Book of Common Prayer
परमेसर के मनखेमन खातिर दान
16 अब ओ दान के बारे म बतावत हवंव, जऊन ला परमेसर के मनखेमन बर दिये जाथे – एकर बारे म जऊन बात मेंह गलातिया के कलीसियामन ला करे बर कहे हवंव, तुमन घलो वइसनेच करव। 2 हर हप्ता के पहिली दिन, तुमन ले हर एक झन अपन कमई के मुताबिक कुछू पईसा अलग रखव, अऊ एला बचाके रखव, ताकि जब मेंह आवंव, त तुमन ला पईसा जमा करना झन पड़य। 3 अऊ जब मेंह आहूं, त जऊन मन ला तुमन कहिहू, ओमन ला मेंह परिचय के चिट्ठी दे दूहूं, ताकि ओमन तुम्हर दान ला यरूसलेम पहुंचा देवंय। 4 यदि ए उचित जान पड़ही कि मेंह घलो जावंव, त ओमन मोर संग जाहीं।
निजी निबेदन
5 मकिदुनिया ले होवत, मेंह तुम्हर करा आहूं काबरकि मेंह मकिदुनिया होवत जाहूं। 6 सायद मेंह तुम्हर संग कुछू समय तक ठहरहूं, अऊ हो सकय, त मेंह जाड़ा के समय म तुम्हर संग रहंव, ताकि जिहां भी मेंह जावंव, तुमन मोर आघू के यातरा म मदद कर सकव। 7 अभी मेंह नइं चाहथंव कि मेंह आवंव अऊ सिरिप तुमन ला देखके चल दंव। मोला आसा हवय कि यदि परभू के ईछा होही, त मेंह कुछू समय तक तुम्हर संग रहिहूं। 8 पर मेंह पिनतेकुस्त के तिहार तक इफिसुस म रहिहूं। 9 काबरकि परभू के काम करे बर, मोला एक बहुंत अछा मऊका मिले हवय अऊ मोर बिरोध करइया कतको हवंय।
परमेसर के चुने सेवक
15 एला जानके यीसू ह उहां ले चल दीस, अऊ बहुंत मनखेमन यीसू के पाछू हो लीन। ओह जम्मो बेमरहा मनखेमन ला चंगा करिस, 16 अऊ ओमन ला चेताके कहिस, “कोनो ला झन बतावव कि मेंह कोन अंव।” 17 ए किसम ले यसायाह अगमजानी के दुवारा कहे गे ए बचन ह पूरा होईस:
18 “देखव, एह मोर सेवक ए, जऊन ला मेंह चुने हवंव,
एला मेंह मया करथंव, अऊ एकर ले मेंह बहुंत खुस हवंव।
एकर ऊपर मेंह अपन आतमा रखहूं,
अऊ एह जम्मो जात के मनखेमन ला नियाय के संदेस दिही।
19 एह न तो झगरा करही अऊ न ही चिचियाही,
अऊ न ही गलीमन म कोनो एकर अवाज सुनहीं।
20 एह न तो कुचरे सरकन्डा ला टोरही,
अऊ न ही बुथावत दीया ला बुथाही,
जब तक कि एह जीत ला नियाय नइं देवा दिही।
21 जम्मो जात के मनखेमन एकर नांव म आसा रखहीं।”[a]
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