Beginning
अस्सूर एक देवदार बृच्छ क तरह अहइ
31 देस निकारे क गियारहवें बरिस मँ तीसरे महीने क पहिले दिन यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन अउ ओकरे लोगन स इ कहा:
“‘तोहरी बड़कई मँ
कउन तोहरे समान अहइ?
3 मइँ तोहार तुलना लबानोन क देवदार क बृच्छ क संग कइ सकत हउँ।
एकर सुन्नर डारन अहइ जउन कि लगभग पूरे वन क छाया देत ह।
इ बहोत लम्बा अहइ।
एकर सिखर बादर भेदी अहइ।
4 जल बृच्छ क उगावत रहा।
गहिर नदियन बृच्छ क ऊँचा करत रहिन।
नदियन ओन ठउर क चारिहुँ कइँती बहत रहिन,
जहाँ बृच्छ लगा रहेन।
केवल एकर धारन ही खेत क
दूसर बृच्छन तलक बहत रहिन।
5 एह बरे खेते क सबहिं बृच्छन स ऊँच बृच्छ उहइ रहा
अउर इ कइउ साखन उगाइ राखी रहिन।
हुवाँ काफी जल रहा।
एह बरे बृच्छ साखन बाहर फइली रहिन।
6 बृच्छ क साखन मँ संसार क सबहिं पंछियन
घोंसलन बनाए रहेन।
बृच्छ क साखन क नीचे
खेत क सबहिं जनावर बच्चन क जनम देत रहेन।
सबहिं बड़े रास्ट्र उ बृच्छ क
छाया मँ रहत रहेन।
7 एह बरे बृच्छ आपन बड़कइ
अउर आपन लम्बी साखन मँ सुन्नर रहा।
काहेकि एकर जड़न
यथेस्ट जले तलक पहोंची रहिन।
8 परमेस्सर क बगीचा क देवदारू बृच्छ भी,
ओतने बड़े नाहीं रहेन जेतना इ बृच्छ।
सनौवर क बृच्छ ऍतना जियादा साखन नाहीं रखतेन,
चिनार बृच्छ भी अइसी साखन नाहीं रखतेन,
परमेससर क बगीचे क कउनो भी बृच्छ,
एतना सुन्नर नाहीं रहा जेतना इ बृच्छ।
9 मइँ अनेक साखन सहित
इ बृच्छ क सुन्नर बनाएउँ
अउर परमेस्सर क बगीचा अदन क सबहिं बृच्छ
एहसे जलन रखत रहेन।’”
10 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “बृच्छ ऊँच होइ गवा ह। इ आपन सिखरन क बादरन मँ पहोंचाइ दिहस ह। बृच्छ गर्वीला अहइ काहेकि इ ऊँच अहइ। 11 एह बरे मइँ एक सक्तीसाली राजा क इ बृच्छ क लेइ दिहेउँ। उ सासक बृच्छ क ओकरे बुरे कामन बरे दण्ड दिहस। मइँ उ बृच्छ क आपन उद्यान स बाहेर किहेउँ ह। 12 अजनबी-बहोत जियादा भयंकर रास्ट्रन एका काट डाएन अउर छोड़ दिहन। बृच्छ क साखन पर्वतन अउ सारी घाटी मँ गिरिन। उ प्रदेस मँ बहइवाली नदियन मँ उ सबइ टूट अंग बहि गएन। बृच्छ क खाले कउनो छाया नाहीं रहि गइ, एह बरे सबहिं लोग ओका छोड़ दिहन। 13 अब उ गिरे बृच्छ मँ पंछी रहत हीं अउर एकर गिरी साखन पइ जंगली जनावर चलत हीं।
14 “अब उ जल लगे कउनो भी, बृच्छ गर्वीला नाहीं होइ। उ पचे बादरन तलक पहोंचइ नाहीं चहिहीं। कउनो भी सक्तीसाली बृच्छ, जउन उ जल क पिअत ह, ऊँच होइ क आपन तारीफ नाहीं करी। काहेकि ओन सबहिन क मउत क सामना करइ क होइ। उ सबइ कब्र मँ जाइहीं।”
15 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “उ दिन जब तलक बृच्छ सेओल क गवा मइँ लोगन स सोक मनवाएउँ। मइँ गहिर जल क, ओकरे बरे, सोक स ढक दिहेउँ। मइँ बृच्छ क नदियन क रोक दिहेउँ अउर बृच्छ बरे जल क बहब रूक गवा। मइँ लबानोन स एकरे बरे सोक मनवाएउँ। खेते क सबहिं बृच्छ क सोक स रोगी होइ गएन। 16 मइँ बृच्छ क गिराएउँ अउर बृच्छ क गिरइ क ध्वनि क डर स रास्ट्र काँप उठेन। मइँ बृच्छ क मउत क ठउरे पइ पहोंचाएउँ। इ खाले ओन लोगन क संग रहइ गवा जउन उ नरक मँ नीचे गिरे भए रहेन। अतीत मँ एदेन क सबहिं बृच्छ अर्थात लबानोन क सर्वोत्तम बृच्छ उ पानी क पिअत रहेन। ओन सबहिं बृच्छ पाताल लोक मँ सान्ति प्राप्त किहेन। 17 हाँ, उ सबइ बृच्छ भी बड़के बृच्छ क संग मउत क जगह पइ गएन। उ पचे ओन मनइयन क संग धरेन जउन जुद्ध मँ मर गए रहेन। उ बड़का बृच्छ दूसर बृच्छन क सक्तीसाली बनाएस। उ सबइ बृच्छ, रास्ट्रन मँ, उ बड़के बृच्छ क छाया मँ रहत रहेन।
18 “एक बरे मिस्र, एदेन मँ बहोत स बिसाल अउ सक्तीसाली बृच्छ अहइ। ओनमाँ स एक बृच्छ क संग मइँ तोहार तुलना करब। तू एदेन क बृच्छन क संग पाताल लोक क जाब्या। मउत क जगह मँ तू ओन बिदेसियन अउ जुद्ध मँ मारे गए मनइयन क साथ मँ ओलरब्या।
“हाँ, इ फिरौन अउ ओकर सबहिं लोगन क संग होइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहे रहा।
फिरौन एक सेर या दैत्य?
32 देस निकारे क बारहवें बरिस क बारहवें महीने क पहिले दिन यहोवा क बचन मोरे लगे आवा। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मिस्र क राजा फिरौन क बारे मँ इ करूण गीत गावा। ओहसे कहा:
“‘रास्ट्रन मँ गर्व क संग टहरत भए तू सोचे रह्या तू सक्तीसाली युवा सेर अहा।
किन्तु फुरइ समुद्रर क दैत्य जइसे अहा।
तू नदी प्रवाह क ढकेल के राह बनावत अहा,
अउर आपन गोड़न स जल क मटमैला करत अहा।
तू मिस्र क नदियन क उद्वेलित करत अहा।’”
3 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“मइँ बहोत स लोगन क एक संग बटोरेउँ ह।
अब मइँ तोहरे ऊपर जालि फेंकब।
तब उ सबइ लोग तोहका हींच लेइहीं।
4 तब मइँ तोहका झुरान भुइँया पइ गिराइ देब।
मइँ तोहका खेते मँ लोकाउब।
मइँ सबहिं पंछियन क तोहका खाइके बोलावाउब।
मइँ हर जगह स जंगली जनावरन क तोहका खाइ अउर पेट भरइ बरे बोलवाउब।
5 मइँ तोहरे बदन क पर्वतन पइ बिखेरब।
मइँ तोहरे ल्हास स घाटियन क भरि देब।
6 मइँ तोहार रक्त पर्वतन पइ डाउब
अउर धरती एका सोखी।
नदियन तोहसे भरि जइहीं।
7 मइँ तोहका लुप्त कइ देब।
मइँ नभ क ढक देब अउर नछत्रन क करिया कइ देब।
मइँ सूरज क बादर स ढकि देब अउर चन्दा नाहीं चमकी।
8 मइँ सबहिं चमकत जोतियन क नभ मँ
तोहरे ऊपर काला बनाउब।
मइँ तोहरे सारे देस मँ अँधेरा कइ देब।”
9 “बहोत सारे रास्ट्र किरोधित होइहीं। जब उ पचे सुनिहीं कि तोहका नस्ट करइ बरे मइँ एक दुस्मन क लिआएउँ। रास्ट्र जेनका तू जानत भी नाहीं, तिलमिलाइ जइहीं। 10 मइँ बहोत स लोगन क तोहार कारण विस्मित कइ देब। जब मइँ आपन तरवार ओन लोगन क समन्वा चलाउब तउ ओनकर राजा लोग तोहार कारण डर स काँपिहीं। जउने दिन तोहार पतन होइ उहइ दिन, हर एक छिन, राजा लोग भयभित होइहीं। हर एक राजा आपन जिन्नगी बरे भयभित होइ।”
11 काहेकि मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “बाबुल क राजा क तरवार तोहरे विरूद्ध जुद्ध करइ आई। 12 मइँ ओन फउजियन क उपयोग तोहरे लोगन क जुद्ध मँ मार डावइ मँ करब। उ सबइ फउजी रास्ट्रन मँ सबस भयंकर रास्ट्र आवत हीं। उ सबइ ओन चीजन क नस्ट कइ देइहीं ओनकर गर्व मिस्र अहइ। मिस्र क लोग नस्ट कइ दीन्ह जइहीं। 13 मिस्र मँ नदियन क सहारे बहोत स जनावर अहइँ। मइँ एन जनावरन क भी नस्ट करब। लोग भविस्स मँ, आपन गोड़न स पानी क गंदा नाहीं करिहीं। गइयन क खुर भविस्स मँ पानी क मइला नाहीं करिहीं। 14 इ तरह मइँ मिस्र मँ पानी क सान्त बनाउब। मइँ ओनकर नदियन क मन्द बहाउब उ सबइ तेल क तरह बहिहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ कहेस, 15 “मइँ मिस्र देस क खाली कइ देब। उ हर चीज स रहित होइ। मइँ मिस्र मँ रहइवाले सबहिं लोगन क दण्ड देब। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा अउर सुआमी हउँ।
16 “इ एक करूणागीत अहइ जेका लोग मिस्र बरे गइहीं। दूसर रास्ट्रन मँ बिटियन मिस्र क बारे मँ इ करूण-गीत क गइही। उ पचे एका, मिस्र अउर ओकर सबहिं लोगन क बारे मँ करूण-गीत क रूप मँ गइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
मिस्र क नस्ट कीन्ह जाब
17 देस निकारे क बारहवें बरिस मँ, उ महीने क पन्द्रहवें दिन, यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, मिस्र क लोगन बरे रोआ। मिस्र क सक्तीसाली रास्ट्रन ओन बिटियन क, संग पाताल तलक पहोंचावा। ओनका उ पाताल लोक मँ पहोंचावा जहाँ उ पचे ओन मनइयन क संग होइहीं जउन उ गड़ा मँ गएन।
19 “मिस्र, तू कउनो दूसर स अच्छा नाहीं अहा। मउत क ठउरे पइ चले जा। जा अउर ओन बिदेसियन क संग लेटा।
20 “मिस्र क ओन सबहि दूसर लोगन क संग रहइ क होइ जउन जुद्ध मँ मारे ग रहेन। दुस्मन ओका अउर ओकरे सबइ लोगन क घसीट लिहस ह।
21 “मजबूत अउ सक्तीसाली मनई जुद्ध मँ मारे गएन। उ सबइ बिदेसी मउत क ठउर पइ गएन। उ ठउरे स उ सबइ लोग मिस्र अउ ओकरे सहायकन स बातन करिहीं। उ सबइ जउन जुद्ध मँ मारा ग रहेन।
22 “अस्सूर अउ अउर ओकर सारी फउज हुवाँ मउत क ठउर पइ अहइ। ओनकर कब्रन खाले गहिर नरक मँ अहइँ। उ सबइ सबहिं अस्सूर क फउजी जुद्ध मँ मारा गएन। 23 ओकर कब्रन ओकरी कब्र क चारिहुँ ओर अहइँ। जब उ पचे जिअत रहेन तब उ पचे लोगन का भय भीत करत रहेन। किन्तु अब उ पचे सबहिं पूर्ण सान्त अहइँ उ पचे सबहिं जुद्ध मँ मारा गएन।
24 “एलाम हुआँ अहइ अउर एकर सारी फउज ओकर कब्र क चारिहुँ ओर अहइ। उ सबइ सबहिं जुद्ध मँ मारा गएन। उ पचे बिदेसी गहिर खाले धरती मँ गएन। जब उ पचे जिअत रहेन, उ सबइ लोगन क भयभीत करत रहेन। किन्तु उ पचे आपन लज्जा क अपने संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन। 25 उ पचे एलाम अउर ओकर फउजियन बरे, जउन जुद्ध मँ मारे गएन ह, बिछावन लगाइ दिहन ह। एलाम क सारी फउज ओकरी कब्र क चारिहुँ ओर अहइँ। इ सबइ सबहिं बिदेसी जुद्ध मँ मारा ग रहेन। जब उ पचे जिअत रहेन, उ पचे लोगन क डेरावत रहेन। किन्तु उ पचे लज्जा क आपन संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन। उ पचे ओन सबहिं लोगन क संग रखे गएन, जउन मारे ग रहेन।
26 “मेसेक, तूबल अउर ओनकर सारी फउजन हुवाँ अहइँ। ओनकर कब्रन एनके चारिहुँ ओर अहइँ। उ सबइ खतनाहीन मनइयन रहेन जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। जब उ पचे जिअत रहेन तब उ पचे लोगन क भयभीत करत रहेन। 27 किन्तु अब उ पचे सक्तीसाली मनइयन क संग ओलरा अहइँ जउन बहोत पहिले मर चुके रहेन। उ पचे आपन जुद्ध क अस्त्र-सस्त्रन क संग दफनावा गएन। ओनकर तरवारन ओनके मूँड़े क खाले रखी जइहीं। किन्तु ओनकर पाप ओनकर हड्डियन पइ अहइँ। काहेकि जब उ पचे जिअत रहेन, उ पचे लोगन क डेराए रहेन।
28 “मिस्र, तू भी नस्ट होब्या। तू ओन बिदेसियन क संग ओलरब्या। तू ओन दूसर फउजियन क संग ओलरब्या जउन जुद्ध मँ मारे जाइ चुका अहइँ।
29 “एदोम भी हुवँइ अहइ। ओकर राजा अउर दूसर प्रमुख ओनके संग हुवाँ रहेन। उ सबइ सक्तीसाली फउजी भी रहेन। किन्तु अब उ पचे ओन दूसर लोगन क संग ओलरा रहेन। जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। उ पचे ओन विदेसियन क संग आलग रहेन। उ पचे ओन मनइयन क संग खाले नरक मँ चले गएन।
30 “उत्तर क सबहिं सासक हुवाँ अहइँ। हुवाँ सीदोन क सबहिं फउजी अहइँ। ओनकर सक्ति लोगन क डेरावत रही। किन्तु उ पचे अब लज्जित अहइँ। उ सबइ बिदेसी ओन दूसर मनइयन क संग ओलरा अहइँ जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन। उ पचे आपन लज्जा अपने संग उ गहिर नरक मँ लइ गएन।
31 “फिरौन ओन लोगन क लखी जउन मउत पइ गएन ओकर सबइ सेना बरे ओका सान्तवना दीन्ह जाइ काहेकि फिरौन अउर ओनकर सारी सेना जंग मँ मारि जाइ।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
32 “जब फिरौन जिअत रहा तब मइँ लोगन क ओहसे भयभित कराएस। किन्तु अब उ ओन बिदेसियन क संग ओलरी। फिरौन अउ ओकर फउज ओन दूसर फउजियन क संग ओलरी जउन जुद्ध मँ मारे गए रहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
परमेस्सर यहेजकेल क इस्राएल क पहरेदार चुनत ह
33 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, आपन लोगन स बातन करा। ओनसे कहा, ‘मइँ दुस्मन क फउजियन क उ देस क खिलाफ जुद्ध बरे लइ जाइ सकत हउँ। जब अइसा होइ तउ लोग एक मनई क पहरेदार क रूप मँ चुनिहीं। 3 जदि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत देखत ह, तउ उ तुरही बजावत ह अउर लोगन क सावधान करत ह। 4 जदि लोग उ चितउनी क सुनइँ किन्तु अनसुनी करइँ तउ दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी क रूप मँ लइ जाइ। उ मनई आपन मउत बरे खुद जिम्मेदार होइ। 5 उ तुरही सुनेस, पर चितउनी अनसुनी किहेस। एह बरे आपन मउत बरे उ खुद दोखी अहइ। जदि उ चितउनी पइ धियान दिए होत तउ उ आपन जिन्नगी बचाइ लिए होत।
6 “‘किन्तु इ होइ सकत ह कि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत लखत ह, किन्तु तुरही नाहीं बजावत। उ पहरेदार लोगन क चितउनी नाहीं दिहस। दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी बनाइके लइ जाइ। उ मनई लइ जावा जाइ काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु पहरेदार भी उ आदमी क मउत क जिम्मेदार होइ।’
7 “अब, मनई क पूत, मइँ तोहका इस्राएल क परिवार क पहरेदार चुनत हउँ। जदि तू मोरे मुँह स कउनो सँदेसा सुना तउ तोहका मोरे बरे लोगन क चितउनी देइ चाही। 8 मइँ तोहसे कहि सकत हउँ, ‘इ पापी मनई मरी।’ तब तोहका उ मनई क लगे जाइके मोरे बरे ओका चितउनी देइ चाही। जदि तू उ पापी मनई क चितउनी नाहीं देत्या अउर ओका आपन जिन्नगी बदलइ क नाहीं कहत्या, तउ उ पापी मनई मरी, काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु मइँ तोहका ओकर मउत क जिम्मेदार बनाउब। 9 किन्तु जदि तू उ बुरे मनई क आपन जिन्नगी बदलइ बरे अउर पाप तजइ बरे चितउनी देत अहा अउर जदि उ पाप करब तजइ स इन्कार करत ह तउ उ मरी काहेकि उ पाप किहेस, किन्तु तू आपन जिन्नगी बचाइ लिहा।”
परमेस्सर लोगन क नस्ट करइ नाहीं चाहत
10 “एह बरे मनई क पूत, इस्राएल क परिवार स मोरे बरे कहा। उ सबइ लोग कह सकत हीं, ‘हम लोग पाप किहा ह अउर नेमन क तोड़ा ह। हमार पाप हमरी सहनसक्ति क बाहर अहइँ। हम ओन पापन्क कारण मारा होत अही। हम जिअत रहइ बरे का कइ सकित ह।’
11 “तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके बिस्सास दिआवत हउँ कि मइँ लोगन क मरत लखिके आनन्दित नाहीं होत हउँ, हिआँ तलक कि बुरे लोगन बरे भी नाहीं। मइँ नाहीं चाहत कि उ पचे मरइँ। मइँ चाहत हउँ कि उ बुरे लोग आपन जिन्नगी क बदलइँ जेहसे उ पचे जिअत रहि सकइँ। एह बरे बुरे काम करब तजा। इस्राएल क परिवार, तोहका मरब ही काहे चाही?’
12 “मनई क पूत, आपन लोगन स कहा, ‘जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पूण्य कर्म किहेस ह तउ ओहसे ओकर जिन्नगी नाहीं बचिहीं जदि उ अपराध पाप करब सुरू करइ। जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पाप किहेस, तउ उ नस्ट नाहीं कीन्ह जाइ, जदि उ पाप स दूर हटि जात ह। एह बरे याद राखा, एक मनई क जरिये पुराने समइ मँ कीन्ह गए पुण्य कर्म ओकर रच्छा नाहीं करिहीं, जदि उ पाप करब सुरू करत ह।’
13 “इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो नीक मनई क बरे कहउँ कि उ जिअत रही। किन्तु इ होइ सकत ह कि उ नीक मनई इ सोचब सुरू करइ कि पुराने समइ मँ उसके जरिये कीन्ह गए करम ओकर रच्छा करिहीं। एह बरे उ बुरे करम करब सुरू कइ सकत ह। किन्तु मइँ ओकर पुराने समइ क पुण्य क याद नाहीं राखब। नाहीं, उ ओन पापन्क कारण मरी जेनका उ करब सुरू करत ह।
14 “या इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो दुस्ट मनई क बरे कहउँ कि उ मरी। किन्तु उ आपन जिन्नगी क बदल सकत ह। उ पाप करब तजि सकत ह। उ नीक अउ उचित होइ सकत ह। 15 उ उ गिरवी क चीज क लउटाइ सकत ह जेका उ रिण मँ मुद्रा देत समइ रखे रहा। उ ओन चिजियन क भुगतान कइ सकत ह जेनका उ चोराए रहा। उ ओन नेमन क पालन कइ सकत ह जउन जीवन देत हीं। उ बुरे काम करब छोड़ देत ह। तब उ मनई निहचय इ ही जिअत रही। उ मरी नाहीं। 16 मइँ ओकरे पुराने समइ क पापन्क याद नाहीं करब। काहेकि उ अब ठीक-ठाक रहत ह अउर उचित बेउहार रखत ह। एह बरे उ जिअत रही।
17 “किन्तु तोहार लोग कहत हीं, ‘इ उचित नाहीं अहइ। यहोवा मोर सुआमी वइसा नाहीं होइ सकत।’
“परन्तु उ सबइ ही लोग अहइँ जउन उचित नाहीं अहइँ। उ सबइ ही लोग अहइँ, जेनका बदलइ चाही। 18 जदि नीक मनई पुण्य करब बन्द कइ देत ह अउर पाप करब सुरू करत ह तउ उ अपने पापन्क कारण मरी। 19 अउर जदि कउनो पापी पाप करब छोड़ देत ह अउर ठीक-ठाक तथा उचित रहब सुरू करत ह तउ उ जिअत रही। 20 किन्तु तू लोग अब भी कहत अहा कि मइँ उचित नाहीं अहउँ। किन्तु मइँ फुरइ कहित हउँ। इस्राएल क परिवार, हर एक मनई क संग निआउ, उ जउन करत ह, ओकरे अनुसार होइ।”
यरूसलेम पइ अधिकार कइ लीन्ह गवा
21 देस निकारे क बारहवें बरिस मँ, दसएँ महीने क पँचए दिन एक मनई मोर लगे यरूसलेम स आवा। उ हुवाँ क जुद्ध स बच निकरा रहा। उ कहेस, “यरूसलेम पइ अधिकार होइ गवा।”
22 अइसा भवा कि जउने दिन उ मनई मोरे लगे आवा ओकर पूर्व साँझ क, मोर सुआमी यहोवा क सक्ति मोह पइ उतरी। परमेस्सर मोका जउने समइ उ मनई मोरे लगे आवा स पहिले सुहब मँ बोलइ जोग्य बनाएस यहोवा मोर मुँह खोल दिहे रहा अउर फुन स मोका बोलइ दिहस। 23 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 24 “मनई क पूत, इस्राएल क ध्वस्त नगरन मँ इस्राएली लोग रहत अहइँ। उ सबइ लोग कहत अहइँ, ‘इब्राहीम केवल एक मनई क रहा अउर परमेस्सर ओका इ सारी भुइँया दइ दिहस। अब हम अनेक लोग अही। एह बरे निहचय ही इ भुँइया क हम लोग आपन विरासत क रूप मँ हासिल करब।’
25 “तोहका ओनसे कहइ चाही कि मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘तू लोग खून स सना माँस खात अहा। तू लोग आपन देवमूरतियन स मदद क आसा करत अहा। तू लोगन क मारि डावत अहा। एह बरे मइँ तू लोगन क इ भुइँया काहे देउँ। 26 तू पचे आपन तरवार पइ भरोसा करत अहा। तू पचन्मँ स हर एक भयंकर पाप करत ह। तू पचन्मँ स हर एक आपन पड़ोसी क पत्नी क संग बिभिचार करत ह। एह बरे तू भुइँया पाइ नाहीं सकत्या।’
27 “‘तू पचन्क कहइ चाही कि सुआमी यहोवा इइ कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ, कि जउन लोग ओन ध्वस्त नगरन मँ रहत हीं, उ पचे तरवार क घाट उतारे जइहीं। जदि कउनो उ देस स बाहेर होइ तउ मइँ ओका जनावरन स मरवाउब अउर खिआउब। जदि लोग किले अउर गुफन मँ छिपे होइहीं तउ पचे रोग स मरिहीं। 28 मइँ भुइँया क खाली अउर बर्बाद करब। उ देस ओन सबहिं चिजियन क खोइ देइ जेन पइ ओका गर्व रहा। इस्राएल क पर्वत खाली होइ जइहीं। उ ठउरे स कउनो गुजरी नाहीं। 29 ओन लोग अनेक भयंकर पाप किहेन ह। एह बरे मइँ उ देस क खाली अउ बर्बाद करब। तब उ सबइ लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
30 “‘अब तोहरे बारे मँ, मनई क पूत, तोहार लोग देवारन क सहारे निहुरे भए अउर आपन दरवाजन मँ खड़े अहइँ अउर उ पचे तोहरे बारे मँ बात करत हीं। उ पचे एक दूसर स कहत हीं, “आवा, हम जाइके सुनी जउन यहोवा कहत ह।” 31 एह बरे उ पचे तोहरे पचन्क लगे वइसे ही आवत हीं जइसे उ पचे मोर लोग होइँ। इ लोग तोहरे पचन्क समन्वा अइसे बइठत ह जइसे उ पचे मोर लोग अहइ। उ पचे तोहार सँदेसा सुनत ह। किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहब्या। उ पचे सिरिफ उ करइ चाहत हीं जउन अनुभव करइ मँ अच्छा होइ। उ पचे लोगन क धोखा देइ चाहत हीं अउर अधिक धन कमावइ चाहत हीं।
32 “‘तू एन लोगन क दृस्टि मँ प्रेमगीत गावइवाले गायक स जियादा नाहीं अहा। तोहार स्वर अच्छा अहइ। तू आपन बाजा अच्छा बजावत अहा। उ पचे तोहार सँदेसा सुनिहीं किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहत अहा। 33 किन्तु जिन चिजियन क बारे मँ ओन लोगन स कहत अहा, उ सबइ फुरइ घटित होइहीं अउर तब लोग समझिहीं कि ओनके बीच फुरइ एक ठु नबी रहत रहा।’”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.