Bible in 90 Days
इस्राएल पइ पेकह क हुकूमत
27 रमल्याह क पूत पेकह यहूदा क राजा अजर्याह क राज्जकाल क बावनेवे बरिस मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहेस। पेकह बीस बरिस तलक सासन किहस। 28 पेकह उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। पेकह इस्राएल क पाप करइ बरे मजबूर करइवाले नबात क पूत यारोबाम क पाप करमन क करब बंद नाहीं किहस।
29 अस्सूर क राजा तिग्लत्पिलेसेर इस्राएल क खिलाफ लड़इ आवा। इ उहइ समइ रहा जब पेकह इस्राएल क राजा रहा। तिग्लत्पिलेसेर इय्योन अबेल्बेत्माका, यानोह, केदेस, हासोर, गिलाद, गालील अउर नप्ताली क सारे छेत्र पइ अधिकार कइ लिहस। तिगलत्पिलेसेर एन जगहन पइ लोगन क बन्दी बनाइके अस्सूर लइ गवा।
30 एला क पूत होसे रमल्याह क पूत पेकह क खिलाफ सड्यंत्र किहस। होसे पेकह क मार डाएस। तब होसे पेकह क पाछे नवा राजा बना। इ यहूदा क राजा उज्जिय्याह क पूत योताम क राज्जकाल क बीसवें बरिस मँ भवा।
31 पेकह जउन सारे कारज किहस उ सबइ इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ।
यहूदा पइ योताम हुकूमत करत ह
32 उज्जिय्याह क पूत योताम यहूदा क राजा बना। उ इ इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क दूसरे बरिस मँ भवा। 33 योताम जब राजा बना, उ पच्चीस बरिस क रहा। योताम यरूसलेम मँ सोलह बरिस तलक हुकूमत किहस। योताम क महतारी सादोक क बिटिया यरूसा रही। 34 योताम अपने बाप उज्जियाह क तरह उ सबइ काम किहेस, जेनका यहोवा ठीक बताए रहा। 35 मुला उ ऊँच ठउरन क नस्ट नाहीं किहेस। लोग ओन पूजा ठउरन पइ तब भी बलि चढ़ावत अउर सुगन्धि बारत रहेन। योताम यहोना क मन्दिर क उपरी दुआर बनवाएस। 36 सबहिं कारज जउन योताम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क पुस्तक मँ लिखे अहइँ।
37 उ समइ यहोवा अराम क राजा रसीन अउर रमल्याह क पूत पेकह क यहूदा क खिलाफ लड़इ पठएस।
38 योताम मरा अउर अपने पुरुखन क संग दफनावा गवा। योताम अपने पुरूखन दाऊद क नगर मँ दफनावा गवा। योताम क पूत आहाज ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
आहाज यहूदा क राजा बनत ह
16 योताम क पूत आहाज इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह क राज्जकाल क सत्रहवें बरिस मँ यहूदा क राजा बना। 2 आहाज जब राजा बना उ बीस बरिस क रहा। आहाज यरूसलेम मँ बीस बरिस तलक राज्ज किहस। आहाज उ सबइ काम नाहीं किहेस जेनका यहोवा अच्छा बताए रहा। उ परमेस्सर क आग्या क पालन अपने पुरखा दाऊद क तरह नाहीं किहेस। 3 आहाज इस्राएल क राजा लोगन क तरह रहा। उ अपने पूत क बलि आगी मँ दिहस। उ ओन रास्ट्रन क घोर पापन क किहेस जेनका यहोवा देस छोड़इ क मजबूर तब किहे रहा जब इस्राएली लोग हुवाँ आए रहेन। 4 आहाज ऊँची जगहन, पहाड़ियन अउर हर एक हरे पेड़ क नीचे बलि चढ़ाएस अउ सुगन्धि बारेस।
5 अराम क राजा रसीन अउर इस्राएल क राजा रमल्याह क पूत पेकह, दुइनउँ यरूसलेम क खिलाफ लड़इ आएन। रसीन अउ पेकह आहाज क घेरि लिहन किन्तु उ पचे ओका हराइ नाहीं सकेन। 6 उ समइ अराम क राजा अराम क बरे एलत क वापस लइ लिहस। रसीन एलत मँ रहइवाले सबहिं यहूदा क निवासियन क जबरदस्ती निकारेस। अरामी लोग एलत मँ बस गएन अउर उ पचे आजु भी हुवाँ रहत अहइँ।
7 अहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर क लगे संदेसवाहक पठएस। सँदेसा इ रहा: “मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ आपके पूत क तरह हउँ। आवइँ, अउर मोका अराम क राजा अउर इस्राएल क राजा स बचावइँ। उ पचे मोहसे जुद्ध करइ आए अहइँ।” 8 आहाज यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल क खजाने मँ जउन सोना अउर चाँदी रहा ओका भी लइ लिहस। तब आहाज अस्सूर क राजा क भेंट पठएस। 9 अस्सूर क राजा ओकर बात मान लिहस। उ दमिस्क क खिलाफ लड़इ बरे गवा। राजा उ नगर पइ अधिकार कइ लिहस अउर लोगन क किर क बन्दी बनाइके लइ गवा। उ रसीन क भी मार डाएस।
10 राजा आहाज अस्सूर क राजा तिगलत्पिलेसेर स भेंटइ गवा। आहाज दमिस्क मँ वेदी क लखेस। राजा आहाज इ वेदी क एक ठु नमूना अउर ओकर व्यापक रूपरेखा, याजक ऊरिय्याह क पठएस। 11 तब याजक उरिय्याह राजा आहाज क जरिये दमिस्क स पठए गए नमूने क समान ही एक ठु वेदी बनाएस। याजक उरिय्याह इ प्रकार क वेदी राजा आहाज क दमिस्क स लउटइ क पहिले बनाएस।
12 जब राजा दमिस्क स लउटा तउ उ वेदी क लखेस। उ वेदी पइ भेंट चढ़ाएस। 13 वेदी पइ आहाज होमबलि अउ अन्नबलि चढ़ाएस। उ आपन पेयबोलि डाएस अउर आपन मेलबलि क खून क इ वेदी पइ छिछकारेस।
14 आहाज उ काँसे क वेदी क जउन यहोवा समन्वा रही मन्दिर क समन्वा क जगह स हटाएस। इ काँसे क वेदी आहाज क वेदी अउर यहोवा क मन्दिर क बीच रही। आहाज काँसे क वेदी क अपने वेदी क उत्तर कइँती रखेस। 15 आहाज याजक ऊरिय्याह क आदेस दिहस। उ कहेस, “बिसाल वेदी क उपयोग भिंसारे क होमबलियन क बारइ क बरे, साँझ क अन्नबलि क बरे अउर इ देस क सबहिं लोगन क पेयबलि बरे करा। होमबलि अउ बलियन क सारा खून बिसाल वेदी पइ छिछकारा। किन्तु मइँ काँसे क वेदी क उपयोग परमेस्सर स सवाल पूछइ बरे करब।” 16 याजक ऊरिय्याह उ सबइ किहस जेका करइ बरे राजा आहाज आदेस दिहस।
17 हुवाँ पइ काँसे क कवचवाली गाड़ियन अउ याजकन क हाथ धोवइ बरे चिलमचियन रहिन। तब राजा आहाज मन्दिर मँ प्रयुक्त काँसे क गाड़ियन क काट डाएस अउर ओनसे पल्लन निकार लिहस। उ गाड़ियन मँ स चिलमचियन क लइ लिहस। उ बिसाल टंकी क भी काँसे क ओन बर्धन स हटाइ लिहस जउन ओकरे नीचे खड़ी रहिन। उ बिसाल टंकी क एक ठु पाथर क चबूतरे पइ रखेस। 18 कारीगरन सबित क सभा बरे मन्दिर क अंदर एक ठु ढकी जगह रहेन। आहाज सबित बरे ढकी जगह क भी हटाइ लिहस। आहाज इ सबइ चिजियन यहोवा क मन्दिर स लिहस। इ सबइ उ अस्सूर क राजा क कारण किहस।
19 आहाज जउन कारज किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 20 आहाज मरा अउ अपने पुरखन क संग दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। आहाज क पूत हिजकिय्याह ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
होसे इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू करत ह
17 एला क पूत होसे सोमरोन मँ इस्राएल पइ हुकूमत करब सुरू किहस। इ यहूदा क राजा आहाज क राज्जकाल क बारहवें बरिस मँ भवा। होसे नौ बरिस तलक सोमरोन मँ हुकूमत किहस। 2 होसे उ सबइ कारज किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। मुला होसे इस्राएल क ओतना बुरा राजा नाहीं रहा जेतने उ पचे राजा रहेन जउन ओकरे पहिले सासन किहे रहेन।
3 अस्सूर क राजा सल्मनेसेर होसे क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सल्मनेसेर होसे क हराएस अउर होसे सल्मनेसेर क सेवक बन गवा। होसे सल्मनेसेर क अधीनस्थ कर देइ लाग।
4 मुला पाछे अस्सूर क राजा क पता चला कि होसे ओकरे खिलाफ सड्यंत्र रचेस ह। होसे मिस्र क राजा क लगे मदद मँगइ बरे राजदूत पठएस। उ बरिस होसे अस्सूर क राजा क नाहीं पठएस जइसे उ हर बरिस पठवत रहा। एह बरे अस्सूर क राजा होसे क बन्दी बनावा अउर ओका कैद मँ डाइ दिहस।
5 तब अस्सूर क राजा इस्राएल क सबहिं प्रदेसन पइ आक्रमण किहस। उ सोमरोन पहोंचा। उ तीन साल तलक सोमरोन क घेरे राखेस। 6 अस्सूर क राजा इस्राएल पइ होसे क राज्जकाल क नवे बरिस मँ, सोमरोन पइ अधिकार जमाएस। अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी क तट पइ जउन गोजान क नदी अहइ अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस।
7 इ सबइ घटना घटी काहेकि इस्राएलियन अपने परमेस्सर यहोवा क बिरूद्ध पाप किहे रहा। यहोवा इस्राएलियन क मिस्र स बाहेर लिआवा। यहोवा ओनका राजा फिरौन क चंगुल स बाहेर निकारेस। किन्तु इस्राएलियन दूसर देवतन क पूजब सुरू किहे रहेन। 8 इस्राएली उहइ सब करइ लगे रहेन जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। यहोवा ओन लोगन क आपन देस छोड़इ क मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन। इस्राएलियन भी राजा लोगन स सासित होब पसन्द किहन, परमेस्सर स सासित होब नाहीं। 9 इस्राएलियन गुप्त रूप स अपने यहोवा परमेस्सर क विरुद्ध काम किहस। जेका ओनका नाहीं करइ चाही रहा।
इस्राएलियन अपने सब स नान्ह नगर स लइके सब स बड़के नगर तलक, अपने सबहिं नगरन मँ ऊँच जगह बनाएस। 10 इस्राएलियन हर एक ऊँची पहाड़ी पइ अउर सबहिं हरियर बृच्छ क खाले स्मृति पाथर अउ असेरा स्तम्भ लगाएस। 11 इस्राएलियन पूजा क ओन सबहिं जगहन पइ सुगन्धि बारेस। उ पचे इ सबइ सबहिं कारज ओन रास्ट्रन क तरह किहस जेनका यहोवा ओनके समन्वा देस तजइ क मजबूर किहे रहा। इस्राएलियन उ सबइ कारज किहेन जउन यहोवा क कोहाइ दिहस। 12 उ पचे देवमूरतियन क सेवा किहन अउर यहोवा इस्राएलियन स कहे रहा, “तू पचन्क इ नाहीं करइ चाही।”
13 यहोवा हर एक नबी अउर हर एक द्रस्टा क उपयोग इस्राएल अउ यहूदा क चितउनी देइ बरे किहस। यहोवा कहेस, “तू पचे बुरे करमन स दूर हटा। मोरे आदेसन अउर नेमन क पालन करा। ओन सबहिं नेमन क पालन करा जेनका मइँ तोहरे पुरखन क दिहेउँ ह। मइँ अपने सेवक नबियन क उपयोग इ नेम तू पचन क देइ बरे किहेउँ।”
14 मूला लोग एक नाहीं सुनेन। उ पचे आपन पुरखन क तरह बड़े हठी रहेन। ओनके पुरखा यहोवा, अपने परमेस्सर मँ पतियात नाहीं रहेन। 15 लोग अपने पुरखन क संग यहोवा क कीन्ह गइ वाचा क रद्द कइ दिहस। अउर यहोवा क नेमन क मानइ स इन्कार किहन। उ पचे यहोवा क चितउनियन क सुनइ स इन्कार किहन। उ पचे व्यर्थ देवमूरतियन क अनुसरण किहन अउर खुद व्यर्थ बन गएन। उ पचे अपने चारिहुँ कइँती क रास्ट्रन क अनुसरण किहन। इ सबइ रास्ट्र उ करत रहेन जेका न करइ क चितउनी इस्राएल क लोगन क यहोवा दिहे रहा।
16 लोग यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन करब बंद कइ दिहस। उ पचे बछवन क दुइ मूरतियन बनाएन। उ पचे असेरा स्तम्भ बनाएन। उ पचे आकास क सबहिं नछत्रन क पूजा किहन अउर बाल क सेवा किहन। 17 उ पचे अपने बेटवन-बिटियन क बलि आगी मँ दिहन। उ पचे जादू अउ प्रेत बिद्या क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेन। उ पचे आपन क ओन चिजियन क करइ बरे बेचेस जेका यहोवा कहे रहा दुस्ट अहइ, जउन यहोवा क क्रोधित कई दिहेन। 18 एह बरे यहोवा इस्राएल पइ बहोत कोहाइ गवा अउर ओनका अपनी निगाह स दूर लइ गवा। यहूदा क परिवार समूह क अलावा कउनो इस्राएली बचा नाहीं रहा।
यहूदा क लोग भी अपराधी अहइँ
19 मुला यहूदा क लोग भी यहोवा, अपने परमेस्सर क आदेसन क पालन नाहीं किहन। यहूदा क लोग भी इस्राएल क लोगन क तरह ही रहत रहेन।
20 यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क अस्वीकार किहस। उ ओन पइ बहोत बिपत्तियन ढाएस। उ लोगन क ओनका लूटइ दिहस अउर अन्त मँ उ ओनका अपनी निगाह स लोकाए दिहस। 21 यहोवा दाऊद क परिवार स इस्राएल क निकार दिहेस। इस्राएलियन नबात क पूत यारोबाम क अपना राजा बनाएस। यारोबाम इस्राएलियन क यहोवा क अनुसरण करइ स दूर कइ दिहस। यारोबाम इस्राएलियन स एक भीसण पाप कराएस। 22 इ तरह इस्राएलियन ओन सबहिं पापन क अनुसरण किहन जेनका यारोबाम किहे रहा। उ पचे एन पापन क करब तब तलक बंद नाहीं किहन। 23 जब तलक यहोवा इस्राएलियन क अपनी निगाह स दूर नाहीं हटाएस। लोगन क बतावइ क बरे कि इ होइ, उ अपने नबियन क पठएस। एह बरे इस्राएली अपने देस स बाहेर अस्सूर पहोंचाए गएन अउर उ पचे आज तलक हुँवइ अहइँ।
सोमरोनी लोगन क आरम्भ
24 अस्सूर क राजा बाबेल, कूता, अव्वा, हमात अउर सपवैम स लोगन क लिआवा। उ इस्राएलियन क हटावइ बरे ओन लोगन क सोमरोन मँ ठहरा दिहेस। ओन लोग सोमरोन पइ अधिकार किहन अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क नगरन मँ रहइ लागेन। 25 जब लोग सोमरोन मँ रहइ लागेन तउ उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं किहन। एह बरे यहोवा सिहंन क एन पइ आक्रमण क बरे पठएस। एन सिंहन ओनके कछू लोगन क मार डाएन। 26 कछू लोग इ बात अस्सूर क राजा स कहेन। “उ सबइ लोग जेनका तू लइ गएन अउर सोमरोन क नगरन मँ बसाएन, उ देस क परमेस्सर क नेमन क नाहीं जानतेन। एह बरे उ पचे सिंहन क ओका मारइ दिहेन।”
27 एह बरे अस्सूर क राजा इ आदेस दिहस: “तू कछू याजकन क सोमरोन स लिहे रह्या। मइँ जिन याजकन क बन्दी बनाएस रहेउँ ओनमाँ स एक क सोमरोन क वापस पठइ द्या। उ याजक क जाइ अउर हुवाँ रहइ द्या। तब उ याजक लोगन क उ देस क देवता क नेम सिखाइ सकत ह।”
28 एह बरे अस्सूरियन क जरिये सोमरोन स लिआए भए याजकन मँ स एक ठु बेतेल मँ रहइ आवा। उ याजक लोगन क सिखाएस कि ओनका यहोवा क सम्मान कइसे करइ चाही।
29 मुला ओन सबहिं रास्ट्रन अपने निजी देवता बनाएन अउर ओनका सोमरोन क लोगन क जरिये बनाए गए ऊँची जगहन पइ पूजा ठउरन मँ रखेस। ओन रास्ट्र इहइ किहन, जहाँ कहूँ भी उ पचे बसेन। 30 बाबेल क लोग लबार देवता सुक्कोतबनोत बनाएन। कूत क लोग लबार देवता नेर्गल क बनाएन। हमात क लोगन असत्य देवता असीम क बनाएन। 31 अव्वी लोग लबार देवता निभज अउर तर्त्ताक बानएन अउर सपवमी लोग लबार देवतान अद्रम्मेलेक अउर अनम्मेलेक क सम्मान बरे आपन बच्चन क आगी मँ बारेन।
32 मुला ओन लोग यहोवा क भी उपासना किहन। उ पचे अपने लोगन मँ स ऊँची जगहन बरे याजक चुनेन। इ सबइ याजक ओन पूजा क ठउरन पइ लोगन बरे बलि चढ़ावत रहेन। 33 उ पचे यहोवा क सम्मान करत रहेन, मुला उ पचे अपने देवतन क भी सेवा करत रहेन। उ सबइ लोग अपने देवता क वइसी ही सेवा करत रहेन जइसी उ पचे ओन देसन मँ करत रहेन जहाँ स उ पचे लाए गए रहेन।
34 आजु भी उ सबइ लोग वइसे ही रहत हीं जइसे उ पचे पहिले रहत रहेन। उ पचे यहोवा क सम्मान नाहीं करत अहइँ। उ पचे यहोवा क आदेसन अउर नेमन क पालन नाहीं करत हीं। उ पचे ओन नेमन या आदेसन क पालन नाहीं करत रहेन जेनका यहोवा याकूब (इस्राएल) क सन्तानन क दिहे रहा। 35 यहोवा इस्राएल क लोगन क संग एक वाचा किहे रहा। यहोवा ओनका आदेस दिहस, “तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाही। तू पचन्क ओनकर पूजा या सेवा नाहीं करइ चाही या बलि भेंट नाहीं करइ चाही। 36 किन्तु तू पचन्क यहोवा क अनुसरण करइ चाही। यहोवा उहइ परमेस्सर अहइ जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आवा। यहोवा आपन महान सक्ती क उपयोग तू पचन्क बचावइ बरे किहस। तू पचन्क यहोवा क सम्मान, उपासना करइ चाही अउर उहइ क बलि भेंट करइ चाही। 37 तू पचन्क ओकरे ओन नेमन, विधियन, उपदेसन अउर आदेसन क पालन करइ चाही जेनका उ तोहरे पचन्क बरे लिखेस। तू पचन्क एनकर पालन सदा ही करइ चाही। तू पचन्क दूसर देवतन क सम्मान नाहीं करइ चाहीं। 38 तू पचन्क उ वाचा क नाहीं बिसरइ चाही, जउन मइँ तोहरे संग किहेउँ। तू पचन्क दूसर देवतन क आदर नाहीं करइ चाही। 39 तू पचन्क सिरिफ यहोवा, अपने परमेस्सर क ही सम्मान करइ चाही। तब उ तू पचन्क तोहरे पचन्क सबहिं दुस्मनन स बचाइ।”
40 मुला इस्राएलियन एका नाहीं सुनेन। उ पचे उहइ करत रहेन जउन पहिले करत चले आवत रहेन। 41 एह बरे अब तउ उ सबइ दूसर रास्ट्र यहोवा क सम्मान करत हीं, किन्तु उ पचे अपनी देवमूरतियन क भी सेवा करत हीं। ओनकर पुत्र-पौत्र उहइ करत हीं, जउन ओनकर पुरखन करत रहेन। उ पचे आजु तलक उहइ काम करत हीं।
हिजकिय्याह यहूदा पइ आपन सासन करब सुरू करत ह
18 आहाज क पूत हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा। हिजकिय्याह इस्राएल क राजा एला क पूत होसे क राज्जकाल क तीसरे बरिस मँ सासन करब सुरू किह्स। 2 हिजकिय्याह जब सासन करब सुरू कहिसह, उ पच्चीस बरिस क रहा। हिजकिय्याह यरूसलेम मँ उनतीस बरिस तलक सासन किहस। ओकर महतारी जकर्याह क बिटिया, अबी रही।
3 हिजकिय्याह ठीक अपने पुरखा दाऊद क तरह उ सबइ कारज किहस जेनका यहोवा नीक बताए रहा।
4 हिजकिय्याह ऊँची जगहन क नस्ट किहस। उ स्मृति पाथरन अउ असेरा स्तम्भन क खंडित कइ दिहस। ओन दिनन इस्राएल क लोग मूसा क जरिये बनाए गए काँसे क साँप बरे सुगन्धि बारत रहेन। इ काँसे क साँप क नाउँ “नहुसतान” रहा। हिजकिय्याह इ काँसे क साँप क टूकन कइ डाएस काहेकि लोग उ साँपे क पूजा करत रहेन।
5 हिजकिय्याह यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर मँ भरोसा रखत रहा। यहूदा क राजा लोगन मँ स कउनो क संग चाहे उ ओकर पहिले रहेन या ओकर पाछे रहेन हिजकियाह क समानता नाहीं कीन्ह जा सकत रहा। 6 हिजकिय्याह यहोवा क बहोत भक्त रहा। उ यहोवा क अनुसरण करब नाहीं तजेस। उ ओन आदेसन क पालन किहस जेनका यहोवा मूसा क दिहे रहेन। 7 यहोवा हिजकिय्याह क संग रहा। हिजकिय्याह जउन कछू किहस, ओहमाँ उ सफल रहा।
हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क विरूद्ध विद्रोह किहस। हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क सेवा करब बंद कइ दिहस। 8 हिजकिय्याह लगातार गाज्जा तलक अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क पलिस्तियन क पराजित किहस। उ सबहिं नान्ह स लइके बड़के पलिस्ती नगरन क पराजित किहस।
अस्सूरी सोमरोन पइ अधिकार करत हीं
9 अस्सूर क राजा सल्मनेसेर सोमरोन क खिलाफ जुद्ध करइ गवा। ओकर फउज नगर क घेर लिहस। इ हिजकिय्याह क यहूदा पइ राज्जकाल क चउथे बरिस मँ भवा। (इ इस्राएल क राजा, एला क पूत होसे क भी सतवाँ बरिस रहा।) 10 तीन बरिस पाछे सल्मनेसेर सोमरोन पइ अधिकार कइ लिहस। उ सोमरोन क यहूदा क राजा हिजकिय्याह क राज्जकाल क छठे बरिस मँ लइ लिहस। (इ इस्राएल क राजा होसे क राज्जकाल क भी नवाँ बरिस रहा।) 11 अस्सूर क राजा इस्राएलियन क बन्दी क रूप मँ अस्सूर लइ गवा। उ ओनका हलह, हाबोर नदी पइ (जउन कि गोजान नदी भी अहइ) अउर मादियन क नगरन मँ बसाएस। 12 इ भवा, काहेकि इस्राएलियन यहोवा, अपने परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं किहन। उ पचे यहोवा क वाचा क तोड़ेन। उ पचे ओन सबहिं नेमन क नाहीं मानेन जेनके बरे यहोवा आपन सेवक मूसा क आदेस दिहे रहा। इस्राएल क लोग यहोवा क वाचा क नाहीं सुनेन अउर ओन कामन क नाहीं किहन जेनका करइ क सिच्छा ओहमाँ दीन्ह गइ रही।
अस्सूर यहूदा क लेइ क तैयार होत ह
13 हिजकिय्याह राज्जकाल क चौदहवें बरिस अस्सूर क राजा सन्हेरीब यहूदा क सबहिं सुद़ृढ नगरन क खिलाफ जुद्ध छेढ़इ गवा। सन्हेरीब ओन सबहिं नगरन क पराजित किहस। 14 तब यहूदा क राजा हिजकिय्याह अस्सूर क राजा क लाकीस मँ एक संदेसा पठएस। हिजकिय्याह कहेस, “मइँ बुरा किहेउँ ह। मोका सान्ति स रहइ द्या। तब मइँ तू पचन क उ भुगतान करब जउन कछू तू चाहब्या।”
तब अस्सूर क राजा यहूदा क राजा हिजकिय्याह स गियारह टन चाँदी अउर एक टन सोना स जियादा माँगेस। 15 हिजकिय्याह सारी चाँदी जउन यहोवा क मन्दिर अउर राजा क खजानन मँ रही, उ सब दइ दिहस। 16 उ समइ हिजकिय्याह उ सोने क उतार लिहस जउन यहोवा क मन्दिर क दरवाजन अउ चउखटन पइ मढ़ा गवा रहा। राजा हिजकिय्याह एन दरवाजन अउर चउखटन पइ सोना मढ़वाए रहा। हिजकिय्याह इ सोना अस्सूर क राजा क दिहस।
अस्सूर क राजा अपने लोगन क यरूसलेम पठवत ह
17 अस्सूर क राजा अपने तीन बहोत जियादा महत्वपूर्ण सेनापतियन क एक बिसाल सेना क संग यरूसलेम मँ राजा हिजकिय्याह क लगे पठएस। उ सबइ लोग लाकीस स चलेन अउर यरूसलेम क गएन। उ सबई ऊपरी स्रोत क लगे छोटकी नहर क निचके खड़े भएन। (ऊपरी स्रोत धोबी तलक लइ जाइवाली सड़किया पइ अहइ।) 18 एन लोग राजा क बोलाएन। हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर आसाप क पूत योआह (अभिलेखपाल) ओनसे भेंटइ आएन।
19 सेनापतियन मँ स एक ओनसे कहेस, “हिजकिय्याह स कहा कि अस्सूर क महान सम्राट इ कहत ह,
‘केह पइ तू भरोसा करत अहा? 20 तू सिरिफ अरथहीन सब्द कह्या ह। तू कहत अहा “मोरे लगे उपयुक्त सलाह अउर सक्ती जुद्ध मँ मदद बरे अहइ।” किन्तु तू केह पइ पतियात अहा जउन तू मोरे विरूद्ध कीन्ह अहा? 21 तू टूट बेतं क कुबरी क सहारा लेत रहा अहा। इ कुबरी मिस्र अहइ। जदि कउनो मनई इ कुबरी क सहारा लेइ तउ इ टूटी अउर ओकरे टापे क बेधत भइ ओका घायल करी। मिस्र क राजा ओन सबहिं लोगन बरे वइसा ही अहइ, जउन ओह पइ भरोसा करत हीं। 22 होइ सकत ह, “तू कहा हम यहोवा, अपने परमेस्सर पइ पतियाइत ह।” किन्तु मइँ जानत हउँ कि हिजकिय्याह ऊँच जगहन अउर वेदियन क हटाइ दिहस जहाँ लोग यहोवा क उपासना करत रहेन। अउर यहूदा अउर यरूसलेम स कहेस, “तू पचन्क सिरिफ यरूसलेम मँ वेदी क समन्वा उपासना करइ चाही।”
23 ‘अब अस्सूर क राजा हमरे सुआमी स इ वाचा करा। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ दुइ हजार घोड़न देब, जदि आप एन पइ चढ़इवाले घुड़सवारन क प्राप्त कइ सकब्या। 24 मोरे सुआमी क अधिकारियन मँ स सब स निचले दर्जे क अधिकारी क भी तू हराइ नाहीं सकब्या। तू रथ अउर घुड़सवार सैनिक पावइ क बरे मिस्र पइ बिस्सास किहा ह।
25 ‘मइँ यहोवा क बिना यरूसलेम क बर्बाद करइ नाहीं आवा हउँ। यहोवा मोहसे कहेस ह, “इ देस क खिलाफ जा अउर एका नस्ट करा।”’”
26 तब हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम, सेब्ना अउर योआह प्रमुख सेनापती स कहेस, “कृपा कइके हम स अरामी मँ बातन करइँ। हम उ भाखा क समुझित ह। यहूदा क भाखा मँ हम लोगन स बातन न करी काहेकि देवार पइ क लोग हम लोगन क बातन सुन सकत हीं।”
27 मुला रबसाके ओनसे कहेस, “मोर सुआमी मोका सिरिफ तू पचन्स अउर तोहरे पचन्क राजा स बातन करइ बरे नाहीं पठएस ह। मइँ ओन दूसर लोगन बरे भी कहत रहा अहउँ जउन देवारे पइ बइठे रहत हीं। उ पचे आपन मल अउ मूत्र तोहरे पचन्क संग खइहीं-पीइहीं।”
28 तब सेनापति हिब्रू भाखा मँ जोर स चिचियान,
“अस्सूर क महान सम्राट क इ सँदेसा सुना। 29 सम्राट कहत ह, ‘हिजकिय्याह क अपने क गुमराह जिन करावइ द्या। उ तू पचन्क मोरी सक्ती स बचाइ नाहीं सकत। 30 हिजकिय्याह क तोहका यहोवा मँ भरोसा न कराइ द्या, हिजकिय्याह कहत ह, “हम क यहोवा बचाइ लेइ। अस्सूर क सम्राट इ नगर क पराजित नाहीं कइ सकत ह।”
31 मुला हिजकिय्याह क एक न सुना! “अस्सूर क सम्राट इ कहत ह: ‘मोरे संग सन्धि करा अउर मोहसे मिला। तब तू पचे हर एक अपनी अंगूर क बेलन अउर आपन अंजीर क पेड़न स खाइ सकत ह अउ आपन कुएँ स पानी पी सकत ह। 32 इ तू पचे तब तलक कइ सकत ह जब तलक मइँ तोहका तोहरे पचन्क देस जइसे देस मँ न लइ न जाउँ। इ अन्न अउर नवी दाखरस, इ रोटी अउ अंगूर भरे खेत अउर जइतून एवं मधु क देस अहइ। तब तू पचे जिअत रहब्या, मरब्या नाहीं।
मुला हिजकिय्याह क एक न सुना। उ तोहरे पचन्क गुमराह करइ चाहत ह। उ कहत रहत ह, “यहोवा हमका बचाइ लेइ।” 33 दूसर रास्ट्रन क देवतन आपन रास्ट्रन क अस्सूर क सम्राट स न बचाइ सकइहीं। 34 हमात अउ अर्पाद क देवता कहाँ अहइँ? सपवैम, हेना अउर इव्वा क देवता कहाँ अहइँ? उ पचे मोहसे सोमरोन क न बचाइ सकेन। नाहीं। 35 कउनो दूसरे देस मँ कउनो देवता अपनी भुइँया क मोहसे न बचाइ सका? यहोवा मोहसे यरूसलेम क न बचाइ सका।
36 मुला लोग चुप रहेन। उ पचे एक ठु सब्द भी प्रमुख सेनापतिन क नाहीं कहेन काहेकि राजा हिजकिय्याह ओनका अइसा आदेस दइ रखे रहा। उ कहे रहा, “ओहसे कछू जिन कहा।”
37 हिलकिय्याह क पूत एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउ आसप क पूत योआह (अभिलेखपाल) हिजकिय्याह क लगे लउटेन। ओकर कपड़ा फाटा भावा रहेन काहेकि उ परेसान रहेन। उ पचे हिजकिय्याह स उ सब कहेन जउन अस्सूर क सेनापति कहे रहा।
हिजकिय्याह यसायाह नबी क लगे अपने अधिकारियन क पठवत ह
19 राजा हिजकिय्याह उ सबइ सुनेस अउर इ देखाँवइ बरे कि उ बहोत दुःखी अहइ अउर घबरावा भवा अहइ, अपने ओढ़नन क फार डाएस अउर मोटे ओढ़नन पहिर लिहेस। तब उ यहोवा क मन्दिर मँ गवा।
2 हिजकिय्याह एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर याजकन क अग्रजन क आमोस क पूत यसायाह नबी क लगे पठएस। उ पचे मोटे ओढ़नन पहिरेन जेहसे पता चलत रहा कि उ पचे परेसान अउर दुःखी अहइँ। 3 उ पचे यसायाह स कहेन, “हिजकिय्याह इ कहत ह, ‘इ हमरे बरे संकट, दण्ड अउर अपमान क दिन अहइ। इ बच्चन क जनम देइ क समइ अहइ, मुला ओनका जनम देइ बरे कउनो सक्ती नाहीं अहइ। 4 अस्सूर क राजा जिअत परमेस्सर क निन्दा करइ बरे आपन प्रमुख सेनापति क हमरे लगे पठएस ह। होइ सकत ह कि यहोवा तोहर परमेस्सर ओन सबहिं बातन क सुन लेइ। इ होइ सकत ह कि यहोवा इ प्रमाणित कइ देइ कि दुस्मन गलती पइ अहइ। एह बरे एन लोगन बरे पराथना करा जउन सबहिं तलक जिअत बचा अहइँ।’”
5 राजा हिजकिय्याह क अधिकारी यसायाह क लगे गएन। 6 यसायाह ओनसे कहेस, “अपने सुआमी हिजकिय्याह क इ सँदेसा द्या: ‘यहोवा कहत ह। ओन बातन स डेराअ नाहीं जेनका अस्सूर क राजा क “अधिकारियन” मोर मसखरी उड़ावत भए कहेन ह। 7 मइँ हाली ही ओकरे मने मँ अइसी भावना पइदा करब जेहसे उ एक अफवाह सुनिके अपने देस वापिस जाइ क मजबूर होइ अउर मइँ ओका ओकरे देस मँ एक ठु तरवार क घाट उतरवाइ देब।’”
हिजकिय्याह क अस्सूर क राजा क फुन चितउनी
8 प्रमुख सेनापित सुनेस कि अस्सूर क राजा लाकीस स चल पड़ा अहइ। एह बरे उ गवा अउर इ पाएस कि ओकर सम्राट लिब्ना क खिलाफ जुद्ध करत बाटइ। 9 अस्सूर क राजा एक ठु अफवाह कूस क राजा तिर्हाका क बारे मँ सुनेस। अफवाह इ रही “तिर्हाका तोहरे खिलाफ लड़इ आवा ह।”
एह बरे अस्सूर क राजा हिजकिय्याह क लगे सँदेसवाहक क एक संदेसा क संग पठएस। 10 “यहूदा क राजा हिजकिय्याह स इ कहा:
‘जउने परमेस्सर मँ तू पतियात अहा ओका तू अपने क गुमराह करइ जिन द्या। उ कहत ह, “अस्सूर क राजा यरूसलेम क पराजित नाहीं करी।” 11 तू ओन बातन क सुन्या ह जउन अस्सूर क राजा लोग दूसर सबहिं देसन क संग घटित किहन ह। हम ओनका पूरी तहर स नस्ट कीन्ह। तू भी नाहीं बचि पउब्या। 12 ओन रास्ट्रन क देवता अपने लोगन क रच्छा नाहीं कइ सकेन। मोर पुरखन गोजान, हारान, रेसेप अउ तलस्सार मँ एदेन क लोगन क नस्ट किहन। 13 हमात अर्पाद, अउर सपवैम नगर क राजा कहाँ अहइँ? हेना अउ इला क राजा? उ पचे सबहिं समाप्त होइ गएन ह।’”
हिजकिय्याह यहोवा स पराथना करत ह
14 हिजकिय्याह संदेसबाहकन स पत्र पाप्त किहेस अउ ओनका बाँचेस। तब हिजकिय्याह यहोवा क मन्दिर तलक गवा अउर यहोवा क समन्वा पत्रन क बिखरेस। 15 हिजकिय्याह यहोवा क समन्वा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर। तू करूब सरगदूतन पइ सम्राट क तरह बइठत ह। तू ही सिरिफ सारी पृथ्वी क राज्जन क परमेस्सर अहा। तू पृथ्वी अउ अकासे क बनाया। 16 यहोवा मोर पराथना सुना। यहोवा अपनी आँखिन खोला अउ इ पत्र क लखा। ओन सब्दन क सुना जेनका सन्हेरीब जीवित परमेस्सर क अपमान करइ बरे पठएस ह। 17 यहोवा, इ फुरइ अहइ। अस्सूर क राजा लोग एन सबहिं रास्ट्रन क नस्ट किहन। 18 उ पचे रास्ट्रन क देवतन क आगी मँ लोकाइ दिहन। किन्तु उ पचे सच्चे देवता नाहीं रहेन। उ पचे सिरिफ काठ अउ पाथर क मूरति रहेन जेनका मनइयन बनाइ रखे रहेन। इहइ कारण रहा कि अस्सूर क राजा ओनका नस्ट कइ सकेन। 19 एह बरे यहोवा, हमार परमेस्सर, अब हमका अस्सूर क राजा स बचा। तब पृथ्वी क सारे राज्ज समुझिहीं कि यहोवा, सिरिफ तू ही परमेस्सर अहा।”
परमेस्सर हिजकिय्याह क जवाब दिहस
20 आमोस क पूत यसायाह हिजकिय्याह क इ सँदेस पठएस। उ कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘तू मोहसे अस्सूर क राजा सन्हेरीब क खिलाफ पराथना किहा ह। मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह।’
21 “सन्हेरीब क बारे मँ यहोवा क इ सँदेसा अइसा अहइ:
‘सिय्योन क कुँबरी बिटिया तोहका तुच्छ समुझत ह,
उ तोहार मजाक उड़ावत ह।
यरूसलेम बिटिया तोहरे पीठ क पाछे
तोहार मज़ाक उड़ावत ह।
22 तू केकर अपमान किह्या? तू केकर मजाक उड़ाया?
केकरे खिलाफ तू बातन किह्या?
तू अइसे बातन किहा जइसा कि
तू इस्राएल क परम पवित्तर स महान अहइ।
23 तू अपने सँदेसवाहकन क यहोवा क अपमान करइ क पठया।
तू कहया, “मइँ अपने अनेक रथन सहित ऊँचे पर्वतन तलक आया।
मइँ लबानोन मँ भीतर तलक आएउँ।
मइँ लबानोन क उच्चतम देवदारू क बृच्छन, अउ लबानोन क उत्तिम चीड़ क बृच्छन क काटा।
मइँ लबानोन क सब स ऊँच अउर सब स घने बने मँ घुसेउँ।
24 मइँ खुद कुअँन खोदेस अउ विदेसन क पानी पिएउँ।
मइँ मिस्र क नदियन क झुराएउँ
अउर उ देस क रउँदेउँ।”
25 मुला का तू नाहीं अनक्या?
मइँ (परमेस्सर) बहोत पहिले इ जोजना बनाए रहेउँ,
पुराने जमाने स ही इ सबइ जोजनन बनाइ दिहे रहेउँ,
अउर अब मइँ ओका ही पूरी होइ देत हउँ।
मइँ तू पचन्क मजबूत नगरन क
ढेर बनावइ दिहेउँ।
26 नगर मँ रहइवाले मनई कउनो ताकत नाहीं रखतेन।
उ सबइ लोग डरे भए अउर सरमिन्दा रहेन।
लोग खेतन क जंगली पौधन क तरह होइ गएन,
जउन बढ़इ क पहिले ही मर जात हीं,
इ लोग उ घास क तरह अहइ जउन छत पइ उगत ह
अउर जे बढ़इ स पहिले ही मुड़झा जात ह।
27 मइँ जानत हउँ तू कब उठत ह
अउर तू कब बइठत ह।
बइठा, मइँ जानत हउँ कि
तू कब जुद्ध करइ जात अहा अउर कब घरे आवत अहा,
मइँ जानन हउँ कि तू अपने क कब मोरे खिलाफ करत अहा।
28 तू मोरे खिलाफ गया
मइँ तोहरे घमण्ड क सब्द सुनेउँ।
एह बरे मइँ आपन अंकुस तोहरे नाके मँ डाउब।
अउर मइँ आपन लगाम तोहरे मुँहे मँ डाउब।
तब मइँ तोहका पाछे लउटाउब
अउर उ राहे लउटाउब जेहसे तू आवा रह्या।’”
हिजकिय्याह क यहोवा क सँदेसा
29 “मइँ तोहार मदद करब, एकर सँदेसा इ होइ: इ बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन अपने आप उगी अउर अगले बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन उ बिआ स पइदा होइ। मुला तू बिआ बोउब्या अउर तीसरे बरिस मँ आपन फसल कटब्या। तू अंगूरे क बेलन खेतन मँ लगउब्या अउर ओनसे अंगूर खाब्या। 30 अउर यहूदा क परिवारे क जउन लोग बचि गवा अहइँ उ पचे फुन फूली फरिहीं ठीक वइसे ही जइसे पौधा अपनी जड़न मजबूत कइ लेइ पइ ही फरत ह 31 काहेकि यरूसलेम मँ रहइवालन कछू लोग जिअत रहब्या। सिय्योन पर्वत पइ रहइवालन मँ स कछू लोग बच जाइँ। यहोवा क जोस इ सब करावाएब।”
32 “अस्सूर क सम्राट क बारे मँ यहोवा अइसा कहत ह:
‘उ इ नगर मँ नाहीं आई।
उ इ नगर मँ एक ठु भी बाण नाहीं चलाइ।
उ इ नगर क खिलाफ ढाल क संग नाहीं आइ।
उ इ नगर पइ आक्रमण क माटी क टीलन नाहीं बनाइ।
33 उ उहइ राहे स लउटी जेहसे उ आवा।
उ इ नगर मँ नाहीं आई।
इ यहोवा कहत ह।
34 मइँ अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद बरे
इ नगर क रच्छा करब अउर बचाइ लेब।’”
अस्सूरी फउज बर्बाद होइ गइ
35 उ राति यहोवा क दूत अस्सूरी डेरा मँ गवा अउर एक लाख पचासी हजार लोगन क मार डाएस। भिन्सारे क जब लोग उठेन तउ उ पचे सारी ल्हासन लखेन।
36 एह बरे अस्सूर क राजा सन्हेरीब चला गवा अउर नीनवे वापस पहोंचा, अउर हुवइँ रुक गवा। 37 एक दिना सन्हेरीब मन्दिर मँ अपने देवता निसरोक क पूजा करत रहा। ओकरे पूतन अद्रेम्मेलेक अउर सरेसेर ओका तरवार स मार डाएन। तब उ पचे अरारात प्रदेस मँ पराइ निकरेन अउर सन्हेरीब क पूत एसर्हद्दोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
हिजकिय्याह बीमार पड़ा अउर मरइ क भवा
20 उ समइ हिजकिय्याह बीमार पड़ा अउर लगभग मरि ही गवा। आमोस क पूत नबी यसायाह हिजकिय्याह स भेंटेस। यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘अपने परिवार क लोगन क बरे वसीयत नामा लिख ल्या। तू मर जाब्या। तू जिअत नाहीं रहब्या।’”
2 हिजकिय्याह आपन मुँहना देवारे कइँती कइ लिहस। उ यहोवा स पराथना किहस अउर कहेस, 3 “यहोवा याद रखा कि मइँ पूरे हिरदइ क संग सच्चाई स तोहार सेवा किहेउँ ह। मइँ उ किहेउँ ह जेका तू नीक बताया ह।” तब हिजकिय्याह फूट-फूट के रोइ पड़ा।
4 बीच क आँगन क यसायाह क छोड़इ क पहिले यहोवा क सँदेसा ओका मिला। यहोवा कहेस, 5 “लउटा अउर मोरे लोगन क अगुवा हिजकिय्याह स कहा, ‘यहोवा तोहार पुरखा दाऊद क परमेस्सर इ कहत ह, मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह अउर तोहार आँसू लखेउँ ह। एह बरे मइँ तोहका स्वस्थ करब। तीसरे दिन तू यहोवा क मन्दिर मँ जाब्या। 6 अउर मइँ तोहरी जिन्नगी क पन्द्रह बरिस बढ़ाइ देब। मइँ अस्सूर क सम्राट क सक्ती स तोहका अउर इ नगर क बचाउब। मइँ अइसन अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद क बरे इ करब।’”
7 तब यसायाह कहेस, “अंजीर क एक मिस्रन बनावा अउर एका घाव क जगह पइ लगावा।”
एह बरे उ पचे अंगीरे क मिस्रन लिहन अउर हिजकिय्याह क घाव क जगह पइ लगाएन। तब हिजकिय्याह स्वस्थ होइ गवा।
8 हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “एकर संकेत का होइ कि यहोवा मोका स्वस्थ करी अउर मइँ यहोवा क मन्दिर मँ तीसरे दिन जाब?”
9 यसायाह कहेस, “तू का चाहत अहा? का छाया दस पैड़ी आगे जाइ या दस पैड़ी पाछे जाइ? इहइ यहोवा क तोहरे बरे संकेत अहइ कि जउन यहोवा कहेस ह, ओका उ करी।”
10 हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “छाया क बरे दस पैड़ियन आगे जाब सहल बाटइ। नाहीं, छाया क दस पैड़ी पाछे हटइ द्या।”
11 तब नबी यसायाह यहोवा स पराथना किहस अउर अहाज क धूप-घड़ी पई यहोवा छाया क दस पैड़ियन पाछे हटाएस। उ ओन पैड़ियन पइ लउटी जेन पइ इ पहिले रही।
हिजकिय्याह अउ बाबेल क मनई
12 ओन दिनन बलदान क पूत बरोदक बलदान बाबेल क राजा रहा। उ पत्रन क संग एक ठु भेंट हिजकिय्याह क पठएस। बरोदक-बलदान इ एह बरे किहस काहेकि उ सुनेस कि हिजकिय्याह बीमार होइ गवा ह। 13 हिजकिय्याह बाबेल क लोगन क सुआगत किहस अउर उ अपने महल क सबहिं कीमती चिजियन क ओनका देखाएस। उ ओनका चाँदी, सोना, मसालन, कीमती इत्र, अस्त्र-सस्त्र अउर अपने खजाने क हर एक चीज देखाएस। हिजकिय्याह क पूरा महल अउर राज्ज मँ अइसा कछू नाहीं रहा जेका उ ओनका न देखाए होइ।
14 तब यसायाह नबी राजा हिजकिय्याह क लगे आवा अउर ओहसे पूछेस, “इ सबइ लोग का कहत रहेन? उ पचे कहाँ स आए रहेन?”
हिजकिय्याह कहेस, “उ पचे बहोत दूर क देस बाबेल स आए रहेन।”
15 यसायाह पूछेस, “उ पचे तोहरे महल मँ का लखेन ह?”
हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “उ पचे मोरे महल क सबहिं चिजियन लखेन ह। मोरे खजानन मँ अइसा कछू नाहीं बाटइ जेका मइँ ओनका न देखाँया होइ।”
16 तब यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा क सुना। 17 उ समइ आवति अहइ जब तोहरे महल क सबहिं चिजियन अउर उ सबइ सबहिं चिजियन जेनका तोहार पुरखन आजु तलक सुरच्छित रखेन ह, बाबेल स लइ जाइ जइहीं। कछू भी नाहीं बची। यहोवा इ कहत ह। 18 बाबेल तोहरे पूतन क लइ लेइहीं अउर तोहार पूत बाबेल क राजा क महल मँ खोजे बने रहिहीं।”
19 तब हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा नीक अहइ।” (हिजकिय्याह सोचेस, “कम स कम मोर जीवनकाल मँ सान्ति अउर रच्छा रहइहीं।”)
20 हिजकिय्याह जउन बड़के कारज किहस, जेनमाँ जलकुण्ड पइ कीन्ह गए काम अउ नगर मँ पानी लिआवइ बरे नहर बनावइ क काम सामिल अहइँ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 21 हिजकिय्याह मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा अउर हिजकिय्याह क पूत मनस्से ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
मनस्से अपना कुसासन यहूदा पइ आरंभ करत ह
21 मनस्से जब हुकुमत करइ लाग तब उ बारह बरिस क रहा। उ पचपन बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ होसीबा रहा।
2 मनस्से उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बाताए रहा। मनस्से उ सबइ भयंकर काम करत रहा जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। (अउर यहोवा ओन रास्ट्रन क आपन देस तजइ पर मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन।) 3 मनस्से फुन ओन ऊँच जगहन क बनाएस जेनका ओकर बाप हिजकिय्याह बर्बाद किहे रहा। मनस्से भी ठीक इस्राएल क राजा अहाब क तरह बाल क सम्मान देई बरे वेदियन बनाएस अउर असेरा क सम्मान बरे स्तम्भ बनाएस। मनस्से अकासे मँ तारन क पूजा करब सुरू किहस। 4 मनस्से यहोवा क मन्दिर मँ झूठे देवतन क पूजा क वेदियन बनाएस। (इ उहइ ठउर अहइ जेकर बारे मँ यहोवा बातन करत रहा जब उ कहे रहा, “मइँ आपन नाउँ यरूसलेम मँ रखब।”) 5 मनस्से यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ अकासे क नछत्रन बरे बेदियन बनाएस। 6 मनस्से अपने पूत क बलि दिहस अउर ओका वेदी पइ बारेस। मनस्से भविस्स जानइ क कोसिस मँ कइउ तरीकन क उपयोग किहस। उ ओझा लोगन अउ भूत सिद्धियन स मिला।
मनस्से जियादा स जियादा उ करत गवा जेका यहोवा बुरा कहे रहा। इ यहोवा क कोहाइ दिहस। 7 मनस्से असेरा क खुदी भइ मूरति बनाएस। उ इ मूरति क मन्दिर मँ धरेस। यहोवा दाऊद अउ दाऊद क पूत सुलैमान स इ मन्दिर क बारे मँ कहे रहा: “मइँ यरूसलेम क पूरे इस्राएल क नगरन मँ स चुनेउँ ह। मइँ आपन नाउँ यरूसलेम क मन्दिर मँ सदा ही बरे रखब। 8 मइँ इस्राएल क लोगन स उ भुइँया जेका मइँ ओनके पुरखन क दइ दिहे रहेउँ, क तजइ बरे नाहीं कहब। मइँ लोगन क ओनके देस मँ रहइ देब, जदि उ पचे ओन सब चिजियन क पालन करिहीं जेनका आदेस मइँ दिहेउँ ह अउर जउन उपदेस मोर सेवक मूसा ओनका दिहस ह।” 9 किन्तु लोग परमेस्सर क एक न सुनेन। मनस्से ओन लोग स पाप कराएस। इस्राएलियन आवइ क पहिले कनान मँ रहइ वाले सबहिं रास्ट्र जेतना बुरा करत रहेन मनस्से ओहसे भी जियादा बुरा किहे रहा। यहोवा ओन रास्ट्रन क नस्ट कइ दिहे रहा जब इस्राएल क लोग इ भुइँया लेइ आए रहेन।
10 यहोवा अपने सेवक, नबियन क उपयोग इ किहइ बरे कहस: 11 “यहूदा क राजा मनस्से एन घिनौने पापन क किहेस ह अउर अपने स पहिले रहइवाले एमोरियन स भी बड़की बुराई किहेस ह। मनस्से अपने देवमूरतियन क साथ यहूदा स भी पाप कराएस ह। 12 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर यहोवा करत ह, ‘लखा! मइँ यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतनी विपत्तियन ढाउब कि जदि कउनो मनई एनके बारे मँ सुनी तउ ओकर हिरदइ बइठ जाइ। 13 मइँ यरूसलेम क माप पई सोमरोन क माप पंक्ति अउर अहाब क परिवार क साहुल क उपयोग करब। कउनो मनई तस्तरी क पोंछत ह अउर तब उ ओका उलटिके रख देत ह। मइँ यरूसलेम क साथ भी अइसा ही करब। 14 हुवाँ मोर कछू मनई फुन भी बचे रहि जइहीं। किन्तु मइँ ओन मनइयन क तजि देब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क दइ देब। ओनकर दुस्मन ओनका बन्दी बनइहीं, उ पचे ओन कीमती चिजियन क तरह होइहीं जेनका फउजी जुद्ध मँ प्राप्त करत हीं। 15 काहे? काहेकि मोर लोग उ सबइ काम किहन जेनका मइँ बुरा बताएउँ। उ पचे मोका उ दिन स कोहाइ दिहन ह जउने दिन स ओनकर पुरखन मिस्र स बाहेर आएन। 16 अउर मनस्से अनेक निरपराध लोगेन क मारेस। उ यरूसलेम क एक सिरे से दूसर सिरे तलक खून स भरि दिहेन। इ सारे पाप ओन पापन क अलावा अहइँ जेका उ यहूदा स कराएस। मनस्से यहूदा स उ कराएस जेका यहोवा बुरा बताए रहा।’”
17 ओन पापन सहित अउर भी जउन कार्य मनस्से किहस, उ सबहिं यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 18 मनस्से मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका “उज्जा क बाग” मँ दफनावा गवा जउन कि मनस्से क महल मँ रहा। मनस्से क पूत आमोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
आमोन क अल्पकालीन सासन
19 आमोन जब हुकूमत करब सुरू कहस तउ उ बाईस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ दुइ बरिस तलक सासन किहस। ओकरी महतारी क नाउँ मसुल्लेमेत रहा, जउन योव्बा स हारूस क बिटिया रही।
20 ठीक अपने बाप क तरह अमोन उहइ काम किहस, जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। 21 आमोन ठीक अपने बाप क तरह रहत रहा। आमोन ओनहीं देवमूरतियन क पूजा अउ सेवा करत रहा जेनकर ओकर बाप करत रहा। 22 आमोन अपने पुरखन क परमेस्सर यहोवा क तज दिहस अउर उ तरह नाहीं रहा जइसा यहोवा चाहत राहा।
23 आमोन क सेवकन ओकर खिलाफ सडयंत्र रचेन अउर ओका ओकरे महल मँ मार डाएस। 24 साधारण जनता ओन सबहिं अधिकारियन क मार डाएस जउन आमोन क खिलाफ सड्यंत्र रचे रहेन। तब लोग आमोन क पूत योसिय्याह क ओकरे पाछे नवा राजा बनाएन।
25 जउन दूसर काम आमोन किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 26 आमोन उज्जर क बाग मँ अपनी कब्र मँ दफनावा गवा। आमोन क पूत योसिय्याह नवा राजा बना।
योसिय्याह यहूदा पइ अपना सासन सुरू करत ह
22 योसिय्याह जब हुकूमत करब सुरू किहस तउ उ आठ बरिस क रहा। उ इकतीस बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकर महतारी बोस्कत क अदाया क बिटिया, यदीदा रही। 2 योसिय्याह उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा नीक बताए रहा। योसिय्याह परमेस्सर क अनुसरण अपने पुरखन दाऊद क तरह किहेस। योसिय्याह ठीक वइसे ही किहेस जइसे परमेस्सर चाहत रहा।
योसिय्याह मन्दिर क मरम्मत क आदेस देत ह
3 अपने राज्जकाल क अट्ठारहवे बरिस मँ, अपने सचिव, मसुल्लाम क पोता व असल्याह क पूत सापान क यहोवा क मन्दिर मँ पठएस। योसिय्याह कहेस, 4 “महायाजक हिलकिय्याह क लगे जा। ओहसे कहा कि ओका उ गनइ अउर लइ लेइ चाही जेका लोग यहोवा क मन्दिर मँ लिआएस ह। द्वारपालन उ धने क लोगन स बटोर रहेन। 5 याजकन क इ धन ओन कारीगरन क देइ मँ बइपरई चाही जउन यहोवा क मन्दिर क मरम्मत करत हीं। याजकन क इ धन क ओन लोगन क देइ चाही जउन यहोवा क मन्दिर क देखभाल करत हीं। 6 बढ़ई, पाथरे क देवार बनावइवाले मिस्त्री अउर पाथर क काटइवालन क तनख्वाह बरे धने उपयोग करा। मन्दिर मँ लगावइ बरे इमारती लकड़ी अउ कटे पाथर क बेसहइ मँ धने क उपयोग करा। 7 उ धने क जिन गना जेका तू मजदूरन क द्या। ओन मजदूरन पइ बिस्सास कीन्ह जाइ सकत ह।”
व्यवस्था क किताब मन्दिर मँ मिली
8 महायाजक हिलकिय्याह सचिव सापान स कहेस, “लखा! मोका व्यवस्था क किताब यहोवा क मन्दिर मँ मिली ह।” हिलकिय्याह इ पुस्तक क सापान क दिहस अउर सापान एका बाँचेस।
9 सास्त्री सापान, राजा योसिय्याह क लगे आवा अउर ओका बताएस जउन भवा रहा। सापान कहेस, “तोहरे सेवकन मन्दिर स मिले धने क लिहस अउर ओका ओन कारीगरन क दिहस जउन यहोवा क मन्दिर क काम करत रहेन। अउर जउन मन्दिर क देख-रेख करत रहेन।” 10 तब सास्त्री सापन राजा स कहेस, “याजक हिलकिय्याह मोका इ किताब दइ दिहस ह।” तब सापान राजा क किताब बाँचिके सुनाएस।
11 जब राजा व्यवस्था क किताबे क सब्दन क सुनेस, उ आपन दुःख अउर परेसानी परगठ करइ क बरे अपने ओढ़नन क फारि डाएस। 12 तब राजा याजक हिलकिय्याह, सापान क पूत अहीकाम, मीकायाह क पूत अकबोर, सास्त्री सापान अउर राजसेवक असाया क आदेस दिहस। 13 राजा योसिय्याह कहेस, “जा, अउर यहोवा स पूछा कि हम क का करइ चाही। यहोवा क समन्वा मोरे बरे, लोगन क बरे अउर पूरे यहूदा क बरे याचना करा। इ मिली भइ पुस्तक क सब्दन क बारे मँ पूछा। यहोवा हम लोगन पइ कोहान अहइ काहेकि हमार पुरखन इ किताबे क सिच्छा क नाहीं मानेन। उ पचे हम लोगन क बरे लिखी सब बातन क नाहीं किहन।”
योसिय्याह अउ नबिया हुल्दा
14 एह बरे याजक हिलकिय्याह, अहीकाम, अकबोर, सापान अउ असाया, नबिया हुल्दा क लगे गएन। हुल्दा हर्हस क पोता व तिकवा क पूत सल्लूम क मेहरारू रही। उ याजक क ओढ़नन क देखभाल करत रहा। हुल्दा यरूसलेम क दूसरे हिस्सा मँ रहत रही। उ पचे गएन अउर उ पचे हुल्दा स बातन किहन।
15 तब हुल्दा ओनसे कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर कहत ह: उ मनई स कहा जउन तू पचन्क मोरे लगे पठएस ह: 16 ‘यहोवा इ कहत ह: मइँ इ जगह पइ बिपत्ति लावत हउँ अउर ओन मनइयन पइ भी जउन हिआँ रहत हीं। इ सबइ उ सब बिपत्तियन अहइँ जेनका उ किताबे मँ लिखा गवा ह जेका यहूदा क राजा बाँचेस ह। 17 यहूदा क लोग मोका त्याग दिहन ह अउर दूसर देवतन क बरे सुगन्धि बारेन ह। उ पचे मोका बहोत किरोधित किहन ह। उ पचे बहोत स देवमूरतियन बनाएन। इहइ कारण अहइ कि मइँ इ जगह क खिलाफ आपन किरोध परगट करब। मोर विरोध उ आगी क तरह होइ जउन बुझाइ न जाइ सकी।’
18-19 “यहूदा क राजा योसिय्याह स इ कहा जउन तोहका यहोवा स सलाह लेइ बरे भेजेस ह। ‘यहोवा इस्राएल क परमेस्सर उ कहेस जउन तू सुने। तू उ सुन्या जउन मइँ इ जगह अउर इ ठहूर पइ रहइवाले लोगन क बारे मँ कहेउँ। तोहार हिरदइ कोमल अहइ। जब तू इ सुन्या तउ तोहका दुःख भवा। मइँ कहेउँ कि भयंकर घटनन इ जगह क संग घटित होइहीं। अउर तू अपने दुःख क परगट करइ बरे अपने ओढ़नन क फारि डाया अउर तू रोवइ लाग्या। इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहार बात सुनेउँ।’ यहोवा इ कहत ह, 20 ‘मइँ तू पचन्क तोहरे पुरखन क संग मिलइ देब्या। तू पचे मरब्या अउ अपनी कब्र मँ सान्तिपूर्वक जाब्या। एह बरे तोहार पचन्क अँखियन ओन बिपत्तियन क नाहीं लखिहीं जेनका मइँ इ जगह पइ ढावइ जात अहउँ।’”
तब याजक हिलकिय्याह, अहीकाम, अकबोर, सापान अउ असाया राजा स इ सब कहेस।
लोग नेम क सुनत हीं
23 राजा योसिय्याह यहूदा अउ इस्राएल क सबहिं प्रमुखन से आवइ अउर ओहसे मिलइ क बरे कहेस। 2 तब राजा यहोवा क मन्दिर गवा। सबहिं यहूदा क लोग अउर यरूसलेम मँ रहइवाले लोग ओकरे संग गएन। याजक, नबी, अउर सबहिं मनई, सब स जियादा महत्वपूर्ण स सब स कम महत्वपूर्ण सबहिं ओकरे संग गएन। तब उ साच्छीपत्र क पुस्तक बाँचेस। इ उहइ, नेम क पुस्तक रही जउन यहोवा क मन्दिर स मिली रही। योसिय्याह उ पुस्तक क इ तरह बाँचेस कि सबहिं लोग ओका सुनि सकइँ।
3 राजा स्तम्भ क लगे खड़ा भवा अउर उ यहोवा क संग वाचा किहस। उ यहोवा क अनुसरण करब, ओकर आग्या, वाचा अउर नेमन क पालन करब अंगीकार किहस। उ पूरी आतिमा अउर हिरदइ स इ करब अंगीकार किहस। उ किताबे मँ लिखी वाचा क मानब अंगीकार किहस। सबहिं लोग इ परगट करइ क बरे खड़े भएन कि उ पचे राजा क वाचा क समर्पन करत हीं।
4 तब राजा महायाजक हिलकिय्याह दूसर याजकन अउर द्वारपालन क बाल, असेरा अउर अकासे क नछयन क सम्मान बरे बनी सबहिं चिजियन क यहोवा क मन्दिर क बाहेर लिआवइ क आदेस किहस। तब योसिय्याह ओन सबहिं क यरूसलेम क बाहेर किद्रोन क खेतन मँ बार दिहस। तब राखी क उ पचे बेतेल लइ गएन।
5 यहूदा क राजा लोग कछू सामान्य मनइयन क याजकन क रूप मँ सेवा बरे चुने रहा। इ सबइ लोग हारून क परिवार स नाहीं रहेन। उ पचे झूठे याजक यहूदा क सबहिं नगरन अउर यरूसलेम क नजिक क नगरन मँ ऊँच जगहन पइ सुगन्धि बारत रहेन। उ पचे बाल, सूरज, चाँद, नछत्रन क समूह अउ अकासे क सबहिं नछत्रन क सम्मान मँ सुगन्धि बारत रहेन। किन्तु योसिय्याह ओन बनावटी याजकन क रोक दिहस।
6 योसिय्याह असेरा स्तम्भ क यहोवा क मन्दिर स हटाएस। उ असेरा स्तम्भ क नगर क बाहेर किद्रोन घाटी क लइ गवा अउर ओका हुवँइ बार दिहस। तब उ जरे खण्डन क कूटेस अउर उ राखी क साधारण लोगन क कब्रन पइ छितराएस।
7 तब राजा योसिय्याह यहोवा क मन्दिर मँ बने पुरुसगामियों क कोठान क गिरवाइ दिहस। ओन घरन मँ मेहररूअन झूठी देवी असीराह क सम्मान देइ बरे तम्बू क छोटे अवरण बिना करत रहिन।
8-9 उ समइ याजक बलि यरूसलेम क नाहीं लिआवत रहेन अउर ओका मन्दिर क वेदी पइ नाहीं चढ़ावत रहेन। याजक सारे यहूदा क नगरन मँ रहत रहेन अउर उ पचे ओन नगरन मँ ऊँच नगरियन पइ सुगन्धि बारत अउ बलि भेंट करत रहेन। उ पचे ऊँची जगह गेबा स लइके बेर्सबा तलक हर जगह रहेन। याजकन अखमिरी रोटी यरूसलेम मँ मन्दिर मँ याजकन बरे बनावा गवा स्थान मँ एका खावइ क बजाए ओन सहरन मँ साधारण लोगन क संग खाएस। परन्तु राजा योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क नस्ट कइ डाएस अउर याजकन क यरूसलेम लइ गवा। योसिय्याह ओन ऊँची जगहन क भी नस्ट किहे रहा जउन यहोसू दुआर क लगे बाई ओर रहेन। (यहोसू नगर क प्रसासक रहा।)
10 तोपेत “हिन्नोम क पूत क घाटी” मँ एक जगह रही जहाँ लोग अपने बच्चन क मारत रहेन अउर लबार देवता मोलेक क सम्मान मँ ओनका वेदी पइ बारत रहेन। योसिय्याह उ जगहिया क ऍतना नस्ट कइ डाएस कि लोग उ जगहिया क प्रयोग न कइ सकइँ। 11 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग यहोवा क मन्दिर क दुआर क लगे कछू घोड़न अउर रथन रख छोड़े रहेन। इ नतन्मेलेख नाउँ क महत्वपूर्ण अधिकारी क कमरे क लगे रहा। घोड़न अउ रथन सूर्य देव क सम्मान बरे रहेन। योसिय्याह घोड़न क हटाएस अउर रथे क बार दिहस।
12 बीते समइ मँ यहूदा क राजा लोग अहाब क इमारत क छते पइ बेदियन बनाइ रखे रहेन। राजा मनस्से भी यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ वेदियन बनाइ रखे रहा। योसिय्याह ओन वेदियन क तोरि डाएस अउर ओनकर टूटे टूकन क किद्रोन क घाटी मँ लोकाइ दिहस।
13 बीते समइ मँ राजा सुलेमान यरूसलेम क निअरे विध्वंसक पहाड़ी क दक्खिन मँ कछू ऊँच जगह बनाए रहा। राजा सुलेमान पूजा क ओन जगहन क, सीदोन क लोग जउन घिनौनी चीज अस्तोरेत क पूजा करत रहेन, ओकरे सम्मान बरे बनाए रहेन। सुलैमान मोआब लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज कमोस क सम्मान बरे भी एक ठु वेदी बनाए रहा अउर राजा सुलैमान अम्मोन लोगन क जरिये पूजित घिनौनी चीज मिल्कोम क सम्मान बरे एक ऊँची जगह बनाए रहा। किन्तु राजा योसिय्याह ओन सबहिं पूजा ठउरन क नस्ट कइ दिहस। 14 राजा योसिय्याह सबहिं स्मृति पाथरन अउ असेरा स्तम्भन क तोड़ डाएस। तब उ ओन जगहन क ऊपर मृतकन क हाड़न क छितराएस।
15 योसिय्याह बेतेल क वेदी अउ ऊँच जगहन क भी तोरि डाएस। नबात क पूत यारोबाम इ वेदी क बनाए रहा। यारोबाम इस्राएल स पाप कराए रहा। योसिय्याह ऊँची जगहन अउ वेदी दुइनउँ इ तोरि डाएस। योसिय्याह वेदी क पाथर क टूकन कइ दिहस। तब उ ओनका कूटिके धुरि बनाइ दिहस अउर उ असेरा स्तम्भ क बार दिहस। 16 योसिय्याह चारिहुँ कइँती नजर दउड़ाएस अउर पहाड़े पइ कब्रन क लखेस। उ मनइयन क पठएस अउर पचे ओन कब्रन स हाड़न लइ आएन। तब उ वेदी पइ हाड़न क बारेस। इ तरह योसिय्याह वेदी क भ्रस्ट कइ दिहस। इ उहइ तरह भवा जइसा यहोवा क सँदेसा क परमेस्सर क जन घोसित किहे रहा। परमेस्सर क जन एकर घोसणा तब किहन जब यारोबाम वेदी क बगल मँ खड़ा रहा।
तब योसिय्याह चारिहूँ कइँती निगाह दउड़ाएस अउर परमेस्सर क जन क कब्र खोदेस।
17 योसिय्याह कहेस, “जउने स्मारक क मइँ लखत हउँ, उ का अहइ?”
नगर क लोग ओहसे कहेन, “इ परमेस्सर क उ जने क कब्र अहइ जउन यहूदा स आवा रहा। इ परमेस्सर क जन उ सब बाताए रहा जउन आप बेतेल मँ वेदी क संग किहन। उ इ सबइ बातन बहोत पहिले बाताए रहा।”
18 योसिय्याह कहेस, “परमेस्सर क जन क अकेला छोड़ द्या। ओकरी हाड़न क जिन हटावा।” एह बरे उ पचे हाड़न तजि दिहन, अउर साथ ही सोमरोन स आए परमेस्सर क जन क हाड़न भी छोड़ दिहन।
19 योसिय्याह सोमरोन नगर क सबहिं ऊँच नगरन क पूजागृह क भी नस्ट कइ दिहस। इस्राएल क राजा लोग पूजा गृहन क बानाए रहेन अउर उ यहोवा क बहोत कोहाइ दिहे रहेन। योसिय्याह ओन पूजा-गृहन क वइसे ही नस्ट किहेस जइसे उ बेतेल क पूजा क जगहन क नस्ट किहस।
20 योसिय्याह सोमरोन मँ रहइवाले ऊँची जगहन क सबहिं पुरोहितन क मार डाएस। उ ओनहीं वेदियन पइ पुरोहितन क बध किहस। उ मनइयन क हाड़न वेदियन पइ बारेस। इ तरह उ पूजा इ ओन जगहन क भ्रस्ट किहस। तब उ यरूसलेम मँ लउटि आवा।
यहूदा क लोग फसल पर्व मनावत हीं
21 तब राजा योसिय्याह सबहिं लोगन क हुकुम दिहस। उ कहेस, “यहोवा अपने परमेस्सर क फसह पर्व मनावा। एका उहइ तरह मनावा जइसा साच्छीपत्र क पुस्तक मँ लिखा अहइ।”
22 लोग इ तरह फसह पर्व क तब स नाहीं मनाए रहेन जब स इस्राएल पइ न्यायाधीस सासन करत रहेन। इस्राएल क कउनो राजा या यहूदा क कउनो भी राजा कबहुँ फसह पर्व क ऍतना बड़का उत्सव नाहीं मनाए रहा। 23 एह बरे ओन लोग यहोवा बरे फसह पर्व योसिय्याह क राज्जकाल क अट्ठारहवें बरिस मँ यरूसलेम मँ मनाएन।
24 योसिय्याह ओझा लोगन क, भूतसिच्छकन, गृह-देवतन, देवमूरतियन अउर यहूदा अउ इस्राएल मँ जउन घिनवनी चिजयन क पूजा होत रही, सब क नस्ट कइ दिहस। योसिय्याह इ यहोवा क मन्दिर मँ याजक हिलकिय्याह क मिली पुस्तक मँ लिखे गए परमेस्सर क नेमन क अनुसार किहस।
25 एकरे पहिले योसिय्याह क समान कबहुँ कउनो राजा नाहीं भवा रहा। योसिय्याह यहोवा कइँती, अपनी पूरी आतिमा अउर अपनी पूरी सक्ती स गवा। योसिय्याह क तरह कउनो राजा मूसा क सबहिं नेमन क अनुसरण नाहीं किहे रहा। उ समइ स योसिय्याह क तरह क कउनो दूसर राजा कबहुँ नाहीं भवा।
26 किन्तु यहोवा यहूदा क लोगन पइ किरोध करब तजेस नाहीं। यहोवा अबहुँ भी ओन पइ सारे कामन क बरे कोहान रहा जेनका मनस्से किहे रहा। 27 यहोवा कहेस, “मइँ इस्राएलियन क ओनकर देस तजइ क मजबूर किहेउँ। मइँ यहूदा क संग वइसा ही करब मइँ यहूदा क अपनी आँखिन स ओझल करब। बेसक मइँ यरूसलेम अउर एकर मन्दिर क चुना रहा जेकर बारे मँ मइँ कहे रहेउँ, ‘मोर नाउँ हुवाँ रहब मइँ यरूसलेम अउर मन्दिर क रद्द कइ देब।’”
28 योसिय्याह जउन दूसर काम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ।
योसिय्याह क मउत
29 योसिय्याह क समइ मिस्र क राजा फिरौन नको अस्सूर क राजा क खिलाफ जुद्ध करत परात नदी क गवा। राजा योसिय्याह नको स भेंटइ मगिद्दो गवा। फिरौन नको योसिय्याह क लखि लिहस अउर तब ओका मार डाएस। 30 योसिय्याह क अधिकारियन ओकरे बदन क एक ठु रथे मँ धरेन अउर ओका मगिद्दो स यरूसलेम लइ गएन। उ पचे योसिय्याह क ओकरी अपनी कब्र मँ दफनाएन।
तब साधारण लोग योसिय्याह क पूत यहोआहाज क लिहन अउर ओकर राज्ज अभिसेक कइ दिहन। उ पचे यहोआहाज क नवा राजा बनाएस।
यहोआहाज यहूदा क नवा राजा बनत ह
31 यहोआहाज तेईस बरिस क रहा, जब उ राजा बना। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 32 यहोआहाज उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोआहाज उ सब ही काम किहेस जेनका ओकरे पुरखन किहे रहेन।
33 फिरौन नको यहोआहाज क हमात प्रदेस मँ रिबला मँ कैद रखेस। एह बरे यहोआहाज यरूसलेम मँ सासन नाहीं कइ सका। फिरौन नको यहूदा क सात हजार पाँच सौ पौण्ड चाँदी अउर पचहत्तर पौण्ड सोना देइ क मजबूर किहस।
34 फिरौन नको योसिय्याह क पूत एल्याकीम क नवा राजा बनाएस। एल्याकीम अपने बाप योसिय्याह क जगह लिहस। फिरौन-नको एल्याकीम क नाउँ बदलिके यहोयाकीम कइ दिहस अउर फिरौन-नको यहोआहाज क मिस्र लइ गवा। यहोआहाज मिस्र मँ मरा। 35 यहोयाकीम फिरौन क सोना अउ चाँदी दिहस। किन्तु यहोयाकीम साधारण जनता स बसूलेस अउर उ धने क उपयोग फिरौन नको क देइ मँ किहस। एह बरे हर मनई चाँदी अउ सोना क अपने हींसे क भुगतान किहस अउर राजा यहोयाकीम फिरौन क उ धन दिहस।
36 यहोयाकीम जब राजा भवा तउ उ पच्चीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस तलक यरूसलेम मँ राज्ज किहस। ओकर महतारी रूमा क अदायाह क बिटिया जबीदा रही। 37 यहोयाकीम उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। यहोयाकीम उ सब ही काम किहेस जउन ओकरे पुरखन किहे रहेन।
राजा नबूकदनेस्सर यहूदा आबत ह
24 यहोयाकीम क समइ मँ बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ आवा। यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क सेवा तीन बरिस तलक किहेस। तब यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क खिलाफ होइ गवा अउर ओकरे विरूद्ध विद्रोह कइ दिहा। 2 यहोवा कसदियन, अरामियन, मोआबियन अउ अम्मोनियन क दलन क यहोयाकीम क विरुद्ध लड़इ बरे पठएस। यहोवा ओन दलन क यहूदा क नस्ट करइ बरे पठएस। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा। यहोवा अपने सेवक नबियन क उपयोग उ कहइ बरे किहे रहा।
3 यहोवा ओन घटनन क यहूदा क संग घटित होइ क आदेस दिहस। इ तरह उ ओनका अपनी निगाह स दूर करी। उ इ एन पापन क कारण किहस जउन मनस्से किहस। 4 यहोवा इ एह बरे किहस कि मनस्से बहोत स निरपराध मनइयन क मार डाएस। मनस्से ओनके खून स यरूसलेम क भरि दिहेस अउर यहोवा ओन पापन्क छिमा नाहीं कइ चाहत रहा।
5 यहोयाकीम जउन दूसर काम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 6 यहोयाकीम मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। यहोयाकीम क पूत यहोयाकीम ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
7 मिस्र क राजा आपन सीमा स आगे अउर जियादा जमीन पइ कब्जा नाहीं कइ पाएस, काहेकि बाबेल क राजा मिस्र क नाला स परात नदी तलक सारे देस पइ, अधिकार कइ लिहे रहा। ओन जगहन पइ पहिले भी मिस्र क राजा क सासन रहा।
नबूकदनेस्सर यरूसलेम पइ अधिकार करत ह
8 यहोयाकीम जब हुकूमत करइ लाग तब उ अट्ठारह बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी यरूसलेम क एलनातान क बिटिया नहुस्ता रही। 9 यहोयाकीन ओन कामन क किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। उ उ सब ही सब काम किहेस जउन ओकर बाप किहे रहेन।
10 उ समइ बाबेल क राजा नबुकदनेस्सर क अधिकारी यरूसलेम आएन अउर हमला करइ बरे नगर क घेरि लिहेस। 11 तब बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर नगरे मँ आवा। जब ओकर अधिकारियन एका हमला बरे घेरइ राखत रहेन। 12 यहूदा क राजा यहोयाकीन बाबेल क राजा स भेंटइ बाहेर आवा। यहोयाकीन क महतारी, ओकर अधिकारी, प्रमुख अउ दूसर अधिकारी भी ओकरे संग गएन। तब बाबेल क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाइ लिहस। इ नबूकदनेस्सर क सासनकाल क अठवाँ बरिस रहा।
13 नबूकदनेस्सर सारा खजाना लइ लिहस जउन यहोवा क मन्दिर मँ अउर राजा क महल मँ रहा। उ नबूकदनेस्सर ओन सबहिं स्वर्ण-पात्रन क टूकन मँ काट डाएस जेनका इस्राएल क राजा सुलैमान यहोवा क मन्दिर क बरे बनाए रहा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा।
14 नबूकदनेस्सर यरूसलेम क सबहिं लोगन क बन्दी बनाएस। उ सबहिं प्रमुखन अउर दूसर धनी लोगन क बन्दी बनाइ लिहस। उ दस हजार लोगन क धरेस अउर ओनका बन्दी बनाएस। नबूकदनेस्सर सबहिं कुसल मजदूरन अउर कारीगरन क लइ लिहस। साधारण लोगन मँ स सबन त गरीब लोगन क अलावा नगर मँ कउनो भी नाहीं बचे रहेन। 15 नबूकदनेस्सर यहोयाकीन क बाबेल लइ गवा। नबूकदनेस्सर राजा क महतारी, ओकर मेहररूअन, अधिकारी अउर देस क प्रमुख लोगन क भी लइ गवा। नबूकदनेस्सर ओनका यरूसलेम स बाबेल बन्दी क रूप मँ लइ गवा। 16 बाबेल क राजा साढ़े सात हजार फउजी अउर एक हजार कुसल मजदूर अउर कारीगर भी लइ गवा। इ पचे सबहिं मनई प्रसिच्छित फउजी रहेन अउर जुद्ध मँ लड़ सकत रहेन। बाबेल क राजा ओनका बन्दी क रुप मँ बाबेल लइ गवा।
राजा सिदकिय्याह
17 बाबेल क राजा मत्तन्याह क नवा राजा बनाएस। मत्तन्याह यहोयाकीन क चाचा रहा। बाबेल क राजा मत्तन्याह क नाउँ बदलिके सिदकिय्याह रख दिहस। 18 सिदकिय्याह जब सासन करब सुरू किहस तउ उ इक्कीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस यरूसलेम मँ सासन किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 19 सिदकिय्याह उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। सिदकिय्याह उ सब ही सारे काम किहेस जउन यहोयाकीम किहे रहा। 20 यहोवा यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतना कोहाइ गवा कि उ ओनका दूर लोकाइ दिहस।
नबूकदनेस्सर क जरिये सिदकिय्याह क हुकूमत क समाप्ति
उ समइ सिदकिय्याह बाबेल क राजा क खिलाफ बिद्रोह कइ दिहस।
25 एह बरे बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर अपनी सारी फउज क संग यरूसलेम क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सिदकिय्याह क राज्ज क नौवें बरिस क दसवें महीने क दसवें दिन इ घटना घटित भइ। नबूकदनेस्सर यरूसलेम क चारिहुँ कइँती डेरा डाएस। तब उ पचे यरूसलेम क चारिहुँ कइँती ढलवान खड़ी किहन। 2 नबूकदनेस्सर क फउज यरूसलेम क चारिहुँ कइँती सिदकिय्याह क यहूदा मँ सासनकाल क गियारहवे बरिस तलक बनी रही। 3 उ नगर मँ भुखमरी क दसा बद स बदतर होत जात रही। चउथे महीने क नौवे दिन साधारण लोगन बरे कछू भी भोजन नाहीं रहि गवा रहा।
4 नबूकदनेस्सर क फउज नगर प्राचीर मँ एक ठु छेद बनाएस। उ राति क राजा सिदकिय्याह अउर ओकर सारे फउजी पराइ गएन। उ पचे राजा क बाग क सहारे दुइ देवारन क दुआर स बच निकरेन। बाबेल क फउज नगर क चारिहुँ कइँती रही। किन्तु सिदकिय्याह अउर ओकर फउज रेगिस्ताने कइँती क सड़क पइ पराइ निकरेन। 5 बाबेल क फउज सिदकिय्याह क पाछा किहस अउर ओका यरीहो क लगे रेगिस्तान मँ पकड़ लिहस। सिदकिय्याह क सारी फउज पराइ गइ अउर ओका अकेला छोड़ दिहस।
6 बाबेल सिदकिय्याह क रिबला मँ बाबेल क राजा क लगे लइ गएन। बाबेल क राजा सिदकिय्याह क दण्ड देइ क निर्णय लिहस। 7 उ पचे सिदकिय्याह समन्वा ओकरे पूतन क मार डाएस। तब उ पचे सिदकिय्याह क आँखिन निकारि लिहन। उ पचे ओका जंजीरे मँ जकरेन अउर ओका बाबेल लइ गएन।
यरूसलेम क नस्ट कइ दीन्ह गवा
8 नबूकदनेस्सर क बाबेल क सासनकाल क उन्नीसवे बरिस क पँचवे महीने क सतवे दिन नबूजरदान यरूसलेम आवा। नबूकदनेस्सर क अंगरच्छकन क नायक नबूजरदान रहा। 9 नबूजरदान यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल बार डाएस। नबूजरदान यरूसलेम क सबहिं घरन क भी बार डाएस। उ बड़की इमारतन क भी बार डाएस।
10 तब नबूजरदान क संग जउन बाबेल क फउज रही उ यरूसलेम क चारिहुँ कइँती क देवारन क भहराइ दिहस। 11 अउर नबूजरदान ओन सबहिं लोगन क धरेस जउन तब तलक नगर मँ बचे रह गए रहेन। नबूजरदान सबहिं लोगन क बन्दी बनाइ लिहस अउर ओनका भी जउन आत्मसमर्पण करइ क कोसिस किहन। 12 नबूजरदान सिरिफ साधारण मनइयन मँ सब स गरीब लोगन क हुवाँ रहइ दिहस। उ ओन गरीब लोगन क हुवाँ अंगूर अउर दूसर फसलन क देखरेख क बरे रहइ दिहस।
13 बाबेल क फउजी यहोवा क मन्दिर क काँसे क वस्तुअन क टूकन कइ डाएन। उ पचे काँसे क स्तम्भन, काँसे क गाड़ी क अउर काँसे क बिसाल सरोवर क भी टूकन कइ डाएन, तब बाबेल क फउजी ओन काँसे क टूकन क बाबेल लइ गएन। 14 कसदियन बर्तन, बेलचे, दीप-झारू चम्मच अउर काँसे क बर्तन जउन यहोवा क मन्दिर मँ काम आवत रही, क भी लइ गवा। 15 नबूजरदान सबहिं कढ़ाहियन अउ पियालन क लइ लिहस। उ जउन सोने क बने रहेन ओनका सोना क बरे अउर जउन चाँदी क बने रहेन ओनका चाँदी क बरे लिहस। 16-17 जउन चिजियन उ लिहस ओनकर सूची इ अहइ: दुइ काँसे क खम्भा, एक हौज अउर गाड़ियन जेका सुलैमान क जरिये यहोवा क मन्दिर बरे बनावा गवा रहा। इन चिजियन मँ लगा काँसा ऍतना भारी रहा कि ओका तोला नाहीं जाइ सकत रहा। हर एक स्तम्भ लगभग सत्ताइस फुट ऊँचा रहा। स्तम्भन क सीर्स काँसे क बने रहेन। हर एक सीर्स साढ़े चार फुट ऊँचा रहा। हर एक सीर्स पइ जाल अउ अनार क नमूना बना रहा। एकर सब कछू काँसे क बना रहा। दुइनउँ खम्भन पइ एक ही प्रकार क आहतियन रहिन।
बन्दी बनावा गए यहूदा क लोग
18 तब नबूजरदान मन्दिर स महायाजक सरायाह, दूसरा याजक सपन्याह अउर तीन दुआर रच्छनन क लिहस।
19 नगर मँ नबूजरदान एक ठु अधिकारी क लिहस। उ सेना क सेनापति रहा। नबूजरदान राजा क पाँच सलाहकारन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन। अउर उ सेनापति क सचिव क लिहस। सेनापति क सचिव उ मनई रहा जउन साधारण लोगन क गणना करत रहा अउर ओनमाँ स कछू क फउजी क रूप मँ चुनत रहा। नबूजरदान साठ दूसर लोगन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन।
20-21 सेनापति तब नबूजरदान एन सबहिं लोगन क रिबला मँ बाबेल क राजा क सम्नवा लइ गवा। बाबेल क राजा हमात क छेत्र रिबला मँ एनका मार डाएस। इ तरह यहूदा क लोगन क कैदी बनाइके ओनका, ओनके देस स निर्वासित कीन्ह गवा।
गदल्याह, यहूदा क सासक
22 बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ कछू लोगन क छोड़ दिहे रहा। उ अहीकाम क पूत गदल्याह क यहूदा क ओन लोगन पइ राज्जपाल बनाएस। अहीकाम सापान क पूत रहा।
23 जब फउज क सबहिं सेनापतियन अउ सिपाहियन सुनेन कि बाबेल क राजा गदल्याह क राज्जपाल बनाएस ह। तउ उ पचे गदल्याह क लगे मिस्पा मँ आएन। फउजी सेनापतियन मँ नतन्याह क पूत इस्माएल, कारेहू क पूत योहानान, नतोपाई तन्हूमेत क पूत सरायाह अउ माकाई क पूत याजन्याह रहेन। 24 तब गदल्याह इ फउजे क सेनापतियन अउर ओनके मनइयन क बचन दिहस। गदल्याह ओनसे कहेस, “बाबेल क अधिकारियन स जिन डेराअ। इ देस मँ रहा अउर बाबेल क राजा क सेवा करा। तब तोहरे पचन्क संग सब कछू ठीक रही।”
25 किन्तु सतवें महीने राजा क परिवारे क एलीसामा क पोता व नतन्याह क पूत इस्माएल दस मनसेधुअन क संग आवा अउ गदल्याह क मार डाएस। उ पचे मिस्पा मँ गदल्याह क संग जउन यहूदी अउ कासदी रहेन, ओनका भी मार डाएस। 26 तब सबहिं लोग सब स कम महत्वपूर्ण अउर सब स जियादा अउ सेना क नायक मिस्र क पराइ गएन। उ पचे एह बरे पराइन कि उ पचे कसदियन स ससान रहेन।
27 पाछे राजा एवील्मरोदक बाबेल क राजा बना। उ यहोयाकीन क जेल स आज़ाद कई दिहस। इ यहूदा क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाए जाइ क सैतीसवें बरिस मँ भवा। इ एवील्मरोदक क सासन सुरू करइ क बारहवें महीने क सत्ताइसवें दिन भवा। 28 एवील्मरोदक यहोयाकीन स दयापूर्वक बातन किहस। एवील्मरोदक यहोयाकीन क बाबेल मँ रहइवाले ओकरे सबहिं साथी राजा लोगन स जियादा ऊँच स्थान प्रदान किहस। 29 एवील्मरोदक यहोयाकीन क बन्दीगृह क वस्त्रन क पहिरब बन्द करवाएस। यहोयाकीन एवील्मरोदक क संग एक ही मेज पइ खाएस। उ अपनी बाकी जिन्नगी मँ हर एक दिन अइसा ही किहस। 30 इ तरह राजा एवील्मरोदक यहोयाकीन क जिन्नगी भर नियमित रूप स हर दिन क भोजन दिहस।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.