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Revised Common Lectionary (Complementary)

Daily Bible readings that follow the church liturgical year, with thematically matched Old and New Testament readings.
Duration: 1245 days
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
Version
भजन संहिता 69:1-5

“कुमुदिनी” नामक धुन पर संगीत निर्देशक के लिए दाऊद का एक भजन।

हे परमेश्वर, मुझको मेरी सब विपतियों से बचा!
    मेरे मुँह तक पानी चढ़ आया है।
कुछ भी नहीं है जिस पर मैं खड़ा हो जाऊँ।
    मैं दलदल के बीच नीचे धँसता ही चला जा रहा हूँ।
मैं नीचे धंस रहा हूँ।
    मैं अगाध जल में हूँ और मेरे चारों तरफ लहरें पछाड़ खा रही है। बस, मैं डूबने को हूँ।
सहायता को पुकारते मैं दुर्बल होता जा रहा हूँ।
    मेरा गला दु:ख रहा है।
मैं बाट जोह रहा हूँ तुझसे सहायता पाने
    और देखते—देखते मेरी आँखें दु:ख रही है।
मेरे शत्रु! मेरे सिर के बालों से भी अधिक हैं।
    वे मुझसे व्यर्थ बैर रखते हैं।
    वे मेरे विनाश की जुगत बहुत करते हैं।
मेरे शत्रु मेरे विषय में झूठी बातें बनातें हैं।
    उन्होंने मुझको झूठे ही चोर बताया।
    और उन वस्तुओं की भरपायी करने को मुझे विवश किया, जिनको मैंने चुराया नहीं था।
हे परमेश्वर, तू तो जानता है कि मैंने कुछ अनुचित नहीं किया।
    मैं अपने पाप तुझसे नहीं छिपा सकता।

भजन संहिता 69:30-36

30 मैं परमेश्वर के नाम का गुण गीतों में गाऊँगा।
    मैं उसका यश धन्यवाद के गीतों से गाऊँगा।
31 परमेश्वर इससे प्रसन्न हो जायेगा।
    ऐसा करना एक बैल की बलि या पूरे पशु की ही बलि चढ़ाने से अधिक उत्तम है।
32 अरे दीन जनों, तुम परमेश्वर की आराधना करने आये हो।
    अरे दीन लोगों! इन बातों को जानकर तुम प्रसन्न हो जाओगे।
33 यहोवा, दीनों और असहायों की सुना करता है।
    यहोवा उन्हें अब भी चाहता है, जो लोग बंधन में पड़े हैं।
34 हे स्वर्ग और हे धरती,
    हे सागर और इसके बीच जो भी समाया है। परमेश्वर की स्तुती करो!
35 यहोवा सिय्योन की रक्षा करेगा!
    यहोवा यहूदा के नगर का फिर निर्माण करेगा।
वे लोग जो इस धरती के स्वामी हैं, फिर वहाँ रहेंगे!
36     उसके सेवकों की संताने उस धरती को पायेगी।
    और ऐसे वे लोग निवास करेंगे जिन्हें उसका नाम प्यारा है।

यशायाह 41:14-20

14 मूल्यवान यहूदा, तू निर्भय रह! हे मेरे प्रिय इस्राएल के लोगों।
    भयभीत मत रहो।”
    सचमुच मैं तुझको सहायता दूँगा।

स्वयं यहोवा ही ने यें बातें कहीं थी।

इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) ने
    जो तुम्हारी रक्षा करता है, कहा था:
15 देख, मैंने तुझे एक नये दाँवने के यन्त्र सा बनाया है।
    इस यन्त्र में बहुत से दाँते हैं जो बहुत तीखे हैं।
किसान इसको अनाज के छिलके उतारने के काम में लाते है।
    तू पर्वतों को पैरों तले मसलेगा और उनको धूल में मिला देगा।
तू पर्वतों को ऐसा कर देगा जैसे भूसा होता है।
16 तू उनको हवा में उछालेगा और हवा उनको उड़ा कर दूर ले जायेगी और उन्हें कहीं छितरा देगी।
    तब तू यहोवा में स्थित हो कर आनन्दित होगा।
तुझको इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) पर पहुत गर्व होगा।

17 “गरीब जन, और जरुरत मंद जल ढूँढ़ते हैं किन्तु उन्हें जल नहीं मिलता है।
    वे प्यासे हैं और उनकी जीभ सूखी है। मैं उनकी विनतियों का उत्तर दूँगा।
मैं उनको न ही तजूँगा और न ही मरने दूँगा।
18 मैं सूखे पहाड़ों पर नदियाँ बहा दूँगा।
    घाटियों में से मैं जलस्रोत बहा दूँगा।
मैं रेगिस्तान को जल से भरी झील में बदल दूँगा।
    उस सूखी धरती पर पानी के सोते मिलेंगे।
19 मरुभूमि में देवदार के, कीकार के, जैतून के, सनावर के, तिघारे के, चीड़ के पेड़ उगेंगे!
20 लोग ऐसा होते हुए देखेंगे और वे जानेंगे कि
    यहोवा की शक्ति ने यह सब किया है।
लोग इनको देखेंगे और समझना शुरु करेंगे कि
    इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) ने यह बातें की हैं।”

यूहन्ना 1:29-34

यीशु परमेश्वर का मेमना

29 अगले दिन यूहन्ना ने यीशु को अपनी तरफ आते देखा और कहा, “परमेश्वर के मेमने को देखो जो जगत के पाप को हर ले जाता है। 30 यह वही है जिसके बारे में मैंने कहा था, ‘एक पुरुष मेरे पीछे आने वाला है जो मुझसे महान है, मुझसे आगे है क्योंकि वह मुझसे पहले विद्यमान था।’ 31 मैं खुद उसे नहीं जानता था किन्तु मैं इसलिये बपतिस्मा देता आ रहा हूँ ताकि इस्राएल के लोग उसे जान लें।”

32-34 फिर यूहन्ना ने अपनी यह साक्षी दी: “मैनें देखा कि कबूतर के रूप में स्वर्ग से नीचे उतरती हुई आत्मा उस पर आ टिकी। मैं खुद उसे नहीं जान पाया, पर जिसने मुझे जल से बपतिस्मा देने के लिये भेजा था मुझसे कहा, ‘तुम आत्मा को उतरते और किसी पर टिकते देखोगे, यह वही पुरुष है जो पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देता है।’ मैनें उसे देखा है और मैं प्रमाणित करता हूँ, ‘वह परमेश्वर का पुत्र है।’”

Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)

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