Chronological
यीसू ह पीलातुस राजपाल अऊ हेरोदेस राजा के आघू म
(मत्ती 27:1-2, 11-14; मरकुस 15:1-5; यूहन्ना 18:28-38)
23 तब मनखेमन के जम्मो सभा ह उठिस अऊ यीसू ला पीलातुस करा ले गीस। 2 अऊ उहां ओमन ओकर ऊपर ए कहिके दोस लगाय लगिन, “हमन देखे हवन कि ए आदमी ह हमर मनखेमन ला बहकावत रिहिस। ओह मनखेमन ला महाराजा ला लगान पटाय बर मना करथे अऊ अपन-आप ला मसीह – एक राजा कहिथे।”
3 पीलातुस ह यीसू ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?”
यीसू ह ओला जबाब दीस, “हव जी, जइसने तेंह कहथस।”
4 तब पीलातुस ह मुखिया पुरोहित अऊ मनखे मन ला कहिस, “मेंह ए मनखे म कोनो दोस नइं पावंय।”
5 पर ओमन अऊ जोर देके कहिन, “ओह जम्मो यहूदिया प्रदेस म अपन उपदेस के दुवारा मनखेमन ला भड़काय हवय। ओह गलील प्रदेस म सुरू करिस अऊ अब इहां तक आ गे हवय।”
6 ए सुनके पीलातुस ह पुछिस, “का ए मनखे ह गलील प्रदेस के रहइया ए?” 7 जब ओह ए जानिस कि यीसू ह हेरोदेस के राज के अय, त ओह यीसू ला हेरोदेस राजा करा पठो दीस। ओ समय म हेरोदेस राजा घलो यरूसलेम सहर म रिहिस।
8 जब हेरोदेस ह यीसू ला देखिस, त ओह बहुंत खुस होईस, काबरकि ओह बहुंत समय ले ओला देखे चाहत रिहिस। ओह यीसू के बारे म सुने रिहिस अऊ ओह आसा करत रिहिस कि यीसू ह कुछू चमतकार के काम देखाही। 9 एकरसेति, ओह यीसू ले बहुंत सवाल करिस, पर यीसू ह ओला कोनो जबाब नइं दीस। 10 मुखिया पुरोहित अऊ कानून के गुरू मन उहां ठाढ़े रहंय, अऊ ओमन तन-मन ले यीसू ऊपर दोस लगावत रहंय। 11 तब हेरोदेस अऊ ओकर सैनिकमन यीसू के ठट्ठा करिन अऊ हंसी उड़ाईन, अऊ ओमन ओला भड़कीला कपड़ा पहिराके पीलातुस करा वापिस पठो दीन। 12 अऊ ओही दिन ले हेरोदेस अऊ पीलातुस एक-दूसर के संगवारी बन गीन; एकर पहिली ओमन एक दूसर के बईरी रिहिन।
13 पीलातुस ह मुखिया पुरोहित, अधिकारी अऊ मनखे मन ला बलाईस 14 अऊ ओमन ला कहिस, “तुमन ए मनखे ला मोर करा लानके ए कहेव कि एह मनखेमन ला भड़कावत रिहिस। मेंह तुम्हर आघू म एकर जांच करेंव, पर तुमन जऊन बात के दोस ओकर ऊपर लगावत हव, ओम मेंह ओला दोसी नइं पायेंव। 15 अऊ न हेरोदेस राजा ओम कोनो दोस पाईस काबरकि ओह एला हमर करा वापिस पठो दे हवय। देखव, एह अइसने कुछू नइं करे हवय कि एह मार डारे जावय। 16 एकरसेति, मेंह एला पीटवाके छोंड़ दूहूं।”
17 यहूदीमन के हर फसह के तिहार के समय म, पीलातुस ह ओमन बर एक कैदी ला छोंड़य। 18 पर मनखेमन एक संग चिचियाके कहिन, “ओला मार डार अऊ हमर बर बरब्बा ला छोंड़ दे।” 19 (बरब्बा ला सहर म दंगा करे के कारन अऊ हतिया के दोस म जेल म डारे गे रिहिस।)
20 पीलातुस ह यीसू ला छोंड़े बर चाहत रिहिस, एकरसेति, ओह मनखेमन ला फेर समझाईस। 21 पर ओमन ए कहिके चिचियावत रहंय, “एला कुरुस म चघावव। एला कुरुस म चघावव।”
22 पीलातुस ह ओमन ला तीसरा बार कहिस, “काबर? ए मनखे ह का अपराध करे हवय? मेंह ओम अइसने कोनो बात नइं पायेंव कि ओह मार डारे जावय। एकरसेति, मेंह एला पीटवाके छोंड़ दूहूं।”
23 पर ओमन जोर देके अऊ चिचियाके मांग करिन कि यीसू ला कुरुस म चघाय जावय; अऊ आखिरी म, ओमन के चिचियाय के जीत होईस। 24 पीलातुस ह ओमन के मांग ला मान लीस। 25 ओमन जऊन मनखे ला चाहत रिहिन, ओह ओला छोंड़ दीस, जऊन ह दंगा अऊ हतिया के दोस म जेल म डारे गे रिहिस, अऊ पीलातुस ह ओमन के ईछा के मुताबिक यीसू ला ओमन के हांथ म सऊंप दीस।
यीसू ला कुरुस म चघाय जाथे
(मत्ती 27:32-44; मरकुस 15:21-32; यूहन्ना 19:17-27)
26 जब ओमन यीसू ला ले जावत रिहिन, त डहार म, ओमन ला सिमोन नांव के एक झन मनखे मिलिस, जऊन ह कुरेन के रहइया रिहिस अऊ गांव ले सहर आवत रिहिस। ओमन ओला पकड़िन अऊ कुरुस ला ओकर ऊपर लाद दीन, ताकि ओह ओला उठाके यीसू के पाछू-पाछू चलय। 27 मनखेमन के एक बहुंत बड़े भीड़ यीसू के पाछू-पाछू चलत रहय; ओम कुछू माईलोगन घलो रहंय, जऊन मन यीसू बर रोवत अऊ बिलाप करत रहंय। 28 यीसू ह ओमन कोति मुहूं करके कहिस, “हे यरूसलेम के बेटीमन, मोर बर झन रोवव, पर अपन-आप अऊ अपन लइकामन बर रोवव। 29 काबरकि ओ समय ह आवत हवय, जब मनखेमन कहिहीं, ‘धइन एं ओ बांझ माईलोगनमन, जऊन मन कभू लइका नइं जनमाईन अऊ अपन छाती से कभू गोरस नइं पीयाईन।’
30 तब ओमन पहाड़मन ले कहिहीं,
‘हमर ऊपर गिर जावव’, अऊ पठारमन ले कहिहीं, ‘हमन ला ढांप लेवव।’[a]
31 जब मनखेमन हरिहर रूख के संग अइसने करथें, तब सूखा रूख के संग का कुछू नइं करहीं?”
32 ओमन दू झन अऊ मनखे ला घलो जऊन मन बदमास रिहिन, यीसू के संग मार डारे बर ले गीन। 33 जब ओमन ओ जगह म आईन, जऊन ला खोपड़ी कहिथें, त उहां ओमन यीसू ला अऊ ओ दू झन बदमास ला अलग-अलग कुरुस ऊपर चघा दीन। एक बदमास ला यीसू के जेवनी कोति अऊ दूसर ला यीसू के डेरी कोति कुरुस म चघाईन। 34 यीसू ह कहिस, “हे ददा, ए मनखेमन ला माफ कर दे, काबरकि एमन नइं जानथें कि एमन का करत हवंय।” अऊ ओमन लाटरी डारके यीसू के कपड़ा ला अपन म बांट लीन।
35 मनखेमन उहां ठाढ़ होके ए जम्मो ला देखत रिहिन, अऊ अधिकारीमन ए कहिके ओकर हंसी उड़ाईन, “एह आने मन ला बचाईस, अब अपन-आप ला बचावय, यदि एह परमेसर के मसीह अऊ चुने हुए जन अय त।”
36 सैनिकमन घलो आईन अऊ ओकर ठट्ठा करिन। ओमन यीसू ला सस्ता अंगूर के मंद ला देके कहिन, 37 “अपन-आप ला बचा, यदि तेंह यहूदीमन के राजा अस त।”
38 यीसू के कुरुस ऊपर ए लिखाय रहय: “एह यहूदीमन के राजा ए।”
39 जऊन दू झन बदमास उहां कुरुस म लटकाय गे रिहिन, ओम ले एक झन यीसू के हंसी उड़ावत कहिस, “का तेंह मसीह नो हस? त फेर अपन-आप ला अऊ हमन ला बचा।”
40 पर आने बदमास ह ओला दबकारके कहिस, “का तेंह परमेसर ले नइं डरस? तेंह घलो तो ओहीच दंड भोगत हवस। 41 हमन ह सही सजा पावथन, काबरकि हमन जइसने काम करे हवन, वइसने सजा पावथन। पर ए मनखे ह कुछू गलती नइं करे हवय।”
42 तब ओह यीसू ला कहिस, “हे यीसू, जब तेंह अपन राज म आबे, त मोला सुरता करबे।”
43 यीसू ह ओला कहिस, “मेंह तोला सच कहथंव कि आजेच तेंह मोर संग स्वरग-लोक म होबे।”
यीसू के मिरतू
(मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; यूहन्ना 19:28-30)
44 मंझन के करीब बारह बजे ले लेके तीन बजे तक जम्मो देस म अंधियार छा गीस, 45 काबरकि सूरज ह अंजोर दे बर बंद कर दीस। अऊ मंदिर के परदा ह चीराके दू भाग हो गीस। 46 यीसू ह जोर से चिचियाके कहिस, “हे ददा, तोर हांथ म मेंह अपन आतमा ला सऊंपत हवंव।”[b] अऊ ए कहिके ओह अपन परान ला तियाग दीस।
47 जऊन कुछू होईस, ओला देखके, सेना के अधिकारी ह परमेसर के महिमा करिस अऊ कहिस, “सही म, एह धरमी मनखे रिहिस।” 48 मनखेमन के एक भीड़ ह उहां कुरुस म चघाय जाय के घटना ला देखे बर जुरे रिहिस। जऊन कुछू उहां होईस, ओला जब ओ जम्मो झन देखिन, त ओमन दुःख के मारे अपन छाती पीटत घर लहुंट गीन। 49 पर यीसू के जम्मो जान-पहिचान के मनखे अऊ ओ माईलोगन जऊन मन गलील प्रदेस ले यीसू के पाछू-पाछू आय रिहिन, ओ जम्मो झन दूरिहा म ठाढ़ होके ए जम्मो बात ला देखत रिहिन।
यीसू के लास ला कबर म रखे जाथे
(मत्ती 27:57-61; मरकुस 15:42-47; यूहन्ना 19:38-42)
50 यूसुफ नांव के एक मनखे रिहिस। ओह अरमतिया नांव के यहूदी सहर के रहइया रिहिस। ओह एक बने अऊ धरमी मनखे रिहिस। 51 हालाकि ओह यहूदीमन के धरम महासभा के एक सदस्य रिहिस, पर ओह ओमन के फैसला अऊ काम म सहमत नइं रिहिस। ओह परमेसर के राज के बाट जोहत रिहिस। 52 अऊ ओह पीलातुस करा गीस अऊ यीसू के लास ला मांगिस। 53 तब ओह यीसू के लास ला कुरुस ले उतारिस अऊ ओला मलमल के कपड़ा म लपेटिस, अऊ ओला एक ठन कबर म रखिस, जऊन ह चट्टान ला काटके बनाय गे रिहिस अऊ ओम कभू कोनो लास नइं रखाय रिहिस। 54 एह बिसराम दिन बर तियारी करे के दिन रिहिस, अऊ बिसराम के दिन ह सुरू होवइयाच रिहिस।
55 ओ माईलोगन, जऊन मन यीसू के संग गलील प्रदेस ले आय रिहिन, ओमन यूसुफ के पाछू-पाछू गीन अऊ ओ कबर ला देखिन अऊ ओमन ए घलो देखिन कि यीसू के देहें ह उहां कइसने रखाय रहय। 56 तब ओमन घर वापिस गीन अऊ यीसू के देहें बर मसाला के लेप अऊ खुसबूदार तेल तियार करिन। पर ओमन कानून के मुताबिक बिसराम के दिन सुसताईन।
यीसू ह बंदी बनाय जाथे
(मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; लूका 22:47-53)
18 ए पराथना करे के बाद, यीसू ह अपन चेलामन संग किदरोन घाटी के ओ पार गीस। उहां एक जैतून के बारी रहय, जिहां ओ अऊ ओकर चेलामन गीन।
2 यहूदा जऊन ह यीसू ला धोखा दीस, ओ ठऊर ला जानत रिहिस, काबरकि यीसू ह हमेसा अपन चेलामन संग उहां मिलय। 3 तब यहूदा ह कुछू सैनिक अऊ मुखिया पुरोहित अऊ फरीसी मन के कुछू अधिकारीमन ला लेके उहां आईस। ओमन मसाल, लालटिन अऊ हथियार धरे रहंय।
4 यीसू ह ओ जम्मो बात ला जानत रिहिस, जऊन ह ओकर संग होवइया रहय; एकरसेति ओह निकरिस अऊ ओमन ले पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?”
5 ओमन जबाब दीन, “नासरत के यीसू ला।”
यीसू ह कहिस, “ओह में अंव।” अऊ दगाबाज यहूदा ह उहां ओमन संग ठाढ़े रहय। 6 जब यीसू ह ओमन ला ए कहिस कि “ओह में अंव”, त ओमन पाछू घुंचिन अऊ भुइयां म गिर पड़िन।
7 यीसू ह ओमन ले फेर पुछिस, “तुमन कोन ला खोजत हव?”
अऊ ओमन कहिन, “नासरत के यीसू ला।”
8 यीसू ह जबाब दीस, “मेंह तुमन ला कह चुके हंव कि ओह में अंव। यदि तुमन मोला खोजत हव, त ए मनखेमन ला जावन दव।” 9 ए बात एकरसेति होईस, ताकि यीसू के कहय ए बचन ह पूरा होवय, “जऊन मन ला तेंह मोला देय रहय, ओम ले मेंह एको झन ला घलो नइं गवांय।”[a]
10 तब सिमोन पतरस जेकर करा एक ठन तलवार रहय, ओह ओला खींचके निकारिस अऊ महा पुरोहित के सेवक ऊपर चलाके ओकर जेवनी कान ला काट दीस। ओ सेवक के नांव मलखुस रिहिस।
11 यीसू ह पतरस ला हुकूम दीस, “अपन तलवार ला मियान म रख। जऊन दुःख के कटोरा ददा ह मोला दे हवय; का ओला मेंह नइं पीयंव[b]?”
यीसू ला हन्ना करा ले जाथें
12 तब सैनिकमन अऊ ओमन के कप्तान अऊ यहूदी अधिकारीमन यीसू ला पकड़के बांध लीन, 13 अऊ ओमन ओला पहिली हन्नास करा लानिन, जऊन ह ओ साल के महा पुरोहित काइफा के ससुर रिहिस। 14 एह ओहीच काइफा रिहिस, जऊन ह यहूदीमन ला ए सलाह देय रिहिस – बने होतिस यदि एक आदमी ह जम्मो मनखेमन खातिर मरय।
पतरस ह यीसू के इनकार करथे
(मत्ती 26:69-70; मरकुस 14:66-68; लूका 22:55-57)
15 सिमोन पतरस अऊ एक आने चेला यीसू के पाछू-पाछू गीन। काबरकि ए चेला ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस; एकरसेति ओह घलो महा पुरोहित के अंगना म जाय सकिस, जिहां यीसू ला ले गे रिहिन। 16 पर पतरस ह बाहिर कपाट करा ठाढ़े रहय। तब ओ आने चेला जऊन ह महा पुरोहित के पहिचान के रिहिस, बाहिर आईस अऊ दुवार-पालिन टूरी ला कहिके पतरस ला भीतर ले गीस।
17 ओ दुवार-पालिन टूरी ह पतरस ले पुछिस, “का तेंह घलो त ए मनखे के चेलामन ले एक झन नो हस?”
ओह कहिस, “मेंह नो हंव।”
18 जाड़ के मारे सेवक अऊ अधिकारीमन कोयला ला जलाय रहंय अऊ ओकर चारों खूंट ठाढ़ होके आगी तापत रहंय। पतरस ह घलो ओमन के संग उहां ठाढ़ होके आगी तापत रहय।
महा पुरोहित ह यीसू ले पुछताछ करथे
(मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; लूका 22:66-71)
19 इही बीच म महा पुरोहित ह यीसू ले ओकर चेला अऊ ओकर उपदेस के बारे म पुछताछ करिस।
20 यीसू ह जबाब दीस, “मेंह मनखेमन ले खुले-आम बात करे हवंव। मेंह सभा घर अऊ मंदिर के अंगना म, जिहां जम्मो यहूदीमन जुरथें, हमेसा उपदेस देय हवंव। मेंह गुपत म कुछू नइं कहेंव। 21 तेंह मोर ले काबर पुछताछ करथस? ओमन ले पुछ जऊन मन मोर बात ला सुने हवंय। ओमन जानत हवंय कि मेंह का कहे हवंव।”
22 जब यीसू ह ए कहिस, त ओकर लकठा म ठाढ़े एक अधिकारी ह यीसू ला एक थपरा मारिस अऊ कहिस, “महा पुरोहित ला का तेंह अइसने जबाब देथस।”
23 यीसू ह ओला जबाब दीस, “यदि मेंह कुछू गलत बात कहे हवंव, त ओला बता। पर यदि मेंह सच बात कहे हवंव, त तेंह मोला काबर मारथस?” 24 तब हन्नास ह यीसू ला वइसनेच बंधे-बंधाय महा पुरोहित काइफा करा पठो दीस।
पतरस ह दूसरा अऊ तीसरा बार यीसू के इनकार करथे
(मत्ती 26:71-75; मरकुस 14:69-72; लूका 22:58-62)
25 सिमोन पतरस ह उहां अंगना म ठाढ़े आगी तापत रहय, तब मनखेमन ओकर ले पुछिन, “का तेंह घलो ओकर चेलामन ले एक झन अस?” ओह इनकार करके कहिस, “मेंह नो हंव।”
26 महा पुरोहित के एक सेवक जऊन ह ओ मनखे के रिस्तेदार रिहिस, जेकर कान ला पतरस काट दे रिहिस, पतरस ले पुछिस, “का मेंह तोला ओकर संग जैतून के बारी म नइं देखे रहेंव?” 27 पतरस ह फेर इनकार करिस अऊ तुरते कुकरा ह बासिस।
पीलातुस के आघू म यीसू
(मत्ती 27:1-2, 11-14; मरकुस 15:1-5; लूका 23:1-5)
28 तब यहूदीमन यीसू ला काइफा करा ले रोमी राजपाल के महल म ले गीन अऊ ओह बड़े बिहनियां के बेरा रिहिस। यहूदीमन खुद महल के भीतर नइं गीन ताकि ओमन असुध झन होवंय अऊ फसह के भोज खा सकंय[c]। 29 एकरसेति पीलातुस ह बाहिर ओमन करा आईस अऊ पुछिस, “ए मनखे के ऊपर तुमन का दोस लगाथव?”
30 ओमन जबाब दीन, “यदि ए मनखे ह अपराधी नइं होतिस, त एला हमन तोर हांथ म नइं सऊंपतेन।”
31 पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “तुमन एला ले जावव अऊ अपन खुद के कानून के मुताबिक ओकर नियाय करव।”
यहूदीमन ओला कहिन, “हमन करा कोनो ला मिरतू दंड देय के अधिकार नइं ए।” 32 एह एकरसेति होईस ताकि यीसू के ओ बचन ह पूरा होवय, जऊन ला यीसू ह इसारा म कहे रिहिस कि ओकर मिरतू कइसने होही।
33 तब पीलातुस फेर महल भीतर गीस अऊ यीसू ला बलाके ओकर ले पुछिस, “का तेंह यहूदीमन के राजा अस?”
34 यीसू ह जबाब देके कहिस, “का तेंह ए बात अपन कोति ले कहथस कि आने मन तोला ए बात मोर बारे म कहे हवंय?”
35 पीलातुस ह जबाब दीस, “का तेंह सोचथस कि मेंह एक यहूदी अंव? तोर खुद के मनखे अऊ मुखिया पुरोहित मन तोला मोर हांथ म सऊंपे हवंय। तेंह का करे हस?”
36 यीसू ह कहिस, “मोर राज ह ए संसार के नो हय। यदि मोर राज ह ए संसार के होतिस, त मोर सेवकमन लड़तिन अऊ मेंह यहूदीमन के हांथ म नइं सऊंपे जातेंव; पर मोर राज ह इहां के नो हय।”
37 पीलातुस ह यीसू ला कहिस, “त का तेंह एक राजा अस?”
यीसू ह जबाब दीस, “तेंह सही कहथस कि मेंह एक राजा अंव। मेंह ए खातिर जनम लेंव अऊ ए खातिर संसार म आयेंव कि सत के गवाही देवंव। जऊन ह सत के तरफ हवय, ओह मोर बात ला सुनथे।”
38 पीलातुस ह ओकर ले पुछिस, “का ह सत ए?” ए कहिके पीलातुस ह बाहिर यहूदीमन करा फेर गीस अऊ ओमन ला कहिस, “मेंह ओम कोनो दोस नइं पायेंव। 39 पर एह तुम्हर रिवाज ए कि फसह के तिहार के बेरा म मेंह तुम्हर खातिर एक कैदी ला छोंड़ देवंव। का तुमन चाहथव कि मेंह यहूदीमन के राजा ला छोंड़ देवंव?”
40 ओमन चिचियाके कहिन, “नइं, ए मनखे ला नइं, पर हमर बर बरब्बा ला छोंड़ दे।” अऊ बरब्बा ह एक डाकू रिहिस।
यीसू ला कुरुस म चघाके मिरतू दंड दिये जाथे
19 तब पीलातुस ह यीसू ला लेके ओला कोर्रा म पीटवाईस। 2 सैनिकमन कांटा के एक मुकुट बनाईन अऊ ओला यीसू के मुड़ ऊपर रखिन अऊ ओमन यीसू ला बैंजनी कपड़ा पहिराईन, 3 अऊ ओमन ओकर करा बार-बार आके कहिन, “हे यहूदीमन के राजा, जोहार लागी।” अऊ ओमन यीसू के मुहूं म थपरा मारिन।
4 पीलातुस ह फेर महल ले बाहिर आईस अऊ यहूदीमन ला कहिस, “देखव, मेंह ओला तुम्हर करा बाहिर लानत हंव ताकि तुमन जान लेवव कि मेंह ओम कुछू दोस नइं पायेंव।” 5 जब यीसू ह कांटा के मुकुट अऊ बैंजनी कपड़ा पहिरे बाहिर आईस, त पीलातुस ह ओमन ला कहिस, “देखव, एह ओ मनखे ए।”
6 जब मुखिया पुरोहित अऊ अधिकारीमन यीसू ला देखिन, त ओमन चिचियाके कहिन, “एला कुरुस ऊपर चघावव। एला कुरुस ऊपर चघावव।” पर पीलातुस ह जबाब दीस, “तुमन एला ले जावव अऊ कुरुस म चघावव। काबरकि मेंह एम कुछू दोस नइं पायेंव।”
7 यहूदीमन जोर देके कहिन, “हमर एक ठन कानून हवय अऊ ओ कानून के मुताबिक एकर मरना जरूरी ए, काबरकि एह अपन-आप ला ‘परमेसर के बेटा’ कहिथे।”
8 जब पीलातुस ह ए बात ला सुनिस, त ओह अऊ डर्रा गीस, 9 अऊ ओह वापिस महल भीतर जाके यीसू ले पुछिस, “तेंह कहां के अस?” पर यीसू ह ओला कोनो जबाब नइं दीस। 10 तब पीलातुस ह कहिस, “का तेंह मोर ले बात नइं करस? का तेंह नइं जानस कि मोर करा तोला छोंड़ देय के या फेर तोला कुरुस ऊपर चघाय के अधिकार हवय?”
11 यीसू ह जबाब दीस, “यदि तोला ऊपर (परमेसर) ले अधिकार नइं दिये जातिस, त मोर ऊपर तोर कुछू अधिकार नइं होतिस। एकरसेति जऊन ह मोला तोर हांथ म सऊंपे हवय, ओह बड़े पाप के दोसीदार ए।”
12 एकर बाद पीलातुस ह यीसू ला छोंड़ देय के कोसिस करिस, पर यहूदीमन बार-बार चिचियाके कहिन, “यदि तेंह ए मनखे ला छोंड़ देबे, त तेंह महाराजा के संगवारी नो हस। जऊन ह अपन-आप ला राजा कहिथे, ओह महाराजा के बिरोधी होथे।”
13 जब पीलातुस ए बात ला सुनिस, त ओह यीसू ला बाहिर लानिस अऊ नियाय के आसन म बईठिस, जऊन ह पथरा के चंउरा नांव के जगह म रहय अऊ ओ चंउरा ला इबरानी भासा म गब्बता कहे जावय। 14 एह फसह तिहार के तियारी के दिन रहय अऊ दिन के करीब बारह बजे के समय रहय।
पीलातुस ह यहूदीमन ला कहिस, “देखव, एही अय तुम्हर राजा।”
15 पर ओमन चिचियाके कहिन, “एला ले जावव। एला ले जावव। एला कुरुस ऊपर चघावव।”
पीलातुस ह ओमन ले पुछिस, “का मेंह तुम्हर राजा ला कुरुस ऊपर चघा देवंव?”
मुखिया पुरोहितमन जबाब दीन, “महाराजा के छोंड़ हमर अऊ कोनो राजा नइं ए।”
16 आखिर म पीलातुस ह यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय बर ओमन के हांथ म सऊंप दीस।
यीसू के कुरुस ऊपर चघाय जवई
(मत्ती 27:32-44; मरकुस 15:21-32; लूका 23:26-43)
17 तब ओमन यीसू ला ले गीन अऊ ओह अपन कुरुस ला बोहके बाहिर निकरिस अऊ ओ ठऊर म गीस, जऊन ला खोपड़ी के ठऊर कहे जावय अऊ इबरानी भासा म एला गुलगुता घलो कहे जाथे। 18 उहां ओमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघा दीन, अऊ ओकर संग अऊ दू झन ला घलो कुरुस ऊपर चघाईन, एक झन ला ओकर जेवनी कोति अऊ दूसर झन ला ओकर डेरी कोति, अऊ यीसू ला मांझा म।
19 पीलातुस ह एक सूचना लिखके कुरुस ऊपर टंगवा दे रहय, जेम ए लिखाय रहय, “नासरत के यीसू, यहूदीमन के राजा।” 20 बहुंते यहूदीमन ए सूचना ला पढ़िन, काबरकि जऊन ठऊर म यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस, ओह सहर के लकठा म रहय अऊ ओ सूचना ह इबरानी, लतीनी अऊ यूनानी भासा म लिखाय रहय। 21 तब यहूदीमन के मुखिया पुरोहितमन पीलातुस ला कहिन, “यहूदीमन के राजा झन लिख, पर ए लिख कि ए मनखे ह कहिस, ‘मेंह यहूदीमन के राजा अंव।’ ”
22 पीलातुस ह जबाब दीस, “मेंह जऊन लिख देंव त लिख देंव।”
23 जब सैनिकमन यीसू ला कुरुस ऊपर चघा लीन, त ओमन ओकर कपड़ामन लेके चार बांटा करिन अऊ हर एक ह एक बांटा लीस। ओमन ओकर कुरता (चोंगा) ला घलो लीन, पर ओ कुरता ह सिये नइं गे रहय। एह ऊपर ले तरी तक एक ठन करके बूने गे रहय।
24 एकरसेति ओमन एक-दूसर ला कहिन, “एला हमन नइं चीरन, पर एकर बर लाटरी निकारबो अऊ देखबो कि एह कोन ला मिलही।” एह एकरसेति होईस ताकि परमेसर के बचन म लिखे बात ह पूरा होवय – “ओमन मोर कपड़ा ला आपस म बांट लीन अऊ मोर कुरता बर लाटरी निकारिन।”[d] एकरसेति सैनिकमन अइसने करिन।
25 यीसू के कुरुस के लकठा म ओकर दाई, अऊ ओकर दाई के बहिनी, क्लोपास के घरवाली मरियम, अऊ मरियम मगदलिनी ठाढ़े रिहिन। 26 जब यीसू ह अपन दाई अऊ ओ चेला ला जेकर ले ओह मया करय, तीर म ठाढ़े देखिस, त ओह अपन दाई ला कहिस, “हे नारी, एह तोर बेटा ए।” 27 अऊ ओ चेला ले कहिस, “एह तोर दाई ए।” ओही बखत ले ओ चेला ह यीसू के दाई ला अपन घर ले गीस।
यीसू के मिरतू
(मत्ती 27:45-56; मरकुस 15:33-41; लूका 23:44-49)
28 एकर बाद, यीसू ह ए जानके कि अब जम्मो बात पूरा हो चुके हवय, परमेसर के बचन ला पूरा करे बर कहिस, “मेंह पीयासन हंव।” 29 उहां सिरका ले भरे एक ठन बरतन रखे रहय। ओमन पनसोखवा रबर ला ओ सिरका म भिगोईन अऊ ओ पनसोखवा रबर ला एक ठन जूफा के डंडी म रखके यीसू के मुहूं ले लगाईन। 30 जब यीसू ह ओ सिरका ला ले लीस, त कहिस, “पूरा होईस।” अऊ ओह मुड़ ला नवांके अपन परान तियाग दीस।
31 ओह तियारी के दिन रिहिस, अऊ ओकर दूसर दिन बिसेस बिसराम के दिन रिहिस। यहूदीमन नइं चाहत रिहिन कि ओमन के देहेंमन बिसराम के दिन कुरुस म टंगे रहंय, एकरसेति ओमन पीलातुस ले बिनती करिन कि कुरुस म चघाय मनखेमन के गोड़ ला टोर दिये जावय अऊ ओमन के देहें ला कुरुस ले उतार दिये जावय[e]। 32 एकरसेति सैनिकमन आईन अऊ ओमन पहिली मनखे के गोड़ ला टोरिन, अऊ तब दूसर मनखे के, जऊन मन कि यीसू संग कुरुस म चघाय गे रिहिन। 33 पर जब ओमन यीसू करा आईन अऊ देखिन कि ओह मर गे हवय, त ओमन ओकर गोड़ ला नइं टोरिन। 34 पर एक सैनिक ह यीसू के पंजरा म बरछी मारिस अऊ तुरते ओम ले लहू अऊ पानी निकरिस। 35 जऊन मनखे ह एला देखिस ओह गवाही दे हवय अऊ ओकर गवाही ह सच ए। ओह जानथे कि ओह सच कहत हवय, अऊ ओह गवाही देथे ताकि तुमन घलो बिसवास करव। 36 ए बात एकरसेति होईस ताकि परमेसर के ए बचन ह पूरा होवय: “ओकर एको ठन हाड़ा टोरे नइं जाही।”[f] 37 अऊ परमेसर के बचन म फेर आने जगह ए लिखे हवय, “ओमन ओला देखहीं, जऊन ला ओमन छेदे हवंय।”[g]
यीसू के लास ला कबर म रखे जाथे
(मत्ती 27:57-61; मरकुस 15:42-47; लूका 23:50-56)
38 एकर बाद अरमतिया सहर के यूसुफ जऊन ह यीसू के चेला रिहिस, पर ओह ए बात ला यहूदीमन के डर के मारे छुपा के रखे रहय। ओह पीलातुस ले बिनती करिस, “का मेंह यीसू के लास ला ले जावंव?” पीलातुस ह ओकर बिनती ला मान लीस। तब यूसुफ ह आईस अऊ यीसू के लास ला ले गीस। 39 निकुदेमुस जऊन ह पहिली यीसू करा एक बार रतिहा आय रिहिस, करीब तैंतिस किलो गंधरस अऊ एलवा के मसाला लीस अऊ ओह घलो यूसुफ के संग गीस। 40 ओमन यीसू के लास ला लीन अऊ यहूदीमन के दफनाय के रीति के मुताबिक लास म ओ मसाला ला लगाईन अऊ ओला मलमल के कपड़ा म लपेटिन। 41 जऊन जगह म यीसू ला कुरुस ऊपर चघाय गे रिहिस, उहां एक ठन बारी रिहिस अऊ ओ बारी म एक ठन नवां कबर रिहिस, जऊन म कभू कोनो ला नइं रखे गे रिहिस। 42 काबरकि ओह यहूदीमन के तियारी के दिन रहय अऊ ओ कबर ह लकठा म रहय; एकरसेति ओमन यीसू के लास ला उहां रखिन।
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