Chronological
मन्दिर पइ यिर्मयाह क सिच्छा
26 योसिय्या राजा क पूत यहोयाकीम क यहूदा पइ राज्ज करइ क पहिले बरिस यहोवा क इ सँदेसा मिला। 2 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह, यहोवा क मन्दिर क आँगन मँ खड़ा ह्वा। यहूदा क ओन सबहिं लोगन क इ सँदेसा द्या जउन यहोवा क मन्दिर मँ पूजा करइ आवत अहइँ। तू ओनसे उ सब कछू कहा जउन मइँ तोहसे कहइ क कहत हउँ। मोरे सँदेसा क कउनो हींसा क जिन तजा। 3 होइ सकत ह उ पचे मोरे सँदेसा क सुनइँ अउर ओकरे अनुसार चलइँ। होइ सकत ह उ पचे अइसी बुरी जिन्नगी बिताउब तजि देइँ। जदि तू पचे बदल जाइँ तउ मइँ ओनका सजा देइ क जोजना क बारे मँ, आपन निर्णय क बदल सकत हउँ। मइँ ओनका उ सजा देइ क जोजना बनावत हउँ काहेकि उ पचे अनेक बुरे करम किहेन ह। 4 तू ओनसे कहब्या, ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ आपन उपदेस तू पचन्क दिहेउँ। तू पचन्क मोर आग्या क पालन करइ चाही अउर मोर उपदेसन पइ चलइ चाही। 5 तू पचन्क मोरे सेवकन क उ सबइ बातन सुनई चाही जउन उ पचे तोहसे कहइँ। (नबी मोर सेवक अहइँ) मइँ नबियन क बार-बार तोहरे पचन्क लगे पठ एउँ ह किन्तु तू पचे ओनकर अनसुनी कइ दिहा ह। 6 जदि तू पचे मोर आग्या क पालन नाहीं करत्या तउ मइँ आपन यरूसलेम क मन्दिर क सीलो क पवित्तर तम्बू क तरह कइ देब। समूची दूनिया क लोग दूसर नगरन बरे बिपत्ति माँगइ क समइ यरूसलेम क बारे मँ सोचिहीं।’”
7 याजकन, नबियन अउर सबहिं लोग यहोवा क मन्दिर मँ यिर्मयाह क इ सबइ कहत सुनेन। 8 यिर्मयाह उ सब कछू कहब पूरा किहेस जेका यहोवा लोगन स कहइ क आदेस दिहे रहा। तब याजकन, नबियन अउ लोग यिर्मयाह क धइ लिहेन। उ पचे कहेन, “अइसी भयंकर बातन करइ क कारण तू मरब्या। 9 यहोवा क नाँउ पइ अइसी बातन करइ क हिम्मत तू कइसे करत अहा? तू इ कइसे कहइ क साहस करत अहा कि इ मन्दिर सीलो क मन्दिर क तरह नस्ट होइ? तू इ कहइ क हिम्मत कइसे करत अहा कि यरूसलेम बिना कउनो निवासी क रेगिस्तान बन जाइ।” सबहिं लोग यिर्मयाह क चारिहुँ कइँती यहोवा क मन्दिर मँ बटुर गएन।
10 इ तरह यहूदा क सासक लोग ओन सारी घटनन क सुनेन जउन घटित होत रहीं। एह बरे उ पचे राजा क महल स बाहेर आएन। उ पचे यहोवा क मन्दिर क गएन। हुआँ उ पचे यहोवा क मन्दिर क नवे फाटक क प्रवेस क ठउरे पइ बइठ गएन। नवा फाटक उ फाटक अहइँ जहाँ स यहोवा क मन्दिर क जात हीं। 11 तब याजकन अउर नबियन सासक लोगन अउ सबहिं लोगन स बातन किहन। उ पचे कहेन, “यिर्मयाह मार डावा जाइ चाही। इ यरूसलेम क बारे मँ बुरा कहेस ह। तू ओसे बातन कहत सुन्या।”
12 तब यिर्मयाह यहूदा क सबहिं सासकन अउ दूसर सबहिं लोगन स बात किहस। उ कहेस, “यहोवा मोका इ मन्दिर अउर इ नगर क बारे मँ बातन कहइ बरे पठएस। जउन सब तू पचे सुन्या ह उ यहोवा क हिआँ स अहइ। 13 तू लोगन क आपन जिन्नगी बदलइ चाही। तोहका पचन्क नीक काम करब सुरू करइ चाही। तू पचन्क आपन यहोवा परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ यहोवा आपन इरादा बदल देइ। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं लिआइ। जेनके घटित होइ क बारे मँ उ कहेस। 14 जहाँ तलक मोर बात अहइ, मइँ तू पचन्क बस मँ हउँ। मोरे संग उ करा जउन तू नीक अउ ठीक समुझत अहा। 15 किन्तु जदि तू मोका मार डउब्या तउ एक बात निहचित समझा। तू एक निरपराध मनई क मारइ क अपराधी होब्या। तू इ नगर अउर एहमाँ जउन रहत हीं ओनका भी अपराधी बनउब्या। फुरइ, यहोवा मोका तोहरे पचन्क लगे पठएस ह। जउन सँदेसा तू सुन्या ह, फुरइ, यहोवा क अहइ।”
16 तब सासक अउर सबहिं लोग बोल पड़ेन। ओन लोग याजकन अउ नबियन स कहेन, “यिर्मयाह, नाहीं मारा जाइ चाही। यिर्मयाह जउन कछू कहेस ह उ हमरे यहोवा परमेस्सर क ही वाणी अहइ।”
17 तब अग्रजन मँ स कछू खड़े भएन अउर उ पचे सब लोगन स बातन किहन। 18 उ पचे कहेन, “मीकायाह नबी मोरसोती नगर क रहा। मीकायाह ओन दिनन नबी रहा जउने दिनन हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा। मीकायाह यहूदा क सबहिं लोगन स इ कहेस: ‘सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह:
सिय्योन एक ठु जुता भवा खेत बनी।
यरूसलेम चट्टानन क ढेर होइ।
जउने पहाड़ी पइ मन्दिर बना अहइ
ओह पइ बृच्छ उगिहीं।’ (A)
19 “हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा अउर हिजकियाह मीकाय्याह क नाहीं मारेस। यहूदा क कउनो मनई मीकायाह क नाही मारेन। तू पचे जानत अहा हिजकिय्याह यहोवा क सम्मान करत रहा। उ यहोवा क खुस करइ चाहत रहा। यहोवा कह चुका रहा कि उ यहूदा क बुरा करी। किन्तु हिजकिय्याह यहोवा स पराथना किहस अउर यहोवा आपन इरादा बदल दिहस। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं आवइ दिहस। जदि हम लोग यिर्मयाह क चोट पहोंचाउब तउ हम लोग अपने उपर विपत्तियन बोलाउब अउर उ सबइ बिपत्तियन हम लोगन क अपने दोख क कारण होइहीं।”
20 अतीत काल मँ एक दूसर मनई रहा जउन यहोवा क सँदेसा क उपदेस देत रहा। ओकर नाउँ ऊरिय्याह रहा। उ समाय्याह नाउँ क मनई क पूत रहा। ऊरिय्याह, किर्यत्यारीम नगर क रहा। ऊरिय्याह इ नगर अउर देस क बिरुद्ध उहइ उपदेस दिहस जउन यिर्मयाह दिहेस ह। 21 राजा यहोयाकीम ओकर सेना अधिकारी अउर यहूदा क प्रमुख लोग ऊरिय्याह क उपदेस सुनेन। उ पचे कोहाइ गएन। राजा यहोयाकीम ऊरिय्याह क मार डावइ चाहत रहा। किन्तु ऊरिय्याह क पता चला कि यहोयाकीम ओका मार डावइ चाहत ह। ऊरिय्याह डेराइ गवा अउर उ मिस्र देस क पराइ निकरा। 22 किन्तु यहोयाकीम एलनातान नाउँ क एक मनई तथा कछु लोगन क मिस्र पठएस। एलनातान अकबोर नाउँ क मनई क पूत रहा। 23 उ सबइ लोग ऊरिय्याह क मिस्र स वापस लइ आएन। तब उ सबइ लोग ऊरिय्याह क राजा यहोयाकीम क लगे लइ गएन। यहोयाकीम ऊरिय्याह क तरवारे क घाट उतार देइ क आदेस दिहस। ऊरिय्याह क ल्हास उ कब्रिस्तान मँ लोकाइ दीन्ह गवा जहाँ गरीब लोग दफनाया जात रहेन।
24 किन्तु साफान क पूत अहीकाम यिर्मयाह क साथ दिहेस अउ ओका लोगन क हाथ स मरइ स बचाएस।
यहोवा नबूकदनेस्सर क सासक बनाएस ह
27 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस उ आवा। सिदकिय्याह राजा योसिय्याह क पूत रहा। 2 यहोवा मोहसे जउन कहेस, उ इ अहइ: “यिर्मयाह छड़ अउर चमड़े क पट्टियन स जुआ बनावा। उ जुआ क आपन गटइया पइँ रखा। 3 तब एदोम, मोआब, अम्मोन सोर अउर सीदोन क राजा लोगन क कइँती ओनका पठवा। इ सबइ सँदेसन एन राजा लोगन क राजदूतन क जरिये पठवा जउन यहूदा क राजा सिदकिय्याह स मिलइ यरूसलेम आवा अहइँ। 4 ओन राजदूतन स कहा कि उ पचे सँदेसा आपन सुआमियन क द्या। ओनसे इ कहा कि इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह: ‘आपन सुआमियन स कहा कि 5 मइँ पृथ्वी अउर ऍह पइ रहइवाले सबहिं लोगन क बनाएउँ। मइँ पृथ्वी क सबहिं जनावरन क बनाएउँ। मइँ इ आपन बड़की सक्ति अउर सक्तिसाली भुजा स किहेउँ। मइँ इ पृथ्वी कउनो क भी चाहउँ दइ सकत हउँ। 6 इ समइ मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क इ सबइ भुइँया दइ दिहेउँ। उ मोर सेवक अहइ। मइँ जंगली जनावरन क भी ओकरे आग्याकारी बनाउब। 7 सबहिं रास्ट्र नबूकदनेस्सर ओकर पूत अउर ओकर पौत्र क सेवा करिहीं। तब बाबुल क पराजय क समइ आइ। कइउ रास्ट्र अउर बड़के सम्राट बाबुल क आपन सेवक बनइहीं।
8 “‘किन्तु इ समइ कछू रास्ट्र या राज्ज बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क सेवा करइ स इन्कार कइ सकत हीं। उ पचे ओकरे जुआ क आपन गटइया पइ धरइ स इन्कार कइ सकत हीं। जदि अइसा होत ह तउ जउन मइँ करब उ इ अहइ: मइँ उ रास्ट्र क तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी क सजा देब,’” यहोवा कहत ह। “‘मइँ उ तब तलक करब जब तलक मइँ उ रास्ट्र क नस्ट न कइ देउँ। मइँ नबूकदनेस्सर क उपयोग उ रास्ट्र क नस्ट करइ क बरे करब जउन ओकरे बिरुद्ध करत ह। 9 एह बरे आपन नबियन क एक स सुना। ओन मनइयन क एक न सुना जउन भविस्स क घटनन क जानइ बरे जादू क उपयोग करत हीं। ओन लोगन क एक न सुना जउन इ कहत हीं कि हम सपन क फल बताइ सकित ह। ओन मनइयन क एक न सुना जउन मरन स बात करत हीं या उ सबइ लोग जउन जादूगर अहइँ। उ पचे सबहिं तू पचन्स बातन करत हीं, “तू पचे बाबुल क राजा क दास नाहीं बनब्या।” 10 किन्तु उ सबइ लोग तू पचन्स झूठ बोलत हीं। मइँ तू पचन्क तोहरे पचन्क जन्मभूमि म दूर जाइ पइ बिबस करब अउर तू पचे दूसर देस मँ मरब्या।
11 “‘किन्तु उ सबइ रास्ट्र जउन बाबुल क राजा क जुआ क आपन कंधन पइ धरिहीं अउर ओकर आग्या मानिहीं, जिअत रहिहीं। मइँ ओन रास्ट्रन क ओनके आपन देस मँ रहइ देब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘ओन रास्ट्रन क लोग आपन भुइँया पइ रहिहीं अउर ओह पइ खेती करिहीं।’”
12 मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह क भी इहइ सँदेसा दिहउँ। मइँ कहेउँ, “सिदकिय्याह, तोहका बाबुल क राजा क जुआ क खाले आपन गटइ देइ चाही अउर ओकर आग्या मानइ चाही। जदि तू बाबुल क राजा अउर ओकर लोगन क सेवा करब्या तउ तू रहि सकब्या। 13 जदि तू बाबुल क राजा क सेवा करब कबूल नाहीं करत्या तउ तू अउर तोहार लोग दुस्मन क तरवार क घाट उतारा जइहीं, तथा भूख अउर भयंकर बीमारी स मरिहीं। यहोवा कहेस कि इ सबइ घटनन होइहीं। 14 किन्तु लबार नबी कहत अहइँ: ‘तू बाबुल क राजा क दास कबहुँ नाहीं होब्या।’
“ओन नबियन क एक न सुना। काहेकि उ पचे तोहका झूठा उपदेस देत अहइँ। 15 ‘मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ ह।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘उ पचे झूठ उपदेस देत अहइँ अउर कहत अहइँ कि उ सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। एह बरे यहूदा क लोगो, मइँ तोहका पचन्क दूर पठउब। तू पचे मरब्या अउर उ सबइ नबी भी जउन झूठ उपदेस देत अहइँ मरिहीं।’”
16 तब मइँ (यिर्मयाह) याजक अउर ओन सबहिं लोगन स कहेस, “यहोवा कहत ह: ‘उ पचे लबार नबी कहत अहइँ, कसदियन बहोत स चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहन। उ सबइ चिजियन हाली ही वापस लिआइ जइहीं।’ ओन नबियन क एक न सुना काहेकि उ पचे तू पचन्क झूठ उपदेस देत अहइँ। 17 ओन नबियन क एक न सुना। बाबुल क राजा क सेवा करा अउर तू पचे जिअत रहब्या। तोहरे पचन्क बरे कउनो कारण नाहीं कि तू पचे यरूसलेम सहर क बर्बाद करवाआ। 18 जदि उ सबइ लोग नबी अहइँ अउर ओनके लगे यहोवा क सँदेसा अहइ तउ ओनका पराथना करइ द्या। ओन चीजन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ अउर ओनका ओन चिजियन क बारे मँ ओनका पराथना करइ द्या जउन अबहिं तलक राजा क महल मँ अहइँ ओनका ओन चिजियन क बारे मँ पराथना करइ द्या जउन अब तलक यरूसलेम मँ अहइँ। ओन नबियन क पराथना करइ द्या ताकि उ पचे सबहिं चिजियन बाबुल नाहीं लइ जाइ जाइँ।
19 “सर्वसक्तिमान यहोवा ओन सबइ चिजियन क बारे मँ इ कहत ह जउन अबहिं तलक यरूसलेम मँ बची रहि गइ अहइँ। मन्दिर मँ खम्भा, काँसा क बना सागर, हटावइ जोग्ग आधार अउर दूसर चिजियन अहइँ। बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर ओन चिजियन क यरूसलेम मँ तजि दिहन। 20 नबूकदनेस्सर जब यहूदा क राजा यकोन्याह क बन्दी बनाइके लइ गवा तब ओन चिजियन क नाहीं लइ गवा। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। नबूकदनेस्सर यहूदा अउर यरूसलेम क दूसर बड़के लोगन क भी लइ गवा। 21 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा मन्दिर मँ बची, राजमहल मँ बची अउर यरूसलेम मँ बची चिजियन क बारे मँ इ कहत ह, “उ सबइ चिजियन भी बाबुल लइ जाइ जइहीं। 22 ‘उ सबइ चिजियन बाबुल मँ तब तलक रहिहीं जब तलक उ समइ आइ कि मइँ ओनका लेइ जाब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘तब मइँ ओन चिजियन क वापस लिआउब। मइँ ओन चिजियन क इ ठउरे पइ वापस रखब।’”
झूठा नबी हनन्याह
28 यहूदा मँ सिदकिय्याह क राज्जकाल क चउथे बरिस क पाँचवे महीना मँ अज्जू क पूत, गिबोन क हनन्याह नबी मोहसे बात किहस। हनन्याह यहोवा क मन्दिर मँ याजक अउर दूसर लोगन क समन्वा मोहसे बात किहेस। हनन्याह जउन कहेस उ इ अहइ: 2 “इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह, ‘मइँ उ जुए क तोड़ डाउब जेका बाबुल क राजा यहूदा क लोगन पइ रखा ह। 3 दुइ बरिस पूरा होइ क पहिले मइँ ओन चिजियन क वापस लइ आउब जेनका बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यहोवा क मन्दिर स बाबुल लइ गवा ह। 4 मइँ यहूदा क राजा यकोन्याह क भी वापस हिआँ स लइ आउब। यकोन्याह, यहोयाकीम पूत अहइ मइँ ओन सबहिं यहूदा क लोगन क वापस लि आउब जेनका नबूकदनेस्सर आपन घर तजइ अउर बाबुल जाइ क मजबूर किहस।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘एह बरे मइँ उ जुए क तोड़ देब जेका बाबुल क राजा यहूदा क लोगन पइ रखेस ह।’”
5 तब यिर्मयाह नबी हनन्याह नबी स यहोवा मन्दिर मँ याजकन अउर ओन सबहिं लोगन क समन्वा जउन यहोवा क मन्दिर मँ उपस्थित रहब, कहब्या। 6 यिर्मयाह हनन्याह स कहेस, “आमीन! मोका आसा अहइ कि यहोवा निहचय ही अइसा करी। मोका आसा अहइ कि यहोवा उ सँदेसा क फुरइ घटित करी जउन तू देत अहा। मोका आसा अहइ कि यहोवा आपन मन्दिर क चिजियन क बाबुल स उ ठउरे पइ वापस लिआइ अउर मोका आसा अहइ कि यहोवा ओन सबहिं लोगन क इ ठउरे पइ वापस लिआइ जउन आपन घरन क तजइ क बिवस कीन्ह ग रहेन।
7 “किन्तु हनन्याह उ सुना जउन मोका कहइ चाही। उ सुना जउन मइँ सबहिं लोगन स कहत हउँ। 8 हनन्याह हमरे अउर तोहरे नबी होइ के बहोत पहिले भी नबी रहेन। उ पचे भविस्सवाणी किहे रहेन कि जुद्ध, भुखमरी अउर भयंकर बीमारियन अनेक देसन अउर राज्जन मँ अइहीं। 9 मुला उ नबी क जाँचा इ जानइ बरे होइ चाही कि ओका यहोवा फुरइ पठएस ह जउन इ कहत ह कि हम लोग सान्ति क साथ रहब। जदि उ नबी क सँदेसा फुरइ घटित होत ह तउ लोग समुझ सकत हीं कि फुरइ ही उ यहोवा क जरिये पठवा गवा ह।”
10 यिर्मयाह आपन गटइ पइ एक जुआ धरे रहा। तब हनन्याह नबी उ जुआ क यिर्मयाह क काँधन स उतार लिहस। हनन्याह उ जुआ क तोड़ डाएस। 11 तब हनन्याह सबहिं लोगन क समन्वा बोला। उ कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘इहइ तरह मइँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क जुआ क तोड़ देब। उ उ जुआ क दुनिया क सबहिं रास्ट्रन पइ धरेस ह। किन्तु मइँ उ जुआ क दुइ बरिस बीतइ स पहिले ही तोड़ देब।’”
हनन्याह क उ कहइ क बाद यिर्मयाह मन्दिर क तजिके चला गवा।
12 तब यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ तब भवा जब हनन्याह यिर्मयाह क गटइ स जुआ क उतार लिहे रहा अउर ओका तोड़ डाए रहा। 13 यहोवा यिर्मयाह स कहेस, “जा अउर हनन्याह स कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: तू एक ठु काठे क जुआ तोड़्या ह। किन्तु मइँ काठ क जगह एक ठु लोहा क जुआ बनाउब।’ 14 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, ‘मइँ एन सबहिं रास्ट्रन क गटइ पइ लोहा क जुआ धरब। मइँ इ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क ओनसे सेवा कराबइ बरे करब अउर उ पचे ओकर दास होइहीं। मइँ नबूकदनेस्सर क जंगली जनावरन पइ भी सासन क अधिकार देब।’”
15 तब यिर्मयाह नबी हनन्याह नबी स कहेस, “हनन्याह, सुना! यहोवा तोहका नाहीं पठएस। यहोवा तोहका नाहीं पठएस किन्तु तू यहूदा क लोगन क झूठ मँ बिस्सास कराया। 16 एह बरे यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ, ‘हनन्याह मइँ तोहका हाली ही इ संसार स उठाइ लेब। तू इस बरिस मरब्या। काहेकि तू लोगन क यहोवा क खिलाफ जाइ क सिच्छा दिहा ह।’”
17 हनन्याह उहइ बरिस क सतएँ महीने मरि गवा।
बाबुल मँ यहूदी बन्दियन बरे एक पत्र
29 यिर्मयाह बाबुल मँ बन्दी यहूदियन क एक पत्र पठएस। उ एका अग्रजन, याजकन, नबियन अउर बाबुल मँ रहइवाले सबहिं बन्दी यहूदियन क पठएस। इ सबइ उ पचे लोग रहेन जेनका नबूकदनेस्सर यरूसलेम मँ पकड़े रहा अउर बाबुल लइ गवा। 2 (इ पत्र राजा यकोन्याह, राजमाता, अधिकारी, यहूदा अउर यरूसलेम क प्रमुख, बढ़ई अउर ठठेरन क यरूसलेम स लइ जावा जाइ क पाछे पठवा गवा रहा।) 3 सिदकिय्याह एलासा अउर गमर्याह क राजा नबूकदनेस्सर क लगे पठएस। सिदकिय्याह यहूदा क राजा रहा। एलासा सापान क पूत रहा अउर गमर्याह हिल्किय्याह क पूत रहा। यिर्मयाह उ पत्र क ओन लोगन क बाबुल लइ जाइ बरे दिहस। पत्र मँ जउन लिखा रहा उ इ अहइ:
4 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ सबइ बातन ओन सबहिं लोगन स कहत ह जेनका बन्दी क रूप मँ उ यरूसलेम स बाबुल पठए रहा: 5 “घर बनावा अउर ओहमाँ रहा। उस देस मँ बस जा। पौधन लगावा अउर आपन आइ भइ फसल स भोजन पावा। 6 बियाह करा अउ बेटा-बिटिया पइदा करा। आपन पूतन बरे मेहररूअन हेरा अउर आपन बिटियन क बियाह करा। इ एह बरे करा जेहसे ओनके भी लरकन अउ लड़कियन होइँ बहोत स बच्चन पइदा करा अउर बाबुल मँ आपन गिनती बढ़ावा। आपन गिनती जिन घटावा। 7 मइँ जउने नगर मँ तू पचन्क पठउँ ओकरे बरे नीक काम करा। जउने नगर मँ तू पचे रहा ओकरे बरे यहोवा स पराथना करा। काहेकि जदि उ नगर मँ सान्ति रही तउ तू पचन्क भी सान्ति मिली।” 8 इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “आपन नबियन अउर जादूगरन क आपन क मूरख मत बनावइ द्या। ओनकर ओन सपनन क बारे मँ न सुना जेनका उ पचे लखत हीं। 9 उ पचे झूठा उपदेस देत हीं अउर उ पचे इ इ कहत हीं कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
10 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: “बाबुल सत्तर बरिस तलक सक्तिसाली रही। ओकरे पाछे बाबुल मँ रहइवाले लोगो, मइँ तोहरे पचन्क लगे आउब। मइँ तोहका पचन्क वापस यरूसलेम लिआवइ क सच्ची प्रतिग्या पूरी करब। 11 मइँ इ एह बरे कहत हउँ काहेकि मइँ ओन आपन जोजनन क जानत हउँ जउन तोहरे पचन बरे अहइँ। मइँ तू पचन्क चोट पहोंचावइ क जोजना नाहीं बनावत हउँ। मइँ तू पचन्क आसा अउर उज्ज्वल भविस्स देइ क जोजना बनावत हउँ। 12 तब तू लोग मोर नाउँ लेब्या। तू लोग मोरे लगे अउब्या अउर मोर पराथना करब्या अउर मइँ तोहार पचन्क बातन पइ धियान देब। 13 तू लोग मोर खोज करब्या अउर तू पचे मोका पउब्या काहेकि तू इमानदरी स मोर खोज करब्या। 14 मइँ आपन क तू पचन्क प्राप्त होइ देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ तू पचन्क तोहरे सबन्क बन्दीखाने स वापस लिआउब। मइँ तू पचन्क इ ठउर तजइ क विवस किहस। किन्तु मइँ तू पचन्क ओन सबहिं रास्ट्रन अउ ठउरन स एकट्ठा करब जहाँ मइँ तू पचन्क पठएउँ ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ तू पचन्क इ ठउरे पइ वापस लिआउब।”
15 तू लोग इ कहि सकत ह, “किन्तु यहोवा हमका हिआँ बाबुल मँ नबी दिहेस ह।” 16 किन्तु यहोवा तोहरे पचन्क ओन सबंधियन क बारे मँ जउन बाबुल नाहीं लइ जावा गए इ कहत ह: मइँ उ राजा क बारे मँ बात कहत हउँ जउन इ समइ दाऊद स राजसिंहासन पइ बइठा अहइ अउर ओन सबहिं दूसर लोगन क बारे मँ जउन अब भी यरूसलेम नगर मँ रहत हीं। 17 सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “मइँ हाली ही तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी ओन लोगन क खिलाफ पठउब जउन अब भी यरूसलेम मँ अहइँ अउर मइँ ओनका उ सबइ ही सड़े गले अंजीर बनाउब जउन खाइ जोग्ग नाहीं। 18 मइँ ओन लोगन क पाछा जउन अभी भी यरूसलेम मँ अहइँ, तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी स करब अउर मइँ एका अइसा कइ देब कि पृथ्वी क सबहिं राज्ज इ लखिके डेराब कि एन लोगन क संग का घटित होइ ग अहइ। उ सबइ लोग बर्बाद कइ दीन्ह गएन। लोग जब ओन घटित घटनन क सुनिहीं तउ अचरज स सिसकारी भरिहीं अउर जब लोग कउनो लोगन बरे अभिसाप करिहीं तउ उ पचे एका उदारहण रूप मँ उपयोग करिहीं। मइँ ओन लोगन क जहाँ कहूँ जाइ क बिबस करब, लोग हुआँ ओनकर अपमान करिहीं। 19 मइँ ओन सबहिं घटनन क घटित कराउब काहेकि यरूसलेम क ओन लोग मोरे सँदेसा क अनसुना किहन ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ आपन सँदेसा ओनके लगे बार-बार पठएउँ। मइँ आपन सेवक नबियन क ओन लोगन क आपन सँदेसा देइ क पठएउँ। किन्तु लोग ओनका अनसुना किहन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 20 “तू लोग बन्दी ह्वा। मइँ तू पचन्क यरूसलेम तजइ अउर बाबुल जाइ क मजबूर किहेउँ। एह बरे यहोवा सँदेसा सुना।”
21 सर्वसक्तिमान यहोवा कोलायाह क पूत अहाब अउर मासेयाह क पूत सिदकिय्याह क बारे मँ इ कहत ह: “इ दुइनउँ मनई तू पचन्क लबार उपदेस देत अहइँ। उ पचे कहेन ह कि ओनकर सँदेसा मोरे हिआँ स अहइ। किन्तु उ पचे झूठ बोलत रहेन। ओन दुइनउँ नबियन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क दइ देब अउर नबूकदनेस्सर बाबुल मँ बन्दी तू सबहिं लोगन क समन्वा ओन नबियन क मार डाइ। 22 सबहिं यहूदी बन्दी ओन लोगन क उपयोग उदाहरण बरे तब करिहीं जब उ पचे दूसर लोगन क बुरा होइ क माँग करिहीं। उ सबइ बन्दी कहिहीं, ‘यहोवा तोहरे पचन्क संग सिदकिय्याह अउर अहाव क नाई बेउहार करइ। बाबुल क राजा ओन दुइनउँ क आगी मँ बार दिहेस।’ 23 ओन दुइनउँ नबियन इस्राएल क लोगन क संग घृणित कर्म किहे रहेन। उ पचे आपन पड़ोसी क मेहरारू क घिनौना करम किहे रहेन। उ पचे झूठ भी बोलेन ह अउर कहेन ह कि उ सबइ झूठ यहोवा क हिआँ स अहइ। मइँ ओनसे उ सब करइ क नाहीं कहेउँ। मइँ जानत हउँ कि उ पचे का किहेन ह मइँ साच्छी हउँ।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
समायाह क परमेस्सर क सँदेसा
24 समायाह क भी एक सँदेसा द्या। समायाह नेहलामी परिवार स अहइ। 25 इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, “समायाह, तू यरूसलेम क सबहिं लोगन क पत्र पठएस अउर तू यासेयाह क पूत याजक सपन्याह क पत्र पठया। तू सबहिं याजकन क पत्र पठया। तू ओन पत्रन क आपन नाउँ स पठया अउर यहोवा क सत्ता क नाउँ पइ नाहीं। 26 समायाह, तू आपन सपन्याह क आपन पत्र मँ जउन लिखे रह्या उ इ अहइ: ‘सपन्याह यहोवा यहोयादा क ठउरे पइ तोहका याजक बनाएस ह। तू यहोवा क मन्दिर क अधिकारी अहा। तोहका उ कउनो क कैद कइ लेइ चाही जउन पागल क तरह काम करत ह अउर नबी क तरह बेउहार करत ह। तोहका उ मनई क गोड़न क लकड़ी क बड़े टूकन क बीच रखइ चाही अउर ओकरे गले मँ लौह-कटक पहिरइ चाही। 27 अब यिर्मयाह नबी क तरह काम करत ह। एह बरे तू ओका बन्दी काहे नाहीं बनाया? 28 यिर्मयाह हम लोगन क इ सँदेसा बाबुल मँ दिहे रहा: बाबुल मँ रहइवाले लोगो, तू हुआँ लम्बे समइ तलक रहब्या। एह बरे आपन मकान बनावा अउर हुवँइ जाइ बसा। बाग लगावा अउर उ खा, जउन उपजावा।’”
29 याजक सपन्याह यिर्मयाह नबी क पत्र सुनाएस। 30 तब यिर्मयाह क लगे यहोवा क सँदेसा आवा। 31 “यिर्मयाह, बाबुल क सबहिं बन्दियन क इ सँदेसा पठवा: ‘नेहलामी परिवार क समायाह क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: समायाह तोहरे समन्वा भविस्सवाणी किहस, किन्तु मइँ ओका नाहीं पठएउँ। समायाह तोहका झूठ मँ बिस्सास कराएस ह। समायाह इ किहेस ह। 32 एह बरे यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: नेहलामी परिवार क समायाह क मइँ हाली सजा देब। मइँ ओकरे परिवार क पूरी तरह नस्ट करब अउर मइँ आपन लोगन बरे जउन नीक करब ओहमाँ ओकर कउनो हींसा नाहीं होइ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ समायाह क सजा देब काहेकि उ लोगन क यहोवा क बिरुद्ध जाइ क सिच्छा दिहेस ह।’”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.