Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Saral Hindi Bible (SHB)
Version
Error: 'भजन संहिता 31-32' not found for the version: Saral Hindi Bible
प्रेरित 23:16-35

16 पौलॉस के भाँजे ने इस मार ड़ालने के विषय में सुन लिया. उसने सेना घर में जा कर पौलॉस को इसकी सूचना दे दी.

17 पौलॉस ने एक सैन्य अधिकारी को बुला कर कहा, “कृपया इस युवक को सेनापति के पास ले जाइए. इसके पास उनके लिए एक सूचना है.” 18 इसलिए सैन्य अधिकारी ने उसे सेनापति के पास ले जा कर कहा, “बन्दी पौलॉस ने मुझे बुला कर विनती की है कि इस युवक को आपके पास ले आऊँ क्योंकि इसके पास आपके लिए एक सूचना है.”

19 इसलिए सेनापति ने उस युवक का हाथ पकड़ कर अलग ले जा कर उससे पूछताछ करनी शुरु कर दी, “क्या सूचना है तुम्हारे पास?”

20 उसने उत्तर दिया, “पौलॉस को महासभा में बुलाना यहूदियों की सिर्फ एक योजना ही है, मानो वे उनके विषय में बारीकी से जांच करना चाहते हैं. 21 कृपया उनकी इस विनती की ओर ध्यान न दें क्योंकि चालीस से अधिक व्यक्ति पौलॉस के लिए घात लगाए बैठे हैं. उन्होंने ठान लिया है कि जब तक वे पौलॉस को खत्म नहीं कर देते, वे न तो कुछ खाएँगे और न ही कुछ पिएंगे. अब वे आपकी हाँ के इंतज़ार में बैठे हैं.”

22 सेनापति ने युवक को इस निर्देश के साथ विदा कर दिया, “किसी को भी यह मालूम न होने पाए कि तुमने मुझे यह सूचना दी है.”

पौलॉस का स्थानान्तरण कयसरिया नगर को

23 तब सेनापति ने दो नायकों को बुला कर आज्ञा दी, “रात के तीसरे घण्टे तक दो सौ सैनिकों को लेकर कयसरिया नगर को प्रस्थान करो. उनके साथ सत्तर घुड़सवार तथा दो सौ भालाधारी सैनिक भी हों. 24 पौलॉस के लिए घोड़े की सवारी का प्रबन्ध करो कि वह राज्यपाल फ़ेलिक्स के पास सुरक्षित पहुँचा दिए जाएँ.”

25 सेनापति ने उनके हाथ यह पत्र भेज दिया:

26 परमश्रेष्ठ राज्यपाल फ़ेलिक्स की सेवा में,

क्लॉदियॉस लिसियस का सादर,

अभिनन्दन.

27 जब इस व्यक्ति को यहूदियों ने दबोचा और इसकी हत्या करने पर ही थे, मैं घटना स्थल पर अपनी सैनिक टुकड़ी के साथ जा पहुँचा और इसे उनके पंजों से मुक्त कराया क्योंकि मुझे यह मालूम हुआ कि यह एक रोमी नागरिक है. 28 तब इस पर लगाए आरोपों की पुष्टि के उद्देश्य से मैंने इसे उनकी महासभा के सामने प्रस्तुत किया. 29 वहाँ मुझे यह मालूम हुआ कि इस पर लगाए गए आरोप मात्र उनकी ही व्यवस्था की विधियों से सम्बन्धित हैं, न कि ऐसे, जिनके लिए हमारे नियमों के अनुसार मृत्युदण्ड या कारावास दिया जाए. 30 फिर मुझे यह सूचना प्राप्त हुई कि इस व्यक्ति के विरुद्ध हत्या का षड्यन्त्र रचा जा रहा है. मैंने इसे बिना देर किए आपके पास भेजने का निश्चय किया. मैंने आरोपियों को भी ये निर्देश दे दिए हैं कि वे इसके विरुद्ध सभी आरोप आपके ही सामने प्रस्तुत करें.

31 इसलिए आज्ञा के अनुसार सैनिकों ने रातों-रात पौलॉस को अन्तिपातरिस नगर के पास पहुँचा दिया. 32 दूसरे दिन घुड़सवारों को पौलॉस के साथ भेज कर वे स्वयं सैनिक गढ़ लौट आए. 33 कयसरिया नगर पहुँच कर उन्होंने राज्यपाल को वह पत्र सौंपा और पौलॉस को उनके सामने प्रस्तुत किया. 34 पत्र पढ़ कर राज्यपाल ने पौलॉस से प्रश्न किया कि वह किस प्रदेश के हैं. यह मालूम होने पर कि वह किलिकिया प्रदेश के हैं 35 राज्यपाल ने कहा, “तुम्हारे आरोपियों के यहाँ पहुँचने पर ही मैं तुम्हारी सुनवाई करूँगा” और उसने पौलॉस को हेरोदेस के राजभवन परिसर में रखने की आज्ञा दी.

Saral Hindi Bible (SHB)

New Testament, Saral Hindi Bible (नए करार, सरल हिन्दी बाइबल) Copyright © 1978, 2009, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.