Chronological
19 यहूदा क राजा यहोसापात सुरच्छित यरूसलेम अपने घरे लउटा। 2 दूस्टा येहू यहोसापात स भेंटइ गवा। येहू क बाप क नाउँ हनानी रहा। येहू राजा यहोसापात स कहेस, “तू बुरे मनइयन क मदद काहे करत ह तू ओन लोगन स काहे पिरेम करत ह जउन यहोवा स घिना करत हीं? इहइ कारण अहइ कि यहोवा तोह पइ कोहान अहइ। 3 किन्तु तोहरी जिन्नगी मँ कछू अच्छी बातन अहइँ। तू असेरा खम्भन क इ देस स बाहेर किहा अउर तू हिरदइ स परमेस्सर क अनुसरण करइ क निहिचय किहा।”
यहोसापात निआवाधीसन क चुनत ह
4 यहोसापात यरूसलेम मँ रहत रहा। उ लोगन स संग मिलइ बरे फुन एप्रैम क पहाड़ी पहँटा स बेर्सेबा नगर तलक गएन। यहोसापात ओन लोगन क उ यहोवा परमेस्सर क लगे लउटाएस जेकर अनुसरण ओनकर पुरखन करत रहेन। 5 यहोसापात यहूदा मँ निआवाधीस चुनेस। उ यहूदा क हर किला नगर मँ रहइ क बरे निआवाधीस चुनेस। 6 यहोसापात एन निआवाधीसन स कहेस, “जउन कछू तू करा ओहमाँ सावधान रहा काहेकि तू, लोगन क बरे निआव नाहीं करत रह्या मुला यहोवा बरे करत अहा। जब तू निर्णय करब्या तब यहोवा तोहरे संग होइ। 7 तोहमाँ स हर एक क अब यहोवा स डेराइ चाही। जउन करा ओहमाँ सावधान रहा काहेकि हमार यहोवा परमेस्सर निआवी बाटइ। उ कउनो मनई क दूसर मनई स जियादा महत्त्वपूर्ण मानिके बेउहार नाहीं करत। उ अपने निर्णय क बदलइ क बरे धन नाहीं लेत।”
8 अउर यहोसापात यरूसलेम मँ, लेवीबंसियन, याजकन अउर इस्राएल क परिवार क प्रमुखन क निआवाधीस चुनेस। ओन लोगन क यहोवा क नेमन क उपयोग यरूसलेम क लोगन क समस्यन क निपटावइ बरे करब रहा। 9 यहोसापात ओनका आदेस दिहस अउ कहेस, “तोहका अपने पूरे हिरदइ स निस्ठावान पुर्वक सेवा करइ चाही। तोहका यहोवा स जरूर डेराइ चाही। 10 तोहरे लगे हत्या, परमेस्सर क नेम मँ हिंसा, आदेस, सासन या कउनो दूसर नेमन क मामले आइ सकत हीं। इ सबइ सबहिं मामले नगरन मँ रहइवाले तोहरे भाइयन दुआरा तोहार समन्वा आइहीं। एन सबहिं मामलन मँ तोहका लोगन क इ बात क चितउनी देइ चाही कि उ तोहार निर्देसन क जरूर मानिहीं अन्यथा उ परमेस्सर क समन्वा दोखी होइ अउर ओकर किरोध ओन पइ, तोह पइ अउर तोहार भाइयन क ऊपर उतरिहीं। इ करा तब तू अपराधी नाहीं होब्या।
11 “अमर्याह मार्गदर्सक याजक अहइ। उ यहोवा क सम्बन्ध क सबहिं बातन मँ तोहरे ऊपर होइ। इस्माएल क पूत जबद्याह राजा क सबहिं बातन क अधिकारी होइ। जबद्याह यहूदा क परिवार समूह मँ प्रमुख अहइ। लेवीबंसी अधिकारियन क रूप मँ भी तोहार सहायता करिहीं। जउन कछू करा ओहमाँ साहस रखा। यहोवा ओन लोगन क संग होइ, जउन उहइ करत हीं जउन ठीक अहइ।”
यहोसापात जुद्ध क सामना करत ह
20 कछू समइ पाछे मोआबी, अम्मोनी अउर कछू मूनी लोग यहोसापात क संग जुद्ध करइ आएन। 2 कछू लोग आएन अउर उ पचे यहोसापात स कहेस, “तोहरे खिलाफ एदोम स, मृत-सागर क दूसर कइँती स एक ठु बिसाल फउज आवति अहइ। उ पचे हसासोन्तामार मँ पहिले स ही अहइँ।” (हसासोन्तामार क एनगदी भी कहा जात ह।) 3 यहोसापात डर गवा अउर उ यहोवा स इ पूछइ क निहचइ किहेस कि ओका का करइ चाही? उ यहूदा मँ हर एक क बरे उपवास क समइ घोसित किहस। 4 यहूदा क लोग एक संग यहोवा स मदद माँगइ आएन। उ पचे यहूदा क सबहिं नगरन स यहोवा क मदद माँगइ आएन। 5 यहोसापात यहोवा क मन्दिर मँ नवे अंगना क समन्वा रहा। य यरूसलेम अउ यहूदा स आए लोगन क सभा मँ खड़ा भवा। 6 उ कहेस,
“हे हमरे पुरखन क यहोवा परमेस्सर, तू सरग मँ परमेस्सर अहा। तू सबइ देसन क सबइ राज्जन पइ हुकूमत करत ह। तोहार लगे सक्ती अउ ताकत अहइ! कउनो मनई तोहरे बिरूद्ध खड़ा नाहीं होइ सकत। 7 तू हमार परमेस्सर अहा। तू इ भुइँया मँ रहइवालन क एका तजइ क मजबूर किहा। इ तू अपने इस्राएली लोगन क समन्वा किहा। तू इ भुइँया तू आपन मीत इब्राहीम क संतानन क सदा ही क बरे दइ दिहा। 8 इब्राहीम क संतान इ देस मँ रहत रहेन अउर उ पचे एक ठु मन्दिर तोहरे नाउँ पइ बनाएन। 9 उ पचे कहेन, ‘जदि हम लोगन पइ बिपद आइ जइसे तरवार, दण्ड, रोग या अकाल तउ हम इ मन्दिर क समन्वा अउर तोहरे समन्वा खड़े होब। इ मन्दिर पइ तोहार नाउँ अहइ। जब हम लोगन पइ बिपत्ति आइ तउ हम लोग तोहका गोहराउब। तब तू हमरी सुनब्या अउर हमार रच्छा करब्या।’
10 “मुला इ समइ हिआँ अम्मोन, मोआब अउर सेईर पर्वत क लोग चढ़ आएन ह। तू इस्राएल क लोगन क उ समइ ओनकी भुइँया मँ नाहीं जाइ दिहा जब उ पचे मिस्र स बाहेर आएन। एह बरे इस्राएल क लोग मुड़ गए रहेन अउर ओन लोग ओनका नस्ट नाहीं किहेन। 11 मुला लखा कि उ सबइ लोग हम क ओनका नस्ट न करइ क कउनो तरह क पुरस्कार देत अहइँ। उ पचे हम क तोहरी भुइँया स बाहेर होइ बरे मजबूत करइ आए अहइँ। इ भुइँया तू हम क दिहा ह। 12 हे हमार परमेस्सर, ओन लोगन क दण्ड देइ। हम लोग उ बिसाल फउज क खिलाफ कउनो सक्ती नाहीं रखतेन जउन हमरे खिलाफ आवति अहइ। हम नाहीं जानित कि का करी। इहइ कारण अहइ कि हम तोहार मदद बरे लखिहीं!”
13 यहूदा क सबहिं लोग यहोवा क समन्वा अपने गदेलन, मेहररुअन अउ बच्चन क संग खड़े रहेन। 14 तब यहोवा क आतिमा यहजीएल पइ उतरी। यहजीएल जकर्याह क पूत रहा बनायाह यीएल क पूत रहा अउर यीएल मत्तन्याह क पूत रहा। यहजीएल एक लेवीबंसी रहा अउर आसाप क संतान रहा। 15 उ सभा क बीच यहजीएल कहेस, “हे राजा यहोसापात अउ यहूदा अउ यरूसलेम मँ रहइवाले लोगो, मोर सुना। यहोवा तोहसे इ कहत ह: ‘इ बिसाल फउज स न तउ डरा, न ही चिन्ता करा काहेकि इ तोहार जुद्ध नाहीं अहइ। इ परमेस्सर इ जुद्ध अहइ। 16 भियान तू हुवाँ जा अउर ओन लोगन स लड़ा। उ पचे सीस क दर्रे स होइके अइहीं। तू लोग ओनका घाटी क आखिर मँ यरूसलेम रेगिस्तान क दूसरि कइँती पउब्या। 17 इ जुद्ध मँ तोहका लड़ब नाहीं पड़ी। अपने जगहन पइ मजबूती स खड़ा रहा। तू लखब्या कि यहोवा तोहका कइसे बचावत ह। यहूदा अउ यरूसलेम क लोगो, डेराअ नाहीं। चिन्ता जिन करा! यहोवा तोहरे संग अहइ एह बरे भियान ओन लोगन क खिलाफ जा।’”
18 यहोसापात बहोत नम्रता स निहुरा। ओकर मूँड़ भुइँया क छूअत रहा अउर यहूदा अउ यरूसलेम मँ रहइवाले सबहिं लोग यहोवा क समन्वा गिर गएन अउर ओन सबहिं यहोवा क उपासना किहन। 19 कहाती परिवार समूह क लेवीबंसी अउ कहाती लोग, इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क स्तुति क बरे खड़े भएन। उ पचे बहोत ऊँची अवाज मँ स्तुति किहन।
20 यहोसापात क फउज तकोआ रेगिस्तान मँ बहोत सबेरे गइ। जब उ पचे बढ़ब आरम्भ करत रहेन, यहोसापात खड़ा भवा अउर उ कहेस, “यहूदा अउ यरूसलेम क लोगो, मोर सुना। अपने यहोवा परमेस्सर मँ बिस्सास रखा अउर तब तू मज़बूती क संग खड़े रहब्या। यहोवा क नबियन मँ बिस्सास रखा। तू लोग सफल होब्या।”
21 यहोसापात लोगन क उत्साहित किहेस अउर निर्देस दिहेस। तब उ यहोवा क बरे गायक चुनेस। उ पचे गायक यहोवा क स्तुति करइ क बरे चुने ग रहेन काहेकि उ पवित्तर अउर महिमामय बाटइ। उ पचे फउजे क समन्वा कदम मिलावत भए बढ़ेन अउर उ पचे यहोवा क स्तुति किहन। एन गायकन गाएन,
“परमेस्सर क धन्यवाद द्या,
काहेकि ओकर पिरेम सदैव रहत ह।”
22 जइसे ही ओन लोग गाना गाइके यहोवा क स्तुति सुरु किहन, यहोवा अम्मोनी, मोआबी अउर सेईर पर्वत क लोगन क खिलाफ अचानक हमला किहेस। इ सबइ उ सब लोग रहेन जउन यहूदा पइ आक्रमण करइ आए रहेन। उ सबइ लोग पिट गएन। 23 अम्मोनी अउ मोआबी लोग सेईर पर्वत स आए लोगन क क खिलाफ जुद्ध करइ सुरू कइ दिहेन अउ ओनका नस्ट कइ दिहन। जब उ पचे सेईर क लोगन क मार चुकेन तु पचे एक दूसर क मार डाएन।
24 यहूदा क लोग एक अइसी जगह पइ आएन जहाँ स उ पचे सारे रेगिस्तान क लखइ सकत। उ पचे दुस्मन क बिसाल सेना क लखेन। किन्तु उ पचे सिरिफ ल्हासन क भुइँया पइ पड़े लखेन। कउनो मनई बचा न रहा। 25 यहोसापात अउर ओकर फउज ल्हासन स कीमती चिजियन लइ लिहेस। उ पचे बहोत स सामानन, वस्त्रन अउ कीमती चिजियन पाएन। उ पचे बहोत सारा जनावरन भी पाएन। चिजियन ओहसे अधिक रहिन जेतना यहोसापात अउर ओकर फउज लइ जाइ सकत रही। ओनका ल्हासन स कीमती चिजियन बटोरइ मँ तीन दिन लगेन, काहेकि हुवाँ बहोत जियादा रहेन। 26 चउथे दिन यहोसापात अउर ओकर फउज बराका क घाटी[a] मँ मिलेन। उ पचे उ जगह पइ यहोवा क स्तुति किहन। इहइ कारण अहइ कि उ जगह क नाउँ आजु तलक “बराका क घाटी” अहइ।
27 तब यहोसापात यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क यरूसलेम लउटाइके लइ गवा। यहोवा ओनका बहोत खुस किहस काहेकि ओनकर दुस्मन पराजित होइ गए रहेन। 28 उ पचे यरूसलेम मँ प्रवेस किहेन अउर वीणा, सितार अउ तुरहियन बजावत भए यहोवा क मन्दिर मँ दाखिल भएन।
29 सबहिं देस क सारे राज्ज यहोवा स डेरान रहेन काहेकि उ पचे सुनेन कि यहोवा इस्राएल क दुस्मनन स लड़ा। 30 इहइ कारण अहइ कि यहोसापात क राज्ज मँ सान्ति रही। यहोसापात क परमेस्सर ओका चारिहुँ कइँती स सान्ति दिहस।
यहोसापात क सासन क अन्त
31 यहोसापात यहूदा देस पइ हुकूमत किहस। यहोसापात जब सासन सुरु किहस तउ उ पैतीस बरिस क रहा। उ पच्चीस बरिस यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकर महतारी क नाउँ अजूबा रहा। अजूबा सिल्ही क बिटिया रही। 32-33 यहोसापात सच्चे मारग पइ अपने बाप आसा क तरह रहा। यहोसापात, आसा क मारग क अनुसरण करइ स मुड़ा नाहीं। यहोसापात यहोवा क दृस्टि मँ उचित किहस। मुला ऊँच जगहियन नाहीं हटाई गइन अउर लोग आपन हिरदय परमेस्सर क अनुसरण करइ मँ नाहीं लगाएस जेकर अनुसरण ओनकर पुरखन करत रहेन।
34 यहोसापात सुरु स आखीर तलक जउन कछू किहस उ येहू क सबइ रचना मँ लिखा अहइ। येहू क बाप क नाउँ हनानी रहा। इ सबइ बातन इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास नाउँ क किताब मँ लिखा भवा अहइ।
35 कछू समइ पाछे यहूदा क राजा यहोसापात इस्राएल क राजा अहज्याह क संग सन्धि किहस। अहज्याह बुरा किहस। 36 यहोसापात अहज्याह क संग जहाजन क बरे, बनाइ बरे राज़ी होइ गएन जउन तर्सीस नगर जाइहीं। उ पचे जहाजन क एस्योन गेबेर नगर मँ बनाएस। 37 तब दोदावाह जउन मारेस क रहा क पूत एलीआज़ार यहोसापात क खिलाफ भविस्सबाणी किहेस। उ कहेस, “यहोसापात, तू अहज्याह क संग मिल गए अहा, इहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहरे कारज क नस्ट करी।” जहाज टूट गएन, एह बरे यहोसापात अउ अहज्याह ओनका तर्सीस नगर क न पठइ सकेन।
21 तब यहोसापात अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। यहोराम यहोसापात क जगह पइ नवा राजा भवा। यहोराम यहोसापात क पूत राह। 2 यहोराम क भाई अजर्याह, यहीएल, जकर्याह, अजर्याह, मीकाएल अउर सपत्याह रहेन। उ सबइ लोग यहोसापात क पूत रहेन। यहोसापात यहूदा क राजा रहा। 3 यहोसापात अपने पूतन क चाँदी, सोना अउर कीमती चिजियन भेंट मँ दिहस। उ ओनका यहूदा मँ सक्तीसाली किलन भी दिहेस। किन्तु यहोसापात राज्ज यहोराम क दिहस काहेकि यहोराम सब स बड़का पूत रहा।
यहूदा क राजा यहोराम
4 यहोराम अपने बाप क राज्ज प्राप्त किहस अउर अपने क सक्तीसाली बनाएस। उ आपन तरवारे स आपन सबहिं भाइयन क मार डाएस। उ इस्राएल क कछू प्रमुखन क मार डाएस। 5 जब यहोराम सासन सुरू किहेस तउ उ बत्तीस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस तलक हुकूमत किहस। 6 उ उहइ तरह रहा जइसे इस्राएल क राजा रहत रहेन। उ उहइ तरह रहा जउने तरह अहाब क परिवार रहत रहा। इ एह बरे भवा कि यहोराम अहाब क बिटिया स बियाह किहस अउर यहोराम यहोवा क निगह मँ बुरा किहस। 7 किन्तु यहोवा दाऊद क परिवार क नस्ट नाहीं करइ चाहत रहा, काहेकि उ दाऊद क संग वाचा किहे रहा। यहोवा बचन दिहे रहा कि दाऊद अउर ओकरी सन्तान क एक बंस सदा ही सासन करब।
8 यहोराम क समइ मँ, एदोम यहूदा क अधिकार छेत्र स बाहेर निकर गवा। एदोम क लोग अपना राजा चुन लिहन। 9 एह बरे यहोराम अपने सबहिं सेनापतियन अउर रथन क संग एदोम गवा। एदोमी सेना यहोराम अउर ओकरे रथ क रथपतियन क घेर लिहस। किन्तु यहोराम रात मँ जुद्ध कइके अपने निकरइ क रस्ता हेर लिहस। 10 उ सबइ स अब तलक एदोन क देस यहूदा क खिलाफ बिद्रोही रहा ह। लिब्ना नगर क लोग भी यहोराम क बिरुद्ध होइ गएन। इ एह बरे भवा कि यहोराम पुरखन क, यहोवा परमेस्सर क छोड़ दिहस। 11 यहोराम ऊँची जगह भी यहूदा क पहाड़ियन पइ बनाएस। यहोराम यरूसलेम क लोगन क परमेस्सर बरे अबिस्सासी बनइ क कारण बनेस। उ यहूदा क लोगन क यहोवा क खिलाफ भड़काएस।
12 एलिय्याह नवी स यहोराम क एक सँदेसा मिला। सँदेसा मँ इ कहा गवा रहा:
“इ उ अहइ जउन परमेस्सर यहोवा कहत ह। इहइ उ परमेस्सर अहइ जेकर अनुसरण तोहार पुरखा दाऊद करत रहा। यहोवा कहत ह, ‘यहोराम, तू उ तरह नाहीं रह्या जउने तरह तोहार बाप यहोसापात रहा। तू उ प्रकार नाहीं रह्या जउने तरह यहूदा क राजा आसा रहा। 13 मुला तू उ तरह रह्या जउने तरह इस्राएल क राजा रहेन। तू यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क उ काम करइ स रोक्या ह जउन यहोवा चाहत ह। इहइ अहाब अउर ओकर परिवार किहस। उ पचे यहोवा क बरे बिस्सास क जोग्ग न रहेन तू अपने भाइयन क मार डाया। तोहार भाई तोहसे नीक रहेन। 14 एह बरे अब यहोवा हाली ही तोहरे लोगन क बहोत जियादा सजा देइ। यहोवा तोहरे बच्चन, मेहररुअन अउर तोहार सारी सम्पत्ती क सजा देइ। 15 तू पचन्क आँतन मँ भयंकर बीमारी होइ। इ हर रोज जियादा बिगड़त जाइ। तब तोहार भयंकर बीमारी क कारण आँतन बाहेर निकरि अइहीं।’”
16 यहोवा इथियोपियन क लगे रहइवाले पलिस्तियन अउ अरबियन क यहोराम स रूठाइ दिहस। 17 उ पचे यहूदा देस पइ हमला कइ दिहन अउर राजमहल क सारी सम्पत्ति अउ यहोराम क पूतन अउ मेहररुअन क लइ गएन। सिरिफ यहोराम क सब स छोटका पूत छोड़ दीन्ह गवा। यहोराम क सब स नान्ह पूत क नाउँ यहोआहाज रहा।
18 ओन चिजियन क होइ क पाछे यहोवा यहोराम क आँतन मँ अइसा रोग पइदा किहस जेकर उपचार न होइ सका। 19 तब यहोराम क आँतन, दुइ बरिस पाछे ओकरी बीमारी क कारण बाहेर आइ गइ। उ बहोत बुरी पीरा मँ मरा। यहोराम क सम्मान मँ लोग आगी क महाज्वाला नाहीं बारेन जइसा उ पचे ओकरे बाप क बरे किहे रहेन। 20 यहोराम उ समइ बत्तीस बरिस क राह जब उ राजा भवा रहा। उ यरूसलेम मँ आठ बरिस हुकूमत किहस। जब यहोराम मरा तउ कउनो मनई दुखी नाहीं भवा। लोग यहोराम क दाऊद क नगर मँ दफनाएन किन्तु ओन कब्रन मँ नाहीं जहाँ राजा दफनाए जात हीं।
यहूदा क राजा अहज्याह
22 यरूसलेम क लोग अहज्याह क यहोराम क जगह पइ नवा राजा होइ क बरे चुनेन। अहज्याह यहोराम क सबस नान्ह पूत रहा। अरब लोगन क संग जउन लोग यहोराम क डेरन पइ हमला करइ आए रहेन उ पचे यहोराम क बड़े पूतन क मार डाए रहेन। एह बरे यहूदा मँ अहज्याह सासन करब सुरु किहस। 2 अहज्याह जब हुकूमत करब सुरु किहस तब उ बाईस बरिस क रहा। अहज्याह यरूसलेम मँ एक बरिस हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ अतल्याह रहा। अतल्याह क बाप क नाउँ ओम्री रहा। 3 उ अहज्याह भी वइसे ही रहा जइसे अहाब क परिवार रहत रहा। उ उ तरह रहा काहेकि ओकर महतारी ओका गलत काम करइ क बरे हुसकाएस। 4 अहज्याह यहोवा क दृस्टि मँ बुरे काम किहस, जइसा कि अहाब क परिवार किहे रहा। अहाब क परिवार अहज्याह क ओकरे बाप क मरई क पाछे बुरी सलाह दिहस। उ बुरी सलाह ओकरे मउत क कारण रहा। 5 अहज्याह उहइ सलाह क मानेस जउन अहाब क परिवार ओका दिहस। अहज्याह राजा योराम क संग अराम क राजा हजाएल क खिलाफ गिलाद क रामोत नगर मँ गवा। योराम क बाप क नाउँ अहाब रहा जउन इस्राएल क राजा रहा। किन्तु अर्मिया क लोग योराम क जुद्ध मँ घायल कइ दिहन। 6 योराम लउटिके यिज्रेल नगर क स्वस्थ होइ क बरे गवा। उ रामोत मँ तब घायल भवा रहा जब उ अराम क राजा हजाएल क खिलाफ जुद्ध करत रहा। तब यहोराम क पूत अहज्याह अहाब क पूत योराम स मिलइ यिज्रेल नगर क गवा। योराम यिज्रेल नगर मँ रहा काहेकि उ घायल रहा।
7 परमेस्सर अहज्याह क मउत तब करवाइ दिहस जब उ योराम स भेटइ गवा। अहज्याह पहोंचा अउर योराम क संग येहू स भेटइ गवा। येहू क बाप क नाउँ निमसी रहा। यहोवा येहू क अहाब क परिवार क नस्ट करइ बरे चुनेस। 8 येहू अहाब क परिवार क सजा देत रहा। येहू यहूदा क प्रमुखन अउर अहज्याह क ओन सम्बन्धियन क पता लगाएस जउन अहज्याह क सेवा करत रहेन। येहू यहूदा क ओन प्रमुखन अउर अहज्याह क सम्बन्धियन क मार डाएस। 9 तब येहू अहज्याह क खोज मँ रहा। येहू क लोग ओका उ समइ पकरि लिहन जब उ सोमरोन नगर मँ छुपइ क जतन करत रहा। उ पचे अहज्याह क येहू क लगे लिआएन। उ पचे अहज्याह क मार दिहन अउर ओका दफनाइ दिहन। उ पचे कहेन, “अहज्याह यहोसापात क संतान अहइ। यहोसापात पूरे हिरदइ स यहोवा क अनुसरण किहे रहे।” अहज्याह क परिवार मँ उ सक्ती नाहीं रही कि यहूदा क राज्ज क अखण्ड रखि सकइ।
रानी अतल्याह
10 अतल्याह अहज्याह क महतारी रही। जब उ लखेस कि ओकर पूत मर गवा तउ उ यहूदा मँ राजा क सबहिं पूतन क मार डाएस। 11 एहॅ बरे राजा यहोराम क बिटिया यहोसावत अहज्याह क पूत योआस क लिहस अउर ओका छुपाइ दिहस। जब राजा क दूसर पूतन क मार दीन्ह ग रहेन। यहोसापात योआस अउर ओकरी धाई क अपने सयनकच्छ क भीतर रखेस। यहोसावत याजक यहोयादा क मेहरारु रही अउर उ अहज्याह क बहिन रही। यहोसावत योआस क छुपाइ दिहे रहा। ऍह बरे रानी अतल्याह ओका नाहीं मार सकेस। 12 योआस याजकन क संग परमेस्सर क मन्दिर मँ छ: बरिस तलक छुपा रहा। उ जमाने मँ अतल्याह रानी क रुप मँ देस पइ हुकूमत किहस।
याजक यहोयादा अउर राजा योआस
23 सताएँ बरिस मँ यहोयादा आपन सक्ती देखाएस। उ सेनापितयन क संग सन्धि किहस। उ सबइ नायक: यरोहाम क पूत अजर्याह यहोहानान क पूत इस्माएल, ओबेद क पूत अजर्याह, अदायाह क पूत मासेयाह अउर जिक्री क पूत एलीसापात रहेन। 2 उ पचे यहूदा क चारिहुँ कइँती गएन अउर यहूदा क सबहिं नगरन स उ पचे लेवीबंसियन क बटोरेन। उ पचे इस्राएल क परिवारन क प्रमुखन क भी बटोरेन। तब उ पचे यरूसलेम गएन। 3 सबहिं लोग एक संग मिलिके राजा क संग परमेस्सर क मन्दिर मँ एक ठु सन्धि किहन।
यहोयादा एन लोगन स कहेस, “राजा क पूत हुकूमत करी। इहइ उ बचन अहइ जउन यहोवा दाऊद क संतानन क सम्बंधित दिहे रहा। 4 अब, तोहका इ जरूर करइ चाही: याजकन अउ लेवीयन सबित क दिन तू पचन्मँ स जउन सेवा पइ जात हीं ओनकर एक तिहाई दुआरे क रच्छा करी। 5 तोहार एक तिहाई राजमहल पइ रही अउर तोहार एक तिहाई पहिले फाटक पइ रही। मुला दूसर सबहिं लोग यहोवा क मन्दिर क अँगना मँ रहिहीं। 6 कउनो भी मनई क यहोवा क मन्दिर मँ न आवइ द्या। सिरिफ सेवा करइवाले याजकन अउ लेवीबंसियन क पवित्तर होइ क कारण, यहोवा क मन्दिर मँ आवइ क आग्या अहइ। मुला दूसर लोग उ कारज करिहीं जउन यहोवा दइ रखेस ह। 7 लेवीबंसियन जरूर राजा क नजिक रहइ चाही। हर एक मनई अपनी तरवार अपने संग रखी। जदि कउनो मनई मन्दिर मँ प्रवेस करइ क कोसिस करत ह तउ उ मनई क मार डावा। तू पचन्क राजा क संग रहब बाटइ उ जहाँ।”
8 लेवीबंसी अउ यहूदा क सबहिं लोग याजक यहोयादा जउन आदेस दिहस, ओकर पालन किहस। याजक यहोयादा याजकन क समूह मँ स कउनो क छूट नाहीं दिहस। इ तरह हरेक सेनापित आपन सबहिं लोगन क जउन सबित क दिन सेवा मँ जात रहेन, अउर जउन सेवा मँ नाहीं जात रहेन लइ लिहेन। 9 याजक यहोयादा अधिकारियन क उ सबइ भालन अउर बड़ा अउ नान्ह ढारन क दिहन जउन राजा दाऊद क रहिन। उ सबइ हथियार परमेस्सर क मन्दिर मँ धरे रहेन। 10 तब यहोयादा लोगन क बताएस कि ओनका कहाँ खड़ा होब अहइ। हर एक मनई अपने हथियार अपने हाथ मँ लिहे रहा। उ पचे मन्दिर क दाई अउ बाई सबइ रासतन मँ खड़ा भएन। उ पचे वेदी, मन्दिर अउर राजा क निचके खड़े रहेन। 11 उ पचे राजा क पूत क बाहेर लिआएन अउर ओका मुकुट पहिराइ दिहन। उ पचे ओका व्यवस्था क किताब क एक प्रति दिहन। तब उ पचे योआस क राजा बनाएसन यहोयादा अउर ओकरे पूतन योआस क अभिसेक किहन। उ पचे कहेन, “राजा दीर्घायु होइ।”
12 अतल्याह मन्दिर कइँती दउड़त भए अउर राजा क बड़कइ करत भए लोगन क सोर सुनेस। उ यहोवा क मन्दिर पइ लोगन क लगे आइ। 13 उ नजर दउड़ाएस अउर राजा क लखेस। राजा राज स्तम्भ क संग सामनेवाले दुआर पइ खड़ा रहा। अधिकारी अउ लोग जउन तुरही बजावत रहेन, राजा क लगे रहेन। देस क लोग खुस रहेन अउर तुरही बजावत रहेन। गायक संगीत क बाजन क बजावत रहेन। गायक बड़कई क गायन मँ लोगन क अगुवाई करत रहेन। तब अतल्याह अपने ओढ़नन क फारि डाएस, अउर उ कहेस, “सड्यन्त्र, सड्यन्त्र।”
14 याजक यहोयादा फउजे क नायकन क बाहेर लिआवा। उ ओनसे कहेस, “अतल्याह क, सेना स, बाहेर लइ आवा। अपनी तरवार क उपयोग उ मनई क मार डावइ बरे करा जउन ओकरे संग जात ह।” तब याजक फउजियन क चितउनी दिहस, “अतल्याह क यहोवा क मन्दिर मँ जिन मारा।” 15 तब ओन लोग अतल्याह क पकड़ लिहन जब उ राजमहल क घोड़ दुआर पइ आइ। तब उ पचे उहइ जगह पइ ओका मार डाएन।
16 तब यहोयादा राजा अउर सबहिं लोगन क संग एक ठु सन्धि किहस। सबहिं स्वीकार किहन कि उ पचे यहोवा क लोग रहिहीं। 17 सबहिं लोग बाल क मूर्ति क मन्दिर मँ गएन अउर ओका उखाड़ डाएन। उ पचे बाल क मन्दिर क वेदियन अउर मूरतियन क तोड़ डाएन। उ पचे बाल क वेदी क समन्वा बाल क याजक मत्तान क मार डाएस।
18 तब यहोयादा याजकन क चुनेस अउर ओनका यहोवा क मन्दिर बरे उत्तरदायी बनाएस। उ पचे याजक लेवीबंसी रहेन अउर दाऊद ओनका यहोवा क मन्दिर क बरे उत्तरदायी होइ क कार्य सौपे रहा। ओन याजकन क होमबलि मूसा क आदेस क अनुसार यहोवा क चढ़ाउब रही। उ पचे बहोत खुसी स दाऊद क निर्देस क अनुसार गावत भए बलि चढ़ावत रहेन। 19 यहोयादा यहोवा क मन्दिर क दुआरे पइ दुआरपाल रखेस जेहसे कउनो मनई जउन कउनो दृस्टि स सुद्ध नाहीं रहा मन्दिर मँ नाहीं जाइ सकत रहा।
20 यहोयादा फउज क नायकन, प्रमुखन लोगन क प्रसासकन अउ देस क सबहिं लोगन क अपने संग लिहस। तब यहोयादा राजा क यहोवा क मन्दिर स बाहेर निकारेस अउर उ पचे ऊपरी दुआरे स राजमहल मँ गएन। उ जगह पइ उ पचे राजा क गद्दी पइ बइठाएन। 21 यहूदा क सबहिं लोग बहोत खुस रहेन अउर यरूसलेम नगर मँ सान्ति रही काहेकि अतल्याह तरकारे स मार दीन्ह गइ रही।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.