Old/New Testament
फसह क त्यौहार
16 “यहोवा आपन परमेस्सर क फसह क त्यौहार आबीब क महीना मँ मनावा। काहेकि आबीब क महीना मँ तोहार परमेस्सर तू पचन्क रात मँ मिस्र स बाहेर लिआवा रहा। 2 तू पचन्क उ ठउरे पइ जाइ चाही जेका यहोवा आपन नाउँ क हुआँ रखइ बरे चुनब्या। हुआँ तू पचन्क यहोवा क सम्मान मँ फसह भेंट मँ भेंड़ अउर गोरु चढ़ावइ चाही। 3 इ भेंट क संग खमीर वाली रोटी जिन खा। तू पचन्क सात दिना तलक बेखमीरे क रोटी खाइ चाही। इ रोटी क ‘विपत्तियन क रोटी’ कहत हीं। सुमिर ल्या कि केतनी हाली हाली तू पचन्क मिस्र तजि देइ क पड़ा। तू पचन्क उ देस स आपन प्रस्थान क तब तलक सुमिरइ चाही जब तलक तू पचे जिअत रहा। 4 सात दिना तलक देस मँ कउनो क घरे मँ कहूँ खमीर नाहीं होइ चाही। फसह भेंट जउन गोस क पहिले दिन क साँझ क भेंट मँ चढ़ावा ओका भिन्सार होइ क पहिले खाइ लेइ चाही।
5 “तू पचन्क फसह क जनावरन क बलि ओन सहरन मँ स कउनो मँ नाहीं चढ़ावइ चाही जेनका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दिहे अहइ। 6 तू पचन्क फसह क त्यौहार क जनावर क बलि सिरिफ उ ठउरे पइ चढ़ावइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर आपन बरे खास निवास क रुप मँ चुनइ। हुआँ तू पचे फसह क त्यौहार क जनावर क जब सूरज बूड़इ तब साँझ क बलि चढ़ावइ चाही। तू पचे एका बरिस क उहइ समइ मँ करब्या जउने समइ तू पचे मिस्र स बाहेर निकरा रह्या। 7 अउर तू पचन्क फसह क त्यौहार क गोस यहोवा तोहार परमेस्सर जउने ठउर क चुनी हुअँइ पकउब्या अउर खाब्या। तब भिन्सारे तू पचन्क आपन खेमन मँ चला जाइ चाही। 8 तू पचन्क बेखमीरी क रोटीं छ: दिना तलक खाइ चाही। सतएँ दिन तू पचन्क कउनो भी काम नाहीं करइ चाही। उ दिन यहोवा आपन परमेस्सर बरे खास सभा मँ भी सबहिं एकट्ठा होइहीं।
हफ्तन क त्यौहार (पिन्तेकुस्त)
9 “जब तू पचे दोबारा फसल काटब सुरु करा तबहिं स तू पचन्क सात हफ्ता गनइ चाही। 10 तब यहोवा आपन परमेस्सर बरे हफ्तन क त्यौहार करा। ऍका एक स्वच्छ बलि ओका लिआइके करा। तू पचन्क केतॅना देब अहइ, एकर निहचय इ बिचारिके करा कि यहोवा तोहार परमेस्सर केतॅना तू पचन्क आसीर्बाद दिहे अहइ। 11 उ ठउरे पइ जा जेका यहोवा आपन नाउँ स हुवाँ बसइ बरे चुनी। हुआँ तू पचे अउर तोहार लोग, यहोवा आपन परमेस्सर क मौजूदगी मँ आनन्द क समइ बितइहीं। आपन सबहिं लोगन, आपन पूतन, आपन बिटियन अउर आपन सबहिं मनसेधू अउ मेहरारु दासन क हुआँ लइ जा अउर आपन सहर मँ बसइयन लेवी लेवीबंसियन, प्रवासियन, अनाथन अउर राँड़ मेहररुअन क भी संग लइ जा। 12 सुमिरा कि तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। तू पचन्क निहचय करइ चाही कि तू पचे इ नेमन क मनब्या।
खेमन क त्यौहार
13 “जब तू पचे आपन खरिहान स फसिल अउ दाखरससाला स दाखरस बटोर लेब्या तब कुटीर क त्यौहार सात दिना तलक मनवा। 14 तू पचे, तोहार पूतन, तोहार बिटियन, तोहार सबहिं मरद अउ मेहरारु दासन, तोहरे सहर मँ बसइयन लेवीबंसियन, प्रावासियन, अनाथ अउ राँड़ मेहररुअन सबइ इ दावत मँ आनन्द मानवइँ। 15 तू पचन्क इ दावत क सात दिना तलक उ खास ठउरे पइ मनावइ चाही जेका यहोवा चुनी। इ तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान मँ करा। आनन्द मनावा! काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क तोहरी फसिल बरे अउर तू पचे जउन कछू भी किहा ह ओकरे बरे आसीस दिहेस ह।
16 “तोहार पचन्क सबहिं मनइयन बरिस मँ तीन दाईं यहोवा आपन परमेस्सर स मिलइ बरे उ खास ठउरे पइ अइहीं जेका उ चुनी। इ बे खमीरे क रोटी क त्यौहार क समइ, हफ्तन क त्यौहार क समइ अउ कटीर क त्यौहार क समइ होइ। कउनो मनई क बिना भेंट लइ यहोवा स नाहीं मिलइ जाइ चाहीं। 17 हर एक मनई ओतना देइ जेतना उ दइ सकी। केतना देब अहइ, ओकर निहचय उ इ सोचिके करी कि ओका यहोवा केतना दिहे अहइ।
लोगन बरे निआवधीस अउ अफसर
18 “यहोवा तोहार परमेस्सर जउन सहरन क तू पचन्क दइ देत अहइ ओनमाँ स हर एक सहर मँ तू पचन्क आपन परिवार समूह बरे निआव क निआवाधीस अउ अफसर बनवइ चाही। इ निआव क निआवाधीसन अउर अफसरन क जनता क संग सही अउ ठीक निआव करइ चाही। 19 तू पचन्क ठीक निआव क बदलइ नाहीं चाही। तू पचन्क पच्छपाती नाहीं हाइँ चाही। तू पचन्क कउनो क सम्बन्ध मँ आपन इरादा क बदल देइ बरे धन नाहीं लेइ चाही। धन बुद्धिमान मनइयन क आँधर करत ह। इ सच्चा मनई क सब्दन क बदल देतह। 20 तू पचन्क हर समइ बिना पच्छ लिए अउ निआवा स ठीक होइ क पूरी कोसिस करइ चाही। तब तू पचे जिअत रहब्या अउर तू पचे उ देस क पउब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ अउर तू पचे ओहमाँ रहब्या।
परमेस्सर मूरतियन स घिना करत ह
21 “आसेर देवी क सम्मान बरे उ वेदी बगल मँ काठ क खम्भन जिन लगावा जेका तू पचे यहोवा आपन परमेस्सर बरे बनाउब्या। 22 अउर तू पचन्क खास पाथर लबार देवतन क पूजा बरे नाहीं खड़ा करइ चाही। यहोवा तोहार परमेस्सर एनसे घिना करत ह।
बलियन बरे गोरु निदोर्ख होइ चाही
17 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क कउनो एक अइसी गाय या भेड़, बलि मँ नाहीं चढ़ावइ चाही जेहमाँ कउनो दोख या कमी होइ। काहेकि यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर एहसे घिना करत ह।
मूरति क पुजवइया क सज़ा
2 “तू पचे ओन सहरन मँ स कउनो बुरी बात होइ क सूचना पाइ सकत ह जेनका यहोवा परमेस्सर तू पचन्क देत अहइ। तू पचे इ सुनि सकत ह 3 कि तू पचन मँ स कउनो मेहरारु या मनसेधू यहोवा क खिलाफ पाप किहस ह। तू पचे इ सुनि सकत ह कि उ पचे यहोवा स करार तोड़ेत ह यानी उ पचे दूसर देवतन क पूजा किहेन ह। या इ होइ सकत ह कि उ पचे सूरज, चन्द्रमा या तारन क पूजा किहे होइँ। इ यहोवा क आदेस क खिलाफ अहइ जेका मइँ तोहे सबन्क दिहे अहउँ। 4 अगर तू पचे अइसी बुरी खबर सुनत ह तउ तू सबन्क ओकर जाँच होसियारी स करइ चाही। तू पचन्क इ जान लेइ चाही कि का इ फुरइ अहइ कि इ खौफनाक काम इस्राएल मँ होइ चुका अहइ। अगर तू पचे ऍका साबित कइ सकत ह कि इ फुरइ अहइ, 5 तब तू पचन्क उ मनसेधू या मेहरारु क जरूर सजा देइ चाही जउन इ बुरा काम किहे अहइ। तू पचन्क उ मनसेधू या मेहरारु क सहर क दुआरे क लगे लइ जाइ चाही अउर ओका पाथरन स मारि डावइ चाही। 6 मुला अगर एक ही गवाह इ कहत ह कि उ बुरा काम किहस ह तउ ओका मउत क सजा नाहीं दीन्ह जाइ। अगर दुइ या तीन गवाह इ कहत हीं कि इ फुरइ अहइ तउ उ मनई क फाँसी पइ चढ़ाइ देइ चाही। 7 गवाह क पहिला पाथर उ मनई क मारि डावइ बरे लोकावइ चाही। तबहिं दूसर लोगन क ओकर मउत पूरी करइ बरे पाथरन क लोकावइ चाही। इ तरह तू पचन्क उ बुराई क आपन बीच स दूर करइ चाही।
जटिल मुकदमा
8 “कबहुँ अइसी समस्या आइ सकत ह कि जउन तोहरे अदालत बरे फइसला देइ मँ एतना कठिन होइ कि फइसला ही न देइ सकइँ। इ दूसर तरह खून-खराबा क मुकदमा, कउनो प्रकार क आकामण, कउनो दावा क पूरा होवइ सकत ह। जब इ मुकदमन पइ तोहरे सहरन मँ बहस होत ह तउ तोहार निआव क जज होइ सकत ह, फइसला न कइ सकइँ कि ठीक का अहइ? तब तू पचन्क उ खास ठउरे पइ जाइ चाही जेका यहोवा तोहार परमेस्सर क जरिये चुना ग होइ। 9 तू पचन्क लेवी परिवार समूह क याजकन अउ उ समइ क निआव क जज क लगे जाइ चाही। तउ मुकदमा क ओनका देइ चाही। अउर उ मुकदमन क फइसला प्रस्तुत करब्या। 10 यहोवा क खास ठउरे पइ उ पचे आपन फइसला तू पचन्क सुनइहीं। जउन भी उ पचे कहइँ ओका तू पचन्क करइ चाही। तू पचन्क ओनकर फइसला स्वीकारइ चाही अउर ओनकर निर्देर्स क ठीक ठीक मानइ चाही। 11 तोहका ओकर निर्देर्सन अउ फइसलन क सही-सही मानइ चाही। तू पचन्क ओनसे अलग कछू भी नाहीं करइ चाही जउन उ सबइ तू पचन्क करइ क कहत हीं।
12 “तू पचन्क यहोवा आपन परमेस्सर क सेवा क करइया उ समइ क याजक अउ निआव क निआधीसन क आग्या मानइ स इन्कार करइवाला क जउन अभिमान पूर्वक कार्य करइ, सजा देइ चाही। उ मनई क मरइ चाही। इही प्रकार तू इस्राएल स बुराई क हटाउब्या। 13 सबहिं लोग इ सजा क बारे मँ सुनिहीं अउर अहंकारी कार्य करइ बरे डेरइहीं।
राजा कइसे चुनइँ
14 “तू पचे उ प्रदेस मँ जाब्या जेका यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ। तू पचे उ देस पइ कब्जा करब्या अउर ओहमाँ रहब्या। तब तू पचे कहब्या, ‘हम लोग अपने ऊपर एक ठु राजा वइसेन ही रखब जइसेन हमरे चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन मँ अहइ।’ 15 जब अइसा होइ तब तू पचन्क इ पक्का निहचय होइ चाही कि तू पचे ओका ही राजा चुन्या ह जेका यहोवा तोहार परमेस्सर चुनत ह। तोहार राजा तू पचन्क आपन लोगन मँ स होइ चाही। तू पचन्क बिदेसियन क आपन राजा नाहीं बनावइ चाही। 16 राजा क बहोत जियादा घोड़न क अपने बरे नाहीं राखइ चाही अउर ओका लोगन क जियादा घोड़न क लियावइ बरे मिस्र नाहीं पठवइ चाही। काहेकि तू पचन्स यहोवा कहेस ह, ‘तू पचन्क उ राहे पइ कबहुँ नाहीं लउटब अहइ।’ 17 राजा क बहोत पत्नियन क भी नाहीं राखइ चाही। काहेकि इ काम ओका यहोवा स दूर हटाइ अउर राजा क सोना, चाँदी स आपन क मालामाल नाही बनावइ चाही।
18 “जब राजा हुकूमत सुरु करइ लागइ, तउ ओका एक किताबे मँ आपन बरे नेमन क नकल कइ लेइ चाही। ओका याजकन अउ लेवी बंसियन क समन्वा नकल कइ चाही 19 राजा क उ किताबे क आपन संग रखइ चाही। ओका उ किताबे क जिन्नगी भइ पढ़इ चाही। काहेकि तब राजा यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करब सीखी अउर उ नेम क हुकुमन क पूरा पालन करइ सीखी। 20 तब राजा इ न सोची कि उ आपन लोगन मँ कउनो स भी जियादा नीक बाटइ। उ नेम क खिलाफ न जाइ बल्कि ठीक तरह स मानी। तब उ राजा अउर ओकर संतानन इस्राएल क राज्ज पइ लम्बा समइ तलक हुकूमत करी।
याजकन अउ लेवी बंसियन क मदद
18 “लेवी परिवार समूह क याजकन क इस्राएल मँ कउनो भुइँया क हींसा नाहीं पाइ। उ पचे आपन जीवन यापन उ भेंट क खाइके करिहीं जउन आगी पइ पाकी अउ यहोवा क चढ़ाई जाइ। उ ओकरे मीरास क हींसा अहइ। 2 उ सबइ याजक लोग भुइँया क कउनो हींसा दूसर परिवार समूहन क तरह नाहीं पइहीं। लेवी बंसियन क हींसा मँ खुद यहोवा अहइ। यहोवा ऍकरे बरे ओनका बचन दिहे अहइ।
3 “जब तू पचे कउनो बर्धा, या भेड़ी बलि बरे मारा तउ तू पचन्क इ सबइ हिंस्सन दइ देइ चाही: कांधा, दुइनउ गाल अउर पेट। 4 तू पचन्क याजकन क आपन पहली फसल क अनाज, नई दाखरस अउर आपन नई फसल क तेल देइ चाही। तू पचन्क याजकन क अपनी भेड़ी क पहिला काटा ऊन देइ चाही। 5 काहेकि यहोवा तोहार परमेस्सर तोहरे सबहिं परिवारे समूहन स ओनका सदा यहोवा बरे खड़ा होइ अउर सेवा करइ बरे चुनेस ह।
6 “लेवी बंसी जउन समूचइ इस्राएल मँ तोहरे सहरन मँ स कउनो मँ रहत ह, कउनो समइ मँ आपन घर तजि सकत ह अउर यहोवा क खास ठउर पइ जाइ सकत ह। 7 तब इ लेवी बंसी यहोवा आपन परमेस्सर क नाउँ पइ सेवा कइ सकत ह। ओका परमेस्सर क खास ठउर मँ वइसेन ही सेवा करइ चाही जइसे ओकर भाई दूसर लेवी बंसी करत हीं। 8 उ लेवी बंसी, आपन अधिकार क मिलइवाला हींसा क अलावा दूसर लेवी बंसियन क संग बराबर क हींसादार होइ।
इस्राएलियन क दूसर रास्ट्रन क नकल नाहीं करइ चाही
9 “जब तू पचे उ भुइँया मँ घुसब्या, जउन यहोवा तोहार पचन्क परमेस्सर तू पचन्क दइ देत अहइ, तब उ रास्ट्रे क लोग जउन खउफनाक काम हुआँ करत होइँ ओनका जिन सीखा। 10 आपन बेटवन अउ बिटियन क बलि आपन वेदी पइ आगी मँ जिन द्या। कउनो जोतिसी स बात कइके या कउनो जादूगर, डाइन या बाजीगर क लगे जाइके इ जिन सीखा कि भविस्स मँ का होइ? 11 कउनो भी मनई क जादू-टोना चलावइ क कोसिस न करइ द्या अउर तू पचन मँ स कउनो मनई ओझा या भूतसिद्धक नाहीं बनी। अउर कउनो मनई कउनो अइसे मनई स बात करइ क कोसिस न करी जउन मर चुका होइ। 12 यहोवा तोहार परमेस्सर ओन लोगन स घिना करत ह जउन अइसा करत हीं। इहइ कारण अहइ कि उ तोहरे समन्वा इ लोगन्क देस तजि देइ क मजबूर करी। 13 तोहे सबन्क यहोवा तोहार परमेस्सर पइ पूरा निस्ठावान जरूर होइ चाही।
यहोवा क खास नबी
14 “तू पचन्क उ रास्ट्रन क लोगन्क बल क जरिये आपन देस स हटाइ देइ चाहीं। उ रास्ट्रन क लोग जोतिसियन अउर जादूगरन क बात मानत हीं। मुला यहोवा तोहार परमेस्सर तू पचन्क वइसा नाहीं करइ देइ। 15 यहोवा तोहार परमेस्सर तोहारे लगे आपन नबी पठई। इ नबी तोहरे आपन लोगन मँ स आइ। उ मोरी नाई होइ। तू पचन्क इ नबी क बात मानइ चाही। 16 यहोवा तोहरे लगे इ नबी क पठइ काहेकि तू पचे अइसा करइ क बरे ओहसे कहया ह। उ समइ जब तू पचे होरेब पहाड़े क चारिहुँ कइँती बटुरा रह्या, तू पचे यहोवा क अवाज अउ पहाड़े पइ खउफनाक आगी क लखिके डेरान रह्या। एह बरे तू पचे कहे रह्या, ‘हम पचे यहोवा आपन परमेस्सर क अवाज फुनि न सुनी। हम लोग उ खउफनाक आगी क फुनि न लखी। हम मरि जाब।’
17 “यहोवा मोसे कहेस, ‘उ पचे जउन चाहत हीं, उ ठीक बाटइ। 18 मइँ तोहरी नाई क एक ठु नबी ओनके बरे पठइ देब। इ नबी ओन लोगन मँ स कउनो एक होइ। मइँ ओकर मुख मँ आपन बात डालब। उ लोगन स उहइ कही जउन मोर हुकुम मानी। 19 इ नबी मोरे नाउँ पइ बोली अउर जब उ कछू कही तब अगर कउनो मनई मोरे हुकुमन क सुनइ स इन्कार करी, तउ मइँ खुद उ मनई क जिम्मेदार होब।’
लबार नबियन क कइसे पहिचाना जाइ?
20 “मुला कउनो नबी कछू अइसा कहि सकत ह जेका करइ क बरे मइँ ओसे नाहीं कहेउँ ह अउर उ लोगन स कहि सकत ह कि उ मोरे जगह पइ बोलत अहइ। अगर अइसा होत ह तउ उ नबी क मारि डावइ चाही या कउनो अइसा नबी होइ सकत ह जउन दूसर देवतन क नाउँ पइ बोलत ह। उ नबी क भी मारि डावइ चाही। 21 तू पचे सोच सकत ह, ‘हम कइसे पहिचान सकित ह कि नबी क कहब, यहोवा क नाहीं अहइ?’ 22 अगर कउनो नबी कहत ह कि उ यहोवा कइँती स कछू कहत बाटइ, मुला ओकर कहब फुर साबित नाहीं होत, तउ तू पचन्क पहिचान लेइ चाही कि यहोवा वइसा नाहीं कहेस। तू पचे समुझ जाब्या कि इ नबी अभिमान पूर्वक बात करत रहा। तू पचन्क ओसे डेराइ क जरुरत नाहीं।
बिनासे क भविस्सबाणी
(मत्ती 24:1-25; लूका 21:5-24)
13 जब उ मन्दिर स जात रहा, ओकर एक ठु चेला ओसे कहेस, “गुरु, लखा इ सबइ पाथर अउर इमारतन केतॅना अजूबा अहइँ।”
2 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू इन भारी इमारत क देखत बाट्या? हिआँ एक पाथर प दूसर पाथर टिकाइ कइ रखा बाटइ। एक एक ठु पाथर ढकेल दीन्ह जाई।”
3 जबहिं उ मन्दिर क समन्वा जैतून क पर्वत प बइठा रहा तउ पतरस, याकूब, यूहन्ना अउर अन्द्रियास अकेल्ले मँ पूछेन, 4 “हमका बतावा, इ सब कछू कब घटी? जब इ सब कछू पूरा होइ जाई तउ कउन निसान देखॉइ देइहीं?”
5 ऍह पइ ईसू कहइ लाग, “होसियार! कउनो तोहका न छली। 6 मोरे नाउँ स बहोत लोग अइहीं अउर इ दावा करिहीं, ‘मइँ उहइ हउँ।’ उ पचे बहोतन क छलिहीं। 7 जब तू जुद्ध अउर जुद्धन क अफवाह क बारे मँ सुन्या तउ घबराया जिन अइसा तो होइ मुला अबहिं अंत नाहीं बाटइ। 8 एक रास्ट्र दूसर रास्ट्र क खिलाफ अउर एक ठु राज्य दूसर राज्य क खिलाफ खड़ा होइहीं। बहोतन स ठउरन प भूइँडोल अइहीं अउर अकाल पड़ी। ई उ पीरा क सुरुआत होइ।
9 “आपन बारे मँ होसियार रहा। उ पचे तोहका अदालत मँ पेस करिहीं अउर फिन तोहका आराधनालयन मँ पीटा जाई अउर मोरे कारण तोहका सासक राजा लोगन क समन्वा खड़ा होइ क होई जइसे ओनका प्रमाण मिलि जाइ। 10 लेकिन इ जरूरी अहइ कि पहिले स हि सबन्क क सुसमाचार सुनाइ दीन्ह जाइ। 11 जब कबहुँ तोहका पकरि के तोहरे प मुकदमा चलइहीं तउ पहिले स इ फिकिर जिन कर्या कि तोहका का कहइ क अहइ। उ समइ प जउन कछू तोहका बतावा जाइ, उहइ बोल्या काहेकि इ सबइ तू पचे नाहीं जउन तू बोलत ह, मुला बोलइवाला पवित्तर आतिमा अहइ।
12 “भाई, भाई क धोखा दइके पकड़ावावत मरवाइ देइ। बाप, बेटवा क धोखा दइ के पकड़वाई अउर बाल-बच्चे आपन महतारी अउर बाप के खिलाफत मँ खड़ा होइके मरवइहीं। 13 मोरे कारण सब जने तोसे घिना करिहीं मुला जउन अंत समइ तलक धीरज धरी, ओकर उद्धार होई।
14 “जब तू पचे ‘घृनित खउफनाक अउर बिनास करइवाली चीजन्क,’ जहाँ उ सबन क न होइ चाही, हुवाँ खड़ा देख्या।” (पढ़वइया खुद समझि लेई कि ऍकर का अरथ अहइ।) “तब जउन लोग यहूदिया मँ होइहीं, ओनका पर्वत प पराय जाइ चाही। 15 अउर जउन लोग आपन घरवा क छतवा प होइहीं, उ पचे घरवा मँ घुसुरि क कछू भी लइ आवइ क तरखाले न उतरइ। 16 अउर जउन बाहेर मैदान मँ होई, उ पचे पाछे घूमि के आपन ओढ़ना तलक न लेई।”
17 उ स्त्रियन बरे जेकर पैर भारी होइ अउर जेकर दूध पिअइया बचवन गोदी मँ होइहीं, उ दिनन बहोतई खउफनाक होइहीं। 18 पराथना करा कि इ सब कछू सर्दी क रितु मँ न होइ। 19 उ दिनन अइसी बिपत आई जइसी आजु तक नाहीं इ जबहिं ते परमेस्सर इ संसार क रचि दिहन ह, आजु तक नाहीं आइ अउ कबहुँ अगवा न आई। 20 अउर जदि परमेस्सर उ दिनन क कमती कइ न दिहेस होत तउ कउनो न बच पावत। मुला उ खात रूप स चुना गवा मनइयन क कारण जेनका उ चुनेस, उ उ समइ क कब कम दिहस ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.