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Book of Common Prayer

Daily Old and New Testament readings based on the Book of Common Prayer.
Duration: 861 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
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1 कोरिन्थॉस 1:1-19

परमेश्वर की इच्छा के अनुसार मसीह येशु के लिए बुलाए गए प्रेरित पौलॉस तथा हमारे भाई सोस्थेनेस की ओर से.

कोरिन्थॉस नगर में स्थापित परमेश्वर की कलीसिया को—वे, जो मसीह येशु में अलग किए गए हैं तथा जिनका उन सबके समान, जो हर जगह हमारे प्रभु तथा उनके प्रभु मसीह येशु की स्तुति करते हैं, पवित्र लोगों के रूप में बुलाया गया है, तुम सबको हमारे पिता परमेश्वर तथा प्रभु मसीह येशु की ओर से अनुग्रह तथा शान्ति.

आभार व्यक्ति

मसीह येशु में तुम्हें दिए गए परमेश्वर के अनुग्रह के लिए मैं तुम्हारे लिए परमेश्वर के प्रति निरन्तर धन्यवाद करता हूँ क्योंकि तुम मसीह येशु में सब प्रकार से सम्पन्न किए गए हो, सारे ज्ञान और उसकी हर बात में; ठीक जिस प्रकार तुममें मसीह येशु के सन्देश की पुष्टि भी हुई है. परिणामस्वरूप इस समय, जब तुम हमारे प्रभु मसीह येशु के प्रकट होने की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हो, तुममें पवित्रात्मा के द्वारा किसी भी आत्मिक क्षमता का अभाव नहीं है. वही मसीह येशु तुम्हें अन्त तक दृढ़ बनाए रखेंगे कि तुम हमारे प्रभु मसीह येशु के दिन निर्दोष पाए जाओ. परमेश्वर विश्वासयोग्य हैं, जिनके द्वारा तुम्हारा बुलावा उनके पुत्र, मसीह येशु हमारे प्रभु की संगति में किया गया है.

कोरिन्थॉस कलीसिया में दलबन्दी

10 प्रियजन, अपने प्रभु मसीह येशु के नाम में मेरी तुमसे विनती है कि तुम में आपसी मेल हो—फूट कहीं भी न हो—तुम मन तथा मत में एक हो 11 क्योंकि तुम्हारे विषय में, प्रियजन, क्लोए परिवार के कुछ सदस्यों द्वारा मुझे यह संकेत दिया गया है कि तुम्हारे मध्य झगड़ा चल रहा है. 12 मेरे कहने का मतलब यह है कि तुममें हर एक का मत अलग है: कोई कहता है, “मैं पौलॉस का शिष्य हूँ,” कोई, “मैं अपोल्लॉस का,” तो कोई, “मैं कैफ़स का,” या “मैं मसीह का शिष्य हूँ.”

13 क्या मसीह का बँटवारा कर दिया गया है? क्या तुम्हारे लिए पौलॉस को क्रूसित किया गया था? या तुम्हारा बपतिस्मा पौलॉस के नाम में किया गया था? 14 मैं परमेश्वर का आभारी हूँ कि क्रिस्पॉस तथा गायस के अतिरिक्त तुममें से किसी को भी मैंने बपतिस्मा नहीं दिया 15 कि कोई भी यह न कह पाए कि तुम्हें मेरे नाम में बपतिस्मा दिया गया. 16 (हाँ, मैंने स्तेफ़ानॉस के परिवार को भी बपतिस्मा दिया है किन्तु इसके अलावा मैंने किसी अन्य को बपतिस्मा दिया हो, इसका मुझे ध्यान नहीं.) 17 मसीह येशु ने मुझे बपतिस्मा देने के लिए नहीं परन्तु ईश्वरीय सुसमाचार प्रचार के लिए चुना है—वह भी शब्दों के ज्ञान के अनुसार नहीं, ऐसा न हो कि मसीह का क्रूस उसके सामर्थ्य से व्यर्थ हो जाए.

मसीह, परमेश्वर का सामर्थ्य और ज्ञान

18 क्रूस का सन्देश उनके लिए, जो नाश होने पर हैं, मूर्खता है किन्तु हमारे लिए, जो उद्धार के मार्ग पर हैं, परमेश्वर का सामर्थ्य है, 19 जैसा कि पवित्रशास्त्र का लेख है:

मैं ज्ञानियों का ज्ञान नाश कर दूँगा
    तथा समझदारों की समझ को शून्य.

मारक 1:1-13

बपतिस्मा देने वाले योहन का उपदेश

(मत्ति 3:1-12; लूकॉ 3:1-18)

परमेश्वर-पुत्र[a] येशु मसीह के सुसमाचार का आरम्भ:

भविष्यद्वक्ता यशायाह के अभिलेख के अनुसार,

“तुम्हारे पूर्व मैं अपना एक दूत भेज रहा हूँ,
    जो तुम्हारा मार्ग तैयार करेगा”;
“जंगल में पुकारनेवाले की आवाज़ है,
    ‘प्रभु का मार्ग तैयार करो,
उनके रास्ते सीधे और समतल करो.’”

बपतिस्मा देने वाले योहन जंगल में पाप-क्षमा के लिए पश्चाताप के बपतिस्मा का प्रचार करते हुए आए. यहूदिया प्रदेश के क्षेत्रों से सारी भीड़ तथा येरूशालेम नगर के सभी लोग उनसे भेंट करने जाने लगे. ये सब पाप स्वीकार करते हुए यरदन नदी में योहन से बपतिस्मा ले रहे थे. योहन का परिधान, ऊँट के रोम से निर्मित वस्त्र और उसके ऊपर चमड़े का कमरबन्द था और उनका भोजन था टिड्डियाँ तथा जंगलीमधु. वह प्रचार कर कहते थे, “मेरे बाद एक ऐसा व्यक्ति आएगा, जो मुझसे अधिक शक्तिमान हैं—मैं तो इस योग्य भी नहीं हूँ कि उनके सामने झुक कर उनकी जूतियों के बन्ध खोलूँ. मैं बपतिस्मा जल में देता हूँ; वह तुम्हें पवित्रात्मा में बपतिस्मा देंगे.”

मसीह येशु का बपतिस्मा

(मत्ति 3:13-17; लूकॉ 3:21, 22)

उसी समय मसीह येशु गलील प्रदेश के नाज़रेथ नगर से आए और उन्हें योहन द्वारा यरदन नदी में बपतिस्मा दिया गया. 10 जब मसीह येशु जल से बाहर आ रहे थे, उसी क्षण उन्होंने आकाश को खुलते तथा आत्मा को, जो कबूतर के समान था, अपने ऊपर उतरते हुए देखा 11 और स्वर्ग से निकला एक शब्द भी सुनाई दिया: “तुम मेरे पुत्र हो—मेरे प्रिय—तुमसे में अतिप्रसन्न हूँ.”

12 उसी समय पवित्रात्मा ने उन्हें जंगल में भेज दिया. 13 जंगल में वह चालीस दिन शैतान के द्वारा परखे जाते रहे. वह वहाँ जंगली पशुओं के साथ रहे और स्वर्गदूतों ने उनकी सेवा की.

Saral Hindi Bible (SHB)

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