Beginning
हबक्कूक क परमेस्सर स सिकाइत
1 इ उ संदेस अहइ जउन हबक्कूक नबी क दीन्ह ग रहा।
2 हे यहोवा, मइँ लगातर तोहार दोहाइ देत रहत हउँ। तू मोर कब सुनब्या? मइँ इ हिंसा क बारे मँ तोहरे अगवा नरियात रहत हउँ मुला तू कछू नाहीं किहा। 3 लोग लूट लेत हीं अउर दूसर लोगन क नोस्कान पहोंचावत हीं। लोग तहत्तुक करत हीं अउर झगड़त हीं। हे यहोवा! तू अइसी भयानक बातन मोका काहे देखॉवत अहा? 4 व्यवस्था बगैर सहारा क होइ चुकी अहइ अउर लोगन क संग निआव नाहीं कइ पावति अहइ। दुट्ठ लोग सज्जन लोगन क संग आपन लड़ाइयन जीतन बाटेन। तउ, व्यवस्था अब निस्पच्छ नाहीं रहि गई बा।
हबक्कूक क परमेस्सर क जवाब
5 यहोवा जवाब दिहस, “दूसर जातियन क लखा। ओनका धियान स देखा। तू अचरज होइ जाब्या। मइँ तोहरी जिन्नगी क समइ मँ कछू अइसा करब जउन तोहका चकित कइ देइ। अगर तोहका ओकरे बारे मँ बतावा जाइ तउ तू ओह पइ भरोसा नाहीं कइ पउब्या। 6 मइँ बाबुल क लोगन क एक ठु बलवान जाति बनाइ देबउँ। उ सबइ लोग बड़कवा दुट्ठ अउर सक्तीसाली जोधा अहइँ। उ पचे अगवा बाढ़त भए सारी धरती पइ छाइ जइहीं। उ पचे ओन घरन अउ ओन सहरन पइ कब्जा कइ लेइहीं जउन ओनकर नाहीं अहइँ। 7 बाबुल क लोग दूसर लोगन क ससाइ देइहीं। बाबुल क लोग जउन चइहीं, तउन करिहीं अउर जँहा चहिहीं, हुआँ जइहीं। 8 ओनकर घोड़न चीतन स भी तेज दउड़इवाला होइहीं अउर सूरज क लुकाइ जाइ क पाछे बड़का कूकुर स भी जियादा खूँखार होइहीं। ओनकर घोड़सवार फउजी सुदूर ठउरन स अइहीं। उ पचे आपन दुस्मनन पइ वइसे टूटि पड़िहीं जइसे अकासे स कउनो भूखा गिद्ध झपट्टा मारत ह। 9 उ पचे सबहिं हिंसा करइ बरे आइहीं। ओनकर फउज रेगिस्तान क हवा क तरह नाके क सोझ मँ अगवा बढ़िहीं। बाबुल क फउजी अनगिनत लोगन क बंदी बनाइके लइ जइहीं। ओनकर गिनती ऍतनी जियादा होई जेतॅनी रेत क कणन क होत ह।
10 “बाबुल क फउजी दूसर देसन क राजा लोगन क हँसी उड़इहीं। दूसर देसन क राजा ओनके बरे चुटकुला बन जइहीं। बाबुल क फउजी ऊँचा सुदृढ़ मीनारवाले सहरन पइ हँसिहीं। उ पचे ओन किलन क बदले मँ बालु क रास्ता बनाइके ओन सहरन क आसानी स हराइ देइहीं। 11 फुन उ पचे दूसर जगहन पइ जुद्ध बरे ओन जगहन क तजिके अइसेन ही अगवा बढ़ि जइहीं जइसे आँधी आवति अहइ अउर अगवा बढ़ि जात ह। बाबुल क उ सबइ लोग बस आपन सक्ति क ही पूजिहीं।”
परमेस्सर स हबक्कूक क सवाल
12 फुन हबक्कूक कहेस, “हे यहोवा, तू अमर अहा।
तू मोर पवित्तर परमेस्सर अहा।
तू नाहीं मरब्या।
हे यहोवा, तू बाबुल क लोगन क दूसर लोगन क सजा देइ क रच्या ह।
हे हमार चट्टान, तू ओनका यहूदा क लोगन क सजा देइ क रच्या ह।
13 तोहार भली आँखिन कउनो दोख नाहीं लखति हीं।
तू पाप करत भए लोगन क नाहीं लखि सकत ह।
तउ तू ओन पापियन क जीत कइसे लख सकत ह?
तू कइसे लख सकत ह कि सज्जन क दुर्जन हराइ देइ।
14 “तू ही लोगन क अइसे बनाया ह जइसे सागरे क अनगिनत मछरियन
जउन सागर छोटा जीव अहइँ बगइर कउनो मुखिया क।
15 दुस्मन हुक अउ जालि डाइके ओनका पकड़ि लेत ह।
आपन जालि मँ फँसाइके दुस्मन ओनका हींच लइ जात ह।
दुस्मन बहोत खुस होत ह जउन उ पकड़त ह।
16 इ फंदा अउर जाल ओकरे बरे अइसी जिन्नगी मँ जउन धनवान क होत ह
अउर उत्तिम भोजन खाइ मँ ओकर सहायक बनत हीं।
एह बरे उ दुस्मन आपन ही जाल अउ फंदन क पूजत ह।
उ ओनका मान देइ बरे सबइ बलि देत ह अउर उ ओनके बरे धूप बारत ह।
17 का उ आपन जाल स इहइ तरह लगातार पकड़त रहब?
का बाबुल क फउज इहइ तरह निर्दय होइके जातियन क नास करत रहब?
2 “मइँ पहरे क मीनारे पइ जाइके खड़ा होबउँ।
मइँ हुआँ आपन जगह लेब अउर रखवारी करब।
मइँ इ लखइ क इंतजार करब कि उ मोसे का कहत ह।
मइँ इंतजार करब अउर इ जान लेब कि मोरे सिकाइत क बारे मँ मोका का जवाब देइ चाही।”
परमेस्सर क जरिये हबक्कूक क सुनवाई
2 यहोवा मोका जवाब दिहस, “मइँ तोहका कछू देखावत हउँ, तू ओका लिख ल्या। सूचना पट्टी पइ एका साफ़-साफ़ लिख द्या ताकि लोग आसानी स ओका बाँचि सकइँ। 3 इ संदेस अगवा आवइवाला एक खास समइ क बारे मँ अहइ। इ सँदेस आखिरी समइ क बारे मँ अहइ अउ इ सच्च सिद्ध होइ। अइसा लग सकत ह कि वइसा समइ तउ कबहुँ आइ हीं नाहीं। मुला धीरा क संग ओकर इंतजार करा। उ समइ आइ अउर ओका देर नाहीं लागी। 4 इ संदेस ओन लोगन क मदद नाहीं कइ पाइ जउन एह पइ कान देइ स इनकार करत हीं। मुला सज्जन इ संदेस पइ बिस्सास करी अउर आपन बिस्सास क कारण सज्जन जिअत रही।”
5 परमेस्सर कहेस, “दाखरस मनई क गुमराह कइ सकत ह। इहइ तरह कउनो सक्तीसाली मनई क ओकर घमण्ड मूरख बनाइ देत ह। उ मनई क सान्ति नाहीं मिली। मउत क नाई कबहुँ ओकर पेट नाहीं भरत उ हर समइ जियादा स जियादा इच्छा करत रहत ह अउर मउत क नाई ही ओका कबहुँ तृप्ति नाहीं मिली। उ दूसर देसन क हरावत रही। उ दूसर देसन क ओन लोगन क आपन परजा बनावत रही। 6 निहचय ही, इ सबइ लोग ओकर हँसी मसखरी उड़ावत भए इ कहिहीं, ‘ओह पइ हाथ पड़इ जउन एतने दिनन तलक लूटत रहा ह। जउन अइसे ओन चिजियन क हथियावत रहा ह जउन ओकर नाहीं रहिन। जउन केतने ही लोगन क आपन कर्जे क बोझे तरे दबावत रहा ह।’
7 “का तू नाहीं जानत कि उ सबइ जउन तोहका ऋण दिहेस ह तोहार खिलाफ उठिके खड़ा होइहीं? उ पचे उठिहीं अउर तोहका क कपाइहीं अउर उ तोहार चिजियन मँ स जउन कछू उ चाहत ह लेइ जाइहीं। 8 तू बहोत स देसन क चिजियन लूट्या ह। तउ उ पचे तोहसे अउर जियादा लेइहीं। तू बहोत स लोगन क हत्तिया किहा ह। तू खेतन अउर सहरन क बर्बाद किहा ह। तू हुआँ सबहिं लोगन क मार डाया ह।
9 “सुना! जउन गलत तरीके स धन जमा किहेस ह! ओनका ओकर परिणाम भुगतइ क होइ। तू पचे सोचा करत ह कि तू आपन चिजियन चोरावइ स दूसर मनई क रोक सकत ह। मुला इ तोहार बरे बहोत बुरा होइ। 10 तू बहोत स लोगन्क नास करइ क जोजना बनाइ रख्या ह। ऐसे तोहार आपन लोगन ही लज्जित होइ अउर तोहका भी आपन जान स हाथ धोवइ क पड़ी। 11 तोहरे घरे क देवारन क पाथर तोहरे खिलाफ गवाही देइहीं। हिआँ तलक कि तोहार घरे क छते क सहतीरन भी इ घोसणा करइहीं कि तू बुरा महई अहा।
12 “हाय लागइ उ बुरे अधिकारी पइ जउन खून बहाइके एक सहर क निर्माण करत ह अउर दुट्ठता क जरिये चहारदीवारे स मिला एक ठु सहर क सुदृढ़ बनावत ह। 13 सर्वसक्तीमान यहोवा इ ठान लिहस ह कि उ लोग जउन कछू बनाए रहेन, उ सब कछू क एक ठु आगी भसम कइ देइ। ओनकर समूचा स्रम बेकार होइ जाइ। 14 फुन सब कहूँ क लोग यहोवा क महिमा क जान जइहीं अउर एक खबर अइसे सँचर जाइ जइसे समुद्दरे मँ पानी फइला होइ। 15 तू जउन आपन पड़ोसियन क दाखरस पिलावत ह, सुना! तू आपन ज़हर क मिलावत ह अउ ओका पिलावत ह ताकि तू ओकरे नग्नता क लखि सकीं।
16 “तू पचे सम्मान क जगह लज्जा स भरि जाब्या। तू पचे जरूर पीउब्या तउ तू पचे आपन नग्नता क प्रदर्सित करब्या।
“उ पियाले स पिआ जउन यहोवा क दाहिने हाथे मँ अहइ। तउ तू पचे सम्मान क जगह पई लज्जा पाउब्या। 17 लबानोन मँ तू बहोत स लोगन क हत्तिया किहा ह। तू हुआँ बहोत स गोरु लूट्या ह। तउ जउन लोग मारा गवा रहेन, तू ओनसे ससाइ जाब्या अउर तू उ देस बरे जउन बुरी बातन किहेन, ओनके कारण तू डेराइ जाब्या। ओन सहरन क संग अउर ओन सहरन मँ बसइयन क संग जउन कछू तू किह्या ह, ओनसे तू डेराइ जाब्या।”
मूर्तियन क निरर्थकता क सँदेस
18 ओकर इ लबार देवता, ओकर रच्छा नाहीं कइ पाइ काहेकि उ तउ बस एक अइसी मूर्ति अहइ जेका कउनो मनई धातु स मढ़ दिहेस ह। उ सिरिफ एक ठु मूरति अहइ। एह बरे जउन मनई खुद ओका बनावत ह, ओसे मदद क अपेच्छा नाहीं कइ सकत। उ मूर्ति तउ बोल तलक नाहीं सकत। 19 धिक्कार अहइ उ मनई क जउन एक ठु काठपुतरी स कहत ह, “ओ देवता, जागि उठा।” उ मनई क धिक्कार अहइ जउन एक ठु अइसी पाथर क मूरति स बोल तलक नाहीं पावत, कहत ह, “ओ देवता, उठि बइठा।” काहे उ कछू बोली अउर ओका राह देखाइ। उ मूरति चाहे सोना स मढ़ी होइ, चाहे चाँदी स, मुला ओहमाँ परान तउ बाटइ ही नाहीं।
20 मुला यहोवा एहसे अलग अहइ। यहोवा अपने पवित्तर मँदिर मँ रहत ह। एह बरे यहोवा क समन्वा संपूर्ण पृथ्वी क चुपचाप रहिके ओकरे बरे आदर परगट करइ चाही।
हबक्कूक क पराथना
3 हबक्कूक नबी बरे सिग्योनीत पराथना:
2 हे यहोवा, मइँ तोहरे बारे मँ सुनेउँ ह।
हे यहोवा, बीत गए समइ मँ जउन सक्ति स भरा कारज तू किहे ह, ओन पइ मोका अचंभा अहइ।
अब मोर तोसे बिनती बाटइ
कि हमरे समइ मँ तू फुन ओनसे बड़का कारज करा।
मुला तू गुस्सा मँ भी
हम पचन पइ दाया क देखाउब सुमिरा।
3 परमेस्सर तेमान कइँती स आवत अहइ।
उ पवित्तर परान क पहाड़े स आवत अहइ।
ओकर महिमा आकासे क छाइ लेई।
ओकर स्तुति धरती क भरि देइ।
4 उ महिमा अइसी अहइ जइसे कउनो उज्जर जोति होइ।
ओकरे हाथे स जोति क किरणन फूटति अहइँ अउर ओकरे हाथे मँ ओकर सक्ति लुकान अहइ।
5 ओकरे समन्वा सबइ महामारी चलत हीं
अउर ओकरे पाछे बिध्वंसक नास चला करत ह।
6 यहोवा खड़ा भवा अउर धरती क निआव किहस।
उ दूसर जातिन क लखेन
अउर उ पचे काँपि उठेन।
अतीत कालीन पहाड़न ढही गएन
अउर चकनाचूर होइ गएन।
पुरान बहोतइ पुरान पहाड़ ढहि गएन।
परमेस्सर सदा अइसा ही करत ह।
7 मइँ कुसान क तम्बुअन क दुःख मँ लखत ह।
मिद्यान क तम्बुअन क पर्दन काँपत रहेन।
8 हे यहोवा, का तू नदियन पइ कोहान अहइ?
का जलधारन पइ तोहका किरोध आवा ह का समुद्दर तोहार किरोध क पात्र बन गवा?
जब तू आपन बिजय क घोड़न पइ आवत रहा
अउर विजय क रथन पइ चढ़ा रहा, का तू किरोध स भरा रह्या?
9 तू आपन धनुस तान लिहा
अउर तीरन आपन लच्छ क भेध दिहन।
जल क धारन क चीरइ बरे फूट पड़िन।
10 पहाड़न तोहका निहारेन अउर उ सबइ काँपि उठेन।
जल धरती क फोरिके बहइ लाग।
धरती स ऊँचा फव्वारा
जोर स गर्जत भए फूटइ लागेन।
11 सूरज अउ चाँद आपन प्रकास तजि दिहन।
उ पचे जब तोहार भालन बिजुरी क तरह चमकत लखेन, तउ चमकब तजि दिहन।
बिजुरियन क उ सबइ चमकन बिजुरियन अइसी रहिन जइसे भालन अउ तीरन हवा मँ लटकत अहइँ।
12 तू धरती पइ किरोध मँ चलेन
अउर तू आपन किरोध मँ जातियन क रौंद दिहेन।
13 तू ही एक अहइ जउन आपन लोगन क बचावइ रह्या।
तू ही आपन चुना भए राजा क मार्गदर्सक रह्या।
तू प्रदेस क हर बुरा परिवारे क मुखिया लोगन क,
सबन्त कम महत्व वाले मनई स लइके
बहोत महत्व स भरा मनई तलक मार डाया।
14 दुस्मन क सिपाहियन हम लोगन क खिलाफ लड़इ बरे
सक्तीसाली आँधी क तरह आएन।
उ पचे खुसी मँ सोचत रहेन क उ पचे एक बेसहारा मनई पइ हमला करइ क जइसा
जब न कउनो एका लखत ह अउर न ही कउनो ओकरे मदद बरे आवत ह,
क नाईं हम लोगन क आसानी स हरा सकत ह।
मुला तू ओनका मूँड़े क आपन भाला स छेद कइ दिहेन।
15 मुला तू सागरे प आपन घोड़न पइ सवार होइके चलत रह्या,
सक्तीसाली जल क उत्तेजित कइ दिह्या।
16 मइँ इ सबइ बातन सुनेउँ अउर मोर पेट डर स काँपि उठी।
जब मइँ इ आवाज़ क सुनेउँ, मोर होंठ काँपइ लागेन।
मोर हड्डियन दुर्बल होइ गइन।
मोर टाँगियन काँपइ लागिन।
एह बरे मइँ बिनासे क दिन क बाट जोहब जउन ओन लोगन पइ आई जउन हम पई हमला किहेस।
यहोवा मँ सदा आनन्द स रहा
17 अंजीर क बृच्छ चाहे अंजीर न उपजावइँ,
अंगूरे क बेलन पइ चाहे अंगूर न उपजावइँ,
जइतून क बृच्छ चाहे जइतून न पइदा करइँ,
अउर चाहे इ सबइ खेत अनाज पइदा न करइँ,
बाड़न मँ चाहे एक भी भेड़ न रहइ
अउर चाहे पसुसाला मँ एक भी पसु न रहइँ।
18 मुला फुन भी मइँ यहोवा मँ मगन रहबउँ।
मइँ आपन रच्छक परमेस्सर मँ आनन्द लेबउँ।
19 यहोवा, जउन मोर सुआमी अहइ।
मोका सक्ति स भर दिहस ह।
उ मोका हिरना क नाई पराइ मँ सहायता देत ह।
उ मोका सुरच्छा क संग पहाड़न क ऊपर लइ जात ह।
संगीत निर्देसन बरे मोर तारदार उपकरणन क संग।
1 इ सँदेसा अहइ जेका यहोवा सपन्याह क दिहस। सपन्याइ इ सँदेसा तब पाएस जब आमोन क पूत योसिय्याह यहूदा क राजा रहा। सपन्याह कूसी क पूत रहा। कूसी गदल्याह क पूत रहा। गदल्याह अमर्याह क पूत रहा। अमर्याह हिजकिय्याह क पूत रहा।
लोगन क निआव करइ क यहोवा क दिन
2 यहोवा कहत ह, “मइँ देस क हर चीज क पूरी तरह नस्ट कइ देबउँ। 3 मइँ सबहिं लोगन क अउर सबहिं जनावरन क नस्ट करबेउँ। मइँ अकास क चिरइयन अउ सागरे क मछरियन क नस्ट करबेउँ। मइँ पापी लोगन क अउर ओन सबहिं चीजन क जमीन पइ स नाउँ निसान मेट देबउँ।” यहोवा इ सब कहेस।
4 यहोवा कहेस, “मइँ यहूदा अउ यरूसलेम क वासिइयन क खिलाफ आपन हाथ उठाउब। मइँ इ जगहन स उ सबइ क हटाइ देब जउन अबहुँ तलक लबार देवता बाल क पूजा करत ह। अउर उ याजकन क नाउँ क जउन बाल क सेवा करत ह। 5 मइँ ओन सबहिं लोगन क हटाइ देब जउन आपन छते स तारन क पूजा करत ह, अउर उ लोगन क जउन यहोवा क नाउँ क किरिया खात हउँ, किन्तु फुन उ पचे लबार देवता मोलेक क किरिया खात ह। 6 कछू लोग यहोवा स विमुख होइ गएन। उ पचे मोरे पाछे रहब तजि दिहेन। उ पचे यहोवा स मदद माँगब भी बंद कइ दिहेन। एह बरे मइँ ओन लोगन क उ जगहिया स हटाउब।”
7 मोर सुआमी यहोवा क समन्वा चुप रहा! काहेकि लोगन क निआव करइ बरे यहोवा क दिन हाली ही आवत अहइ। यहोवा आपन भेंट बलि तइयार कइ लिहस ह अउर उ आपन बोलाए भए मेहमानन क तइयार कइ लिहस ह।
8 यहोवा कहेस, “यहोवा क बलि क दिन, मइँ राज पुत्रन अउर दूसर प्रमुखन क राजा देबउँ। मइँ दूसर देसन क ओढ़नन क पहिरइ वालन क सबहिं लोगन क सजा देबउँ। 9 उ दिना मइँ ओन सबहिं लोगन क सजा देबउँ जउन अन्धविस्सास क देहलीज़ पइ कूदत हीं। मइँ ओन लोगन क सजा देबउँ जउन सुआमी क घरे क कपट अउर हिंसा स बटोरे भए धने स भरत हीं।”
10 यहोवा इ भी कहेस, “उ दिना, लोग यरूसलेम मँ मछरी-दुआरे पइ मदद बरे गोहरावत रहा होइहीं। सहर क दूसर हींसन मँ लोग नरियात रहा होइहीं अउर लोग सहर क चारिहुँ कइँती क पहाड़ियन मँ चिजियन क नास होइ क जोरदार आवाज अनकत रहा होइहीं। 11 तू खाले नगर क निवासियो विलाप करा! काहेकि बइपारियन क रोक दीन्ह जाइहीं। अउ धनी बइपारी बरबाद कइ दीन्ह जइहीं।
12 “उ समइ, मइँ दिआ लइके समूचई यरूसलेम मँ ओनका खोजत रहब। मइँ ओन सबहिं लोगन क हेरब जउन कि दाखरस क तलछट क नाईं अहइँ। उ पचे कहत ह, ‘यहोवा कछू नाहीं करत ह, न अच्छा अउर न ही बुरा।’ 13 तब दूसर लोग ओनकर सारी सम्पत्ति लइ लेइहीं अउर ओनकर घरन क बरबाद करिहीं। उ समइ जउन लोग घर बनाए होइहीं, उ पचे ओनमाँ नाहीं रइहीं अउर जउन लोग अंगूरे क बेलन क खेते मँ रोपे होइहीं, उ पचे ओन अगूंरन क दाखरस नाहीं पीइहीं, ओन चीजन क दूसर लोग लइ लेइहीं।”
14 यहोवा क निआव क दिन हाली आवति अहइ। उ दिन निअरे अहइ, अउर तेजी स आवति अहइ। यहोवा क निआव क खास दिन लोग चिचिआन भवा सुर सुनिहीं। हिआँ तलक कि वीर जोधा भी चिचिअइहीं। 15 उ समइ परमेस्सर आपन किरोध परगट करी। उ खौफनाक विपत्तियन क समइ होइ। उ विध्वंस क समइ होइ। उ करिआ, भए बादर अउर तूफानी दिन क अँधियारा क समइ होइ। 16 इ दिन सैनिकन क किलाबंध नगरन अउर रच्छा-मीनारन पइ हमला क तुरही स भरा भवा होब्या।
17 यहोवा कहेस, “मइँ लोगन क जिन्नगी बहोत दूभर कइ देबउँ। लोग ओन आँधरन क नाई चारिहुँ कइँती जइहीं जेनका इ भी मालूम नाहीं कि उ पचे कहाँ जात अहइँ? काहेकि उ सबइ लोग यहोवा क खिलाफ पाप किहेन। अनेक लोग मारि डावा जइहीं। ओनकर खून जमीने पइ बही। ओनकर ल्हासियन गोबरे क नाई भुइँया पइ पड़ी भई सड़त रही। 18 ओनकर सोना चाँदी ओनकर मदद नाहीं कइ पाई। उ समइ, यहोवा बहोतइ छुब्ध अउ कोहान होइ। यहोवा पूरे संसार क आपन किरोध क आगी मँ बारिके बरबाद कइ देइ। यहोवा पूरी तरह भुइँया पइ सब कछू बरबाद कइ देइ।”
यहोवा लोगन क प्रेरित करत ह
2 निर्लज्ज लोगो, मुरझात अउ मरत फूलन क नाई होइ क पहिले, 2 आपन जिन्नगी क बदलि द्या। दिन क गर्मी मँ कउनो फूल मुरझाई अउर मरि जाइ। तू पचे वइसेन होब्या जब यहोवा आपन खउफनाक किरोध परगट करी। एह बरे आपन जिन्नगी क, यहोवा क जरिये तोहरे पचन क खिलाफ किरोध परगट करइ क पहिले, बदल डावा। 3 तू सबहिं विनम्र लोगो, यहोवा क लगे आवा। ओकर नेमन क माना। नीक काम करब सीखा। विनम्र होइ सीखा। होइ सकत ह तब तू पचे सुरच्छित रहि सकब्या जब यहोवा आपन किरोध परगट करी।
यहोवा इस्राएल क पड़ोसियन क सजा देइ
4 अज्जा सहरे मँ कउनो भी नाहीं बची। अस्कलीन बरबाद कइ दीन्ह जाइ। दोपहरे तलक लोग असदोद तजइ क मजबूर कइ दीन्ह जइहीं। एक्रोन सूना होइ। 5 हे समुद्दर-तट पइ बसइया लोगो अउर करेती लोगो, यहोवा क इ संदेसा सिरिफ तोहरे बरे अहइ। हे कनान देस, पलिस्ती देस, मइँ तू पचन्क बर्बाद कइ देब। हुआँ कउनो नाहीं रही। 6 समुद्दर क किनारे क तोहार पचन क भुइँया बिना किसी नगरन या खेतन क बंजर रहीं। तोहार भुइँया सिरफ गड़ेरियन अउ भेड़िन बरे खुला चरागाह रहीं। 7 तब उ भुइँया यहूदा क बचे भए लोगन क बरे होइ। यहोवा यहूदा क ओन लोगन क याद रखी। सबइ लोग बिदेस मँ बंदी अहइँ। मुला यहोवा ओनका वापस लिआइ। तब यहूदा क लोग ओन खेतन मँ अपनी भेड़िन क घास चरइ देइहीं। साँझ क उ पचे अस्कलोन क खाली घरन मँ ओलरिहीं।
8 यहोवा कहत ह, “मइँ जानत हउँ कि मोआब अउ अम्मोन क लोग का किहेन। उ सबइ लोग हमरे लोगन क लज्जित किहेन। उ सबइ लोग आपन देस क अउर जियादा बड़वार करइ बरे ओनकर भुइँया लिहेन। 9 एह बरे जइसा कि मइँ सदोम अउर अमोरा क सज़ा दिहेस ह। मइँ मोआबी अउ अम्मोनी क भी सज़ा देब। मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर अहउँ। मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि उ सबइ देस सदा क खातिर पूरी तरह बरबाद कइ दीन्ह जइहीं। ओनकर भुइँया मँ जंगली घास जमिहीं। ओनकर भुइँया मृत सागर क नोन स ढकी भइ भुइँया जइसी होइ। मोरे लोगन मँ स बची भइ उ भुइँया क अउ एहमाँ तजी गइ हर चीज क लेइहीं।”
10 उ सबइ बातन, मोआब अउ अम्मान बरे घटित होइहीं काहेकि उ पचे सर्वसक्तीमान यहोवा क लोगन क लज्जित किहेन। 11 उ सबइ लोग यहोवा स डेरइहीं। काहेकि यहोवा ओनकर देवतन क बरबाद करी। तब सबहिं दूर-दराज क देस यहोवा क उपासना करिहीं। 12 कूस क लोगो, एकर अरथ तू पचे भी अहा। यहोवा क तरवार तोहरे लोगन क मारि डाइ। 13 अउर यहोवा उत्तर कइँती आपन हाथ बढ़ाई अउ अस्सूर क सजा देइ। उ नीनवे क बरबाद करी, उ सहर खाली झुरान रेगिस्तान जइसा होइ। 14 तब सिरिफ भेड़िन अउ जंगली जनावर उ बरबाद सहर मँ रइहीं। कुचकुचवा अउर कउआ ओन खंभन पइ बइठिहीं जाउन खड़ भएन तजि दीन्ह ग अहइँ। ओनकर आवाज खिड़कियन स आवति भइ सुनाइ पड़ी। कउअन, दुआरे क सीढ़ियन पइ बइठिहीं। ओन सूने घरन मँ करिआ पंछी बइठिहीं। 15 नीनवे एन दिनन ऍतना जियादा घमण्डी अहइ। उ अइसा खुस सहर अहइ। लोग समुझत हीं कि उ पचे सुरच्छित अहइँ। उ पचे समुझत हीं कि नीनवे संसार मँ सब से बड़का ठउर बाटइ। मुला उ सहर बर्बाद कीन्ह जाइ। इ एक ठु सूनी जगहिया होइ, जहाँ सिरिफ जंगली जनावर आराम करइ जात हीं। जब लोग ओहर स गुजरिहीं अउर लखिहीं कि केतनी बुरी तरह सहर बरबाद कीन्ह ग अहइ, तब उ पचे सीटी बजइहीं अउर मूँड़ि हिलइहीं।
यरूसलेम क भविस्स
3 यरूसलेम, तोहार पचन क लोग परमेस्सर क खिलाफ लड़ेन। तोहार पचन क लोग दूसर लोगन क चोट पहोंचाएन अउर तू पचे पापे स कलंकित अहा। 2 तोहार लोग मोर एक ठु नाहीं सुनतेन। उ पचे मोर सिच्छा क अंगीकार नाहीं करतेन। यरूसलेम यहोवा मँ बिस्सास नाहीं राखत। यरूसलेम आपन परमेस्सर क लगे नाहीं आवत ह। 3 यरूसलेम क प्रमुख गुर्रात भवा सिंहन जइसेन अहइँ। एकर निआव क जज अइसे भुखान भेड़ियन क तरह अहइँ जउन भेड़िन पइ हमला करइ साँझ क आवत ह, अउर भिंसारे कछू बचा नाहीं रहत। 4 ओकर नबियन जिम्मेदार अउर बिस्सासयोग्य नाहीं अहइ। ओकर याजकन पवित्तर चिजियन क अपवित्तर करत हीं। उ पचे परमेस्सर क नेम बरे हिंसा किहेन ह। 5 मुला परमेस्सर अबहुँ भी उ सहर मँ बाटइ अउ उ ओनके बरे लगातर निआव स भरा रहा ह। परमेस्सर कछू भी बुरा नाहीं करत। उ अपने लोगन क भलाइ करता चला आवत ह। लगातार हर भिंसारे उ आपन लोगन क संग निआव करत ह। मुला बुरे लोग आपन कीन्ह भए बुरे करमन बरे लज्जित नाहीं होतेन।
6 परमेस्सर कहत ह, “मइँ समूचे रास्ट्रन क बरबाद कइ दिहेउँ ह। अइँ ओनकर रच्छा-मीनारन क नस्ट किहेउँ ह। मइँ ओनकर सबइ सड़क क नस्ट किहेउँ ह अउर अब हुआँ कउनो नाहीं जात। ओनकर नगरन सूना अहइँ, ओनमाँ अब कउनो नाहीं रहत। 7 मइँ तू पचन्स इ एह बरे कहत हउँ ताकि तू पचे सिच्छा ल्या। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ तोहार पचन क घर नस्ट नाहीं होइ। अगर तू पचे अइसा करब्या तउ मइँ आपन बनाई भइ योजना क अनुसार तू पचन क सजा नाहीं देबउँ।” मुला उ पचे बुरे लोग वइसेन ही बुरे करमन अउर जियादा करइ चाहत हीं जेनका उ पचे पहिले ही कइ रखे अहइँ।
8 यहोवा कहेस, “एह बरे तनिक प्रतीच्छा करा। मोर खड़ा होइ अउ निआव कीन्ह जाइ स पहिले मोर प्रतीच्छा करा। अनेक रास्ट्रन स लोगन क लिआवइ अउ तू पचन क सजा देइ बरे ओनकर उपयोग आपन किरोध तू पचन क खिलाफ परगट करइ बरे करब। मइँ ओनकर उपयोग इ देखावइ बरे करबउँ कि मइँ केतना छुब्ध हउँ, अउर यहूदा क समूचा प्रदेस नस्ट होइ। 9 तब मइँ दूसर रास्ट्रन क लोगन क बदल देब एह बरे उ साफ-साफ बोलइ सकब अउर यहोवा क नाउँ क तारीफ कर सकब। उ पचे सबइ एक संग मोर अराधना करब। 10 लोग कूस मँ दूसर कइँती स पूरी राह तय कइके अइहीं। मोरे बिखरे भए लोग मोरे लगे अहइ। मोर उपासक मोरे लगे अइहीं अउर आपन भेंट लइहीं।
11 “यरूसलेम, तब तू अगवा चलिके ओन बुरे करमन बरे लजाब होइ बंद कइ देब्या। काहेकि मइँ यरूसलेम स ओन सबहिं बुरे लोगन क निकारिके बाहेर करब। मइँ ओन सबहिं घमण्डी लोगन क दूर कइ देबउँ। ओन घमण्डी लोगन मँ स कउनो भी मोरे पवित्तर पर्वते पइ नाहीं रही पाइ। 12 मइँ सिरिफ सोझ अउ विनम्र लोगन क आपन सहर मँ रहइ देबउँ अउर उ पचे यहोवा क नाउँ मँ बिस्सास करिहीं। 13 इस्राएल क बचे भए लोग बुरे करम नाहीं करिहीं। उ पचे लबार नाहीं बोलिहीं। उ पचे लबार बोलिके लोगन क ठगइ नाहीं चइहीं। उ पचे ओन भेड़िन क नाई होइहीं जउन खात हीं अउर सान्त ओलरत हीं, अउर कउनो भी ओनका तंग नाहीं करी।”
आनन्द सँदेसा
14 हे यरूसलेम, गावा अउ खुस ह्वा!
हे इस्राएल, खुसी स घोस करा!
यरूसलेम, प्रसन्न ह्वा, तमासा करा।
15 काहेकि यहोवा तोहार पचन क सजा रोकि दिहस।
उ पचे तोहरे पचन क दुस्मनन क वापिस मोड़ द्या जउन तोहार तरफ आवत रहेन।
हे इस्राएल क राजा, यहोवा तोहरे संग अहइ।
अब तू पचन्क अउर कउनो बुरी घटना बरे चिन्ता क जरूरत नाहीं।
16 उ समइ, यरूसलेम स कहा जाइ,
“मजबूत बना, डेराअ जिन!
17 तू पचन क परमेस्सर यहोवा तू पचन क संग अहइ।
उ सक्तीसाली फउजी क नाई अहइ।
उ तू पचन क रच्छा करी।
उ देखाई कि उ तू पचन स केतना पियार करत ह।
उ देखाई कि उ तू पचन स केतना प्रसन्न अहइ।
उ हँसी अउर तू पचन क बारे मँ अइसे खुस होइ।
18 जइसे लोग दावत मँ होत हीं।
यहोवा कहेस, “मइँ तू पचन्क लज्जा क दूर करब।
मइँ तू पचन्क दुर्भाग्य क तू पचन्स दूर करब।
19 उ समइ, मइँ ओन लोगन्क सजा देबउँ जउन तू पचन्क चोट पहोंचाएन।
मइँ आपन घायल लोगन्क रच्छा करब।
मइँ ओन लोगन्क वापस लिआउब, जउन पराइ क बेबस कीन्ह ग रहेन
अउर मइँ ओनका प्रसिद्ध करब।
लोग सब जगह ओनकर तारीफ करिहीं।
20 उ समइ, मइँ तू पचन्क वापस लिआउब।
मइँ तू पचन्क एक साथ वापस लिआउब।
मइँ तू पचन्क प्रसिद्ध बनाउब।
सब जगह लोग तू पचन्क तारीफ करिहीं।
इ तब होइ जब मइँ तू पचन्क अँखियन क समन्वा तू सबइ बन्दी लोगन्क लिआउब।”
यहोवा इ सबइ कहेस।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.