Read the New Testament in 24 Weeks
परमेस्सर अपने पूत क माध्यम स बोलत ह
1 परमेस्सर त अतीत मँ नबियन क जरिये कइयउ अवसरन प कउनउ तरह स हमरे पूर्वजन स बातचीत किहेस। 2 मुला इन आखिरी दिने मँ उ हमसे अपने पूत क जरिये बातचीत किहेस, जेका ओ सब कछू क उत्तराधिकारी नियुक्त किहेस अउर जेकरे द्वारा उ समूचे ब्रह्माण्ड क रचना किहेस। 3 उ पूत परमेस्सर क महिमा क प्रभा-मण्डल अहइ अउर ओकरे प्रकृति क प्रतिलिपि अहइ। उ अपने समर्थ बचन क द्वारा सब चीजन क स्थिति बनाए रखत ह। सबके पापन क धोअइ क उ सरगे मँ ओह महामहिम क दहिने हाथे बइठि गवा। 4 एह तरह उ सरगदूतन स एतना ही महान बनि गवा जेतॅना कि ओनके उ किहेन। उ सबइ नाउँ स उत्तिम नाउँ बाटइ जउन उ उत्तराधिकार मँ पाए अहइ।
5 काहेकि परमेस्सर तउ कउनो सरगदूतन स कभी अइसेन नाहीं कहेसः
“पूत तू मोर,
आजू तोहार बनि गवा हउँ मइँ पिता।” (A)
अउर न ही कउनो सरगदूत स उ इ कहेस ह,
“पिता ओकर मइँ बनबइ,
अउर होइ पूत उ मोर।” (B)
6 अउर फिन उ जब आपन पहिलौट क लड़का अउर महत्वपूर्ण क संसार मँ लावत ह तउ कहत ह,
“परमेस्सर क सरगदूतन सब ओकर नमन करइँ।”[a]
7 सरगदूतन क बारे मँ बतावत उ कहत ह,
“सरगदूतन उ अपने सब पवन बनावइ
अउर बनावइ आपन सेवक लपट आगी क।” (C)
8 मुला अपने पूत क बारे मँ उ कहत हः
“हे परमेस्सर, सास्वत तोहर सिंहासन बा,
तोहार राजदण्ड बाटइ नेकी;
9 नेकी ही तोहका पिआरी बा, तोहका घृणा रही पापन स
तउन परमेस्सर, तोहर परमेस्सर तउ चुना बा तोहका अउर ओह महान आनन्द दिहेस।
तोहका कहूउँ जियादा तोहरे साथियन स।” (D)
10 उ इहउ कहत ह,
“हे पर्भू सृस्टि क जब होत रहा जन्म मँ तुमने सरग तथा धरती क नींव राख्या
यह तोहरे हाथ का ही कारज अहइँ।
11 अउर इ सब नस्ट होइ जइहीं
मुला रहेगा तू चिरन्तर पुरान कपड़ा स फटि जइहीं इ सबइ
12 अउर तू परिधान जइसेन ओनका लपेटब्या
बदल उ जइहीं फिन कपड़ा जइसेन।
मुला तू तउ अहसेन, जैसा की चाह्या रहब्या
तोहरे समइ का कबहुँ न अन्त होई।” (E)
13 परमेस्सर त कबहूँ कउनो सरगदूत स अइसेन नाहीं कहेसः
“बइठा जा तू दहिने मोरे कि
ब जब तलक मइँ न तोहरे दस्मनन क चरन क चौकी बनाइ देउँ चरन तल तोहरे।” (F)
14 का सबहिं सरगदूत उद्धार पावइवालन क सेवा क बरे पठई गईन सहायक आतिमा नाहीं अहइँ।
सावधान रहइ क चेतावनी
2 एह बरे हमका अउर जियादा सावधानी क साथे, जउन कछू सुने अही, ओह प धियान देइ चाही ताकि हम भटकइ न पाइ। 2 काहेकि अगर सरगदूतन द्वारा दीन्ह गवा उपदेस सत्य होत ह अउर ओकरे हर एक उल्लंघन अउर अवज्ञा क बरे उचित सजा दीन्ह गवा तउन अगर हम अइसेन महान उद्धार क अपेच्छा कइ देत अही तउ हम दण्ड स कइसे बची। 3 एह उद्धार क पहिली घोसना पर्भू क जरिये की गइ रही। अउर फिन जे एका सुने रहेन, उ हमरे बरे एकर पुस्टि किहेस। 4 परमेस्सर तउ अचरजन, अद्भुत चिन्हन तरह-तरह क अद्भुत कारजन उ पवित्तर आतिमा क उन उपहारन द्वारा जउन ओकर इच्छा क अनुसार बाँटा गवा रहा, एका प्रमाणित किहेस।
उद्धारकर्ता मसीह क मानुस देह धारण
5 ओह भावी संसार क, जेकर हम चरचा करत अही उ सरगदूतन क अधीन नाहीं किहेस, 6 बल्कि पवित्तर सास्तरन मँ कउनउ स्थान पर कउनो इ साच्छी दिहे अहइः
“परमेस्सर का बा मनई जउन
तू ओकर सुध लेत अहा?
का अहइ हर मनई क पूत
जेकर बरे अहा चितिंत तू?
7 तू सरगदूतन स किंचित ओका कम कीहा
तनिक स समइ क रख दिहा ओका सिर महिमा अउर सम्मान क राजमुकुट
8 अउर ओकरे चरनन तरे ओकरे अधीनता मँ रख दिहा सभन कछू।” (G)
सब कछू क ओकरे अधीन रखत भए परमेस्सर तउ कछू भी अइसेन नाही छोड़ेस जउन्न ओकरे अधीन न होइ। फिन भी आजकाल हम हर एक चीज क ओकरे अधीन नाहीं देखत हई। 9 मुला हम इ देखित हई कि उ ईसू जेका तनिक समइ क बरे सरगदूतन स नीचे कइ दीन्ह गवा रहा, अब ओका महिमा अउर सम्मान क मुकुट पहिनावा गवा बा काहेकि उ मउत क यातना झेले रहा। जे परमेस्सर क अनुग्रह क कारण उ हर एक लोग क बरे मउत क अनुभव किहेस।
10 परमेस्सर एक ही बाटइ जउन सबहिं चीजन क बनएस। अउर सबहिं चीजन ओकरी महिमा बरे अहइँ। कइयउ बेटवन क महिमा प्रदान करत भवा उ परमेस्सर क बरे जेकर द्वारा अउर जेकरे बरे सब क अस्तित्व बना भवा बा, तउ उ ईसू क पूर्ण बनाएस। ओकरे बेटवन क इ सोभा देत ह कि उ ओनके छुटकारा क विधाता क जातनन क द्वारा पूरा सिद्ध करइ।
11 उ दुइनउँ ही-उ (ईसू) जउन मनई क पवित्तर बनावत ह अउर उ पचे जउन पवित्र बनावा जात हीं, एक्कई परिवार क अहइँ। इहीं बरे उ (ईसू) ओन्हन क भाइयन तथा बहिनियन कहइ मँ लज्जा नाहीं करत ह। 12 ईसू कहेस,
“आपन भाइयन मँ नाउँ क उद्घोस तोहरे मइँ करबइ
सभा क बीच सबके सामने प्रसंसा गीत तोहरे गउबइ मइँ।” (H)
13 अउर फिन,
“मइँ ओकर बिसवास करबइ।” (I)
अउर फिन उ कहत ह:
“मइँ इहाँ हउँ, अउर उ पचे सन्तान जउन हइन साथे मोरे हई दीन्ह जेनका मोरे परमेस्सर।” (J)
14 काहेकि संतान माँस अउर लहू स युक्त रही इही बरे ऊहउ ओनकइ इ मानुसता मँ सहभागी होइ गवा ताकि अपने मउत क जरिये उ ओका मतलब सइतान क खतम कइ सकइ जेकरे लगे मारइ का सक्ती बाटइ। 15 अउर ओन्हन क मुक्त कइ लेइ जेकर सम्पूर्ण जीवन मउत क बरे आपने भय क कारण दासता मँ बीता बा। 16 काहेकि उ निस्चित बा कि उ सरगदूतन नाहीं बल्कि इब्राहीम क बंसजन क सहायता भी करत अहइ। 17 इही बरे उ सब तरह स ओकरे भाइयन क जइसा बनावा गवा ताकि उ परमेस्सर क सेवा मँ दयालु अउर बिसवासी महाजायक बनि सकइ। अउर लोगन क ओनके पापन क छमा देवॉवइ क बरे बलि दइ सकइ। 18 काहेकि उॅ खुदइ ओह समइ, जब ओकर परीच्छा लीन्ह जात रही खूबइ जातना भोगे अहइ। इही बरे जेकर परीच्छा लीन्ह जात बाटइ उ ओकर सहायता करइ मँ समर्थ बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.