Old/New Testament
मनइयन क सुमिरन करावइ बरे सिलन
4 जब सबहिं लोग यरदन नदी क पार कइ लिहन तब यहोवा यहोसू स कहेस। 2 “मनइयन मँ स बारह ठु मनई चुना। हर एक ठु परिवार समूह स एक ठु मनई चुना। 3 मनइयन क हुकुम द्या कि उ पचे हुआँ नदी क बीच मँ स सिलन क बटोरा जहाँ याजक लोग खड़ा अहइ। ओन बारह सिलन क आपन संग लइ जा। ओन बारह सिलन क उ जगह पइ धरा जहाँ तू पचे आजु रात ठहरा।”
4 ऍह बरे यहोसू हर एक परिवार समूह स एक ठु मनई चुनेस तब उ बारह मनइयन क एक संग बोलाएस। 5 यहोसू ओनसे कहेस, “नदी मँ हुआँ तलक जा जहाँ पवित्तर सन्दूख अहइ जेहमाँ तोहार परमेस्सर यहोवा क वाचा अहइ। तू पचन मँ स हर एक क एक सिला क खोज करइ चाही। इस्राएल क बारह परिवार समूहन मँ स हर एक बरे एक ठु सिला होइ। उ सिला क आपन काँधे पर ढोवा। 6 इ सबइ सिलन याद रखइ बरे तोहरे पचन्क बीच चीन्हा होइहीं। भविस्स मँ तोहर पचन्क गदेलन इ पुछिहीं, ‘इ सबइ सिलन क का महत्व अहइ?’ 7 गदेलन स कहा कि यहोवा यरदन नदी मँ पानी क बहब बन्द कइ दिहे रहा। जब यहोवा क करार क सन्दूख नदी क पार किहस तब पानी क बहब बन्द होइ ग रहा। इ सिलन इस्राएल क लोगन बरे इ घटना सदा ही यादगारी होब्या।”
8 ऍह बरे इस्राएल क मनइयन यहोसू क हुकुम मानेन। उ पचे यरदन नदी क बीच स बारह सिलन लइ गएन। इस्राएल क बारह परिवार समूहन मँ स हर एक बरे एक ठु सिला रही। उ पचे उ वइसेन ही किहन जइसा यहोवा यहोसू क आदेस दिहे रहा। उ पचे मनई सिलन क आपन संग लइ गएन। तब उ पचे ओन सिलन क हुआँ रखेन जहाँ उ पचे आपन डेरा डाएन। 9 (यहोसू क भी यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क ढोवइवाला याजकन जहाँ खड़ा रहेन, हुअँई यरदन नदी क बीच मँ बारह सिलन रखइ क रहेन। उ सबइ सिलन आजु भी उ जगह पइ अहइँ।)
10 यहोवा यहोसू क आदेस दिहे रहा कि उ लोगन स कहइ कि ओनका का करइ चाही। उ सबइ उहइ बातन रहिन, जेनका जरुर करइ बरे मूसा यहोसू स कहे रहा। ऍह बरे पवित्तर सन्दूख क ढोवइवाला याजकन नदी क बीच मँ तब तलक खड़ा ही रहेन, जब तलक इ सबइ सबहिं काम पूरा नाहीं होइ गएन। मनइयन हाली किहन अउ नदी पार कइ गएन। 11 जब लोग नदी क पार कइ लिहेन, तब याजक यहोवा क सन्दूख लइके मनइयन क समन्वा आएन।
12 रूबेन अउर गादी क परिवार समूह, अउ मनस्से क आधा परिवार समूह, मूसा ओनका जउन करइ क कहे रहा, किहस। इ मनइयन दूसर लोगन क समन्वा नदी क पार किहेन। इ सबइ लोग जुद्ध बरे तइयार रहेन। इ सबइ लोग इस्राएल क दूसर लोगन क उ देस क लेइ मँ मदद करइ जात रहेन, जेका यहोवा ओनका देइ क वचन दिहे रहा। 13 लगभग चालीस हजार फउजी, जउन जुद्ध बरे तइयार रहेन, यहोवा क समन्वा स गुजरेन। उ पचे यरीहो क मइदान कइँती बढ़त रहेन।
14 उ दिन यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क निगाह मँ यहोसू क एक महान मनई बनाइ दिहस। उ समइ स अगवा लोग यहोसू क सम्मान करइ लागेन। उ पचे यहोसू क सम्मान जिन्नगी भइ वइसेन ही करइ लागेन जइसेन मूसा क करत रहेन।
15 जउने समइ सन्दूख लइ ढोवइवाला याजकन अबहिं नदी मँ खड़ा ही रहेन, यहोवा यहोसू स कहेस। 16 “याजकन क नदी स बाहेर आवइ क हुकुम द्या।”
17 ऍह बरे यहोसू याजक लोगन क आदेस दिहस। उ कहेस, “यरदन नदी क बाहेर आवा।”
18 याजक लोग यहोसू क आग्या मानेन। उ पचे सन्दूखे क लइके नदी स बाहेर आएन। जब याजक लोगन क गोड़ नदी क दूसरे कइँती भुइँया क छुएन, तब नदी क पानी फुन बहइ लाग। पानी फुन किनारन क ऊपर स वसाइ बहत लाग जइसे इ सबइ लोगन क नदी पार करइ क पहिले रहा।
19 मनइयन यरदन नदी क पहिले महीना क दसएँ दिन पार किहन। मनइयन यरीहो क पूरब गीलगाल मँ डेरा डाएन। 20 मनइयन ओन बारह सिलन क आपन संग लइ चलत रहेन जेनका उ पचे यरदन नदी स निकारे रहेन अउर यहोसू ओन सिलन क गीलगाल मँ कायम किहे रहा। 21 तब यहोसू लोगन स कहेस, “भविस्स मँ तोहार गदेलन आपन महतारी अउर बाप स पूछिहीं, ‘इ सबइ सिलन क का महत्व अहइ?’ 22 तू पचे गदेलन क बतउब्या, ‘इ सबइ सिलन हम लोगन क इ सुमिरन करावइ मँ मदद करत हीं कि इस्राएल क लोग कउने तरह झुरान भुइँया पइ स यरदन नदी क पार किहन। 23 तोहार परमेस्सर यहोवा नदी क पानी बहब रोक दिहस। नदी तब तलक झुरान रही जब तल इस्राएल क लोग नदी क पार नाहीं कइ किहन। यहोवा यरदन नदी पइ लोगन बरे उहइ किहस, जउन उ पचे लोगन बरे लाल सागर पइ किहे रहेन। याद करा कि यहोवा लाल सागर पइ पानी क बहब ऍह बरे रोके रहा कि लोग ओका पार कइ सकइँ।’ 24 यहोवा इ ऍह बरे किहस कि इ देस क सबहिं लोग जान लेइँ कि तोहार परमेस्सर यहोवा महान सक्ती धरत ह जेहसे लोग सदा ही यहोवा तोहरे परमेस्सर स डेरात रहइँ।”
5 इ तरह, यहोवा यरदन नदी क तब तलक झुरान राखेस जब तलक इस्राएल क लोग ओका पार नाहीं कइ लिहन। यरदन नदी क पच्छिम मँ बसइयन एमोरी राजा लोग अउर भूमध्य सागर क किनारे पइ बसइयन कनानी राजा लोग एकरे बारे मँ सुनेन अउर उ पचे बहोत जियादा डेराइ ग रहेन। ओकरे पाछे उ पचे मँ इस्राएल क लोगन क विरुदध जुद्ध करइ क हिम्मत नाहीं रहि गएन।
इस्राएलियन क खतना
2 उ समइ, यहोवा यहोसू स कहेस, “चकमक पाथर क छूरी बनावा अउर इस्राएल क लोगन क खतना फुन करा।”
3 ऍह बरे यहोसू चकमक पाथर क छुरी बनाएस। तब उ इस्राएल क लोगन क खतना क रीति गिबआत हाअरलोत मँ पूरा किहस।
4-7 इहइ कारण अहइ कि यहोसू ओन सबहिं मनइयन क खतना किहस, जउन इस्राएल क लोगन क जरिये मिस्र छोड़ देइ क पाछे फउज मँ रहइ क उम्र क होइ ग रहेन। रेगिस्तान मँ रहइ क समझ ओन फउजियन मँ स कई लोगन यहोवा क बात नाहीं मानेन। ऍह बरे यहोवा ओन मनइयन क अभिसाप दिहे रहा कि उ पचे “दूध अउ सहद क नदियन वाले भुइँया” क नाहीं लखि पाइँही। यहोवा हमरे पुरखन क उ भुइँया देइ क वचन दिहे रहा, मुला इ सबइ मनइयन क कारण लोगन क चालीस बरिस तलक रेगिस्ताने मँ भटकइ क पड़ा अउर इ तरह उ सबइ फउजी मरि गएन अउर ओनकर जगहिया ओनकइ बेटवन लइ लिहन। मुला मिस्र स होइवाली जात्रा मँ जेतने गदेलन रेगिस्ताने मँ पइदा भ रहेन, ओनमाँ स कउनो क खतना नाहीं होइ सका। ऍह बरे यहोसू ओनकइ खतना किहस।
8 यहोसू सबहिं मनइयन क खतना पूरा किहस। उ पचे तब तलक डेरा मँ रहेन, जब तलक तन्दुरुस्त नाहीं भएन।
कनान मँ पहला फसह पर्व
9 उ समइ यहोवा यहोसू स कहेस, “जब तू मिस्र मँ गुलाम रह्या तब तोहका गुलामी क लज्जा रह्या। मुला आजु मइँ तोहार लज्जा दूर किहेउँ ह।” ऍह बरे यहोसू उ जगह क नाउँ गिलगाल धरेस अउर उ जगह आजु भी गिलगाल कही जात ह।
10 जउने समइ इस्राएल क लोग यरीहो क मइदान मँ, गिलगाल क जगह डेरा डाए रहेन, उ पचे फसह पर्व मनावत रहेन। इ महीना क चउदहवाँ दिन क साँझ क रहा। 11 फसह पर्व क पाछे, अगला दिन मनइयन अनाज क उ खइया क खाएन जउन भुइँया पइ उगि रहा। उ पचे बेखमीरे क रोटी अउर भूँजा अनाज खाएन। 12 उ दिना जब मनइयन भोजन कइ लिहन, ओकरे पाछे सरग स खास भोजन क आउब बन्द होइ ग। ओकरे पाछे, इस्राएल क लोग सरग स बिसेख भोजन नाहीं पाएन। ओकरे पाछे उ पचे उहइ भोजन खाएन जउन कनान मँ पइदा होइ रहा।
13 जब यहोसू यरीहो क निअरे रहा तब उ ऊपर आँखी उठाएस अउर उ आपन समन्वा एक ठु मनई क लखेस। उ मनई क हाथे मँ एक ठु तरवार रही। यहोसू उ मनई क लगे गवा अउ ओहसे पूछेस, “का तू हमरे मीतन मँ स कउनो एक अहा या हमार दुस्मनन मँ स?”
14 उ मनई जवाब दिहस, “मइँ दुस्मन नाहीं हउँ। मइँ यहोवा क फउज क सेनापति अहउँ। मइँ अबहुँ-अबहुँ तोहरे लगे आवा हउँ।”
तब यहोसू आपन मूँड़ भुइँया तलक आपन सम्मान परगट करइ बरे निहुराएन। उ पूछेस, “का मोरे सुआमी क मोर बरे कउनो हुकुम अहइ? मइँ तोहार सेवक अहउँ।”
15 यहोवा क फउज क सेनापति जवाब दिहस, “आपन पनही उतारा। जउन जगह पइ तू खड़ा अहा उ ठउर पवित्तर अहइ।” ऍह बरे यहोसू ओकर हुकुम मानेस।
यरीहो पइ कब्जा 6 1 यरीहो सहर क दुआर बन्द रहेन। उ सहर क लोग डेरान रहेन काहेकि इस्राएल क लोग निअरे रहेन। कउनो सहर मँ नाहीं जात रहा अउर कउनो सहर स बाहेर नाहीं आवत रहा।
2 तब यहोसू यहोवा स कहा, “लखा, मइँ यरीहो सहर क तोहरे अधिकार मँ दइ दिहेउँ ह। ऍकर राजा अउर एकर सारे सिपाही तोहरे मातहत अहइँ। 3 छ: दिना तलक हर एक दिन आपन फउज क संग सहर क चारिहुँ कइँती गस्त करा। 4 भेड़ क सींगन क तुरहियन क लइके सात याजकन क चलइ द्या। याजकन स कहा कि उ पचे पवित्तर सन्दूखन क समन्वा चलइँ। सतएँ दिन सहर क चारिहुँ कइँती सात फेरा करा। सतएँ दिन याजक लोगन स कहा कि उ पचे चलइ क समइ तुरही बजावइँ। 5 याजक लोग तुरहियन स खूब जोर क अवाज करिहीं। जब तू उ अवाज सुना तउ तू सब लोगन स चिचियाब सुरु करइ कहा। जब तू अइसा करब्या तउ सहर क देवारन भहराइ जइहीं। तब तोहार लोग सीधा सहर मँ जइहीं।”
6 इ तरह नून क पूत यहोसू याजकन क बटोरेस। यहोसू ओनसे कहेस, “यहोवा क पवित्तर सन्दूख क लइ चला। सात याजकन क भी तुरही लइ चलइ बरे ल्या। ओन याजकन क सन्दूखे क समन्वा चलइ चाही।”
7 तब यहोसू लोगन क हुकुम दिहस, “जा अउर सहर क चारिहुँ कइँती ताकत क परिक्रमा करा। अस्त्र-सस्त्र वाले फउजी यहोवा क पवित्तर सन्दूखे क अगवा चलइँ।”
8 जब यहोसू लोगन स बोलब पूरा किहस तउ यहोवा क समन्वा सात याजक लोग चलब सुरु किहेन। उ पचे तुरहियन लिए भए रहेन। चलत समइ उ पचे तुरहियन बजावत रहेन। यहोवा क सन्दूख क लइके चलइवालन याजक लोग ओनके पाछे चलन रहेन। 9 अस्त्र-सस्त्र धारण करइवाले फउजी याजक लोगन क अगवा चलत रहेन। याजक तुरही बजावत रहेन। बचा भवा मनई तुरही बजावत भए पवित्तर सन्दूख क पाछे चलत रहेन। 10 मुला यहोसू ओनका आवाज न लगइ बरे हुकुम दिहेस। उ कहेस, “जिन बोला अउ नाहीं आवाज करा जब तलक कि मइँ हुकुम न दइ। मोरे कहइ क समइ तू पचे ललकार सकत ह।”
11 ऍह बरे यहोसू याजक लोगन क यहोवा क पवित्तर सन्दूख क संग सहर क चारिहुँ कइँती लइ चलइ क हुकुम दिहस। तब उ पचे आपन डेरा मँ लउटि गएन अउर रात भइ हुवँइ ठहरेन।
12 दूसर दिन, भिन्सारे यहोसू उठा। याजक फिन यहोवा क पवित्तर सन्दूख क लइके चलेन। 13 अउर सातउँ याजक लोग सात तुरही लइके यहोवा क पवित्तर सन्दूख क समन्वा बजावत भएन चलेन। उ पचे कदम स कदम मिलावत रहेन। ओनके समन्वा अस्त्र-सस्त्र धारण करइवालन फउजी चलत रहेन। अस्त्र-सस्त्र धारण करइवालन फउजी जउन याजक लोग तुरहियन बजावत रहेन क संग यहोवा क सन्दूख क पाछे चलत रहेन। 14 ऍह बरे दूसर दिन, ओन सबइ लोग एक दाई सहर क चारिहुँ कइँती चक्कर लगाएन अउर तब उ पचे आपन डेरन मँ लउटि गएन। उ पचे लगातार छ: दिन तलक इ किहन।
15 सतएँ दिन उ पचे भोर मँ उठेन अउर उ पचे सहर क चारिहुँ कइँती सात चक्कर लगाएन। उ पचे उहइ तरह सहर क चक्कर लगाएन जउने तरह उ पचे ओकरे पहिले लगाइ चुका रहेन, मुला उ दिन उ पचे सात चक्कर लगाएन। 16 जब उ पचे सतइँ दाई सहर क चक्कर लगाएन तउ याजक लोग आपन तुरही बजाएन। उ समइ यहोसू आदेस दिहस, “अब तू जोर स आवाज लगा। यहोवा इ नगर तू पचन्क देत अहइ। 17 सहर अउ एहमाँ क हर एक चीज यहोवा क अहइ।[a] सिरिफ पतुरिया राहाब अउ ओकरे घरे मँ रहइवाले लोग ही जिअत रइहीं। इ सबइ मारा नाहीं जाइ चाही काहेकि राहाब ओन दुइनउँ गुप्तचरन क मदद किहे रही। 18 इहउ सुमिरा कि हम क ऍकरे अलावा दूसर चिजियन्क बरबाद करइ क अहइ। ओन चिजियन्क जिन ल्या। अगर तू पचे ओन चिजियन्क लेत अहा अउर आपन डेरन मँ लिआवत अहा तउ तू पचे खुद बरबाद होइजाब्या अउर तू पचे आपन सबहिं इस्राएली लोगन पइ भी मुसीबत लिअउब्या 19 सबहिं चाँदी, सोना अउर लोहा क बनी चिजियन यहोवा क अहइँ। इ सबइ चिजियन यहोवा क खजाने मँ ही धरी जाइ चाही।”
20 याजक लोग तुरही बजाएन। मनइयन तुरहियन क अवाज सुनेन अउर आवाज लगवत सुरु किहेन। देवारन भहरानिन अउर लोग सीधे सहर मँ धावइ लागेन। इ तरह इस्राएल क लोग सहर क हराएन। 21 मनइयन सहर क हर एक चीज बरबाद किहेन। उ पचे हुआँ क हर एक जिअत परानी क बरबाद किहन। उ पचे नउजवान, बु़ढ़वन, जवान मेहररुअन, बुढ़ियन, भेड़िन अउर गदहन क मार डाएन।
22 यहोसू दुइनउँ गुप्तचरन स बतियान। उ कहेस, “पतुरिया क घरे जा। ओका बाहेर लइ आवा। सबइ मनइयन क बाहेर लइ आवा अउर ओन लोगन क भी बाहेर लइ आवा जउन ओकरे संग अहइँ। इ तू पचे ऍह बरे करा कि तू पचे ओका वचन दिहे अहा।”
23 दुइनउँ मनई घर मँ गएन अउर राहाब क बाहेर लिआएन। उ पचे ओकर पिता, महतारी, भाइयन अउ ओकर समूचइ परिवार अउ ओकरे साथे क दूसर सबहिं क बाहेर निकारेन। उ पचे इस्राएल क डेरा क बाहेर इ सबहिं लोगन क सुरच्छित रखेन।
24 तब इस्राएल क लोग सारा सहर जराए दिहन। उ पचे सोना, चाँदी, काँसा, अउर लोहा स बनी चिजियन क अलावा सबहिं चिजियन क जराए दिहन। इ सबइ चिजियन यहोवा क खजाने बरे बचाइ लीन्ह गइन। 25 यहोसू राहाब, ओकर परिवार अउ ओकरे रिस्तेदारन क बचाइ लिहस। यहोसू ओनका जिअत रहइ दिहस काहेकि राहाब ओन लोगन क मदद किहे रही, जेनका उ यरीहो मँ जासूसी करइ बरे पठए रहा। राहाब आज भी इस्राएल क लोगन मँ आपन सन्ताने क रुप मँ रहति ह।
26 उ समइ, यहोसू किरिया खाएस। उ कहेस:
“कउनो मनई जउन यरीहो सहर क फिन निर्माण क जतन करी
यहोवा कइँती स अभिसापित होब्या।
जउन मनई सहर क नींव रखी,
आपन पहिलउटी बटवा क खोइ।
जउन मनई फाटक लगाइ
उ आपन सबन त लहुरा बटवा क खोई।”
27 एह बरे यहोवा, यहोसू क संग रहा अउर इ तरह यहोसू पूरे भुइँया मँ प्रसिद्ध होइ गवा।
लूका ईसू क जीवन क बरे मँ लिखस
1 बहोत स मनई हमरे बीच होइजाइ वाली घाटना क ब्यौरा लिखइ क कोसिस करेन ह। 2 उहइ बातन हमका उ सबइ मनइयन क जरिये जान पड़िन जउन उ पचे सुरुआत स घटत देखेन अउर जउन सुसमासार क प्रचार करत रहेन। 3 हे मान्यवर थियुफिलुस! काहेकि मइँ सुरुआत स सब कछू होसियारी स पढ़ेउँ ह। एह बरे मोका इ नीक जान पड़त ह कि तोहरे बरे एक ठु एक क बाद एक एक घटना क लिखेउँ। 4 जेसे तू सब इन बातन क बेफिकिर होइके जान ल्या जउन तोहका सिखाइ ग अहइँ।
जकरयाह अउर इलीसिबा
5 उ समइया मँ जब यहूदिया प हेरोदेस क राज्य रहा। हुवाँ जकरयाह नाउँ क एक याजक रहत रहा। जउन याजकन क अबिय्याह दल[a] क रहा अउर ओकर पत्नी इलीसिबा हारून बंस क रही। 6 उ दुइनउँ परमेस्सर क निगाह मँ धर्मी रहेन। उ पचे बिना कउनो दोख क पर्भू क सबइ हुकुमन अउर बिधानन क पालन करत रहेन। 7 मुला ओनके कउनो संतान नाहीं रही, काहेकि इलीसिबा बाँझ रही अउर उ दुइनउँ बहोत बुढ़वा होइ ग रहेन।
8 जब जकरयाह क आपन दले क मन्दिर मँ याजक क काम खातिर बारी आइ, अउर उ परमेस्सर क समन्वा आराधना बरे हाजिर भवा। 9 तउ याजकन मँ चली भइ रीति रिवाजे क तरह पर्ची डाइके ओका चुना गवा कि उ पर्भू क मन्दिर मँ जाइके धूप जरावइ। 10 जब धूप जरावइ क समइ आइ तउ बाहेर ऍकट्ठा भवा मनई पराथना करत रहेन।
11 उहइ समइया जकरयाह क समन्वा एक ठु पर्भू का दूत परगट भवा। उ दूत धूप क वेदी क दाहिन कइँती खड़ा रहा। 12 जकरयाह जइसे उ दूत क निहारेस तउ उ घबराइ गवा अउर डर जइसे ओका जकड़ि लिहस। 13 फिन सरगदूत ओसे कहेस, “जकरयाह जिन डेराअ, तोहार पराथना सुनि लीन्ह गइ अहइ। एह बरे तोहार पत्नी इलीसिबा एक बेटवा क जनम देई, अउर तू ओकर नाउँ यूहन्ना धर्या। 14 उ तोहका आनंद अउर खुसी देइ, साथे ओकरे जनम स अउर भी बहोत स मनइयन क खुसी होई। 15 काहेकि उ पर्भू क निगाहे मँ महान होई। उ कबहुँ कउनो दाखरस या कउनो मदिरा क न पिई। आपन जन्म स पवित्तर आतिमा स भरपूर होई।
16 “उ इस्राएल क बहोतन मनइयन क ओनकइ पर्भू परमेस्सर कइँती लौटइ बरे फेरी। 17 उ एलिय्याह क आतिमा अउर सामर्थ मँ होइके परभू क अगवा अगवा चली। उ बापन क हिरदय ओनके संताने कइँती मोड़ देइ अउर आज्ञा न मानइवालन क मने क बदल देइ जेहसे उ पचे धर्मी मनइयन क नाई सोचइ लागइ। इ सबइ, उ मनइयन क पर्भू बरे तइयार करइ क करी।”
18 तबहीं जकरयाह दूत स कहेस, “मइँ इ कइसे जान लेउँ कि इ सच अहइ? काहेकि मइँ एक बुढ़वा हउँ अउर मोर पत्नी बुढ़िया होइ ग अहइ।”
19 तबहिं सरगदूत जवाब देत ओसे कहेस, “मइँ जिब्राईल हउँ। मइँ उहइ हउँ जउन परमेस्सर क अगवा खड़ा रहत हउँ। मोका तोसे बात करइ अउर इ सुसमाचार क बतावइ बरे पठवा ग अहइ। 20 मुला देखा, काहेकि तू मोरे सब्दन प, जउन निस्चित समइ क आइ प सच सिद्ध होइहीं, बिसवास नाहीं किहा, यह बरे तू गूँगा होइ जाब्या अउर उ दिना तलक नाहीं बोल पउब्या जबहिं ताई इ घटित न होइ जाइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.