हिरदइ स यहोवा क अनुसरण किहन अउ यहोवा क खोज किहन अउर ओका पाएन। एह बरे यहोवा यहोवा ओनके पूरे देस मँ सान्ति दिहस।

16 राजा आसा अपनी महतारी आका क राजमाता क पद स हटाइ दिहस। आसा इ एह बरे किहस काहेकि माका असेरा क सम्मान देइ बरे एक भयंकर खम्भा खड़ा किहे रहा। आसा इ खम्भा क काट दिहस अउर एका नान्ह नान्ह टूकन मँ तहस नहस कइ दिहस। तब उ ओन नान्ह टूकन क किद्रोन घाटी मँ बार दिहस। 17 ऊँच जगहन क यहूदा स नाहीं हटावा गवा, किन्तु आसा क हिरदइ जिन्नगी भइ यहोवा क बरे स्रद्धालु रहा।

18 आसा ओन पवित्तर भेंटन यहोवा क मन्दिर मँ लिआएस जेनका ओकर बाप राखस रहेन। उ सबइ चिजियन चाँदी अउ सोना क बनी रहिन। 19 आसा क हुकूमत क पैंतीस बरिस तलक कउनो जुद्ध नाहीं भवा।

प्रकासित वाक्य 4

सरग क दर्सन

एकरे बाद मइँ आपन निगाह उठाएउँ तउ उहाँ सरग क खुला दरवाजा मोरे सामने रहा। अउर उहइ आवाज जउने क मइँ पहले सुने रहेउँ, तुरही क आवाज जइसी मँ मोसे कहत रही, “हिआँ ऊपर आइ जा। मइँ तोहका उ देखाउब जउन आगे चलिके होइवाला अहइ।” फिन तुरन्तइ मइँ आतिमा क बस मँ होइ गएउँ। मइँ देखेउँ कि मोर सामने सरग मँ सिंहासन अहइ अउर ओकरे ऊपर केउ बइठा अहइ। जउन ओह प बइठा रहा ओकै चमक यसब अउर गोमेद क तरह रही। सिंहासन क चारिहुँ कइँती एक मेघधनुस रहा जउन पन्ना क तरह दमकत रहा।

उ सिंहासन क चारिहुँ कइँती चौबीस सिंहासन अउर रहेन। ओकरे ऊपर चौबीस बुजुर्गन[a] बइठा रहेन। उ पचे सफेद कपरा पहिने रहेन। ओनके मूड़े प सोने क मुकुट रहेन। सिंहासन भरा बिजली क चकाचौध, घड़घड़ाहट, अउर बादर गरजइ क आवाज आवत रही। सिंहासन क समन्वा लपलपात सात मसाल जरत रहिन। इ मसाल परमेस्सर क सात आतिमा अहइँ। सिंहासन क समन्वा पारदर्सी कांच क स्फटिक समुद्दर जइसा फइला रहा।

सिंहासन क ठीक समन्वा अउर ओकरे दुइनउँ तरफ चार जीवित प्रानी रहेन। ओनके आगे अउर पाछे आंखिन रहिन। पहला जीवित प्रानी सेर क तरह रहा, दूसर जीवित प्रानी बइल जइसा रहा, तीसरे जीवित प्रानी क मुँह मनई जइसा रहा। अउर चौथा प्रानी उड़ते हए गरुड़ क समान रहा। इ चारु ही प्रनियन क छ: छ: ठू पखना रहेन। ओकरे चारो तरफ अउर भीतर आंख आंख भरी पड़ी रहिन। दिन रात उ पचे हमेसा कहत रहेन:

“पवित्तर, पवित्तर, पवित्तर प्रर्भू परमेस्सर सर्वसक्तिमान,
    उहइ रहा, उहइ अहइ, अउर उहइ आवत अहइ।”

जउ उ जिअत प्रानी उ सदैव रहत क महिमा, आदर अउर धन्यबाद करत रहेन, जउन सिंहासन प बइठा रहा, तउ ब उ 10 चौबीसौ बुजुर्गन ओकरे पैरन मँ गिरके हमेसा जिअत रहइवाले क आराधना करत ही। उ सिंहासन क समन्वा आपन मुकुट डाय देत ही अउर कहत ही:

11 “हे हमार पर्भू अउर परमेस्सर!
    तू महिमा, समादर अउर ताकत पावई क बरे सुयोग्य अहा,
काहे बरे कि तू ही अपनी इच्छा स सब चीजन क पइदा किहा,
    अउर तोहरी इच्छा स ओनकर अस्तित्व अहइ। अउर तोहरी इच्छा स ओनकर पैदाइस भय।”

हाग्गै 2

यहोवा क लोगन क प्रेरणा देब

यहोवा क सँदेसा सतएँ महीना क इक्कीसवे दिना हाग्गै क मिला। सँदेसा मँ कहा गवा, “अब यहूदा क सासक सालतीएल क पूत जरूब्बाबेल, यहोसादाक क पूत महायाजक यहोसू स बातन करा अउ जउन लोग बचा अहइँ ओनसे कहा: ‘का तू पचन मँ कउनो अइसा बचा अहइँ जउन उ मंदिर क आपन पहिले क बैभव मँ देखेस ह। अब तू पचन्क कइसा लागत ह का खण्डहर भवा इ मन्दिर ओ पहिले बैभववाला मंदिर क मुकाबले कहूँ ठहर पावत ह मुला जरूब्बाबेल, “अब तू हिम्मती बना!” अउर यहोसादाक क पूत महायाजक यहोसू, “तू भी हिम्मती बना।” अउर तू सबइ लोग जउन हिआँ रहत ह, हिम्मती बना। यहोवा इ भी कहत ह, “काम करा, काहेकि मइँ तोहारे संग अहउँ।” सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह।’”

यहोवा कहत ह, “‘जहाँ तलक मोरी प्रतिग्या क बान अहइ, जउन मइँ तू पचन क मिस्र स बाहेर निकारइ क समइ तू पचन स किहेउँ, उ मोर आतिमा तू पचन मँ अहइ। डेराअ जिन।’ काहेकि सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह: ‘एक दाई फुन मइँ हाली ही भुइँया अउ आसमान अउ समुद्दर अउ सूखी भुइँया क कँपकँपाइ देबउँ। मइँ सबहिं रास्ट्रन क कँपाइ देब, अउर उ सबहिं रास्ट्र आपन सम्पत्तियन क संग तू पचन क लगे अइहीं। तब मइँ इ मन्दिर क महिमा स भरि देबउँ।’ सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह। ‘ओनकर चाँदी मोर अहइ अउर ओनकर सोना मोर अहइ।’ सर्वसक्तीमान यहोवा इहइ कहत ह। ‘इ मंदिर क परवर्ती गौरव पहिले मंदिर क गौरव स बढ़िके होइ।’ सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह अउर इ ठउर पइ मइँ सान्ति क ठहराउब। सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह।”

कारज सुरू होइ चुका अहइ बरदान मिली

10 यहोवा क सँदेसा दारा क दूसर बरिस क नौवें महीना क चउबीसवें दिना नबी हाग्गै क मिला। सँदेसा मँ कहा ग रहा, 11 “सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह, अब याजक स पूछा कि इ बिसय क बारे मँ व्यवस्था का कहत ह। 12 ‘होइ सकत ह कउनो मनई आपन ओढ़नन क तहन मँ पवित्तर मांस लइ चलइ। होइ सकत ह कि उ ओढ़ना जउन मँ उ पवित्तर मांस लइ जात रहा होइ, रोटी या पका भोजन, दाखरस, तेल या कउनो दूसर भोजन क छुइ लेइ। का उ चीज जेकर छुअब ओढ़ना स होत ह पवित्तर होइ जाइ?’”

याजकन जवाब दिहस, “नाहीं।”

13 तब हाग्गै पूछेस, “का होइ अगर कउनो मनई कउनो जउन कि ल्हासे क छुइ क कारण असुद्ध होइ गवा ह, इ चिजियन मँ स कउनो चीज क छुवत ह का इ भी अपवित्तर होइ जाब?”

तब याजकन जवाब दिहस, “हाँ, उ अपवित्तर होइ जाइ।”

14 तब हाग्गै जवाब दिहस, “परमेस्सर यहोवा कहत ह, ‘मोर नज़र मँ, इ ऍन लोगन अउर इ रास्ट्र बरे नेम अहइ। जउन कछू उ करी अउर जउन कछू उ मोका भेंट करिहीं उ अपवित्तर होइ।

15 “‘अब सोचा आज क पहिले का भवा। यहोवा परमेस्सर क मन्दिर मँ तोहार जरिये एक पाथर पइ दूसर पाथर रखइ स पहिले चिजियन कइसा रहेन? 16 एक मनई बीस माप अनाज क ढेर क निअरे आवत ह, मुला हुआँ ओका सिरिफ दस ही मिलत ह अउर जब तलक एक मनई दाखरस क पीपा क निअरे पचास माप निकारइ आवत ह तउ हुआँ उ सिरिफ बीस ही पावत ह! 17 मइँ, तू पचन क अउर तू पचन क काम क सजा दिहन। मइँ तोहार पउधन क नास करइ बरे जेका तू उगाएस ह बेरामियन क भेजा हउँ। मइँ फपूँदी अउर ओलन क भेजेस जउन कि तोहार सारे पइदावान क तबाह कइ दिहेस। मुला तू पचे फुन भी मोरे लगे नाहीं आया।’ यहोवा इ कहत ह।

18 “यहोवा कहत ह, ‘इ दिना स अगवा सोचा अर्थात नौवाँ महीना क चौबीसवें दिन जउने दिन यहोवा, क मंदिरे क नेंव तइयार कीन्ह गइ। सोचा। 19 का बिआ अबहुँ भी भण्डार-गृह मँ बाटइ? का अंगूरे क बेलन, अंजीर क बृच्छ, अनार अउ जइतून क बृच्छ अब तलक फल नाहीं दइ पावत अहइँ? नाहीं। मुला आजु क दिन स, अगवा क बरे मइँ तू पचन क आसीर्वाद देबउँ।’”

20 तब महीन क चौबीसवे दिन हाग्गै क दूसरी दाई यहोवा क सँदेसा मिला। सँदेसा मँ कहा गवा, 21 “यहूदा क प्रसासक जरुब्बाबेल स कहा, मइँ आसमान अउ भुइँया क कँपावइ जात हउँ 22 अउर मइँ राज्जन क सिंहासनन क लोकाइ देबउँ अउ रास्ट्रन क राज्जन क सक्ति क बरबाद कइ देबउँ अउर मइँ रथन अउर ओनके सवारियन क नीचे फेंक देबउँ। तब घोड़न अउर ओनके घुड़सवार भहरइहीं। भाई, भाई क दुस्मन होइ जाइ।” 23 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, “मइँ उ दिना सालतीएल क पूत, आपन सेवक, जरुब्बाबेल क लेबउँ। यहोवा इ कहत ह अउर मइँ तू पचन क मुंद्रा स छापी भइ अंगूठी बनाउब। काहेकि मइँ तू पचन क चुनेउँ ह।”

सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहेस ह।

यूहन्ना 3

ईसू अउर नीकुदेमुस

हुआँ फरीसियन क एक ठु मनई रहा, जेकर नाउँ रहा नीकुदेमुस। उ यहूदियन क नेता रहा। उ ईसू क लगे रात मँ आवा अउर ओसे बोला, “गुरू, हम जानत अही कि तु गुरू अह्या अउर परमेस्सर तोहका भेजेस, इहइ कारण अहइ कि तू अइसे अइसे अद्भुत कारजन करत अहा। इ सब कारज परमेस्सर क सहायता क बिना कउनो नाहीं करि सकत।”

एकरे जवाब मँ ईसू ओहसे कहेस, “मइँ तोहका एकदम सच सच बतावत अहउँ कि अगर कउनो मनई एकदम स नवा जनम न लेइ तउ उ परमेस्सर क राज्य नाहीं देख सकत।”

नीकुदेमुस ओसे कहेस, “कउनो मनई बुढ़वा होइ क बाद फिन जनम कइसे लइ सकत ह? कउनो अपनी महतारी क कोख मँ घुसि क जनम कहसे लइ सकत ह?”

ईसू जवाब दिहेस, “मइँ तोहका सच बतावत अहउँ। अगर कउनो मनई पानी अउर आतिमा स जनम नाहीं लेत तउ उ परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ नाहीं पावत। जउन सरीर स पइदा होइ सकत ह, उहइ सरीर अहइ जउन आतिमा स पइदा होत ह, उहइ आतिमा अहइ। मइँ तोहसे जउन बताए अहउँ, ओहमाँ कउनो अचरज करइ क जरुरत नाहीं अहइ, ‘तोहका फिन स जनम लेइ क होई।’ हवा जउने तरफ चाहत ह, उहइ तरफ बहत ह। तू ओकर आवाज तउ सुनि सकत ह, मुला तू इ नाहीं जानि सकत ह कि उ कहाँ स आवत अहइ अउर कहाँ जात अहइ। आतिमा स पइदा भवा हर एक मनई इहइ तरह अहइ।”

एकरे जवाब मँ नीकुदेमुस ओसे कहेस, “इ कइसे होइ सकत ह?”

10 ईसू ओका जवाब दिहेस, “तू तउ इस्राएलियन क गुरू अह्या मुला तू इ बात नाहीं जानत रह्या? 11 सच्ची बात मइँ बतावत अहउँ, हम पचे जउन जानत अही, उहइ बतावत अही, जउन हम देखत अही मुला तू पचे हमरी बात मँ कम बिसवास करत अहा। 12 मइँ तोहका धरती क बात बतावत अहउँ, अउर तू ओका नाहीं मानत अहा, अबहीं जब मइँ तोहका पचे क सरग क बात बतावउँ तउ तू ओका कइसे मान लेब्या? 13 सरग मँ कबहुँ कउनो नाहीं गवा, केवल ओका छोड़ कर, जउन सरग स उतरके आवा ह – उहइ मनई क पूत।

14 “जइसे मूसा रेगिस्तान मँ साँप क उठाइ लिहे रहा वइसे मनई क पूत क ऊपर उठाइ लीन्ह जाई। 15 जइसे कि ओहमाँ बिसवास करइवाले सब मनई अनन्त जीवन पाइ सकइँ।”

16 परमेस्सर इ दुनिया स इतना पिरेम करत रहा कि अपने एकलौता पूत क दइ दिहेस, जइसे कि ओहमाँ बिसवास करइवाला कउनो मनई क नास न होइ, ओका अनन्त जीवन मिल जाइ। 17 परमेस्सर आपन पूत इ बरे नाहीं पठएस कि उ दुनिया क अपराधी साबित करइ, उ तउ इ बरे भेजेस अइसे कि समूची दुनिया क उद्धार होइ जाइ। 18 जउन मनई परमेस्सर क पूत मँ बिसवास करत हीं, ओनका दोसी न ठहरावा जाइ, मुला जे ओनके मँ बिसवास नाहीं करतेन, ओका तउ दोसी ठहरावा जाइ चुका अहइ, काहेकि उ परमेस्सर क एकलौता पूत मँ बिसवास नाहीं करत ह। 19 इ निरनय क आधार इ बाटइ कि ज्योति इ दुनिया मँ आइ गइ अहइ, मुला कछू मनई अइसे अहइँ कि ज्योति क न देखिके आँधियारे क जियादा महत्व देत अहइँ काहेकि ओनके सब करम बुरा अहइँ। 20 पाप करइवाला मनई हमेसा ज्योति स घिणा करत ह अउर ओकरे पास कबहूँ नाहीं आवत, एह बरे कि ओकरे पाप क उजागिर होइ क डर बना रहत ह। 21 मुला जउन मनई सच्चाई क रस्ता प चलत ह उ परमेस्सर क द्वारा ज्योति क किरन क लगे अइहीं जइसे इ उजागिर होइ जाइ कि ओके सब कारज परमेस्सर करावत अहइ।

यूहन्ना ईसू क बपतिस्मा दिहेस

22 ओकरे बाद ईसू अपने चेलन क साथ यहूदिया क इलाका मँ चला गवा। हुवाँ ओनके साथ ठहरिके उ सब लोगन्ह क बपतिस्मा देइ लाग। 23 हुवाँ प सालेम क नजदीक ऐनोन मँ यूहन्ना भी बपतिस्मा देत रहा, एह बरे कि हुवाँ इफरात मँ पानी रहा। तमाम मनई हुवाँ आवत रहेन अउर बपतिस्मा लेत रहेन। 24 (अब तक यूहन्ना क बंदी नाहीं बनावा ग रहा।)

25 अब यूहन्ना क कछू चेलन अउर एक ठु यहूदी क बीच स्वच्छताकरण क लइके बहस होइ लाग। 26 एह बरे उ सब यूहन्ना क लगे आएन अउर कहेन, “गुरु, जउन मनई यरदन क ओहॅ पार तोहरे साथ रहा अउर जेकरे बारे मँ तू बताए रह्या, उ लोगन्ह क बपतिस्मा देत अहइ, अउर सब मनई ओकरे पास जात अहइँ।”

27 एकरे जवाब मँ यूहन्ना कहेस, “कउनो मनई क तब तक कछू नाहीं मिल सकत जब तक कि ओका परमेस्सर स न दीन्ह ग होइ। 28 तू पचे इ बात क साच्छी अहा कि मइँ कहे रहेउँ, ‘मइँ मसीह न अहउँ मोका तउ ओकरे बरे रस्ता बनाइ बरे पठवा गवा अहइ।’ 29 दूल्हा तउ उहइ बा, जेका दुलहिन मिलइ। मुला दूल्हा क दोस्त जउन ओकरे अगुवाई मँ खड़ा रहत ह जब दूल्हा क आवाज सुनत ह, तउ बहुत खुस होत ह। इहइ मोर खुसी अहइ जउन अब पूरी भइ। 30 अब इ जरुरी अहइ कि ओकर महिमा बढ़इ अउर मोर कम होइ।

उ जउन सरग स उतर

31 “जउन ऊपर स आवत ह, उ सबसे महान अहइ। उ जउन घरती स बाटइ, धरती स जुड़ा अहइ। एह बरे उ धरती क चीजन क बारे माँ बात करत ह। जउन सरग स उतरा ह, सबके ऊपर अहइँ, 32 उ जउन कछू देखे अहइ, अउर सुने अहइ, उ ओकर साच्छी देत ह अउर ओकर साच्छी क कउनो मनई नाहीं चाहत। 33 जउन ओकरी साच्छी क मानत ह, उ प्रमाणित करत ह कि परमेस्सर सच्चा अहइ। 34 काहे बरे कि जेका परमेस्सर पठए अहइ, परमेस्सर क बातन करत ह। काहेकि परमेस्सर ओका आतिमा क अनन्त दान दिहे अहइ। 35 परमपिता अपने पूत क स पिरेम करत ह अउर ओकरे हाथे मँ उ सब कछू क अधिकार सौंपि दिहेस। 36 एह बरे जउन ओकरे पूत मँ बिसवास करत ह, अनन्त जीवन पइहइँ मुला जे परमेस्सर क पूत क बात नाहीं मानत ओका इ जीवन नाहीं मिली। एकरे बजाय उ परमेस्सर क कोप का भाजन बनी।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.