Revised Common Lectionary (Semicontinuous)
आरोहण गीत।
1 जब यहोवा सिय्योन क लोगन क कैद स वापिस लिआइ
तउ इ कउनो सपना क नाईं होइ।
2 तब हम पचे हँसत रहत होब अउ खुसी क गीत गावत रहत होब।
तब दूसर रास्ट्र क लोग कहत रहत रहब, “यहोवा ओकरे बरे महान कार्य किहस ह।”
3 यहोवा हम लोगन बरे एक अद्भुत करम किहे होतेन,
तउ हम पचे बहोत खुस होतेन।
4 हे यहोवा, हमका रेगिस्तान मँ बहत रहे जलधारन क नाईं,
कैद स वापिस लिआवा।
5 जउन कउनो रोवत भए बिआ बोवत ह,
मुला उ कटनी क समइ खुसी क गीत गाउब।
6 जउन कउनो आँसुअन क संग बिआ लइके जात ह,
उ पचे जब फसल लिआवत हीं तउ आनन्दित होत हीं।
इस्राएल क सजा क अन्त
40 “चैन द्या, मोरे लोगन क चैन द्या!
तोहार पचन्क परमेस्सर कहत ह।
2 तू यरूसलेम स दाया स बातन करा।
यरूसलेम क बताइ द्या, ‘तोहरी सेवा क समय पूरा होइ चुका।
तू आपन पापन क कीमत दइ दिहे अहा।’
यहोवा यरूसलेम क कीन्ह भए पापन क
दुइ गुणा दण्ड ओका दिहेस ह।”
3 सुना! एक मनई क जोर स गोहरावत भए सुर:
“यहोवा बरे बियाबान मँ एक राह बनावा।
हमार परमेस्सर बरे बियाबान मँ एक रास्ता चौरस करा।
4 हर घाटी क भरि द्या
हर एक पर्वत अउ पहाड़ी क समथर करा।
टेढ़-मेढ़ राहन क सोझ करा।
उबड़-खाबड़ क चौरस बनाइ द्या।
5 तब यहोवा क महिमा परगट होइ।
सब लोग एकट्ठा यहोवा क तेज क लखिहीं।
हाँ, यहोवा खुद इ सबइ कहेस ह।”
6 एक वाणी मुखरित भइ, उ कहेस, “बोला।”
तउ मनई पूछेस, “मइँ का कहउँ?”
वाणी कहेस, “लोग सदा जिअत नाहीं रहिहीं।
उ सबइ रेगिस्ताने क घास क नाई अहइँ।
ओनकर धार्मिकता जंगली फूल क समान अहइ।
7 एक सक्तिसाली आँधी यहोवा कइँती स उ घासे पइ चलत ह,
अउर घास झुराइ जात ह, जंगली फूल नस्ट होइ जात ह।
हाँ सबहिं लोग घास क समान अहइँ।
8 घास मरि जात ह अउर जंगली फूल नस्ट होइ जात ह।
किन्तु हमरे परमेस्सर क बचन सदा बने रहत हीं।”
मुक्ति: परमेस्सर क सुसंदेस
9 हे, सिय्योन, तोहरे लगे सुसंदेस कहइ क अहइ।
तु पहाड़े पइ चढ़ि जा अउर ऊँचे सुर स ओका गोहरावा।
यरूसलेम, तोहरे लगे एक सुसंदेस कहइ क अहइ।
भयभीत जिन ह्वा, तू ऊँच सुर मँ बोला।
यहूदा क सारे नगरन क तू इ सबइ बातन बताइ द्या:
“लखा, इ रहा तोहार परमेस्सर!”
10 मोर सुआमी यहोवा सक्ति क संग आवत अहइ।
उ आपन सक्ति क उपयोग लोगन पइ सासन करइ मँ लगाइ।
यहोवा आपन लोगन क प्रतिफल देइ।
ओकरे लगे देइ क ओनकर मजदूरी होइ।
11 यहोवा आपन लोगन क वइसे ही अगुवाई करी जइसे कउनो गड़रिया आपन भेड़िन क अगुवाई करत ह।
यहोवा आपन बाहु क काम मँ लिआई अउर आपन भेड़िन क बटोरी।
यहोवा नान्ह भेड़िन क उठाइके गोद मँ थामी, अउर ओनकर महतारिन ओकरे संग संग चलिहीं।
22 काहेकि हम जानित ह कि आजु तलक समूची सृस्टि प्रसव पीड़ा मँ कराहत अउ तड़पत रही बाटइ। 23 न केवल इ सृस्टि बल्कि हमहूँ जेका आतिमा क पहिला फल मिला बा, अपने भितर कराहत रहे बाटेन। काहेकि हमका ओकरे जरिये पूरी तरह अपनावा जाइ क इन्तजार अहइ कि हमार देह मुक्त होइ जाइ। 24 हमार उदूधार भवा बा। इही स हमरे मने मँ आसा बा परन्तु जब हम जेकर आसा करित ह ओका देखि लेइत ह तउ उ आसा नाहीं रहत। जउन देखात बाटइ ओकर आसा कउन कई सकत ह। 25 परन्तु अगर जेका हम देखत नाहीं अही ओकर आसा करित ह तउ धीरज अउर सहनसीलता क साथे ओकर रस्ता जोहित ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.