Read the New Testament in 24 Weeks
1 ए किताब ह यीसू मसीह के दिब्य परकासन के बारे म अय, जऊन ला परमेसर ह ओला दीस कि ओह अपन सेवकमन ला निकट भविस्य म होवइया घटनामन ला देखावय। मसीह ह अपन स्वरगदूत ला पठोके ए दिब्य परकासन के बात ला अपन सेवक यूहन्ना ला बताईस। 2 यूहन्ना ओ जम्मो बात के गवाही देवत हवय, जऊन ला ओह देखिस – कि एह परमेसर के संदेस अऊ यीसू मसीह के बताय सच्चई ए। 3 ओ मनखे ह आसिस पाही, जऊन ह ए अगमबानी के बचन ला पढ़थे अऊ ओमन आसिस पाहीं, जऊन मन एला सुनथें अऊ एम लिखे बात ला मानथें, काबरकि ए बातमन के पूरा होय के समय ह लकठा आ गे हवय।
सात कलीसियामन बर संदेस
4 में यूहन्ना ह एसिया प्रदेस के सात कलीसिया के मनखेमन ला ए बात लिखत हंव।
परमेसर जऊन ह हवय, जऊन ह रिहिस, अऊ जऊन ह अवइया हवय; अऊ ओकर सिंघासन के आघू म हाजिर सात आतमामन, 5 अऊ यीसू मसीह, जऊन ह बिसवास लइक गवाह ए, अऊ मरे म ले जी उठे म पहिलांत ए अऊ संसार म राजामन ऊपर राज करथे – ए जम्मो के तरफ ले तुमन ला अनुग्रह अऊ सांति मिलय।
यीसू, जऊन ह हमन ला मया करथे अऊ हमन ला अपन लहू के दुवारा हमर पाप ले छुटकारा दे हवय, 6 अऊ हमन ला एक देस अऊ पुरोहित बनाय हवय, ताकि हमन ओकर परमेसर अऊ ददा के सेवा करन – ओ यीसू के महिमा अऊ सामरथ जुग-जुग होवय! आमीन।
7 देखव, ओह बादर ऊपर आवत हवय,
अऊ जम्मो झन ओला देखहीं,
जऊन मन ओला छेदे-बेधे रिहिन, ओमन घलो ओला देखहीं;
अऊ संसार के जम्मो मनखेमन ओकर बर सोक मनाहीं।
अइसने ही होही! आमीन[a]।
8 परभू परमेसर ह कहिथे, “मेंह सुरू (अल्फा) अऊ मेंह अंत (ओमेगा) अंव। मेंह ओ सर्वसक्तिमान अंव, जऊन ह हवय, अऊ जऊन ह रिहिस अऊ जऊन ह अवइया हवय[b]।”
मसीह के दरसन
9 मेंह तुम्हर भाई यूहन्ना अंव अऊ यीसू के दुःख, परमेसर के राज अऊ धीरज सहित सहन करे म तुम्हर संग भागीदार अंव। परमेसर के बचन अऊ यीसू के बारे म गवाही देय के कारन मेंह पतमुस नांव के टापू म बंदी रहेंव। 10 परभू के दिन, मेंह पबितर आतमा ले भर गेंव अऊ मेंह अपन पाछू कोति तुरही के सहीं एक ऊंचहा अवाज सुनेंव, 11 जऊन ह ए कहिस: “जऊन कुछू तेंह देखत हवस, ओला एक ठन किताब म लिख अऊ ओला सात कलीसिया – इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस, फिलाडेलफिया अऊ लौदीकिया ला पठो दे।”
12 जऊन ह मोर ले गोठियावत रहय, ओला देखे बर जब मेंह पाछू कोति किंजरेंव, त मोला दीया ला मढ़ाय के सात ठन सोन के दीवट दिखिस, 13 अऊ दीवटमन के मांझा म मनखे के बेटा सहीं एक झन मनखे ला देखेंव, जऊन ह गोड़ तक लम्बा पोसाक पहिरे रहय अऊ ओकर छाती ऊपर चौरस सोन के फीता रहय। 14 ओकर मुड़ अऊ चुंदी ह ऊन अऊ बरफ सहीं एकदम पंडरा रहय अऊ ओकर आंखीमन धधकत आगी सहीं रिहिन। 15 ओकर गोड़मन भट्ठी म तिपोय पीतल सहीं चमकत रहंय अऊ ओकर अवाज ह गरजत पानी सहीं रहय। 16 ओह अपन जेवनी हांथ म सात ठन तारामन ला धरे रहय अऊ ओकर मुहूं ले एक ठन चोक दूधारी तलवार ह निकरत रहय। ओकर चेहरा ह अइसने चमकत रहय, जइसने सूरज ह भरे मंझनियां के बखत चमकथे।
17 जब मेंह ओला देखेंव, त मरे मनखे सहीं ओकर गोड़ करा गिर पड़ेंव। तब ओह अपन जेवनी हांथ ला मोर ऊपर रखके कहिस: “झन डर्रा। मेंहीच ह पहिली अऊ आखिरी अंव। 18 मेंह जीयत हवंव। मेंह मर गे रहेंव, पर देख, अब मेंह सदाकाल बर जीयत हवंव। अऊ मोर करा मिरतू अऊ मरे मनखेमन के संसार ऊपर अधिकार हवय।
19 एकरसेति, जऊन कुछू तेंह देखे हवस, जऊन ह अभी होवत हवय, अऊ जऊन ह एकर बाद होवइया हवय, ओ जम्मो बात ला लिख ले। 20 जऊन सात ठन तारा, तेंह मोर जेवनी हांथ म देखे, ओ सातों तारा अऊ सोन के सात दीवटमन के मतलब ए अय: ओ सात तारामन सात ठन कलीसिया के दूत अंय, अऊ ओ सात दीवटमन सात ठन कलीसिया अंय।”
इफिसुस के कलीसिया ला संदेस
2 “इफिसुस के कलीसिया के दूत ला ए लिख:
जऊन ह जेवनी हांथ म सात ठन तारा धरे हवय अऊ सोन के सात ठन दीवट के बीच म चलते-फिरथे, ओकर ए बचन अय: 2 मेंह तुम्हर काम, तुम्हर कठोर मिहनत अऊ तुम्हर धीरज ला जानत हंव। मेंह जानत हंव कि तुमन दुस्ट मनखेमन ला सहे नइं सकव। जऊन मन अपन-आप ला प्रेरित कहिथें, पर हवंय नइं, तुमन ओमन ला परखे हवव अऊ ओमन ला लबरा पाय हवव। 3 तुमन धीरज धरे हवव; मोर खातिर तुमन दुःख सहे हवव अऊ हिम्मत नइं हारे हवव।
4 तभो ले मेंह तुम्हर बिरोध म, ए कहत हंव: तुमन अब मोला वइसने मया नइं करव, जइसने पहिली करत रहेव। 5 सोचव कि तुमन कतेक गिर गे हवव। पछताप करव अऊ ओ काम करव, जऊन ला तुमन पहिली करत रहेव। यदि तुमन पछताप नइं करहू, त मेंह तुम्हर करा आके तुम्हर दीवट ला ओकर जगह ले टार दूहूं। 6 पर तुमन म एक बने बात ए हवय कि मोर सहीं, तुमन घलो नीकुलईमन के काम ले घिन करथव[c]।
7 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह जिनगी के रूख के फर खाय बर अधिकार दूहूं, जऊन ह परमेसर के स्वरग-लोक के बगीचा म हवय।”
स्मुरना के कलीसिया ला संदेस
8 “स्मुरना के कलीसिया के दूत ला ए लिख:
जऊन ह पहिली अऊ आखिरी ए, जऊन ह मर गे रिहिस अऊ फेर जी उठिस, ओकर ए बचन अय: 9 मेंह तुम्हर दुःख-तकलीफ अऊ तुम्हर गरीबी ला जानथंव – तभो ले तुमन धनवान अव! मेंह जानथंव कि ओमन तुम्हर बदनामी करथें, जऊन मन अपन-आप ला यहूदी कहिथें, पर हवंय नइं। ओमन सैतान के सभा-घर अंय। 10 तुम्हर ऊपर जऊन दुःख-तकलीफ अवइया हवय, ओकर ले झन डर्रावव। मेंह तुमन ला बतावत हंव, सैतान ह तुमन ला परखे बर, तुमन ले कतको झन ला जेल म डारही, अऊ तुमन दस दिन तक दुःख भोगहू। मरते दम तक मोर बिसवासी रहव अऊ मेंह तुमन ला जिनगी के मुकुट दूहूं। 11 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला दूसरा मिरतू ले कोनो नुकसान नइं होवय[d]।”
पिरगमुन के कलीसिया ला संदेस
12 “पिरगमुन के कलीसिया के दूत ला ए लिख:
जेकर करा तेज दूधारी तलवार हवय, ओकर ए बचन अय: 13 मेंह जानथंव कि तेंह कहां रहिथस; तेंह उहां रहिथस, जिहां सैतान के सिंघासन हवय! तभो ले तेंह मोर ऊपर अपन बिसवास म स्थिर हवस। तेंह ओ दिन म घलो मोर ऊपर अपन बिसवास ला नइं तियागे, जब मोर बिसवास लइक गवाह अन्तिपास ह तुम्हर सहर म मारे गीस – जिहां सैतान रहिथे।
14 तभो ले, मोर करा तुम्हर बिरोध म कहे बर कुछू हवय: तुम्हर बीच म कुछू मनखेमन हवंय, जऊन मन बिलाम के सिकछा ला मानथें। बिलाम ह बालाक ला सिखोय रिहिस कि ओह इसरायलीमन ला ठोकर के रसता म ले जावय, ताकि ओमन मूरती ऊपर चघाय चीज ला खावंय अऊ छिनारी करंय। 15 तुम्हर बीच म कुछू अइसने मनखेमन घलो हवंय, जऊन मन नीकुलईमन के सिकछा ला मानथें। 16 एकरसेति, पछताप करव; नइं त मेंह तुम्हर करा जल्दी आहूं अऊ अपन मुहूं के तलवार ले ओमन के बिरोध म लड़हूं।
17 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे। जऊन ह बिजयी होही, ओला मेंह लुकाय मन्ना म ले कुछू दूहूं। मेंह ओला एक ठन सफेद पथरा घलो दूहूं, जऊन म एक नवां नांव लिखाय होही, जेला सिरिप ओहीच जानही, जऊन ह ओला पाही।”
थुआतीरा के कलीसिया ला संदेस
18 “थुआतीरा के कलीसिया के दूत ला एक लिख:
एह परमेसर के बेटा के बचन ए, जेकर आंखी ह धधकत आगी सहीं हवय अऊ जेकर गोड़मन पालीस करे पीतल सहीं चमकत हवंय। 19 मेंह तुम्हर काम, तुम्हर मया, तुम्हर बिसवास, तुम्हर सेवा अऊ तुम्हर धीरज ला जानत हंव। मेंह ए घलो जानत हंव कि तुम्हर अभी के काम ह पहिली के काम ले बढ़ के हवय।
20 तभो ले मोला तुम्हर बिरोध म ए कहना हवय: तुमन ओ माईलोगन – इजेबेल ला कुछू नइं कहव, जऊन ह अपन-आप ला अगमजानी कहिथे अऊ अपन सिकछा के दुवारा मोर सेवकमन ला छिनारी करे बर अऊ मूरती ऊपर चघाय चीजमन ला खाय बर बहकाथे। 21 मेंह ओला अपन पाप ले पछताप करे के मऊका देय हवंव, पर ओह पछताप नइं करे चाहथे। 22 एकरसेति, मेंह ओला तकलीफ म डालहूं अऊ जऊन मन ओकर संग छिनारी करथें, कहूं ओमन अपन पाप ला छोंड़के पछताप नइं करहीं, त मेंह ओमन ऊपर घोर दुःख-तकलीफ डालहूं। 23 मेंह ओ माईलोगन के लइकामन ला मार डालहूं। तब जम्मो कलीसियामन जान लिहीं कि मेंह ओ अंव, जऊन ह मनखे के हिरदय अऊ मन ला जांचथे, अऊ मेंह तुमन ले हर एक ला तुम्हर काम के मुताबिक परतिफल दूहूं।
24 अब थुआतीरा के ओ बांचे मनखेमन, जऊन मन ओ माईलोगन के सिकछा ला नइं मानव अऊ ओ बात ला नइं सिखेव, जऊन ला कुछू मनखेमन सैतान के गहिरा भेद कहिथें, मेंह तुमन ला कहत हंव कि मेंह तुम्हर ऊपर अऊ कोनो आने बोझ नइं डालंव। 25 पर जऊन सिकछा तुम्हर करा हवय, मोर आवत तक सिरिप ओहीच म चलव।
26 जऊन ह बिजयी होही, अऊ मोर ईछा मुताबिक आखिरी तक चलते रहिही, मेंह ओला जम्मो जाति के मनखे ऊपर अधिकार दूहूं। 27 ‘ओह ओमन ऊपर लोहा के राजदंड ले राज करही, अऊ ओह ओमन ला माटी के बरतन सहीं टोर-फोर दिही’[e] – जइसने कि मोर ददा ह ओमन ऊपर राज करे बर मोला अधिकार दे हवय। 28 मेंह ओला बिहनियां के तारा घलो दूहूं। 29 जेकर कान हवय, ओह सुन ले कि पबितर आतमा ह कलीसियामन ला का कहिथे।”
Copyright: New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) Copyright © 2012, 2016 by Biblica, Inc.® All rights reserved worldwide.