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Chronological

Read the Bible in the chronological order in which its stories and events occurred.
Duration: 365 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
Version
दरसन 1-5

ए किताब ह यीसू मसीह के दिब्य परकासन के बारे म अय, जऊन ला परमेसर ह ओला दीस कि ओह अपन सेवकमन ला निकट भविस्य म होवइया घटनामन ला देखावय। मसीह ह अपन स्‍वरगदूत ला पठोके ए दिब्य परकासन के बात ला अपन सेवक यूहन्ना ला बताईस। यूहन्ना ओ जम्मो बात के गवाही देवत हवय, जऊन ला ओह देखिस – कि एह परमेसर के संदेस अऊ यीसू मसीह के बताय सच्‍चई ए। ओ मनखे ह आसिस पाही, जऊन ह ए अगमबानी के बचन ला पढ़थे अऊ ओमन आसिस पाहीं, जऊन मन एला सुनथें अऊ एम लिखे बात ला मानथें, काबरकि ए बातमन के पूरा होय के समय ह लकठा आ गे हवय।

सात कलीसियामन बर संदेस

में यूहन्ना ह एसिया प्रदेस के सात कलीसिया के मनखेमन ला ए बात लिखत हंव।

परमेसर जऊन ह हवय, जऊन ह रिहिस, अऊ जऊन ह अवइया हवय; अऊ ओकर सिंघासन के आघू म हाजिर सात आतमामन, अऊ यीसू मसीह, जऊन ह बिसवास लइक गवाह ए, अऊ मरे म ले जी उठे म पहिलांत ए अऊ संसार म राजामन ऊपर राज करथे – ए जम्मो के तरफ ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय।

यीसू, जऊन ह हमन ला मया करथे अऊ हमन ला अपन लहू के दुवारा हमर पाप ले छुटकारा दे हवय, अऊ हमन ला एक देस अऊ पुरोहित बनाय हवय, ताकि हमन ओकर परमेसर अऊ ददा के सेवा करन – ओ यीसू के महिमा अऊ सामरथ जुग-जुग होवय! आमीन।

देखव, ओह बादर ऊपर आवत हवय,
    अऊ जम्मो झन ओला देखहीं,
जऊन मन ओला छेदे-बेधे रिहिन, ओमन घलो ओला देखहीं;
    अऊ संसार के जम्मो मनखेमन ओकर बर सोक मनाहीं।
अइसने ही होही! आमीन[a]

परभू परमेसर ह कहिथे, “मेंह सुरू (अल्फा) अऊ मेंह अंत (ओमेगा) अंव। मेंह ओ सर्वसक्तिमान अंव, जऊन ह हवय, अऊ जऊन ह रिहिस अऊ जऊन ह अवइया हवय[b]।”

मसीह के दरसन

मेंह तुम्‍हर भाई यूहन्ना अंव अऊ यीसू के दुःख, परमेसर के राज अऊ धीरज सहित सहन करे म तुम्‍हर संग भागीदार अंव। परमेसर के बचन अऊ यीसू के बारे म गवाही देय के कारन मेंह पतमुस नांव के टापू म बंदी रहेंव। 10 परभू के दिन, मेंह पबितर आतमा ले भर गेंव अऊ मेंह अपन पाछू कोति तुरही के सहीं एक ऊंचहा अवाज सुनेंव, 11 जऊन ह ए कहिस: “जऊन कुछू तेंह देखत हवस, ओला एक ठन किताब म लिख अऊ ओला सात कलीसिया – इफिसुस, स्‍मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलाडेलफिया अऊ लौदीकिया ला पठो दे।”

12 जऊन ह मोर ले गोठियावत रहय, ओला देखे बर जब मेंह पाछू कोति किंजरेंव, त मोला दीया ला मढ़ाय के सात ठन सोन के दीवट दिखिस, 13 अऊ दीवटमन के मांझा म मनखे के बेटा सहीं एक झन मनखे ला देखेंव, जऊन ह गोड़ तक लम्‍बा पोसाक पहिरे रहय अऊ ओकर छाती ऊपर चौरस सोन के फीता रहय। 14 ओकर मुड़ अऊ चुंदी ह ऊन अऊ बरफ सहीं एकदम पंडरा रहय अऊ ओकर आंखीमन धधकत आगी सहीं रिहिन। 15 ओकर गोड़मन भट्ठी म तिपोय पीतल सहीं चमकत रहंय अऊ ओकर अवाज ह गरजत पानी सहीं रहय। 16 ओह अपन जेवनी हांथ म सात ठन तारामन ला धरे रहय अऊ ओकर मुहूं ले एक ठन चोक दूधारी तलवार ह निकरत रहय। ओकर चेहरा ह अइसने चमकत रहय, जइसने सूरज ह भरे मंझनियां के बखत चमकथे।

17 जब मेंह ओला देखेंव, त मरे मनखे सहीं ओकर गोड़ करा गिर पड़ेंव। तब ओह अपन जेवनी हांथ ला मोर ऊपर रखके कहिस: “झन डर्रा। मेंहीच ह पहिली अऊ आखिरी अंव। 18 मेंह जीयत हवंव। मेंह मर गे रहेंव, पर देख, अब मेंह सदाकाल बर जीयत हवंव। अऊ मोर करा मिरतू अऊ मरे मनखेमन के संसार ऊपर अधिकार हवय।

19 एकरसेति, जऊन कुछू तेंह देखे हवस, जऊन ह अभी होवत हवय, अऊ जऊन ह एकर बाद होवइया हवय, ओ जम्मो बात ला लिख ले। 20 जऊन सात ठन तारा, तेंह मोर जेवनी हांथ म देखे, ओ सातों तारा अऊ सोन के सात दीवटमन के मतलब ए अय: ओ सात तारामन सात ठन कलीसिया के दूत अंय, अऊ ओ सात दीवटमन सात ठन कलीसिया अंय।”

इफिसुस के कलीसिया ला संदेस

“इफिसुस के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

जऊन ह जेवनी हांथ म सात ठन तारा धरे हवय अऊ सोन के सात ठन दीवट के बीच म चलते-फिरथे, ओकर ए बचन अय: मेंह तुम्‍हर काम, तुम्‍हर कठोर मिहनत अऊ तुम्‍हर धीरज ला जानत हंव। मेंह जानत हंव कि तुमन दुस्‍ट मनखेमन ला सहे नइं सकव। जऊन मन अपन-आप ला प्रेरित कहिथें, पर हवंय नइं, तुमन ओमन ला परखे हवव अऊ ओमन ला लबरा पाय हवव। तुमन धीरज धरे हवव; मोर खातिर तुमन दुःख सहे हवव अऊ हिम्मत नइं हारे हवव।

तभो ले मेंह तुम्‍हर बिरोध म, ए कहत हंव: तुमन अब मोला वइसने मया नइं करव, जइसने पहिली करत रहेव। सोचव कि तुमन कतेक गिर गे हवव। पछताप करव अऊ ओ काम करव, जऊन ला तुमन पहिली करत रहेव। यदि तुमन पछताप नइं करहू, त मेंह तुम्‍हर करा आके तुम्‍हर दीवट ला ओकर जगह ले टार दूहूं। पर तुमन म एक बने बात ए हवय कि मोर सहीं, तुमन घलो नीकुलईमन के काम ले घिन करथव[c]

जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह जिनगी के रूख के फर खाय बर अधिकार दूहूं, जऊन ह परमेसर के स्‍वरग-लोक के बगीचा म हवय।”

स्‍मुरना के कलीसिया ला संदेस

“स्‍मुरना के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

जऊन ह पहिली अऊ आखिरी ए, जऊन ह मर गे रिहिस अऊ फेर जी उठिस, ओकर ए बचन अय: मेंह तुम्‍हर दुःख-तकलीफ अऊ तुम्‍हर गरीबी ला जानथंव – तभो ले तुमन धनवान अव! मेंह जानथंव कि ओमन तुम्‍हर बदनामी करथें, जऊन मन अपन-आप ला यहूदी कहिथें, पर हवंय नइं। ओमन सैतान के सभा-घर अंय। 10 तुम्‍हर ऊपर जऊन दुःख-तकलीफ अवइया हवय, ओकर ले झन डर्रावव। मेंह तुमन ला बतावत हंव, सैतान ह तुमन ला परखे बर, तुमन ले कतको झन ला जेल म डारही, अऊ तुमन दस दिन तक दुःख भोगहू। मरते दम तक मोर बिसवासी रहव अऊ मेंह तुमन ला जिनगी के मुकुट दूहूं। 11 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला दूसरा मिरतू ले कोनो नुकसान नइं होवय[d]।”

पिरगमुन के कलीसिया ला संदेस

12 “पिरगमुन के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

जेकर करा तेज दूधारी तलवार हवय, ओकर ए बचन अय: 13 मेंह जानथंव कि तेंह कहां रहिथस; तेंह उहां रहिथस, जिहां सैतान के सिंघासन हवय! तभो ले तेंह मोर ऊपर अपन बिसवास म स्थिर हवस। तेंह ओ दिन म घलो मोर ऊपर अपन बिसवास ला नइं तियागे, जब मोर बिसवास लइक गवाह अन्‍तिपास ह तुम्‍हर सहर म मारे गीस – जिहां सैतान रहिथे।

14 तभो ले, मोर करा तुम्‍हर बिरोध म कहे बर कुछू हवय: तुम्‍हर बीच म कुछू मनखेमन हवंय, जऊन मन बिलाम के सिकछा ला मानथें। बिलाम ह बालाक ला सिखोय रिहिस कि ओह इसरायलीमन ला ठोकर के रसता म ले जावय, ताकि ओमन मूरती ऊपर चघाय चीज ला खावंय अऊ छिनारी करंय। 15 तुम्‍हर बीच म कुछू अइसने मनखेमन घलो हवंय, जऊन मन नीकुलईमन के सिकछा ला मानथें। 16 एकरसेति, पछताप करव; नइं त मेंह तुम्‍हर करा जल्दी आहूं अऊ अपन मुहूं के तलवार ले ओमन के बिरोध म लड़हूं।

17 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह लुकाय मन्ना म ले कुछू दूहूं। मेंह ओला एक ठन सफेद पथरा घलो दूहूं, जऊन म एक नवां नांव लिखाय होही, जेला सिरिप ओहीच जानही, जऊन ह ओला पाही।”

थुआतीरा के कलीसिया ला संदेस

18 “थुआतीरा के कलीसिया के दूत ला एक लिख:

एह परमेसर के बेटा के बचन ए, जेकर आंखी ह धधकत आगी सहीं हवय अऊ जेकर गोड़मन पालीस करे पीतल सहीं चमकत हवंय। 19 मेंह तुम्‍हर काम, तुम्‍हर मया, तुम्‍हर बिसवास, तुम्‍हर सेवा अऊ तुम्‍हर धीरज ला जानत हंव। मेंह ए घलो जानत हंव कि तुम्‍हर अभी के काम ह पहिली के काम ले बढ़ के हवय।

20 तभो ले मोला तुम्‍हर बिरोध म ए कहना हवय: तुमन ओ माईलोगन – इजेबेल ला कुछू नइं कहव, जऊन ह अपन-आप ला अगमजानी कहिथे अऊ अपन सिकछा के दुवारा मोर सेवकमन ला छिनारी करे बर अऊ मूरती ऊपर चघाय चीजमन ला खाय बर बहकाथे। 21 मेंह ओला अपन पाप ले पछताप करे के मऊका देय हवंव, पर ओह पछताप नइं करे चाहथे। 22 एकरसेति, मेंह ओला तकलीफ म डालहूं अऊ जऊन मन ओकर संग छिनारी करथें, कहूं ओमन अपन पाप ला छोंड़के पछताप नइं करहीं, त मेंह ओमन ऊपर घोर दुःख-तकलीफ डालहूं। 23 मेंह ओ माईलोगन के लइकामन ला मार डालहूं। तब जम्मो कलीसियामन जान लिहीं कि मेंह ओ अंव, जऊन ह मनखे के हिरदय अऊ मन ला जांचथे, अऊ मेंह तुमन ले हर एक ला तुम्‍हर काम के मुताबिक परतिफल दूहूं।

24 अब थुआतीरा के ओ बांचे मनखेमन, जऊन मन ओ माईलोगन के सिकछा ला नइं मानव अऊ ओ बात ला नइं सिखेव, जऊन ला कुछू मनखेमन सैतान के गहिरा भेद कहिथें, मेंह तुमन ला कहत हंव कि मेंह तुम्‍हर ऊपर अऊ कोनो आने बोझ नइं डालंव। 25 पर जऊन सिकछा तुम्‍हर करा हवय, मोर आवत तक सिरिप ओहीच म चलव।

26 जऊन ह बिजयी होही, अऊ मोर ईछा मुताबिक आखिरी तक चलते रहिही, मेंह ओला जम्मो जाति के मनखे ऊपर अधिकार दूहूं। 27 ‘ओह ओमन ऊपर लोहा के राजदंड ले राज करही, अऊ ओह ओमन ला माटी के बरतन सहीं टोर-फोर दिही’[e] – जइसने कि मोर ददा ह ओमन ऊपर राज करे बर मोला अधिकार दे हवय। 28 मेंह ओला बिहनियां के तारा घलो दूहूं। 29 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।”

सरदीस के कलीसिया ला संदेस

“सरदीस के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

जऊन ह परमेसर के सात आतमा अऊ सात तारामन ला धरे हवय, ओकर ए बचन अय; मेंह तुम्‍हर काममन ला जानत हंव; तुमन जीयत कलीसिया कहिलाथव, पर असल म तुमन मर गे हवव। जागव! ओ चीज जऊन ह बांचे हवय, अऊ नास होवइया हवय, ओला मजबूत करव, काबरकि मेंह तुम्‍हर काम ला अपन परमेसर के नजर म सही नइं पाय हवंव। जऊन सिकछा तुमन पाय हवव अऊ सुने हवव, ओला सुरता रखव; ओकर पालन करव अऊ पाप ले पछताप करव। पर कहूं तुमन नइं जागहू, त मेंह चोर के सहीं आ जाहूं, अऊ तुमन ला पता नइं चलही कि कते बेरा मेंह तुम्‍हर करा आ जाहूं।

तभो ले सरदीस सहर म, तुम्‍हर इहां कुछू मनखे हवंय, जऊन मन अपन जिनगी ला सुध रखे हवंय। ओमन सफेद कपड़ा पहिरके मोर संग चलहीं, काबरकि ओमन एकर काबिल हवंय। जऊन ह बिजयी होही, ओला एमन के सहीं सफेद कपड़ा पहिराय जाही। मेंह ओकर नांव ला जिनगी के किताब ले कभू नइं मेटावंव, पर अपन ददा अऊ ओकर स्वरगदूतमन के आघू म ओला गरहन करहूं। जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।”

फिलाडेलफिया के कलीसिया ला संदेस

“फिलाडेलफिया के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

एह ओकर बचन ए, जऊन ह पबितर अऊ सत ए अऊ जेकर करा दाऊद राजा के कुची हवय। जऊन ला ओह खोलथे, ओला कोनो बंद नइं कर सकंय; अऊ जऊन ला ओह बंद करथे, ओला कोनो खोल नइं सकंय। मेंह तुम्‍हर काममन ला जानथंव। देखव, मेंह तुम्‍हर आघू म एक उघरे कपाट रखे हवंव, जऊन ला कोनो बंद नइं कर सकंय। मेंह जानथंव कि तुम्‍हर ताकत थोरकन हवय, तभो ले तुमन मोर बचन माने हवव अऊ मोर बिसवास म बने हवव। जऊन मन सैतान के सभा-घर के अंय अऊ अपन-आप ला यहूदी कहिथें, पर हवंय नइं, ओमन लबारी मारथें। मेंह अइसने करहूं कि ओमन तुम्‍हर करा आके तुम्‍हर गोड़ खाल्‍हे गिरहीं अऊ मान लिहीं कि मेंह तुमन ले मया करथंव। 10 काबरकि तुमन मोर हुकूम ला धीरज धरके माने हवव, त मेंह घलो तुमन ला ओ परिछा के घड़ी ले बंचाके रखहूं, जऊन ह जम्मो संसार ऊपर अवइया हवय। एकर दुवारा ए धरती म रहइया मनखेमन परखे जाहीं।

11 मेंह जल्दी अवइया हवंव। जऊन सिकछा तुमन ला मिले हवय, ओम बने रहव, ताकि तुम्‍हर मुकुट ला कोनो झन ले सकय। 12 जऊन ह बिजयी होही, मेंह ओला अपन परमेसर के मंदिर म खम्भा बनाहूं। ओह एकर ले कभू बाहिर नइं जाही। मेंह अपन परमेसर के नांव, अपन परमेसर के सहर के नांव – नवां यरूसलेम, जऊन ह मोर परमेसर करा ले स्‍वरग ले उतरही; ओकर ऊपर लिखहूं अऊ मेंह अपन नवां नांव ला घलो ओकर ऊपर लिखहूं। 13 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।”

लौदीकिया के कलीसिया ला संदेस

14 “लौदीकिया के कलीसिया के दूत ला ए लिख:

एह आमीन के बचन अय, जऊन ह बिसवास लइक अऊ सच्‍चा गवाह अऊ परमेसर के सिरिस्टी के अधिकारी ए। 15 मेंह तुम्‍हर काममन ला जानत हंव। तुमन न तो ठंडा हवव अऊ न तात। बने होतिस कि तुमन या तो ठंडा रहितेव या फेर तात। 16 काबरकि तुमन कुनकुना हवव, न ठंडा अऊ न तात; एकरसेति मेंह तुमन ला अपन मुहूं ले उछर दूहूं। 17 तुमन कहिथव कि तुमन धनवान अव; तुम्‍हर करा संपत्ति हवय, अऊ तुमन ला कोनो चीज के जरूरत नइं ए। पर तुमन ए नइं जानत हव कि तुमन अभागा, दयनीय, गरीब, अंधरा अऊ नंगरा अव। 18 मेंह तुमन ला सलाह देवत हंव कि आगी म सुध करे गेय सोना मोर करा ले बिसोवव अऊ धनवान हो जावव। तुमन मोर करा ले सफेद कपड़ा पहिरे बर बिसोवव कि अपन नंगरई के लाज ला ढांक सकव अऊ अपन आंखी म लगाय बर मरहम बिसोवव कि तुमन देख सकव।

19 जऊन मन ला मेंह मया करथंव, ओमन ला मेंह दबकारथंव अऊ दंड देथंव। एकरसेति ईमानदार बनव अऊ अपन पाप ले पछताप करव। 20 देखव! मेंह कपाट के आघू म ठाढ़ होके खटखटावत हंव। कहूं कोनो मोर अवाज ला सुनके कपाट ला खोलही, त मेंह ओकर करा भीतर आके ओकर संग खाहूं अऊ ओह मोर संग खाही।

21 जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह मोर संग सिंघासन म बईठे के अधिकार दूहूं, जइसने कि मेंह बिजय पाके अपन ददा के संग ओकर सिंघासन म बईठे हवंव। 22 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।”

स्‍वरग म अराधना

एकर बाद, मेंह स्‍वरग म एक उघरे कपाट ला देखेंव। अऊ ओ तुरही के सहीं अवाज, जऊन ला मेंह पहिली अपन ले गोठियावत सुने रहेंव, कहिस, “इहां ऊपर आ, अऊ मेंह तोला देखाहूं कि एकर बाद का होवइया हवय।” मेंह तुरते पबितर आतमा ले भर गेंव अऊ देखेंव कि स्‍वरग म एक सिंघासन रखे हवय अऊ ओम एक झन बईठे रहय। अऊ जऊन ह ओम बईठे रहय, ओकर रूप ह मानिक्‍य अऊ यसब सहीं रहय अऊ सिंघासन के चारों कोति एक मेघ-धनुस रहय, जऊन ह पन्ना सहीं दिखय। ओ सिंघासन के चारों कोति अऊ चौबीस ठन सिंघासन रहय, जेम चौबीस झन धरम अगुवामन बईठे रहंय। ओमन सफेद कपड़ा पहिरे रहंय अऊ ओमन के मुड़ी म सोन के मुकुट रहय। ओ सिंघासन म ले बिजली, अवाज अऊ बादर के गरजन निकरत रहय। अऊ ओ सिंघासन के आघू म सात ठन मसाल बरत रहंय, जऊन मन परमेसर के सात आतमा अंय। ओ सिंघासन के आघू म कांच के समुंदर सहीं घलो रहय, जेकर आर-पार जम्मो चीज साफ-साफ दिखय।

सिंघासन के चारों कोति, एकर चारों किनारा म चार जीयत परानी रहंय, जेमन के आघू अऊ पाछू म आंखीच आंखी रहय। पहिली जीयत परानी ह सिंह के सहीं रहय; दूसरा परानी ह बइला सहीं; तीसरा परानी के चेहरा ह मनखे सहीं रहय अऊ चौथा परानी ह उड़त गिधवा सहीं रहय। चारों जीयत परानीमन के छै-छै ठन डेना रहय अऊ ओमन जम्मो अंग, डेना के भीतर घलो आंखीमन ले भरे रहंय। रात अऊ दिन, ओमन लगातार ए कहत रहंय:

“ ‘सर्वसक्तिमान परभू परमेसर ह पबितर,
पबितर, पबितर ए,’[f] जऊन ह रिहिस,
जऊन ह हवय अऊ जऊन ह अवइया हवय।”

जब-जब ओ जीयत परानीमन ओकर महिमा, आदर अऊ धनबाद करंय, जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय अऊ जुग-जुग ले जीयत हवय, 10 तब-तब ओ चौबीस धरम अगुवामन ओकर आघू म माड़ी टेकंय, जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, अऊ ओकर अराधना करंय, जऊन ह जुग-जुग ले जीयत हवय। ओमन अपन-अपन मुकुट ला सिंघासन के आघू म मढ़ाके ए कहंय:

11 “हमर परभू अऊ परमेसर!
    तेंह महिमा, आदर अऊ सामरथ पाय के काबिल अस।
काबरकि तेंह जम्मो चीज ला बनाय हवस, अऊ तोर ईछा के दुवारा ओमन गढ़े गीन अऊ ओमन के असतित्व हवय।”

जिनगी के किताब अऊ मेढ़ा-पीला

तब मेंह देखेंव कि जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, ओकर जेवनी हांथ म एक ठन किताब रहय, जेकर दूनों कोति लिखाय रहय अऊ ओला सात ठन मुहर लगाके बंद करे गे रहय। अऊ मेंह देखेंव कि एक सक्तिसाली स्‍वरगदूत ह ऊंचहा अवाज म ए घोसना करत रहय, “मुहर ला टोरके किताब ला खोले के काबिल कोन ए?” पर स्‍वरग म या धरती ऊपर या धरती के खाल्‍हे म कोनो घलो ओ किताब ला खोले के या ओला देखे के काबिल नइं रिहिस। मेंह अब्‍बड़ रोवंय काबरकि अइसने कोनो नइं मिलिस, जऊन ह किताब ला खोले या ओला देखे के काबिल होवय। तब ओ अगुवामन ले एक झन ह मोला कहिस, “झन रो! देख, जऊन ह यहूदा गोत्र के सिंह ए, अऊ दाऊद राजा के बंसज ए, ओह बिजय पाय हवय अऊ ओह सातों मुहर ला टोरे अऊ किताब ला खोले के काबिल हवय[g]।”

तब मेंह एक ठन मेढ़ा-पीला ला देखेंव, जऊन ह अइसने दिखत रहय, मानो ओकर बध करे गे हवय। ओ मेढ़ा-पीला ह सिंघासन के आघू म चारों जीयत परानी अऊ अगुवामन के बीच म ठाढ़े रहय। ओकर सात ठन सिंग अऊ सात ठन आंखी रिहिस, जऊन मन परमेसर के सात आतमा अंय अऊ एमन ला जम्मो धरती म पठोय गे हवय। तब मेढ़ा-पीला ह आईस अऊ जऊन ह सिंघासन म बिराजे रहय, ओकर जेवनी हांथ ले ओह किताब ला ले लीस। अऊ जब मेढ़ा-पीला ह किताब ला ले लीस, त ओ चारों जीयत परानी अऊ ओ चौबीस अगुवामन मेढ़ा-पीला के आघू म गिर पड़िन। हर एक के हांथ म बीना अऊ धूप ले भरे सोन के कटोरा रहय, जऊन ह पबितर मनखेमन के पराथना अय। अऊ ओमन एक नवां गीत गाईन:

“तेंह किताब ला लेय के
    अऊ ओकर मुहरमन ला टोरे के काबिल हवस,
काबरकि तोर बध करे गीस,
    अऊ अपन लहू के दुवारा तेंह जम्मो जाति,
    भासा, देस अऊ गोत्र के मनखेमन ला परमेसर बर बिसोय हवस।
10 तेंह ओमन ला एक ठन देस अऊ पुरोहित बना दे हवस कि ओमन हमर परमेसर के सेवा करंय,
    अऊ ओमन धरती ऊपर राज करहीं।”

11 तब मेंह लाखों-करोड़ों स्वरगदूतमन ला देखेंव अऊ ओमन के अवाज सुनेंव। ओमन सिंघासन, जीयत परानी अऊ अगुवामन के चारों कोति रहंय। 12 ओमन ऊंचहा अवाज म गावत रहंय:

“जऊन मेढ़ा-पीला के बध करे गीस,
    ओह सामरथ, धन, बुद्धि, बल, आदर,
    महिमा अऊ परसंसा पाय के काबिल अय।”

13 तब मेंह अकास, धरती अऊ धरती के खाल्‍हे अऊ समुंदर के जम्मो परानीमन ला अइसने गावत सुनेव:

“जऊन ह सिंघासन म बईठथे,
    ओकर अऊ ओ मेढ़ा-पीला के परसंसा, आदर, महिमा अऊ सामरथ
जुग-जुग होवय।”

14 अऊ चारों जीयत परानीमन कहिन, “आमीन,” अऊ अगुवामन माड़ी के भार गिरके अराधना करिन।

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