Old/New Testament
सिमसोन अज्जा नगर क जात ह
16 एक दिन सिमसोन अज्जा नगर क गवा। उ हुवाँ एक ठु रण्डी क लखेस। उ ओकरे संग रात बितावइ बरे भीतर गवा। 2 कउनो अज्जा क लोगन स कहेस, “सिमसोन हिआँ आवा ह।” उ पचे ओका जान स मार डावा चाहत रहेन। एह बरे उ पचे नगर क घेर लिहन। उ पचे छुपा रहेन अउर उ पचे नगर दुआर क लगे छुप गएन अउर सारी रात सिमसोन क प्रतीच्छा किहन। उ पचे पूरी रात एकदम चुप रहेन। उ पचे आपुस मँ कहेन, “जब भिंसार होइ, हम लोग सिमसोन क मार डाउब।”
3 किन्तु सिमसोन रण्डी क संग आधी राति तलक ही रहा। सिमसोन आधी राति मँ उठा अउर नगर क फाटक क केंवाड़न क धइ लिहस अउर उ ओनका खींचिके देवार स अलग कइ दिहस। सिमसोन केंवाड़न, दुइ खड़ी चउखटन अउर अबेड़न क जउन केंवाड़ क बन्द करत रहिन, धइके अलग उखाड़ी लिहस। तब सिमसोन ओनका काँधन पइ लिहस अउर उ पहाड़ी क चोटी पइ लइ गवा जउन हेब्रोन नगर क निचके बाटइ।
सिमसोन अउ दलीला
4 एकरे बाद सिमसोन दलीला नाउँ क मेहरारू स पिरेम करइ लाग। उ सोरेक घाटी क रही।
5 पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे गएन। उ पचे कहेन, “हम जानइ चाहित ह कि सिमसोन ओतना जियादा ताकतवर कइसे अहइ? ओका फुसलावा अउर आपन गुप्त बात बताइ देइ। तब हम लोग जान जाब कि ओका कइसे बाँधी। अउर ओह पइ कइसे नियंत्रण कइ सकित ह। जदि तू अइसा कर बिउ तउ हम मँ स हर एक तोहका एक हजार एक सौ सेकेल देइ।”
6 एह बरे दलीला सिमसोन स कहेस, “मोका बतावा कि तू एतना जियादा ताकतवर काहे अहा? तू पचन मँ स कउनो कइसे बाँध सकत ह अउर तू पचन क कइसे असहाय कइ सकत ह?”
7 सिमसोन जवाब दिहस, “कउनो मनई मोका सात नवी धनुस क ओन डोरियन स बाँध सकत ह जेका अब तलक उपयोग नाहीं कीन्ह ग अहइ अउर जउन कबहुँ झुरान न होइ। जदि कउनो अइसा करी तउ मइँ दूसर कउनो मनइयन क तरह दुर्बल होइजाब।”
8 तब पलिस्ती क सासक लोग सात ठु नवी धनुस क डोरियन दलीला बरे लाएन। उ सबइ डोरियन अब तलक झुरान नाही रहिन। उ सिमसोन क ओहसे बाँधेस। 9 कछू मनई दूसर कमरन मँ छुपा रहने। दलीला सिमसोन स कहेस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु सिमसोन धनुस डोरियन क आसानी स तोड़ दिहस। उ सबइ वइसे ही टूट गइन जइसे कउनो धागा आगी क काफी निकट आवइ क पाछे टूट जात ह। इ तरह पलिस्ती लोग सिमसोन क ताकत क राज पता नाहीं लगाइ सकेन।
10 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू मोहसे लबार बोल्या ह। मेहरबानी कइके मोका फुर-फुर बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।”
11 सिमसोन कहेस, “कउनो मनई मोका ओन नवी लसुरियन स बाँध सकत ह जेका पहिले उपयोग नाहीं कीन्ह गवा ह। जादि कउनो अइसा करी तउ मइँ एतना कमजोर हो जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
12 एह बरे दलीला कछू नवी लसुरियन लिहस अउर सिमसोन क बाँध दिहस। कछू मनई अगले कमरे मँ छुपा रहेन। तब दलीला ओका आवाज़ दिहेस, “सिमसोन, पलिस्ती लोग तोहका धरइ आवत अहइँ।” किन्तु उ लसुरियन क आसानी स तोड़ि दिहस। उ ओनका धागा क तरह तोड़ डाएस।
13 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका फुन बेवकूफ बनाया ह! तू मोस्से झूठ बोल्या ह। अब तू मोका बतावा कि तोहका कउनो कइसे बाँध सकत ह।”
उ कहेस, “जदि तू उ करघा क उपयोग करा, अउर मोरे मूँड़े क बारन स सात चूटी बना लेइ अउर एका एक काँटा स कस देइ तउ मइँ एँतना कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
तब सिमसोन सोबइ चला गवा। एह बरे दलीला करघा क उपयोग ओकरे मूँड़े क बारन क सात चूटी बनावइ बरे किहा।
14 तब दलीला जमीन मँ खेमा क खूँटी गाड़िके, करघा क ओहसे बाँध दिहस। फुन उ सिमसोन क अवाज दिहस, “सिमसोन, पलिस्ती क लोग तोहका धरइ जात अहइँ।” सिमसोन नींद स उठिके तम्बू क खूँटी, करघा अउर ढरकी क उखाड़ दिहस।
15 तब दलीला सिमसोन स कहेस, “तू मोका कइसे कह सकत ह, ‘मइँ तोहसे पिरेम करत हउँ,’ जबकि तू मोह पइ बिस्सास तलक नाहीं करत्या। तू आपन राज बतावइ स इन्कार करत अहा। इ तिसरी दाई तू मोका बेवकूफ बनाया ह। तू आपन भीसण सक्ती क राज मोका नाहीं बताया ह।” 16 उ सिमसोन क दिन पइ दिन हर समइ डाँट-डपट करत रहत रहेन। उ ओका ऍतना परेसान किहेस कि उ ओहस तंग आइ गवा अउर मरि जावा चहेस। 17 एह बरे उ दलीला क सब कछू बताइ दिहस। उ कहेस, “मइँ आपन बार कबहुँ नाहीं कटवाए अहउँ। मइँ जनम क पहिले बिसेस रूप स परमेस्सर क समर्पित रहेउँ। जदि कउनो मोरे बारन क कतर देइ तउ मोरे सकाती चली जाइ। मइँ वइसा ही कमजोर होइ जाब, जेतना कउनो दूसर मनई होत ह।”
18 दलीला लखेस कि सिमसोन आपन हिरदइ क सारी गुप्त बात कहि दिहेस ह। उ पलिस्ती क लोगन क सासकन क लगे दूत पठएस। उ कहेस, “फुन वापस लउटा। सिमसोन मोका सब कछू कहि दिहेस ह।” एह बरे पलिस्ती लोगन क सासक दलीला क लगे लउटेन। उ सबइ उ धन संग लिआएन जउन उ पचे ओका देइ क प्रतिग्या किहे रहेन।
19 दलीला सिमसोन क उ समइ सोइ जाइ दिहस, जब उ ओकरी गोद मँ मूँड़ि धइके ओलरा रहा। तब उ एक मनई क भीतर बोलाएस अउर सिमसोन क बारन क सात लटन क कतरवाइ दिहस। इ तरह उ ओका ताकतरहित बनाई दिहस। सिमसोन क सक्ती ओका तजि दिहस। 20 तब दलीला ओका अवाज दिहस, “सिमसोन पलिस्ती क लोग तोहका धरइ आत अहइँ।” उ जाग पड़ा अउर सोचेस, “मइँ पहिले क तरह पराइ निकरब अउर आपन क अजाद राखब।” किन्तु सिमसोन क इ नाहीं मालूम रहा कि यहोवा ओका तजि दिहस ह।
21 पलिस्ती क लोग सिमसोन क धइ लिहन। उ पचे ओकर अँखिन निकरवाइ लिहन अउर ओका अज्जा नगर क लइ गएन। तब ओका पराइ स धरइ बरे ओकरे पैरन मँ उ पचे बेड़ियन डाइ दिहन। उ पचे ओका जेल मँ धाँध दिहन अउर ओहसे चक्की चलवाएन। 22 किन्तु सिमसोन क बार फुन बढ़ब सुरू किहन।
23 पलिस्ती लोगन क सासक उत्सव मनावइ बरे एक ठउरे पइ बटुरेन। उ पचे आपन देवता दागोन क एक ठु बड़की बलि चढ़ावइ जात रहेन। उ पचे कहेन, “हम लोगन क देवता हमार दुस्मन सिमसोन क हरावइ मँ मदद किहेन ह।” 24 जब पलिस्ती लोग सिमसोन क लखेन तब उ पचे अपने देवता क बड़कई किहन। उ पचे कहेन,
“इ मनई हमरे लोगन क बर्बाद किहस।
इ मनई हमरे अनेक लोगन क मारेस।
किन्तु हमार देवता हमरे दुस्मन क धरवावइ मँ
हमार मदद किहस।”
25 लोग उत्सव मँ खुसी मनावत रहेन। एह बरे उ पचे कहेन, “सिमसोन क बाहेर लिआवा। हम ओकर मजाक उड़ावइ चाहित ह।” एह बरे उ पचे सिमसोन क जेल स बाहेर लइ आएन अउर ओकर मजाक उड़ाएन। उ पचे सिमसोन क दागोन देवता क मन्दिर क खम्भन क बीच मँ खड़ा किहन। 26 एक ठु जवान नउकर सिमसोन क हाथ धरे भए रहा। सिमसोन ओनसे कहेस, “मोका हुवाँ राखा जहाँ मइँ ओन खम्भन क छुइ सकउँ, जउन इ मन्दिर क ऊपर रोके भए राखेस अहइ। मइँ ओनकर सहारा लेइ चाहत हउँ।”
27 मन्दिर मँ मेहररूअन-मनसेधुअन क बड़ा भीड़ रही। पलिस्ती लोगन क सबहिं सासक भी हुआँ रहेन। हुवाँ लगभग 3,000 मेहरारू-मनसेधु मन्दिर क छत पइ रहेन। उ सबइ हँसत रहेन अउर सिमसोन क मजाक उड़ावत रहेन। 28 तब सिमसोन यहोवा स पराथना किहेस। उ कहेस, “सर्वसक्तिमान यहोवा, मोका याद रखा। परमेस्सर मोका कृपा कइके सिरिफ एक दाई अउर सक्ति द्या। मोका सिरिफ इ काम करइ द्या कि पलिस्तीयन स आपन आँखिन निकारइ क बदला चुकाइ सकउँ।” 29 तब सिमसोन मन्दिर क केन्द्र क दुइनउँ खम्भन क धरेस। इ दुइनउँ खम्भा पूरे मन्दिर क टेकाए भए रहेन। उ दुइनउँ खम्भन क बीच मँ अपने क जमाएस। एक ठु खम्भा ओकर दाहिन कइँती अउ दूसर ओकर बाईर् कइँती रहा। 30 सिमसोन कहेस, “एन पलिस्तीयन स संग मोका मरइ द्या।” तब उ आपन पूरी सक्ती स खम्भन क ठेलेस अउर मन्दिर सासकन पइ अउ दुसर लोगन जउन हुआँ जमा भवा रहेन पइ भहराइ पड़ा। इ तरह सिमसोन आपन जिन्नगी भर क समइ मँ जेतने पलिस्ती लोगन क मारेस, ओहसे कहूँ जियादा लोगन क तब मारेस जब उ मरा।
31 सिमसोन क भाइयन अउर ओकरे बाप क परिवार हुआँ गएन अउर ओकरे ल्हास क लेइ गएन। उ पचे ओका वापिस लिआएन अउर ओका ओकर बाप मानोह क कब्र मँ दफनाएस। इ कब्र सोरा अउर एस्ताओल नगरन क बीच अहइ। सिमसोन इस्राएल क लोगन क निआवाधीस बीस बरिस तलक रहा।
मीका क मूरतियन
17 मीका नाउँ क एक मनई रहा जउन एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ रहत रहा। 2 मीका आपन महतारी स कहेस, “का तोहका चाँदी क गियारह सौ सिक्कन याद अहइ जउन तोहसे चोराइ लीन्ह ग रहेन। मइँ तोहका ओकरे बारे मँ सराप देत सुनेउँ। उ चाँदी मोरे लगे अहइ। मइँ ओका लिहेउँ ह।”
ओकर महतारी कहेस, “मोर पूत, तोहका यहोवा आसीर्बाद देइ।”
3 मीका आपन महतारी क गियारह सौ सिक्के वापस दिहेस। तब उ कहेस, “मइँ इ सबइ सिक्कन यहोवा क एक खास भेंट क रूप मँ देब। मइँ इ चाँदी आपन पूत क देब अउर उ एक ठु मूरति बनाई अउर ओका चाँदी स ढाँपि देइहीं। एह बरे पूत, अब इ चाँदी मइँ तोहका लउटावत हउँ।”
4 मुला मीका उ चाँदी आपन महतारी क लउटाइ दिहस। एह बरे उ दुइ सौ सेकेल चाँदी लिहेस अउ एक ठु सुनार क दइ दिहस। सुनार चाँदी क उपयोग चाँदी स ढाँपी एक ठु मूरति बनावइ मँ किहस। मूरति मीका क घरे मँ धरी गइ। 5 मीका क एक ठु मन्दिर मूरतियन क पूजा करइ बरे रहा। उ एक एपोद अउर कछू घरेलू मूरतियन बनाएस अउर ओनका हुआँ रखेस तब मीका आपन पूतन मँ स एक क आपन याजक चुनेस। 6 (उ समइ इस्राएल क लोगन क कउनो राजा नाहीं रहा। एह बरे हर एक मनई उ करत रहा जउन ओका नीक जँचत रहा।)
7 एक ठु लेवीवंसी नउजवान रहा। उ यहूदा भुइँया मँ बेतलेहेम नगर क निवासी रहा। उ यहूदा क परिवार समूह मँ रहत रहा। 8 उ नउजवान यहूदा मँ बेतलेहेम क तजि दिहस। उ रहइ बरे दूसर ठउर हेरत रहा। जब उ जात्रा करत रहा, उ मीका क घरे एप्रैम क पहाड़ी पहँटा मँ आवा 9 मीका ओहसे पूछेस, “तू कहाँ स आवा अहा?”
नउजवान जवाब दिहेस, “मइँ उ बेतलेहम नगर क लेवी बंसी अहउँ जउन यहूदा मँ अहइ। मइँ रहइ खातिर एक ठु ठउर हेरत हउँ।”
10 तब मीका ओहसे कहेस, “मोरे संग रहा। मोर बाप अउर मोर याजक बना। मइँ हर साल तोहका दस ठु चाँदी क सिक्कन देब। मइँ तोहका ओढ़ना अउ खइया क देब।”
लेवी बंसी नउजवान मीका क संग रहइ क तइयार होइ गवा। 11 नउजवान मीका क पूतन क जइसा होइ गवा। 12 मीका नउजवान क आपन याजक नियुक्त किहा। इ तरह नउजवान याजक बन गवा अउर मीका क घरे मँ रहइ लाग। 13 मीका कहेस, “अब मइँ जानत अहउँ कि यहोवा मोरे बरे नीक होइ। मइँ इ एह बरे जानत हउँ कि मइँ लेवी बंसी क परिवारे क एक ठु मनई क याजन क रूप मँ रखेउँ ह।”
दान लैस नगर पइ कब्जा करत ह
18 उ समइ इस्राएल मँ कउनो राजा नाही रहा। उ दिन दान क परिवार समूह, आपन रहइ बरे, भुइँया क खोज मँ रहा। इस्राएल क दूसर परिवार समूह पहिले ही आपन भुइँया पाइ लिहे रहेन। किन्तु दान क परिवार समूह अबहिं तलक आपन भुइँया नाहीं लिया सका रहा।
2 एह बरे दान क परिवार समूह पाँच ठु फउजियन क कछू भुइँया हेरइ बरे पठएस। उ पचे रहइ बरे नीक ठउर हेरइ गएन। इ पचे पाँचहुँ सिपाही जोरा अउ एस्ताओल नगरन क रहेन। उ पचे एह बरे चुना ग रहेन कि उ पचे दान क परिवार समूहन मँ स रहेन। उ पचन्क आदेस दीन्ह ग रहा, “जा अउर कउनो भुइँया क खोज करा।”
पाँचहुँ मनइयन एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ आएन। उ पचे मीका क घरे आएन अउर हुँवई रात बिताएन। 3 जब पाँचहुँ मनई मीका क घरे क निअरे आएन तउ उ पचे लेवी बंस क परिवार समूह क नउजवान क अवाज सुनेन। उ पचे ओकर अवाज पहिचानेन, एह बरे उ पचे मीका क घर पइ रूकेन। उ पचे लेवी बंसी नउजवान स पूछेन, “तोहका इ ठउरे पइ कउन लावा ह? तू हिआँ का करत अहा? तोहार हिआँ का काम अहइ?”
4 उ ओनसे उहइ कहेस जउन मीका ओकर संग किहे रहा, “मीका मोका किराए पइ राखेस ह। मइँ ओकर याजक हउँ।”
5 उ पचे ओहसे कहेन, “कृपा कइके परमेस्सर स हम लोगन बरे कछू माँगा हम लोग कछू जानइ चाहित ह। का हमरे रहइ बरे भुइँया क खोज सफल होइ?”
6 याजक पाँचहुँ मनइयन स कहेस, “सान्ति स जा। यहोवा तोहार मारग-दरशन करी।”
7 एह बरे पाँचहुँ मनई हुवाँ स चलेन। उ पचे लैस नगर क आएन। उ पचे लखेन कि उ नगर क लोग सुरच्छित रहत ही। ओन पइ सीदोन क हुकूमत रही। उ पचे सान्ति अउ सुरच्छा क संग रहत रहेन। लोगन क लगे हर एक चीज बहोत जियादा रही अउर ओन पइ प्रहार करइवाला आसपास कउनो दुस्मन नाहीं रहा अउर उ पचे सीदोन नगर क लोगन स बहोत जियादा दूर रहत रहेन। ओनकर कउनो दूसर स कउनो मतलब नाहीं रहेन।
8 पाँचहुँ मनइयन सोरा अउ एस्ताकोल नगर क वापस लउटेन। ओनकर सम्बन्धियन पूछेन, “तू का पता लगाया ह?”
9 पाँचहुँ मनइयन जवाब दिहेन, “हम पचे भुइँया लखा ह अउर उ बहोतइ नीक बाटइ। हमका ओन पइ हमला करइ चाही। प्रतीच्छा जिन करा। हम चली अउ उ भुइँया क लइ लेइ। 10 जब तू पचे उ भुइँया मँ चलब्या तउ लखब्या कि हुवाँ पइ बहोत जियादा भुइँया अहइ। हुवाँ सब कछू बहोत जियादा अहइ। तू पचे इ भी पउब्या कि हुवाँ क लोगन क हमला क आसंका नाहीं अहइ। निहचइ ही परमेस्सर उ भुइँया हमका दिहस ह।”
11 एह बरे दान क परिवार समूह क छ: सौ मनइयन सोरा अउ एस्ताओल क नगरन क तजेन। उ पचे जुद्ध बरे तइयार रहेन। 12 लैस नगर क जात्रा करत समइ उ पचे यहूदा भुइँया मँ किर्य्यत्यारीम नगर मँ रूकेन। उ पचे हुवाँ डेरा डाएन। इहइ कारण अहइ कि किर्य्यत्यारीम क पच्छिम क स्थान आजु तलक महनेदाम कहा जात ह। 13 तब उ छ: सौ मनइयन हुआँ स एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस क जात्रा किहन। उ पचे मीका क घर आएन।
14 तब ओन पाँचहुँ मनइयन जउन लैस क चारिहुँ कइँती क भुइँया क खोज किहे रहेन, आपन भाइयन स कहेन, “का तोहका मालूम अहइ कि एन घरन मँ स एक मँ एपोद, दूसर घरेलू देवता, एक खुदाईवाली मूरति एक ठु ढाली गइ मूरति अहइ? अब तू पचे जानत अहा कि तोहका का करइ क अहइ, जा अउर ओनका लइ आवा।” 15 एह बरे उ पचे मीका क घर रूकेन जहाँ लेवी बंसी नउजवान रहत रहा। उ पचे नउजवान स पूछेन कि उ कइसा रहा। 16 दान क परिवार समूह क छ: सौ लोग फाटक क दुआरे पइ खड़ा रहेन। ओनके लगे सबहिं तरह क हथियार रहेन तथा उ सबइ जुद्ध क बरे तइयार रहेन। 17-18 पाँचहुँ गुप्तचर घरे मँ गएन। उ पचे खुदाई वाली मूरति, एपोद, घरेलू मूरतियन अउ ढाली भइ मूरति क लिहन। जब उ पचे अइसा करत रहेन तब लेवी बंसी याजक अउर जुद्ध बरे तइयार छ: सौ स्त्रधारी फउजी फाटक क दुआर पइ खड़े रहेन। लेवी बंसी याजक ओनसे पूछेस, “तू का करत अहा?”
19 पाँचहुँ मनइयन कहेन, “चुप रहा, एक सब्द भी न बोला। हम लोगन क संग चला। हमार बाप अउर याजक बना। तोहका खुद चुनइ चाही कि तू केका जियादा नीक समुझत अहा? का इ तोहरे बरे जियादा नीक अहइ कि तू एक ठु मनई क याजक रहा? या ओहसे कहूँ जियादा इ अहइ कि तू इस्राएल क लोगन एक पूरा परिवार समूह क याजक बना?”
20 एहसे लेवी बंसी खुस भवा। एह बरे उ एपोद, घरेलू मूरतियन अउ खुदाईवाली मूरति क लिहस। उ दान क परिवार समूह क ओन लोगन क संग गवा।
21 तब दान परिवार समूह क छ: सौ मनई लेवी बंसी क संग मुड़ेन अउर उ पचे मीका क घरे क तजेन। उ पचे आपन नान्ह गदेलन, जनावरन अउ आपन सबहिं चीजन अपने समन्वा धरेस।
22 दान क परिवार समूह क लोग उ ठउरे स बहोत दूर गएन जब मीका क निअरे रहइवाले लोग एकत्र भएन। तब उ पचे दान क लोगन क पाछा किहन अउर ओनका जाइके धरेन। 23 मीका क लोग दान क लोगन पइ बरस पड़ेत रहेन। दान क लोग मुड़ेन। उ पचे मीका स कहेन, “तोहार समस्या का अहइ? तू मनईयन क लड़ाइ करइ बरे काहे बोलाएस?”
24 मीका जवाब दिहस, “दान क तू लोग, तू पचे मोर मूरतियन लिहा ह। मइँ ओन मूरतियन क अपने बरे बनाएउँ ह। तू पचे हमरे याजक क भी लइ लिहा ह। तू पचे तज्या का अहा? तू पचे मोका कइसे पूछ सकत ह, ‘समस्या का अहइ।’”
25 दान क परिवार समूह क लोग जवाब दिहन, “नीक होत, तू हम से बहस जिन करत्या, हम पचन मँ स कछू मनई गरम स्वभाव क बाटेन। जदि तू हम पइ चिचियात्या तउ उ पचे गरम स्वभाववाले लोग तोह पइ प्रहार कइ सकत हीं। तू अउर तोहार परिवार मार डावा जाइ सकत ह।”
26 तब दान क लोग मुड़ेन अउ आपन राहे पइ अगवा बढ़ गएन। मीका जानत रहा कि उ सबइ लोग ओकरे बरे बहोत जियादा सक्तीसाली अहइँ। एह बरे उ घर लउटि गवा।
27 इ तरह दान क लोग उ सबइ मूरतियन लिहन जउन मीका बनाए रहा। उ पचे मीका क संग रहइवाले याजक क भी लिहन। तब उ पचे लैस पहोंचेन। उ पचे लैस क लोगन पइ हमला किहन जउन कि सान्ति क साथ रहे रहेन काहेकि लैस क लोगन क हमला क आसंका नाहीं रही। दान क लोग ओन लोगन क आपन तरवारन क घाट उतारेन। तब उ पचे नगर क बार डाएन। 28 लैस मँ रहइवाले लोगन क रच्छा करवइया कउनो नाहीं रहा। उ पचे सीदोन क नगर स ऍतना जियादा दूर रहेन कि ओन लोगन क स मदद नाहीं लइ सकत रहेन। अउ कउनो दूसर स कउनो मतलब नाहीं रखत रहेन। लैस नगर बेतहर होब प्रदेस क अधिकार मँ एक घाटी मँ रहा। दान लोग उ ठउरे पइ एक ठु नवा नगर बनाएन अउर उ नगर ओनकर निवास ठउर बना। 29 दान क लोग लैस नगर क नवा नाउँ धरेन। उ पचे उ नगर क नाउँ आपन पुरखन क पाछे दान धरेन। दान इस्राएल क पूतन मँ स एक पूत रहा। पुराने समइ मँ इ नगर क नाउँ लैस रहा।
30 दान क परिवार समूह क लोग दान नगर मँ मूरतियन क स्थापना किहन। उ पचे गेर्सोम क पूत योनातान क आपन याजक बनाएन। गेर्सोम मनस्सी क पूत रहा। योनातान अउर ओकर पूत दान क परिवार समूह क तब तलक याजक रहेन जब तलक इस्राएल क लोगन क बन्दी बनाइके बाबेल नाहीं लइ जावा गवा। 31 दान क लोग ओन मूरतियन क पूजा किहन जेनका मीका बनाए रहा। उ पचे उ पूरे समइ तलक ओन मूरतियन क पूजत रहेन जब तलक सीलो मँ परमेस्सर क घर रहा।
बिसवास क सक्ती
(मत्ती 8:5-13; यूहन्ना 4:43-54)
7 ईसू मनइयन क जउन सुनावा चाहत रहा, ओका कहि चुकइ क पाछे उ कफरनहूम चला गवा। 2 हुवाँ एक फऊजी नायक रहा जेकर नउकर ऍतना बेरमिया रहा कि मरइ के नगीचे रहा। उ नउकर ओकर बहोत पियारा रहा। 3 फऊजी नायक जब ईसू क बारे मँ सुनेस तउ उ कछू बुजुर्ग यहूदी नेतन क इ बिनती करइ क ओकरे लगे पठएस कि उ आइके ओकरे नउकर क प्राण बचाइ लेइ। 4 जब उ पचे ईसू क नगीचे पहुँच गएन तउ उ सबइ सच्चे मने स बिनती करत भए कहेन, “उ इ जोग्ग अहइ कि तू ओकरे बरे अइसा करा। 5 काहेकि उ हमरे मनइयन स पिरेम करत ह। उ हमरे बरे आराधनालय क बनवाएस ह।”
6 ऍह पर ईसू ओनके संग चल दिहेस। अबहिं जब उ घरे स जिआदा दूर नहीं रहा, उ फऊजी नायक ओकरे लगे आपन मीतन क इ कहइ बरे पठएस, “पर्भू आपन क कस्ट जिन द्या काहेकि मइँ ऍतना नीक मनई नाहीं कि तू मोरे घरवा आवा। 7 एह बरे मइँ तोहरे लगे आवइ तलक नाहीं सोचेउँ। मुला तू बस कहि भर द्या, मोर नउकर नीक होइ जाई। 8 मइँ खुद कउनो अधिकारी क मातहत काम करत हउँ अउर मोरे मातहत भी कछू सिपाही अहइँ। मइँ जब कउनो स कहत हउँ, ‘जा’ तउ उ चला जात ह। अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘आवा’ तउ उ आइ जात ह अउर जब मइँ आपन नउकर स कहत हउँ, ‘इ करा’ तउ उ ओका करत ह।”
9 ईसू जब इ सुनेस तउ ओका ओह प बहोत अचरज भवा। जउन भारी मनइयन क भीड़ ओकरे पाछे चली आवत रही, ओनके कइँती मुड़िके ईसू कहेस, “मइँ तोहका बतावत हउँ अइसा बिसवास मोका इस्राएल मँ भी कहूँ नाहीं मिला।”
10 फिन पठए भए उ पचे जब वापस घरे पहुँचेन तउ उ सबइ उ नउकरे क बेरामी स जरटुट पाएन।
मुर्दा क जिन्नगी देब
11 फिन अइसा भवा कि ईसू नाइन नाउँ क एक सहर चला गवा। ओकर चेलन अउर भारी आलम ओकरे संग रहा। 12 उ जइसे ही सहर दुआरे क नगिचे आवा तउ हुवाँ स एक मुर्दा क लइ जात रहेन। उ आपन विधवा महतारी क इकलौता बेटवा रहा। तउ सहर क अनगिनत मनइयन क भीड़ ओकरे संग रही। 13 जइसे पर्भू ओका निहारेस तउ ओकर हिरदय दया स भर गवा। उ उससे बोला, “जिन रोवा।” 14 फिन उ अगवा बढ़ा अउर उ ताबूत क छुइ लिहस उ पचे जउन ताबूते क लइ जात रहेन, हुवँइ ठहर गएन। ईसू कहेस, “नउ जवान! मइँ तोहसे कहत हउँ खड़ा ह्वा!” 15 तउ उ मुर्दा मनई बइठ गवा अउर बोलइ लाग। ईसू ओका ओकरी महतारी क वापस लौटाएस।
16 अउर फिन उ सबइ स्त्रद्धा अउर अचरज मँ पड़ि गएन। अउर इ कहत भएन परमेस्सर क महिमा बखनइ लागेन, “हमरे बीच एक महान नबी परगट भवा अहइ!” अउर कहइ लागेन, “परमेस्सर आपन मनइयन क मदद करइ बरे आइ ग अहइ।”
17 ईसू क समाचार यहूदिया अउर आस-पास क देसन मँ सब कहूँ कइँती फैलि गइ।
यूहन्ना क सवाल
(मत्ती 11:2-19)
18 इ सबइ बातन क बारे मँ यूहन्ना क मनवइयन ओका सब कछू बताइ दिहन। तउ यूहन्ना आपन दुइ चेलन क बोलाइ के 19 ओनका पर्भू स इ पूछइ बरे पठएस, “का तू उहइ अहा, जउन आवइवाला अहइ या हम पचे कउनो अउर क बाट जोही?”
20 फिन उ मनइयन ईसू क लगे पहुँचेन तउ उ पचे कहेन, “बपतिस्मा क देवइया यूहन्ना हमका तोहसे इ पूछइ पठएस ह: ‘का तू उहइ अहा जउन आवइवाला अहइ या हम सबइ कउनो अउर क बाट जोही।’”
21 उहइ समइ उ बहोत स बेरमिया क नीक किहेन अउर ओनका करुण दुख अउर दुस्ट आतिमन स छुटकारा दियाएस। अउर बहोत स आँधर न क आँखिन दिहेस। 22 फिन उ ओनका जवाब दिहस, “जा अउर यूहन्ना स जउन तू निहार्या ह अउर सुन्या ह, ओका बतावा कि आँधर फिन स लखत अहइँ, लँगड़ा लूला चलत फिरत अहइँ अउर कोढ़ी सुद्ध होइ ग अहइँ। बहिरन सुनि पावत हीं अउर मुरदा फिन जिआवा जात अहइँ। गरीब मनइयन क सुसमाचार सुनाई जात अहइ। 23 उ मनई धन्य अहइ जेका मोरे क स्वीकार करइ मँ कउनो हिचक नाहीं।”
24 जब यूहन्ना क संदेस लइ आवइवालन चला गएन तउ ईसू भीड़े मँ मनइयन क यूहन्ना क बारे मँ बताउब सुरु किहेस: “तू पचे बियाबान जंगल मँ का लखइ गवा रह्या? का हवा मँ झूलत कउनो सरपत लखे गवा रइया? नाहीं? 25 फिन तू का लखइ गवा रह्या? का कउनो पुरुस क मँहगा ओढ़ना पहिरे क लखइ गवा रह्या? नाहीं, उ पचे जउन उत्तिम ओढ़ना पहिरत हीं अउर जउन भोग बिलास क जिन्नगी मँ जिअत हीं, उ सबइ तउ रजवाड़ा मँ पाइ जात हीं। 26 मुला बतावा तू का देखइ गवा रह्या? का कउनो नबी? हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ कि तू जेका लख्या ह, उ कउनो नबी स कहीं जिआदा बा। 27 इ उहइ अहइ जेकरे बारे मँ लिखा अहइ:
‘देखा! तोहसे पहिले मइँ आपन दूत पठवत अही,
उ तोहसे पहिले ही राह तइयार करी।’ (A)
28 मइँ तोहका बतावत हउँ कि कउनो स्त्रियन स पइदा भएन मँ यूहन्ना स महान कउनो नाहीं अहइ। मुला फिन भी परमेस्सर क राज्य क छोटा स छोटा मनई भी ओस बड़का बा।”
29 (तबहिं हर कउनो, हियाँ तलक कि चुंगी (टैक्स) उगहिया भी यूहन्ना क सुनिके ओकर बपतिस्मा लइके इ मान लिहेन कि परमेस्सर क रस्ता सच्चा अहइ। 30 मुला फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन ओकर बपतिस्मा न लइके ओनके बारे मँ परमेस्सर क इच्छा क टारि दिहन।)
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.