Book of Common Prayer
आसाफ क एक कलात्मक।
1 मोर मनवइयो, तू पचे मोरे उपदेसन क सुना।
ओन बातन पइ कान द्या जेनका मइँ बतावत हउँ।
2 मइँ तू पचन्क इ कथा सुनाउब।
मइँ तू पचन्क पुरान कथा सुनाउब।
3 हम पचे इ कहानी सुना ह, अउर ऍका अच्छी तरह जानित ह।
हम लोगन क पुरखन इ कहानी कहेन ह।
4 हम लोग ऍन बातन क आपन सन्तानन स नाहीं छुपाउब।
हम लोग ऍन बातन क आपन अगवा पीढ़ी क बताउब।
हम लोग ओनसे यहोवा क सक्ति अउर ओकरे अद्भुत कामन क बारे मँ बताउब।
हम पचे ओनका ओन कामन बरे जेनका उ किहस ह बखान करब।
5 यहोवा याकूब स वाचा किहस।
परमेस्सर इस्राएल क व्यवस्था क विधान दिहस,
अउर हमार परमेस्सर हमरे पुरखन क हुकूम दिहन।
उ हमरे पुरखन क व्यवस्था क विधान आपन संतानन क सिखावइ क किहेस।
6 इ तरह अगवा पीढ़ी ऍन बातन क बरे मँ जानिहीं।
अउर हर एक पीढ़ी मँ गदेलन पइदा होइ अउर बढ़ीइ अउर फुन उ पचे इ कहानी क आपन गदेलन क बतइहीं।
7 ऍह बरे उ सबहिं लोग यहोवा पइ भरोसा करिहीं।
उ पचे ओन सक्ति स भरा कामम क नाहीं बिसरिहीं।
जेन्का परमेस्सर किहे रहा।
उ पचे धियान स रखवारी करिहीं अउर परमेस्सर क हुकूम क मनिहीं,
8 एह बरे उ पचे आपन पुरखन क नाई नाहीं होइ।
ओनकर पुरखन परमेस्सर क अनसुनी किहे रहेन
अउर ओकर अनुसरण करइ स इन्कार किहे रहेन उ पचे हठी रहेन।
उ पचे बिस्सासी होइ क परमेस्सर क अनुसरण नाहीं किहेन।
9 ओन मुड़ी भइ कमान की तरह जेका उ पचे लइ रहेन
एप्रैम क लोग जुद्ध स पीठ दिखाइ गए।
10 उ पचे ओन करार क नाहीं मानेन जउन उ पचे यहोवा स किहे रहेन।
उ पचे उ नाहीं किहे जउन उ ओन लोगन क करइ क हुकूम दिहे रहा।
11 एप्रैम क उ सबइ लोग ओन बड़की बातन क बिसरि गएन जेनका परमेस्सर किहे रहा।
उ पचे ओन अद्भुत बातन क बिसरि गएन जेनका उ ओनका देखाँए रहा।
12 परमेस्सर ओनकर पुरखन क
मिस्र क भुइयाँ सोअन मँ निज महासक्ति देखाँइस।
13 परमेस्सर लाल सागर क चीरिके दुइ भाग कइके लोगन क पार उतार दिहस।
उ पानी क मजबूत देवार क तरह दुइनउँ कइँती खड़ा कइ दिहस रहा।
14 परमेस्सर ओन लोगन क दिन क समइ मँ महा बादर स अगुवाई किहस।
अउर रात क समइ मँ चमकत भवा आगी स राह देखाँएस।
15 उ चट्टान क फारेस अउर पानी तेजी स बाहर निकर आवा
वइसे ही जइसे झड़ना स निकरत ह।
16 परमेस्सर चट्टान स पानी क धारा
नदी क नाईं निकारे रहा।
17 मुला लोग रेगिस्तान मँ सर्वोच्च परमेस्सर क खिलाफ
पाप करत जारी रखे रहेन।
18 फिन ओन लोग परमेस्सर क परखइ क पक्का इरादा किहन।
उ पचे बस आपन भूख मिटावइ बरे परमेस्सर स खइया क माँगेन।
19 परमेस्सर क खिलाफ उ पचे बतियाइ लागेन, उ पचे कहइ लागेन,
“का रेगिस्ताने मँ परमेस्सर हमका खाइ क दइ सकत ह?
20 लोगन ने कहा, जब परमेस्सर चट्टाने पइ चोट किहस तउ पानी क एक ठु रेला फूटि पड़ा।
किन्तु का उ हमका कछू रोटी अउ गोस भी दइ सकत ह?”
21 जब यहोवा इ सुनि लिहस जउन लोग कहे रहेन
तउ ओकर किरोध इस्राएल क रास्ट्र
याकूब क खिलाफ भड़क गवा।
22 काहेकि लोग ओह पइ भरोसा नाहीं रखे रहेन, ओनका भरोसा नाहीं रहा,
कि परमेस्सर ओनका बचाइ सकत ह।
23-24 तब भी परमेस्सर ओन पइ बादर क खोल दिहस।
ओनका खाइ बरे खाले मन्ना बरसाइ दिहस।
इ ठीक वइसेन ही भवा जइसे कि उ अकासे क दुआर खोल दिहस ह
अउर ओनसे अनाज बाहेर उड़ेर दिहस ह।
25 लोग उ भोजन खाएन अउर उ पचे बहोत ताकतवर होइ गएन।
परमेस्सर ओन लोगन क तृप्त करइ बरे भर पूर भोजन पठएस।
26 फिन परमेस्सर पूरब स तेज हवा चलाएस
अउर ओन लोगन बरे बटेर क बर्खा बरसात क नाई बरसाएस।
27 परमेस्सर क महासक्ति तैमान कइँती स एक ठु आँधी उठाएस
अउर नीला अकास करिआ होइ गवा काहेकि हुवाँ अनगिनत पंछी छाइ ग रहेन।
28 उ सबइ पंछी क ठीक ओनकर डेरे क बीच मँ
खेमन क चारिहुँ कइँती गिरा दिहे रहेन।
29 ओनके लगे खाइ बरे भरपूर भोजन रहा।
उ ओनका उहइ दिहस जउन उ पचन्क इच्छा रहेन।
30 उ पचे उ भोजन अबहुँ तलक खाइ क खतम नाहीं किहे रहेन जेन्का इच्छा उ पचन्क रहेन
अउर गोस अबहुँ तलक ओनकर मुँह मँ ही रहेन।
31 तउ ओन लोगन पइ परमेस्सर बहोत कोहाइ गवा अउर ओनमाँ स सबन्क नीक क मारि दिहस।
उ बरिआर जवानन क मउत दइ दिहस।
32 फिन भी लोग पाप करत जारी राखे रहेन!
उ पचे परमेस्सर क अद्भुत करमन पइ भरोसे नाहीं किहेन।
33 तउ परमेस्सर ओनकर जिन्नगी क बियर्था मँ
अउर बरिसन क डर मँ खतम किहस।
34 जब कबहुँ परमेस्सर ओनमाँ स कउनो क मारेस
ओनमाँ स बाकी लोग परमेस्सर कइँती लउटि गएन।
35 उ सबइ लोग याद किहेन कि परमेस्सर ओनकर चट्टान रहत रहा।
उ पचे याद किहन कि परमेस्सर ओनकर मदद किहे रहा।
36 किन्तु ओकर पाछे उ पचे अइस किहेन जइसे उ पचे ओन पइ बिस्सास करत हीं, किन्तु असल मँ उ पचे झूट बोले रहेन।
उ पचे ओकर बिस्सासी नाहीं रहेन।
37 उ पचे फुरइ मनवा स यहोवा क संग नाहीं रहेन।
उ पचे आपन करार बरे सच्चा नाहीं रहेन।
38 मुला परमेस्सर करुणा स भरा नाहीं रहा।
उ ओनकइ पापन बरे छिमा किहेस, अउर उ ओनकर विनास नाहीं किहस।
परमेस्सर अनेक अवसरन पइ आपन किरोध रोकेस।
परमेस्सर आपन क बहोत किरोधी नाहीं होइ दिहस।
39 परमेस्सर क याद रहा कि उ पचे सिरिफ मानव जात अहइँ।
लोग सिरिफ हवा जइसे अहइँ जउन बहिके चली जात ह अउर कबहुँ नाहीं लउटत ह।
40 हाय, उ पचे सबइ मरुभूमि मँ परमेस्सर क खिलाफ विद्रोह किहेन ह।
उ पचे मरुभूमि मँ ओका बहोत दुःखी किहे रहेन।
41 उ पचे लगातार परमेस्सर पइ सक किहेन
अउर इस्राएल क पवित्तर क चोट पहुँचाएन।
42 उ सबइ लोग परमेस्सर क सक्ती क बिसरि गएन।
उ सबइ लोग बिसरि गएन कि परमेस्सर ओनका दुस्मन स कइसे बचाए रहा।
43 उ सबइ लोग ओन अद्भुत बातन क बिसरि गएन जउन कि उ मिस्र क सोआन मँ किहे रहा
अउर ओन चमत्कारन क बिसरि गएन जउन उ उस भुइयाँ मँ किहे रहा।
44 उ ओनकर नदियन क रक्त मँ बदल दिहे रहा।
मिस्र क लोग आपन नदी-नाला स पानी पी नाहीं सकत रहेन।
45 परमेस्सर भिड़न क झुण्ड पठए रहा जउन मिस्र क मनइयन क काटेन।
परमेस्सर ओन मेघन क पठएस जउन ओन लोगन क भुइयाँ क नास कइ दिहन।
46 उ ओनकर फसलन क जेकर बरे उ पचे बहोत सखत मेहनत किहे रहेन
टिड्डन अउर झिंगुरन क दइ दिहस।
47 उ मिस्रियन क अंगूरे क बगिया ओलन स बर्बाद किहस,
अउर ओनकर गोलर क बृच्छन क पाला स बर्बाद कइ दिहस।
48 उ ओनकर जनावरन क ओलन स मारि दिहस
अउ बिजुरी गिराइके मवेसियन क बर्बाद कइ दिहस।
49 उ मिस्री लोगन क खिलाफ आपन प्रचण्ड किरोध अउर फटकार देखाँएस, अउर ओन लोगन पइ मुसीबत लिआएस।
उ आपन विनास क दूत ओन लोगन क खिलाफ पठएस।
50 उ किरोध परगट करइ बरे एक राह पाएस।
उ ओन लोगन क मउत स नाहीं बचाएस।
उ ओनकर गोरुअन क बेरामी स मरि जाइ दिहस।
51 परमेस्सर मिस्र क हर पहिलउटी पूत क मार डाएस।
हाम क घराने क हर पहिलउटी पूत क उ मार डाएस।
52 फिन उ इस्राएल क चरवाहा क नाई अगुवाई किहस।
उ ओन लोगन क भेड़न क झुण्ड क नाई रेगिस्तान स होत भए निकारेस।
53 उ आपन निज लोगन क सुरच्छा क संग लइ चला।
परमेस्सर क भगतन क कउनो स डर नाहीं रहा।
परमेस्सर ओनकर दुस्मनन क लाल सागर मँ डुबाएस।
54 परमेस्सर आपन मनवइयन क आपन पवित्तर भुइँया पइ लइ आवा।
उ ओनका उ पहाड़े पइ लिआवा जउन उ आपन सक्ति स पाएस।
55 परमेस्सर दूसर जातियन क उ भुइँया तजइ क मजबूर किहस।
परमेस्सर हर एक परिवारन क उ भुइँया मँ ओनकर खुदकास्त क हींसा दिहस।
इ तरह इस्राएल क परिवारन आपन ही घरन मँ बस गएन।
56 उ पचे लगातार सर्वोच्च परमेस्सर पइ सक किहेन अउर ओकर खिलाफ विद्रोह किहेन
उ सबइ लोग परमेस्सर क आग्या क नाहीं मानेन।
57 इस्राएल क लोग परमेस्सर स भटकिके विमुख होइ ग रहेन।
उ सबइ आपन पुरखन क नाईं परमेस्सर क अबिस्सासी रहेन।
उ पचे मुड़ा भवा धनुस[a] क जइसे होइ गवा रहेन।
58 इस्राएल क लोग ऊँच पूजा क ठउरन बनाएन अउर परमेस्सर क कोहाइ दिहन।
उ पचे मूर्तियन गढ़ेन जउन परमेस्सर क किरोधित बनाएन।
59 परमेस्सर इ सुनेस अउर बहोत कोहाइ गवा।
उ इस्राएल क पूरी तरह रद्द कइ दिहस।
60 परमेस्सर सिलोह क पवित्तर तम्बू क तजि दिहस।
जहाँ उ लोगन क बीच निवास करत रहा।
61 फिन उ दूसर रास्ट्रन क, करार क संदूख क कब्जा करइ क दिहस।
दुस्मन ओकर महिमा क संकेत क लइ लिहस।
62 उ आपन ही लोगन पइ आपन किरोध परगट किहस।
उ ओनका जुद्ध मँ मार दिहस।
63 ओनकर जवान मनइयन आगी मँ जरिके नास होइ गएन।
अउर ओकर जवान कुआँरी लड़कियन कबहुँ आपन बियाह गीत नाहीं सुनि पाएन।
64 याजक मार डावा गएन
मुला ओनकर राँड़ मेहरारूअन ओनके बरे नाहीं रोइ सकेन।
65 आखिर मँ यहोवा उठ बइठा
जइसे कउनो नींदे स जागिके उठी बइठत होइ।
या कउनो जोद्धा क नाई जउन कि दाखरस क नसा स होस मँ आवा होइ।
66 फुन तउ उ आपन दुस्मनन क मारिके भगाइ दिहस अउर ओनका हराइ दिहस।
उ आपन दुस्मनन क हराइ दिहस अउर सदा बरे ओनका अपमानित किहस।
67 मुला परमेस्सर यूसुफ क तम्बू[b] क रद्द कइ दिहस।
उ इब्राहीम परिवार क नाहीं चुनेस।
68 परमेस्सर यहूदा क पिरवार क चुनेस
अउर उ सिय्योन क पहाड़ क चुनेस जउन ओका पियारा अहइ।
69 उ ऊँचे पहाड़न नाई अउर धरती क नाई जेका उ सदा बरे स्थापित किहस ह
आपन पवित्तर मन्दिर क सुरच्छित बनाएस।
70 परमेस्सर दाऊद क आपन विसेस सेवक बनावइ मँ चुनेस।
दाऊद तउ भेड़िन क देखरेख करत रहा, मुला परमेस्सर ओका उ काम स लइ आवा।
71 उ दाऊद क भेड़िन क रखवाली स लइ आवा।
तउ उ ओका आपन लोगन याकूब क सन्तानन, इस्राएल[c] क रखवाली क काम बरे बहाल किहा।
72 तउ फिन दाऊद पुरे मन स ओन लोगन क देख-भाल किहस।
उ ओनका पूरी बुद्धिमानी स राह देखाँएस।
एस्तेर क राजा स बिनती
5 तीसरे दिन एस्तेर आपन बिसेस साही पोसाक पहिरेस अउर राजमहल क भीतरी आंगन मँ जाइ खड़ी भइ। इ जगह राजा क बैठका क समन्वा रही। राजा दरबार मँ अपने सिंहासने पइ बइठा रहा। राजा उहइ कइँती मुहँ किहे बइठा रहा जहाँ स लोग सिहांसन क कच्छ कइँती प्रवेस करत रहेन। 2 तउ राजा महारानी एस्तेर क हुवाँ दरबार मँ खड़े लखेस। ओका लखिके उ बहोत खुस भवा। उ ओकरी कइँती अपने हाथ मँ थामे भए सोने क राजदण्ड क आगे बढ़ाइ दिहस। इ तरह एस्तेर उ कमरे मँ प्रवेस किहस अउर उ राजा क लगे चली गइ अउर उ राजा क सोने क राजदण्ड क सिरे क छुइ लिहस।
3 एकरे पाछे राजा ओहसे पूछेस, “महारानी एस्तेर, तू बेचैन काहे अहा? तू मोहसे का चाहति अहा? तू जउन चाहा मइँ तोहका उहइ देब। हिआँ तक कि आपन आधा राज्ज तलक, मइँ तोहका दइ देब।”
4 एस्तेर कहेस, “मइँ आपके अउर हामान क बरे एक ठु भोज क आयोजन किहेउँ ह। कृपा कइ आप अउर हामान आजु मोरे हिआँ भोज मँ पधारें।”
5 एइ पइ राजा कहेस, “हामान क तुरंत बोलावा जाइ ताकि एस्तेर जउन चाहत ह, हम ओका पूरा कइ सकी।”
तउ महाराजा अउर हामान एस्तेर ओनके बरे जउन भोजन आयोजित किहे रही, ओहमाँ आइ गएन। 6 जब उ पचे दाखरस पिअत रहेन तबहिं राजा एस्तेर स फुन पूछेस, “एस्तेर कहा अब तू का माँगति चाहति अहा? कछू भी माँग ल्या, मइँ तोहका उहइ दइ देब। कहा तउ उ का अहइ जेकर तोहका इच्छा अहइ? तोहर जउन भी इच्छा होइ उहइ मइँ तोहका देब। अपने राज्ज क आधा हीसां तलक।”
7 एस्तेर कहेस, “मइँ इ माँगइ चाहत हउँ। 8 जदि मोका महाराज अनुमति देइँ अउर जदि जउन मइँ चाहउँ, उ मोका देइ स महाराज खुस होइँ तउ मोर इच्छा इ अहइ कि महाराज अउर हामान भियान मोरे हिआँ आवइँ। भियान मइँ महाराज अउर हामान क बरे एक अउर भोज देइ चाहत हउँ अउर उहइ समइ इ बताउब कि असल मँ मइँ का चाहति हउँ।”
मोर्दकै पइ हामान क किरोध
9 उ दिन हामान राजमहल क बहोत जियादा खुस होइके बिदा भवा। किन्तु जब उ राजा क दुआर पइ मोर्दकै क लखेस तउ ओका मोर्दकै पइ बहोत किरोध आवा। हामान मोर्दकै क लखत ही किरोध स पागल होइ उठा, काहेकि जब हामान हुवाँ स गुजरा, मोर्दकै नाही खड़ा भवा अउर नाहीं काँपेस अउर नाहीं हामान बरे कउनो आदर देखाएस। 10 किन्तु हामान अपने किरोध पइ काबू किहस अउर घरे चला गवा। एकरे पाछे हामान अपने मीतन अउ अपनी मेहरारु जेरेस क एक संग बोलाएस। 11 उ आपने मीतन क अगवा अपने धन अउ अनेक पूतन क बारे मँ डीगं मारत भए इ बतावइ लागा कि राजा ओकर कउने प्रकार स सन्मान करत ह। उ बढ़इ चढ़ाइ के इ भी बतावइ लाग कि दूसर सबहिं हाकिमन स राजा कउने तरह ओका अउर जियादा ऊँच पद पइ पदोन्नति दिहस ह। 12 “एतना ही नाहीं” हामान इ भी बताएस। “एक मात्र मइँ ही अइसा मनई हउँ जेका महारानी एस्तेर अपने भोज मँ राजा क संग बोलाइ रहा अउर महारानी मोका भियान फुन राजा के संग बोलाए पठए रही। 13 मुला मोका एन सब बातन स फुरइ कउनो खुसी नाहीं अहइ। असल मँ मइँ उ समइ तलक खुस नाहीं होइ सकत जब तलक राजा क दुआर पइ मइँ उ यहूदी मोर्दकै क बइठे भए लखत हउँ।”
14 एह पइ हामान क मेहरारु जेरेस अउर ओकर मीतन ओका एक सुझाव दिहन। उ पचे बोलेन, “कउनो स कहिके पचहत्तर फुट ऊँच ओका फासीं देइ क एक ठु फासीं क खाम्भा खड़ा करा। फुन भिंसारे राजा स कहा कि उ मोर्दकै क ओहे पइ लटकइ क आदेस दे। फुन राजा क संग तू भोज पइ जाया अउर आनन्द स रह्या।”
हामान क इ सुझाव नीक लगा। तउ उ फाँसी क खम्भा बनवावइ क बरे कउनो क आदेस दइ दिहस।
पौलुस गल्लियन क समन्वा लइ आवा जाब
12 जब अखाया क राज्यपाल गल्लियो रहा तबहिं यहूदी लोग एक एक अउरटिके पौलुस प धावा बोलि दिहेन अउर ओका धइके कचहरी लइ आएऩ। 13 अउर बोलेन, “इ मनई परमेस्सर क आराधना अइसे तरीका स करइ बरे हुस्कावत अहइ हउन व्यवस्था क विधान क खिलाफ बा।”
14 पौलुस अबहिं आपन मुँहना खोलइ क ही रहा कि गल्लियन यहूदियन स कहेन, “अरे यहूदियो, जदि इ कछू कउनो अनिआव या गहिर अपराध क होत तउ तोहार बात सुनब मोरे बरे निआव क मुताबिक होत 15 मुला काहेकि इ विसय सब्दन, नाउँ अउर तोहार आपन व्यवस्था क सवाल स जुड़ा अहइ, यह बरे ऍका तू सबइ खुद ही सुलझावा। अइसी बातन क बारे मँ मइँ न्यायाधीस नाहीं बनइ चाहत हउँ।” 16 अउर फिन उ ओनका कचहरी स बाहेर निकाल दिहिस।
17 तउ उ पचे आराधनालय क नेता सोस्थिनेस क धइ दहबोचेन अउर अदालत क समन्वा ही ओका पीटइ लागेन। मुला गल्लियन इ बातन प तनिकउ भी धियान नाहीं दिहेन।
अन्ताकिया क पौलुस क वापसी
18 बहोत दिनाँ तलक पौलुस हुवाँ ठहरा रहा। फिन भाइयन स बिदा होइके उ नाउ क मारग स सीरिया क चला गवा। ओकरे संग प्रिस्किल्ला अउर अक्विला भी रहेन। पौलुस किंखिया मँ आपन बार कटवाएस काहेकि उ एक ठु मन्नत माने रहा। 19 फिन उ पचे इफिसुस पहोंचेन अउर पौलुस प्रिस्किल्ला अउर अक्विला क हुवँइ छोर दिहेन। अउर खुद आराधनालय मँ जाइके यहूदियन क संग बहस करइ लाग। 20 जब हुवाँ क मनइयन ओसे कछू दिन अउर रूक जाइके निवेदन किहेन तउ उ इन्कार कइ दिहेस। 21 मुला जात भए समइ मँ उ कहेस, “अगर परमेस्सर क इच्छा भइ तउ मइँ तोहरे लगे फिन अउबइ।” फिन उ इफिसुस स नइया स जात्रा किहेस।
22 फिन कैसरिया पहोंचिके उ यरुसलेम गवा अउर हुवाँ कलीसिया क मनइयन स भेंटेस। फिन उ अन्ताकिया कइँती चला गवा। 23 हुवाँ कछू समइ बिताए क पाछे उ बिदाई लिहेस अउर गलातिया अउर फ्रूगिया क पहँटा मँ एक ठउर स दूसर ठउर क जात्रा करत भवा सबहि चेलन क बिसवास बढ़ावइ लाग।
इफिसुस अउर आखया मँ अपुल्लोस
24 हुवँइ अपुल्लोस नाउँ क यहूदी रहत रहा। उ सिकुन्दरिया मँ पइदा भवा रहा। उ बिद्धान बोलवइया रहा। उ इफिसुस मँ आवा। सास्तर क ओका पूरा पूरा ज्ञान रहा। 25 ओका पर्भू क मारग क दीच्छा भी मिली रही। उ हिरदय मँ उमंग भरिके प्रबचन करत अउर ईसू क बारे मँ बड़ी हुसियारी स उपदेस देत रहा। तउ भी ओका यूहन्ना क बपतिस्मा क गियान रहा। 26 आराधनालय मँ उ निडर होइके बोलइ लाग। जब प्रिस्किल्ला अउर अक्विला ओका बोलत सुनेन तउ उ पचे ओका एक कइँती लइ गएन अउर जिआदा बारीकी स ओका परमेस्सर क मारग क बियाख्या समझाएऩ।
27 तउ जब उ अखाया क जाइ चाहेस तउ भाइयन ओकर हिम्मत बढ़ाएन अउर हुवाँ क चेलन क ओकर सुआगत करइ बरे लिखिके पठएन। जब उ हुवाँ पहोंचा तउ ओनकइ बरे बड़कवा सहायक सिद्ध होइ गवा जउन पहमेस्सर क अनुग्रह स बिसवास ग्रहण किहेन। 28 काहेकि सास्तरन स इ परमान देत भए कि ईसू ही मसीह अहइ, उ यहूदी लोगन क मजमा मँ जोरदार सब्दन स ललकारत भवा सास्तरन मँ पछारे रहा।
15 लोग बड़की आसा स बाट जोहत रहेन अउर यूहन्ना क बारे मँ आपन मने मँ इ बिचारत रहेन कि कहूँ, “इ तउ मसीह नाहीं बा।”
16 तबहीं यूहन्ना इ कहत भवा उ सबन क उत्तर दिसह, “मइँ तउ तोहका जले स बपतिस्मा देत हउँ मुला उ जउन मोसे जिआदा बरियार बा, आवत अहइ। मइँ ओकरे पनही क फीता तलक खोलइ क जोग्ग नाहीं हउँ। उ तोहका पवित्तर आतिमा अउर आगी स बपतिस्मा देइ। 17 ओकरे हाथ मँ ओसावइ क पाँचा अहइ, जइसे उ दाना क भूसा अलगाइ क आपन खरिहाने मँ उठाइके धरत ह। मुला उ भूसा क अइसी आगी मँ झोंकी जउन कबहुँ नाहीं बुताइवाली अहइ।” 18 इ तरह अइसे ही अउर बहोत स सब्दन स उ ओनका समझावत भवा सुसमाचार सुनावत रहत रहा।
कइसे यूहन्ना क कारज क खतम भवा
19 (पाछे यूहन्ना उ चौथाई पहँटा क मातहत राजा हेरोदेस क ओकर भाई क पत्नी हिरोदियास क संग ओकर गलत संबंध अउर ओकर दूसर कुकरम बरे डाटेस फटकारेस। 20 एह पइ हेरोदेस यूहन्ना क बंदी बनाइके, जउन कछू कुकरम उ किहे रहा, ओहमाँ एक अउर जोर दिहस।)
यूहन्ना क जरिए ईसू क बपतिस्मा
(मत्ती 3:13-17; मरकुस 1:9-11)
21 अइसा भवा कि जब सब लोग बपतिस्मा लेत रहेन तउ ईसू भी बपतिस्मा लिहेस। अउर जब ईसू पराथना करत रहा, तबहिं अकास खुलि गवा 22 अउर पवित्तर आतिमा एक ठु कबूतरे क देह धइके ओह प तरखाले ओतरा। अउर अकासबाणी भइ, “तू मोर पियारा पूत अहा, मइँ तोहसे बहोत खुस हउँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.