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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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लैव्यव्यवस्था 15-16

सरीर स बहइवाला स्राव क नेम

15 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “इस्राएल क लोगन स कहा: जब कउनो मनई क सरीर स धात क स्राव होत ह तब उ व्यक्ति असुद्ध होत ह। उ धात सरीर स खुला बहत ह या सरीर ओका बहइ स रोक देत ह ऍकर कउनो महत्व नाहीं।

“अगर धात तजइवाला बिछउना पइ सोवत रहत ह तउ उ बिस्तर असुद्ध होइ जाइ। जउने जगह प उ बइठत ह उ असुद्ध होइ जाइ। अगर कउनो मनई ओकरे बिछउना क छुअत ह तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी स नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। अगर कउनो मनई उ चीज प बइठत ह जउने पइ धात तजइवाला मनई बइठा होइ तउ ओका आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउर बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। अगर कउनो मनई उ मनई क छुअत ह जउन धात क तजे बाटइ तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही।

“अगर धात तजइवाला मनई कउनो सुद्ध मनई पइ छूवत ह तउ सुद्ध मनई क आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। पसु पइ बइठइ क काठी जउने प धात तजइवाला मनई बइठा होइ तउ उ असुद्ध होइ जाइ। 10 एह बरे कउनो मनई जउन धात तजइवाला मनई क नीचे रहइवाली कउनो चीजे क छुअत ह तउ उ साँझ तलक असुद्ध रही। जउन मनई धात तजइवाला मनई रहइवाली कउनो नीचे क चीजन क लइ जात ह तउ ओका आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही।

11 “सम्भव अहइ कि धात तजइवाला मनई पानी मँ बिना हाथ धोइके कउनो दूसर मनई क छुअइ। तब दूसर मनई आपन ओढ़नन क धोवइ चाही अउ पानी मँ नहाइ। उ साँझ तलक असुद्ध रही।

12 “धात तजइवाला मनई अगर माटी क खोरा छुअइ तउ उ खोरा जरूर फोड़ देइ चाही। अगर धात तजइवाला मनई कउनो काठे क खोरा छुअइ तउ उ खोरा क बहत पानी मँ अच्छी तरह धोवइ चाही।

13 “जब धात तजइवाला कउनो मनई आपन धात तजे स सुद्ध कीन्ह जात ह तउ ओका आपन सुद्धि बरे उ दिना स सात दिन गनइ चाही। तब ओका आपन ओढ़ना धोवइ चाही अउ बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ सुद्ध होइ जाइ। 14 अठएँ दिन उ मनई क दुइ फ़ाखता या दुइ कबूतरे क बच्चा लेइ चाही। ओका मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा आवइ चाही। उ मनई दुइ पंछी याजक क देइ। 15 याजक पंछियन क बलि चढ़ाई। एक क पापबलि बरे अउ दूसर क होमबलि बरे। इ तरह याजक इ मनई क यहोवा क समन्वा ओकरे धात तजइ बरे प्रायस्चित करी।

16 “अगर मनसेधू क वीर्य निकरि जात ह तउ ओका बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 17 अगर वीर्य कउनो ओढ़ना या चाम पइ गिरइ तउ उ ओढ़ना या चाम पानी मँ धोवइ चाही। इ साँझ तलक असुद्ध रही। 18 अगर कउनो मनसेधू कउनो स्त्री क संग सोवत ह अउ वीर्य निकरत ह तउ स्त्री अउ मनसेधू दुइनउँ क बहत पानी मँ नहाइ चाही। उ पचे साँझ तलक असुद्ध रइहीं।

19 “अगर कउनो स्त्री मासिक रकत स्राव क समइ मासिक धर्म स बाटइ तउ उ सात दिना तलक असुद्ध रही। अगर कउनो मनई ओका छुअत ह तउ उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही। 20 आपन मासिक धर्म क समइ स्त्री जउन कउनो चीज पइ ओलरी, उ भी असुद्ध रही अउ उ समइ मँ जउने चीजे प उ बइठी, उ भी असुद्ध होइ। 21 अगर कउनो मनई उ स्त्री क बिछउना क छुअत ह तउ ओका आपन ओढ़नन क बहत पानी मँ धोवइ अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 22 अगर कउनो मनई उ चीज क छुअत ह जेह पइ उ स्त्री बइठी होइ तउ उ मनई क आपन ओढ़ना बहत पानी मँ धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 23 उ मनई स्त्री क बिछउना क छुअत ह या उ चीज क छुअत ह जेह पइ उ बइठी होइ, तउ उ मनई साँझ तलक असुद्ध रही।

24 “अगर कउनो मनई कउनो स्त्री क संग मासिक धर्म क समइ मँ यौन सम्बंध रखत ह तउ उ मनई सात दिना तलक असुद्ध रही। हर उ बिछउना जउने प उ सोवत ह असुद्ध होइ।

25 “अगर कउनो स्त्री क कइउ दिना तलक रकत स्राव रहत ह जउन ओकरे मासिक धर्म क समइ नाहीं होत, या निस्चित समइ क पाछे मासिक धर्म होत ह तउ उ उहइ तरह असुद्ध होइ जेह तरह मासिक धर्म क समइ अउ तब तलक असुद्ध रही जब तलक रही। 26 पूरा रकत स्राव क समइ उ स्त्री जेह बिछउना पइ ओलरी, उ वइसा ही होइ जइसा मासिक धर्म क समइ। जउन कउनो चीजे पइ उ स्त्री बइठी, उ वइसे ही असुद्ध होइ जइसेन उ मासिक धर्म स असुद्ध होत ह। 27 अगर कउनो मनई ओन चिजियन क छुअत ह तउ उ असुद्ध होइ। इ मनई क बहत पानी स आपन (कपड़ा) धोवइ चाही अउ नहाइ चाही। उ साँझ तलक असुद्ध रही। 28 ओकरे पाछे जब उ स्त्री मासिक धर्म स असुद्ध होइ जात ह तब स ओका सात दिन जरूर गनइ चाही एकरे पाछे उ सुद्ध होइ। 29 फिन अठएँ दिन ओका दुइ फाखता अउ दुइ कबूतरे क बच्चा लेइ चाही। ओका ओनका मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ याजक क लगे जरूर लावइ चाही। 30 तब याजक क एक पंछी पापबलि क रुप मँ अउ दूसर क होमबलि क रुप मँ चढ़ावइ चाही। इ तरह उ याजक ओका यहोवा क समन्वा ओकरे स्राव बरे प्रायस्चित करी।

31 “एह बरे तू इस्राएल क लोगन क उपदेस द्या कि उ पचन्क अपने आप क अलग करइ चाही जउन उ असुद्ध अहइ। इ तरह उ मोर पवित्तर तम्बू क दूसित नाहीं करब्या जउन ओकर बीच बाटइ। अगर उ पचे ऍका दूसित करत हीं तउ आपन असुद्धी क कारण जरूर मरइ क होइ।”

32 इ सबइ नेम तजइवाले लोगन क बरे अहइँ। इ सबइ नेम ओन मनइयन बरे अहइँ जउन वीर्य क सरीर स बाहेर निकरइ स असुद्ध होत हीं। 33 अउर इ सबइ नेम ओन स्त्रियन बरे अहइँ जउन आपन मासिक धर्म क रकत स्राव क समइ असुद्ध होह हीं अउर उ सबइ नेम ओन मनसेधुअन बरे अहइँ जउन असुद्ध स्त्रियन क संग सोवइ स असुद्ध होत हीं।

प्रायस्चित क दिन

16 हारून क दुइ पूत यहोवा क सुगन्ध भेंट चढ़ावइ क जतन करइ क समइ मर ग रहेन।[a] एकर पाछे यहोवा मूसा स कहेस, “आपन भाई हारून स कहा कि उ महा पवित्तर ठउर मँ पर्दा क पाछे कउनो टेम जाइ चाहत ह तउ नाहीं जाइ सकत ह। उ पर्दा क पाछे जउन कमरा बाटइ ओहमाँ पवित्तर सन्दूख रखा भवा अहइ। पवित्तर सन्दूख क ऊपर ओकर बिसेस ढकना[b] लाग अहइ। बिसेस ढकना क ऊपर एक ठु बदरे मँ मइँ परगट होब। अगर हारून उ कमरा मँ जात ह तउ उ मरि जाइ।

“प्रायस्चित क दिन पवित्तर ठउर मँ जाइके पहिले हारून क पापबलि क बरे एक ठु बछवा अउ होमबलि बरे एक ठु भेड़ा क महा पवित्तर ठउर क दुआरे क अगवा जरूर भेंट करइ चाही। हारून आपन पूरा सरीर क पानी डाइके धोइ। तब हारून इ सबइ ओढ़नन क पहिरी। सन क नीचे क ओढ़ना सरीर स सटा होइहीं। उ सन स बना भवा कमर बन्द बान्ध लेइहीं। तउ हारून सन क पगड़ी बाँधी। इ सबइ पवित्तर ओढ़ना अहइँ।

“हारून क इस्राएल क लोगन स दुइ ठु बोकरा पापबलि क रूप मँ अउ एक ठु भेड़ा होमबलि क रूप मँ जरूर लेइ चाही। तब हारून बछवा क पापबलि क रूप मँ चढ़ाइ। इ बलि ओकरे अपने बरे अहइ। तब हारून उ अउ ओकर परिवार बरे प्रायस्चित करी।

“एकरे पाछे हारून दुइ बोकरा लेइ अउ मिलापवाला तम्बू क दुआरे पइ यहोवा क समन्वा लिआइ। हारून दुइनउँ बोकरन बरे चिट्ठी डाइ। एक चिट्ठी यहोवा बरे होइ। दूसरी चिट्ठी अजाजेल बरे होइ।

“तब हारून चिट्ठी डाइके यहोवा खातिर चुना गवा बोकरा क भेंट चढ़ाइ। हारून क इ बोकरा क पापबलि बरे चढ़ावइ चाही। 10 मुला चिट्ठी डाइके अजाजेल बरे चुना गवा बोकरा यहोवा क समन्वा जरूर जिअत लइ आवा जाइ चाही। याजक ऐसे ओकर पाप बरे प्रायस्चित करी। तब इ बोकरा मरूभूमि मँ अजाजेल क लगे पठवा जाइ।

11 “तब हारून आपन बरे बछवा क पापबलि रूप मँ चढ़ाइ। हारून अपने अउ आपन परिवार बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा क अपने बरे पापबलि क रूप मँ मारी। 12 तब ओका वेदी स आगी क एक ठु तसला अंगारा स भरा भवा यहोवा क समन्वा लइ आवइ चाही। हारून दुई मुट्ठी भइ उ महकइवाली सुगन्धित धूप लेइ जउन महीन पीसी गइ अहइ। हारून क पर्दा क पाछे कमरा मँ उ सुगन्धि क लिआवइ चाही। 13 हारून क यहोवा क समन्वा सुगन्धि क आगी मँ जरूर डावइ चाही। तबहिं सुगन्धि स भरी धूप क धुआँ क बदर साच्छीपत्र क ऊपर क बिसेस ढकना क ढाँकि लेइ। इ तरह हारून नाहीं मरी। 14 साथ ही साथ हारून क बछवा क कछू रकत अपनी अँगुरियन पइ लइ चाही अउ ओका बिसेस ढकना क पूरब कइँती छिछकारइ चाही। एकरे समन्वा उ सात दाई जरूर अंगुरी स रकत छिछकारी।

15 “एकरे पाछे हारून क लोगन बरे पापबलि क रुप मँ बोकरा क मारइ चाही। हारून क बोकरा क रकत पर्दा क पाछे कमरा मँ जरूर लावइ चाही। हारून क बोकरा क रकत क प्रयोग वइसा ही करइ चाही जइसा बछवा क रकत क किहस। हारून क उ ढकना पइ अउर ढकना क समन्वा बोकरा क खून जरूर छिछकारइ चाही। 16 अउर ओका इस्राएल क लोगन क असुद्धता स, अउ ओकर अपराधन अउर पापन स महा पवित्तर ठउर क सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी चाही। हारून क इ इहइ मिलापवाला तम्बू बरे करइ चाही जउन असुद्ध लोगन क बीच मँ बाटइ।

17 “जउने समइ हारून महा पवित्तर ठउर सुद्ध करइ, उ समइ कउनो मनई मिलापवाला तम्बू मँ नाहीं होइ चाही। कउनो मनई क ओकरे भीतर तब तलक नाहीं जाइ चाही जब तलक हारून बाहेर न आइ जाइ। इ तरह, हारून आपन क, आपन परिवार क अउर इस्राएल क सबहिं लोगन बरे प्रायस्चित करी। 18 तब हारून उ वेदी पइ जाइ जउन यहोवा क समन्वा बाटइ। हारून वेदी बरे प्रायस्चित करी। हारून बछवा अउ बोकरा क कछू रकत लइके वेदी क चारिहुँ कइँती अउ कोना पइ लगाइ। 19 तब हारून कछू रकत आपन अँगुरियन स वेदी पइ सात दाई छिरकी। इ तरह हारून इस्राएल क लोगन क सबहिं पापन स वेदी क सुद्ध अउ पवित्तर करी।

20 “हारून महा पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी बरे प्रायस्चित करी। इ सबइ काम क पाछे हारून यहोवा क लगे जिअत बोकरा क लिआई। 21 हारून आपन दुइनउँ हाथन क जिअत बोकरा क मूँड़े पइ धरी। तब हारून बोकरा क ऊपर इस्राएल क लोगन क अपराध अउ पाप क कबूली। इ तरह हारून लोगन क पापन क बोकरा क मूँड़े पइ डाइ। तब उ बोकरा क दूर रेगिस्तान मँ पठइ। एक मनई बगल मँ बोकरा क लइ जाइके बरे खड़ा होइ। 22 इ तरह बोकरा सबहिं लोगन क पाप अपने ऊपर सूना रेगिस्तान मँ लइ जाइ। जउन मनई बोकरा क लइ जाइ उ रेगिस्तान मँ ओका खुला छोड़ि देइ।

23 “तब हारून मिलापवाला तम्बू मँ जाई। उ सन क ओन उत्तिम ओढ़नन क पहिरिही जेनका उ महा पवित्तर स्थान मँ जात समइ पहिरे रहा। ओका ओन ओढ़नन क हुअँइ तजइ चाही। 24 उ आपन पूरा सरीर क एक पवित्तर जगह मँ पानी स धोई। तब उ आपन दूसर खास ओढ़नन क पहिरी। उ बाहेर आइ अउर आपन होमबलि अउर लोगन क होमबलि चढ़ाइ। उ आपन क अउ लोगन क पाप बरे प्रायस्चित करी। 25 तब उ वेदी पइ पापबलि क चबीर् क चढ़ाइ।

26 “जउन मनई बोकरा क अजाजेल क लगे लइ जाइ, उ आपन ओढ़ना अउ आपन पूरा सरीर क पानी स धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई सिबिर मँ वापिस आइ सकत ह।

27 “पापबलि क बछवा अउर बोकरा क सिबिर स जरूर बाहेर लइ जाइ चाही। (उ पसुअन क रकत पवित्तर ठउरे मँ पवित्तर चीजन बरे प्रायस्चित करइ बरे लिआवा ग रहा।) याजक ओन पसुअन क चाम, सरीर अउ सरीरे क मल आगी मँ बारी। 28 तब ओन चीजन क बारइवाला मनई क आपन ओढ़ना अउ पूरा सरीर क पानी डाइके धोवइ चाही। ओकरे पाछे उ मनई डेरा मँ आइ सकत ह।

29 “इ नेम तोहरे बरे सदा रही। सतएँ महीना क दसवें दिन तू पचन क जरूर उपवास करइ चाही। तू पचन क कउनो काम नाहीं करइ चाही। तोहरे संग रहइवाला नागरिक या विदेसी भी कउनो काम नाहीं कइ सकिहीं। 30 काहेकि उ दिन याजक तोहका सुद्ध किहेस ह अउ तोहरे पापन्क बरे प्रायस्चित किहेस ह। तब तू पचे यहोवा बरे सुद्ध होब्या। 31 इ दिन तोहरे बरे आराम करइ क बिसेस दिन अहइ। तोहका सबन क इ दिन उपवास करइ चाही। इ नेम सदा बरे होइ।

32 “तउ उ मनई जउन महा याजक बनइ बरे अभिसेक किहेस ह इ चीजन सुद्ध करइ बरे प्रायस्चित करी। इ उहइ मनई अहइ जेका ओकरे पिता क मउत क पाछे महा याजक क रुप मँ सेवा बरे तय कीन्ह ग अहइ। उ याजक क सन क पवित्तर ओढ़ना धारण करइ चाही। 33 ओका पवित्तर स्थान, मिलापवाला तम्बू अउ वेदी क सुद्ध करइ चाही अउ ओका याजक अउ इस्राएल क सबहिं लोगन क सुद्ध करइ चाही। 34 इस्राएल क लोगन क प्रायस्चित करइ क इ नेम सदा ही रही। तोहका इ सबइ बरिस मँ एक दाईं जरूर करइ चाही।”

एह बरे उ पचे उहइ किहेन जउन करइ क यहोवा मूसा क आदेस दिहे रहा।

मत्ती 27:1-26

ईसू क पीलातुस क अगवा पेसी

(मरकुस 15:1; लूका 23:1-2; यूहन्ना 18:28-32)

27 दूसर दिन बड़े भिन्सारे सबइ ही मुख्य याजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ईसू क मरवाइ डावइ क एक चाल चलेन। फिन उ पचे ओका बाँधि के लइ गएन अउर राज्यपाल पिलातुस क सौपं दिहन।

यहूदा क आत्महत्या

(प्रेरितन 1:18-19)

ईसू क धरवावइ वाला यहूदा जब देखेस कि ईसू क दोखी ठहराइ दीन्ह ग अहइ, तउ उ बहोत पछतावा। अउर उ याजकन तथा यहूदी नेतन क चाँदी क तीस सिक्कान लउटाइ दिहस। उ कहेस, “मइँ एक वे अपराधी क मार डावइ बरे धरावइ क पाप कीन्ह ह।”

ऍह प मनई कहेन, “हम पचेन क का! इ तोहार आपन मामिला अहइ।”

ऍह प यहूदा चाँदी क ओन सिक्कान क मन्दिर क भितरे लोकाएके चला गवा अउर फिन बाहेर जाइके आपन क फाँसी लगाएस।

मुख्ययाजकन उ सब चाँदी क सिक्कन क उठाइ लिहन अउर कहेन, “हमरे व्यवस्था क मुताविक इ धन क मन्दिर क खजाना मँ धरब नीक नाहीं काहेकि ऍकर प्रयोग कउनो क मार डावइ बरे कीन्ह ग रहा।” एह बरे उ पचे उ सिक्कान क यरूसलेम मँ बाहेर स आवइ वाले मनइयन क मरि जाए प गाड़इ बरे कोहारे क खेत खरीदै क फैसला किहन। एह बरे आजु ताईं इ खेत “लहू क खेत” क नाउँ स जाना जात ह। इ तरह परमेस्सर क नबी यिर्मयाह क कहा भवा बचन पूर होइ ग:

“उ पचे चाँदी क तीस सिक्कान बरे, उ रकम जेका इस्राएल क मनइयन ओकरे बरे देब तइ किहे रहेन। 10 अउ पर्भू क जारिये मोका दीन्ह गवा हुकुम क मुताबिक ओसे कोंहारे क खेत खरीदेन।”[a]

पिलातुस क सवाल ईसू स

(मरकुस 15:2-5; लूका 23:3-5; यूहन्ना 18:33-38)

11 ऍकरे बीच मँ ईसू राज्यपाल क समन्वा पेस भवा। राज्यपाल ओसे पूछेस, “का तू यहूदियन क राजा अहा?”

ईसू कहेस, “हाँ, मइँ हउँ।”

12 दुसरी कइँती जब प्रमुखयाजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन ओह प दोख लगाव रहेन तउ उ कउनो जवाब नाहीं दिहस।

13 तब पिलातुस ओसे पूछेस, “का तू नाहीं सुनत अहा कि उ सबइ तोह प केतॅता दोख लगावत अहइँ?”

14 मुला ईसू पिलातुस क कउनो भी दोख क जवाब नाहीं दिहस। पिलातुस क ऍह प बहोत अचरज भवा।

ईसू क छोड़इ मँ पिलातुस सफल नाहीं भवा

(मरकुस 15:6-15; लूका 23:13-25; यूहन्ना 18:39–19:16)

15 फसह क त्यौहार क अउसर प राज्यपाल क रीति रही कि उ कउनो भी एक कैंदी क, जेका भीड़ चाहत रही, ओनके बरे छोड़ दीन्ह जात रहा। 16 उहइ समइया बरअब्बा नाउँ क एक बदनाम कैदी हुवाँ रहा।

17 तउ जब भीड़ आइके एकट्ठी होइ गइ तउ पिलातुस ओसे पूछेस, “तू का चाहत बाट्या, मइँ तोहरे बरे केका छोड़ि देउँ, बरअब्बा क या उ ईसू क, जउन मसीह कहा जात ह?” 18 पिलातुस जानत रहा कि उ पचे ओका मने मँ डाह क कारण धरवाइ दिहेन ह।

19 पिलातुस जब निआव क सासन प बइठा रहा तउ ओकर पत्नी ओकरे लगे एक संदेसा पठएस: “उ सीधा साँच मनई क संग कछू जिन कइ बइठ्या। मइँ ओकरे बारे मँ एक ठु सपन देखिउँ ह जेसे मइँ आज सारा दिन भइ बेचइन रही।”

20 मुला प्रमुख याजकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन भीड़े क बगदाएन, फुसलाएन कि उ पिलातुस स बरअब्बा क छोरि देइ क अउर ईसू क मरवाइ डावइ बरे कहेन।

21 जवाबे मँ राज्यपाल ओसे पूछेस, “दुइनउँ कैदियन मँ स कउनो एक बरे केका मोसे छुरवावइ बरे तू पचे चाहत बाट्या?”

उ पचे जवाब दिहन, “बरअब्बा क।”

22 जब पिलातुस ओसे पूछेस, “तउ मइँ, जउन मसीह कहा जात बा उ ईसू क का करउँ?”

उ सबइ कहेन, “ओका क्रूस प चढ़ावा!”

23 पिलातुस पूछेस, “काहे, उ कउन अपराध किहेस ह”

मुला उ सबइ तउ अउर जिआदा चिचियानेन, “ओका क्रूस प चढ़ाइ द्या।”

24 पिलातुस देखेस कि अब कउनो फायदा नाहीं। मुला दंगा भड़कइ क बा। तउ उ तनिक पानी लिहस अउर भीड़े क समन्वा आपन हाथ धोएस, उ बोला, “इ मनई क लहू स हमार कउनो जिम्मेदारी नहीं। यह तोहार मामिला बा!”

25 जवाबे मँ सब लोगन कहेन, “एक्करे मउत क जबावदेही हम अउ हमार लरिकन मान लेत हँ।”

26 तब पिलातुस ओनके बरे बरअब्बा क छोरि दिहस अउर ईसू क कोड़वा स पिटवाइ क क्रूस प चढ़ावइ बरे सौंपि दिहस।

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