Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
6 हे यहोवा, तू मोका इ समुझाया ह:
तू फुरइ कउनो अन्नबलि अउ पसुबलि नाहीं चाहत रह्या।
कउनो होमबलि अउ पापबलि तोहका नाहीं चाही।
7 तउ मइँ कहेउँ, “लखा मइँ आवत हउँ!
किताबे मँ मोरे बारे मँ इहइ लिखा अहइ।
8 हे मोरे परमेस्सर, मइँ उहइ करइ चाहत हउँ जउन तू चाहत ह।
मइँ मनवा मँ तोहरी सिच्छन क बसाइ लिहेउँ।”
9 मइँ महासभा क बीच लोगन क उद्धार क खुस खबरी कहेउँ।
हे यहोवा, तू जानत अहा कि एकरे बारे मँ कहइ स डरेउँ नाहीं।
10 मइँ तोहार उद्धार बरे चुप नाहीं रहब।
हे यहोवा, मइँ तोहार बिस्सासी अउर मुक्ति बरे खुलके बोलेउँ।
मइँ महासभा मँ तोहार बिस्ससनीय पिरेम
अउर दयालुता क बिना छुपाए बोलेउँ।
11 एह बरे हे यहोवा, तू आपन दाया मोहसे जिन छुपावा।
तू आपन करुणा अउ सच्चाई स मोर रच्छा करा।
12 मोका दुट्ठ मनइयन घेरि लिहन,
उ पचे ऍतना जियादा बाटेन कि गना नाहीं जातेन।
मोका आपन पापन घेरि लिहे अहइँ,
अउर मइँ ओनसे बचिके पराइ नाहीं सकत हउँ।
मोर पाप मोरे मूँड़े क बारे स जियादा अहइँ।
मोर साहस मोहसे हेराइ चुका बाटइ।
13 हे यहोवा, मोरी कइँती दउड़ा अउ मोर रच्छा करा।
आवा, देरी जिन करा, मोका बचाइ ल्या।
14 उ सबइ दुट्ठ मनई मोका मारइ क जतन करत हीं।
हे यहोवा, ओनका लज्जित करा अउ ओनका निरास कइ द्या।
उ सबइ मनई मोका दुःख पहोंचावइ चाहत हीं।
तू ओनका अपमानित होइके पराइ द्या।
15 उ सबइ दुट्ठ लोग मोर मसखरी उड़ावत हीं।
ओनका ऍतना सर्मिन्दा करा कि उ पचे बोल तलक न पावइँ।
16 मुला उ सबइ मनई जउन तोहका हेरत हीं, आनन्द मँ भरि जाइँ।
उ सबइ मनई सदा इ कहत रहइँ, “यहोवा क गुण गावा!”
ओन लोगन क तोहसे ही रच्छित होब नीक लागत ह।
17 हे मोर सुआमी, मइँ तउ बस दीन, बेसहारा मनई अहउँ।
मोर रच्छा करा,
तू मोका बचाइ ल्या।
हे मोर परमेस्सर, अब जियादा देर जिन करा।
53 हम जउन बातन बताए रहे, ओनकर फुरइ कउन बिस्सास किहस? यहोवा क दण्ड क फुरइ कउन कबूलेस?
2 यहोवा क समन्वा एक नान्ह पउधन क तरह ओकर बढ़वार भइ। उ एक अइसी जड़ क समान रहा जउन झुरान धरती मँ फूटति रही। उ कउनो खास, नाहीं देखाइ देत रहा। न ही कउनो ओकर कउनो विसेस महिमा रही। जदि हम ओका देखिन तउ हमका ओहमा कउनो अइसी विसेस बात नाहीं देखाइ देत, जेहसे हम ओका चाह सकित। 3 ओहसे घिना कीन्ह गइ रही अउर ओकर मीतन ओका तजि दिहे रहेन। उ एक अइसा मनई रहा जउन पीरा क जानत रहा। उ बीमारी क बहोत अच्छी तरह पहिचानत रहा। लोग ओका एतना भी आदर नाहीं देत रहेन कि ओका देख तउ लेइँ। हम तउ ओह पइ धियान तलक नाहीं देत रहे।
4 किन्तु उ हमार पाप अपने उपर लइ लिहस। उ हमार पीरा क हमसे लइ लिहस अउर हम इहइ सोचत रहे कि परमेस्सर ओका दण्ड देत अहइ। हम सोचा परमेस्सर ओह पइ ओकरे करमन बरे मार लगावत अहइ। 5 किन्तु उ तउ ओन बुरे कामन बरे बेधा जात अहइ, जउन हम किहे रहे। उ हमार अपराधन बरे कुचरा जात रहा। जउन कर्जा हमका चुकावइ क रहा, यानी हमार दण्ड रहा, ओका उ चुकावत रहा। ओकरी सबइ यातना क बदले मँ हम चंगे (छिमा) कीन्ह ग रहे। 6 किन्तु ओकरे एतना करइ क पाछे भी हम सब भेड़िन क तरह एहर-ओहर भटक गए। हम मँ स हर एक आपन-आपन राह चला गवा। यहोवा क जरिये हमक हमार अपराधन स मुक्त कइ दीन्ह जाइ क पाछे अउर हमरे अपराध क आपन सेवक स जोड़ देइ पर भी हम अइसा कीन्ह।
7 ओका सतावा गवा अउर दण्डित कीन्ह गवा। किन्तु उ ओकरे विरोध मँ आपन मुँह नाहीं खोलेस। उ बध बरे लइ जाइ जात भइ मेमना क समान चुप रहा। उ उ मेमना क समान चुप रहा जेकर ऊन उतारा जात रहा होइ। उ कबहुँ आपन मुँह नाहीं खोलेस। 8 लोग ओह पइ बल प्रयोग किहन अउर ओका लइ गएन। ओकरे साथ खरेपन स निआव नाहीं कीन्ह गवा। ओकर भावी परिवार बरे कउनो वुछ नाहीं कहि सकत काहेकि सजीव लोगन क धरती स ओका उठाइ लीन्ह गवा। मोर लोगन क पापन्क भुगतान करइ बरे ओका दण्ड दीन्ह गवा रहा। 9 ओकर मउत होइ गइ अउर दुट्ठ लोगन क संग ओका गाड़ा गवा। धनवान लोगन क बीच ओका दफनावा गवा। उ कबहुँ कउनो हिंसा नाहीं किहेस। उ कबहुँ झूठ नाहीं बोलेस किन्तु फुन भी ओकरे साथ अइसी बातन घटिन।
10 यहोवा ओका कुचर डावइ क निहचय किहेस। यहोवा निहचय किहस कि उ सबइ यातना झेलइ। तउ सेवक आपन प्रान तजइ क खुद क सौंपेस। किन्तु उ एक नवा जीवन अनन्त-अनन्त काल तलक बरे पाई। उ आपन लोगन क लखी। यहोवा ओका जउन करइ चाहत ह, उ ओन बातन क पूरा करी। 11 उ आपन आतिमा मँ बहोत सी पीरन झेली किन्तु उ घटइवाली अच्छी बातन क लखी। उ जउने बातन क गियान प्राप्त करत ह, ओनसे संतुट्ठ होइ।
मोर उ उत्तिम सेवक बहोत स लोगन क ओनके अपराधन स छुटकारा दिलवाई। उ ओनके पापन्क अपने सिरन पइ लइ लेइ। 12 एह बरे मइँ ओका बहोतन क संग पुरस्कार क सहभागी बनाउब। उ सबइ चिजियन क उ लोगन क बीच मँ बाँटब जउन मज़बूत अहइ। काहेकि उ आपन जिन्नगी दूसरन बरे दइ दिहस। उ अपने आप क अपराधियन क बीच गना जाइ दिहस। जबकि उ वास्तव मँ बहुतेरन क पापन्क दूर किहस अउर अब उ पाप बरे ओनकर रच्छक क रूप मँ बोलत ह।
अन्तिम बलिदान
10 व्यवस्था त आवइवाली अच्छी बातन क छाया मात्र प्रदान करत ह। अपने आप मँ उ बात यर्थाथ नाहीं हइन। इही बरे उही बलियन क द्वारा जेन्हे हमेसा हर बरिस अनन्त रूप स दीन्ह जात रहत ह, आराधना क बरे लगे आवइवालन क हमेसा-हमेसा क बरे पूरा सिद्ध नाहीं कीन्ह जाइ सकत। 2 अगर अइसेन होइ पावत तउ का ओनकर चढ़ावा जाब बन्द न होइ जात? काहेकि फिन तउ आराधना करइवालन एक ही इ बार मँ सदा-हमेसा क बरे पवित्तर होइ जातेन। अउर आपने पापन क बरे फिन कबहुँ खुद क अपराधी न समझतेन। 3 मुला उ बलिदान तउ बस पापन क एक बरस भरे क स्मृति मात्र अहइँ। 4 काहेकि साँड़न अउर बकरन क लहू पापन क दूर कइ देइ, इ सम्भव नाहीं बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.