Old/New Testament
बलि क नेमॅ
15 यहोवा मूसा स कहेस, 2 “इस्राएल क मनइयन स बात करा अउ ओनसे कहा: मइँ तू पचन क इ धरती घर क रूप मँ देत अहउँ। जब तू उ देस मँ घुसब्या, 3 जब तू परमेस्सर क होमबलि चाहे उ गइयन, भेड़िन अउ बोकरियन होइ क होमबलि क रूप मँ बलि क रूप मँ, मनौती भेंट क रूप मँ, बचनबलि क रूप मँ, मेलबलि क रूप मँ या खास पवित्तर क रूप मँ चढ़ाउब्या तउ इ परमेस्सर बरे एक सुहावना सुगन्धित अहइ।
4 “अउर उ टेमॅ जउन आपन भेंट लइ आइ ओका यहोवा क अन्नबलि देइ क होइ। इ अन्नबलि एक चौथाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ। 5 हर दाई जब तू एक ठु मेमना होमबलि क रूप मँ या बलिदान क रूप मँ द्या तउ तोहका एक चौथाई हीन दाखरस पयेबलि क रूप मँ तइयार करइ चाही।
6 “हर समइ जब तू भेड़ा क भेंट करइहीं तउ तोहका अन्नबलि क रूप मँ एक तिहाई हीन जइतून क तेले मँ सनी भइ एपा क दुइ दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क जरूर भेंट करइ चाही। 7 अउर तोहका एक तिहाई हीन पेयबलि जरूर चढ़ावइ चाही। एनका परमेस्सर क भेंट करा। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध अहइ।
8 “होमबलि, मेलबलि या कउनो मन्नत बरे यहोवा क एक भेंट क रूप मँ एक बछवा तइयार कइ सकत ह। 9 एह बरे तोहका बर्धा क संग अन्नबलि भी लइ आवइ चाही। अन्नबलि आधा हीन जइतून क तेले स सनी भइ एपा क तीन दसवाँ हींसा बढ़िया आटा क होइ चाही। 10 आधा हीन दाखरस भी पयेबलि क रूप मँ लइ आवा। आगी मँ बारी गइ इ भेंट परमेस्सर बरे महकउआ सुगन्ध अहइ। 11 हर एक बछवा या भेड़ा या मेमना या बोकरी क बच्चा, जेका तू यहोवा क भेंट करा, उहइ तरह तइयार करइ चाही। 12 जनावरन क गनती क अनुसार तू परमेस्सर क भेंट करा, हर एक एकहीं तरीका स तइयार करा।
13 “एह बरे इ तरीका स हर एक इस्राएली क होमबलि देइ चाही जेकर गंध परमेस्सर क प्रसन्न करी। 14 तोहरे बीच बिदेसी रहब। अगर उ पचे होमबलि देइ चाहत हीं तउ ओनका वइसे ही देइ चाही जइसे तू करत ह। ताकि इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्ध होइ। 15 उहइ नेमॅ हर एक इस्राएली बरे होइ चाही अउ तोहरे बीच बसइया बिदेसी बरे भी होइ। इ नेमॅ हमेसा लागू रही। तू अउ तोहरे बीच बसइया मनइयन यहोवा क समन्वा बराबर होइहीं। 16 ऍकर अरथ अहइ कि तू सबन क एक ही कनून अउ नेमॅ क मानइ चाही। उ सबइ कनून अउ नेमॅ इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए तोहरे अउ जउन तोहरे बीच रहत ही, ओनके बरे अहइ।”
17 यहोवा मूसा स कहेस, 18 “इस्राएल क लोगन स इ कहा: मइँ तोहका दूसर देस मँ लइ जात हउँ। 19 जब तू उ भोजन करब्या जउन उ पहँटा मँ पइदा होइ तउ भोजन क कछू हींसा यहोवा क भेंट क रूप मँ द्या। 20 तू अनाजे क बटोरब्या अउ ऍका आटा क रूप मँ पिसब्या। तू आटा क रोटी बनवइ बरे गुँधब्या। तू पहिला गुँधा भाव आटा स बना रोटी परमेस्सर क अर्पित करब्या। उ अइसा अन्नबलि होइ जउन खरिहान स आवत ह। 21 इ नेमॅ सदा बरे बा। एकर अरथ अहइ कि जउन अन्न क तू आटा क रूप मँ गूँधत ह ओकर पहिली रोटी यहोवा क देइ चाही।
22 “अगर तू यहोवा क जरिये मूसा की दीन्ह गवा आदेस मँ स कउनो क मानव भूलि जा तउ तू का करब्या? मूसा क जरिये दीन्ह गए यहोवा क इ हुकुम अहइँ। 23 इ आदेस उहइ दिन स सुरु होइ ग रहेन जउने दिन यहोवा ऍनका तोहका दिहेस ह। अउर इ आदेस भविस्स मँ भी लागू रइहीं। 24 जदि समूदाय अनजाने मँ कि उ पचे पाप करत हीं तउ सब जने मिलिके एक होमबलि बर्धा क परमेस्सर क चढ़ावइँ। इ परमेस्सर बरे सुहावना सुगन्धि अहइ। बर्धा क बलि क संग परमेस्सर क हिदायत क अनुसार अन्नबलि अउर पयेबलि चढ़ा। तोहका एक ठु बोकरा भी पापबलि क रूप मँ देइ चाही।
25 “याजक क लोगन क पाप स सुद्धि बरे ओकर प्रायस्चित करइ चाही। उ इस्राएल क सब लोगन बरे अइसा करी। लोगन इ नाहीं जाने रहेन कि उ सबइ पाप करत बाटेन। मुला जब उ पचे इ जानेन तब उ पचे होमबलि अउ पापबलि लेइ बरे आएन। इ तरह मनइयन ओकर गलती बरे छिमा पाइ हीं। 26 इस्राएल क सब मनइयन अउ ओनके बीच रहइवाला सब लोग छिमा कइ दीन्ह जइहीं। उ पचे एह बरे छिमा कइ दीन्ह जइहीं कि उ सबइ नाहीं जानतेन कि उ पचे बुरा करत बाटेन।
27 “मुला एक ठू मनई बिना इरादे स पाप करत ह तउ ओका एक बरिस एक ठु मादा बोकरी पापबलि क रूप मँ आपन पाप बरे लावइ चाही। 28 याजक यहोवा क समन्वा पाप बरे जउन उ मनइ गलती स किहेस ह प्रायस्चित करी अउ उ मनई छिमा पाइँ। 29 इ हर मनई बरे कनून अहइ जउन पाप करत ह, मुला जानत नाहीं कि बुरा किहेस ह। इहइ कनून इस्राएल क परिवार मँ पइदा भए मनइयन बरे अहइ या दूसर मनइयन बरे जउन तोहरे बीच रहत हीं।
30 “मुला कउनो मनई जउन पाप करत ह अउ जानत ह कि उ बुरा करत ह। उ मनई क आपन लोगन स अलग पठइ देइ चाही। इ इस्राएल क परिवार मँ जन्मा मनई अउ कउनो भी दूसर मनई बरे, जउन तोहरे बीच रहत ह, एक समान बाटइ। 31 उ मनई यहोवा क हुकुम क खिलाफ गवा अहइ। उ यहोवा क हुकुम क तिस्सकार करइ। उ मनई क तोहरे दले स अलगाइ दीन्ह जाइ चाही। उ मनई अपराधी ही रही अउ सजा भोगी।”
एक ठु मनई अराम क दिन काम करत ह।
32 इ टेमॅ इस्राएल क मनई अबहिं रेगिस्तान मँ रहेन। अइसा भवा कि एक मनई क बारइ बरे कछू काठ मिला। एह बरे उ मनई लकड़ी बटोरत रहा मुला उ सबित क दिन रहा। कछू दूसर मनई ओका इ करत लखेन। 33 जउन मनई ओका लकड़ी बटोरत करत देखेन। उ पचे ओका मूसा अउ हारून क लगे लइ आएन। अउर सबहिं लोग चारिहुँ कइँती बठुर गएन। 34 उ पचे उ मनई क हुवाँ राखेन काहे की उ पचे नाहीं जानत रहेन कि ओकर संग का करइ चाहीं।
35 तब यहोवा मूसा स कहेस, “इ मनई क मरि जाइ चाही। पूरा धामिर्क सभा क ओका सिबिर स बाहेर लइ जाइ चाही अउर ओका पाथर स मार डावइ चाही।” 36 एह बरे सबइ लोगन ओका सिबिर स बाहेर लइ गएन। उ ओका तब तलक पाथर मारेन जब तलक उ मरि नाहीं गवा। उ पचे इ वइसा ही किहेन जइसा मूसा क यहोवा हुकुम दिहे रहा।
परमेस्सर नेमॅ क सुमिरइ मँ मनइयन क मदद करत ह
37 यहोवा मूसा स कहेस, 38 “इस्राएल क लोगन स बतियाअ अउ ओनसे इ कहा, ‘मइँ तू सबन क आपन हुकुम क सुमिरइ क देब। धागा क कइउ खण्ड क एक साथ बाँधा अउ ओनका आपन बस्तर क कोना प धइ द्या। एक ठु नीला रंग क डोरा हर एक अइसे गुच्छा मँ नावा। अब ऍका तू पहिरब्या अउ भविस्स क सबहिं दिनन मँ पहिरब्या। 39 तू पचे इ गुच्छन क लखत रहब्या अउ यहोवा जउन हुकुम तोहका दिहे अहइ ओका सुमरत रहब्या। तब तू हुकुम क मनब्या। तू पचे हुकुम क न बिसरब्या। अउर आपन आँखिन अउ जरुरत स बस मँ आइके कउनो पाप न करब्या। 40 तू हमरे सब हुकुम मानइ क सुमिरब्या। अउर तोहका तोहार परमेस्सर क अपर्ण कीन्ह जाइहीं।’ 41 मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ। उ मइँ अहउँ जउन तोहका मिस्र स बाहेर लइ आएउँ ह। मइँ इ किहेउँ ह। एह बरे मइँ तोहार परमेस्सर रहब। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा अहउँ।”
कोरह, दातान अउ अबीराम मूसा क खिलाफ होइ जात हीं
16 कोरह, दातान, अबीराम अउ ओनॅ मूसा क खिलाफ होइ गएन। (कोरह यिसहार क पूत रहा। यिसहार कहात क पूत रहा। कहात लेवी क पूत रहा। एलीआब क पूत दातान अउ अबीराम भाई रहेन। अउर ओनॅ पेलेत क पूत रहा। दातान, अबीराम अउ ओन रूबेन क सन्तानन रहेन।) 2 इ चार मनइयन इस्राएल क 250 मनइयन क एक संग बटोरेन अउर इ पचे मूसा क खिलाफ आएन। इ पचे नेता रहेन अउ जउन इस्राएलियन क जरिये चुना ग रहेन। सब मनइयन ओनका जानत रहेन। 3 उ पचे एक ठु गुट क रूप मँ मूसा अउ हारून क खिलाफ बात करइ बरे आएन। इ मनइयन मूसा अउ हारून स कहेन, “हम लोगन क काबू करइ बन्द करा। इस्राएल क सब मनई पवित्तर अहइँ। यहोवा ओनके संग अहइ। तू सबइ अपने आप क काहे परमेस्सर क (दूसर) मनइयन स जियादा महत्वपूर्ण मानत बाट्या?”
4 जइसेन मूसा इ बात सुनेस तउ उ मुँहे क बले गिर गवा। 5 तब मूसा कोरह अउ ओकरे मनवइयन स कहेस, “काल्ह भिन्सारे यहोवा देखॅइहीं कि कउन मनई फुरइ ओकर बाटइ। यहोवा देखइहीं कि कउन मनई फुरइ पवित्तर अहइ। अउर यहोवा ओका आपन निअरे लइ जइहीं। यहोवा उ मनई क चुनी अउ ओका आपन निचके लइ जाइ। 6 एह बरे कोरह, तोहका अउ तोहरे सबहिं मनवइयन क इ करइ चाही। 7 भियान कउनो खास अगियारी क गोरसी मँ आगी अउ धूप धरा अउ उ गोरसी क यहोवा क अगवा लिआंवा। यहोवा उहइ मनई क चुनिहीं जउन फुरइ पवित्तर होइ। लेवी क पूतन रूका! तू का करइ क कोसिस करत अहा।”
8 मूसा कोरह स इ भी कहेस, “लेवी बंसी लोगो! मोरहु सुना। 9 तू पचन क खुस होइ चाही कि इस्राएल क परमेस्सर तोहका चुनेस ह अउ खास बनएस ह। तू पचे बाकी इस्राएलियन स अलग अहा। यहोवा तोहका आपन लगे बोलाएस ह कि तू यहोवा क आराधना मँ इस्राएल क मनइयन क खास मदद बरे यहोवा क पवित्तर तम्बू मँ खास काम कइ सका। का इ तोहका बरे काफी नाहीं बा? 10 यहोवा तोहका अउ लेवी बंस क मनइयन क आपन निचके लइ आवा ह। मुला अब तू याजकन बनइ चाहत बाट्या। 11 तू अउ तोहार मनवइयन एक अउट ग अहा अउ यहोवा क खिलाफ आवा अहा! का हारून कउनो बुरा किहे अहइ? नाही! तउ ओकरे खिलाफ काहे ओराहना देत अहा?”
12 तब मूसा एलीआब क पूत दातान अउ अबीराम क बोलाएस। मुला दुइनउँ मनइयन कहेन, “हम पचे न आउब। 13 तू हमका उ देस स निकारि लिआया ह जउन धनवाद रहा। जहाँ दूध अउ सहद क धारा बहत रहिन। तू हम पचन क हिआँ रेगिस्तान मँ मारइ बरे लिआया ह। का अब तू अपने आप क हम पइ राजकुमार बनबू चाहत अहइ? 14 हम पचे तोहार पाछा काहे करी? तू हम पचन क नवा देस मँ नाहीं लइ आया ह-जउन भरपूर अहइ जहाँ दूध अउ सहद की नदी बहत रहत हीं। तू हम पचन क उ देस नहीं दिए रहा जेका देइ क परमेस्सर बचन दिहे रहा। तू हम पचन क खेत या अंगूर क बगिया नाहीं दिहे रहा। का तू इ लोगन क आँखन क अंधा करब्या? नाहीं, हम पचे तोहार लगे न आउब।”
15 एह बरे मूसा बहोतइ कोहाइ गवा। उ यहोवा स कहेस, “ऍनकइ भेंट जिन ल्या। मइँ ऍनसे कछू नाहीं लीन्ह-एक गदहा तलक नाहीं। मइँ इ मनइयन मँ स कउनो क बुरा नाहीं कीन्ह।”
16 तब मूसा कोरह स कहेस, “तोहका अउ तोहरे मनवइयन क भियान यहोवा क समन्वा खड़ा होइ चाही। अउर हारून तोहरे संग यहोवा क समन्वा खड़ा होइ। 17 तू सबन मँ स हर कउनो क एक ठु आग-दान रखइ चाही अउर ओहमा आगी अउ धूप होइ चाही अउर एका यहोवा क समन्वा चढ़ावइ चाही। इ सारी आगी क गोरसी 250 नेता लोगन क होइ चाही। तोहका अउर हारून क आपन गोरसी क संग हुवाँ रहइ चाही।”
18 तउ हर एक मनई एक-एक ठु आगी क गोरसी लिहेस अउ ओहमाँ सुलगन धूप धरेस। तब उ पचे मिलापवाला तम्बू क दुआरे खड़ा भएन। मूसा अउ हारून भी हुवाँ खड़ा भएन। 19 कोरह आपन सबहिं लोगन क एक संग मिलापवाला तम्बू क दुआरे बटोरेस। तब यहोवा मोजूदगी सबइ जमा लोगन क दुआरा लखइ जाइ।
20 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, 21 “इ मनइयन स दूर हटा। मइँ अब ओनकर नास करइ चाहत हउँ।”
22 मुला मूसा अउ हारून भुइयाँ प निहुरेन अउ चिचियानेन, “परमेस्सर! तू जानत ह कि मनइयन क सोचत हीं। तू सब प्राणी क आतिमा क परमेस्सर। का एक मनई क पाप क कारण सारा किरोध मण्डली प होइ। एक मनई फुरइ पाप किहे अहइ।”
23 तब यहोवा मूसा स कहेस, 24 “मनइयन स कहा कि उ पचे कोरह, दातान अउ अबीराम क सिबिर स दूर हटि जाइँ।”
25 मूसा खड़ा भवा अउ दातान अउर अबीराम क लगे गवा। इस्राएल क सबहिं बुजुर्गन ओकरे पाछे चलेन। 26 मूसा धामिर्क सभा स कहेस, “इ बुरा लोगन तम्बू स दूरि हटि जा। ऍनकइ चीज क जिन छुआ। जदि तू पचे छूब्या तउ ऍनके पापन क कारण बिलाइ जाब्या।”
27 एह बरे मनइयन कोरह, दातान अउ अबीराम क तम्बू स दूर परानेन। दातान अउ अबीराम आपन तम्बू क बाहेर आपन मेहरारु, लरिकन अउ गदेलन क संग खड़ा रहेन।
28 तब मूसा कहेस, “मइँ तोहका परमान देब कि यहोवा मोका ओन चीजन क करइ क पठए बाटइ जउन मइँ तोहका केहउँ ह। मइँ देखाउब कि उ सबइ मोर बिचार नाहीं रहेन। 29 इ मनइयन हिआँ मरिहीं। मुला इ पचे साधारन रीति स मरत ह जउने तरह आदमी हमेसा मरत ह तउ इ परगट होइ कि यहोवा फुरे मोका नाहीं पठाएस। 30 मुला जदि यहोवा ऍनका दूसर रीति स मरइ देत ह तउ तू पचे जनब्या कि इ मनइयन सचमुच यहोवा क खिलाफ पाप किहे अहइँ। इहइ प्रमाण बाटइ: भुइयाँ फाटि जाइ अउ इ मनइयन क डकार जाइ। उ सबइ आपन कब्रन मँ जिअत जइहीं। अउर ऍनकइ हर चीज ऍनके संग जाइ।”
31 तब मूसा इ बातन क कहब खतम किहेस। मनइयन क गोड़े क तरे जमीन फाटि गइ। 32 इ अइसा रहा कि मान ल्या धरती आपन मुँह बाएस अउ ऍनका खाइ लिहस अउ ओनके सारा परिवार अउ कोरह क सबहिं मनइयन अउ ओनकइ सब चीजन धरती मँ चली गइन। 33 उ पचे जिअत भ कब्र मँ चला गएन। ओनकइ हर एक चीज ओनके संग गइ। तब धरती ओनके ऊपर बन्द होइ गइ। उ पचे मर बिलाइ गएन अउ उ सबइ सभा स लोप हो गएन।
34 इस्राएल क मनइयन नास कीन्ह जात मनइयन क रोउब चिचियाब सुनेन। एह बरे उ सबइ चारिहुँ कइँती दौड़ेन अउ कहइ लागेन, “धरती हम लोगन क लील जाइ।”
35 तब्बइ यहोवा स आगी आइ अउ 250 मनइयन क, जउन धूप भेंट करत रहेन, माटी मँ मिलाइ दिहस।
36 यहोवा मूसा स कहेस, 37-38 “याजक हारून क पूत एलीआज़ार स कहा कि उ आगी क गोरसी क बटोरइ। सिबिर स दूर क पहँटा मँ ओस कोइला अउ राखी क छितरावइ क कहा। इ मनइयन मोरे खिलाफ पाप किहेन ह अउर ओनकइ पाप क दाम जिन्नगी खतम होइ गइ। मुला धूप क गोरसी अबहुँ पवित्तर बाटइ। इ गोरसियन पवित्तर अहइँ काहे की उ पचे यहोवा क दिहन ह। धूप गोरसी क पीटि पीटि के पत्तर मँ बदलि द्या। तब इ धातु क पत्तर क उपयोग वेदी क ढाँपि बरे करा। इ पत्तरन इस्राएल क लोगन बरे चिताउनी क रूप मँ रहइ द्या।”
39 तब याजक एलीआज़ार काँसा क उ सबइ तसला बटोरेस जेनका उ पचे लइ आए रहेन। उ सबइ मनई जरि गएन, मुला बासन तब भी हुवाँ रहेन। तब एलीआज़ार कछू मनइयन क बासन क धातु क चपटी पीटइ क कहेस। तब उ धातु क चपटी चादर क वेदी प धरेस। 40 उ ऍका वइसेन ही किहेस जइसा यहोवा मूसा क जरिये हुकुम दीन्ह ग रहा। इ चीन्हा रहा कि जेकाँ इस्राएल क लोग सुमिर सकइँ कि सिरिफ हारून क परिवार क मनई क यहोवा क समन्वा सुगन्धि देइ क अधिकार बाटइ। जदि कउनो दूसर मनई परमेस्सर क समन्वा सुगन्धि बारत ह तउ उ मनई कोरह अउ ओकर मनवइयन क तरह होइ जाइ।
हारून मनइयन क रच्छा करत ह
41 अगले दिन इस्राएल क मनइयन मूसा अउ हारून क खिलाफ ओराहना दिहेन। उ पचे कहेन, “तू सबइ यहोवा क मनइयन क मारि डाया ह।”
42 मूसा अउ हारून मिलापवाला तम्बू क दुआर प ठाड़ रहेन। मनई उ ठउर प मूसा अउ हारून क खिलाफ सिकाइत बरे बटुर गएन। मुला जब उ पचे मिलापवाला तम्बू क लखेन कि बदरा ओका ढाँकि लिहेस, अउर यहोवा हुआँ परगट भवा। 43 तब मूसा अउ हारून मिलापवाला तम्बू क समन्वा गएन।
44 तब यहोवा मूसा स कहेस, 45 “उ मनइयन स दूरि हटि जा जेका अब मइँ नास करब।” मूसा अउ हारून भुइँया प भहराइ पड़ेन।
46 तब मूसा हारून स कहेस, “वेदी क आगी आपन काँसा क बासन मँ ल्या। तब एहमाँ सुगन्धि नावा। लोगन क भीड़ मँ ओनके पापन क प्रायस्चित करइ बरे हाली जा। यहोवा ओन पइ कोहान बा। महामारी ओन लोगन क बीच मँ फैलइ सुरू होइ गवा अहइ।”
47-48 तउ हारून वइसे किहस जइसेन मूसा कहे रहा। धूप अउ आगी लइ लिहे क पाछे उ मनइयन क बीच दौड़िके पहोंचा। मुला मनइयन मँ बेरामी पहिले ही सुरु होइ चुकी रही। तब हारून मुर्दा मनइयन क बीच अउ जउन जिअत रहेन खड़ा भवा। हारून लोगन क प्रायस्चित बरे सुगन्धि सुलगाइ दिहस। अउर तब बेरामी रुकि गइ। 49 मुला हारून क पापे स प्रायस्चित स पहिले 14,700 लोग उ महामारी स मरि गए रहेन। उ कोरह क कारण मरे भवा लोगन क अतिरिक्त अहइ। 50 तब हारून मिलापवाला तम्बू क दुआर प मूसा क लगे लउटा। मनइयन मँ भयंकर महामरगी रोक थाम दीन्ह गइ।
ईसू क आपन सहर मँ जाब
(मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30)
6 फिन ईसू उ जगहिया छोड़ि के आपन सहर मँ आइ गवा। पाछे ओकर चेलन भी गएन। 2 जइसे सबित क दिन आवा, उ आराधनालय मँ उपदेस देइ लाग। जइसे उ पचे ओका सुनेन। ढेर क मिला अचरज मँ पड़ि गएन। उ सब कहेन, “इ मनई क कहाँ ते इ सब बातन मिलि गइन। इ कइसी बुद्धि अहइ जउन ऍका दीन्ह गइ अहइ। इ सइसा अद्भुत कारजन आपन हथवा स कइसे करत ह? 3 का इ उहई बढ़ई नाहीं, जउन मरियम क बेटवा अहइ अउर का इ याकूब, योसेस, यहूदा अउर समौन का भाई नाहीं? का जउन हमरे संग हिआ बाटइँ, उ ओकर बहिनियन नाहीं?” एहि बरे ओनका ईसू क मानइ मँ असमंजस होत रहा।
4 ईसू तब ओनसे कहेस, “आपन जनम भूमि, आपन नातेदार अउर आपन परिवारे क छोड़ि के, एक नबी कतहुँ बेइज्जत होत नाहीं।” 5 हुवाँ ईसू कउनो अद्भुत कारजन करेस नाहीं: बजाय ऍके उ कछू बेरमियां प हथवा धइके ओनके चंगा कइ दिहेस। 6 ईसू क ओनके बिसवास न भए पइ ओका अचरज भवा। तउ ईसू गाउँ गाउँ मँ उपदेस देत घूमत रहा।
सुसमाचार परचार क बरे चेलन क पठवत
(मत्ती 10:1,5-15; लूका 9:1-6)
7 उ बारहु चेलन आपन निअरे बोलाएस, अउर दुइ दुइ ऍकउट के पठवइ लाग अउर ओनका दुस्ट आतिमन प कब्जियावइ क कहेस। 8 उ ओनका सुझाएस कि उ पचे जात्रा मँ लठिया छोड़िक कछू न लेइँ: रोटी नाहीं, बिछउना नाहीं अउर आपन बटुआ मँ पइसा हू नाहीं। 9 उ सबइ बधियउरी पहिन सकत हीं मुला एक ठु जियादा से बंडी भी नाहीं। 10 फिन उ ओनसे कहेस, “जउने घर मँ तू जा, हुवाँ तब तलक जगहिया न छोड़ा जब तलक तू नगर मँ रुका रहा। 11 अगर कउनो जगह तोहार सुआगत न होइ अउर हुवाँ क मनई तोहका न सुनइँ तउ हुवाँ स तु चल द्या। आपन गोड़वा क धूरि झाड़ द्या, जइसे ओनके खिलाफ सनद रहइ।”
12 फिन उ पचे हुवाँ स बाहेर गएन। उ सबइ उपदेस दिहन कि उ पचे, मनफिरावइँ। 13 उ सबइ ढेर दुस्ट आतिमन क भगाइ दिहन अउर ढेर बेरमियन क जैतून क तेले स मालिस करत नीक किहेन।
हेरोदेस क बिचार ईसू यूहन्ना अहइ
(मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9)
14 राजा हेरोदेस[a] ऍकरे बारे मँ सुनेस कि ईसू क नाउँ का जस हर कइँती बिआपि गवा। कछू लोग कहत रहेन, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना मउत स जी गवा, अउर इहि कारण अद्भुत कारजन सक्ति काज करति अहइँ।”
15 अउर लोग कहत रहेन, “उ ईसू एलिय्याह[b] अहइ।”
अउर मनई कहत रहेन, “इ नबी अहइ की ईसू पुराने जमाने क नबियन क नाईं एक ठु नबी अहइ।”
16 जब हेरोदेस इ सुनेस, उ कहेस, “यूहन्ना जेकर मइँ गटइया कटवाएउँ ह, उ मउत स उठि गवा।”
बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क कतल
17 हेरोदेस अपुनहि यूहन्ना क जेलिया मँ बंद होइ क अउर ओका गिरफतार होइ क हुकुम दिहेसि। आपन भाई फिलिप्पुस क पत्नी हेरोदियास क कारण जेहसे उ बियाह करेस, उ अइॅसा कइ डाएस। 18 यूहन्ना हेरोदेस स कहत रहा कि इ तोहका सोहत नाहीं कि तू आपन भाई क पत्नी स बियाह किहा। 19 हेरोदियास यूहन्ना क खिलाफ मनवा मँ डाह राखत रही अउर ओका मारइ चाहत रही, मुला ओका मार पावत नाहीं रहा। 20 अइसे हेरोदेस यूहन्ना स डेरात रहा अउर ओका मालूम रहा कि यूहन्ना सही अउर पवित्तर क मनई अहइ। एह बरे उ रच्छा करत रहा। हेरोदेस जब यूहन्ना क बारे मँ सुनत रहा तउ उ जिआदा अकुलाइ जात रहा। तउने प ही ओका यूहन्ना क बारे मँ बातन सुनइ क सोहॉत रहा।
21 तबहिं संजोग स बढ़िया अउसर आवा। हेरोदेस आपन जन्मदिन पइ बड़वार अधिकारी, आपन सेना क नायक अउर गलील क बड़े लोगन क भोज दिहस। 22 अउर जब हेरोदियास क बिटिया भितरे आइके नाचेस। ओसे उ हेरोदेस अउर भोज मँ आए मेहमनवन क रिझाइ लिहेस।
यह पइ राजा हेरोदेस लरकीवा स कहेस, “जउन तू चाहा तउन माँग ल्या। मइँ तोका जरूर देब।” 23 राजा ओका अकेल्ले सपथ खाइके कहेस, “जउन तू माँगा मइँ तोहका जरूर देब। हियाँ तक आपन राज्य क आधा हींसा।”
24 इ सुनि के उ आपन महतारी क निअरे गइ अउर कहेस, “मोका का माँगइ चाही?”
तउने प महतारी कहेस, “बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क मूँड़ी माँगा।”
25 अउर उ लरिकी फउरन राजा क नगिचे भीतर गइ अउर पूछेस, “मोका चाही कि तू ताबड़तोर बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क मूँड़ टाठी मँ धइ द्या।”
26 ऍसे राजा क बहोत दुःख भवा। मुला एह बरे ओकर सपथ अउर भोजे प मेहमनवन क कारण उ ओका मना करब नाहीं चाहेस। 27 तब राजा झटपट एक ठु जल्लाद ओकर मूँड़ काटि लिआवइ क पठएस। उ गवा अउर जेल मँ ओकर मूँड़ काटि लिहस। 28 फिन ओकर मुँड़ावा काट कइ टाठी मँ लइ आइ अउर बिटिया क दिहस। उ ऍका आपन महतारी क दिहस। 29 जब यूहन्ना क चेलन ऍकरे बारे मँ सुनेन तउ उ पचे आएन अउर ओकर ल्हास उठाएन अउ कब्र मँ धइ दिहन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.