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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यिर्मयाह 46-48

46 यिर्मयाह नबी क इ सँदेसन मिलेन। इ सँदेसन अलग-अलग रास्ट्रन बरे अहइँ।

मिस्र क बारे मँ सँदेसा

इ सँदेसा मिस्र क बारे मँ अहइ। इ सँदेसा निको फिरौन क फउज क बारे मँ अहइ। निको मिस्र क राजा रहा। ओकर फउज कर्कमीस नगर मँ पराजित भइ रही। कर्कमीस परात नदी पइ अहइ। यहोयाकीम क यहूदा पइ राज्जकाल क चउथे बरिस बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर निको फिरौन क फउज क कर्कमीस मँ पराजित किहस। यहोयाकीम राजा योसिय्याह क पूत रहा। मिस्र बरे यहोवा क सँदेसा इ अहइ:

“आपन बिसाल अउर छोटकी ढालन क तइयार करा।
    जुद्ध बरे कुच कइ द्या।
घोड़न क तइयार करा।
    फउजियन, आपन घोड़न पइ बइठ।
जुद्ध बरे आपन जगहिया जा
    अउर आपन टोप पहन ल्या।
आपन भालन क तेज करा।
    आपन कवच पहिर ल्या।
मइँ इ का लखत हउँ? फउज डर गइ बाटइ।
    फउजी परात अहइँ।
ओनकर वीर फउजी
    पराजित होइ ग अहइँ।
उ पचे हाली परात अहइँ।
    उ पचे पाछे मुड़िके नाहीं लखतेन।
    सर्वत्र डर छावा अहइ।”
यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

“तेज धावक पराइके निकरि नाहीं सकतेन।
    ताकतवर फउजी बचिके पराइ नाहीं सकत।
उ पचे सबहिं ठोकर खइहीं
    अउर उत्तर मँ परात नदी क किनारे पइ गिरब्या।
नील नदी क नाई कउन उमड़त आवत अहइ?
    उ बलवती अउ तेज नदी क नाई कउन बढ़त बाटइ?
इ मिस्र अहइ जउन उमड़त नील नदी जइसा आवति अहइ।
    इ मिस्र अहइ जउन बलवती तेज नदी जइसा आवत अहइ।
मिस्र कहत ह: ‘मइँ आउब अउर पृथ्वी क पाट देब,
    मइँ नगरन अउर ओनकर लोगन क बर्बाद कइ देब।’
घुड़सवारो, जुद्ध मँ टूट पड़ा।
    सारथियो, तेज हाँका।
वीर फउजियो, अगवा बढ़।
    वूस अउर पूत क फउजियो, आपन ढालन ल्या।
    लूदीया क फउजियो, आपन धनुस सँभारा।

10 “किन्तु उ दिन, हमार सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा बिजयी होइ।
    उ समइ उ ओन लोगन क सजा देइ जेनका सजा मिलत ह।
यहोवा क दुस्मन उ सजा पइहीं जउन ओनका मिलइ क अहइ।
    तरवार तब काटी जब तलक उ गोंठिल नाहीं होइ जात।
तरवार तब तलक मारी जब तलक एकर खून क पियास बुझ नाहीं जात।
    इ होइ, काहेकि इ सबइ हमार सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा बरे बलि भेंट होत ह।
    उ बलि मिस्र क फउज अहइ जउन परात नदी क किनारे उत्तरी पहँटा मँ अहइ।

11 “मिस्र, गिलाद क जा अउर कछू दवाइयन लिआवा।
    तू अनेक दवाइयन बनउब्या, किन्तु उ सबइ सहायक नाहीं होइहीं।
    तू तन्दुरूस्त नाहीं होब्या।
12 रास्ट्र तोहार सर्मनाक हार लखब्या।
    तोहार रोउब समूचइ पृथ्वी पइ सुना जाइ।
एक ‘वीर सिपाही’ दूसर ‘सिपाही’ पइ टूट पड़ी
    अउर दुइनउँ ‘वीर’ फउजी साथ भहरइहीं।”

13 इ उ सँदेसा अहइ जेका यहोवा यिर्मयाह नबी क दिहस। इ सँदेसा नबूकदनेस्सर क बारे मँ अहइ जउन मिस्र पइ हमला करइ आवत अहइ।

14 “मिस्र मँ इ सँदेसा क घोसणा करा,
    एकर उपदेस मिग्दोल नगर मँ द्या।
    एकर उपदेस नोप अउर तहपन्हेस नगर मँ भी द्या।
‘जुद्ध बरे तइयार ह्वा।
    काहेकि तोहरे चारिहुँ ओर तरवारन स मारा जात अहइँ।’
15 मिस्र, तोहार ताकतवर फउजी काहे मारा जइहीं?
    उ पचे मुकाबले मँ नाहीं टिकिहीं
    काहेकि यहोवा ओनका खाले धक्का देइ।
16 उ सबइ फउजी बार-बार ठोकर खइहीं,
    उ पचे एक दूसर पइ भहरइहीं।
उ पचे कहिहीं, ‘उठा, हम फुन आपन लोगन मँ चली,
    हम आपन देस चली।
हमार दुस्मन हमका पराजित करत अहइ।
    हमका जरूर पराइ निकरइ चाही।’
17 उ सबइ फउजी आपन देस मँ कहिहीं,
    ‘मिस्र क राजा फिरौन सिरिफ एक नाउँ क गूँज अहइ।
    ओकरे गौरव क समइ गवा।’”
18 राजा क इ सँदेसा अहइ।
    राजा सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।
“जदि मोर जिअब फुर अहइ तउ एक ताकतवर पत्र दर्सक आइ।
    उ सगरे क निअरे ताबोर अउर कर्मेल पहाड़न क नाईं महान होइ।
19 मिस्र क लोगो, आपन चिजियन क बाँधा,
    बन्दी होइ का तइयार होइ जा।
काहेकि नोप एक बर्बाद सूना पहँटा बन जाइ
    नगर नस्ट होइहीं
    अउर कउनो भी मनई ओनमाँ नाहीं रही।

20 “मिस्र एक सुन्नर गइया जइसा अहइ।
    किन्तु ओका पीड़ित करइ क उत्तर स एक गोमक्खी आवति अहइ।
21 मिस्र क फउज मँ भाड़े क फउजी मोटके बछवन जइसा अहइँ।
    उ सबइ सबहिं मुड़िके पराइ खड़ा होइहीं।
    उ पचे हमला क खिलाफ मजबूती स खड़ा नाहीं रहिहीं।
ओनकर बर्बादी क समइ आवत अहइ।
    उ पचे हाली ही सजा पइहीं।
22 मिस्र साँप क जइसा फुँफकार क आवाज करत ह
    अउ आगे बढ़त ह।
दुस्मन निचके स निचके आवत जात अहइ
    अउर मिस्री फउज पराइ क जतन करति अहइ।
दुस्मन मिस्र क खिलाफ कुल्हाड़ियन क संग आइ,
    उ सबइ लकड़हारन क तरह अहइ।”

23 यहोवा इ सबइ कहत ह,
    “दुस्मन मिस्र क बन क काट गिराइ।
बन मँ असंख्य बृच्छ अहइँ,
    किन्तु उ सबइ काट डावा जइहीं।
दुस्मन क सिपाही टिड्डी दल स भी जियादा अहइँ।
    उ पचे एतेन जियादा फउजी अहइँ कि ओनका कउनो गन नाहीं सकत।
24 मिस्र लज्जित होइ
    उत्तर क दुस्मन ओका पराजित करी।”

25 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह: “मइँ बहोत हाली, थीबिस क देवता आमोन क सजा देब अउर मइँ फिरौन, मिस्र अउर ओकर देवतन क सजा देब। मइँ मिस्र क राजा लोगन क सजा देब। मइँ फिरौन पइ आखित लोगन क सजा देब। 26 मइँ ओन सबहिं लोगन क ओनकर दुस्मनन स पराजित होइ देब अउर उ पचे दुस्मन ओनका मार डावइ चाहत हीं। मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर अउर ओकर सेवकन क हाथ मँ ओन लोगन क देब।

“बहोत पहिले मिस्र सान्ति स रहा अउर एन सब बिपत्तियन क समइ मिस्र फुन सान्तिपूर्वक रही।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

उत्तरी इस्राएल बरे सँदेसा

27 “मोरे सेवक याकूब, भयभीत न ह्वा।
    इस्राएल, आतंकित न ह्वा।
मइँ निहचइ ही तोहका ओन दूर-दराज क देसन स बचाउब।
    मइँ तोहरे बच्चन क हुआँ स बचाउब जहाँ उ पचे बन्दी अहइँ।
याकूब क पुनःसुरच्छा अउर सान्ति मिली
    अउर कउनो मनई ओका भयभीत नाहीं करी।”
28 यहोवा इ सब कहत ह:
“याकूब मोर सेवक, डेराअ जिन।
    मइँ तोहरे संग हउँ।
मइँ तोहका अलग-अलग जगहन मँ दूर पठएउँ
    अउर मइँ ओन सबहिं रास्ट्रन क पूरी तरह बर्बाद करब।
    किन्तु मइँ तोहका पूरी तरह बर्बाद नाहीं करब।
तोहका ओकर सजा मिलइ चाही जउन तू बुरे काम किहा ह।
    एह बरे मइँ तोहका सजा स बच निकारइ नाहीं देब।
    मइँ तोहका अनुसासन मँ लिआउब, किन्तु मइँ उचित ही करब।”

पलिस्ती लोगन क बारे मँ सँदेसा

47 इ सँदेसा यहोवा क अहइ जउन यिर्मयाह नबी क मिला। इ सँदेसा पलिस्ती लोगन क बारे मँ अहइ। इ सँदेसा, जब फिरौन गज्जा नगर पइ हमला किहस, ओहसे पहिले आवा।

यहोवा कहत ह:
“धियान द्या, दुस्मन क फउजी उत्तर मँ एक संग मोर्चा लगावत अहइँ।
    उ पचे तटन क बारेत तेज नदी क तरह अइहीं
उ पचे देस क बाढ़ सा ढकि लेइहीं।
    उ पचे नगरन अउर
ओनमाँ रह रहे निवासियन क ढकि लेइहीं।
    उ देस क हर एक रहइवाला मदद बरे चिल्लाई।
उ सबइ धावत घोड़न क अवाज सुनिहीं, उ पचे रथन क घरघराहट सुनिहीं।
    उ पचे पहियन क घरघराहट सुनिहीं।
पिता आपन बच्चन क सुरच्छा करइ मँ मदद नाहीं कइ सकिहीं।
    उ पचे पिता मदद करइ मँ एकदम असमर्थ होइहीं।
सबहिं पलिस्ती लोगन क नस्ट करइ क समइ आइ ग अहइ।
    सोर अउर सिदोन क बचे सहायकन क नस्ट करइ क समइ आइ ग अहइ।
यहोवा पलिस्ती लोगन क हाली नस्ट करी।
    कप्तोर द्वीप मँ बचे लोगन क उ नस्ट करी।
गज्जा क लोग सोक मँ बूड़िहीं अउर आपन सिर मुड़ँइहीं।
    अस्कलोन क लोग चुप कइ दीन्ह जइहीं।
    घाटी क बचे लोगो, कब तलक तू पचे आपन क काटत रहब्या?

“ओ! यहोवा क तरवार, तू रूकिउ नाहीं
    तू कब तलक मार करति रहबिउ?
आपन म्यान मँ लउटि जा,
    रूका, सान्त ह्वा।
किन्तु यहोवा क तरवार कइसे बिस्राम लेइ?
    यहोवा एका आदेस दिहस ह।
यहोवा एका इ आदेस दिहस ह
    कि इ अस्कलोन नगर अउर समुद्र तट पइ हमला करइँ।”

मोआब क बारे मँ सँदेसा

48 इ सँदेसा मोआब देस क बारे मँ अहइ। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा जउन कहेस, उ इ अहइ:

“नबो पहाड़ क बुरा होइ,
    नबो पहाड़ नस्ट होइ।
किर्यातैम नगर लज्जित होइ।
    एह पइ अधिकार होइ।
सक्तीसाली जगह लज्जित होइ।
    इ बिखरि जाइ।
मोआब क पुन: तारीफ नाहीं होइ।
    हेसबोन नगर क लोग मोआब क पराजय क जोजना बनइहीं।
    उ पचे कहिहीं, ‘आवा हम उ रास्ट्र क अन्त कइ देइ।’
मदमेन तू भी चुप कीन्ह जाब्या,
    तरवार तोहार पाछा करी।
होरोनौम नगर स रूदन अनका,
    उ पचे बहोत घबराहट अउर बिनास क चीखेन ह।
मोआब नस्ट कीन्ह जाइ।
    ओकर नान्ह बच्चन मदद क पुकार करिहीं।
मोआब क लोगो लूहीत क मारग तलक जा।
    उ पचे जात भए फूटि फूटिके रोवत अहइँ।
हेरोनौम नगर तलक जाइवाली सड़किया स पीरा
    अउर कस्ट क रूदन सुना जाइ सकत ह।
पराइ चला, जिन्नगी बरे पराअ।
    जइसा झाड़ी रेगिस्ताने मँ उड़त ह वइसा उड़ा।

“तू आपन बनाई चिजियन अउर आपन धन पइ बिस्सास करत अहा।
    एह बरे तू बन्दी बनाई लीन्ह जाब्या।
कमोस देवता कैदी बनावा जाइ
    अउर ओकर याजक अउर पदाधिकारी ओकरे संग जइहीं।
बिध्वंसक हर एक नगर क खिलाफ आइ,
    कउनो नगर नाहीं बची।
घाटी बर्बाद होइ।
    उच्च मैदान नस्ट होइ।
यहोवा इ कहेस ह,
    एह बरे इ होइ।
मोआब क खेतन मँ नमक फइलावा।
    देस सूना रेगिस्तान बनी।
मोआब क नगर खाली होइहीं।
    ओनमाँ कउनो भी मनई न रही।
10 जदि मनई उ नाहीं करत जेका यहोवा कहत ह
    जदि उ आपन तरवार क उपयोग ओन लोगन क मारइ बरे नाहीं करत, तउ उ मनई क बुरा होइ।

11 मोआब क कबहुँ बिपत्ति स पाला नाहीं पड़ी।
    मोआब सान्त होइ बरे छोड़ी गइ दाखरस सा बाटइ।
मोआब एक गगरी स दूसर गगरी मँ डाला नाहीं गवा।
    उ कबहुँ कैदी नाहीं बनावा गवा।
एह बरे ओकर सुआद पहिले क नाई अहइ
    अउर ओकर गन्ध बदली नाहीं अहइ।”
12 यहोवा इ सब कहत ह,
“किन्तु मइँ लोगन क हाली ही
    तोहका तोहरी गगरी स ढालइ पठउब।
उ सबइ लोग मोआब क गगरी क छूँछ कइ देइहीं
    अउर तब उ पचे ओन गगरियन क चकनाचूर कइ देइहीं।”

13 तब मोआब क लोग आपन असत्य देवता कमोस क बरे लज्जित होइहीं। इस्राएल क लोगन बेतेल मँ लबार देवतन पइ बिस्सास किहे रहेन अउर इस्राएल क लोगन क उ समइ ग्लानि भइ रही जब उ लबार देवता ओनकर मदद नाहीं किहे रहा। मोआब वइसा ही होइ।

14 “तू कइसे कह सकत ह, ‘हम बढ़िया फउजी अही।
    हम जुद्ध मँ बहादूर मनसेधू अहइ?’
15 दुस्मन मोआब पइ हमला करी।
    दुस्मन ओन नगरन मँ आइ अउर ओनका नस्ट करी।
नरसंहार मँ ओकर स्रेस्ठ जुवक मारा जइहीं।”
    इ सँदेसा राजा क अहइ।
    उ राजा क नाउँ सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।
16 “मोआब क अन्त निचके अहइ।
    मोआब हाली ही नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
17 मोआब क चारिहुँ कइँती बसइया लोगो, तू सबहिं उ देस बरे रोउब्या।
    तू लोग जानत ह कि मोआब केतना प्रसिद्ध अहइ। एह बरे एकरे बरे रोआ।
कहा, ‘सासक क ताकत भंग होइ गइ।
    मोआब क ताकत अउ प्रतिस्ठा चली गइ।’

18 “दीबोन मँ रहइवाले लोगो
    आपन प्रतिस्ठा क जगह स बाहेर निकरा।
धूरि मँ जमीन पइ बइठा।
    काहेकि मोआब क बिध्वंसक आवत अहइ
अउर उ तोहरे मजबूत नगरन क नस्ट कइ देइ।

19 “अरोएर क बसइया लोगो,
    सड़क क सहारे खड़ा ह्वा अउर सावधानी स रहा।
मनई क परात लखा,
    मेहरारू क परात लखा,
    ओनसे पूछा क भवा ह

20 “मोआब बर्बाद होइ अउर लज्जा स गड़ि जाइ।
    मोआब रोइ अउर रोइ।
अनोर्न नदी पइ घोसित करा
    कि मोआब नस्ट होइ गवा।
21 ऊँच मैदान क लोग सजा पाइ चुके होलोन,
    यहसा अउर मेपात नगरन क निआव होइ चुका।
22 दीबोन, नबो
    अउर बेतदिबलातैम,
23 किर्य्यातैम, बेतगामूल
    अउर बेतमोन।
24 करिय्योत बोस्रा
    अउ मोआब क निचके
अउ दूर क सबहिं नगरन क संग
    निआउ होइ चुका।
25 मोआब क ताकत काट दीन्ह गइ,
    मोआब क बाँहन टूट गइ।”
यहोवा इ सब कहेस।

26 “मोआब समझे रहा उ यहोवा स भी जियादा महान अहइ।
    एह बरे मोआब क सख्त पागल जइसा सजा द्या।
    मोआब गिरी अउ आपन उलटी मँ चारिहुँ कइँती लउटी।
लोग मोआब क मजाक उड़इहीं।

27 “मोआब तू आपन इस्राएल क मजाक उड़ाए रह्या।
    इस्राएल चोरन क गिरोह क जरिये धरा गवा।
हर दाई तू इस्राएल क बारे मँ कहत रह्या।
    तू आपन मूँड़ हिलावत रह्या अइसा अभिनय करत रह्या माना तू इस्राएल स स्रेस्ठ अहा।
28 मोआब क लोगो, आपन नगरन क तजा।
    जा अउर पहाड़ियन पइ रहा,
उ कबूतर क तरह रहा
    जउन आपन झोंझ गुफा क मुँहे पइ बनवत ह।”

29 “हम मोआब क गर्व क सुनि चुका अही,
    उ बहोत घमण्डी रहा।
उ समुझे रहा कि उ बहोत बड़ा अहइ।
    उ हमेसा आपन मुँह मियाँ मिटठू बनत रहा।
    उ बहोत जियादा घमण्डी रहा।”

30 यहोवा कहत ह, “मइँ जानत हउँ कि मोआब हाली ही कोहाइ जात ह अउर आपन तारीफ क गीत गावत ह।
    मुला ओकर सेखी झूठ अहइँ।
    उ जउन करइ क कहत ह, कइ नाहीं सकत।
31 एह बरे मइँ मोआब बरे रोवत हउँ।
    मइँ मोआब मँ हर एक बरे रोवत हउँ।
    मइँ कीर्हेरेस क लोगन बरे रोवत हउँ।
32 मइँ सिबमा क लोगन बरे याजेर स लोगन स जियादा रोवत हउँ।
    सिबमा पुराने जमाना मँ तोहार अंगूर क बेलन
सागर तलक याजेर जेतनी दूर तलक फइली रहिन।
    मुला बिध्वंसक तोहार फल अउर अंगूर लइ लिहन।
33 मोआब क बिसाल अंगूर क बगियन स सुख अउर आनन्द बिदा होइ गएन।
    मइँ दाखरस निकारइ वाली जगहन स दाखरस क बहब रोक दिहे हउँ।
अब दाखरस बनावइ बरे अंगूरन पइ चलइवालन क नाच-गाना नाहीं रहि गवा अहइँ।
    खुसी क सोर गुल सबहिं खतम होइ गवा अहइ।

34 “हेसबोन अउ एलाले नगरन क लोग रोवत अहइँ। ओनकर रूदन दूर यहस क नगर मँ भी सुनाई पड़त अहइ। ओनकर रूदन सोआर नगर स सुनाई पड़त अहइ अउर हेरोनैम अउ सेलिसिया क दूर नगरन तलक पहोंचत अहइ। हिआँ तलक कि निम्रीम क भी पानी झुराइ गवा ह। 35 मइँ मोआब क उच्च ठउरन पइ होमबलि चढ़ावइ स रोक देब। मइँ ओनका आपन देवतन क बलि चढ़ावइ स रोकब।” यहोवा इ सब कहेस।

36 “मोका मोआब बरे बहोत दुःख अहइ। सोक गीत छेड़इवाली बाँसूरी क धुन क तरह मोर हिरदय रूदन कइ रहा अहइ। मइँ कीर्हेरेस क लोगन बरे दुःखी हउँ। ओनकर धन अउ सम्पत्ति सबहिं लइ लीन्ह ग अहइँ। 37 हर एक आपन मूँड़ मुड़ाए अहइ। हर एक स दाढ़ी साफ होइ ग अहइ। हर एक क हाथ कटा अहइँ अउ ओनसे रक्त निकरत अहइ। हर एक आपन कमर मँ सोक स ओढ़ना लपेटे अहइ। 38 मोआब मँ लोग घरन क छतन अउर हर एक सार्वजनिक चउराहन मँ सर्वत्र मरे भएन बरे रोवत अहइँ। हुआँ सोक अहइ काहेकि मइँ मोआब क छूँछ गगरी क तरह फोड़ डाएउँ ह।” यहोवा इ सब कहेस।

39 “मोआब बिखरि गवा अहइ। लोग रोवत अहइँ। मोआब आत्मसमर्पण किहेस ह। अब मोआब लजान अहइ। लोग मोआब क मजाक उड़ावत हीं, किन्तु जउन कछू भवा ह उ ओनका भयभीत कइ देत ह।”

40 यहोवा कहत ह, “लखा, एक उकाब अकासे मँ खाले टूट पड़त अहइ।
    इ आपन परन क मोआब पइ फइलावत अहइ।
41 मोआब क नगरन पइ अधिकार होइ।
    छुपइ क सुरच्छित ठउर पराजित होइहीं।
उ समइ मोआब क फउजी वइसे ही आतंकित होइहीं
    जइसे प्रसव करत मेहरारू।
42 मोआब क रास्ट्र नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
    काहेकि उ पचे समुझत रहेन कि उ पचे यहोवा स भी जियादा महत्वपूर्ण अहइँ।”

43 यहोवा इ सब कहत ह:
    “मोआब क लोगो, भय गहिर गड़हन अउर जाल तोहरी प्रतीच्छा मँ अहइँ।
44 लोग डेरइहीं अउर भाग खड़ा होइहीं,
    अउर उ पचे गड़हन मँ गिरिहीं।
जदि कउनो गहिर गड़हा स निकरी
    तउ उ जाल मँ फँसी।
मइँ मोआब पइ सजा क बरिस लिआउब।”
    यहोवा इ सब कहेस।

45 “ताकतवर दुस्मन स लोग भाग चला अहइँ।
    उ पचे सुरच्छा बरे हेसबोन नगर मँ परातेन।
किन्तु हुआँ सुरच्छा नाहीं रही।
    सिहोन (हेसबोन) क नगर मोआबियन क बिरुद्ध होइ गवा
अउर उ मोआब क प्रमुखन क नस्ट करइ लाग।
    इ ओन घमण्डी लोगन क नस्ट करइ लाग।
46 मोआब इ तोहरे बरे, बहोत बुरा होइ।
    कमोस क लोग नस्ट कीन्ह जात अहइँ।
तोहार पूत अउ बिटियन बन्दी
    अउ कैदी क रूप मँ लइ जावा जात अहइँ।
47 मोआब क लोग कैदी क रूप मँ दूर पहोंचावा जइहीं।
    किन्तु आवइवाले दिनन मँ मइँ मोआब क लोगन क वापस लिआउब।”
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

हिआँ मोआब क संग निआव खतम होत ह।

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