Old/New Testament
गृह जुद्ध
12 1-2 नबात क पूत यारोबाम तबउ मिस्र मँ रहा, जहाँ उ सुलैमान स भागके पहोंचा रहा। जब उ सुलैमान क मउत क खबर सुनेस तउ उ एप्रैम क पहाड़ियन मँ अपने जेरदा नगर मँ वापस लउट आवा। राजा सुलैमान मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा।
ओकर पाछे ओकर पूत रहूबियाम नवा राजा बना। 3 इस्राएल क सबहिं लोग सकेम गएन। उ पचे रहूबियाम का राजा बनावइ गएन। रहूबियाम भी राजा बनइ बरे सकेम गवा। लोग रहूबियाम स कहेन, 4 “तोहार बाप हम लोगन क बहोत कठोर मेहनत करइ बरे मजबूर किहस। अब तू एका हम लोगन बरे कछू सरल करा। उ कठिन काम क बन्द करा जेका करइ बरे तोहार बाप हम क मजबूर किहेस ह। तब हम तोहार सेवा करब।”
5 रहूबियाम जवाब दिहस, “तीन दिन मँ मोरे लगे वापस लउटिके आवा अउर मइँ जवाब देब।” एह बरे लोग चले गएन।
6 कछू अग्रज लोग रहेन जउन सुलैमान क जिअत रहत ओकरे निर्णय करइ मँ मदद करत रहेन। एह बरे राजा रहूबियाम एन मनइयन स पूछेस कि ओका का करइ चाही। उ कहेस, “आप लोग क सोचत हीं, मोका एन लोगन क जवाब देइ चाही?”
7 अग्रज लोग जवाब दिहन, “जदि आजु तू ओनके सेवक क तरह रहब्या अउर ओनका सेवा करब्या अउर जदि तू दयापूर्वक ओनसे बातन करब्या तब उ पचे तोहार सदा सेवा करिहीं।”
8 मुला रहूबियाम ओनकर इ सलाह नाहीं मानेस। उ ओन नउजवानन स सलाह लिहस जउन ओकर मीत रहेन। 9 रहूबियाम कहेस, “लोग इ कहत हीं, ‘हम क ओहसे सरल काम दया जउन तोहार बाप दिहे रहा।’ तू का सोचत ह, मोका लोगन क कइसे जवाब देइ चाही? मइँ ओनसे का कहउँ?”
10 राजा क जवान सलाहकारन ओन स कहेस, “उ सबइ लोग तोहरे लगे आएन अउर उ पचे कहेन, ‘तोहार बाप हम क कठिन मेहनत करइ बरे मजबूर किहस। अब हम लोगन क काम सरल करइँ।’ एह बरे तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘मोर नान्ह उँगरी मोरे बाप क पूरे तने स जियादा सक्तीसाली अहइ। 11 मोर बाप तोहका कठिन मेहनत करइ क मजबूर किहस। किन्तु मइँ ओहसे भी बहोत कठिन काम कराउब। मोर बाप तोहसे काम लेइ बरे कोड़न क उपयोग किहे रहा। मइँ तोहका बिच्छू[a] स पीटब।’”
12 रहूबियाम लोगन स कहे रहा, “तीन दिन मँ मोरे लगे वापस आवा।” एह बरे तीन दिन पाछे इस्राएल क सबहिं लोग रहूबियाम क लगे लउटेन। 13 उ समइ राजा रहूबियाम ओनसे कठोर सब्द कहेस। उ अग्रजन क सलाह न मानेस। 14 उ उहइ किहस जउन ओकर जवान सलाहकारन कइ क सलाह दिह्स। उ कहेस, “मोर बाप तोहका कठिन मेहनत करइ क मजबूर किहस। एह बरे मइँ तोहका अउर जियादा काम देब। मोर बाप तोहका कोड़ा स पीटेस। किन्तु मइँ तोहका बिच्छू स पीटब।” 15 एह बरे राजा उ नाहीं किहस जेका लोग चाहत रहेन। यहोवा अइसा होइ दिहस। यहोवा इ आपन उ प्रतिग्या क पूरा करइ बरे किहस जउन उ नाबात क पूत यारोबाम क संग किहे रहा। यहोवा अहिय्याह नबी क उपयोग इ प्रतिग्या करइ बरे किहे रहा। अहिय्याह सीलो क रहा।
16 इस्राएल क सबहिं लोग समुझ लिहन कि नवा राजा ओनकर बात अनसुनी कइ दिहस ह। एह बरे लोग राजा स कहेन,
“का हम दाऊद क परिवार क अंग अही? नाहीं।
का हम क यिसै क कउनो भुइँया मिला अहइ? नाहीं।
एह बरे इस्राएलियन हम अपने घर चलइँ।
दाऊद क पूत क अपने लोगन पइ हुकूमत करइ द्या।”
एह बरे इस्राएल क लोग अपने घरे वापस गएन। 17 मुला रहूबियाम फुन भी ओन इस्राएलियन पइ हुकूमत करइ जारी रखत रहा, जउन यहूदा क नगर मँ रहत रहेन।
18 अदोराम नाउँ क एक ठु मनई सब स्रमिकन क अधिकारी रहा। राजा रहूबियाम अदोराम क लोगन स बातचीत करइ बरे पठएस। किन्तु इस्राएल क लोग ओह पइ तब तलक पाथर बरसाएन जब तलक उ नाहीं मर गवा। तब राजा रहूबियाम अपने रथे तलक दउड़ा अउर यरूसलेम क पराइ निकरा। 19 इ तरह इस्राएल दाऊद क परिवार स विद्रोह कइ दिहस अउर उ पचे अबहुँ भी आजु तलक दाऊद क परिवार क खिलाफ अहइँ।
20 इस्राएल क सबहिं लोग सुनेन कि यारोबाम वापस लउट आवा ह। एह बरे उ पचे एक सभा मँ न्यौतेन अउर ओका पूरे इस्राएल क राजा बनाइ दिहन। सिरिफ यहूदा क परिवार समूह ही एक मात्र परिवार समूह रहा जउन दाऊद क परिवार क अनुसरण करत रहा।
21 रहूबियाम यरूसलेम क वापस गवा। उ यहूदा क परिवार समूह अउ बिन्यामीन क परिवार समूह क बटोरेस। इ एक लाख अस्सी हजार मनइयन क फउज रही। रहूबियाम इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध लड़इ चाहत रहा। उ अपने राज्ज क वापस लेइ चाहत रहा। 22 किन्तु यहोवा परमेस्सर क एक मनई स बातन किहस। ओकर नाउँ समायाह रहा। यहोवाह कहेस, 23 “यहूदा क राजा, सुलैमान क पूत, रहूबियाम अउ यहूदा अउ बिन्यामीन क सबहिं लोगन अउर बाकी सबहिं लोगन स बात करा। 24 ओनसे कहा, ‘यहोवा कहत ह कि तू पचन्क अपने भाइयन इस्राएल क लोगन क खिलाफ जुद्ध मँ नाहीं जाइ चाही। तू पचन्क घरे लउटि जाइ चाही। मइँ एन सबहिं घटनन क घटित होइ दिहेउँ ह।’” एह बरे रहूबियाम क सेना के मनइयन यहोवा क आदेस मानेन। उ पचे, सबहिं अपने घरे लउटि गएन।
25 सकेम, एप्रैम क पहाड़ी प्रदेस मँ एक नगर रहा। यारोबाम सकेम क एक सुदृढ़ नगर बनाएस अउर ओहमाँ रहइ लाग। एकरे पाछे उ पनूएल नगर क गवा अउर ओका भी सुदृढ़ किहस।
26-27 यारोबाम अपने मने मँ सोचेस, “राज्ज फिर स दाऊद क परिवार क लगे वापस जाइ सकत ह। जदि लोग यरूसलेम मँ यहोवा क मन्दिर मँ बलि चढ़ाइ बरे जात जारी रखेन तउ होइ सकत ह कि उ पचे इ चाही हीं दाऊद क परिवार ओन लोगन पइ सासन करा। होइ सकत ह कि लोग फुन यहूदा क राजा रहूबियाम क अनुसरण करब सुरु कइ देइहीं। तब उ पचे मोका मार डइहीं।” 28 एह बरे राजा अपने सलाहकारन स पूछेस कि ओका का करइ चाही? उ पचे ओका आपन सलाह दिहन। एह बरे यारोबाम दुइ ठु सुनहरे बछवन बनाएस। राजा यारोबाम लोगन स कहेस, “तोहका उपासना करइ बरे यरूसलेम जाइ बंद कइ देइ चाही। इस्राएलियन, इ सबइ देवता अहइँ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन।” 29 राजा यारोबाम एक ठु सुनहरा बछवा क बेतेल मँ रखेस। उ दूसर सुनहरे बछवा क दान मँ रखेस। 30 किन्तु इ बहोत संगीन पाप होइ गवा। इस्राएल क लोग बेतेल अउ दान नगरन क जात्रा बछवन क पूजा करइ बरे किहन।
31 यारोबाम ऊँच जगहन, पइ पूजा घर भी बनाएस। उ इस्राएल क अलग-अलग परिवार समूहन स याजक भी चुनेस। (उ सिरिफ लेवी परिवार समूह स याजक नाहीं चुनेस।) 32 अउर राजा यारोबाम एक ठु नवा पर्व सुरु किहस। इ पर्व यहूदा क “फसहपर्व” क तरह रहा। किन्तु इ पर्व अठएँ महीने क पन्द्रहवे दिन रहा। पहिले महीने क पन्द्रहवें दिन नाहीं। उ समइ राजा बेतेल नगर क वेदी पइ बलि भेंट करत रहा अउर उ बलि ओन बछवन क भेंट करत रहा जेनका उ बनवाए रहा। उ बेतेल मँ याजकन क भी ऊँची जगह पइ सेवा करइ बरे जेका उ बनवाए रहा चुनेस। 33 एह बरे राजा यारोबाम इस्राएलियन क खातिर पर्व बरे अपना ही समइ चुनेस। इ अठएँ महीने क पन्द्रहवाँ दिन रहा। ओन दिनन उ उ वेदी पइ बलि भेंट करत रहा अउर सुगन्धि बारत रहा जेका उ बेतेल नगर मँ बनाए रहा।
परमेस्सर बेतेल क खिलाफ घोसणा करत ह
13 यहोवा यहूदा क निवासी, परमेस्सर क एक मनई क बेतेल नगर मँ जाइ का आदेस दिहस। राजा यरोबाम उ समइ सुगन्धि भेंट करत भवा वेदी क लगे खड़ा रहा जउने समइ परमेस्सर क मनई हुवाँ पहोंचा। 2 यहोवा उ समइ परमेस्सर क मनई क आदेस दिहस कि तू वेदी क खिलाफ बोल्या। उ कहेस,
“वेदी, यहोवा तोहसे कहत ह: ‘दाऊद क परिवार मँ एक पूत योसिय्याह नाउँ क पइदा होइ। इ सबइ याजक अब ऊँच जगहन पइ पूजा करत अहइँ। किन्तु वेदी, योसिय्याह ओन याजकन क तोह पइ रखी अउर उ ओनका मार डाइ। अब उ सबइ याजक तोह पइ सुगन्धि बारत हीं। किन्तु योसिय्याह तोह पइ नर-अस्यियन क बारी। तब तोहार उपयोग दुबारा नाहीं होइ सकी।’”
3 परमेस्सर क मनई लोगन क नबुवत वाली प्रमाण दिहस कि इ सब घटित होइ। उ कहेस, “यहोवा जेकरे बारे मँ मोहसे कहेस ह ओकर प्रमाण इ अहइ। यहोवा कहेस, ‘इ वेदी टूकन टूकन मँ टूट जाइ अउर एकर राख जमीन पइ गिर पड़ी।’”
4 राजा यारोबाम परमेस्सर क मनई स बेतेल मँ वेदी क बरे दीन्ह सँदेसा सुनेस। उ वेदी स हाथ हींच लिहेस अउर मनई कइँती सकत किहस। उ कहेस, “इ मनई क बन्दी बनाइ ल्या।” मुला राजा जब इ कहेस तउ ओकरे हाथे क लगवा मार गवा। उ ओका हलाइ नाहीं सका। 5 वेदी क टूका-टूका होइ गएन। ओकर सारी राख भुइँया पइ गिर पड़ी। इ प्रमाण रहा जउन कि परमेस्सर क मनई लोगन क दिहस। इ साबित किहस कि इ वचन परमेस्सर क तरफ स रहा। 6 तब राजा यारोबाम परमेस्सर क मनई स कहेस, “मेहरबानी कइके यहोवा अपने परमेस्सर स मोरे बरे पराथना करइँ। यहोवा स याचना करइँ कि इ मोर भुजा स्वस्थ कइ देइँ।”
एह बरे “परमेस्सर क मनई” यहोवा क पराथना किहेस अउर राजा क भुजा स्वस्थ होइ गइ। इ वइसे ही होइ गइ जइसे पहिले रही। 7 तब राजा परमेस्सर क मनई स कहेस, “मेहरबानी कइके मोरे संग घरे चलइँ। आवइँ अउर मोरे संग भोजन करइँ मइँ आप क एक ठु भेंट देब।”
8 किन्तु परमेस्सर क मनई राजा स कहेस, “मइँ आप क संग घरे नाहीं जाब। जदि आप मोका अपना आधा राज्ज भी देइँ तउ भी मइँ नाहीं जाब। मइँ इ ठउरे पइ न कछू खाब, न ही कछू पिअब। 9 यहोवा आदेस दिहस ह कि मइँ न कछू खाउँ अउर न ही पिउँ अउर न ही उ मारग स जात्रा करउँ जेकर उपयोग मइँ हिआँ आवत समइ किहेस।” 10 एह बरे ओहसे अलग सड़क स जात्रा किहस। उ उहइ सड़क क उपयोग नाहीं किहस जेकर उपयोग उ बेतेल क आवत समइ किहे रहा।
11 बेतेल नगर मँ एक ठु ब़ुढवा नबी रहत रहा। ओकर पूत आएन अउर उ पचे ओका बताएन कि परमेस्सर क मनई बेतेल मँ का किहस। उ पचे अपने बाप स उ भी किहेन कि जउन परमेस्सर क मनई राजा यारोबाम स कहे रहा। 12 बुढ़वा नबी कहेस, “जब उ चला तउ कउने सड़क स गवा?” एह बरे पूतन अपने बाप क उ सड़क देखाएन जेहसे यहूदा स आवइवाला परमेस्सर क मनई गवा रहा। 13 बुढ़वा नबी अपने पूतन स अपने गदहे पइ काठी धरइ बरे कहेस। एह बरे उ पचे काठी गदहे पइ डाएन। तब नबी अपने गदहे पइ चल पड़ा।
14 बुढ़वा नबी परमेस्सर क मनई क पाछे गवा। बुढ़वा नबी परमेस्सर क मनई क एक ठु बाँजबृच्छ क खाले बइठे लखेस। बुढ़वा नबी पूछेस, “का आप उहइ परमेस्सर क मनई अहइँ जउन यहूदा स आएन ह?”
परमेस्सर क मनई जवाब दिहस, “हाँ, मइँ ही अहउँ।”
15 एह बरे बुढ़वा नबी कहेस, “मेहरबानी कइके घरे चलइँ अउर मोरे संग भोजन करइँ।”
16 मुला परमेस्सर क मनई जवाब दिहस, “मइँ तोहरे संग घरे नाहीं जाइ सकत हउँ। मइँ इ ठउरे पइ तोहरे संग खाइ पीइ नाहीं सकत। 17 यहोवा मोहसे कहेस, ‘तू उ ठउरे पइ कछू खाया पिआ नाहीं अउर तोहका उहइ सड़किया स वापस लउटब भी नाहीं अहइ जेहसे तू हुवाँ आया।’”
18 तब बुढ़वा नबी कहेस, “किन्तु मइँ भी तोहरी तरह नबी हउँ।” तब बुढ़वा नबी एक झूठ बोलेस। उ कहेस, “यहोवा क हिआँ स एक ठु सरगदूत मोरे लगे आवा अउर यहोवा क सब्द मोरे स कहेस कि एका अपने घरे ले जा अउर एका हुआँ भोजन पानी करइ दया।”
19 एह बरे परमेस्सर क मनई बुढ़वा नबी क घर गवा अउर ओकर संग खाएस-पियस। 20 जब उ पचे मेज पइ बइठे रहेन तउ यहोवा बुढ़वा नबी स कहेस, 21 अउर बुढ़वा नबी यहूदा क निवासी परमेस्सर क मनई क संग बातचीत किहेस। उ कहेस, “यहोवा कहेस कि तू ओकरी आग्या क पालन नाहीं किहा। तू उ नाहीं किहा जेकरे बरे यहोवा क आदेस रहा। 22 यहोवा आदेस दिहे रहा कि तोहका इ जगह पइ कछू भी खाइ या पिअइ नाहीं चाही। किन्तु तू वापस लउट्या अउर तू खाया पिआ। एह बरे तोहार ल्हास तोहरे परिवार क कब्रगाह मँ नाहीं दफनावा जाइ।”
23 परमेस्सर क मनई भोजन करब अउर पिअब खतम किहस। तब बुढ़वा नबी ओकरे बरे गदहे पइ काठी कसेस अउर उ चला गवा। 24 घरे कइँती जात्रा करत समइ सड़क पइ एक ठु सेर हमला किहस अउर परमेस्सर क मनई क मार डाएस। नबी क ल्हास सड़क पइ पड़ी रही। गदहा अउ सेर ल्हास क लगे खड़े रहेन। 25 कछू दूसर मनई उ सड़क स जात्रा करत रहेन। उ पचे ल्हास क लखेन अउर सेर क खड़ा पाएन। उ सबई मनई उ नगर क आएन जहाँ बुढ़वा नबी रहत रहा अउर हुवाँ उ बताएस जउन उ पचे सड़क पइ लखे रहेन।
26 बुढ़वा नबी उ मनई क धोखा दिहे रहा अउर ओका वापस लइ गवा रहा। उ जउन कछू भवा रहा उ सुनेस अउर उ कहेस, “उ परमेस्सर क मनई अहइ जउन यहोवा क आदेस क पालन नाही किहेस। एह बरे यहोवा ओका मारइ बरे एक ठु सेर पठएस। यहोवा कहेस कि ओका इ करइ चाही।” 27 तब नबी अपने पूतन स कहेस, “मोरे गदहे पइ काठी डावा।” एह बरे ओकर पूतन ओकरे गदहे पइ काठी डाएन। 28 बुढ़वा नबी गवा अउर ओकरे ल्हासे क सड़किया पइ पड़ा पाएस। गदहा अउ सेर तब भी ओकरे लगे खड़ा रहेन। सेर ल्हास क नाहीं खाए रहा अउ गदहे क भी चोट नाहीं पहोंचाए रहा।
29 बुढ़वा नबी ल्हास क अपने गदहे पाइ राखेस अउर उ ल्हस पइ रोइ बरे अउर ओका दफनाइ बरे नगर वापस लाएस। 30 बुढ़वा नबी ओका अपने परिवार क कब्रगाह मँ दफनाएस। बुढ़वा नबी ओकरे बरे रोएस। बुढ़वा नबी कहेस, “ए मोरे भाई मइँ तोहरे बरे दुःखी हउँ।” 31 इ तरह बुढ़वा नबी ल्हास क दफनाएस। तब उ अपने पूतन स कहेस, “जब मइँ मरउँ तउ मोका इहइ कब्र मँ दफनावा। मोरे हाड़न क ओकरे हाड़न क निचके रख्या। 32 जउन बातन यहोवा ओकरे जरिये कहलवाएस ह उ सबइ निहचइ ही फुरइ घटित होइहीं। यहोवा ओकर उपयोग बेतेल क बेदी अउ सोमरोन क दूसर नगरन मँ स्थित ऊँच जगहन क खिलाफ बोलइ बरे किहस।”
33 एकर बाद भी राजा यारोबाम अपने बुरे कारनामन क नाहीं बदलेस। उ अलग-अलग परिवार समूहन स लोगन क याजक बनइ बरे चुनत रहा। उ सबइ याजक ऊँच जगहन पइ सेवा करत रहेन। जउन कउनो याजक होइ चाहत रहा याजक बन जाइ दीन्ह रहा। 34 इहइ पाप रहा जउन यारोबाम क साही खानदान क बरबादी अउ बिनासे क कारण बना।
ईसू क मार डावइ क कुचाल
(मत्ती 26:1-5,14-16; मरकुस 14:1-2,10-11; यूहन्ना 11:45-53)
22 अब फसइ नाउँ क बे खमीरे क रोटी क त्यौहार आवइ क रहा। 2 ओहॅर मुख्य याजकन अउर धरम सास्तिरियन काहेकि मनइयन स डेरात रहेन एह बरे कउनो अइसे चाल क ताक मँ रहेन जेहसे उ ईसू क मारि डावइँ।
यहूदा क कुचाल
3 फिन इस्करियोति कहावइवाला उ यहूदा मँ, जउन उन बारहु मँ एक रहा, सइतान समाइ गवा। 4 उ मुख्ययाजकन अउर सैनिकन क लगे गवा अउर ओनसे ईसू क कइसे पकड़वाइ सकत ह, इ बारे मँ बातचीत किहेस। 5 उ सबइ बहोत खुस भएन अउर ओका ऍकरे बरे धन देइ क राजी होइ गएन। 6 उ भी राजी होइ गवा अउर उ अइसे अउसरे क ताड़ मँ रहइ लाग जब भीड़-बड़ी न होइ अउर उ ईसू का ओकरे हथवा मँ धराइ देइ।
फसह क तइयारी
(मत्ती 26:17-25; मरकुस 14:12-21; यूहन्ना 13:21-30)
7 फिन बे खमीर क रोटी क उ दिन आवा जब फसह क मेमने क बलि दीन्ह जात ह। 8 तउ उ इ कहत भवा पतरस अउर यूहन्ना क पठएस, “जा अउर हमरे बरे फसह क भोज तइयार करा जेसे हम पचे ओका खाइ सकी।”
9 उ सबइ ओसे पूछेन, “तू हम पचन स ओकर तइयारी कहाँ करावइ चाहत ह?”
उ ओनसे कहेस, 10 “तू जइसे ही सहर मँ घुसब्या तोहका पानी क गगरी लइ जात भवा एक मनई मिली, ओकरे पाछे होइ जाया अउ प जउन घरे मँ उ जाइ तू भी पाछे चला जाया। 11 अउर घरे क स्वामी स कह्या ‘गुरु, तोहसे पूछेस ह कि उ मेहमान क कमरा कहाँ बा जहाँ मइँ आपन चेलन क संग फसह क भोज क खइया क खाइ सकउँ।’ 12 फिन उ मनई सिढ़ियन क ऊपर तोहका सजा सजावा एक बड़ा कमरा देखॉई, हुवँई तइयारी कर्या।”
13 उ पचे चल पड़ेन अउर वइसा ही पाएन जइसा उ ओनका बताए रहे। फिन उ पचे फसह क भोज क तइयार किहेन।
पर्भू भोज
(मत्ती 26:26-30; मरकुस 14:22-26; 1 कुरिन्थि. 11:23-25)
14 फिन उ घड़ी आइ तब ईसू खाइ बरे बइठा अउर प्रेरितन ओनके साथ बइठेन। 15 उ ओनसे कहेस, “यातना झेलइ स पहिले इ फसह क भोज संग करइ क मोर प्रबल इच्छा रही। 16 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ कि जब तलक परमेस्सर क राज्य मँ फसह क भोज का पूरा मतलब न समझ लिया तब तलक मइँ ऍका दूसरी दाई न खाब।”
17 फिन उ खोरा उठाइके धन्यबाद दिहेस अउर कहेस, “ल्या ऍका आपुस मँ बाँटि ल्या। 18 काहेकि मइँ तोहसे कहत हउँ आजु क पाछे जब ताई परमेस्सर क राज्य नाहीं आइ जात मइँ कइसी भी दाखरस कबहुँ न पिअब।”
19 फिन उ तनिक रोटी लिहस अउर धन्यबाद दिहस। उ रोटी का तोड़ेस अउर ओनका देत भवा कहेस, “इ मोर देह अहइ जउन तोहरे बरे दीन्ह ग अहइ। मोरे याद मँ अइसा ही कर्या।” 20 अइसे ही जब उ पचे भोजन कइ चुकेन तउ उ खोरा उठाएस अउर कहेस, “इ दाखरस मोरे उ लहू क रूप मँ एक नवा करार क प्रतीक अहइ जउन तोहरे बरे उड़ेला गवा अहइ।”
ईसू क बैरी कउन
21 “मुला देखा, मोका जउन धोखा स पकड़वाइ, ओकर हाथ हिअँइ मेजे प मोर संग अहइ। 22 काहेकि मनई क पूत तउ मारा ही जाइ जइसा कि तइ अहइ मुला धिक्कार उ मनई क अहइ जेकरे जरिए उ पकड़वाइ जाइ।”
23 ऍह पइ उ आपुस मँ एक दुसरे स सवाल करइ लागेन, “ओहमाँ स उ कउन होइ सकत ह जउन अइसा करइ जात अहइ?”
सेवक बना
24 फिन ओहमाँ इ बात भी उठी कि ओहमाँ स सब स बड़कवा केका समुझा जावइ 25 मुला ईसू ओनसे कहेस, “गैर यहूदियन क राजा ओन प रुतवा राखत हीं अउर उ सबइ जउन ओन प हुकुम चलावत हीं, खुद मनइयन क ‘उपकारी’ कहवावत हीं। 26 मुला तू वइसे नाहीं अहा तउ भी तोहमाँ स सब स बड़कावा सब ते छोटकवा जइसा होइ चाही अउर जउन राज करत ह ओका चाकर क नाईं होइ चाही। 27 काहेकि बड़कवा कउन अहइ: उ जउन खाइ क मेज प बइठा अहइ या उ जउन परसत ह का उहइ नाहीं जउन मेज प अहइँ मुला तोहरे बीच मइँ वइसा हउँ जउन परोसत ह!
28 “मुला तू उ सबइ अहा जउन मोरी परीच्छा मँ मोर साथ दिहा ह। 29 अउर मइँ तोहका वइसे ही एक राज्य देत अही जइसे मोर परमपिता ऍका मोका दिहे रहेन। 30 काहेकि मोरे राज्य मँ तू मोरे मेज प खा अउर पिआ अउर इस्राएल क बारहू जनजातिन क निआव करत भवा सिंहासने प बइठा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.