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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
व्यवस्था विवरण 22-24

दूसर नेमन

22 “अगर तू पचे लखा कि तोहरे पड़ोसी क गइया या भेड़ी खुली बाटइ, तउ तू पचन्क एहसे लापरवाह नाहीं होइ चाही। तू पचन्क निहचय ही ऍका मालिक क लगे पहोंचाइ देइ चाही। अगर ऍकर मालिक तोहरे लगे न रहत होइ या तू ओका नाहीं जानत ह्वा कि उ कउन अहइ तउ तू उ गइया या भेड़ी क आपन घरे लइ जाइ चाही अउर तू ऍका तब तलक रखा जब तलक मालिक ऍका हेरत भवा तोहार लगे न आवइ। तब तू पचन्क ओका ओकरे बरे लउटाइ देइ चाही। तू पचन्क इहइ तब भी जरूर करइ चाही जब तू पचन्क पड़ोसी क गदहा मिलइ, ओकर ओढ़नन मिलइँ या कउनो चीज पड़ोसी खोइ देत ह। अगर तू पावत ह, तउ तोहका नज़रअन्दाज नाहीं रहइ चाही।

“अगर तोहरे पड़ोसी क गदहा या ओकर गइया सड़क पइ पड़ी होइ तउ ओहसे आँखी नाहीं फेरि लेइ चाही। तू पचन्क ओका फुनि उठावइ मँ ओकर मदद करइ चाही।

“कउनो मेहरारु क कउनो मनई क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही अउर कउनो मनसेधू क कउनो मेहरारु क ओढ़ना नाहीं पहिरइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर ओहसे घिना करत ह जउन अइसा करत ह।

“कउनो राहे स टहरत समइ तु पचे बृच्छ पइ या भुइँया पइ चिरइयन क घोंसला पाइ सकत ह। अगर मादा चिरई आपन बच्चन क संग बइठी होइ या आपन अण्डन पइ बइठी होइ तउ तू पचन्क मादा चिरई क बच्चन क संग नाही पकड़इ चाही। तू पचे बच्चन क आपन बरे लइ सकत ह। मुला तू पचन्क महतारी क तजि देइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मानत ह तउ तोहरे बरे सब कछू नीक होइ अउर तू लम्बे समइ तलक जिअत रहब्या।

“जब तू पचे कउनो नवा घर बनावा तउ तू पचन्क आपन छते क चारिहुँ कइँती देवार खड़ी करइ चाही। तब तू पचे कउनो मनई क अपराधी नाहीं होब्या अगर उ छते पइ स भहरात ह।

कछू चीजन जेनका एक संग नाहीं रखइ चाही

“तू पचन्क आपन अंगूरे क बगिया मँ अनाजे क बिअन क नाहीं बोवइ चाही। काहेकि अनाज या अंगूर जउन बोवइ भवा बिअन स उगिहीं ओनका अलग रखइ क होइ।

10 “तू पचन्क बर्धा अउ गदहा क एक संगे हर जोतइ मँ नाहीं लगावइ चाही।

11 “तू पचन्क उ ओढ़नन क नाहीं पहिरइ चाही जेका अन अउ सूते स एक संग बुना भवा होइ।

12 “तू पचन्क आपन पहिरा जाइवाला चोगा क चारिहुँ कोनन पइ फुंदनन जरूर लगावइ चाही।

बियाह क नेमन

13 “अगर एक मनई कउनो लड़की स बियाह करइ अउर ओसे तने स सम्बन्ध करइ। तब होइ सकत ह। उ फइसला करत ह कि उ ओका पसन्द नाहीं अहइ। 14 उ झूठ बोलि सकत ह अउर कह सकत ह, ‘मइँ उ मेहरारु स बियाहेउँ, मुला जब हम पचे तने स सम्बन्ध किहेउँ तब मालूम भवा कि उ कुआँरी नाहीं अहइ।’ ओकरे खिलाफ अइसा सरमनाक बात कहइ पइ लोग उ मेहरारु क सम्बंध मँ बुरा विचार रख सकत हीं। 15 अगर अइसा होत ह तउ बिटिया क महतारी अउर बाप क इ बात क सबूत सहर क फाटक जगह पइ नगर-प्रमुखन क लगे लिआवइ चाही कि बिटिया कुआँरी रही। 16 लड़की क बाप क नगर-प्रमुखन स कहइ चाही, ‘मइँ आपन बिटिया क उ मनई क पत्नी होइ बरे दिहेउँ, मुला अब उ ओका नाहीं चाहत। 17 इ मनई मोरी बिटिया क खिलाफ झूठ बोलेस ह। उ कहेस, “मइँ तोहार बिटिया क कुआँरी नाहीं पावइ ह।” मुला इ मोर बिटियन क कुआँरिपन क सबूत अहइ। तब उ पचे उ ओढ़ना[a] क नगर-प्रमुखन क देखइहीं।’ 18 तब नगर-प्रमुख उ मनई क लेइहीं अउर ओका सजा देइहीं। 19 उ पचे ओह पइ सौ चाँदी क सेकेल क जुर्माना करिहीं। उ पचे उ रुपिया क लड़की क पिता क देइहीं काहेकि ओकर भतार एक इस्राएली बिटिया पइ कलंक लगाएस ह अउर बिटिया उ मनई क पत्नी बनी रही। उ आपन पूरी जिन्नगी ओका तलाक नाहीं दइ सकत।

20 “मुला जउन बातन भतार आपन पत्नी क बारे मँ कहेस उ सबइ फुर होइ सकत हीं। पत्नी क महतारी-बाप क लगे इ सबूत नाहीं होइ सकत कि बिटिया कुआँरी रही। 21 अगर अइसा होत ह तउ नगर-प्रमुख उ बिटिया क ओकरे बाप क दुआरे पइ लइ अइहीं तब नगर क मनई ओका पाथर स मार डइहीं। काहेकि उ इस्राएल मँ लज्जावाली बात किहस। उ आपन बाप क घरे मँ रंडी जइस बेउहार किहस ह। तू पचन्क आप लोगन मँ स हर बुराई क दूर करइ चाही।

जिनाखोरी क पाप

22 “अगर कउनो मनई कउने दूसरे क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध करत भवा पावा जात ह तउ दुइनउँ मारा जाब्या, उ मेहरारू अउ उ मनसेधु जउन ओकर संग तने क सम्बन्ध किहेस ह। तू पचन्क इस्राएल स इ बुराई दूर करइ चाही।

23 “कउनो मनई कउनो उ कुआँरी बिटिया स मिल सकत ह जेकर दूसरे स पक्का होइ चुका अहइ। उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध भी कइ सकत ह। अगर सहर मँ अइसा होत ह तउ 24 तू पचन्क ओन दुइनउँ क उ सहर क बाहेर फाटक पइ लावइ चाही अउर तू पचन्क ओन दुइनउँ क पाथरन स मारि डावइ चाही। तू पचन्क मनई क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ दूसर क पत्नी क संग तने क सम्बन्ध किहस अउर तू पचन्क बिटिया क एह बरे मारि डावइ चाही कि उ सहर मँ रही अउर उ मदद बरे पुकार नाहीं किहस। तू पचन्क आपन लोगन मँ स इ बुराई भी दूर करइ चाही।

25 “मुला कउनो मनई मैदानन मँ, बियाह क सगाई पक्की भइ बिटिया क पकड़ लेत ह अउर ओसे बल लगाइके तने क सम्बन्ध करत ह तउ अकेला उ जरूर मनई क मारि डावइ चाही। 26 तू पचन्क बिटिया क संग कछू भी नाहीं करइ चाही काहेकि उ अइसा कछू भी अपराध नाहीं किहस जउन ओका मउत क सजा क काबिल बनावत ह। इ मामला वइसा ही अहइ जइसा कउनो मनई क निर्दोख मनई पइ आकामण अउ ओकर कतल करतह। 27 उ मनई बियाह क सगाई पक्की कीन्ह भइ बिटिया क मैदान मँ धरेस। बिटिया मदद बरे गोहार लगाएस, मुला कउनो ओकर मदद करइवाला नाहीं रहा।

28 “कउनो मनई कउनो कुआँरी बिटिया जेकर बरिच्छा नाहीं भइ अहइ, क धइ लेत ह अउर ओका आपन संग बल स तने क सम्बन्ध करइ क मजबूर कइ सकत ह। अगर उ परगट होइ जात ह, 29 तउ ओका बिटिया क बाप क पचास सेकेल चाँदी देइ चाही अउर बिटिया ओकर पत्नी होइ जाइ। काहेकि उ ओकरे संग तने क सम्बन्ध किहस। उ ओका पूरी जिन्नगी तलाक नाहीं दइ सकत।

30 “कउनो मनई क आपन सौतेली महतारी क संग सादी कइके आपन बाप पइ कलंक नाहीं लगावइ चाही।”

उ सबइ लोग उपासना मँ सामिल होइ सकत हीं

23 “इ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क संग यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं आइ सकतेन: उ मनई जउन आपन क बधिया कराइ लिहस ह, उ मनई जउन आपन जनन अंग कटवाइ लिहस ह या उ मनई जउन बिना बियाहे भए महतारी-बाप क सन्तान होइ। इ मनई क परिवार क कउनो मनई दसईं पीढ़ी तलक भी यहोवा क लोगन मँ यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं गना जाइ सकत।

“कउनो अम्मोनी या मोआबी यहोवा क लोगन स सम्बंध रखत भवा नाहीं होइ सकत अउर दस पीढ़ियन तलक ओनकर कउनो सन्तान भी यहोवा क लोगन क हींसा यहोवा क उपासना करइ बरे नाहीं बन सकत। काहेकि अम्मोनी अउर मोआबी लोग मिस्र स बाहेर आवइ क जात्रा क समइ तू लोगन क रोटी अउ पानी देइ स इन्कार किहे रहेन। उ सबइ यहोवा क लोगन क हींसा एह बरे भी नाहीं होइ सकतेन काहेकि उ पचे बिलाम क तू पचन्क अभिसाप देइ बरे मुकरर्र किहे रहेन। (बिलाम अरम्नहरैम मँ पतोर सहर क बोर क पूत रह।) मुला यहोवा परमेस्सर बिलाम क एक नाहीं सुनेस। यहोवा अभिसाप क तोहरे बरे बरदान मँ बदल दिहस। काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्स पिरेम करत ह। तू पचन्क अम्मोनी अउ मोआबी लोगन्क संग सान्ति रखइ क कोसिस कबहुँ नाहीं रखइ चाही। जब तलक तू लोग रहा, ओनसे मिताई जिन राखा।

इ सबइ जेनका इस्राएलियन क अपने मँ मिलावइ चाही

“तू पचन्क एदोमी स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि उ तोहार सभ्बंधी अहइ। तू पचन्क कउनो मिस्री स घिना नाहीं करइ चाही। काहेकि ओनके देस मँ तू पचे अजनबी रह्या। एदोमी अउर मिस्री लोगन स पइदा तीसरी पीढ़ी क गदेलन यहोवा क लोगन क हींसा बन सकत हीं।

फउज क छाउनी क स्वच्छ रखब

“जब तोहार फउज दूस्मन क खिलाफ जाइ, तब तू पचे ओन सबहिं चीजन स दूर रहा जउन तू पचन्क बे पवित्तर बनावत हीं। 10 अगर कउनो अइसा मनई अहइ जउन इ कारण पवित्तर नाहीं अहइ कि रात मँ सपनदोस होइ गवा बाटइ तउ ओका छाउनी क बाहेर चला जाइ चाही। ओका छाउनी स दूर रहइ चाही। 11 मुला जब साँझ होइ तब उ मनई क पानी स नहाइ चाही अउर जब सूरज बूड़इ तब ओका छाउनी मँ आवइ चाही।

12 “तू पचन्क छाउनी क बाहेर दिसा फरागत बरे जगह बनवइ चाही। 13 अउर तू पचन्क आपन हथियार क संग खनइ बरे एक ठु खन्ती रखइ चाही। एह बरे जब तू पचे फरागत करब्या तब तू एक ठु गड़हा खना अउर ओका ढाँकि द्या चाही। 14 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे डेरन मँ दुस्मनन क हरावइ मँ तोहार मदद करइ बरे तोहरे संग अहइ। एह बरे डेरा पवित्तर रहइ चाही। तब यहोवा तू पचन मँ कछू भी अनुचित न लखी अउर तोहे सबन्स आँखी न फेरी।

दूसर नेमन

15 “अगर कउनो दास आपन मालिक क हिआँ स पराइके तोहरे लगे आवत ह तउ तू पचन्क उ दास क ओकरे मालिक क नाहीं लउटावइ चाही। 16 इ दास तोहरे संग जहाँ चाहे हुआँ रहि सकत ह। उ जउने भी सहर क चुन लेइ ओहमाँ रहि सकत ह। तू पचन्क ओका परेसान नाहीं करइ चाही।

17 “कउनो इस्राएली मेहरारु या मनसेधू क कबहुँ देवदासी या देवदास नाहीं बनइ चाही। 18 देवदास या देवदासी क कमावा भवा धन तोहरे परमेस्सर क मन्दिर मँ नाहीं लिआवा जाइ चाही। कउनो मनई दीन्ह भए बचन क कारण यहोवा क दीन्ह जाइवाली चीज क बरे इ धने क उपयोग नाहीं कइ सकत। यहोवा तोहार परमेस्सर सबहिं मन्दिरन क देवदास-देवदासियन स घिना करत ह।

19 “अउर तू पचे कउनो इस्राएली क उधार द्या तउ तू पचे ओह पइ बियाज जिन ल्या। तू पचे उधार मँ लीन्ह गवा सिक्कन, भोजन या कउनो अइसी चीज पइ बियाज मँ न ल्या। 20 तू पचे बिदेसियन स बियाज लइ सकत ह। मुला तू पचन्क दूसर इस्राएली स बियाज नाहीं लेइ चाही। अगर तू पचे इ नेमन क मनब्या तउ यहोवा तोहार परमेस्सर उ देस मँ, जहाँ तू पचे रहइ जात अहा, जउन कछू तू पचे करब्या ओहमाँ आसीस देइ।

21 “जब तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या, तउ जउन तू पचे देइ क कहा ओन सब क देइ मँ ढीला जिन ह्वा। अगर तू बचन दीन्ह गइ चीजन क नाहीं देब्या तउ पाप क अपराध करब्या। यहोवा तोहार परमेस्सर चाहत ह कि तू निहचय ही आपन वचन क जरूर पूरा करा। 22 अगर तू बचन नाहीं देब्या तउ तू पचे पाप नाहीं करत अहा। 23 मुला तू पचन्क उ चीजन क करइ चाही जेका करइ बरे तू पचे कहया ह कि तू करब्या। जब तू पचे अजादी स यहोवा आपन परमेस्सर क बचन द्या तउ, तू पचन्क बचन दीन्ह गइ बात क पूरी करइ चाही।

24 “अगर तू दूसर मनई स अंगूर क बगिया स होइके जात अहा, तउ तू जेतना चाहा ओतना अंगूर खाइ सकत ह। मुला तू कउनो अंगूर आपन टोकरी मँ नाहीं रख सकब्या। 25 जब तू दूसर क पका भवा अनाज क फसल क खेते स होइके जात अहा तउ तू आपन हाथे स जेतना उजारा, खाइ सकत ह। मुला तू हँसिया क उपयोग दूसर क अनाज क काटइ अउर लेइ बरे नाहीं कइ सकत्या।

24 “जदि कउनो मनई कउनो मेहरारु स बियाह करत ह, अउर उ मेहरारू ओका खूस नाहीं करत ह, काहेकि उ मनई उ मेहरारू मँ कछू असलीलता पावत ह, तउ उ ओक तलाक पत्र दइ सकत ह अउर ओका आपन घरे स पठइ देइ सकत ह। जब उ ओकर घर तज दिहेस ह तउ उ दूसर मनई क लगे जाइके ओकर पत्नी होइ सकत ह। 3-4 मुला मान ल्या कि नवा भतार भी ओका पसन्द नाहीं करत अउर ओका बिदा कइ देत ह। अगर उ मनई ओका तलाक देत ह तउ भी पहला भतार ओका फुन स पत्नी क रुप मँ नाहीं राखि सकत या अगर नवा भतार मरि जात ह तउ भी पहिला भतार ओका फुन पत्नी क रुप मँ नाहीं रख सकत ह। उ दूसित होइ चुकी बाटइ। अगर उ ओसे बियाह करत ह तउ उ अइसा काम करी जेहसे यहोवा घिना करत ह। तू पचन्क उ देस मँ अइसा पाप नाहीं लावइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क रहइ बरे दइ देत अहइ।

“नवा बियाहा क फउज मँ नाहीं पठवइ चाही अउर ओका कउनो दूसर खास काम भी नाहीं देइ चाही। काहेकि एक बरिस तलक ओका घरे पइ रहइ क अजाद होइ चाही अउर आपन नई पत्नी क सुखी बनावइ चाही।

“अगर कउनो मनई क तू कर्ज द्या तउ गिरवी क रुप मँ ओकर आटा पीसइ क जाँत क कउनो पाट न रखा। काहेकि अइसा करब ओका खइया करइ के तू ओकर जिन्नगी क जरिया लइ लेब्या।

“अगर कउनो इस्राएली मनई दूसर इस्राएली मनई क अपहरण करत ह जउन ओकरे देस क अहइ अउर ओकरे संग दूरव्यवहार करत ह या ओका बेच लेत ह तउ अपहरण करइवाला जरुर मारा जाइ चाही। इ तरह तू आपन बीच स इ बुराई क दूर करब्या।

“अगर तू पचन्क कोढ़ होइ जाइ तउ तू पचन्क लेवी बंसी याजकन क दीन्ह गइ सारी सिच्छा अंगीकार करइ मँ होसियार रहइ चाही। तू पचन्क होसियारी स ओन सबइ आदेसन क मानइ चाही जेनका देइ बरे मइँ याजकन स कहेउँ ह। इ याद राखा कि यहोवा तोहार परमेस्सर मिरियम क संग का किहेस जब तू पचे मिस्र स बाहेर निकरइ क जात्रा पइ रह्या।

10 “जब तू पचे कउनो मनई क कउनो तरह क कर्ज द्या तउ ओकरे घरे मँ ओकर घरेलू सामान क, गिरवी रखी चीज लेइ बरे जिन जा। 11 तू पचन्क बाहेर ही खड़ा रहइ चाही। तब उ मनई, जेका तू पचे कर्ज दिहा ह, तोहारे लगे गिरवी रखी गइ चीज लिआइ। 12 अगर उ गरीब अहइ तउ उ आपन वस्त्रन क दइ देइ, जेहसे उ आपन क गरम रख सकत ह। तू पचन्क ओकर गिरवी रखी चीज रात क नाहीं रखइ चाही। 13 तू पचन्क हर एक साँझ क ओकर गिरवी धरी चीज क लउटाइ देइ चाही। तब उ आपन ओढ़नन मँ स सोइ सकी। उ तोहार एहसानमंद रही अउर यहोवा तोहार परमेस्सर इ लखी कि तू इ अच्छा काम किह्या ह।

14 “तू पचन्क कउनो गरीब अउ जरुरतवाला मजूर पइ अत्याचार नाही करइ चाही। एकर कउनो महत्व नाहीं कि उ तोहार साथी इस्राएली बाटइ या उ कउनो बिदेसी अहइ जउन तोहरे सहरन मँ स कउनो एक मँ उ रहत बाटइ। 15 सूरज बूड़इ स पहिले हर रोज ओकर मजूरी दइ द्या। काहेकि उ गरीब अहइ अउर उहइ धने पइ ओका सहारा अहइ। अगर तू ओकर भुगतान नाहीं करत्या तउ उ यहोवा स तोहरे खिलाफ सिकाइत करी अउर तू पचे पाप करइ क अपराधी होब्या।

16 “गदेलन क जरिये कीन्ह गए कउनो अपराध बरे बाप क मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ सकत। अउर गदेला क बाप क जरिये कीन्ह गए अपराध बरे मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ सकत। कउनो मनई क ओकरे खुद क अपराध बरे ही मउत क सजा दीन्ह जाइ सकत ह।

17 “तू पचन्क प्रवासी अउ अनाथन क संग गलत फइसला नाहीं करइ चाही। तू पचन्क राँइ मेहररु स ओकर ओढ़ना कबहुँ भी गिरवी रखइ क बरे नाहीं लेइ चाही। 18 तू पचन्क सदा सुमिरइ चाही कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। इ जिन बिसस कि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क हुआँ स बाहेर लिआवा। इहइ कारण अहइ कि मइँ तू पचन्क इहइ करइ क आदेस देत अहउँ।

19 “तू पचे आपन खेत क फसल बटोरत रहि सकत ह अउर तू पचे तनिक भूलचूक स हुआँ छोड़ि सकत ह। तू पचन्क ओका लेइ नाहीं चाही। इ प्रवासियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन बरे होइ। अगर तू पचे ओनके बरे कछू अन्न छोड़त ह तउ यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क ओन सबहिं कामन मँ असीसी जउन तू पचे करब्या। 20 जब तू पचे आपन जइतून क बृच्छन स फली झरब्या तउ तू पचन्क डारन क फुन जाँच करइ नाहीं जाइ चाही। जउन जइतून तू पचे ओहमाँ तज देब्या उ बिदेसियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन बरे होइ। 21 जब तू पचे आपन अंगूरे क बगियन स अंगूर बटोरब्या तब तू पचन्क ओन अंगूर क लेइ नाहीं जाइ चाही जेनका तू पचे तजि दिहे अहा। उ सबइ अंगूर बिदेसियन, अनाथन अउर राँड मेहररुअन बरे होइहीं। 22 याद राखा कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। इहइ कारण अहइ कि तू पचन्क इ करइ क आदेस देत अहउँ।

मरकुस 14:1-26

ईसू क हत्या क सड्यंत्र

(मत्ती 26:1-5; लूका 22:1-2; यूहन्ना 11:45-53)

14 फसह क त्यौहार[a] अउर वे खमीरे क रोटी क त्यौहार[b] स दुइ दिन पहिले की बात अहइ कि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन कउनो अइसा कुचाल चलत रहेन कि जउने चलाकी स ओका गिरफतार कइ लेइँ अउर जान स मारि डावइँ। उ सबइ इ कहत रहेन, “मुला हम पचेन क त्यौहार क दिन अइसा नाहीं करइ चाही, नाहीं तउ मनइयन दंगा कइ लेइहीं।”

ईसू प इतर क उड़ेलब

(मत्ती 26:6-13; यूहन्ना 12:1-8)

जब ईसू बैतनिय्याह मँ समौन कोढ़ी क घरे खाना खाइके बइठा, तबहिं एक ठु स्त्री उज्जर अउर चीकन स्फटिक मनि क बासन मँ सुद्ध बाल छड़े क इतर लइ आइ। उ स्त्री बासने को तोड़ेस अउर ओसे निकसत इतरे क ईसू क मुँड़वा प उड़ेरेस।

ऍसे हुवाँ कछू चेलन बिगड़ के आपुस मँ कहइ लागेन, “इतरे क अइसी बर्बाद काहे कीन्ह गइ अहइ? इ इतर तउ तीन सउ दीनारे स जिआदा मँ बेंच जाइ सकत ह अउर फिन उ धने क कंगालन मँ बाँटि जाइ सकत रहा।” उ पचे उ स्त्री क निन्दा करेन।

तब ईसू कहेस, “काहे क ओका तंग करत ह? ओका छोड़ा। उ मोर बरे एक बढ़िया काज करेस ह। काहेकि कंगालन तू हमेसा तोहरे लगे रइहीं अउर तउ तू जब चाहा ओनकइ मदद कइ सकत ह, मुला मइँ तोहरे साथे हमेसा न रहिउँ। इ स्त्री उहइ किहस जउन उ कइ सकत रही। उ समइ स पहिले मोरे दफनावइ बरे, मोरे बदन पइ इतर छिरकि के ओका तइयार किहेस ह। मइँ तोसे सच-सच कहत हउँ समूचे संसारे मँ जहाँ कहूँ भी इ सुसमाचार क परचार कीन्ह जाई, हुवँई ऍकरे यादे मँ जउन कछू इ स्त्री करेस ह, ओकर चर्चा होई।”

यहूदा क सौदा

(मत्ती 26:14-16; लूका 22:3-6)

10 तब यहूदा इस्करियोती, जउन ऍकरे बारहु प्रेरितन मँ एक ठु रहा, मुख्ययाजकन क नगिचे ईसू क धोखा दइ के पकड़वावइ बरे गवा। 11 उ पचे ओकर बतियन सुनिके बहोत खुस भएन अउर उ पचे ओका धन देइ क वादा करेन। एह बरे फिन यहूदा ईसू क

धोखा दइ क पकड़वाव क तलास मँ रहइ लाग।

फसह भोज

(मत्ती 26:17-25; लूका 22:7-14,21-23; यूहन्ना 13:21-30)

12 बे खमीरे क रोटी क त्यौहार स एक दिन पहिले, जब फसह मेमना क बलिदान दीन्ह जात रही। ओकरे चेलन ओसे पूछेन, “तू का चाहत बाट्या कि हम पचे कहाँ जाइके तोहरे खइया बरे फसह क भोज तैयारी करी?”

13 तब उ आपन दुइ ठो चेलन क इ कहिके पठएस, “सहर मँ जा, जहाँ तोहका एक ठु मनई पानी क गगरी धरे भेंटइ, तउ ओकरे पाछे होइ जा। 14 फिन जहाँ कहूँ भी उ भीतर जाइ, उ घरे क मालिक स कह्या, ‘गुरु पूछेस ह, भोजन क उ बैठका कहाँ बाटइ, जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज खाइ सकउँ।’ 15 फिन उ तोहका ऊपर एक बड़का सजा भवा बैठका देखाई, हुवँइ हमरे बरे तैयारी करा।”

16 तब ओकर चेलन हुवाँ स सहर क चेलन जहाँ उ पचे हर बात वइसी निहारेन जइसी ईसू ओनका बताएस। तबहिं उ पचे फसह क भोज तैयार करेन।

17 दिन ओनवत क आपन बारहु प्रेरितन क संग ईसू हुवाँ पहुँच गवा। 18 जब उ पचे बइठके खइया के खात रहेन, तबहिं ईसू कहेस, “मइँ सच कहत हउँ, तोहरे मँ स एक ठु जउन मोरे संग खइया क खात अहइ, उहइ मोका धोका दइके पकड़वाई।”

19 ऍसे उ पचे दुखी होइ के एक दुसरे स कहइ लागेन, “सचमुच उ मइँ नाहीं हउँ।”

20 तब ईसू ओनसे कहेस, “उ बारहु मँ स उहइ एक बाटइ, जउन मोरे संग एकहि थारी मँ खात अहइ। 21 मनई क पूत क तउ जाइ क अहइ, जइसा कि ओकरे बारे मँ लिखा बाटइ। मुला उ मनई क धिक्कार अहइ, जउन स मनई क पूत पकड़वावइ जाइ केतना नीक इ होत कि उ मनई पइदा न भवा होत।”

पर्भू क भोज

(मत्ती 26:26-30; लूका 22:15-20; 1 कुरिन्थि. 11:23-25)

22 जब उ पचे खइया क खात रहेन, ईसू रोटी लिहस, धन्यबाद दिहस, रोटी क तोड़ेस अउर ओका उ पचन्क देत देत कहेस, “ल्या, इ मोर बदन अहइ।”

23 फिन उ कटोरा क उठाएस, धन्यबाद दिहस अउर ओनका दिहस अउर उ सबन ओहमाँ स पियेन। 24 तबहिं ईसू बोल पड़ा, “इ मोर लहू (मउत) बाटइ जउन एक नवा करार क सुरुआत अहइ यह बहुतन क बरे बहावा जात अहइ। 25 मइँ तू पचन स सच सच कहत हउँ कि मइँ उ दिना तक दाखरस पिअब जब तलक परमेस्सर क राज्य मँ नवा दाखरस न पिअउँ।”

26 तबहिं उ सब एक स्तुति गाना गाइके जैतून क पर्वत प गएन।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.