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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यिर्मयाह 18-22

कोमहार अउर माटी

18 इ यहोवा क उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला: “यिर्मयाह, कोमहारे क घरे जा। मइँ आपन सँदेसा तोहका कोमहारे क घर देब।”

एह बरे मइँ कोमहारे क घर गएउँ। मइँ कोमहार क चाके पइ माटी स बर्तन बनावत लखेउँ। उ एक ठु बर्तन माटी स बनावत रहा। मुला बर्तन मँ कछू दोख रहा। एह बरे कोमहार उ माटी क उपयोग फुन किहस अउर उ दूसर बर्तन बनाएस। उ आपन हाथन क उपयोग बर्तन क उ रूप देइ बरे किहस जउन रूप उ देइ चाहत रहा।

तब यहोवा स सँदेसा मोरे लगे आवा, “इस्राएल क परिवार, तू जानत अहा कि मइँ (परमेस्सर) वइसा ही तोहरे साथ कइ सकत हउँ। तू कोमहार क हाथ क माटी क समान अहा अउर मइँ कोमहार क तरह हउँ। अइसा समइ आइ सकत ह, जब मइँ एक रास्ट्र या राज्ज क बारे मँ बातन करउँ। मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ फेकब या इ भी होइ सकत ह कि मइँ कहउँ कि मइँ उ रास्ट्र क उखाड़ गिराउब अउर उ रास्ट्र या राज्ज क नस्ट कइ देब। किन्तु उ रास्ट्र क लोग आपन हिरदय अउर जीवन क बदल सकत हीं। उ रास्ट्र क लोग बुरे करम करब तजि सकत हीं। तब मइँ आपन इरादे क बदल देब। मइँ उ रास्ट्र पइ बिपत्ति ढावइ क आपन जोजना क अनुसरण करब तजि सकत हउँ। कबहुँ अइसा दूसर आइ सकत ह जब मइँ कउनो रास्ट्र क बारे मँ बातन करउँ मइँ इ कहि सकत हउँ कि मइँ उ रास्ट्र क निर्माण करब अउर ओका स्थिर करब। 10 किन्तु मइँ इ लख सकत हउँ कि मोर आग्या क पालन न कइके उ रास्ट्र बुरा करम करत अहइ। तब मइँ उ अच्छाई क बारे मँ फुन सोचब जेका देइ क जोजना मइँ उ रास्ट्र बरे बनाइ राखेउँ ह।

11 “एह बरे यहूदा अउ यरूसलेम मँ जउन लोग रहत हीं ओनसे कहा, ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: अब मइँ सोझ तू लोगन बरे बिपत्ति क निर्माण करत हउँ। मइँ तू लोगन क खिलाफ जोजना बनावत हउँ। एह बरे ओन बुरे करमन क करब बन्द करा जउन तू करत अहा। हर एक मनई क बदलइ चाही अउर अच्छा काम करब सुरू करइ चाही।’ 12 किन्तु क लोग जवाब देइहीं, ‘अइसी कोसिस करइ स कछू नाहीं होइ। हम उहइ करत रहब जउन हम करइ चाहित ह। हम लोगन मँ हर एक उहइ करी जउन हठी अउर बुरा हिरदय करइ चाहत ह।’”

13 ओन बातन क सुना जउन यहोवा कहत ह,

“दूसर रास्ट्र लोगन स इ सवाल करा:
    ‘का तू कबहुँ कउनो क उ अइसा बुराई करत सुन्या ह जउन इस्राएल किहेस ह।’
14 तू जानत अहा कि चट्टानन कबहुँ खुद ही मैदान नाहीं तजितेन।
    तू जानत अहा कि लबानोन क पहाड़न ऊपर बर्फ कबहुँ नाहीं टेघरत।
    तू जानत अहा कि सीतल बहइवाले झरना कबहुँ नाहीं झुरातेन।
15 मुला मोर लोग मोका बिसरि चुका अहइँ,
    उ पचे बियर्थ देवमूरतियन क बलि चढ़ावत हीं।
मोरे लोगन क ऊबड़ खाबड़ सड़कियन अउर तुच्छ राजमार्गन पइ चलब जियादा पसन्द अहइ,
    एकरे अपेच्छा कि उ पचे मोर अनुसरण अच्छी सड़किया पइ करइँ।
16 एह बरे यहूदा देस एक सूना रेगिस्तान बनी।
    एकरे पास स गुजरत लोग हर दाई सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं।
    इ बात स चकित होइहीं कि देस कइसे बरबाद कीन्ह गवा।
17 मइँ यहूदा क लोगन क ओनके दुस्मनन क समन्वा बिखराउब
    जइसा कि प्रबल पूर्वी आँधी बिखेरब।
उ समइ उ पचे आपन मदद बरे कउनो क भी आवत नाहीं लखिहीं।
    नाहीं, उ पचे मोका आपन क तजत लखिहीं।”

यिर्मयाह क चउथी सिकाइत

18 तब यिर्मयाह क दुस्मनन कहेन, “आवा, हम यिर्मयाह क खिलाफ सड्यन्त्र रची। निहचय ही, याजक क जरिये दीन्ह गइ बिवस्था क सिच्छा मिटी नाहीं अउर बुद्धिमान लोगन क सलाह अब भी हम लोगन क मिली। हम लोगन क नबियन क सँदेस भी मिलिहीं। एह बरे हम लोग ओकरे बारे मँ झूठ बोली। ओहसे उ बर्बाद होइ। उ जउन कहत हम कउनो पर भी धियान नाहीं देब।”

19 हे यहोवा, मोर सुना अउर मोरे बिरोधियन क सुना,
    तब तय करा कि कउन ठीक अहइ।
20 याद करा मइँ कइसन तोहार समन्वा खड़ा होइके
    यहूदा क निवासियन क भलाई बरे
    अउर ओहइ पइ स तोहार गुस्सा उतारइ बरे बोले रहा।
किन्तु अब उ पचे उल्टे बदले मँ बुराई देत अहइँ।
    उ पचे मोका फँसावत अहइँ।
    उ पचे मोका धोखा दइके फँसावइ अउर मार डावइ क जतन करत अहइँ।
21 एह बरे अब ओनके बच्चन क अकाले मँ भूखन मरइ द्या।
    ओनके दुस्मनन क ओनका तरवार स हराइ डावइ द्या।
ओनकर मेहररूअन क बगैंर गदेला क होइ द्या।
    यहूदा क लोगन क मउत क घाट उतर जाइ द्या।
ओनकर मेहररूअन क राँड़ होइ द्या।
    यहूदा क लोगन क मउत क घाट उतर जाइ द्या।
    नउ जवानन क जुद्ध मँ तरवार क घाट उतार दीन्ह जाइ द्या।
22 ओनकर घरन मँ रोउब-पिटब मचइ द्या।
    ओनका तब रोवइ द्या जब तू अचानक ओनके खिलाफ दुस्मनन क लिआया।
एका होइ द्या काहेकि हमरे दुस्मनन मोका धोका दइके फँसावइ क कोसिस किहेन ह।
    उ पचे मोरे फँसइ बरे गुप्त जाल डाएन ह।
23 हे यहोवा, मोका मार डावइ क ओनकर जोजना क तू जानत अहा।
    ओनकर अपराधन क तू छिमा जिन करा।
ओनकर पापन क जिन धोवा। मोरे दुस्मनन क बर्बाद करा।
    किरोधित रहत समइ ही ओन लोगन क सजा द्या।

टूटी सुराही

19 यहोवा मोहसे कहेस: “यिर्मयाह, जा अउर कउनो कोमहार स एक ठु माटी क सुराही बेसहा। ठीकरा-दुआरे समन्वा क लगे बेन हिन्नोम घाटी क जा। अपने संग लोगन क अग्रजन अउर कछू याजकन क ल्या। उ ठउरे पइ ओनसे इ कहा जउन मइँ तोहसे कहत हउँ। अपने संग क लोगन स कहा, ‘यहूदा क राजा लोग अउर इस्राएल क लोगो, यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा सुना। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ इ ठउरे पइ हाली ही एक खउफनाक घटना घटित कराउब। हर एक मनई जउन एका सुनी, चकित अउर भयभीत होइ। मइँ इ सबइ काम करब काहेकि यहूदा क लोग मोर अनुसरण करब तजि दिहेन ह। उ पचे एका बिदेसी देवतन क ठउर बनाइ दिहेन ह। यहूदा क लोग इ ठउरे पइ दूसर देवतन बरे बलियन बारेन ह। उ हियाँ बेकुसूर लोगन क खून बहावत रहा। ओनकर पुरखन या ओनकर राजा ओन देवतन क नाहीं पूजत रहेन। उ पचे बाल देवता का पूजा करइ बरे जगहन क चुनेस ह। उ पचे ओन ठउरन क उपयोग आपन पूतन क आगी मँ बारइ बरे किहेन। उ पचे आपन पूतन क बाल बरे होमबलि क रूप मँ बारेन। मइँ ओनका इ करइ क नाहीं कहेउँ। मइँ तोहसे इ नाहीं माँगा कि तू आपन पूतन क बलि क रूप मँ भेट करा। मइँ कबहुँ इ सम्बंध मँ सोचेउँ भी नाहीं। अब लोग उ ठउरे क हिन्नोम क घाटी तोपेत कहत हीं। किन्तु मइँ तोहका इ चितउनी देतहउँ, उ सबइ दिन आवत अहइँ। इ सँदेसा यहोवा क अहइ, जब लोग इ ठउरे क बध क घाटी कहिहीं। इ ठउरे पइ मइँ यहूदा अउर यरूसलेम क लोगन क जोजनन क बर्बाद करब। दुस्मन एन लोगन क पाछा करिहीं अउर मइँ इ ठउरे पइ यहूदा क लोगन क तरवार क घाट उतरि जाइ देब अउर मइँ ओनकर ल्हासन क पंछियन अउर जंगली जनावरन क भोजन बनाउब। मइँ इ नगर क पूरी तरह बर्बाद करब। जब लोग यरूसलेम स गुजरिहीं तउ सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं। ओनका विस्मय होइ जब उ पचे लखिहीं कि नगर कउने तरह ध्वस्त कीन्ह गवा अहइ। दुस्मन आपन फउज क सहर क चारिहुँ कइँती लिआइ। उ फउज लोगन क भोजन लेइ बाहेर नाहीं आवइ देइ। एह बरे सहर मँ लोग भूखन मरिहीं। उ पचे एतना भूखा होइ जइहीं कि आपन पूत अउर बिटियन क तने क खाइ लगिहीं अउर तब उ पचे एक दूसर क खाइ लगिहीं।’

10 “यिर्मयाह, तू इ सबइ बातन लोगन क कहब्या अउर जब उ पचे लखत रहत होइँ तबहिं तू उ सुराही क तोड़्या। 11 उ समइ, तू इ कहया, सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, ‘मइँ यहूदा रास्ट्र अउ यरूसलेम नगर क वइसे ही तोड़ब जइसे कउनो माटी क सुराही तोड़त ह। इ सुराही फुन जोड़के नाहीं बनाई जाइ सकत। यहूदा रास्ट्र बरे भी इहइ सब होइ। मरे लोग इ तोपेत मँ तब तलक दफनावा जइहीं जब तलक हिआँ जगह नाहीं रहि जाइ। 12 मइँ इ एन लोगन अउर इ ठउरे क संग अइसा करब। मइँ इ नगर क तोपेत क तरह कइ देब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 13 ‘यरूसलेम क घर तथा राजा क महल तोपेत क इ जगह क नाईं असुद्धता स भरि जाब। काहेकि लोग ओन घरन क छत पइ लबार देवतन क पूजा किहन। उ पचे ग्रह-नछत्रन क पूजा किहन अउर ओनके सम्मान मँ बलि बारेन। उ पचे लबार देवतन क पेय भेंट दिहन।’”

14 तब यिर्मयाह तोपेत क तजेस जहाँ यहोवा उपदेस देइ क कहे रहा। यिर्मयाह यहोवा क मन्दिर क गवा अउर ओकरे आँगन मँ खड़ा भवा। यिर्मयाह सबहिं लोगन स कहेस, 15 “इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह: ‘मइँ कहेउँ ह कि मइँ कि मइँ यरूसलेम अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क गाँवन पइ अनेक विपत्तियन ढाउब। मइँ एनका हाली घटित कराउब। काहेकि लोग बहोत हठी अहइँ उ पचे मोर सुनइ अउर मोर आग्या क पालन करइ स इन्कार करत हीं।’”

यिर्मयाह अउर पसहूर

20 पसहूर नाउँ क एक मनई याजक रहा। उ यहोवा क मन्दिर मँ उच्चतम अधिकारी रहा। पसहूर इम्मेर नाउँ क मनई क पूत रहा। पसहूर यिर्मयाह क मन्दिर क आँगन मँ ओन बातन क उपदेस करत सुनेस। एह बरे उ यिर्मयाह नबी क पिटवाएस अउर उ बिन्यामीन क ऊपरी दुआरी पई ओका काठेक लट्ठन क बीच मँ जकड़ दिहेस। अगले दिन पसहूर यिर्मयाह क काठे क लट्ठन क बीच स निकारेस। तब यिर्मयाह पसहूर स कहेस, “यहोवा क दीन्ह तोहार नाउँ पसहूर नाहीं अहइ। अब यहोवा कइँती स तोहार नाउँ ‘सर्वत्र आतंक’ अहइ। इहइ तोहार नाउँ अहइ, काहेकि यहोवा कहत ह, ‘मइँ हाली ही तोहका अपने आप बरे आतंक बनाउब। मइँ हाली ही तोहका तोहरे मीतन बरे आतंक बनाउब। तू दुस्मनन क जरिये आपन मीतन क तरवारे क घाट उतारत लखब्या। मइँ यहूदा क सबहिं लोगन क बाबुल क राजा क दइ देब। उ यहूदा क लोगन क बाबुल देस क लइ जाइ। अउर ओकर फउज यहूदा क लोगन क आपन तरवार क घाट उतारी। यहूदा क लोग चीजन क बनावइ मँ कठिन परिस्रम किहन अउर धनी होइ गएन। किन्तु मइँ उ सबइ सारी चीजन ओनके दुस्मनन क दइ देब। यरूसलेम क राजा क लगे बहोत स धन भण्डार अहइ। किन्तु मइँ ओन सबइ धन-भण्डारन क दुस्मन क दइ देब। दुस्मन ओन चीजन क लेइ अउर ओनका बाबुल देस क लइ जाइ। अउर पसहूर तू अउर तोहरे घरे मँ रहइवाले सबहिं लोग हिआँ स लइ जावा जाब्या। तोहका जाइ क अउर बाबुल देस मँ रहइ क मजबूर कीन्ह जाइ। तू बाबुल मँ मरब्या अउर तू उ बिदेस मँ दफनावा जाब्या। तू आपन मीतन क झूठा उपदेस दिहा। तू कहया कि इ सबइ घटनन नाहीं घटिहीं। किन्तु तोहार सबहिं मीत भी मरिहीं अउर बाबुल मँ दफनाया जइहीं।’”

यिर्मयाह क पाँचवी सिकाइत

हे यहोवा, तू मोका बहका दिहा अउर मइँ निहचय ही बहक गएउँ।
    तू मोहसे जियादा सक्तिसाली रहा एह बरे तू मोका हराइ दिहा।
मइँ मजाक बनिके रहि गवा हउँ।
    लोग मोह पइ हँसत हीं अउर सारा दिन मोर मजाक उड़ावत हीं।
जब मइँ भी बोलत हउँ, चीख पड़त हउँ।
    मइँ लगातार हिंसा अउर तबाही क बारे मँ चिल्लात रहत हउँ।
मइँ लोगन क उ सँदेसा क बारे मँ बतावत हउँ जेका मइँ यहोवा स प्राप्त किहेउँ।
    किन्तु लोग सिरिफ मोर अपमान करत हीं अउर मोर मजाक उड़ावत हीं।
कबहुँ-कबहुँ मइँ आपन स कहत हउँ: “मइँ यहोवा क बारे मँ बिसरि जाब।
    मइँ अब आगे यहोवा क नाउँ पइ नाहीं बोलाब।”
किन्तु जदि मइँ अइसा कहत हउँ तउ यहोवा क सँदेसा मोरे भीतर भड़कत ज्वाला स होइ जात ह।
    मोका अइसा लागत ह कि इ अन्दर मोरे हाड़न क बारत अहइ।
मइँ अपने भीतर यहोवा क सँदेसा क रोकइ क जतन मँ थक जात हउँ
    अउर आखीर मँ मइँ एका अपने भीतर रोकइ मँ समर्थ नाहीं पावत हउँ।
10 मइँ अनेक लोगन क दबी जबान अपने खिलाफ बातन करत सुनत हउँ।
    सर्वत्र मइँ उ सब सुनत हउँ जउन मोका भयभीत करत हीं।
    हिआँ तलक कि मोरे मीत भी मोरे खिलाफ बातन करत हीं।
चला हम अधिकारियन क एकरे बारे मँ सूचित करी।
    लोग सिरिफ इ प्रतीच्छा मँ अहइँ कि मइँ कउनो गलती करउँ।
उ पचे कहत अहइँ, “आवा हम झूठ बोली अउ कही कि उ कछू बुरे करम किहे अहइ।
    संभव अहइ हम यिर्मयाह क धोखा दइ सकी।
    तब उ हमरे संग होइ।
आखीर मँ हम ओहसे छुटकारा पाउब।
    तब हम ओका दबोच लेब
    अउर ओहसे आपन बदला लेब।”
11 किन्तु यहोवा मोरे संग अहइ।
    यहोवा एक ठु मजबूत फउजी जइसा अहइ।
एह बरे जउन लोग मोर पाछा करत ही मुँहे क खइहीं।
    उ सबइ लोग मोका पराजित नाहीं कइ सकिहीं।
उ सबइ लोग असफल होइहीं।
    उ सबइ निरास होइहीं।
उ सबइ लोग लज्जित होइहीं
    अउर लोग उ लज्जा क कबहुँ नाहीं बिसरिहीं।

12 सर्वसक्तिमान यहोवा तू अच्छे लोगन क परीच्छा लेत ह।
    तू मनई क दिल अउर दिमाग क गहराई स लखत ह।
मोका भरोसा अहइ कि इ मोका निआव देब्या।
    कृप्या कइके मोका उ तोहार सज़ा लखत देई जेनकर उ पचे पात्र अहइँ।
13 यहोवा बरे गावा।
    यहोवा क स्तुति करा।
यहोवा गरीब क जिन्नगी क रच्छा करत ह।
    उ ओनका दुट्ठ लोगन क सक्ति स बचावत ह।

यिर्मयाह क छठी सिकाइत

14 उ दिना क धिक्कार अहइ जउने दिन मोर जनम भवा।
    उ दिना क बधाई जिन द्या जउने दिन मइँ महतारी क कोख मँ आएउँ।
15 उ मनई क अभिसाप द्या जउन मोरे बाप क इ सूचना दिहस कि मोर जनम भवा ह।
    उ कहे रहा, “तोहार लड़का भवा ह,
    उ एक लड़का अहइ।”
उ मोरे बाप क बहोत खुस किहे रहा
    उ ओनसे इ कहे रहा।
16 उ मनई क वइसा ह होइ द्या जइसे उ पचे सहर जेनका यहोवा बर्बाद किहे रहा।
    यहोवा ओन नगरन पइ कछू भी दाया नाहीं किहेस।
उ मनई क सबेरे जुद्ध क उद्घोस सुनइ द्या,
    अउर दुपहरे क जुद्ध की चीख सुनइ द्या।
17 तू मोका महतारी क पेट मँ ही,
    काहे नाहीं मार डाया?
तब मोर महतारी क कोख कब्र बन जात,
    अउर मइँ कबहुँ जनम नाहीं लइ सका होत।
18 मोका महतारी क पेट स बाहेर काहे आवइ क पड़ा?
    जउन कछू मइँ पाएउँ ह उ परेसानी अउर दुःख अहइ
    अउर मोर जिन्नगी क आखीर लज्जा जनक होइ।

राजा सिदकिय्याह क निवेदन क परमेस्सर अस्वीकार करत ह

21 इ यहोवा क उ सँदेसा अहइ जउन यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा तब आवा जब यहूदा क राजा सिदकिय्याह मल्किय्याह क पूत पसहूर नाउँ क एक मनई अउ याजक मासयाह क पूत सपन्याह नाउँ क एक मनई क यिर्मयाह क लगे पठएस। उ पचे कहेस: पसहूर अउ सपन्याह यिर्मयाह स कहेन, “यहोवा स हम लोगन बरे पराथना करा। यहोवा स पूछा कि का होइ? हम जानइ चाहित ह काहेकि बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर हम लोगन पइ हमला करत अहइ। होइ सकत ह यहोवा हम लोगन बरे वइसे ही महान कारज करइ जइसा उ बीते समइ मँ किहेस। होइ सकत ह कि यहोवा नबूकदनेस्सर क हमला करइ स रोक देइ या ओका चला जाइ दे।”

तब यिर्मयाह पसहूर अउर सपन्याह क जवाब दिहेस। उ कहेस, “राजा सिदकिय्याह स कहा, इस्राएल क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह, इ उ अहइ: ‘तोहरे पचन्क हाथन मँ जुद्ध क अस्त्र-सस्त्र अहइँ। तू पचे ओन अस्त्र सस्त्रन क उपयोग अपनी सुरच्छा बरे बाबुल क राजा अउर कसदियन क खिलाफ करत रह्या। किन्तु मइँ ओन अस्त्रन क बियर्थ कइ देब।

“‘बाबुल क फउज सहर क चारिहुँ कइँती घेर लिहे अहइ। उ फउज सहर क चारिहुँ ओर अहइ। हाली ही मइँ उ फउज क यरूसलेम मँ लइ आउब। मइँ खुद यहूदा तू लोगन क खिलाफ लड़ब। मइँ आपन सक्तिसाली हाथन स तोहरे पचन्क खिलाफ लड़ब। मइँ तू पचन्कइ बहोत जियादा कोहान अहउँ, एह बरे मइँ आपन सक्तिसाली बाहन स तोहरे पचन्क खिलाफ लड़ब। मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ घोर जुद्ध करब अउर देखाउब कि मइँ केतना कोहान हउँ। मइँ यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन क मार डाउब। मइँ लोगन अउर जनावरन क मारि डाउब। उ पचे उ भयंकर बीमारी स मरिहीं जउन पूरे नगर मँ फइल जाइ। जब इ होइ जाइ तब ओकरे पाछे,’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क देब। मइँ सिदकिय्याह क अधिकारियन क भी नबूकदनेस्सर क देब। यरूसलेम क कछू लोग भयंकर बीमारी स नाहीं मरिहीं। कछू लोग तरवार क घाट नाहीं उतारा जइहीं। ओनमाँ स कछू भूखन नाहीं मरिहीं किन्तु मइँ ओन लोगन क नबूकदनेस्सर क देब। मइँ यहूदा क दुस्मनन क बिजयी बनाउब। नबूकदनेस्सर क फउज यहूदा क लोगन क मार डावा चाहत ह। एह बरे यहूदा अउर यररूसलेम क लोग तरवार क घाट उतार दीन्ह जइहीं। नबूकदनेस्सर कउनो दाया नाहीं देखाइ। उ ओन लोगन बरे अफसोस नाहीं करी।’

“यरूसलेम क लोगन स इ सबइ बातन भी कहा। यहोवा इ सबइ बातन करत ह, ‘मइँ तोहका एक चुनाव देत हउँ: जिअई या मरइ एक क चुन्या। कउनो भी मनई जउन यरूसलेम मँ ठहरी, मरी। उ मनई तरवार, भूख या भयंकर बीमारी स मरी किन्तु जउन मनई यरूसलेम क बाहेर जाइ अउर बाबुल क फउज क समन्वा आत्म समर्पण करी, जिअत रही। उ आपन जिन्नगी क जुद्ध क लूट क माल क नाईं जीत लेब। 10 मइँ यरूसलेम नगर पइ विपत्ति ढावइ क निहचइ कइ लिहेउँ ह। मइँ सहर क मदद नाहीं करब।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “‘मइँ यरूसलेम क नगर क बाबुल क राजा क देब। उ एका आगी स बारी।’

11 “यहूदा क राज परिवार स इ कहा, यहोवा सँदेसा क सुना। 12 दाऊद क परिवार यहोवा इ कहत ह,

“‘तू पचन्क रोज लोगन क निस्पच्छ निआव करइ चाही।
    अपराधियन स ओनके सिकारन क रच्छा करा।
जदि तू पचे अइसा नाहीं करत्या तउ मइँ बहोत किरोधित होबउँ।
    मोर किरोध अइसे आगी क तरह होइ जेका कउनो मनई बुझाइ नाहीं सकत।
    इ घटित होइ काहेकि तू बुरे करम किहा ह।’

13 “यरूसलेम, मइँ तोहरे बिरुद्ध हउँ।
    तू पर्वते क चोटी पइ बइठी अहा।
    तू इ घाटी क ऊपर एक रानी क तरह बइठी अहा।
यरूसलेम क लोगो, तू पचे कहत अहा,
    ‘कउनो भी हम पइ आक्रमण नाहीं कइ सकत।
    कउनो भी हमरे मजबूत नगर मँ घुस नाहीं सकत।’”
किन्तु यहोवा क हिआँ स उ सँदेस क सुना:

14 “तू पचे उ सजा पउब्या जेकर पात्र तू पचे अहा।
    मइँ तोहरे पचन्क बनन मँ आगी लगाउब।
    उ आगी तोहरे चारिहुँ ओर क हर एक चीज बारि देइ।”

बुरे राजा लोगन क खिलाफ निआव

22 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह राजा क महल क जा। यहूदा क राजा क लगे जा अउर हुआँ ओका उ सँदेसा क उपदेस द्या। ‘यहूदा क राजा, यहोवा क हिआँ स सँदेसा सुना। तू दाऊद क सिंहासन स सासन करत अहा, एह बरे सुना। राजा, तू पचन्क अउर तोहरे अधिकारियन क इ अच्छी तरह सुनइ चाही। यरूसलेम क दुआरन स आवइवाले सबहिं लोगन क यहोवा क सँदेसा सुनइ चाही। यहोवा कहत ह: उ सबइ काम करा जउन नीक अउ निआव स पूर्ण होइँ। उ मनई क रच्छा करा जेका डाकूअन क जरिय लूट लीन्ह ग होइ। प्रवासी, अनाथ बच्चन अउ राँड़न क जिन दुःख द्या। बेगुनाह लोगन क जिन मारा। जदि तू एन आदेसन क पालन करत अहा तउ जउन घटित होइ उ इ अहइ: जउन राजा दाऊद क सिंहासने पइ बइठिहीं, उ पचे यरूसलेम नगर मँ इ महल क दुआरन स आवत रहिहीं। उ पचे राजा, ओनकर उत्तराधिकारी अउर ओनकर लोग रथन अउर घोड़न पइ चढ़िके अइहीं। किन्तु जदि तू एन आदेसन क पालन नाहीं करब्या तउ यहोवा कहत ह: मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि राजा क महल ध्वस्त कइ दीन्ह जाइ इ ध्वस्त जगह क तरह रहि जाइ।’”

यहोवा ओन महलन क बारे मँ इ कहत ह जेनमाँ यहूदा क राजा रहत हीं:

“गिलाद वन क तरह इ महल ऊँचा अहइ।
    इ लबानोन पर्वत क समान ऊँचा अहइ।
किन्तु मइँ ऍका फुरइ रेगिस्ताने सा बनाउब।
    इ महल उ नगर क तरह सूना होइ जेहमाँ कउनो मनई न रहत होइ।
मइँ लोगन क महल क नस्ट करइ पठउब।
    हर एक मनई क लगे आपन औजार होइहीं।
उ सबइ लोग तोहार सबन्त उत्तिम देवदार सहतीर क काट डइहीं।
    अउर ओका आगी मँ लोकाइ देइहीं।

“अनेक रास्ट्रन स लोग इ नगर स गुजरिहीं। उ पचे एक दूसर स पूछिहीं, ‘यहोवा इ महान नगर यरूसलेम क संग अइसा भयंकर काम काहे किहस?’ उ सवाल क जवाब इ होइ, ‘परमेस्सर यरूसलेम क नस्ट किहेस, काहेकि यहूदा क लोग यहोवा आपन परमेस्सर स संग कीन्ह गइ करार क मानब तजि दिहस। ओन लोग दूसर देवतन क पूजा अउर सेवा किहन।’”

राजा यहोसाहाज क खिलाफ निआव

10 उ राजा बरे जिन रोआ जउन मरि गवा।
    ओकरे बरे जिन रोवा।
किन्तु उ राजा बरे फूट-फूट के रोआ
    जउन हिआँ स जात अहइ।
ओकरे बरे रोआ, काहेकि उ फुन कबहुँ वापस नाहीं आइ।
    सल्लूम (यहोसाहाज) आपन जन्मभूमि क फुन कबहुँ नाहीं लखी।

11 यहोवा योसिय्याह क पूत सल्लूम क बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ (सल्लूम आपन बाप योसिय्याह क मउत क पाछे यहूदा क राजा भवा।) “सल्लूम यरूसलेम स दूर चला गवा। उ फुन यरूसलेम क वापस नाहीं लौटी। 12 सल्लूम हुवँइ मरी जहाँ ओका मिस्री लइ जइहीं। उ इ भुइँया क फुन नाहीं लखी।”

राजा यहोयाकीम क बिरूद्ध निआव

13 “राजा यहोयाकीम बरे इ बहोत बुरा होइ।
    उ बुरे करम करत अहइ एह बरे उ आपन महल बनाइ लेइ।
उ लोगन क ठगत अहइ, एह बरे उ ऊपर कमरन बनाइ सकत ह।
    उ आपन लोगन स बेगार लेत अहइ।
    उ ओनके काम क मजदूरी नाहीं देत अहइ।

14 “यहोयाकीम कहत अहइ,
    ‘मइँ अपने बरे एक ठु बिसाल महल बनाउब।
मइँ दूसर मंजिल पइ बिसाल कमरन बनाउब।’
    एह बरे उ बिसाल खिड़कियन वाला महल बनावत अहइ।
उ देवदार क कड़ियन क दीवारन पइ मढ़ावत बाटइ
    अउर एन पाइ लाल रंग चढ़ावत अहइ।

15 “यहोयाकीम, आपन घरे मँ देवदार क जियादा लकड़ी क उपयोग
    तोहका महान सम्राट नाहीं बनावत।
तोहार बाप योसिय्याह भोजन पान पाइके सतुंट्ठ रहा।
    उ उ किहस जउन ठीक अउर निआवपूर्ण रहा।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे परमेस्सर ओका आसीस दिहा।
16 योसिय्याह दीन-दीन लोगन क मदद दिहस।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे ओकरे बरे सब कछू अच्छा भवा।
यहोयाकीम ‘परमेस्सर क जानइ’ क का अरथ होत ह?
    मोका जानइ क अरथ,
ठीक रहब अउर निआवपूर्ण होब अहइ।
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

17 “यहोयाकीम, तोहार आँखिन सिरिफ तोहार आपन लाभ क लखत हीं,
    तू सदा ही आपन बरे जियादा स जियादा पावइ क सोचत अहा।
तू निरपराध लोगन क मारइ बरे इच्छुक रहत अहा।
    तू दूसर लोगन क चीजन क चोरी करइ क इच्छुक रहत अहा।”

18 एह बरे योसिय्याह क पूत यहोयाकीम स यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ:
“यहूदा क लोग यहोयाकीम बरे रोइहीं नाहीं।
    उ पचे आपुस मँ इ नाहीं कहिहीं, ‘हे मोर भाई यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।
    हे मोर बहिन, मइँ यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।’
उ पचे ओकरे बरे रोइहीं नाहीं।
    मइँ उ पचे ओकरे बारे मँ नाहीं कहिहीं,
‘हे स्वामी, हम एतने दुःखी अही।
    हे राजा, हम एतने दुःखी अही।’
19 यरूसलेम क लोग यहोयाकीम क एक ठु मरे गदहे क तरह दफनइहीं।
    इ पचे ओकरे ल्हास क दूर घसीट लइ जइहीं अउर उ पचे ओकरे ल्हास क यरूसलेम स दुआरे क बाहेर एक खेत मँ लोकाइ देइहीं।

20 “यहूदा, लबानोन क पहाड़न पइ जा अउर चिल्लाअ।
    बासान क पहाड़न मँ आपन रोउब सुनाई पड़इ द्या।
अबारीम क पहाड़न मँ जाइके चिल्लाअ।
    काहेकि तोहार सबहिं ‘प्रेमी’ नस्ट कइ दीन्ह जइहीं।

21 “हे यहूदा जब तू आपन क सुरच्छित समुझा,
    किन्तु मइँ तोहका चिताउनी दिहेउँ,
परन्तु तु सुनइ स इन्कार किहा
    अउर यहूदा जब स तू युवती रहिउ,
    तू मोर आग्या क पालन नाहीं किहा।
22 हे यहूदा, मोर सजा आँधी क तरह आइ
    अउर इ तोहार सबहिं गड़रियन (प्रमुखन) क उड़ाइ लइ जाइ।
तोहार प्रेमियन क बन्दी बना लीन्ह जाइ।
    तब तू लज्जित होउबिउ।
    तू जउन कछू बुरे करम किहा, ओनके कारण अपमानित होउबिउ।

23 “हे राजा, तू लबानोन स लीन्ह भवा ऐस व आराम क सामन स
    घेरा भवा सुरच्छित रहत ह।
किन्तु तू फुरइ तब कराह उठब्या जब तोहका सजा मिली।
    तू बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह पीड़ित होब्या।”

राजा कोन्याह क खिलाफ निआव

24 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खात हउँ यहोयाकीम क पूत अउर यहूदा क राजा कोनयाह (यहोयाकीन) बरे कि जदि तू मोरे दाहिने हाथ क मुहर क अँगूठी (राजमुद्रा) होतेन तउ भी मइँ तोहका बाहेर निकार फेंकतेन। 25 कोन्याह मइँ तोहका बाबुल अउ कसदियन क राजा नबूकदनेस्सर क देब। उ पचे ही लोग अइसे अहइँ जेनसे तू डेरात ह। उ सबइ लोग तोहका मार डावइ चाहत हीं। 26 मइँ तोहका अउर महतारी क अइसे देस मँ लोकाउब कि जहाँ तू दुइनउँ मँ स कउनो भी पइदा नाहीं भवा रहा। तू अउर तोहार महतारी उहइ देस मँ मरिहीं। 27 उ पचे आपन भुइँया मँ जाइ क इच्छा करब्या, किन्तु उ पचन्क कबहुँ लउटइ नाहीं दीन्ह जाइ।”

28 कोन्याह उ टूट बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो लोकाइ दिहेस ह।
    उ अइसे बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो मनई नाहीं चाहत।
कोन्याह अउर ओकर सन्तानन काहे बाहेर लोकाइ दीन्ह जइहीं?
    उ पचे कउनो भी बिदेस मँ काहे लोकावा जइहीं?
29 भुइँया, भुइँया, यहूदा क भुइँया।
    यहोवा क सँदेसा सुना।
30 यहोवा कहत ह, “कोन्याह क बारे मँ इ लिख ल्या:
    ‘उ अइसा मनई अहइ जेका भविस्स मँ अब बच्चन नाहीं होइहीं।
कोन्याह आपन जिन्नगी मँ सफल नाहीं होइ।
    ओकर सन्तान मँ स कउनो भी यहूदा पइ सासन नाहीं करी।’”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.