Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Bible in 90 Days

An intensive Bible reading plan that walks through the entire Bible in 90 days.
Duration: 88 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
प्रेरितन क काम 6:8-16:37

यहूदी स्तिफनुस क खिलाफ

स्तिफनुस एक अइसा मनई रहा जउन अनुग्रह अउर सामर्थ स भरपूर रहा। उ मनइयन क बीच बड़ा बड़ा अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन परगट करत रहा। मुला अजाद कीन्ह भवा अइसा कहवावात मनइयन मँ स कछू लोग जउन कुरेनी अउर सिकन्दरिया, अउर किलिकिया अउर एसिया स आवा भएन यहूदी रहेन, उ पचे ओनकइ खिलाफ बहस करइ लागेन। 10 मुला उ जउन बुद्धिमानी अउर आतिमा स बोलत रहा, उ पचे ओकरे समन्वा नाहीं टिक पाएन।

11 फिन उ पचे कछू क लालच दइके कहवाएऩ, “हम पचे मूसा अउर परमेस्सर क खिलाफ एँका बेज्जत स भरा सबद कहत सुना ह।” 12 इ तरह उ पचे जनता क बुजुर्ग यहूदी नेतन क, अउर धरम सास्तिरियन लोगन्क हुस्काइ दिहेन। फिन उ पचे ओका आइके धइ लिहेन अउर सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा क समन्वा लइ आएन।

13 उ पचे उ सब लबार गवाह हाजिर किहेन जउन कहेन, “इ मनई इ पवित्तर ठउर अउर व्यवस्था क खिलाफ बोलत बालत कबहुँ रूकत नाहीं बा। 14 हम ऍका कहत सुना ह कि इ नासरी ईसू इ जगह क नास कइ देइ अउर मूसा जउन रीति-रिवाज क हमका दिहे अहइ ओका बदल देइ।” 15 फिन सबन स सर्वोच्च यहूदी महासभा मँ बइठा भए सबहिं मनइयन मँ ओका धियान स लखा तउ पावा कि ओकर मुहँना कउनो सरगदूत क नाई देखाई देत रहा।

स्तिफनुस क भाखन

फिन महायाजक कहेस, “का इ बात अइसे ही अहइ?” उ जवाब दिहस, “भाइयो, अउर बाप क समान बुजुर्गन, मोर बात सुना। हारान मँ बसइ स पहिले अबहिं जब हमार बाप इब्राहीम मेसोपोटामिया मँ रहा, तउ महिमा वाला परमेस्सर ओका दर्सन दिहेस अउर कहेस, ‘आपन देस अउर आपन रिस्तेदारन क तजिके तू उ धरती प चला जा, जेका तोहॅका मइँ देखॅउब।’(A)

“तउ उ कसदियन क धरती क तजिके हारान मँ बसि गवा जहाँ ते ओकरे पिता क मउत क पाछे परमेस्सर ओका इ देस मँ आवइ क न्योतेस जहाँ तू पचे अबहिं रहत बाट्या। परमेस्सर हियाँ ओका हेबानामा मँ कछू नाहीं दिहस, डग भइ धरती भी नाहीं। तउ भी ओकरे कउनो पूत नाहीं रहा फिन परमेस्सर ओसे प्रतिग्या किहेस इ देस उ ओका अउर ओकरे बंसज क ओकरी दौलत क तरह देइ।

“परमेस्सर ओसे इ भी कहेस, ‘तोहार बंसज कहूँ विदेस मँ परदेसी होइके रइहीं अउर चार सौ बरिस ताई ओका नउकर बनइके, ओनके संग बहोत बुरा बर्ताव कीन्ह जाइ।’ परमेस्सर कहेस, ‘दास बनइवइवाली उ राष्ट्र क मइँ सजा देब अउर ऍकरे पाछे उ पचे देस स बाहेर आइ जइहीं अउर इ स्थान प मोर सेवा करिहीं।’(B)

“परमेस्सर इब्राहीम क खतना क चीन्हा स करार किहेस। अउर उ इ तरह इसहाक क पिता बना। ओकरे जनम क पाछे अठएँ दिन उ ओकर खतना किहेस। फिन इसहाक स याकूब अउर याकूब स बारहु कुल क पहिला मनई पइदा भएऩ।

“उ पचे पहिलउ मनइयन यूसुफ स जलन राखत रहेन। तउ उ पचे ओका मिस्र मँ दास बनवइ बरे बेंच दिहेन। मुला परमेस्सर ओनके संग रहा। 10 अउर उ ओका सबहिं मुसीबतन स बचाएस। परमेस्सर यूसुफ क गियान दिहेस अउर ओका इ जोग्ग बऩएस जेसे उ मिस्र क राजा फिरौन क अनुग्रह पात्र बन जाइ। फिरौन ओका मिस्र क राज्यपाल अउर आपन घर-बार क अधिकारी तैनात किहेस। 11 फिन समूचइ मिस्र अउर कनान देस मँ अकाल पड़ा अउर बड़ा संकट छाइ गवा। हमार पूर्वजन खाइ क कछू नाहीं पाइ सकेन।

12 “जब याकूब सुनेस कि मिस्र मँ अनाज अहइ, तउ उ हमरे पूर्वजन क हुवाँ पठएस इ पहिला मौका रहा। 13 ओनकइ दूसर जात्रा क मौका पइ यूसुक आपन भाइयन क बारे़ मँ बताएस अउर तब्बइ फिरौन क भी यूसुफ क परिवार क जानकारी मिली। 14 तउ यूसुक आपन पिता याकूब अउर परिवार क सबहि लोगन्क, जउन कुल मिलाइके पचहतन रहेन, बोलवाइ पठएस। 15 तब याकूब मिस्र आइ गवा अउर उ हुवाँ वइसे ही प्राण तजेस जइसेन हमार पूर्वजन हुवाँ प्राण तजे रहेन। 16 ओनकइ ल्हास हुवाँ स सेकम लइ जावा गएन जहाँ ओनका मकबरा मँ दफनाइ दीन्ह गवा। इ उहइ मकबरा रहा जेका इब्राहीम हमोर क बेटहनन स कछू चान्दी दइके खरीदे रहा।

17 “जब परमेस्सर क इब्राहीम क जउन बचन दिहे रहा, ओका पूरा होइ क समइ नगिचे आवा तउ मिस्र मँ हमरे मनइयन क गनती बहोत जिआदा होइ गइ। 18 आखिर मँ मिस्र प एक अइसे राजा क राज्य भवा जउऩ यूसुफ क नाहीं जानत रहा। 19 उ हमरे मनइयन क छलेस अउर उ हमरे पूर्वजन क निर्दय होइके मजबूर किहेस कि उ पचे आपन गदेलन क बाहेर मरइ क छोरि देइँ जेहसे उ सबइ जिन्दा न रहि पावइँ।

20 “उहइ समइ मूसा क जन्म भवा। उ बहोत सुन्नर लरिका रहा। उ तीन महीना भर आपन पिता क घर मँ पलत भवा बाढ़त रहा। 21 फिन जब ओका बाहेर छोरि दीन्ह गवा तउ फिरौन क बिटिया ओका आपन बेटवा बनइके उठाइ लइ गइ। उ आपन बेटवा क नाई ओका पालेस पोसेस। 22 मूसा क पूरंपूर मिस्रयन क ग्यान क सिच्छा दीन्ह गइ। ओकर सामर्थ बोलइ अउर कामे मँ दुइनउँ मँ रहा।

23 “जब उ चालीस बरिस क भवा तउ उ इस्राएल क बंसज, आपन भाइयन क निअरे जाइके ठान लिहेस। 24 तउ जब उ एक दाई लखेस कि ओनमाँ स कउनो एक क संग बुरा व्यवहार कीन्ह जात अहइ तउ उ ओका बचाएस अउर मिस्री मनई क मारिके उ दलित मनई क कसर लिहेस। 25 उ सोचेस कि ओकर भाई बंधु जान जइहीं कि ओनका छोड़ावइ बरे परमेस्सर ओका बइपरत अहइ। मुला उ पचे ओका नाहीं समझ पाएन।

26 “दुसरे दिना ओहमाँ स (ओकरे आपन मनइयन मँ स) जब कछू मनई झगड़त रहेन तउ उ ओनकइ निअरे पहोंचा अउर इ कहत भवा ओनमाँ बीच-बचाव करइ लाग, ‘तू पचे आपुस मँ भाई-भाई अहा! एक दूसर क संग बुरा बर्ताव काहे करत अहा?’ 27 मुला उ मनई जउन आपन पड़ोसी क संग झगड़त रहा, मूसा क धकियावत भवा कहेस, ‘तोहका हमार राजा अउर न्यायाधीस के बनएस? 28 जइसे काल्ह तू उ मिस्रि क हत्या कइ दिहे रहा, का तू वइसे ही मोका मारि डावा चाहत ह?’(C) 29 मूसा जब इ सुनेस तउ उ हुवाँ स चला गवा अउर मिदयान मँ एक पड़ोसी क रूप मँ रहइ लाग। हुवाँ ओकरे दुइ बेटवा भएन।

30 “चालीस बरिस बीते क पाछे सिनाई पहाड़े क लगे रेगिस्तान मँ एक बरत भइ झाड़ी क लपट क बीच ओकरे समन्वा एक सरगदूत परगट भवा। 31 मूसा जब इ लखेस तउ ओका अचरज भवा। जब अउर जिआदा नगिचे स लखइ बरे उ ओकरे लगे गवा तउ ओका पर्भू क बाणी सुनई पड़ी। 32 ‘मइँ तोहरे पूर्वजन क परमेस्सर हउँ इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर हउँ।’(D) डर स कँपकँपात भवा मूसा कछू निहारइ क हिम्मत नाहीं कइ पावत रहा।

33 “तबहि पर्भू ओसे कहेस, ‘आपन गोड़वा क पनही उतार द्या काहेकि जउने ठउर प तू खड़ा अहा, उ पवित्तर भुइँया अहइ। 34 मइँ मिस्र मँ आपन मनइयन क संग दुर्दसा क लखेउँ ह, परखेउँ ह। मइँ ओनका जोर स विलाप करत भवा सुनेउँ ह। ओनका अजाद करइ बरे नीचे उतरेउँ ह। आवा, अब मइँ तोहका मिस्र पठउब।’(E)

35 “इ उहइ मूसा अहइ जेका उ पचे इ कहत भवा नकारेन, ‘तोहका राजा अउर न्यायकर्ता कउन बनाएस ह?’ इ उहइ अहइ जेका परमेस्सर उ सरगदूत क जरिये, जउन ओकरे बरे झाड़ी मँ परगट भवा रहा, राजा अउर मुक्ति देइवाला होइ बरे पठएस। 36 उ ओनका मिस्र क भुइँया अउर लाल सागर अउर रगिस्ताने मँ चालीस बरिस ताई बहुत अचरज कारजन करत भवा अउर अद्भुत चीन्हन दखॅावत भवा बाहेर निकारी लइ आवा।

37 “इ उहइ मूसा अहइ जउन इस्राएल क लोगन स कहे रहा, ‘तोहरे भाइयन मँ स ही तोहरे बरे परमेस्सर एक मोरे जइसा नबी पठइ।’(F) 38 इ उहइ अहइ जउन वीरान जगह मँ सभा क बीच हमार पूर्वजन अउर उ सरगदूत क साथे मौजूद रहा जउन सीनै पहाड़े प ओसे बात किहेस। मूसा परमेस्सर स जीवित बचन पाएस जउन हमका जिन्नगी देत हीं।

39 “मुला हमार पूर्वजन ओका मानइ स इनकार कइ दिहेन। ऍतना ही नाहीं, उ पचे ओका नकार दिहन अउर आपन मने मँ फिन उ पचे मिस्र लौटि गएन। 40 उ पचे हारून स कहे रहेन, ‘हमरे बरे अइसे देवतन क बनावा जउन हम पचन्क राह सोझॉवइ। इ मूसा क बारे मँ जउऩ मिस्र स बाहेर निकारा गवा रहा, हम नाहीं जानित कि ओकरे संग का कछू घटा।’(G) 41 ओनही दिनन मँ उ पचे बछवा क तरह एक ठु मूरत गढ़ेन। उ मूरत प उ सबइ बलि चढ़ाएन। अउर जेका उ पचे आपन हाथे स चढ़ाएन, ओह पइ आनन्द मनावइ लागेन। 42 मुला परमेस्सर ओनसे मुँहना मोड़ि लिहस। उ सबन्क अकासे क ग्रह-नछत्र क आराधना करइ बरे छोड़ दीन्ह गवा। जइसा कि नबियन क किताबे मँ लिखा अहइ:

‘ओ इस्राएल क परिवारे क लोगो, का तू पसु बलि अउर दूसर बलि वीरान मँ मोका नाहीं चढ़ावत रह्या?
    चालीस बरिस तलक।
43 तू पचे मोलेक क तम्बू
    अउर आपन देवता रिफान क तारा भी आपन संग लइ गवा रहे।
ओन मूरत क भी लइ गवा रहे जेनका तू पचे आराधना करइ बरे बनए रह्या।
    यह बरे मइँ तोहका बेबिलान स भी परे पठउब।’ (H)

44 “पवित्तर क तम्बू भी उ वीरान मँ हमरे पूर्वजन क संग रहा। इ तम्बू उहइ नमूने प भी बनवा ग रहा जइसा कि मूसा लखे रहा अउर जइसा कि मूसा स बात करवइया बनावइ बरे ओसे कहे रहा। 45 हमार पूर्वजन ओका पाइके तबहिं हुवाँ स आए रहेन जब यहोसू क अगुअइ मँ उ पचे उ राष्ट्रन स धरती लइ लिहे रहेन जेनका हमरे पूर्वजन क समन्वा परमेस्सर निकारिके खदेरे रहा। दाऊद क समइ तलक हुवाँ उ रहा। 46 दाऊद परमेस्सर क अहुग्रह क आनन्द उठाएस। उ चाहत रहा कि उ याकूब क परमेस्सर बरे एक ठु मंदिर बनवाइ सकइ। 47 मुला उ सुलेमान ही रहा जउन ओकरे बरे मंदिर बनवाएस।

48 “कछू भी होइ परम परमेस्सर हथवा स बना भवन मँ निवास नाहीं करत। जइसा कि नबी कहे अहइ:

49 ‘प्रभू कहेस, सरग मोर सिंहासन अहइ
    धरती गोड़वा क चौकी बनी अहइ।
कउने तरह क तू बनउब्या मोर घर?
    अहइ कहूँ अइसी जगह, जहाँ अराम पावउँ?
50 का सबहिं कछू इ, मोर बनवा नाहीं रहा हाथे का?’” (I)

51 “अरे हठीले लोग बिना खतना क मन अउर कान वाले जिद्दी मनइयन, तू पचे सदा पवित्तर आतिमा क खिलाफत किहे ह। तू सबइ आपन पूर्वजन जइसा ही अहा! 52 का कउनो भी अइसा नबी रहा, जेका तोहार पूर्वजन नाहीं सताएन? उ पचे तउ ओनका मारि डाए रह्या। जउन बहोत पहिले स ही उ धर्मी (मसीह) क अवाई क एलान कइ दिहे रहेन, जेका अब तू धोखा दइके पकड़वाइ दिहा अउर मरवाइ डाया। 53 तू सबइ उहइ अहा जउन सरगदूतन क जरिये दीन्ह गवा व्यवस्था क तउ पाइ लिहा मुला ओह पइ चल्या नाहीं!”

स्तिफनुस क कतल

54 जब उ सबइ इ सुनेन तउ उ पचे किरोध स पगलाइ गएन अउर स्तिफनुस पर दाँत पीसइ लागेन। 55 मुला पवित्तर आतिमा स भरा स्तिफनुस सरगे कइँती लखत रहा। उ निहारेस परमेस्सर क महिमा क अउर परमेस्सर क दाहिन कइँती खड़ा भवा ईसू क। 56 तउ उ कहेस, “लखा! मइँ लखत हउँ कि सरग खुला भवा अहइ अउर मनई क पूत परमेस्सर क दाहिन कइँती खड़ा बा!”

57 एह पइ उ पचे चिचिआत भवा आपन कान ढाँपि लिहेन अउर फिन उ सबइ एक संग टूट पड़ेन। 58 उ सबइ ओका घेरर्वत भए सहर स बाहेर लइ गएन अउर ओहॅ पइ पाथर बरसावइ लागेन। तबहिं गवाह लोग आपन ओढ़ना उतारि के साऊल नाउँ क एक ठु जवान क गोड़े प धइ दिहेन। 59 स्तिफनुस प जब स उ पचे पाथर बरसाउब सुरू किहेन, उ इ कहत भवा पराथना करत रहा, “पर्भू ईसू, मोर आतिमा क ग्रहण करा।” 60 फिन उ घुटना क बल भइराइ गवाँ अउर ऊँचि अवाजे मँ चिल्लान, “पर्भू, इ पाप क ओनकइ खिलाफ जिन ल्या!” ऍतना कहिके उ हमेसा क नींद मँ सोइ गवा।

1-3 साऊल स्तिफनुस क कतल ठीक बताएस। उहइ दिना स यरुसलेम क कलीसिया प घोर अत्याचार होब सुरू भवा प्रेरितन क तजिके उ पते सबहिं मनइयन यहूदिया अउर सामरिया क गाउँ मँ तितराइ-बितराइके फैलि गएऩ।

बिसवासियन प अत्याचार

कछू भगत लोग स्तिफनुस क गाड़ दिहन अउर ओकरे बरे बहोत दुःख मनाएन। साऊल कलीसिया क बरबाद करब सुरू कइ दिहेस। उ घर-घर जाइके स्त्रियन अउर पुरूसन क घेर्रावत भवा जेल मँ धाँधइ लाग। ओहर तितराए बितराए मनई हर ठउरे प जाइके नीक खबर क सुसामाचार देइ लागेन।

सामरिया मँ फिलिप्पुस क उपदेस

फिलिप्पुस सामरिया नगर क चला गवा अउर हुवाँ मनइयन मँ मसीह क बारे मँ प्रचार करइ लाग। फिलिप्पुस क मनइयन जब सुनेन अउर जउन अद्भुत चीन्हन क उ परगट करत रहा, लखेस, तउ जउन बातन क उ बतावा करत रहा, ओन पइ उ पचे एक चित्त लाइके धियान दिहेन। बहोत स मनइयन मँ स, जेनमाँ दुस्ट आतिमा समाई रहिन, उ सबई ऊँच अवाजे मँ चिल्लात भइ बाहेर निकरि आइन। बहोत स सुखाड़ी क बेरिमिया अउर अंग भंग नीक होत रहेन। उ सहर मँ खुसी छाइ रही।

हुवँइ समौन नाउँ क मनई रहत रहा। फिलिप्पुस क अवाई स पहिले उ ढेर समइ स उ सहर मँ जादू टोटका करत रहा। अउर सामरिया क मनइयन क अचरज मँ डाइ देत रहा। उ महा पुरूख होइ क दावा करत रहा। 10 नान्ह स लइके बड़वारे तलक सबहिं मनइयन ओकरे बात प धियान देतेन अउर कहत रहतेन, “इ मिला परमेस्सर क उहइ सक्ती बा जउन ‘महान सक्ती’ कहवावत ह!” 11 काहेकि उ ढेर दिनन स ओन पचन्क आपन चमत्कारन क घनचक्कर मँ नाइ देत रहा, यह बरे उ पचे ओह पइ धियान देत रहेन। 12 मुला उ पचे जब फिलिप्पुस प पतिमानेन काहेकि उ ओनका परमेस्सर क राज्य क सुसामाचार अउर ईसू मसीह क नाउँ बाँचत रहा, तउ उ पचे स्त्रियन अउर पुरूसन दुइनउँ ही बपतिस्मा लेइ लागेन। 13 अउर खुद समौन ही ओन पइ पतियाइ लाग। अउर बपतिस्मा लेइ क पाछे फिलिप्पुस क संग उ बड़े निचके स बसइ लाग। उ अद्भुत कारजन अउर अद्भुत चीन्हन क जब उ लखेस, तब दंग रहि गवा।

14 जब यरूसलेम मँ प्रेरितन इ सुनेन कि सामरिया क मनइयन परमेस्सर क बचन क मान लिहे अहइँ तउ उ पचे पतरस अउर यूहन्ना क ओनके लगे पठएन। 15 जबहिं उ पचे आएऩ, तब उ दुइनउँ सामरियन बरे पराथना किहेन कि ओनका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ। 16 काहेकि अबहुँ तलक पवित्तर आतिमा कउनो प नाहीं ओतरी, ओनका फिन पर्भू ईसू क नाउँ प बपतिस्मा हि दीन्ह गवा रहा। 17 तउ पतरस अउर यूहन्ना ओन पइ आपन हाथ धरेस अउर ओनका पवित्तर आतिमा मिलि गइ।

18 जब समौन लखेस कि प्रेरितन क हाथ धरे भइ स पवित्तर आतिमा मिलि गइ तउ ओनके समन्वा धन धरत भवा कहेस, 19 “इ सक्ती मोका दइ द्या काहेकि जेह पइ मइँ हाथ धरउँ, ओका पवित्तर आतिमा मिलि जाइ।”

20 पतरस ओसे कहेस, “तोहार अउर तोहरे धने क सतियानास होइ! काहेकि तू इ बिचार्या ह कि तू धने स परमेस्सर क बरदान क मोल लइ सकत ह। 21 इ बारे मँ तोहार हमार मेल नाहीं खात काहेकि परमेस्सर क समन्वा तोहार हिरदय सही नाहीं बा। 22 यह बरे आपन इ दुस्टता बरे मनफिराव अउर आपन कुकरम प पछतावा करा अउर पर्भू स पराथना करा। इ होइ सकत ह कि इ बिचार बरे तोहका छमा कइ दीन्ह जाइ जउन तोहरे मने मँ रहा। 23 मइँ लखत हउँ कि तू परिहँसे स भरा अहा अउर पाप क पंजा मँ फँसा बाट्या।”

24 यह पइ समौन जवाब दिहेस, “तू पर्भू स मोरे बरे पराथना करा काहेकि तू जउन कहया ह, ओहमाँ स कउनो भी बात मोह प न आइ जाइ!”

25 फिन प्रेरितन साच्छी दइके अउर पर्भू क बचन सुनाइके, राहे मँ टेर क सामरी गाँवन मँ सुसामाचार क उपदेस देत भएन यरूसलेम लौटि गएऩ।

इथियेपिया स आवा भएन मनइयन क फिलिप्पुस क उपदेस

26 पर्भू क एक सरगदूत फिलिप्पुस क कहत भवा बताएस, “तइयार होइ जा, अउर सरक प दक्खिन कइँती जा, जउन सरक यरूसलेम स गाजा क जात ह। इ एक निर्जन राह अहइ।”

27 तउ उ तइयार भवा अउर निकरि गवा। सरक पइ इथियोपिया क मनई क लखेस। उ हिजरा रहा। इथियोपियन क रानी कंदाके क एक अधिकारी रहा जउन ओकरे सारा खजाना क खजांची रहा। उ आराधना करइ यरूसलेम गवा रहा। 28 लउटत भवा उ आपन रथे मँ बैठिके नबी यसायाह क पोथी बाँचत रहा।

29 तबहिं उ आतिमा फिलिप्पुस स कहेस, “उ रथे क निचके जा अउर हुवँइ ठहर जा।” 30 फिलिप्पुस जब उ रथे क निचके दौड़िके गवा तउ उ ओका यसायाह क पढ़त भवा लखेस। तउ उ कहेस, “का तू जेका बाँचत अहा, ओका बूझत भी बाट्या?”

31 उ कहेस, “मइँ भला कहाँ तलक समुझ बूझ सकत हउँ? जब तलक कउनो मोका एकर अरथ न बतावइ?” फिन उ फिलिप्पुस क ऱथे प आपन संग बइठाएस। 32 पवित्तर सास्तर क जउन हींसा क उ बाँचत रहा, उ रहा:

“उ भेंड़ क नाई जप कइ दीन्ह बरे लइ जावा जात रहा
    उ ओ मेम्ना क नाई चुप रहा जउन आपन उन क कतरइवाला क समन्वा चुप रहत ह।
    ठीक वइसे ही उ आपन मुँह खोलेस नाहीं।
33 अब अइसी दीन दसा मँ ओका निआव स दुरिआवा गवा।
    ओकरी पीढ़ी क कबहँ गाथा कउन गाई?
    काहेकि धरती स तउओकर जिन्नगी लइ लीन्ह गइ।” (J)

34 उ अधिकारी फिलिप्पुस स कहेस, “अनुग्रह कइके बतावा कि इ नबी केकर बारे मँ कहत बाटइ? इ आपन बारे मँ या कउनो अउर क बारे मँ?” 35 फिन फिलिप्पुस कहब सुरू किहेस अउर इ सास्तर स लइके ईसू क सुसामाचार तलक सब कछू ओका कहिके सुनाएस।

36 रस्ता मँ आगे बढ़त भए उ सबइ पानी क निचके पहुँचेन। फिन उ अधिकारी कहेस, “लखा! हिआँ पानी बाटइ। अब मोका बपतिस्मा लेइ मँ का बियाधा अहइ?” 37 [a] 38 तब उ रथे क रोकइ बरे आग्या दिहेस। फिन फिलिप्पुस अउर उ अधिकारी दुइनउँ ही पानी मँ उतरि गएन अउर फिलिप्पुस ओका बपतिस्मा दिहेस। 39 अउर फिन जब उ पचे पानी स बाहेर निकसेन तउ फिलिप्पुस क पर्भू क आतिमा छीन लइ गवा। अउर उ अधिकारी फिन ओका कबहुँ नाहीं लखेस। ओहर उ अधिकारी खुसी मनावत आपन राहे प चला गवा। 40 ओह कइँती फिलिप्पुस खुद क असदोद मँ पाएस अउर कैसरिया पहोंच तलक उ सब नगरन मँ सुसमाचार प्रचार करत रहा।

साऊल क हिरदय बदलब

साऊल अबहुँ पर्भू क चेलन क मारि डावइ क धमकी देत रहा। उ महायाजक क लगे गवा। अउर उ दमिस्क क आराधनालय क नाउँ इ मंसा क चिट्ठी लिहेस कि जेहसे ओका हुवाँ अगर कउनो इ पंथ क चेलन मिलइ, फिन चाहे उ स्त्रियन होइ, चाहे पुरुसन, तउ उ ओका बंदी बनाइ सकइ अउर फिन वापिस यरूसलेम लइ आवइ।

तउ जब चलत चलत उ दमिस्क क निचके पहोंचा, तउ एकाएक ओकरे चारिहुँ कइँती अकासे स रोसनी कउँधी अउर उ भुइँया प जाइ गिरा। उ एक अवाज अनकेस जउन ओसे कहत रही, “साऊल, अरे ओ साऊल! तू मोका काहे सतावत अहा?”

साऊल कहेस, “पर्भू तू कउन अहा?”

उ कहेस, “मइँ ईसू अहउँ जेका तू सतावत बाट्या। मुला अब तू खड़ा ह्वा अउर नगर मँ जा। हुवाँ तोहका बताइ दीन्ह जाइ कि तोहका का करइ चाही।”

जउन मनई ओकरे संग जात्रा करत रहेन, उ पचे चुपचाप रहि गएऩ। उ पचे अवाज तउ अनकेन मुला कउनो क लखेन नाहीं। फिन साऊल भुइँया पइ स खड़ा भवा। मुला जब उ आपन आँखी खोलेस तउ उ कछू भी नाहीं निहारि सका। एह बरे उ पचे ओकर हाथ धइके दमिस्क लइ गएन। तीन दिना तलक उ न तउ कछू निहारि पाएस, अउर न ही कछू खाएस या पीएस।

10 दमिस्क मँ हनन्याह नाउँ क ईसू क एक चेला रहा। पर्भू दर्सन दइके ओसे कहेस, “हनन्याह!”

तउ उ बोला, “पर्भू, मइँ इ हउँ।”

11 पर्भू ओसे कहेस, “खड़ा ह्वा अउर उ गली मँ जेका सोझ कहवावइ वाली गली कहा जात ह। अउर हुवाँ यहूदी क घरे मँ जाइके तारसी क बसइया साऊल नाउँ क एक मनई क बारे मँ पूछताछ करा काहेकि उ पराथना करत बाटइ। 12 उ एक दर्सन मँ लखेस ह कि हनन्याह नाउँ क एक मनई घरे मँ आइके ओह प हाथ रखेस ह ताकि उ फिन लखि सकइ।”

13 हनन्या जवाब दिहेस, “पर्भू, मइँ इ मनई क बारे मँ बहोतन स सुना ह। यरूसलेम मँ तोहरे संत लोगन क संग इ जउन बुरा काम किहेस ह, उ सब मइँ सुनेउँ ह। 14 अउर हियाँ भी इ मुख्ययाजक स तोहरे नाउँ मँ सबहिं बिसवासी मनइयन क बंदी बनावइ क हुकुम लइ आवा ह।”

15 मुला पर्भू ओसे कहेस, “तू जा काहेकि इ मनई क विधर्मी मनइयन, राजा लोगन अउर इस्राएल क मनइयन क समन्वा मोर नाउँ लेइ बरे, एक जरिया क रूप मँ मइँ चुनेउँ ह। 16 मइँ खुद ओका उ सब कछू बताउब, जउन ओका मोरे नाउँ बरे सहइ क होइ।”

17 तउ हनन्याह चला गवा अउर उ घरे क भितरे पहोंचा अउर साऊल प आपन हाथ रखि दिहेस अउर कहेस, “भाइ साऊल! पर्भू ईसू मोका पठएस ह जउन तोहरे राह मँ तोहरे समन्वा परगट भ रहा जेहसे तू फिन स लखि सका अउर पवित्तर आतिमा स भरि उठा।” 18 फिन तुरतहि बोकला जइसी कउनो चीज ओकरी आँखिन स टेघरी अउर ओका फिन देखॉइ देइ लाग। उ खड़ा भवा अउर उ बपतिस्मा लिहेस। 19 ओकरे पाछे फिन तनिक खइया खाए क बाद आपन ताकत पाइ गवा।

साऊल क दमिस्क मँ प्रचार काम

उ दमिस्क मँ चेलन क संग कछू समइ ठहरा। 20 फिन इ सोझइ यहूदी आराधनालय मँ पहोंचा अउर ईसू क प्रचार करइ लाग। उ कहेस, “इ ईसू परमेस्सर क पूत अहइ।”

21 जउन कउनो भी ओका सुनेन, चकित रहि गएन अउर बोलेन, “का इ उहइ नाहीं अहइ, जउन यरूसलेम मँ ईसू क नाउँ मँ बिसवास करइया मनइयन क नास करइ क जतन नाहीं किहेस। अउर का इ ओनका धरवावइ अउर मुख्ययाजक क समन्वा लइ जाइ नाहीं आवा रहा?”

22 मुला साऊल जिआदा स जिआदा सक्तीसाली होत गवा अउर दमिस्क मँ बसइया यहूदियन क इ सिद्ध करत भवा कि इ ईसू ही मसीह अहइ, हरावइ लाग।

साऊल क यहूदियन स बच निकरब

23 बहोत दिन बीति जाए क पाछे यहूदियन ओका मारि डावइ क षड़यन्त्र किहेन। 24 मुला ओनकइ चाल क पता साऊल क होइ गवा। उ पचे सहर क दुआरन प घात लगाए रहत रहेन जेहसे ओका मारि डावइँ। 25 मुला ओकर चेलन ओका राति मँ उठाइ लइ गएन अउर झउआ मँ बइठाइके सहर क चहरदीवार के छेदे स ओका खाले उतारि दिहेन।

यरूसलेम मँ साऊल क पहुँचब

26 फिन जब उ यरूसलेम पहोंचा तउ उ चेलन क संग मिलइ क जतन करइ लाग। मुला उ पचे तउ ओसे ससान रहेन। ओनका इ बिसवास नाहीं रहा कि उ भी ईसू का एक चेलन अहइ। 27 मुला बरनाबास ओका आपन संग प्रेरितन क लगे लइ गवा अउर उ ओनका बताएस कि साऊल पर्भू क राहे मँ कउने तरह लखेस अउर पर्भू ओसे कइसे बतियान ह। अउर दमिस्क मँ कउने तरह उ बेडर होइके ईसू क नाउँ क प्रचार करइ लाग।

28 फिन साऊल ओनके संग यरुसलेम मँ अजादी स आवइ जाइ लाग। उ बेडर होइके पर्भू क नाउँ क प्रबचन करत रहा। 29 उ यूनानी भाखा क बोलवइया क साथ तहत्तुक अउर धरम चर्चा करत रहा मुला उ सबइ तउ ओका मारि डावा चाहत रहेन। 30 मुला जब भाई लोगन्क इ बात क पता लाग तउ उ पचे ओका कैसरिया लइ गएन अउर फुन ओका तरसुस पहोंचाइ दिहेन।

31 इ तरह समूचइ यहूदिया, गलील अउर सामरिया क कलीसिया क उ समइ सांति स बीति गवा। उ कलीसिया अउर जिआदा सक्तीसाली होइ लाग। काहेकि उ पर्भू स डेराइके आपन जिन्नगी काटत रही, अउर पवित्तर आतिमा ओका अउर जिआदा हिम्मत देत रही तउ ओकर गनती बाढ़इ लाग।

लुद्दा अउर याफा मँ पतरस

32 फिन उ समूचइ पहँटा मँ टहरत घूमत पतरस लुद्दा क संत लोगन स भंटइ पहोंचा। 33 हुवाँ ओका एनियास नाउँ क एक मनई मिला जउन आठ बरिस स बिछउना प ओलरा रहा। ओका लकुआ मारि गवा रहा। 34 पतरस ओसे कहेस, “एनियास, ईसू मसीह तोहका चंगा करत ह। खड़ा ह्वा अउर आपन बिछउना सोझ करा!” तउ उ तुरंत खड़ा होइ गवा। 35 फिन लूद्दा अउर सारोन मँ बसइया सब मनइयन ओका लखेन अउर उ पचे पर्भू कइँती घूमि गएन।

36 याफा मँ तबीता नाउँ क एक चेली रहत रही (जेकर यूनानी अनुवाद अहइ दोरकास अरथ अहइ “हिरनी”।) हमेसा नीक नीक काम करत अउर गरिबन क दान देत। 37 ओनही दिनाँ उ बीमार भइ अउर मरि गइ। उ पचे ओकरे ल्हासे क नहवाइके सीढ़ी क ऊपर खोली मँ धइ दिहेन। 38 लुद्दा याफा क लगे रहा, तउ चेलन जबहिं इ सुनेन कि पतरस लुद्दा मँ बाटइ तउ उ पचे ओकरे लगे दुइ मनई पठएन कि उ सबइ ओसे बिनती करइँ, “अनुग्रह कइके हाली स हाली हमरे लगे आइ जा!”

39 तउ पतरस तइयार होइके ओनके संग चला गवा। जब पतरस हुवाँ पहोंचा तउ उ पचे ओका सीढ़ी क ऊपर खोली मँ लइ गएन। हुवाँ सबहिं विधवावन छाती पीटिके रोवत भइन अउर उ सबइ कुर्ती अउर ओढ़ना क, जेनका दोरकास बनाए रहा; जबहिं उ पचे ओकरे संग रहिन देखॅावत भइन खड़ी होइ गइन। 40 पतरस हर कउनो क बाहेर पठएस अउर घुटना क बल निहुरिके ओसे पराथना किहेस। फिन ल्हास कइँती घूमत भवा बोला, “तबीता-खड़ी होइजा!” उ आपन आँखिन उघारेस अउर पतरस क लखतन भइ उठिके बइठी। 41 ओका आपन हाथ दइके पतरस खड़ा किहेस अउर फिन संत अउर विधवावन क बोलवाइ के ओनका ओका जिन्दा सौप दिहेस।

42 समूचइ याफा मँ हर कउनो क इ बात क पता लग गवा अउर बहोत स मनइयन पर्भू मँ बिसवास किहेन। 43 फिन याफा मँ समौन नाउँ क एक चमार क हियाँ पतरस बहोत दिनाँ तक रूका रहा।

पतरस अउर कुरनेलियुस

10 कुरनेलियुस नाउँ क एक मनई कैसरिया मँ रहा। उ फउज क उ दले क नायक रहा जेका इतालवी कहा जात रहा। उ परमेस्सर स डेरॅाइवाला भगत रहा अउर वइसा ही ओकर परिवार भी रहा। उ गरीबन क मदद करइ बरे दिल खोलिके दान देत रहा अउर हमेसा ही परमेस्सर क पराथना करत रहत रहा। दिन क नवे[b] पहर क नगिचे उ एक दर्सन मँ साफ साफ लखेस कि परमेस्सर क एक सरगदूत ओकरे लगे आवा ह अउर ओसे कहत ह, “कुरनेलियुस।”

तउ कुरनेलियुस डेरात भवा सरगदूत कइँती लखत भवा बोला, “हे पर्भू, इ का अहइ?”

सरगदूत ओसे कहेस, “तोहार पराथना अउर गरीब गुरबा क दिया भवा तोहार दान एक यादगार क रूप मँ तोहार याद दियावइ बरे परमेस्सर क लगे पहोंचा अहइँ। तउ कछू मनइयन क याफा पठवा अउर समौन नाउँ क एक मनई क, जउन पतरस कहा जात ह, हिआँ बोलॉइ ल्या। उ समौन नाउँ क एक चमार क हिआँ रहत ह। ओकर घर समुदूदर क किनारे बा।” उ सरगदूत जउन ओसे बात करत रहा, जब चला गवा तउ उ आपन दुइ नउकरन अउर आपन खुद क सहायक लोगन मँ स एक भक्त सिपाही क बोलाएस अउर जउन कछू भवा रहा, ओनका सब कछू बताइके याफा पठइ दिहेस।

अगले दिन जब उ पचे चलतइ चलत सहर क निचके पहोंचइ क ही रहेन, पतरस दुपहरिया मँ पराथना करइ छत्ते प चढ़ा। 10 ओका भूख लाग, तउ उ कछू खाइ चाहत रहा। उ पचे जब खइयाके तइया करत रहेन तउ ओकर समाधि लग गइ। 11 अउर उ लखेस कि अकास खुलि गवा अहइ अउर एक बड़वार चद्दर जइसी चीज तरखाले उतरत बा। ओका चारिहुँ कइँती स धइके धरती प उतारा जात बा। 12 ओह प हर तरह क पसु, धरती प रेंगइ वाला जीव-जंतु अउर अकासे क पंछी रहेन। 13 फिन एक अवाज ओसे कहेस, “पतरस उठ, मार अउर खा।”

14 पतरस कहेस, “पर्भू, फुरइ तउ नाहीं, काहेकि मइँ कबहुँ भी अपवित्तर या असुद्ध चीज क नाहीं खाएउँ ह।”

15 ऍह पइ ओनका दूसरी बार फिन अकासबाणी सुनाई दिहेस, “कउनो भी चीज क जेका परमेस्सर पवित्तर बनाए अहइ, ओनका तू ‘अपवित्तर’ न काह!” 16 तीन दाई अइसा ही भवा अउर उ पूरी वस्तु फिन अकास मँ वापिस उठाइ लीन्ह गइ। 17 पतरस जउने दर्सन जेका लखे रहा क अरथ क बारे मँ दुबिधा करत रहा, कुरनेलियुस क पठए भए लोग दुआरे प ठाड़ भवा पूछत रहेन, “समौन क घर कहाँ बा?” 18 उ सबइ बाहेर गोहरावत भए पूछेन, “का पतरस कहा जाइवाला समौन मेहमान क रूप मँ हियँइ रूका अहइ।?”

19 पतरस अबहिं उ दर्सन क बारे मँ सोचत ही रहा कि आतिमा ओसे कहेस, “सुना! तोहका तीन मनई हेरत अहइँ। 20 तउ खड़ा ह्वा, अउर तरखाले उतरिके बेझिझके चला जा, काहेकि ओनका मइँ ही पठएउँ ह।” 21 इ तरह पतरस तरखाले उतरि आवा अउर ओन मनइयन स बोला, “मइँ उहइ अहउँ, जेका तू हेरत बाट्या। तू काहे आया ह?”

22 उ पचे बोलेन, “हम सबनक फऊजीनायक कुरनेलियुस पठएस ह। उ अच्छा मनई अहइ अउर सच्चे परमेस्सर क आराधना करत ह। यहूदी मनइयन मँ ओकर बहोत सम्मान अहइ। पवित्तर सरगदूत ओसे तोहका आपन घरे नेउतइ बरे कहे अहइ अउर जउन कछू कहइ ओका सुनइ बरे कहे अहइ।” 23 ऍह पइ पतरस ओका भितरे बोलाइ लिहस अउर ठहरइ क जगह दिहेस।

फिन दूसर दिन तइयार होइके उ ओऩके संग चला गवा। अउर याफा क निवासी कछू अउर बंधु भी ओकरे संग होइ गएऩ। 24 दूसर दिन उ कैसरिया पहोंच गवा। हुवाँ आपन खास मित्र अउर नातेदार क बोलाइके कुरनेलियुस ओनका जोहत रहा।

25 पतरस अब भीतर पहोंचा तउ कुरनेलियुस ओसे भेंटइ आवा। कुरनेलियुस श्रद्धा स ओकरे गोड़वा प गिरत भवा ओका प्रणाम किहेस। 26 मुला ओका उठावत भवा पतरस बोला, “ठाड़ ह्वा! मइँ तउ खुद सिरिफ एक मनई हउँ।” 27 फिन ओकरे संग बात करत करत उ भितरे चला गवा। अउर हुवाँ उ बहोत म मनइयन क बटोरेस।

28 उ ओनसे कहेस, “तू सबइ जानत ह कि एक यहूदी बरे गैर यहूदी जाति क मनई क संग कउनो सम्बंध रखब या ओकरे हियाँ जाब विधान क खिलाफ अहइ मुला तउ भी परमेस्सर मोका देखाएस ह कि मइँ कउनो भी मनई क ‘असुद्ध’ या ‘अपवित्तर’ न कहउँ। 29 यह बरे मोका जब बोलावा गवा तउ मइँ बिना कउनो एतराज क आइ गएउँ। यह बरे मइँ तोहसे पूछत हउँ कि तू मोका काहे बरे बोलाया ह।”

30 ऍह पइ कुरनेलियुस कहेस, “चार दिन पहिले इहइ समइ दिन क नवें पहर (तीन बजे) मइँ आपन घरे मँ पराथना करत रहेउँ। एकाएक चमचमात ओढ़न मँ एक मनई मोरे समन्वा आइके खड़ा भवा। 31 अउर बोला, ‘कुरनेलियुस! तोहार बिनती सुनि लीन्ह गइ अहइ अउर गरीब गुरबन क दीन्ह भवा तोहार दान परमेस्सर क समन्वा याद कीन्ह ग अहइँ। 32 यह बरे याफा पठइके पतरस कहावावइवाला समौन क बोलवाइके पठवा। उ समुद्दर क किनारे चमार समौन क घरे रूका बा।’ 33 यह बरे मइँ तुरंतहि तोहका बोलवावइ पठवा ह अउर हिआँ आवइ क कृपा कइके बहोत नीक किहा ह तउ अब पर्भू जउन कछू आग्या तोहका दिए अहइँ, उ सब कछू सुनइ बरे हम पचे हिआँ परमेस्सर क अगवा हाजिर अही।”

कुरनेलियुस क घरे पतरस क उपदेस

34 फिन पतरस बोलइ लाग अउर कहेस, “फुरइ अब मइँ समुझ गवा हउँ कि परमेस्सर कउनो भेद-भाव नाहीं राखत 35 बल्कि हर जाति क कउऩो मनई जउन ओसे डेरात ह अउर नीक काम करत ह, उ ओका अपनावत ह। 36 इहइ अहइ उ संदेसा जेका उ ईसू मसीह स सांति क सुसमाचार क उपदेस देत भवा इस्राएल क मनइयन क दिहे रहा। उ सबहिं का पर्भू अहइ।

37 “तू पचे उ बड़की घटना क जानत ह, जउन समूचइ यहूदिया मँ भइ रही। गलील स सुरू होइके यूहन्ना क जरिए बपतिस्मा दीन्ह जाए क पाछे जेकर प्रचार कीन्ह गवा रहा। 38 तू सबइ नासरी ईसू क बारे मँ जानत ह कि परमेस्सर पवित्तर आतिमा स अउर सक्ती स ओकर अभिसेक कइसे किहे रहा अउर उत्तिम कारज करत भवा अउर ओन सब क जउऩ सइतान क बस मँ रहेन, नीक करत भवा चारिहुँ कइँती उ कइसे घूमत रहा। काहेकि परमेस्सर ओकरे संग रहा।

39 “अउर हम पचे सब बातन क साच्छी अही जेनका उ यहूदियन क पहँटा अउर यरूसलेम मँ किहे रहा। उ पचे ओका ही एक ठु लकड़ी के सलीब प टाँगिके मारि डाएन। 40 मुला परमेस्सर तीसरे दिना ओका फिन स जिन्दा कइ दिहेस अउर ओका परगट कराएस। 41 सब मनइयन क समन्वा नाहीं मुला ओन साच्छियन क अगवा जउन परमेस्सर क हीला स पहिले ही चुन लीन्ह गएन। अरथ अहइ हमरे समन्वा जउन मर भएन मँ स जी जाए क पाछे ओकरे संग खाएन अउर पीएऩ।

42 “उहइ हमका हुकुम दिहे अहइ कि हम लोगन क उपदेस देइँ अउर सिद्ध करइँ कि इ उहइ, अहइ जउन परमेस्सर क हीला स जिन्दा भएऩ अउर मरे भएऩ मँ स निआव करइवाला मुकर्रर कीन्ह गवा अहइ। 43 सब नबी लोग ओकरे बारे मँ साच्छी दिहे अहइँ कि ओहमा बिसवास करइवाला हर मनई ओकरे नाउँ क हीला स पापन्क छमा पावत ह।”

गैर यहूदियन प पवित्तर आतिमा क उतरब

44 पतरस अबहिं इ बातन क करत ही रहा कि ओन सब प पवित्तर आतिमा उतरि आइ जउन सुसमाचार सुने रहेन। 45 काहेकि पवित्तर आतिमा क बरदान गैर यहूदी प उड़ेरा जात रहा, तउ पतरस क संग आए भए यहूदी अचरज मँ पड़ि गएन। 46 उ पचे किसिम किसिम क भाखा बोलत रहेन अउर परमेस्सर क स्तुति करत भए अनकत रहेन। तब पतरस बोला, 47 “का कउनो इ मनइयन क बपतिस्मा देइ बरे, जल आसानी स देइ बरे मना कइ सकत ह? ऍनका भी वइसे ही पवित्तर आतिमा मिलि गवा ह, जइसेन हम पचन क।” 48 इ तरह उ ईसू मसीह क नाउँ मँ ओनका बपतिस्मा देइ क हुकुम दिहेस। फिन पतरस स उ पचे पराथना किहेन कि कछू दिन ओनकइ संग ठहरइ।

पतरस क यरूसलेम लौटब

11 समूचइ यहूदिया मँ भाइयन अउर प्रेरितन सुनेन कि परमेस्सर क बचन गैर यहूदी भी मान लिहे अहइँ। तउ जब पतरस यरुसलेम पहोंचा तउ उ पचे जउन खतना क चाहत रहेन, ओकर नुक्ताचीनी किहेन। उ सबइ कहेन, “तू खतना क बिना मनइयन क घरे गवा अहा अउर तू ओनकइ संग खइया क खाया ह!”

ऍह पइ पतरस सच जउन भवा रहा, ओका सुनावइ समुझावइ लाग। “मइँ याफा सहर मँ पराथना करत भवा समाधि मँ एक दर्सन कीन्ह। मइँ निहारेउँ कि एक बड़की चद्दर जइसी कउनो चीज खाले उतरत बा, ओका चारिहुँ कोना स धइके अकासे स धरती प उतारा जात अहइ। फिन उ उतरिके मोरे लगे आइ गइ। मइँ ओका धियान स लखेउँ कि ओहमाँ धरती क चौपाया जीव-जतुं, जंगली पसु रेंगइ वाला जीव अउर अकासे क पंछी रहेन। फिन मइँ एक अवाज सुनेउँ, जउन मोसे कहत रही, ‘पतरस उठा, मारा अउर खाइ ल्या।’

“मुला मइँ कहेउँ, ‘पर्भू, निहचय रूप स तउ नाहीं, काहेकि मइँ कबहुँ भी कउनो तुच्छा या समइ क अनुसार कउनो बे पवित्तर अहार क नाहीं खाएउँ ह।’

“अकास स दूसर दाई उ अवाज फिन कहेस, ‘जेका परमेस्सर पवित्तर बनएस ह, ओका तू अपवित्तर जिन समुझा।’

10 “तीन दाई अइसा ही भवा। फिन उ सब अकास मँ वापिस उठाइ लीन्ह गवा। 11 उहइ समइ जहाँ मइँ ठहरा रहेउँ, उ घरे मँ तीन मनई आइ गएन। उ पचे मोरे लगे कैसरिया स पठवा ग रहेन। 12 आतिमा मोका ओनकइ संग बेझिझके चला जाइ बरे कहेस। इ छ: भाई भी मोरे संग गएऩ। अउर हम पचे उ मनई क घरे मँ चला गए। 13 उ हमका बताएस कि एक सरगदूत क आपन घरे मँ ठाड़ उ कइसे लखेस। जउऩ कहत रहा, ‘याफा पठइके पतरस कहावावइवाला समौन क बोलवाइ ल्या। 14 उ तोहका बचन सुनाई जेहॅसे तोहार परिवार क उद्धार होइ।’

15 “जब मइँ प्रबचन सुरु कीन्ह तब पवित्तर आतिमा ओन पइ उतरि आइ। ठीक वइसेन जइसे सुरू मँ हम पइ उतरी रही। 16 फिन मोका पर्भू क कहा भवा बचन याद होइ गवा, ‘यूहन्ना पानी स बपतिस्मा देत रहा मुला तोहका पवित्तर आतिमा स बपतिस्मा दीन्ह जाइ।’ 17 इ तरह जदि परमेस्सर ओनका ही उहइ बरदान दिहेस जेका उ जब हम पचे पर्भू ईसू मसीह मँ बिसवास कीन्ह, तब्बइ हमका दिहे रहा, तउ खिलाफत करइवाला मइँ कउन होत हउँ?”

18 बिसवासी मनइयन जब इ सुनेन तउ उ पचे प्रस्न करब बंद कइ दिहेन। उ पचे परमेस्सर क महिमा करत भए कहइ लागेन, “अच्छा, तउ परमेस्सर गैर यहूदी मनइयन तलक क मनफिराववइ बरे उ औसर दिहेस ह, जउन जिन्नगी कइँती लइ जात ह।”

अन्ताकिया मँ सुसमाचार क अवाई

19 उ पचे जउन स्तिफनुस क समइ मँ दीन्ह जात सबइ यातना क कारण तितराइ बितराइ ग रहेन, दूर-दूर तलक फीनीक, साइप्रस अउर अन्ताकिया तलक चलाग रहेन। इ पचे यहूदियन क तजिके कउनो अउर क सुसामाचार नाहीं सुनावत रहेन। 20 एनही बिसवासी मनइयन मँ स कछू साइप्रस क अउर कुरेनी क रहेन। तउ जब उ पचे अन्ताकिया आएन तउ यूनानियन क भी प्रबचन देत भए पर्भू ईसू क सुसमाचार सुनावइ लागेन। 21 पर्भू क सक्ती ओनकइ संग रही। तउ एक बड़ा मनइयन क मजमा बिसवास धइके पर्भू कइँती मुड़ि गवा।

22 ऍकर खबर जब यरुसलेम मँ कलीसिया क काने तलक पहुँची तउ उ पचे बरनाबास क अन्ताकिया जाइके पठएऩ। 23 जब बरनाबास हुँवा पहोंचिके परमेस्सर क अनुग्रह क सकारथ होत लखेस तउ उ बहोत खुस भवा अउर उ ओन सबहिं क पर्भू बरे भक्ति भरा हिरदय स बिसवासी बनइ बरे हिम्मत देवॉएस। 24 काहेकि उ पवित्तर आतिमा अउर बिसवास स भरा भवा एक भरपूर उत्तिम मनई रहा। फिन पर्भू क संग एक बड़वार मनइयन क मजमा जुड़ गवा।

25 बरनाबास साऊल क हेरइ तरसुस क चला गवा। 26 फिन उ ओका हेरिके अन्ताकिया लइ आवा। पूरे साल भइ उ पचे कलीसिया स मिलत जुलत अउर बड़का मनइयन क मजमा क उपदेस देत रहेन। अन्ताकिया मँ सबन त पहिले ऍनही चेलन क “मसीही” कहा गवा।

27 इहइ समइ यरुसलेम स कछू नबी अन्ताकिया आएऩ। 28 ओनमाँ स अगबुस नाउँ क एक नबी खड़ा होइके पवित्तर आतिमा क जरिये इ भविस्सबाणी किहेस कि सारी दुनिया मँ एक खउफनाक अकाल पड़ी (क्लौदियुस क समइ इ अकाल पड़ा रहा।) 29 तब हर चेलन आपन ताकत देखिके यहूदिया क बसइयन बंधु क मदद बरे कछू पठवइ क ठान लिहेन। 30 तउ उ पचे अइसा ही किहेन अउर उ पचे बरनावास अउर साऊल क हाथ स यहूदिया मँ आपन बुजुर्गन क लगे उपहार पठएन।

हेरोदेस क कलीसिया प जुल्म

12 उहइ समइया क लगभग राजा हेरोदेस कलीसिया क कछू निअंबर क सताउब सुरू किहेस। उ यूहन्ना क भाई याकूब क तरवार स कतल कराइ दिहेस। उ जब इ लखेस कि इ बात स यहूदी खुस होत हीं तउ उ पतरस क भी गिरफतार करइ बरे सोचेस (इ बे खमीरे क रोटी क उत्सव क दिनन क बात अहइ) हेरोदेस पतरस क धइके जेलि मँ धाँध दिहेस। ओका चार चार सिपाहियन क कतार क पहरा लगाइ दीन्ह गवा। मतलब इ रहा कि ओह प मुकदमा चलावइ बरे फसह क त्यौहार पाछे ओका मनइयन क समन्वा बाहेर लइ आवा जाइ। तउ पतरस क जेल मँ रोक दीन्ह गवा। ओहर कलीसिया हिरदय स ओकरे बरे परमेस्सरस पराथना करत रही।

जेल स पतरस क छूटब

जब हरोदेस मुकदमा चलावइ बरे ओका बाहेर लोगन क सामने लइ आवइ क रहा, उ रात पतरस दुइ सिपाहियन क बीच सोवा रहा। उ दुइ जंजीरे स बँधा रहा अउर दुआर प पहरुआ जेल क रखवारी करत रहेन। एकाएक पर्भू क सरगदूत हुँवा आइके खड़ा भवा, जेल क खोली रोसनी स जगमगाइ उठी। उ पतरस क बगली थपथपाएस अउर ओका जगावत भवा कहेस, “हाली, खड़ा ह्वा!” जंजीर ओकरे हाथ मँ खुलके गिरि गइ। तबहिं सरगदूत ओका कहेस, “तइयार ह्वा अउर आपन चप्पल पहिरा।” तउ पतरस वइसा ही किहेस। सरगदूत ओका फिन कहेस, “आपन चोगा पहिरा अउर मोरे पाछे चला आवा।”

फिन ओकरे पाछे-पाछे पतरस बाहेर निकरि आवा। उ समुझ नाहीं पाएस कि सरगदूत जउन कछू करत रहा, उ फुरइ रहा। उ बिचारेस कि उ कउनो दर्सन लखत अहइ। 10 पहिले अउर दूसर पहरे क छोड़िके आगे बढ़त भवा उ पचे लोहा क उ फाटक प आइ गएन जउन सहर कइँति जात रहा। उ फाटक ओनकइ बरे खुद ही खुलि गवा। अउर उ पचे बाहेर निकरि गएन। उ पचे अबहिं गली क पार किहेन कि उ सरगदूत एकाएक ओका छोड़ि गवा।

11 फिन पतरस क जइसे होस आवा, उ बोला, “अब मोरी समझ मँ आवा ह कि असल मँ फुरइ अहइ कि पर्भू आपन सरगदूत क पठइके हेरोदेस क पंजा स मोका छुटकारा दियाएस ह। यहूदी लोग मोह प जउन कछू बुरा होइ क सोचत रहेन, ओहसे उहइ मोका बचाएस ह।”

12 जब उ इ समझ गवा तउ उ यूहन्ना क महतारी मरियम क घर चला गवा। (यूहन्ना जउन मरकुस भी कहवावत ह।) हुँवा ढेर मिला बटुरा रहेन अउर पराथना करत रहेन। 13 पतरस दुआरे क बाहेर स खटखटाएस ओका लखइ रूदे ऩाउँ क एक दासी हुँवा आइ। 14 पतरस क अवाज क पहिचान के खुसी क मारे ओकरे बरे फाटक बगैर खोले भए उ उलटिके भीतर दउड़ आइ अउर उ बताएस कि पतरस दुआरे प खड़ा अहइ। 15 उ पचे ओसे बोलेन, “तू पागल होइ गइ अहा।” मुला उ जोर दइके कहतइ रही कि इ अइसा ही अहइ। ऍह पॅइ उ पचे कहेन, “उ ओकर सरगदूत होइ।”

16 ओहर पतरस दुआर खटखटावत ही रहा। फिन उ पचे जब दुआर खोलेन तउ उ पचे अचरज मँ पड़ि गएन। 17 ओनकइ हाथे स चुप रहइ क इसारा करत भए उ खोलिके बताएस कि पर्भू ओका जेलि स कइसे बाहेर निकारेस ह। उ कहेस, “याकूब अउर दूसर भाइयन क इ बारे मँ बताइ दिहा।” अउर तब उ ठहुर क तजिके कउनो दूसर स्थान प चला गवा।

18 जब भोर भवा तउ पहरुअन मँ बड़ी खलबली मचि गइ। उ पचे अचरज मँ पड़ा सोचत रहेन कि पतरस क संग का भवा होइ। 19 ऍकरे पाछे हेरोदेस जब ओकर छानबीन कइ चुका अउर उ ओका नाहीं मिला तउ उ आपन पहरुअन स पूछताछ किहेस अउर ओनका मारि डावइ क हुकुम दिहेस।

हेरोदेस क मउत

हेरोदेस फिन यहूदिया स जाइके कैसरिया मँ रहइ लाग। हुँवा उ कछू समइ बिताएस। 20 उ सूर अउर सैदा क मनइयन स बहोत कोहान रहत रहा। उ पचे एक झुण्ड बनइके ओसे भेंटइ आइ रहेन। राजा क खुद क सेवक बलास्तुस क मान मनउवल कइके उ पचे हरोदेस स सांति क पराथना किहेन काहेकि ओनकइ देस क राजा क देस स खाइक मिलत रहा।

21 एक निहचत दिन हेरोदेस आपन राजसी वेस-भूसा पहिरिके आपन सिंहासन प बइठा अउर मनइयन क बियाख्यान देइ लाग। 22 लोग चिचियाने, “इ तउ कउनो देवता क बानी अहइ, मनई क नाहीं।” 23 काहेकि हेरोदेस परमेस्सर क महिमा नाहीं दिहेस, यह बरे फउरन पर्भू क एक दूत ओका बीमार कइ दिहेस। अउर ओहमाँ किरवा परि गएन जउन खाइ लागेन अउर उ मरि गवा।

24 मुला परमेस्सर क बचन क प्रचार होत रहा अउर उ फइलत जात रहा अउर बिसवासियन की संख्यि बढ़त जात रही।

25 बरनाबस अउर साऊल आपन काम पूरा कइके मरकुस कहवावइवाला यूहन्ना का भी संग लइके अन्ताकिया लौटि आएऩ।

बरनाबास अउर साऊल क चुना जाब

13 अन्ताकिया क कलीसिया मँ कछू नबी अउर बरनाबास, समौन (नीगर) कहा जाइवाला समौन कुरेनी क लूकियुस, देस क चउथाई हींसा क राजा हेरोदेस क संग पालितयोसित मनाहेम अउर साऊल जइसे कछू सिच्छक रहेन। उ पचे जब उपवास करत भए पर्भू क आराधना मँ लाग रहेन, तबहिं पवित्तर आतिमा कहेस, “बरनाबास अउर साऊल क जउने काम बरे मइँ बोलाएउँ ह, ओका करइ बरे मोरे नीस्बत, ओनका अलगाइ द्या।”

तउ जब सिच्छक अउर नबी आपन उपवास अउर पराथना पूरी कइ चुकेन तउ उ पचे बरनाबास अउर साऊल प आपन हाथ धरेन अउर ओनका बिदा कइ दिहेन।

बरनाबास अउर साऊल क साइप्रस जात्रा

पवित्तर आतिमा क जरिए पठए भए उ सबइ सिलूकिया गएऩ जहाँ स जहान मँ बइठिके उ पचे साइप्रस पहोंचेन। फिन जब उ पचे सलमीस पहोंचेन तउ उ पचे यहूदियन क आराधनालय मँ परमेस्सर क बचन क प्रचार किहेन यूहन्ना सहायक क रूप मँ ओनकइ संग रहा।

उ समूचइ द्वीप क जात्रा करत करत उ पचे पाफुस ताईं जाइ पहोंचेन। हुवाँ ओनका एक जादूगर मिला, उ झूठा नबी रहा। उ यहूदी क नाउँ रहा बार-ईसू। उ एक बहोत बुद्धिमान पुरुस राज्यपाल सिरगियुस पौलुस क दोस्त रहा जउन फिन परमेस्सर क बचन सुनइ बरे बरनाबास अउर साऊल क बोलवाएस। मुला इलीमास जादूगर ओनकइ खिलाफत किहेस (इ बार-ईसू क अनुवाद क नाउँ बा।) उ नगर-पति क बिसवास डुगावइ क जतन किहेस। फिन साऊल जेका पौलुस भी कहा जात रहा, पवित्तर आतिमा स भरपूर होइके इलीमास प पैनी निगाह डारत भवा कहेस, 10 “सबहिं तरह क छल अउर धूर्तताई स भरा, अरे सइतान क बेटहना, तू हर नेकी क दुस्मन अहा। का तू पर्भू क सोझ सच्चे राह क तोड़ब मरोड़ब न तजब्या? 11 अब लखा पर्भू क हाथन तोह प आइ पड़ा बा। तू आँधर होइ जाब्या अउर कछू समइ बरे सूरज तक भी नाहीं लख पउब्या।”

तुरंतहि एक धूँध अउर अँधियारा होइ पइ छाइ गवा अउर एहर-ओहर टोवइ लाग कि कउनो हथवा धइके ओका चलावइ। 12 तउ राज्यपाल, जउन कछू भवा रहा, जब ओका लखेस तउ उ बिसवास धरेस। उ पर्भू क बाबत उपदेसन स बहोत होइ गवा।

पौलुस अउर बरनाबास क साइप्रस स जाब

13 फिन पौलुस अउर ओकर संगी पाफुस स ऩाउ क जरिये पंफूलिया क पिरगा मँ आइ गएऩ। मुला यूहन्ना ओनका हुँवइ छोड़िके यरूसलेम लौटि आवा। 14 ओहर उ पचे आपन जात्रा प बढ़त भए पिरगा स पिसिदिया क नजदीक नगर अन्ताकिया मँ आइ गएन।

फिन सबित क दिना यहूदी आराधनालय मँ जाइके बइठि गएऩ। 15 मूसा क व्यवस्था क मुताबिक अउर नबियन क पोथी क पाठ कइ चुके क पाछे यहूदी आराधनालय क अधिकारियन ओनकइ लगे इ संदेसा कहवाइ पठएन, “भाइयो, मनइयन क उपदेसन देइ बरे तोहरे लगे कहइ क प्रोत्साहन क कउनो अउर बचन अहइ जउन ओका सुनावा।”

16 ऍह पइ पौलुस खड़ा भवा अउर आपन हाथ हिलावत भवा बोलइ लाग, “हे इस्राएल क मनइयो अउर परमेस्सर स डेराइवाले गैर यहूदियो, सुना: 17 इ इस्राएल क मनइयन क परमेस्सर हमरे पूर्वजन क चुने रहा अउर जब हमार लोग मिस्र मँ ठहरा रहेन, उ ओनका महान बनाए रहा अउर आपन महान सक्ति स उ ओनका उ धरती स बाहेर निकारि लइ आवा रहा। 18 अउर लगभग चालीस बरिस तलक उ जंगल मँ ओनकइ मदद करत रहा। 19 अउर कनान देस क सात जातियन क नास कइके उ धरती इस्राएल क मनइयन क वसीयत क रूप मँ दइ दिहेस। 20 इ सब कछू मँ लगभग साढ़े चार सौ बरिस लगेन।

“ऍकरे पाछे समूएल नबी क समइ तलक उ ओनका अनेक निआव क न्यायकर्ता दिहेस। 21 फिन उ पचे एक राजा क निवेदन किहेन, तउ परमेस्सर बिन्यामीन क गोत क एक मनई कीस क बेटवा साऊल क चालीस बरिस बरे ओनका दइ दिहेस। 22 फिन साऊल क हटाइके उ ओनकइ राजा दाऊद क बनाएस जेकरे बारे मँ उ इ साच्छी दिहेस, ‘मइँ यिसै क बेटवा दाऊद क एक अइसे मनई क रूप मँ मिला ह, जउन मोरे मन क मुताबिक अहइ। जउन कछू मइँ ओसे करावइ चाहत हउँ, उ उ सब कछू क करी।’

23 “इ ही मनई क एक बंसज क आपन प्रण क मुताबिक इस्राएल मँ उद्धार करइया ईसू क रूप मँ लाइ चुका अहइ। 24 ओकरे आवइ स पहिले यूहन्ना इस्राएल क सबहिं मनइयन मँ मनफिराव स बपतिस्मा क प्रचार करत अहइ। 25 यूहन्ना जब आपन काम क पूरा करइ क रहा, तउ उ कहेस रहा, ‘तू मोका जउन समुझत ह, मइँ उ नाहीं हउँ। मुला एक अइसा अहइ जउन मोरे पाछे आवत अहइ। मइँ जेकर पनही क फीतास खोलइ लायक भी नाहीं अहउँ।’

26 “भाइयो, इब्राहीम क सन्तानो अउर सच्चे परमेस्सर क आराधक गैर यहूदियो, उद्धार क इ सुसमाचार हमरे बरे ही पठवा ग अहइ। 27 यरुसलेम मँ बसइयन अउर ओनकइ राजा लोगन ईसू क नाहीं पहिचानेन। अउर ओका दोखा ठहराइ दिहेन। इ तरह उ पचे नबी लोगन क उ बचन क पूरा किहन जेनकइ सबित क दिन पाठ कीन्ह जात ह। 28 अउर जदि अपि ओनका ओकरे मउत क राजा क कउनो सबूत नाहीं मिला, तउ भी उ पचे पलातुस स ओका मरवाइ डावइ क माँग किहेन।

29 “ओकरे बारे मँ जउन कछू लिखा रहा, जब उ पचे सब कछू क पूरा कइ चुकेन ओका क्रूस प स खाले उतारेन अउर एक कब्र मँ धइ दिहन। 30 मुला परमेस्सर ओका मरइ क पाछे फिन जीवित कइ दिहस। 31 अउर फिन जउन लोग गलील स यरूसलेम तलक ओकरे संग गएन, उ ओनकइ अगवा कइउ दिना ताईं परगट होत रहा। इ सबइ अब मनइयन बरे ओकर साच्छी अहइँ।

32 “हम तोहका उ प्रण क बारे मँ सुसमाचार सुनावत अही जउन हमरे पूर्वजन क संग कीन्ह गइ रही। 33 ईसू क, मरि जाए क पाछे फिन जीवित कइके, ओनकइ संताने क बरे परमेस्सर उहइ सपथ क हमरे बरे पूरा किहेस ह। जइसा कि दूसर भजन संहिता मँ लिखा भी अहइ:

‘तु मोर पूत अहा,
    मइँ तोहका आजु ही जनम दिहेउँ ह।’ (K)

34 अउर उ ओका मरे भएऩ मँ जिआइ के उठाएस जेहॅसे नास होइ स पहिले ओका फिन स लौटब न होइ। उ इ तरह कहे रहा:

‘मइँ तोहका उ सबइ पवित्तर अउर न टरइ क असीस देब
    जेनका देइ क बचन मइँ दाऊद क दिहेउँ।’ (L)

35 इ तरह एक दूसर भजन मँ उ कहत ह:

‘तू आपन पवित्तर जने क नास क अनुभव नाहीं होइ दिहा।’ (M)

36 “फिन दाऊद आपन जुग मँ परमेस्सर क प्रयोजन क मुताबिक आपन सेवा-काम पूरा कइके मर गवा, ओका ओकरे पूर्वजन क संग दफनाइ दीन्ह गवा अउर ओकर छय भवा। 37 मुला जेका परमेस्सर मरे भएऩ क बीच क जीवित कइके उठाएस, ओकर छय नाहीं भवा। 38-39 तउ भाइयो, तू सबन्क जान जाइ चाही कि ईसू क जरिए ही पाप क छमा क उपदेस तोहका दीन्ह गवा ह। अउर इहइ क जरिए हर कउनो जउन बिसवासी अहइ, ओन पापन्स छुटकारा पाइ सकत ह, जेनसे मूसा क व्यवस्था छुटकारा नाहीं दियाइ सकत रही। 40 तउ होसियार रहा, कहूँ नबियन जउन कछू कहे बाटेन, तू सबन प न घटइ:

41 ‘निन्दा करइया लोगो,
    लखा, होइके भउचक्का मरि जाब्या,
काहेकि तोहरे जुग मँ
    एक कारज अइसा करत हउँ,
जेकर चर्चा तलक प तोहका कबहुँ ह
    बिसवास होई।’” (N)

42 पौलुस अउर बरनावास जब हुवाँ स जात रहेन मनइयन ओनसे अगले सबित क दिन अइसी ही अउर बातन बतावइ बरे पराथना किहेन। 43 जब सभा खतम भइ तउ बहोत स यहूदियन अउर बहुत गैर यहूदी भक्तन पौलुस अउर बरनाबास क पाछा किहेन। पौलुस अउर बरनाबास ओनसे बातचीत करत भए बिनती किहेन कि उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह मँ बन रहइँ।

44 अगले सबित क दिन तउ लगभग समूचा सहर ही पर्भू क बचन सुनइ बरे उमड़ि आवा। 45 इ बड़का मनइयन क मजमा क जब यहूदियन लखेन तउ उ पचे बहोत जरि भुनि गएन अउर भद्दा सब्द क बइपरत भए पौलुस जउन कछु कहे रहा, ओकर खिलाफत करइ लागेन। 46 मुला पौलुस अउर बरनाबास निडर होइके, “इ जरुरी रहा कि परमेस्सर क बचन पहिले तोका पढ़ावा जात मुला काहेकि तू पचे ओका नकारत अहा अउर तू सबइ आपन खुद क अनन्त जिन्नगी क जोग्ग नाहीं ठहरउत्या, तउ हम पचे अब गैर यहूदी लोग कइँती मुड़ि जात अही। 47 काहेकि पर्भू हमका अइसि ही आग्या दिहे अहइ:

‘मइँ जोति बनाएउँ तोहका, ओनकइ बरे जउऩ नाहीं यहूदी,
    ताकि संसार के सब लोगन का उद्धार करइँ।’” (O)

48 गैर यहूदियन जब इ सुनेन तउ उ पचे बहोत खुस भएऩ अउर उ पचे पर्भू क बचन क सम्मान किहेन। फिन उ सबइ, जेनका अनन्त जिन्नगी पावइ बरे ठहरावा ग रहा, बिसवास धारण कइ लिहेन।

49 इ रतह समूचइ पहँटा मँ पर्भू क बचन क प्रचार होत रहा। 50 ओहर यहूदी लोग ऊँच कुले क धार्मिक स्त्रियन अउर सहर क मुड्ढ मनइयन क उसकाएन अउर पौलुस अउर बरनाबास क खिलाफ अत्याचार करब सुरू कइ दिहेन अउर दबाव डाइके ओनका आपन पहँटा स बाहेर निकरिवाइ दिहेन। 51 फिन पौलुस अउर बरनाबास ओनकइ खिलाफ आपन गोड़े क धूरि झारिके इकुनियुम क चला गएऩ। 52 मुला अतीक मँ ओनकइ चेलन आनंद अउर पवित्तर आतिमा स भरपूर होत रहेन।

इकुनियुम मँ पौलुस अउर बरनाबास

14 इहइ तरह पौलुस अउर बरनाबास इकुनियुम मँ यहूदी आराधनालय मँ गएऩ। हुवाँ उ पचे इ तरीका स बियाख्यान दिहेन कि यहूदियन क एक बड़का मनइयन क मजमा बिसवास कइ लिहेस। मुला उ यहूदियन जउन नाहीं पातियानेन, गैर यहूदियन क उसकाएऩ अउर भाई बहनन क खिलाफ दुस्मनी पइदा कइ दिहेन।

तउ पौलुस अउर बरनाबास हुवाँ बहोत दिनॉ तलक ठहरा रहेन अउर पर्भू क बारे मँ बेडर होइके प्रबचन देत रहेन। ओनकइ हीला स पर्भू अद्भुत कारजन अउर अचरज कारजन करवावत भव आपन द्या क संदेसा क मान करावत रहा। ओहर सहर क मनइयन मँ फूट पड़ि गइ। कछू मिला प्रेरितन कइँती अउर कछू मिला यहूदियन कइँती होइ गएन।

फिन जब गैर यहूदी लोग अउर यहूदी लोग आपन आपन नेता स मिलिके ओनके संग बुरा बेवहार करइ लागेन (गरियाव) अउर ओन प पाथर लोकावइ क बात चली, तउ पौलुस अउर बरनाबास क ऍकर पता लग गवा अउर पचे लुकाउनिया अउर लुस्त्रा अउर दिरबे जइसे सहरन अउर सासपास क पहँटा मँ परानेन। उ पचे हुवाँ भी सुसमाचार क प्रचार करत रहेन।

लुस्त्रा अउर दिरबे मँ पौलुस

लुस्त्रा मँ एक मनई बइठा भवा रहा। उ आपन गोड़वा स अंपग रहा। उ जन्मत ही लँगड़ा रहा, चल फिन तउ कबहुँ नाहीं पाएस। इ मनई पौलुस क बोलत भए सुने रहा। पौलुस ओह पइ निगाह गड़ाएस अउर लखेस कि चंगा होइ क बिसवास ओहमाँ बा। 10 तउ पौलुस ऊँची अवाज मँ कहेस, “अपने गोड़वा प सोझ खड़ा ह्वा।” तउ उ ऊपर उछरा अउर चलइ-फिरइ लाग।

11 पौलुस जउन कछू किहे रहा, जब भिड़िया ओका लखेस तउ मनइयन लुकाउनिया क भाखा मँ गोहार लगाइके कहइ लागेन, “हमरे बीच मनई क रूप धइके, देवता उतरि आवा अहइँ।” 12 उ पचे बरनाबास क “जेअस”[c] अउर पौलुस क “हिरमेस”[d] कहइ लागेन। (पौलुस क हिरमेस यह बरे कहा गवा काहेकि उ प्रमुख बोलवइया रहा।) 13 सहर क सोझइ बाहेर बना जेअस क यहूदियन क मंदिर क पूजारी सहर क दुआरे सॉड़ अउर माल लइके आइ पहोंचा। उ भीड़ क संग पौलुस अउर बरनाबास बरे बलि चढ़ावइ चाहत रहा।

14 मुला जब प्रेरितन बरनाबास अउर पौलुस इ सुनेन तउ उ पचे आपन ओढ़ना फाड़ि डाएन अउर उ पचे ऊँची अवाज मँ इ कहत भए भीड़ मँ घुसि गएऩ, 15 “अरे मनइयन, तू पचे इ काहे करत बाट्या? हम पचे भी वइसे मनई अही, जइसे तू पचे अहा। हिआँ हम सबइ तू सबन्क सुसमाचार सुनावइ आइ अही ताकि तू पचे बेकार क बातन स मुँह मोड़िके उ सजीव परमेस्सर कइँती लउटा जउन अकास धरती, समुद्दर अउर एऩमाँ स जउन कछू अहइ, ओकर रचना किहेस ह।

16 “बीत गए काल मँ उ सबहिं जातियन क आपन आपन राहे प चलइ दिहेस। 17 मुला तोहका उ खुद आपन साच्छी दिए बगैर नाहीं तजेस। काहेकि उ तोहरे संग भलाई किहेस। उ तू पचन्क अकास स बर्खा दिहेस अउर रितु क मुताबिक फसल दिहेस। उहइ तोहका खइया क देत ह अउर तोहरे मन क आनंद स भरि देत ह।”

18 इ बचन क पाछे भी उ पचे भिड़िया क ओनकइ बरे बलि चढ़ावइ स अक्सर नाहीं रोक सकेन।

19 फिन अन्ताकिया अउर इकुनियुस स आए भए यहूदी लोग भीड़ क अपने पच्छ मँ कइके पौलुस प पाथेर लोकाएन अउर ओका मरा जानिके सहर क बाहेर घेर्राइ लइ गएन। 20 फिन जब ओकर चेलन ओकरे चारिहुँ कइँती बटुरेन, तउ उ उठा अउर सहर मँ चला आवा अउर फिन अगले दिन बरनाबास क संग उ दिरबे बरे चल पड़ा।

सीरिया क अन्ताकिया क लउटब

21 उ सहर मँ उ पचे सुसमाचार क प्रचार कइके बहोत स चेलन बनएन। उ सबइ लुस्त्रा, इकुनियुम अउर अनताकिया लउटि आएऩ। 22 अउर मनवइयन क आतिमन क स्थिर कइके बिसवास मँ रहइ बरे ओनका कहि क हिम्मत बढ़ाएऩ, “हमका बड़ा घोर दुख झेलिके परमेस्सर क राज्य मँ घुसइ क अहइ।” 23 हर कलीसिया मँ उ पचे ओनका नुयुक्त किहेन उ पर्भू क सौप दिहेन जेहमाँ उ पचे बिसवास करत रहेन।

24 एकरे पाछे पिसिदिया स होत भए उ पचे पंफूलिया आइ गएऩ। 25 अउर पिरगा मँ जब सुसमाचार सुनाइ चुकेन तउ इटली मँ आइ गएऩ। 26 हुवाँ स उ पचे अन्ताकिया क जहाज स गएन जहाँ जउने काम क अबहिं उ पचे पूरा किहेन। उ काम बरे उ सबइ परमेस्सर क अनुग्रह प न्यौछावर होइ गएऩ।

27 अइसे जब उ पचे पहोंचेन तउ उ पचे कलीसिया क मनइयन क बटोरेन अउर परमेस्सर ओनके द्वारा जउन कछू किहेस, ओकर वृत्तांत कहिके सुनाएऩ। अउर उ पचे एलान किहेन कि परमेस्सर दूसरे देसन क मनइयन बरे बिसवास क दुआर खोले अहइ। 28 फिन चेलन क संग हुवा बहोत दिनाँ तलक ठहरेन।

यरुसलेम मँ एक सभा

15 फिन कछू लोग यहूदिया स आएन अउर भाई लोगन क सिच्छा देइ लागेन, “जदि मूसा क व्यवस्था क मुताबिक तोहार खतना नाहीं भवा अहइ तउ तोहार उद्धार नाहीं होइ सकत।” पौलुस अउर बरनाबास क बिचार मेल नाहीं खात रहा, तउ ओनमाँ एक बड़ा मत भेद पइदा होइ गवा। यह बरे पौलुस अउर बरनाबास अउर ओनके कछू अउर संगी इ समस्या क हल निकारइ बरे प्रेरितन अउर मुखियन क लगे यरुसलेम पठवइ क ठान लिहेन।

उ पचे कलीसियन क जरिए पठवा गाएऩ अउर फीनीके अउर सामरिया होत भए अधर्मियन क हिरदय बदलत भए भाई बहिनियन क समाचार सुनाइके खुस करत रहेन। फिन जब उ पचे यरुसलेम पहोंचेन तउ कलिसिया, प्रेरितन अउर बुजुर्ग लोगन अगवानी किहेन। अउर उ पचे ओनके संग परमेस्सर जउन किहे रहा, उ सब कछू ओनका कहिके सुनाएन। ऍह पइ फरीसियन क दल क कछू बिसवासि खड़ा भएऩ अउर बोलेन, “ओनकइ खतना जरुर कीन्ह जाइ चाही अउर ओनका हुकुम देइ चाही कि उ पचे मूसा क व्यवस्था क पालन करइँ।”

तउ इ सवाल प बिचार करइ बरे प्रेरितन अउर बुजुर्गन आपुस मँ बटुर गएऩ। एक लम्बी चौड़ी तहत्तुक पाछे पतरस खड़ा भवा अउर ओनसे बोला, “भाइयो, तू पचे जानत ह कि बहोत दिना पहिले तोहमाँ स परमेस्सर एक चुनाव किहे रहा कि मोरे हीला स गैर यहूदियन लोग सुसमाचार क संदेसा सुनइहीं अउर बिसवास करिहीं। अउर अन्तर्यामी परमेस्सर हमरे ही तरह ओनका भी पवित्तर आतिमा क बरदान दइके, ओकरे बारे मँ आपन समर्थन देखाए रहा। बिसवास क जरिए ओनकइ हिरदय क पवित्तर कइके हमरे अउर ओनके बेच उ कउनो भेद-भाव नाहीं किहेस। 10 तउ अब चेलन क गटइया प एक अइसा जुआ लादिके जेका न हम उठाइ सकित अही अउर न हमार पूर्वज तू पचे परमेस्सर क गुस्सा करावइ चाहत ह? 11 मुला हमार तउ इ बिसवास अहइ कि पर्भू ईसू क अनुग्रह स जइसे हमार उद्धार भवा ह, वइसे ही हमका भरोसा अहइ कि ओनकइ भी बचाव जाई!”

12 ऍह पइ समूचा दल सन्न मारि गवा अउर बरनाबास अउर पौलुस क बोलब सुनई लागेन। उ पचे, गैर यहूदियन क बीच परमेस्सर ओनकइ हीला स दुइ अद्भुत कारजन परगट किहे रहा, अउर अचरज कारजन किहे रहा, ओकरे बाबत बतावत रहेन। 13 उ पचे जब बोल चुकेन तउ याकूब कहइ लाग, “भाइयो, मोरउ सुना। 14 समौन बताए रहा कि परमेस्सर गैर यहूदियन मँ स कछू लोगन्क आपन नाउँ बरे चुनिके सबन ते पहिले कइसे पिरेम परगट किहे रहा। 15 नबी लोगन्क बचन भी इ बात क समर्थन करत हीं। जइसा कि लिखा बाटइ:

16 ‘अउर जाबइ मइँ एकरे पाछे,
    फिन स दाऊद क उ घरे क
    खड़ा करब जउन गिर चुका ह।
फिन स ओकर खण्डहर क
    सँवारब, फिन स पुराने क उद्धार करब।
17 काहेकि जउन बचा अहइँ
    उ सबइ गैर यहूदी सबहिं जउन
अब मोर कहवावत हीं,
    पर्भू क हेरइँ।’ (P)

18 ‘उहइ पर्भू इ बात क कहत ह, जउन जुग-जुग स इ बातन क परगट करत रहा।’

19 “इ तरह मोर इ निर्णय अहइ कि हमका ओन मनइयन क, जउन गैर यहूदी होत भए परमेस्सर कइँती घूमा अहइँ, सतावइ नाहीं चाही। 20 मुला हमका तउ ओऩके लगे लिखिके पठवइ चाहीं। हमका ओनका इ बातन क बतावइ चाही:

मूरत क चढ़ावा भवा खइया क जिन खा (ऍहसे खइया क अपवित्तर होत ह।)

कउनो तरह क व्यभिचार जिन करा लहू क कबहुँ जिन चखा।

गटइ घोटिके मारा गवा गोरू क मांस जिन खा।

21 ओऩ पचन्क क इ बात न करइ चाही, काहेकि हर सहर मँ मनइयन (यहूदी) बाटेन जउन मूसा क व्यवस्था सिखावत हीं। हर सबित क दिन मूसा क व्यवस्था क तरीका स पाठ आराधनालय मँ बरिसन स होत आवत ह।”

गैर यहूदी बिसवासियन क नाउँ चिट्ठी

22 फिन प्रेरितन अउर बुजुर्गन समूचइ कलीसिया क संग इ निहचय किहेन कि ओनमाँ स कछू लोगन क चुनिके पौलुस अउर बरनाबास क संग अन्ताकिया पठवा जाइ। तउ उ पचे बरसब्बा कहा जाइवाला यहूदा अउर सीलास क चुन लिहेन। उ सबइ भाइयन मँ यरूसलेम मँ मान्य रहेन। 23 उ पचे ओनकइ हाथे स इ चिट्ठी पठएन:

तोहरे बंधु, बुजुर्ग अउर प्रेरितन कइँती स,

अन्ताकिया, सीरिया अउर किलिकिया क गैर यहूदी भाइयन क नमस्ते पहुँचइ।

मोरे भाइयन,

24 हम पचे जब त इ सुना ह कि हम स कउनो आदेस पाए बिना ही, हम पचन मँ स कछू मनइयन जाइके आपन सब्दन स तोहार जिअर दुखी किहेन हे, अउर तोहरे मन क नाहीं थिरइ दिहेन। 25 हम पचे आपुस मँ एक मत होइके इ निहचय कीन्ह ह हम सबइ आपन मँ स कछू मनई चुनी अउर आपन पिआरा बरनाबास अउर पौलुस क संग ओनका तोहरे लगे पठई। 26 इ सबइ उ पचे ही लोग अहइँ जउऩ हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाउँ बरे आपन प्राण क बाजी लगाइ दिहे रहे। 27 हम पचे यहूदा अउर सीलास क पठावत अही। उ सबइ तोहका आपन मुँह स इ सब बातन क बतइहीं। 28 पवित्तर आतिमा क अउर हमका इ नीक जान पड़ा कि तू सबन प इ जरूरी बात क अलावा क अउर कउनो बात क बोझा न डावा जाइ:

29 मूरतिन प चढ़ावा गवा भोजन तोहका नाहीं ग्रहण करइ चाही।

खून, गटइ घोटिके बधा गवा पसु

अउर व्यभिचार स बचा रहा।

जदि तू आपन आप क इ बातन स बचाए रखब्या तउ तोहार कल्याण होइ।

अच्छा बिदा।

30 इ तरह ओनका बिदा कइ दीन्ह गवा अउर उ सबइ अन्ताकिया पहोंचेन। हुवाँ उ पचे बिसवासियन क धरम सभा क बोलाएन अउर ओऩका उ चिट्ठी दइ दिहेन। 31 चिट्ठी बाँचिके जउन उछाह ओनका मिला ओह पइ उ पचे आनंद मनाएन। 32 यहूदा अउर सीलास, जउन खुद ही दुइनउँ नबी रहेन, आइयन क समन्वा ओनकइ हिम्मत बँधावत भए अउर मजबूती देत भए, एक लम्बा प्रबचन दिहेन। 33 हुवाँ कछू समइ बिताए क पाछे, भाई लोग ओनका सांति क साथ ओनही क लगे लौटि जाइ बरे बिदा किहेन जउन ओनका पठए रहेन। 34 [e]

35 पौलुस अउर बरनाबास अन्ताकिया मँ कछू समइ बिताएन। बहोत स दूसर मनइयन क संग उ पचे पर्भू क बचन क उपदेस देत भए मनइयन मँ सुसमाचार क प्रचार किहेन।

पौलुस अउर बरनाबास क अलग होव

36 कछू दिनन क बाद बरनाबास स पौलुस कहेस, “आवा, जउन जउन नगरन मँ हम पचे पर्भू क बचन क प्रचार कीन्ह ह, हुवाँ आपन भाई लोगन क लगे बापिस लौटिके इ लखी कि उ पचे का कछू करत बाटेन।” 37 बरनाबास चाहत रहा कि मरकुस कहवावइवाला यूहन्ना क भी उ पचे संग लइ चलइँ। 38 मुला पौलुस इहइ ठीक समझेस कि उ पचे ओका आपन संग न लेइँ जउऩ पंफूलिया मँ ओनकइ संग छोड़ दिहे रहा अउर (पर्भू क) काम मँ जउऩ ओनकइ साथ नाहीं दिहेस। 39 ऍह पइ उ दुइनउँ मँ घोर खिलाफत जन्मी। नतीजा इ भवा कि उ पचे आपुस मँ एक दूसर स अलगाइ गएन। बरनाबास मरकुस क लइके पानी क जहाजे स साइप्रस गवा।

40 पौलुस सीलास क चुनिके हुवाँ स चला गवा अउर भाइयन ओका पर्भू क छत्रछाया मँ सौंपेन। 41 तउ पौलुस सीरिया अउर किलिकिया क जात्रा करत भवा हुवाँ क कलीसियन क मजबूत करत रहा।

तीमुथियुस क पौलुस अउर सीलास क संग जाब

16 पौलुस दिरबे अउर लुस्त्रा मँ भी आवा। हुवँइ तीमुथियुस नाउँ क एक चेला रहा। उ कउनो बिसवासी यहूदी स्त्री क बेटवा रहा मुला ओकर बाप यूनानी रहा। लुस्त्रा अउर इकुनियुम क सहर क भाइयन क संग ओकर अच्छा उठब बैठब रहा। पौलुस तीमुथियुस क जात्रा प लइ जावा चाहत रहा। तउ उ ओका आपन संग लइ लिहेस अउर स्थानन प बसइया यहूदियन क कारण ओकर खतना किहेस; काहेकि उ पचे सबहिं जानत रहेन कि ओकर बाप एक यूनानी रहा।

सहरन स जात्रा करत भवा उ पचे हुवाँ क मनइयन क ओन नियम क बारे मँ बताएन जेनका यरुसलेम मँ प्रेरितन अउर बुजुर्गन तय कइ दिहे रहेन। इ तरह हुवाँ क कलीसिया क बिसवास अउर मजबूत होत गोवा अउर रोज हर ओनकइ गनती बाढ़त गइ।

पौलुस क एसिया स बाहेर बोलावा जाब

तउ उ पचे फ्रूगिया अउर गलातिया क पहँटा स होइके निकरेन काहेकि पवित्तर आतिमा ओनका एसिया मँ पवित्तर बचन क प्रचार क मना कइ दिहे रही। फिन उ पचे जब मूसिया क सरहदे प पहोंचन तउ उ पचे बितूनिया मँ प्रवेस किहेन। मुला ईसू क आतिमा ओनका हुवाँ भी जाइ नाहीं दिहेस। तउ उ पचे मूसिया होत भए त्रोआस पहोंचेन।

राति क समइ पौलुस दिब्य दर्सन मँ निहारेस कि मैसीडोनिया क मनई ओसे पराथना करत भवा कहत अहइ, “मैसीडोनिया मँ आवा अउर हमार मदद करा!” 10 इ दिब्य दर्सन क लखे क पाछे तुरंतहि इ नतीजा निकारत भए कि परमेस्सर ओन मनइयन क बीच सुसमाचार क प्रचार करइ हमका बोलाए अहइ हम पचे मैसीडोनिया जाइ बरे ठान लीन्ह।

लुदिया क हिरदय बदलाव

11 इ तरह हम त्रोआस स जल मार्ग क जरिए जाइ बरे आपन नाउ खोलि दीन्ह अउर सोझइ समोथ्राके जाइ पहोंचेन। फिन अगले दिन नियापुलिस चला गएन। 12 हुवाँ स हम पचे एक रोमी उपनिवेस फिलिप्पी पहुँचेन जउ मैसीडोनिया क उ पहँटा क एक प्रमुख सहर रहा। इ सहर मँ हम कछू दिन बितावा।

13 फिन सबित क दिन इ बिचारत भए कि पराथना करइ बरे हुवाँ कउनो स्थान होइ हम सहर-दुआरे नदि क तीरे गए। हम पचे हुवाँ बइठे अउर बटुरी भइ स्त्रियन स बातचीत करइ लागे। 14 हुवँई लुदिया नाउँ क एक स्त्री रही। उ बैगनी रंग क ओढ़ना क बिक्री करत रही। उ परमेस्सर क आराधिका रही। उ बड़ा धियान स हमार बातन क सुनत रही। पर्भू ओकरे हिरदय क दुआर खोल दिहस ताकि, जउन कछू पौलुस कहत रहा, उ ओन बातन प धियान देइ सकइ। 15 आपन समूचइ परिवार क संग बपतिस्मा लेए क पाछे उ हम सबन स इ कहत भए बिनती किहेस, “जदि तू पचे मोका पर्भू ईसू क सच्चा भगत मानत ह तउ मोरे घरे आवा।” तउ उ हम पचन क जाइ बरे तइयार किहेस।

पौलुस अउर सीलास क बंदी बनावा जाब

16 फिन अइसा भवा कि जब हम पचे पराथना ठउर कइँति जात रहे, हम पचन क एक दासी मिली जेहमाँ एक सगुन बतावइ वाली आतिमा क सवारी रहीं। उ मनइयन क भाग्ग बताइके आपन मालिकन क ढेर धन कमाइके देत रही। 17 उ हमरे पौलुस क पाछे इ चिचियात भइ होइ गइ “इ पचे परम परमेस्सर क सेवक अहइँ। इ पचे तोहका मुक्ति क रस्ता क संदेसा सुनावत अहइँ।” 18 उ बहोत दिनाँ तलक अइसा ही करत रहाइ तउ पौलुस परेसान होइ गवा। उ मुड़िके उ आतिमा स कहेस, “मइँ ईसू मसीह क नाउँ प तोहका आदेस देत हउँ, ‘इ बिटिया मँ स बाहेर निकरि आवा!’” तउ उ फउरन ओहमाँ स बाहेर निकरि गइ।

19 फिन ओकर स्वामी लोगन जब लखेन कि ओनकइ कमाई क आसा स मन टूटि गवा अहइ तउ उ पचे पौलुस अउर सिलास क धइ दहबोचेन अउर ओऩका घेर्रावत भए बजार क बीच नगर क अधिकारियन क समन्वा लइ गएन। 20 फिन न्यायकर्ता क लगे ओनका लइ जाइके बोलेन, “इ सबइ यहूदियन अहइँ अउर हमरे सहर मँ गड़बड़ी फइलावत बाटेन। 21 इ पचे अइसी रीति रिवाज क दोहाई देत हीं जेनका अपनाउब या जेन पइ चलब हम रोमी मनइयन बरे निआव क मुताबिक नाहीं बा।”

22 भीड़ भी खिलाफत मँ मनइयन क संग होइके हमला करइ आइ। दण्डनायक भी ओनकइ ओढ़ना फाड़िके उतरवाइ दिहेन अउर आग्या दिहेन कि ओनकइ कुटुम्मस होइ। 23 ओन पइ बहोत मारि पड़ चुकइ क पाछे उ पचे ओनका जेल मँ डाइ दिहेन अउर जेल क अधिकारि क आदेस दिहेन कि ओनके बरे कर्रा पहरा बइठाइ दीन्ह जाइ। 24 अइसा आदेस पाइके उ ओनका जेल क भितरी खोली मँ धाँध दिहेन। उ ओनकइ गोड़वा मँ कठघरा जड़ दिहेन।

25 लगभग आधी राति बीते प पौलुस अउर सीलस परमेस्सर क भजन गावत भएन पराथना करत रहेन अउर दूसर कैदी ओनका अनकत रहेन। 26 तब्बइ हुवाँ अचानक एक अइसा खौफनाक भूचाल आवा कि जेल क नींव हल गइ। अउर फउरन जेल क फटक्का खुल गवा। हर कउनो क बेड़ी ढ़ीली होइके फिसल गइ। 27 जेलि क अधिकारी जागिके जब लखेस कि जेलि क फटक्का खुलि गवा अहइँ तउ उ आपन तरवार हींच लिहेस अउर इ सोचत भए कैदी पराइ गएन बाटेन। उ खुद क मार डावइ वाला रहा तबहिं 28 पौलुस उँची अवाज मँ चिल्लाइके कहेस, “आपन क नस्कान जिन पहोंचावा काहेकि हम सब हियँइ अही।”

29 ऍह पइ जेल क अधिकारी मसाल मँगवाएस अउर हल्बुली मँ भितरे गवा। अउर डर स काँपत भवा पौलुस अउर सीलास क समन्वा भहराइ पड़ा। 30 फिन उ ओनका बाहेर लइ जाइके बोला, “साहेब लोगो, उद्धार पावइ बरे मोका का करइ चाही?”

31 उ पचे जवाब दिहेन, “पर्भू ईसू प बिसवास करा। ऍहसे तोहार उद्धार होइ-तोहार अउर तोहरे परिवार क।” 32 फिन ओकरे सारे परिवार क संग उ सबइ ओका पर्भू क बचन सुनाएन। 33 ओकरे पाछे जेल क अधिकारी उहइ रात अउर उहइ घड़ी ओनका हुवाँ स लइ गवा। उ ओकर घाव धोएस अउर आपन सारे परिवार क संग बपतिस्मा लिहेस। 34 फिन उ पौलुस अउर सीलास क आपन घर लइ गवा अउर ओनका खइया क खिलाएस। परमेस्सर मँ बिसवास क कारण उ आपन समूचइ परिवार क संग आनन्द मनाएस।

35 जब भोर भवा तउ हाकिम इ कहइ बरे पिआदा क हुवाँ पठएन कि ओन पचन क छोड़ दीन्ह जाइ।

36 फिन जेलि क अधिकारी इ बतियाँ पौलुस क बखानेस, “दण्डधिकारी तू पचन क छोड़ि देइ क कहवाइ पठएन ह। यह बरे अब तू बाहेर आवा अउर सांति क साथ चला जा।”

37 मुला पौलुस ओन सिपाहियन स कहेस, “जद्यपि हम रोमी नागरिक अही, मुला उ पचे हमका बिना अपराधी होए बिना सब मनइयन क समन्वा मारेन पीटेन ह अउर जेलि मँ धाँध दिहेन। अउर अब चुप्पे चुप्पे उ पचे हमका बाहेर पठइ देत चाहत हीं, निहचय ही अइसी नाहीं होइ। होइ तउ इ चाही कि उ पचे खुद ही आइके हम पचन क बाहेर खदेरइँ।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.