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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 राजा 17-19

एलिय्याह अउ अनावृस्टि क समइ

17 एलिय्याह गिलाद मँ तिसबी नगर क एक नबी रहा। एलिय्याह राजा अहाब स केहस, “मइँ यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क सेवा करत हउँ। ओकरी सक्ती पइ मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि अगले कछू बरिसन मँ न हुवाँ बर्खा होइ अउर न ही ओस गिरी जब तलक मइँ ओकरे होइ क आदेस न देब।”

तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, “इ जगह क तजि द्या अउर पूरब कइँती चला जा। करीत नाले क लगे छुप जा। इ नाला यरदन नदी क पूरब मँ अहइ। तू नाला स पानी पी सकत ह। मइँ कउअन क हुकुम दिहे अहउँ कि उ पचे तोहका उ जगह पइ भोजन पहोंचइहीं।” एह बरे एलिय्याह उहइ किहस जउन यहोवा करइ क कहेस। उ यरदन नदी क पूरब करीत नाला क निचके रहइ चला गवा। हर एक भिंसारे अउ साँझ क कौवन एलिय्याह क बरे भोजन लिआवत रहेन। एलिय्याह नाला स पानी पिअत रहा।

बर्खा नाहीं भइ एह बरे कछू समइ उपरान्त नाला झुराइ गवा। तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, “सीदोन मँ सारपत क जा। हुँवइ रहा। उ जगह पइ एक ठु राँड़ मेहरारु रहत ह। मइँ ओका तोहका भोजन देइ क आदेस दिहेउँ ह।”

10 एह बरे एलिय्याह सारपत पहोंचा। उ नगर-दुआर पइ पहोंचा अउर उ एक ठु मेहरारु क लखेस। ओकर भतार मर चुका रहा। उ मेहरारु ईधन बरे लकड़ियन एकट्ठी करत रही। एलिय्याह ओहसे कहेस, “का तू एक ठु पियाला मँ थोड़ा पानी देबिउ जेका मइँ पी सकउँ?” 11 उ मेहरारु ओकरे बरे पानी लिआवइ जात रही, तउ एलिय्यह कहेस, “महेरबानी कइके एकठु रोटी क टूका भी लिआवा।”

12 उ मेहरारु जवाब दिहेस, “सच मँ मइँ यहोवा, तोहरे परमेस्सर क किरिया खाइके कहति हउँ कि मोरे लगे रोटी नाहीं अहइ। मोरे लगे बर्तन मँ मूठी भइ आटा अउर बर्तन मँ तनिक स जइतून क तेल अहइ। इ ठउरे पइ मइँ ईंधन बरे दुइ चार लकड़ियन बटोरइ आइ रहिउँ। मइँ एका लइके घरे लउटब अउर आपन आखिरी भोजन बनाउब। मइँ अउर मोर पूत दुइनउँ एका खइहीं अउर तब फिर पाछे मँ भूख स मर जइहीं।”

13 एलिय्याह मेहरारु स कहेस, “परेसान जिन हवा। घरे लउटा अउर जइसा तू कहया, आपन भोजन बनावा। मुला तोहरे लगे जउन आटा अहइ ओकर पहिले एक ठु नान्ह रोटी बनावा। उ रोटी क मोरे लगे लिआवा। तब आपन अउ अपने पूत बरे पकावा। 14 इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा कहत ह, ‘उ आटे क बर्तन कबहुँ खाली नाहीं होइ। बर्तन मँ तेल हमेसा ही रही। अइसा तब तलक होत रही जउने दिन तलक यहोवा इ भुइँया पइ पानी नाहीं बरसावत।’”

15 एह बरे उ मेहरारु अपने घरे लउटी। उ उहइ किहस जउन एलिय्याह ओहसे करइ क कहे रहा। एलिय्याह, उ मेहरारु अउ ओकर पूत बहोत दिनन तलक पार्याप्त भोजन पावत रहेन। 16 आटा क बर्तन अउ तेल क पीपा दुइनउँ कबहुँ खाली नाहीं भवा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा होइ क कहे रहा। यहोवा एलिय्याह क जरिये बातन किहे रहा।

17 कछू समइ पाछे उ मेहरारु क लरिका बीमार पड़ा। उ जियादा, अउर जियादा बीमार होता गवा। आखिर मँ लरिका साँस लेब बन्द कइ किहस। 18 मेहरारु एलिय्याह स कहेस, “हे परमेस्सर क मनई, तू मोर बरे का किहेस ह? का तू मोका सारे पापन क सुमिरइ बरे हिआँ आवा अहा? का तू हिआँ मोरे पूत क मरवावइ आवा रह्या?”

19 एलिय्याह ओहसे कहेस, “आपन पूत मोका द्या।” एलिय्याह ओकरे लरिके क ओहसे लिहस अउर सीढ़ियन स ऊपर लइ गवा। उ ओका उ कमरा मँ बिछउना पइ ओलराएस जेहमाँ उ रुका भवा रहा। 20 तब एलिय्याह पराथना किहेस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर, इ राँड़ मोका अपने घरे मँ ठहरावति अहइ। का तू ओकरे संग इ बुरा काम करब्या? का तू ओकरे पूत क मरइ देब्या?” 21 तब एलिय्याह लरिका क ऊपर तीन दाई ओलरा। एलिय्याह पराथना किहस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर। इ लरिका क फुन जीवित कर।”

22 यहोवा एलिय्याह क पराथना अंगीकार किहस। लरिका फुन साँस लेइ लाग। उ जिन्दा होइ गवा। 23 एलिय्याह बच्चा क सीढ़ियन स खाले लइ गवा। एलिय्याह उ लरिका क ओकरी महतारी क दिहस अउर कहेस, “लखा, तोहार पूत जी उठा।”

24 उ मेहरारु जवाब दिहस, “अब मोका बिस्सास हो गवा कि तू फुरइ परमेस्सर क हिआँ क मनई अहा। मइँ समुझ गइ हउँ कि फुरइ यहोवा तोहरे माध्यम स बोलत ह।”

एलिय्याह अउ बाल क नबी

18 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।

उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा। एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। (ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस।) राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” हर एक मनई देस क एक ठु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।”

तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।”

15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।”

16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा।

17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?”

18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा। 19 अब सारे इस्राएलियन क कर्म्मेल पर्वते पइ मोहसे भेंटइ क कहा। उ ठउरे पइ बाल क चार सौ पचास नबियन क भी लिआवा अउर लबार देबी असेरा क चार सौ नबियन क लिआवा। रानी ईज़ेबेल ओन नबियन क समर्थन करत ह।”

20 एह बरे अहाब सबहिं इस्राएलियन अउर ओन नबियन क कर्म्मेल पर्वते पइ बोलाएस। 21 एलिय्याह सबहिं लोगन क लगे आवा। उ कहेस, “आप लोग कब निर्णय करिहीं कि आप क केकर अनुरसण करब अहइ? जदि यहोवा सच्चा परमेस्सर अहइ तउ आप लोगन क ओकर अनुयायी होइ चाही। किन्तु जदि बाल फुरइ परमेस्सर अहइ तउ तोहका ओकर अनुयायी होइ चाही।”

उ पचे कछू भी नाहीं कहेन। 22 एह बरे एलिय्याह कहेस, “मइ हिआँ यहोवा क एकमात्र नबी हउँ। मइँ अकेला हउँ। किन्तु हिआँ बाल क चार सौ पचास नबी अहइँ। 23 एह बरे दुइ ठु बर्धा लिआवा। बाल क नबी क एक ठु बर्धा लेइ द्या। ओनका ओका मारइ द्या अउर ओकर टूकन करइ द्या अउर तब ओनका, मास क लकड़ी पइ धरइ द्या। किन्तु उ पचे आगी लगाउब सुरु न करइँ। तब मइँ उहइ काम दूसरे बर्धा क लइके करब अउर मइँ आगी लगाउब सुरु नाहीं करब। 24 बाल क नबी! बाल स पराथना करिहीं अउर मइँ यहोवा स पराथना करब। जउन ईस्सर पराथना क अंगीकार करइ अउर अपने काठे क बारब सुरु कइ देइ, उहइ सच्चा परमेस्सर अहइ।”

सबहिं लोग अंगीकार किहेन कि इ उचित बिचार अहइ।

25 तब एलिय्याह बाल का नबियन स कहेस, “तू बड़की गनती मँ अहा। एह बरे तू लोग पहल करा। एक ठु बर्धा क चुना अउर ओका तइयार करा। आपन देवता क समन्वा पूजा किहेस किन्तु आगी लगाउब सुरु जिन करा।”

26 एह बरे नबियन उ बर्धा क लिहन जउन ओनका दीन्ह गवा। उ पचे ओकर तइयार किहन। उ पचे दुपहर तलक बाल स पराथना किहन। उ पचे पराथना किहन, “बाल, कृपा कइके हम क जवाब द्या।” किन्तु कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो कउन जवाब नाहीं दिहस। नबी उ वेदी क चारिहुँ कइँती नाचत रहेन जेका उ पचे बनाए रहेन। किन्तु आगी फुन भी नाहीं लागी।

27 दुपहरे क एलिय्याह ओनकर मसखरी उड़ाउब सुरु किहेस। एलिय्याह कहेस, “जदि बाल फुरइ देवता अहइ तउ सायद तोहका अउर जियादा जोर स पराथना करइ चाही। सायद उ सोचत रहा होइ या सायद उ बहोत व्यस्त होइ, या सायद उ कउनो जात्रा पइ निकरि गवा होइ। उ सोवत रहि सकत ह। सायद तू लोग अउर जियादा जोर स पराथना करा अउर जगावा।” 28 उ पचे अउर जोर स पराथना किहन। उ पचे अपने क तरवार अउर भालन स काटेन-छेदेन। (इ ओनकर पूजा क पद्धति रही) उ पचे अपने क ऍतना काटेन कि ओनके ऊपर खून बहइ लाग। 29 तीसर पहर बीत गवा। किन्तु तब तलक आगी नाहीं लागी। नबी साँझ क बलि-भेंट क समइ तलक लगातार गवाँरू भविस्साबाणी करत रहेन। किन्तु तब तलक भी बाल कउनो जवाब नाहीं दिहस। कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो भी नाहीं सुनत रहा।

30 तब एलिय्याह सबहिं लोगन स कहेस, “अब मोरे लगे आवा।” एह बरे सबहिं लोग एलिय्याह क चारिहुँ कइँती बटुर गएन। यहोवा क वेदी उखाड़ दीन्ह गइ। एह बरे एलिय्याह एका जमाएस। 31 एलिय्याह बारह पाथर प्राप्त किहस। हर एक बारह परिवार समूहन बरे एक ठु पाथर रहा। एन बारह परिवार समूहन क नाउँ याकूब जेका यहोवा इस्राएल नाउँ दिह रहा, क बारह पूतन क नाउँ पइ रहेन। 32 एलिय्याह ओन पाथरन क उपयोग यहोवा क सम्मान देइ क बरे वेदी क निर्माण मँ किहस। एलिय्याह वेदी क चारिहुँ कइँती एक ठु नान्ह खाईं खोदेस। इ ऍतनी चौड़ी अउर एतनी गहिर रही कि एहमाँ लगभग सात गैलन पानी आइ सकइ। 33 तब एलिय्याह वेदी पइ काठ धरेस। उ बर्धा क टूकन मँ काटेस। उ टूकन क काठन पइ धरेस। 34 तब एलिय्याह कहेस, “चार गगरियन क पानी स भरा। पानी क मास क टूकन अउ काठन पइ डावा।” तब एलिय्याह कहेस, “इहइ फुन करा।” तब उ कहेस, “एका तीसरी दाईं कर।” 35 पानी वेदी स बाहेर बहा अउर ओहसे खाईं भर गइ।

36 इ तीसर पहर क बलि भेंट क समइ रहा। एह बरे एलिय्याह नबी वेदी क लगे गवा अउर पराथना किहस, “हे यहोवा, इब्राहीम, इसहाक अउ इस्राएल क परमेस्सर, मइँ तोहसे याचना करत हुउँ कि तू प्रमाणित करा कि तू इस्राएल क परमेस्सर अहा अउर प्रमाणित करा कि मइँ तोहार सेवक अहउँ। एन लोगन दिखाइ द्या कि तू इ सब करइ क मोका आदेस दिहा ह। 37 यहोवा मोर पराथना क जवाब दया। एन लोगन क जानइ द्या कि हे यहोवा, तू असल मँ परमेस्सर अहा। तब लोग समुझिहीं कि तू ओनका अपने लगे वापस लिआवत अहा।”

38 एह बरे यहोवा खाले आगी पठएस। आगी बलि, काठ, पाथरन अउ वेदी क चारिहुँ कइँती क भुइँया क बार दिहस। आगी खाईं क समूचा पानी भी झुराइ दिहस। 39 सबहिं लोग इ होत लखेन। लोग भुईंया पइ प्रणाम करइ निहुरेन अउर कहइ लोगन, “यहोवा परमेस्सर अहइ। यहोवा परमेस्सर अहइ।”

40 तब एलिय्याह कहेस, “बाल क नबियन क धइ ल्या। ओनमाँ स कउनो क बच निकरइ न द्या।” एह बरे लोग सबहिं नबियन क धरेन। तब एलिय्याह ओन सबहिं किसोन नाले तलक लइ गवा। उ जगह पइ उ सबहिं नबियन क मार डाएस।

बर्खा फुन होत ह

41 तब एलिय्याह राजा अहाब स कहेस, “अब जा, खा अउर पिआ। एक घनघोर बर्खा आवति अहइ।” 42 एह बरे राजा अहाब भोजन करइ गवा। उहइ समइ एलिय्याह कर्म्मेल पवते क चोटी पइ चढ़ा। पर्वत क चोटी पइ एलिय्याह प्रणाम करइ निहुरा। उ अपने मूँड़ क अपने घुटरुअन क बीच रखेस। 43 तब एलिय्याह अपने सेवक स कहेस, “समुद्र कइँती लखा।”

सेवक उ जगह तलक गवा जहाँ स उ समुदर क लख सकइ। तब सेवक लउटिके आवा अउर उ कहेस, “मइँ कछू नाहीं लखेउँ।” एलिय्याह ओका फुन जाइ अउर लखइ क कहेस। इ सात दाईं भवा। 44 सातवीं दाईं सेवक लउटके आवा अउर उ कहेस, “मइँ एक नान्ह बादर मनई क मूठी क बराबर लखेउँ ह। बादर समुदर स आवत रहा।”

एलिय्याह सेवक स कहेस, “राजा, अहाब क लगे जा अउर ओहसे कहा कि उ आपन रथ तइयार कइ लेइ अउर अब घर वापस जाइ। जदि उ अबहिं नाहीं जाइ तउ बर्खा ओका रोक लेइ।”

45 थोड़े समइ क पाछे अकास काले मेघन स ढक गवा। तेज हवा चलइ लागिन अउर घनघोर बर्खा होइ लाग। अहाब अपने रथे मँ बइठा अउर यिज़्रेल क वापस जात्रा करब सुरु किहेस। 46 एलिय्याह क भीतर यहोवा क ताकत आइ। एलिय्याह अपने ओढ़नन क अपने चारिहुँ कइती कसेस, जेहसे उ दउड़ सकइ। तब एलिय्याह यिज्रेल तलक क पूरे मारग पइ राजा अहाब स अगवा दउड़त रहा।

सिनाइ पर्वत पइ एलिय्याह

19 राजा अहाब ईज़ेबेल क उ सबइ बातन बताएस जउन एलिय्याह कहेस। अहाब ओका बताएस कि एलिय्याह कइसे सबहिं नबियन क एक ही तरवार स मउत क घाट उतारेस। एह बरे ईज़ेबेल एलिय्याह क लगे एक ठु दूत पठएस। ईज़ेबेल कहेस, “मइँ प्रतिग्या करति हउँ कि काल्ह इ समइ स पहिले मइँ तोहका वइसे ही मारब जइसे तू नबियन क मार्या ह। जदि मइँ सफल नाहीं होतिउँ तउ देवता मोका मार डावइँ।”

जब एलिय्याह इ सुनेस तउ उ डेराइ गवा। एह बरे उ अपनी जान बचावइ क लिए पराइ गवा। उ अपने संग अपने सेवक क लइ गवा। उ पचे बेर्सबा पहोंचेन जउन यहूदा मँ अहइ। एलिय्याह अपने सेवक क बेर्सबा मँ तजेस। तब एलिय्याह पूरे दिन रेगिस्तान मँ चला। एलिय्याह एक झाड़ी क खाले बइठा। उ कामना किहेस कि उ मरि जातइ। एलिय्याह कहेस, “यहोवा इ मोरे बरे बहोत अहइ। मोका मरइ द्या। मइँ अपने पुरखन स नीक नाहीं अहउँ।”

तब एलिय्याह बृच्छ क खाले ओलर गवा अउर सोइ गवा। एक ठु सरगदूत एलिय्याह क लगे आवा अउर उ ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा।” एलिय्याह चारिहुँ कइती लखेस अउर ओकर माथे क बगल मँ कोयले पइ पका एक ठु रोटी अउर पानी भरी गगरी अहइ। एलिय्याह खाएस अउ पीएस अउर तब उ फुन सोइ गवा।

पाछे, यहोवा क सरगदूत ओकरे लगे फुन आएस अउर ओका छुएस। सरगदूत कहेस, “उठा, खा। जदि तू अइसा नाहीं खात्या तउ तू एतने जियादा सक्तिसाली नाहीं होब्या, जेहसे तू लम्बी जात्रा कइ सका।” एह बरे एलिय्याह उठा। उ खाएस अउर पीएस। भोजन ओका ऍतना सक्तिसाली बनाई दिहस कि उ चालीस दिन अउ रात जात्रा कइ सकइ। उ होरेब पर्वत तलक गवा जेका परमेस्सर क पर्वत कहा जात अहइ। हुवाँ एलिय्याह एक ठु गुफा मँ घुसा अउ सारी रात ठहरा।

तब यहोवा एलिय्याह स बातन किहस। यहोवा कहेस, “एलिय्याह, तू हिआँ काहे आया ह?”

10 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जोसीला रहा ह। यथासम्भव मइँ तोहार सेवा सब स उत्तिम रूप मँ हमेसा ही किहेउँ ह। किन्तु इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ समझौता क तोड़ेन ह। उ पचे तोर वेदियन क बर्बाद किहन ह। उ पचे तोहरे नबियन क मार डाएन ह। मइँ एकमात्र अइसा नबी हँउ जउन जिअत बचा हँउ अउर अब उ पचे मोका मार डावइ चाहत हीं।”

11 तब यहोवा एलिय्याह स केहेस, “जा, मोरे समन्वा पर्वते पइ खड़ा ह्वा। मइँ तोहरे बगल स निकरब।” तब एक प्रचण्ड आँधी चली। आँधी पर्वतन क तोड़ गिराएस। इ यहोवा क समन्वा बिसाल चट्टानन क तोड़ डाएस। मुला उ आँधी यहोवा नाहीं रहा। उ आँधी क पाछे भुइँडोल आवा। किन्तु उ भुइँडोल यहोवा नाहीं रहा। 12 भुइँडोल क पाछे हुवाँ आगी रही। किन्तु उ आगी यहोवा नाहीं रही। आगी क पाछे हुवाँ एक कोमल अउ फुसफुसाहट क स्वर सुनाई पड़ा।

13 जब एलिय्याह उ स्वर सुनेस तउ उ अपने अंगरखे स आपन मुँह ढाँपि लिहस। तब उ गवा अउर गुफा क दुआर पइ खड़ा भवा। तब एक वाणी ओहसे कहेस, “एलिय्याह, हिआँ तू कहाँ अहा?”

14 एलिय्याह जवाब दिहेस, “यहोवा सर्वसक्तिमान परमेस्सर, मइँ यहोवा बरे बहोत जियादा जोसीला रहा ह। मइँ यथासम्भव सब स उत्तिम सेवा तोहका अर्पित किहेउँ ह। मुला इस्राएल क लोग तोहरे संग कीन्ह गइ आपन करार तोड़ेन ह। उ पचे तोहार वेदियन बर्बाद किहन। उ पचे तोहरे नबियन क मारेन। मइँ एकमात्र अइसा नबी हउँ जउन अबहिं तलक जिअत ह अउर अब उ पचे मोका मार डावइ क जतन करत अहइँ।”

15 यहोवा कहेस, “उ सड़क पइ वापस लउट जा जउन दमिस्क क चारिहुँ कइँती क रेगिस्तान तलक जात ह। दमिस्क मँ जा अउर हजाएल क अभिसेक अराम क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। 16 ओकरे पाछे निमसी क पूत येहू क इस्राएल क राजा क रूप मँ अभिसेक करा। ओकर बाद आबेल महोला क सापात क पूत एलीसा क अभिसेक करा। उ तोहरे जगह पइ नबी बनी। 17 हजाएल अनेक बुरे लोगन क मार डाइ। येहू कउनो क भी मार डाइ जउन हजाएल क तरवार स बच निकरत ह। अउर एलीस कउनो क भी मार डाइ जउन येहू क तरवार स बच निकरत ह। 18 एलिय्याह! इस्राएल मँ तू ही एक मात्र बिस्सासपात्र मनई नाहीं अहा। उ सबइ मनई बहोत स लोगन क मार डइहीं, किन्तु ओकरे पाछे भी हुवाँ इस्राएल मँ सात हजार लोग अइसे होइहीं जउन बाल क कबहुँ प्रणाम नाहीं किहन। मइँ ओन सात हजार लोगन क जिअत रहइ देब, काहेकि ओन लोगन मँ स कउनो कबहुँ बाल क देवमूतिर् क चूमेस तलक नाहीं।”

एलीसा एक ठु नबी बनत ह

19 एह बरे एलिय्याह उ जगह क तजेस अउर सापात क पूत एलीसा क खोज मँ निकरा। एलीसा बारह जोड़ा बर्धन स भुइँया क जोतत रहा अउर एलीसा खुद बारहवाँ जोड़ा स हल जोतत रहा जब एलिय्याह आपन अंगरखा[a] एलीसा क पहिराइ दिहस। 20 एलीसा फउरन आपन बर्धन क छोड़ेस अउर एलिय्याह क पाछे दउड़ गवा। एलीसा कहेस, “मोका अपनी महतारी अउर बाप क चूमइ द्या अउर ओनसे बिदा लेइ द्या। फुन मइँ तोहरे पीछे चलब।”

एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ तू अइसा कइ सकत ह। मइँ तोहका नाहीं रोकब।”

21 तब एलीसा अपने परिवार क संग बिसेस भोजन किहस। एलीसा गवा अउर अपने बर्धन क मार डाएस। उ हरे क काठ क उपयोग आगी बारह इ बरे किहस। तब उ मास क पकाएस अउर लोगन मँ बाँट दिहस। लोग मास खाएन। तब एलीसा गवा अउर उ एलिय्याह क अनुसरण किहस। एलीसा एलिय्याह क सहायक बना।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.