Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
दाऊद क एक गीत।
1 हे यहोवा, तोहरे तम्बू मँ कउन समइ बिताई सकत ह?
कउन व्यक्ति तोहरे पवित्तर पर्वते पइ रहि सकत ह?
2 सिरिफ उहइ मनई जउन खरी जिन्नगी जिअत ह, अउर जउन उत्तिम करमन क करत ह,
अउर जउन हिरदइ स फुरइ बोलत ह।
उहइ तोहरे पर्वते पइ रह सकत ह।
3 अइसा मनई अउरन क बारे मँ कबहुँ बुरा नाहीं बोलत ह।
उ आपन घराने क बुराई नाहीं करत ह।
4 उ ओन मनइयन क इज्जत नाहीं करत जउन परमेस्सर स घिना राखत हीं।
अउर उ ओन सबहिं क सम्मान करत ह, जउन यहोवा क सेवक अहइँ।
अइसा मनई अगर कउनो वचन देत ह तउ उ उ वचन क पूरा भी करत ह,
जउन उ दिहे रहा।
5 उ मनई अगर कउनो क धन उधार देत ह
तउ ओह पइ ब्याज नाहीं लेत।
उ मनई कउनो निरपराध मनई क
नस्कान पहोंचावइ बरे घूस नाहीं लेत।
अगर कउनो मनई उ खरा मनई क तरह जिन्नगी जिअत ह तउ उ मनई कबहुँ भी ठोकर नाहीं खाइहीं।
इस्राएल क मुखिया बुराई क अपराधी अहइँ
3 फुन मइँ कहेउँ, “हे याकूब क मुखिया लोगो, अब सुन ल्या।
हे इस्राएल क प्रजा क सासक लोगो, अब सुन ल्या।
तू पचन्क जानइ चाही कि निआव का होत ह।
2 किन्तु तू पचन्क नेकी स घिना अहइ
अउर तू पचे लोगन्क खाल तलक उतारि लेत अहा।
तू पचे लोगन्क हाड़न स माँस नोच लइ लेत अहा।
3 तू पचे मोरे लोगन्क बर्बाद करत अहा।
तू पचे ओनकर खाल तलक ओनसे उतारत अहा अउर ओनकर हाड़ तलक तोड़त अहा।
तू पचे ओनकर हाड़न अइसे तोड़त अहा जइसे हाँड़ी मँ माँस चढ़ावइ बरे।
4 तू पचे यहोवा स बिनती करब्या
मुला उ तू पचन्क जवाब नाहीं देइ।
नाहीं, यहोवा आपन मुँहना तू पचन्स छुपाइ।
काहेकि तू पचे बुरा करम किहे अहा।”
अपनी मउत क बावत ईसू क बात
31 ओकरे चला जाइ क बाद ईसू कहेस, “मनई क पूत अब महिमावान भवा अहइ। अउर ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ। 32 जदि ओसे परमेस्सर क महिमा भइ अहइ तउ परमेस्सर खुदइ स ओका महिमावान बनाई। अउर उ ओका जल्दी महिमा देइ।
33 “ऐ मोर चहेता बच्चो! मइँ तनिक देर अउर तोहरे साथ अहउँ। तू पचे मोका ढूँढ़िब्या अउर जइसे कि मइँ यहूदियन स कहे अहउँ, तू सबेन्ह हुवाँ नाहीं जाइ सकत्या, जहाँ मइँ जात अहउँ, वइसे मइँ तोहसे अब कहत अहउँ।
34 “मइँ तोहका सबेन्ह क एक नवा आदेस देत अहउँ कि तू सबेन्ह एक दूसरे स पिरेम करा। जइसे मइँ तोहसे सबेन्ह स पिरेम करेउँ ह, वइसे तू पचे एक दूसरे स पिरेम करा। 35 जब तू पचे एक दूसरे स पिरेम करब्या, तबहीं सब जानि पइहीं कि तू सबेन्ह मोर चेलन अह्या।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.